मुंबई।। महाराष्ट्र सरकार ने विपक्ष के भारी दबाव के बाद आखिरकार आजाद मैदान हिंसा को लेकर विवादों में घिरे मुंबई के पुलिस अरूप पटनायक को हटा दिया। उनकी जगह सत्यपाल सिंह को मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। सत्यपाल अभी तक महाराष्ट्र के एडीजीपी थे।पटनायक को सीधे-सीधे ट्रांसफर नहीं किया गया है। उन्हें डीजी रैंक पर प्रमोट कर महाराष्ट्र स्टेट रोड डिवलेपमेंट कॉर्पोरेशन का एमडी बनाया गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार पर पटनायक को हटाने के लिए भारी दबाव था।एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने तो पटनायक और होम मिनिस्टर आर. आर. पाटिल को हटाने की मांग को लेकर मुंबई में विशाल रैली निकाली थी। शिवसेना भी लगातार पटनायक को हटाने की मांग कर रही थी।
यही नहीं शिवसेना ने तो अपने मुखपत्र सामना में पटनायक के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था। शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने तो अपने ब्लॉग में सीधे-सीधे कहा था कि आजाद मैदान में दंगाइयों पर कार्रवाई करने के बजाय पटनायक ने चूड़ियां पहन रखी थीं।
क्या किया था पटनायक ने?
11 अगस्त को आजाद मैदान में हिंसा के दौरान एक शख्स को गिरफ्तार करने वाले डीसीपी पर मुंबई पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक खूब भड़के थे। कमिश्नर ने डीसीपी को जमकर झाड़ लगाई और उस शख्स को छोड़ने का आदेश दिया। इसके अलावा अमर जवान ज्योति स्मारक को लात मारकर क्षति पहुंचाने वाले शख्स की पहचान होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं किए जाने से मुंबई पुलिस पर सवाल उठे।
न्यूज चैनल्स पर दिखाए गए और यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए एक विडियो के मुताबिक, एक दंगाई को जब डीसीपी डीसीपी रवींद्र शिश्वे ने गिरफ्तार किया तो उनपर कमिश्नर पटनायक भड़क गए। पटनायक ने कहा, 'इसे गिरफ्तार करने के लिए आपको किसने बोला?' पटनायक यहीं तक नहीं रुके। उन्होंने डीसीपी को सस्पेंड करने की धमकी भी दे डाली। पटनायक ने कहा, 'आप सांगली के एसपी नहीं हैं, आप मुंबई के डीसीपी हैं। आपको जो कहा जा रहा है, उसे फॉलो कीजिए, नहीं तो सस्पेंड कर दिए जाएंगे।' उन्होंने डीसीपी को यह भी कहा कि मैं मुंबई का पुलिस कमिश्नर हूं और आप मेरे निर्देशों का पालन कीजिए। इसके बाद डीसीपी ने उस शख्स को छोड़ दिया।
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