सत्यमेव जयते: आमिर ने बताई पानी की कीमतइस हफ्ते आमिर खान ने "सत्यमेव जयते"शो दिखाया कि देश को कैसे पानी किल्लत का सामना करना पड़ रहा हैं। आज हमारे देश के हजारों गांव ऎसे हैं,जहां लोगों तक पीने का पानी नही पहुंचता। ऎसे में इन लोगों को पानी के लिए मीलों दूर का सफर तय करना पड़ता हैं। गांव तो गांव शहरों के हालात भी अच्छे नहीं कहे जा सकते।
महाराष्ट्र के उस्मान नगर में तो पिछले करीब 15 सालों से पानी नहीं आया। यहां के लोगों को टैंकर से ही पानी सप्लाई किया जा रहा है। ऎसे में पानी के लिए लोगों के बीच मारपीट होना आम बात हो गई है। पिछले दिनों पानी को लेकर हुए झगड़े में यहां एक युवा को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। शो में दिखाया गया कि महाराष्ट्र में कई ऎसे गांव है जहां टैंकर से पानी सप्लाई किया जाता हैं। पानी के लिए लोगों को अपना काम छोड़ कर लाइनों में लगाना पड़ता है।
राज्यों में पानी की समस्या इतनी गहरा गई है कि नदियों के पानी बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा हैं। शो में एक सामाजिक कार्यकत्ताü ने बताया कि शहरों में सड़क निर्माण से बारिश का पानी धरती में नहीं समा पाता और नालों में व्यर्थ बह जाता हैं। पहले तालाब बनाए जाते थे जिनमें बारिश का पानी जमा हो जाता था लेकिन अब तालाब देखने को नहीं मिलते। इसलिए बारिश का पानी यूं ही बहकर बर्बाद हो जाता है। जिससे कई बार बाढ़ के हालात हो जाते हैं।
महाराष्ट्र के उस्मान नगर में तो पिछले करीब 15 सालों से पानी नहीं आया। यहां के लोगों को टैंकर से ही पानी सप्लाई किया जा रहा है। ऎसे में पानी के लिए लोगों के बीच मारपीट होना आम बात हो गई है। पिछले दिनों पानी को लेकर हुए झगड़े में यहां एक युवा को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। शो में दिखाया गया कि महाराष्ट्र में कई ऎसे गांव है जहां टैंकर से पानी सप्लाई किया जाता हैं। पानी के लिए लोगों को अपना काम छोड़ कर लाइनों में लगाना पड़ता है।
राज्यों में पानी की समस्या इतनी गहरा गई है कि नदियों के पानी बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा हैं। शो में एक सामाजिक कार्यकत्ताü ने बताया कि शहरों में सड़क निर्माण से बारिश का पानी धरती में नहीं समा पाता और नालों में व्यर्थ बह जाता हैं। पहले तालाब बनाए जाते थे जिनमें बारिश का पानी जमा हो जाता था लेकिन अब तालाब देखने को नहीं मिलते। इसलिए बारिश का पानी यूं ही बहकर बर्बाद हो जाता है। जिससे कई बार बाढ़ के हालात हो जाते हैं।
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