अपहरण के मामले में कॉमेडियन गिरफ्तार
भोपाल। निजी कम्पनी के मालिक और महिला कर्मचारी के बीच प्रेम प्रसंग के चक्कर में कम्पनी मालिक के मौसेरे भाई का अपहरण कर लिया गया। अपहर्ताओं ने उसे रात भर साथ रखा और चाकू मारकर घायल कर दिया। यह स्थिति महिला कर्मचारी के घर से बाहर होने के कारण बनी और जब वह घर लौट आई तो अपह्वत युवक को छोड़ दिया गया। इस मामले में लाफ्टर चैलेंज में भाग तीन के प्रतिभागी कुलदीप दुबे की भी मिलीभगत पाई गई है। उसेे हबीबगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कुलदीप पर अपहरण की साजिश में शामिल होने का मामला थाने में दर्ज हैं। पुलिस ने बुधवार-गुरूवार की दरमियानी रात यह प्रकरण सुबह चार बजे दर्ज किया है। इस घटना का मुख्य आरोपी फरार है। अगवा व्यक्ति लाफ्टर एक्टर के कब्जे से बरामद किया गया है। नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) राजेशसिंह भदौरिया के मुताबिक पटेल नगर निवासी संदीप सक्सेना बिग इंडिया फार्म प्राइवेट लिमिटेड के संचालक हैं। कंपनी खेती के उत्पाद बेचती हैं। इस कंपनी में उनके मौसेरे भाई संजय सक्सेना, अरेरा कॉलोनी निवासी पिं्रयका सिंह समेत करीब एक दर्जन लोगों का स्टाफ हैं। संदीप और पिं्रयका के बीच काफी नजदीकी है। इस बात की जानकारी प्रियंका के भाई युवराज को लगी थी। यह मामला प्रेम प्रसंग का है।
14 से गायब थी प्रियंका
प्रियंका 14 अगस्त को अपने माता-पिता से अनुमति लेकर कहीं गई थी। प्रियंका की उसके भाई युवराज से नहीं बनती है। इसलिए वो जाने से पहले माता-पिता के साथ हबीबगंज थाने की महिला सेल में जानकारी देकर गई थी। हालांकि इसका खुलासा नहीं हुआ कि वह कहां गई थी।
खबर लेने के बहाने बुलाया
सीएसपी के अनुसार प्रियंका की खबर लेने के बहाने युवराज ने संदीप को अपने घर बुलाया। संदीप ने स्वयं न जाकर अपने मौसेरे भाई संजय को वहां भेज दिया। संजय को उसका परिचित रमेश कुमार वर्मा अरेरा कॉलोनी में छोड़कर चला गया। रात तक जब संजय घर नहीं पहुंचा तो उसकी जानकारी पत्नी साधना ने संदीप को दी। संदीप और रमेश ने फोन लगाया तो मोबाइल बंद आया। अनहोनी की आशंका के साथ परिवार बुधवार रात हबीबगंज थाने पहुंचा। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें युवराज के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी।
अपह्वत को लेकर पहुंचा कुलदीप
इसी बीच गुरूवार दोपहर करीब सवा बारह बजे संजय का संदीप के पास फोन आया। उसने बताया वह लाफ्टर एक्टर कुलदीप दुबे के साथ आ रहा है। उसे हबीबगंज थाने के पास बुलाया गया। यहां पहले से मौजूद सादी वर्दी में खड़ी पुलिस ने कुलदीप को उसके वाहन के साथ दबोच लिया।
संजय जख्मी था, उसे बाएं कंधे में चाकू मारा गया था।
उसने बताया आरोपी युवराज अपनी कार से अपने साथी विनय के साथ उसे अगवा कर ले गया था। उसे कुलदीप के चूनाभट्टी स्थित विन्डसर स्टेट के फ्लैट में बंधक बनाकर रखा गया था। गुरूवार को जब दोपहर में प्रियंका घर वापस लौटी तो ही संजय को छोड़ा गया। अभी यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है कि प्रियंका कहां थी और घर कैसे पहुंची? पुलिस का कहना है कि उसके बयान लेने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
मंत्री की दी धमकी
हिरासत में लिए गए कुलदीप ने थाने में जमकर हंगामा किया। उसका कहना था कि वह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का भांजा है। वह उनके ही मकान में रहता है। इसके अलावा प्रियंका की तरफ से उनके रिश्तेदार और उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र बुंदेला भी थाने पहुंचे थे।
हाई प्रोफाइल मामला: इस मामले के आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है।पुलिस ने मामले के दूसरे आरोपी विनय को भी गिरफ्तार कर लिया। वह मुंबई जाने की फिराक में था।
विनय के पिता सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी है। इसके अलावा तीसरा और मुख्य आरोपी युवराज भी रसूखदार है। युवराज के पिता पिपरिया के कद्दावर व्यक्ति हैं।
कुलदीप पर अपहरण की साजिश में शामिल होने का मामला थाने में दर्ज हैं। पुलिस ने बुधवार-गुरूवार की दरमियानी रात यह प्रकरण सुबह चार बजे दर्ज किया है। इस घटना का मुख्य आरोपी फरार है। अगवा व्यक्ति लाफ्टर एक्टर के कब्जे से बरामद किया गया है। नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) राजेशसिंह भदौरिया के मुताबिक पटेल नगर निवासी संदीप सक्सेना बिग इंडिया फार्म प्राइवेट लिमिटेड के संचालक हैं। कंपनी खेती के उत्पाद बेचती हैं। इस कंपनी में उनके मौसेरे भाई संजय सक्सेना, अरेरा कॉलोनी निवासी पिं्रयका सिंह समेत करीब एक दर्जन लोगों का स्टाफ हैं। संदीप और पिं्रयका के बीच काफी नजदीकी है। इस बात की जानकारी प्रियंका के भाई युवराज को लगी थी। यह मामला प्रेम प्रसंग का है।
14 से गायब थी प्रियंका
प्रियंका 14 अगस्त को अपने माता-पिता से अनुमति लेकर कहीं गई थी। प्रियंका की उसके भाई युवराज से नहीं बनती है। इसलिए वो जाने से पहले माता-पिता के साथ हबीबगंज थाने की महिला सेल में जानकारी देकर गई थी। हालांकि इसका खुलासा नहीं हुआ कि वह कहां गई थी।
खबर लेने के बहाने बुलाया
सीएसपी के अनुसार प्रियंका की खबर लेने के बहाने युवराज ने संदीप को अपने घर बुलाया। संदीप ने स्वयं न जाकर अपने मौसेरे भाई संजय को वहां भेज दिया। संजय को उसका परिचित रमेश कुमार वर्मा अरेरा कॉलोनी में छोड़कर चला गया। रात तक जब संजय घर नहीं पहुंचा तो उसकी जानकारी पत्नी साधना ने संदीप को दी। संदीप और रमेश ने फोन लगाया तो मोबाइल बंद आया। अनहोनी की आशंका के साथ परिवार बुधवार रात हबीबगंज थाने पहुंचा। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें युवराज के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी।
अपह्वत को लेकर पहुंचा कुलदीप
इसी बीच गुरूवार दोपहर करीब सवा बारह बजे संजय का संदीप के पास फोन आया। उसने बताया वह लाफ्टर एक्टर कुलदीप दुबे के साथ आ रहा है। उसे हबीबगंज थाने के पास बुलाया गया। यहां पहले से मौजूद सादी वर्दी में खड़ी पुलिस ने कुलदीप को उसके वाहन के साथ दबोच लिया।
संजय जख्मी था, उसे बाएं कंधे में चाकू मारा गया था।
उसने बताया आरोपी युवराज अपनी कार से अपने साथी विनय के साथ उसे अगवा कर ले गया था। उसे कुलदीप के चूनाभट्टी स्थित विन्डसर स्टेट के फ्लैट में बंधक बनाकर रखा गया था। गुरूवार को जब दोपहर में प्रियंका घर वापस लौटी तो ही संजय को छोड़ा गया। अभी यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है कि प्रियंका कहां थी और घर कैसे पहुंची? पुलिस का कहना है कि उसके बयान लेने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
मंत्री की दी धमकी
हिरासत में लिए गए कुलदीप ने थाने में जमकर हंगामा किया। उसका कहना था कि वह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का भांजा है। वह उनके ही मकान में रहता है। इसके अलावा प्रियंका की तरफ से उनके रिश्तेदार और उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र बुंदेला भी थाने पहुंचे थे।
हाई प्रोफाइल मामला: इस मामले के आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है।पुलिस ने मामले के दूसरे आरोपी विनय को भी गिरफ्तार कर लिया। वह मुंबई जाने की फिराक में था।
विनय के पिता सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी है। इसके अलावा तीसरा और मुख्य आरोपी युवराज भी रसूखदार है। युवराज के पिता पिपरिया के कद्दावर व्यक्ति हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें