उदयपुर। सराड़ा उपखंड क्षेत्र के पाल सराड़ा के करकोली गांव से पंद्रह दिन पहले भागी विवाहिता और उसके प्रेमी को ग्रामीण पकड़ कर लाए फिर दोनों को पेड़ से बांधकर उनकी पिटाई की। बाल काट दिए। महिला के कपड़े उतार दिए। पुलिस के बीच बचाव करने पर ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप पथराव किया, जिससे मौके पर मौजूद 20 से 25 पुलिस कर्मी व अन्य घायल हो गए।
ककोली निवासी विवाहिता दुर्गा पत्नी हामजी उसके पड़ोस में रहने वाले अविवाहित युवक प्रकाश पुत्र भीमजी के साथ पंद्रह दिन पहले घर से भाग गई थी। दोनों ग्रामीण रविवार को खेरवाड़ा व कल्याणपुर के बीच किसी स्थान से पकड़ कर कोलर गांव के लिंबाथड़ा लाए। यहां दोनों को अलग अलग पेड़ों से बांध दिए। दोनों के बाल काटे महिला के कपड़े उतार दिए। बाद में किसी ने महिला को साड़ी ओढ़ाई।
इस बीच सूचना पर पहुंचे प्रशिक्षु थानेदार महेश कुमार ने दोनों को छुड़वाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया। बाद में सूचना पर मय जाप्ता पहुंचे सराड़ा थानाधिकारी शिव प्रकाश टेलर ने दोनों को मुक्त करवा कर थाने ले जाने का प्रयास किया तो जीप में बिठाने से पूर्व ही ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया।
इससे वहां मौजूद पुलिस कर्मी व अन्य को चोटें आई। ग्रामीणों का कहना था विवाहिता के भागने और लाने के संबंध में उन्होंने थाने में किसी प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया। वे पुलिस कार्रवाई के बजाय जाति पंचायत में फैसला करना चाहते हैं। पुलिस जबरन हस्तक्षेप कर दोनों को सराड़ा थाने लाई है। गांव में दोनों पक्षों व ग्रामीणों के बीच वार्ता का दौर जारी है।