चाय से भागेगा स्तन कैंसर!
लंदन। स्तन कैंसर से जूझ रहीं भारतीय महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। चिकित्सा वैज्ञानिकों ने भारत के शुष्क क्षेत्रों में एक ऎसा पौधा खोज निकाला है, जिसकी चाय बनाकर पीने से स्तन कैंसर की कोशिकाओं का काफी हद तक खात्मा किया जा सकेगा। ये पौधा पाकिस्तान के शुष्क क्षेत्रों में भी आसानी से उपलब्ध है।
डेली मेल के मुताबिक, "वर्जिन्स मेंटल" नामक यह पौधा स्तन कैंसर के खात्मे के लिए अहम खोज माना जा रहा है। इसकी खोज बर्मिघम के एस्टन यूनिवर्सिटी और डूडली के रसेल्स हॉल हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने की। उन्होंने पाया कि इस पौधे में मौजूद विशेष तत्व कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर हेलेन ग्रिफिथ और प्रोफेसर एमतुल आर कार्मिकेल ने पाया कि इस चमत्कारिक पौधे से बनी हर्बल चाय कैंसर कोशिकाओं को न केवल मारती है बल्कि कीमोथेरेपी पद्धति की तरह यह नुकसान भी नहीं पहुंचाती।
साथ ही यह सामान्य स्तन कोशिकाओं को भी नुकसान नहीं पहुंचाती। यह अध्ययन "प्लोज वन" नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।
पांच घंटे में असर
लैब में हुए परीक्षण बताते हैं कि इस पौधे मेे मौजूद तत्व कैंसर कोशिकाओं पर पांच घंटे के भीतर ही प्रभाव बनाने लगते हैं। वे इसके प्रसार को तुरंत रोकते हैं और 24 घंटे के भीतर इन कोशिकाओं को मरने पर विवश कर देते हैं।
इन भूभाग पर मौजूद
इस पौधे का जैविक नाम "फैगोनिया क्रेटिका" है। यह भारत, पाकिस्तान, अफ्रीका और यूरोप के मरूस्थलीय और शुष्क भागों में पाया जाता है।
साइड इफेक्ट भी नहीं
शोध के मुताबिक, पाकिस्तान में स्तन कैंसर के मरीजों से मिली
जानकारी में यह पता चला है कि इस पौधे से बनी चाय पीने से कैंसर के कारण बाल, रक्त की कमी या अतिसार होने जैसे लक्षण नहीं दिखते।
लंदन। स्तन कैंसर से जूझ रहीं भारतीय महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। चिकित्सा वैज्ञानिकों ने भारत के शुष्क क्षेत्रों में एक ऎसा पौधा खोज निकाला है, जिसकी चाय बनाकर पीने से स्तन कैंसर की कोशिकाओं का काफी हद तक खात्मा किया जा सकेगा। ये पौधा पाकिस्तान के शुष्क क्षेत्रों में भी आसानी से उपलब्ध है।
डेली मेल के मुताबिक, "वर्जिन्स मेंटल" नामक यह पौधा स्तन कैंसर के खात्मे के लिए अहम खोज माना जा रहा है। इसकी खोज बर्मिघम के एस्टन यूनिवर्सिटी और डूडली के रसेल्स हॉल हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने की। उन्होंने पाया कि इस पौधे में मौजूद विशेष तत्व कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर हेलेन ग्रिफिथ और प्रोफेसर एमतुल आर कार्मिकेल ने पाया कि इस चमत्कारिक पौधे से बनी हर्बल चाय कैंसर कोशिकाओं को न केवल मारती है बल्कि कीमोथेरेपी पद्धति की तरह यह नुकसान भी नहीं पहुंचाती।
साथ ही यह सामान्य स्तन कोशिकाओं को भी नुकसान नहीं पहुंचाती। यह अध्ययन "प्लोज वन" नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।
पांच घंटे में असर
लैब में हुए परीक्षण बताते हैं कि इस पौधे मेे मौजूद तत्व कैंसर कोशिकाओं पर पांच घंटे के भीतर ही प्रभाव बनाने लगते हैं। वे इसके प्रसार को तुरंत रोकते हैं और 24 घंटे के भीतर इन कोशिकाओं को मरने पर विवश कर देते हैं।
इन भूभाग पर मौजूद
इस पौधे का जैविक नाम "फैगोनिया क्रेटिका" है। यह भारत, पाकिस्तान, अफ्रीका और यूरोप के मरूस्थलीय और शुष्क भागों में पाया जाता है।
साइड इफेक्ट भी नहीं
शोध के मुताबिक, पाकिस्तान में स्तन कैंसर के मरीजों से मिली
जानकारी में यह पता चला है कि इस पौधे से बनी चाय पीने से कैंसर के कारण बाल, रक्त की कमी या अतिसार होने जैसे लक्षण नहीं दिखते।
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