शुक्रवार, 24 अगस्त 2012

इस बार आप भी जा सकते हैं 'बिग बॉस' के घर!

इस बार आप भी जा सकते हैं 'बिग बॉस' के घर! 

मुंबई। रियलिटी शो 'बिग बॉस' के घर को पूरी तरह चेंज करने के लिए सलमान खान आगे आए हैं। यदि सबकुछ ठीक चलता रहा तो आने वाले दिनों में इसे चर्चित शो में सेलिब्रिटिज के साथ आम आदमी भी घर में नजर आएंगे। इतना ही नहीं, गाली गलौज से लेकर अश्‍लील सीन, सब अतीत की बात हो जाएगी।


सूत्रों के अनुसार, सलमान चाहते हैं कि 'बिग बॉस' का दरवाजा आम पब्लिक के लिए भी खोला जाएगा। जिसे निर्माताओ ने मान भी लिया है। 'बिग बॉस' के घर में प्रवेश पाने के लिए आपको अपना एक वीडियो बिग बॉस की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। यदि आपका वीडियो रियलिटी शो के निर्माताओं को पसंद आ गया तो आप भी सेलिब्रिटिज के साथ मस्‍ती कर सकते हैं। इन वीडियो को देखने के बाद चैनल इसमें से प्रतिभागियों को शार्ट लिस्‍टेड करेगा। जिसके बाद सभी प्रतिभागियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। जो प्रतिभागी इंटरव्यू में पास हो जाएंगे, उन्‍हें बिग बॉस के घर में भेजा जाएगा। बिग बॉस के छठे सीजन को सलमान खान ही होस्ट करने वाले हैं। पिछले साल सलमान और संजय दत्त ने मिलकर शो को होस्ट किया था। सलमान कहते हैं कि यह एक फैमिली शो है और वे इस शो को लेकर वह काफी उत्साहित हैं। सूत्रों के मुताबिक यह शो 'झलक दिखला जा' के बाद प्रसारित होगा। पिछले साल 'बिग बॉस' अक्टूबर में शुरू हुआ था और इस साल भी अक्‍टूबर में ही इसके शुरू होने की खबर है। सलमान अपने बिजी शेड्यूल में से समय निकालकर शो को होस्ट करने की हामी भर दी है। ‘बिग बॉस’ का रंग-ढंग और अंदाज भी इस बार पूरी तरह बदला हुआ नजर आ सकता है। सूत्र कहते हैं कि ‘बिग बॉस’ में अब न तो गाली गलौज सुनाई देगी और न ही कोई विवादित सीन। यह सब भी सलमान खान के कारण संभव हो पाएगा। सलमान ने इस शो के फॉर्मेट में कुछ बदलाव के लिए निर्माताओं से बात की है। बॉलीवुड के दंबग स्‍टार सलमान खान ने साफ किया है कि बिग बॉस का कंटेंट पर निर्माताओं को थोड़ा ध्‍यान देना चाहिए। इस प्रोग्राम के कंटेंट को विवादरहित रखना चाहिए। सलमान खान ने निर्माताओं से इसमें अश्लीलता नहीं परोसने को कहा है। उन्होंने इसे फैमिली शो की तरह पेश करने का अनुरोध किया है। सूत्रों के मुताबिक, सलमान और शो के प्रसारणकर्ताओं ने मिलकर इस शो की निगेटिव इमेज को बदलने का फैसला किया है। सलमान के सितारे इन दिनों बुलंदी पर हैं और उनके फैंस की तादाद भी काफी है। ऐसे में शो की कामयाबी की गारंटी को लेकर निर्माताओं को कोई शक नहीं है।

अपहरण के मामले में कॉमेडियन गिरफ्तार

अपहरण के मामले में कॉमेडियन गिरफ्तार

भोपाल। निजी कम्पनी के मालिक और महिला कर्मचारी के बीच प्रेम प्रसंग के चक्कर में कम्पनी मालिक के मौसेरे भाई का अपहरण कर लिया गया। अपहर्ताओं ने उसे रात भर साथ रखा और चाकू मारकर घायल कर दिया। यह स्थिति महिला कर्मचारी के घर से बाहर होने के कारण बनी और जब वह घर लौट आई तो अपह्वत युवक को छोड़ दिया गया। इस मामले में लाफ्टर चैलेंज में भाग तीन के प्रतिभागी कुलदीप दुबे की भी मिलीभगत पाई गई है। उसेे हबीबगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

कुलदीप पर अपहरण की साजिश में शामिल होने का मामला थाने में दर्ज हैं। पुलिस ने बुधवार-गुरूवार की दरमियानी रात यह प्रकरण सुबह चार बजे दर्ज किया है। इस घटना का मुख्य आरोपी फरार है। अगवा व्यक्ति लाफ्टर एक्टर के कब्जे से बरामद किया गया है। नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) राजेशसिंह भदौरिया के मुताबिक पटेल नगर निवासी संदीप सक्सेना बिग इंडिया फार्म प्राइवेट लिमिटेड के संचालक हैं। कंपनी खेती के उत्पाद बेचती हैं। इस कंपनी में उनके मौसेरे भाई संजय सक्सेना, अरेरा कॉलोनी निवासी पिं्रयका सिंह समेत करीब एक दर्जन लोगों का स्टाफ हैं। संदीप और पिं्रयका के बीच काफी नजदीकी है। इस बात की जानकारी प्रियंका के भाई युवराज को लगी थी। यह मामला प्रेम प्रसंग का है।


14 से गायब थी प्रियंका
प्रियंका 14 अगस्त को अपने माता-पिता से अनुमति लेकर कहीं गई थी। प्रियंका की उसके भाई युवराज से नहीं बनती है। इसलिए वो जाने से पहले माता-पिता के साथ हबीबगंज थाने की महिला सेल में जानकारी देकर गई थी। हालांकि इसका खुलासा नहीं हुआ कि वह कहां गई थी।

खबर लेने के बहाने बुलाया
सीएसपी के अनुसार प्रियंका की खबर लेने के बहाने युवराज ने संदीप को अपने घर बुलाया। संदीप ने स्वयं न जाकर अपने मौसेरे भाई संजय को वहां भेज दिया। संजय को उसका परिचित रमेश कुमार वर्मा अरेरा कॉलोनी में छोड़कर चला गया। रात तक जब संजय घर नहीं पहुंचा तो उसकी जानकारी पत्नी साधना ने संदीप को दी। संदीप और रमेश ने फोन लगाया तो मोबाइल बंद आया। अनहोनी की आशंका के साथ परिवार बुधवार रात हबीबगंज थाने पहुंचा। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें युवराज के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी।

अपह्वत को लेकर पहुंचा कुलदीप
इसी बीच गुरूवार दोपहर करीब सवा बारह बजे संजय का संदीप के पास फोन आया। उसने बताया वह लाफ्टर एक्टर कुलदीप दुबे के साथ आ रहा है। उसे हबीबगंज थाने के पास बुलाया गया। यहां पहले से मौजूद सादी वर्दी में खड़ी पुलिस ने कुलदीप को उसके वाहन के साथ दबोच लिया।

संजय जख्मी था, उसे बाएं कंधे में चाकू मारा गया था।
उसने बताया आरोपी युवराज अपनी कार से अपने साथी विनय के साथ उसे अगवा कर ले गया था। उसे कुलदीप के चूनाभट्टी स्थित विन्डसर स्टेट के फ्लैट में बंधक बनाकर रखा गया था। गुरूवार को जब दोपहर में प्रियंका घर वापस लौटी तो ही संजय को छोड़ा गया। अभी यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है कि प्रियंका कहां थी और घर कैसे पहुंची? पुलिस का कहना है कि उसके बयान लेने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

मंत्री की दी धमकी
हिरासत में लिए गए कुलदीप ने थाने में जमकर हंगामा किया। उसका कहना था कि वह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का भांजा है। वह उनके ही मकान में रहता है। इसके अलावा प्रियंका की तरफ से उनके रिश्तेदार और उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र बुंदेला भी थाने पहुंचे थे।

हाई प्रोफाइल मामला: इस मामले के आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है।पुलिस ने मामले के दूसरे आरोपी विनय को भी गिरफ्तार कर लिया। वह मुंबई जाने की फिराक में था।

विनय के पिता सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी है। इसके अलावा तीसरा और मुख्य आरोपी युवराज भी रसूखदार है। युवराज के पिता पिपरिया के कद्दावर व्यक्ति हैं।

कार-ट्रक भिडं़त में दंपती की मौत

सिरोही से जोधपुर आ रहे डॉक्टर और उनकी पत्नी की कांकाणी के निकट सड़क हादसे में मौत हो गई, जबकि उनका नौकर घायल हुआ। दुर्घटना थाना (पश्चिम) पुलिस ने बताया कि मूलतया जोधपुर निवासी डॉ. पीसी कोठारी (58) की पोस्टिंग सिरोही के सरकारी अस्पताल में थी। गुरुवार शाम वे अपनी पत्नी अर्चना और नौकर गोपाल के साथ जोधपुर आ रहे थे। शाम करीब सात बजे उनकी कार कांकाणी के निकट एक ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में डॉ. कोठारी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अर्चना गंभीर रूप से घायल हो गईं। गोपाल भी घायल हो गया। घायल अर्चना को एमडीएम अस्पताल के सर्जिकल आईसीयू में भर्ती करवाया गया। वहां देर रात उनकी मौत हो गई। डॉ. कोठारी के परिजनों ने बताया कि उनका एक बेटा मैसूर में है, जबकि दूसरा बेटा व बेटी विदेश में रहते हैं।

सिरोही के सरकारी अस्पताल में कार्यरत थे डॉक्टर कोठारी

नागौर की महिला ने सोलापुर रेलवे स्टेशन पर दिया बच्चे को जन्म


नागौर की महिला ने सोलापुर रेलवे स्टेशन पर दिया बच्चे को जन्म

रेलकर्मियों ने दिखाई इंसानियत

नागौर नागौर जिले की एक महिला ने हाल ही महाराष्ट्र के सोलापुर रेलवे स्टेशन पर एक बच्चे को जन्म दिया। रेलवे कर्मचारियों ने मौके की नजाकत को भांपते हुए प्रसूता के लिए व्हीलचेअर से लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम किया।

अनंतपुर-आगरा कर्नाटक एक्सप्रेस में यह घटना घटी। नागौर जिले का ओमप्रकाश अपनी पत्नी व पुत्री मंजू के साथ राजस्थान से कर्नाटक के अनंतपुर शहर किसी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। वहां से लौटते समय सोलापुर रेलवे स्टेशन से पहले कुछ दूरी पर मंजू को प्रसव पीड़ा हुई।

ओमप्रकाश ने गाड़ी में चल रहे टिकट निरीक्षक एके मीना को बताया। इस पर मीना ने तत्काल सोलापुर कंट्रोल रूम से संपर्क किया। कंट्रोल रूम ने डॉक्टर कॉल का संदेश सोलापुर रेलवे स्टेशन मास्टर को दिया। रेलवे ने ऐसा प्रबंध किया कि ट्रेन के तीन नंबर प्लेटफार्म पर पहुंचने से पहले ही डॉक्टर की टीम तैयार थी। मंजू की जांच कर डॉक्टर ने उसे रेलवे अस्पताल में भर्ती करने का निर्णय लिया। तब तक मंजू का दर्द असहनीय हो चुका था। वह चल भी नहीं पा रही थी। उसे व्हीलचेयर पर बिठाकर प्लेटफार्म से अस्पताल ले जाने के दौरान ही उसने बच्चे को जन्म दिया। बच्चे और उसकी मां को अस्पताल ले जाया गया। वहां जच्चा और बच्चा को स्वस्थ बताया गया।

'सोलापुर रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन इज वेरी गुड'

जच्चा-बच्चा की हालत अच्छी देखकर ओमप्रकाश ने अपने घर नागौर लौटने का निर्णय लिया। सोलापुर से सीधी कोई गाड़ी नहीं होने के कारण रेलवे कर्मचारियों ने रात में हैदराबाद एक्सप्रेस से मुंबई जाने की सलाह दी। रेलवे कर्मचारियों ने प्रयास कर मुंबई व मुंबई से आगे नागौर तक का टिकट भी करवा दिया। कर्मचारियों की इंसानियत देखकर ओमप्रकाश गद्गद् हो गए। 'सोलापुर रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन इज वेरी गुड' कहते हुए उनकी आंखें खुशी से भर आई। हालांकि सोलापुर रेलवे कर्मी ओमप्रकाश के गांव का नाम ठीक से नहीं बता पाए, लेकिन इतना जरूर समझ पाए कि ओमप्रकाश नागौर जिले के किसी गांव से आए थे जिसका नाम आधा अधूरा उन्होंने 'बोटल' बताया।

अब रोजाना पांच की बजाय कर सकेंगे 20 एसएमएस


अब रोजाना पांच की बजाय कर सकेंगे 20 एसएमएस



नई दिल्ली : एसएमएस पर लगाये गये प्रतिबंध में कुछ ढील देते हुए सरकार ने आज प्रतिदिन पांच की बजाय 20 एसएमएस करने की छूट दे दी.

एसएमएस के जरिए अफवाहों का बाजार गर्म होने और हाल ही में पूर्वोत्तर के लोगों के भयवश देश के विभिन्न हिस्सों से वापस अपने गृह राज्यों को पलायन करने की घटनाओं के बाद दैनिक पांच एसएमएस की सीमा तय की गयी थी. संचार मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक थोक (बल्क) एसएमएस या एमएमएस की सीमा तत्काल प्रभाव से पांच से बढाकर 20 कर दी गयी है.

असम हिंसा को लेकर बडे पैमाने पर एमएसएम और एमएमएस के जरिए अफवाहें फैलाने और गुमराह करने वाले संदेश के प्रसार के बाद सरकार ने एसएमएस पर प्रतिबंध लगा दिया था और प्रतिदिन पांच एसएमएस की सीमा तय कर दी थी. गृह मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग से कहा है कि वह दूरसंचार परिचालकों के जरिए आदेश का कार्यान्वयन सुनिश्चित करे. आज और आज के बाद देश भर के मोबाइल ग्राहक एक बार में 20 एसएमएस भेज सकेंगे. वे मोबाइल फोन के जरिए 25 किलोबाइट से अधिक का डाटा भी भेज सकेंगे.

यह प्रतिबंध तब लगाया गया था जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि शरारती तत्वों द्वारा अफवाहें फैलाने के कारण पूर्वोत्तर के लोगों ने बेंगलूर, पुणो और देश के कुछ अन्य हिस्सों से पलायन किया.

नागौर आफत बनी बारिश, जख्म हो गए हरे






घरों, गलियों में भरा पानी, रास्ते जाम

दो सौ से अधिक परिवार प्रभावित, गाजीखाड़ा के 58 परिवारों ने ली दरगाह में शरण।

नागौर
जिले में 24 घंटे से जारी बारिश के दौर ने आमजन की हालत खराब करके रख दी है। बुधवार रात से शुरू हुआ बारिश का दौर गुरुवार दिनभर व देर रात तक जारी रहा। मूसलाधार बारिश से कई गांवों और कस्बों में मकान धराशायी हो गए। जिला मुख्यालय पर एक दर्जन निचले इलाकों में पानी भरने से 200 से अधिक परिवारों को परेशानी हुई। लोहारपुरा व लोढ़ा का चौक इलाके में तो दो जर्जर मकान भी ढह गए। बस्तियां व मुख्य मार्ग एकबारगी तो नदी की तरह दिखने लगे। प्रशासन के अधिकारियों व नेताओं ने दौरे तो किए पर पीडि़त परिवारों के लिए विशेष राहत कार्य शुरू नहीं किए गए। अधिकारियों ने कुछ स्थानों पर मौका देख कर इतिश्री कर ली। 

गत 24 घंटों से जारी बारिश की वजह से जिला मुख्यालय के हालात बेहद खराब नजर आ रहे हैं। यहां एक दर्जन इलाकों में पानी भर गया है। इससे करीब 200 परिवारों को परेशानी हुई है।
 
गाजीखाड़ा, लोहार पुरा, ऊपरला चौक, शिवबाड़ी, हाउसिंग बोर्ड, वॉटर वक्र्स चौराहा, कुम्हारी दरवाजा, नकास गेट, माही दरवाजा, घोसीवाड़ा, खाई की गली में रास्तों, मकानों व सड़कों पर पानी भर गया। गाजीखाड़ा में 13 साल से चल रही सीवरेज जाम की समस्या ने एक बार फिर प्रशासन नेताओं व परिषद प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोली। यहां अभी भी 58 परिवारों ने दरगाह डोडी शरीफ में शरण ले रखी है। जिला प्रशासन की तरफ से इन परिवारों को कोई राहत भी नहीं पहुंचाई गई है। अधिकारी यहां आए और निरीक्षण कर चले गए। दिनभर से लोगों ने खाना भी नहीं खाया और दरगाह के सज्जादा नशीन की ओर से ही व्यवस्थाएं की गई। गंदे पानी के भराव वाले शहर के गाजीखाड़ा इलाके में 13 साल से जाम पड़ी सीवरेज की समस्या ने बारिश के बाद विकराल रूप ले लिया। यहां शहर के कई इलाकों से बहकर आया पानी भर गया। इस वजह से बिसायतियों का मोहल्ला, गाजीखाड़ा, कसाइयों के मोहल्ले, बी रोड आदि इलाकों में पानी घरों में घुस गया। गुरुवार देर रात तक हालात यह थे कि घरों में तीन से चार फीट तक पानी भरा था। इस पानी को निकालने के भी विशेष इंतेजाम नहीं थे। जिला प्रशासन की ओर से यहां कोई व्यवस्थाएं नहीं की गई थी। पानी भरने से गाजीखाड़ा इलाके के लोगों को दरगाह डोडी शरीफ में शरण लेनी पड़ी। अस्थाई तौर पर बेघर हुए पीडि़त लोगों के लिए दरगाह डोडी पीर के सज्जादा नशीन पीर गुलाम हुसैन की तरफ से रहने की व्यवस्थाएं की गई। नायब सज्जादा नशीन गुलाब शब्बर ने बताया कि बारिश की वजह से लोग काफी परेशान हो रहे हैं। दिनभर लोगों के खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी। जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने यहां पानी से भरा गाजीखाड़ा तो जरूर देखा पर इन लोगों के खाने पीने व राहत की कोई व्यवस्था नहीं की गई। गरीब परिवारों के इन लोगों ने शाम को स्वयं ही चंदा करके खाना बनाया। खाई की गली में पानी तहखानों में घुस गया। इससे कई इमारतों में दरारें आई। जमील रंगरेज व यहां रहने वाले अन्य लोगों ने बताया कि पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने व नालों की सफाई नहीं होने की वजह से लोगों को खूब परेशानी हो रही है। बारिश की वजह से लोहारपुरा इलाके में भी पानी भरा। यहां एक मकान बारिश की वजह से ढह गया तो दूसरा मकान गिरने के कगार पर है। इसी प्रकार सिंघवियों की पोल के पास लोढ़ों के चौक में बारिश से जर्जर हुए एक मकान की छत गिर गई। 




किले की ढाल




जलमग्न हुई शहर की लाइफ लाइन : नागौर शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाला यह मार्ग किले की ढाल शिवबाड़ी का इलाका है। यह मुख्य मार्ग है नागौर शहर का। शहर के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने के लिए लोग इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। आपदा के कुप्रबंधन के चलते यह मार्ग भी जलमग्न हो गया और शहर का यातायात दूसरी जगह डाइवर्ट हो गया।





राजमार्ग




राजमार्ग बना नदी : भारी बारिश से शहर के मानासर से मूंडवा चौराहा होकर गुजरने वाले राजमार्ग पर भी पानी भर गया। छोटे वाहनों के रास्ते बदलने पड़े तो बड़े वाहन धीरे धीरे गुजरे।





लोहारपुरा




दरिया या बस्ती : नागौर शहर के लोहारपुरा इलाके से ऊपर चौक जाने वाले रास्ते पर भरा पानी। यहां भी लोगों को दुकानें और मकान से सामान खाली कर दूसरी जगह शरण लेनी पड़ी।

घर से भागे शादीशुदा प्रेमी-प्रेमिका, पुलिस हिरासत में आते ही खाया ज़हर

जयपुर.जम्मूतवी एक्सप्रेस के एस-7 कोच में बैठे प्रेमी-प्रेमिका ने गुरुवार शाम जहर खा लिया। बाद में प्रेमिका ने दम तोड़ दिया। दोनों शादीशुदा हैं। जयपुर के शाहपुरा थाने के ग्राम लीलो की खेड़ी से 30 जून को भागे थे।  
शाहपुरा पुलिस इन्हें पुणे के पास उर्ली से पकड़ कर बांद्रा टर्मिनस-जम्मूतवी एक्सप्रेस से ला रही थी। एएसआई जगदीशप्रसाद ने बताया कोटा जाते वक्त रतलाम से कुछ दूर स्थित अमरगढ़ रेलवे स्टेशन से पहले सुमन और फिर रामकिशन ने लघुशंका के लिए कहा।

महिला आरक्षक बिंदु शेखावत व यज्ञवीर दोनों को अलग-अलग टॉयलेट ले गए। अमरगढ़ में सुमन को उल्टी हुई और थोड़ी देर बाद रामकिशन भी उल्टी करने लगा। दोनों ने पुलिस को बताया उन्होंने चॉकलेट में जहर मिलाकर खा लिया है। पुलिस के साथ सुमन के देवर सरदार चौधरी और कैलाश चौधरी भी थे। रतलाम स्टेशन पर दोनों को उतारकर जिला अस्पताल लाया गया। यहां सुमन की मौत हो गई।

सोनिया गांधी के दौरे को लेकर तैयारियां शुरू


सोनिया गांधी के दौरे को लेकर तैयारियां शुरू


बाड़मेर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी की आगामी 30 अगस्त को बाड़मेर दौरे को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। विधायक मेवाराम जैन ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पर नगरपरिषद के पार्षदों की बैठक ली।

जैन ने कहा कि सोनिया गांधी आदर्श स्टेडियम में आमसभा को संबोधित कर जिले में इंदिरा गांधी नहर के मीठा पानी का उद्घाटन करेंगी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता अधिक से अधिक संख्या में आम लोगों को स्टेडियम में लाएं। इस दौरान नगर परिषद के उपाध्यक्ष चैनसिंह भाटी ने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता वार्डवार घर-घर जाकर अधिक से अधिक संख्या में लोगों को लाएं। नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दमाराम माली ने भी तैयारियों के बारे में चर्चा की। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शहर के अध्यक्ष नजीर मोहम्मद ने विचार व्यक्त किए।

बैठक में वरिष्ठ कांग्रेसी मांगीलाल वडेरा, पार्षद दीन मोहम्मद, श्याम माली, मेवाराम भील, संतोष चौधरी, नवलाराम चौधरी, दीपक परमार, भगवानदास, रमेश आचार्य, सुरेश जैन, किशोर शर्मा, गोविंद शारदा, बाबूलाल जैन, संपत बोथरा, पीतांबर सोनी, लूणकरण, दलपत सिंह, बलवीर माली, पब सिंह, कालूराम, भैरूसिंह फुलवारिया, बाबूसिंह, खेतमल तातेड़, माधोसिंह, खेतमल राजपुरोहित, पुरुषोत्तम खत्री सहित पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।

विवाहिता को भगाने के विरोध में थोब बंद


विवाहिता को भगाने के विरोध में थोब बंद




कल्याणपुर (बालोतरा)

दो दिन पूर्व घर से नदारद हुई विवाहिता को भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए थोब के ग्रामीणों ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन कर रोष जताया। घटना के विरोध में दोपहर 12 बजे तक गांव का मार्केट भी बंद रहा। वहीं थोब से होकर गुजरने वाले वाहनों को भी आक्रोशित ग्रामीणों ने रुकवाकर प्रदर्शन किया। सवेरे से दोपहर तक चले इस घटनाक्रम के बावजूद पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। आखिर ग्रामीणों ने पचपदरा थाने पहुंचकर विवाहिता के गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया।

उल्लेखनीय है कि गत 21 अगस्त की मध्य रात्रि को विवाहिता घर से नदारद हुई थी। विवाहिता का थोब गांव में पीहर है। इसके बाद दूसरे दिन परिजनों ने इधर-उधर पूछताछ की मगर कहीं पता नहीं चला। फिर जानकारी मिली कि विवाहिता को गांव का ही एक युवक बहला-फुसलाकर ले गया है, जिससे युवक पर शक के आधार पर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और गुरुवार सवेरे 7 बजे से ही गांव के चोहटे में ग्रामीण एकत्रित होने शुरू हो गए। आक्रोशित युवकों ने गांव की गलियों में विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। साथ ही गांव से होकर गुजरने वाले वाहनों को रुकवाकर विरोध जताया । इस दौरान सांप्रदायिक माहौल बिगडऩे की संभावना बनी रही, मगर पुलिस या प्रशासन की ओर से कोई नहीं पहुंचा। इस दरम्यान दोपहर 12 बजे तक गांव का मार्केट बंद रहा। इसके बाद ग्रामीणों ने समझदारी दिखाते हुए विवाहिता के परिजनों के साथ पचपदरा थाने पहुंचे और पुलिस ने विवाहिता के गुमशुदगी का मामला दर्ज कर तलाश शुरू की।

आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, वाहनों को रुकवाया, दोपहर 12 बजे तक मार्केट रहा बंद, पचपदरा थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज  लोकेशन मिल गई है 
॥ विवाहिता के मोबाइल की लोकेशन भीलवाड़ा जिले में मिली है। तलाश के लिए हमने टीम भिजवा दी है। शीघ्र ही पता लगा लिया जाएगा। 
जगदीशप्रसाद शर्मा, थानाधिकारी, पचपदरा 

तेरहताली कार्यक्रम में जमकर झूमे श्रद्धालु

तेरहताली कार्यक्रम में जमकर झूमे श्रद्धालु


रामदेवराग्राम पंचायत भवन के रंगमंच पर गीत व नाटक प्रभाग सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल एवं जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में तेरह ताली नृत्य का रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शनार्थियों का मनोरंजन किया गया। कार्यक्रम की संयोजिका शांति देवी ने बताया कि कार्यक्रम में गीतों एवं भजनों के माध्यम से जनजागृति एवं मलेरिया उन्मूलन जैसे विषयों से लोगों की परिचित करवाया जा रहा है। बुधवार रात्रि को भूरदास तेरहताली पार्टी, ढोल गोगुंदा, शंकरदास तेरह ताली पार्टी समद तथा शांति देवी तेरह ताली पार्टी द्वारा हेलो म्हारो संभालो रूणिचा रा राजा....... व भाया गांव गांव कमें कईयो...से गीतों व भजनों से सराबोर संस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत कर राजकीय योजनाओं का प्रचार प्रसार किया।

अब आसान नहीं होगा जांच बदलवाना


अब आसान नहीं होगा जांच बदलवाना


बाड़मेर रसूख के चलते मामलों की पुलिस जांच बदलवाना अब आसान नहीं होगा। नए नियम के मुताबिक जांच बदलने पर संबंधित पुलिस अधिकारी को जांच पर लगातार निगरानी रखनी पड़ेगी। जिले में पुलिस जांच बदलने का काम अब एसपी देखेंगे तथा आईजी रेंज स्तर पर ही जांच बदल सकेंगे। अगर कोई व्यक्ति अपने मामले की जांच रेंज से बाहर करवाना चाहता है तो इसके लिए उसे डीजीपी के पास जाना होगा, जबकि पहले ऐसा नहीं था। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस जांच की फाइलों का निस्तारण त्वरित गति से हो इस लिए यह नया नियम लागू किया गया है।

पहले एसपी करेंगे अवलोकन फिर बदलेंगे जांच

नए नियम के तहत अगर किसी मामले की जांच बदलती है तो उस फाइल की जांच कर रहे अधिकारी को रिपोर्ट तैयार करनी पड़ेगी। इसके बाद उस फाइल को एसपी कार्यालय में भेजा जाएगा। एसपी संबंधित फाइल का अवलोकन करेंगे तथा जांच अधिकारी से बातचीत करेंगे। फाइल के अवलोकन के बाद अगर एसपी को लगता है कि मामले की जांच सही से ढंग से नहीं की गई है तो उसी सर्किल के दूसरे पुलिस अधिकारी से जांच करवा सकते हैं।

रामदेवरा मेले में खूब बिक रहा बाबा का तंदूरा


मेले में खूब बिक रहा बाबा का तंदूरा


रामदेवरा तारों की झनकार व सुरों से खेलती अंगुलियों पर वीणा को कसौटी पर तौलते भजन गायकों एवं धर्मपरायण लोग वर्षों से तंदुरा निर्माण एवं विक्रय करने वाले रूपा राम पूनाराम सुथार के पास परखते नजर आते हैं। लगभग तीन पीढिय़ों से इस पारंपरिक कार्य में जुटे सुथार अपने जीवन के अस्सी के दशक में आज भी काम में प्रति समर्पित नजर आ रहे हैं। लगभग तीन पीढिय़ों से इस पारंपरिक कार्य में जुटे सुथार अपने जीवन के अस्सी के दशक में आज भी काम के प्रति समर्पित नजर आ रहे हैं। कस्बे में स्टॉल लगाकर वीणा विक्रय के साथ निर्माण एवं पुराने मीणाओं की मरम्मत का कार्य भी करते हैं।

बाबा की प्रिय रहा है तंदुरा: स्थानीय भाषा में तंदुरा शब्द से जाने वाली वीणा बाबा रामदेव व उसके अनुयाइयों की सदैव प्रिय रही है। किवदंती अनुसार बाबा रामदेव अपने जीवन काल में इसी तंदूरे की झनकार एवं इसकी छाप पर हरि गुण गाया करते थे। लोगों को सद्मार्ग एवं सच्चाई पर चलने के प्रेरित करते थे। यही कारण है कि आज भी उनके जम्मा जागरण में भजन गायन के साथ वाद्ययंत्रों में तंदुरा प्रमुखता से होता है।

पांच दिन में बनता है तंदुरा : तंदुरा निर्माण व्यवसाय से तीन पीढिय़ों से जुड़े केतु कलां जोधपुर निवासी रूपा राम पूनाराम सुथार ने बताया कि वीणा निर्माण के लिए पांच दिन का समय लगता है। शौकिया लोगों के लिए छोटी वीणा दो दिन में भी तैयार की जाती है। वीणा निर्माण में रोहिड़ा पेड की लकड़ी व लोहे के तार काम में लिए जाते हैं।

गुरुवार, 23 अगस्त 2012

पाकिस्तान में ऐसे जीते मरते हैं हिंदू !



;पाकिस्तान के सांघड़ जिले के झोल शहर में बीस साल से एक जमींदार की गाड़ी चलाने वाले महेंद्रमल ने जब वेतन मांगा तो उसे जंजीर में जकड़ कर दो दिन तक जबर्दस्त यातनाएं दी गईं। भेड़-बकरियों को बांधने वाली लोहे की 'सांकळ' उसके गले में डाल कर दोनों हाथ बांध दिए गए। फिर तीन-चार लोगों ने इतना पीटा कि वह मर गया। इसके बाद उसका शव शहर से बाहर फेंक दिया गया। महेंद्रमल के घरवालों ने झोल थाने में मुकदमा दर्ज कराने की हिम्मत तो जुटाई, मगर पाकिस्तानी पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया, उल्टा इस परिवार पर अत्याचार बढ़ गया।


भयभीत परिवार के आठ सदस्य थार एक्सप्रेस से भारत आए हैं। अब वे पाकिस्तान लौटना नहीं चाहते थे। परिवार के 15 सदस्य अभी भी वहीं अटके हुए हैं। वे भी वीजा मिलने का इंतजार कर रहे हैं। यह घटना कुछ समय पहले जोधपुर पहुंचे रेलूराम के परिवार की है। जोधपुर में इस परिवार ने दैनिक भास्कर संवाददाता को जब अपनी आपबीती बताई तो वह भी हैरान रह गए।

रेलूराम ने जंजीर से जकड़े अपने मृत बहनोई महेंद्रमल का अपने मोबाइल फोन से लिया गया फोटो दिखाते हुए कहा कि यह सिंध में हो रहे अत्याचारों की तस्वीर है। उसके परिवार ने कई सितम झेले हैं। उसकी बहन विधवा हो चुकी है और छह भानजियां व दो भानजे अनाथ हो गए हैं। इस घटना के बाद पूरे परिवार ने भारत लौटने का इरादा किया और 23 जनों ने वीजा मांगा, मगर चार महीनों से किसी को वीजा नहीं मिला। फिर आठ जनों को धार्मिक वीजा पर भारत आने की इजाजत मिली। उसने बताया कि वे लोग पाकिस्तान नहीं लौटेंगे तथा वहां अटके लोग भी वीजा मिलते ही भारत चले आएंगे।

शरणार्थी का दर्जा दे सरकार : सोढ़ा
पाक विस्थापित संघ के संयोजक हिंदूसिंह सोढ़ा ने बताया कि पाकिस्तान के पंजाब में हिंदू परिवार खत्म हो चुके हैं। पाकिस्तान में बसे 95 प्रतिशत हिंदू अब सिंध में ही बचे हैं और उनके भी इन दिनों बुरे हाल हैं। हम विभिन्न पार्टिंयों के सांसदों से मिल रहे हैं और अत्याचारों की आवाज संसद में उठाने का प्रयास कर रहे हैं। हमने मेमोरेंडम तैयार किया है जिसमें भारत आए हिंदू परिवारों को शरणार्थियों की दर्जा देने तथा तुरंत भारतीय नागरिकता दिलाने की मांग कर रहे हैं।


पेट पालने के लिए सहते थे प्रताडऩा
सांघड़ जिले के ही पेरूमल कस्बे में रहने वाला मोहनलाल 19 अगस्त को ही थार से भारत आया है। मोहन ने बताया कि उसने ढाई सौ एकड़ जमीन लीज पर ले रखी थी। सिंचाई कर अपने परिवार का पेट भरता था, मगर सिंचाई का पानी भी नहीं मिलता था। एक बार नौकरशाहों को रुपए देकर पानी खुलवाया तो जमींदार के लोग हथियार व ट्रैक्टर लेकर आए और पूरे परिवार को पीटा, फायरिंग की और ट्रैक्टरों से फसल तबाह कर दी। दुखी होकर मोहन भी अपना परिवार लेकर भारत आ गया।

बॉर्डर खुले तो सैकड़ों का पलायन
भारत आए सुमराराम, लूणाराम व मोहनराम के परिजन बताते हैं कि बाड़मेर-जैसलमेर बॉर्डर के दूसरी ओर बसे हिंदू परिवारों की स्थिति दयनीय है। यदि सरकार एक घंटे के लिए बॉर्डर खोल दे तो सैकड़ों लोग पाकिस्तान से पलायन कर चले आएंगे, मगर ऐसा संभव नहीं है। पाकिस्तान ने हिंदू परिवारों को रोकना शुरू कर दिया है। वजह एकमात्र यह है कि जमींदारों के खेतों में भील, मेघवाल, बागरी, कोली आदि हिंदू परिवार ही काम करते हैं। लूणाराम के परिवार के 30 जनों ने वीजा का आवेदन किया था, मगर उसके दो बेटों को ही वीजा मिल पाया। इन लोगों ने बताया कि थार के पिछले दो फेरों में 40 जने विजिट वीजा तथा 19 जने धार्मिक वीजा पर भारत आए हैं। इनमें से कोई भी वापस नहीं जाना चाहता।


जंजीर में बंधे अपने बहनोई महेंद्रमल का यह फोटो जोधपुर आए रेलूमल ने उपलब्ध कराया है। रेलूमल ने बताया कि हिंदू परिवारों की खोखरापार रेलवे स्टेशन पर तलाशी ली जाती है, जिसमें अत्याचारों की एक भी तस्वीर लाने नहीं देते हैं। बहनोई का यह फोटो उसके मोबाइल में था और पाकिस्तानी अफसरों की नजर में नहीं आया था।

चाय से भागेगा स्तन कैंसर!

चाय से भागेगा स्तन कैंसर!

लंदन। स्तन कैंसर से जूझ रहीं भारतीय महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। चिकित्सा वैज्ञानिकों ने भारत के शुष्क क्षेत्रों में एक ऎसा पौधा खोज निकाला है, जिसकी चाय बनाकर पीने से स्तन कैंसर की कोशिकाओं का काफी हद तक खात्मा किया जा सकेगा। ये पौधा पाकिस्तान के शुष्क क्षेत्रों में भी आसानी से उपलब्ध है।

डेली मेल के मुताबिक, "वर्जिन्स मेंटल" नामक यह पौधा स्तन कैंसर के खात्मे के लिए अहम खोज माना जा रहा है। इसकी खोज बर्मिघम के एस्टन यूनिवर्सिटी और डूडली के रसेल्स हॉल हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने की। उन्होंने पाया कि इस पौधे में मौजूद विशेष तत्व कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर हेलेन ग्रिफिथ और प्रोफेसर एमतुल आर कार्मिकेल ने पाया कि इस चमत्कारिक पौधे से बनी हर्बल चाय कैंसर कोशिकाओं को न केवल मारती है बल्कि कीमोथेरेपी पद्धति की तरह यह नुकसान भी नहीं पहुंचाती।


साथ ही यह सामान्य स्तन कोशिकाओं को भी नुकसान नहीं पहुंचाती। यह अध्ययन "प्लोज वन" नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।

पांच घंटे में असर


लैब में हुए परीक्षण बताते हैं कि इस पौधे मेे मौजूद तत्व कैंसर कोशिकाओं पर पांच घंटे के भीतर ही प्रभाव बनाने लगते हैं। वे इसके प्रसार को तुरंत रोकते हैं और 24 घंटे के भीतर इन कोशिकाओं को मरने पर विवश कर देते हैं।

इन भूभाग पर मौजूद


इस पौधे का जैविक नाम "फैगोनिया क्रेटिका" है। यह भारत, पाकिस्तान, अफ्रीका और यूरोप के मरूस्थलीय और शुष्क भागों में पाया जाता है।

साइड इफेक्ट भी नहीं

शोध के मुताबिक, पाकिस्तान में स्तन कैंसर के मरीजों से मिली
जानकारी में यह पता चला है कि इस पौधे से बनी चाय पीने से कैंसर के कारण बाल, रक्त की कमी या अतिसार होने जैसे लक्षण नहीं दिखते।

अरूप पटनायक को मुंबई कमिश्नर के पद से हटाया


Arup-Patnaik 
मुंबई।। महाराष्ट्र सरकार ने विपक्ष के भारी दबाव के बाद आखिरकार आजाद मैदान हिंसा को लेकर विवादों में घिरे मुंबई के पुलिस अरूप पटनायक को हटा दिया। उनकी जगह सत्यपाल सिंह को मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। सत्यपाल अभी तक महाराष्ट्र के एडीजीपी थे।पटनायक को सीधे-सीधे ट्रांसफर नहीं किया गया है। उन्हें डीजी रैंक पर प्रमोट कर महाराष्ट्र स्टेट रोड डिवलेपमेंट कॉर्पोरेशन का एमडी बनाया गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार पर पटनायक को हटाने के लिए भारी दबाव था।एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने तो पटनायक और होम मिनिस्टर आर. आर. पाटिल को हटाने की मांग को लेकर मुंबई में विशाल रैली निकाली थी। शिवसेना भी लगातार पटनायक को हटाने की मांग कर रही थी।

यही नहीं शिवसेना ने तो अपने मुखपत्र सामना में पटनायक के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था। शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने तो अपने ब्लॉग में सीधे-सीधे कहा था कि आजाद मैदान में दंगाइयों पर कार्रवाई करने के बजाय पटनायक ने चूड़ियां पहन रखी थीं।

क्या किया था पटनायक ने?
11 अगस्त को आजाद मैदान में हिंसा के दौरान एक शख्स को गिरफ्तार करने वाले डीसीपी पर मुंबई पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक खूब भड़के थे। कमिश्नर ने डीसीपी को जमकर झाड़ लगाई और उस शख्स को छोड़ने का आदेश दिया। इसके अलावा अमर जवान ज्योति स्मारक को लात मारकर क्षति पहुंचाने वाले शख्स की पहचान होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं किए जाने से मुंबई पुलिस पर सवाल उठे।

न्यूज चैनल्स पर दिखाए गए और यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए एक विडियो के मुताबिक, एक दंगाई को जब डीसीपी डीसीपी रवींद्र शिश्वे ने गिरफ्तार किया तो उनपर कमिश्नर पटनायक भड़क गए। पटनायक ने कहा, 'इसे गिरफ्तार करने के लिए आपको किसने बोला?' पटनायक यहीं तक नहीं रुके। उन्होंने डीसीपी को सस्पेंड करने की धमकी भी दे डाली। पटनायक ने कहा, 'आप सांगली के एसपी नहीं हैं, आप मुंबई के डीसीपी हैं। आपको जो कहा जा रहा है, उसे फॉलो कीजिए, नहीं तो सस्पेंड कर दिए जाएंगे।' उन्होंने डीसीपी को यह भी कहा कि मैं मुंबई का पुलिस कमिश्नर हूं और आप मेरे निर्देशों का पालन कीजिए। इसके बाद डीसीपी ने उस शख्स को छोड़ दिया।