रविवार, 22 जुलाई 2012

प्रेमी युगल के कपड़े उतारे, पेड़ से बांधा, बाल काटे और फिर...



उदयपुर। सराड़ा उपखंड क्षेत्र के पाल सराड़ा के करकोली गांव से पंद्रह दिन पहले भागी विवाहिता और उसके प्रेमी को ग्रामीण पकड़ कर लाए फिर दोनों को पेड़ से बांधकर उनकी पिटाई की। बाल काट दिए। महिला के कपड़े उतार दिए। पुलिस के बीच बचाव करने पर ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप पथराव किया, जिससे मौके पर मौजूद 20 से 25 पुलिस कर्मी व अन्य घायल हो गए।
 


ककोली निवासी विवाहिता दुर्गा पत्नी हामजी उसके पड़ोस में रहने वाले अविवाहित युवक प्रकाश पुत्र भीमजी के साथ पंद्रह दिन पहले घर से भाग गई थी। दोनों ग्रामीण रविवार को खेरवाड़ा व कल्याणपुर के बीच किसी स्थान से पकड़ कर कोलर गांव के लिंबाथड़ा लाए। यहां दोनों को अलग अलग पेड़ों से बांध दिए। दोनों के बाल काटे महिला के कपड़े उतार दिए। बाद में किसी ने महिला को साड़ी ओढ़ाई।



इस बीच सूचना पर पहुंचे प्रशिक्षु थानेदार महेश कुमार ने दोनों को छुड़वाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया। बाद में सूचना पर मय जाप्ता पहुंचे सराड़ा थानाधिकारी शिव प्रकाश टेलर ने दोनों को मुक्त करवा कर थाने ले जाने का प्रयास किया तो जीप में बिठाने से पूर्व ही ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया।



इससे वहां मौजूद पुलिस कर्मी व अन्य को चोटें आई। ग्रामीणों का कहना था विवाहिता के भागने और लाने के संबंध में उन्होंने थाने में किसी प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया। वे पुलिस कार्रवाई के बजाय जाति पंचायत में फैसला करना चाहते हैं। पुलिस जबरन हस्तक्षेप कर दोनों को सराड़ा थाने लाई है। गांव में दोनों पक्षों व ग्रामीणों के बीच वार्ता का दौर जारी है।

नरक बनी 'टीनेजर मॉम' की जिंदगी

बेंगलुरु।। वह सिर्फ 13 साल की है और उसे भी अपने हमउम्र टीनेजर्स की तरह कार्टून देखना, दोस्तों के साथ खेलना और बेपरवाह होकर जीना पसंद है। लेकिन अब उसकी मासूमियत कहीं गुम हो चुकी है। हर सुबह स्कूल जाने से पहले वह अपने 3 महीने के अपने बेबी को फीड कराती है और स्कूल से लौटने पर भी उसे अपने बेबी का ख्याल रखना होता है। जिस उम्र में इस बच्ची को खुद पैरंट्स की देखभाल की जरूरत है, उस उम्र में उसे खुद अपने बेबी की देखभाल करनी पड़ रही है। लेकिन 8वीं क्लास में पढ़ने वाली इस टीनेजर के संघर्ष की तो यह शुरुआत भर है।Teenager Mom 
इस टीनेजर की लाइफ एकदम से बदल गई। अप्रैल में पेट दर्द की शिकायत पर इस टीनेजर को लोकल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पता चला कि वह प्रेग्नेंट है। इस टीनेजर ने एक बेबी बॉय को जन्म दिया। लेकिन परिवार को उस वक्त यह जानकर और भी सदमा लगा कि उनकी बेटी को उनके एक पड़ोसी ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया है। रेप का आरोपी वह पड़ोसी अब जेल में है।

13 साल की उम्र में ही मां बनी इस मासूम ने पूरी गर्मियां अपने बेटे का ख्याल रखते हुए गुजार दीं। छुट्टियों के बाद जब यह टीनेजर अपने स्कूल लौटी, तो उसे बेहद शर्मनाक हालात का सामना करना पड़ा। उसकी क्लासमेट्स के पैरंट्स नहीं चाहते थे कि उनकी बेटियां उसके साथ बैठें। बल्कि वे तो चाहते ही नहीं थे कि यह टीनेजर मॉम उनकी बेटियों की क्लास में पढ़े। स्कूल ने भी पैरंट्स लॉबी के दबाब के आगे झुकते हुए रेप की शिकार इस टीनेजर को ट्रांसफर सर्टिफ़िकेट थमा दिया। लेकिन अब, पिछले हफ्ते ही कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्कूल को आदेश दिया है कि वह तुरंत लड़की को फिर से ऐडमिशन दे।

कम उम्र में मां बनने के बाद इस टीनेजर की जिंदगी पूरी तरह बदल गई है। अब वह स्कूल से लौटकर खेलने नहीं जाती, उसे ज्यादातर वक्त अपने बेबी को देना पड़ता है। इस टीनेजर का कहना है कि बेबी का ख्याल रखने में उसकी ममी भी मदद करती हैं। जब वह बेबी के साथ नहीं होती, तो उसकी मां ही बेबी को बॉटल्ड मिल्क देती हैं।

वेस्ट बेंगलुरु के रामचन्द्रपुरा में 2 कमरों के एक छोटे से घर में रहने वाली इस टीनेजर के पैरंट्स ने परिवार में आए नन्हे मेहमान को स्वीकार कर लिया है। रेप का शिकार हुई टीनेजर के पिता का टूटी हुई टाइल्स का छोटा सा बिजनेस है। उनका कहना है कि वह पहले से ही 4 बच्चों की परवरिश कर रहे थे, ऐसे में वह परिवार में आए नए सदस्य का भी पूरा ख्याल रखेंगे। लेकिन साफ है कि इस टीनेजर मॉम की जिंदगी का सफर आगे भी चुनौतियों से भरा रहने वाला है।

देखिये तस्वीरें पूर्व सैनिकों का कल्याण स्थायी सहायता





देखिये तस्वीरें पूर्व सैनिकों का कल्याण स्थायी सहायता
सरकार ने पूर्व सेनाकर्मियों के कल्याण की योजनाओं में सुधार लाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए पिछले तीन वर्षों में कई कदम उठाये गए हैं। इनमें 2200 करोड़ रूपये प्रति वर्ष तक के प्रत्यक्ष लाभ शामिल हैं। छठे केन्द्रीय वेतन आयोग के कि्रयान्वयन के बाद मिलने वाले लाभों के अतिरिक्त सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए पेंशन में महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं।

छठे केन्द्रीय वेतन आयोग की स्वीकृति के बाद सशस्त्र बलों से संबंधित पेंशन और अन्य मामलों पर विशेष रूप से विचार करने के लिए एक समिति गठित की गई थी, जिसके अध्यक्ष मंत्रिमंडलीय सचिव थे। इस समिति ने 30 जून, 2009 को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इस समिति की 7 प्रमुख अनुशंसाओं को सरकार ने लागू कर दिया है जिसके लिए 2200 करोड़ रूपये प्रतिवर्ष खर्च किए जाऐंगे। इस राशि के एक बड़े हिस्से के रूप में 1636 करोड़ रूपये तक की रकम वर्ष 2006 में मंत्रि समूह की सिफ़ारिशों के आधार पर अधिकारी रैंक से नीचे के कर्मियों की पेंशन में और सुधार लाने के लिए खर्च की गई।

पूर्व सेनाकर्मियों की एक दीर्घकालीन मांग को स्वीकार करते हुए सरकार ने 1997 के पहले और बाद के अधिकारी रैंक के नीचे के पेंशन भोगियों के बीच समानता लाने के लिए 470.66 करोड़ रूपए की एक और राशि निर्धारित की थी। इस मंत्रिमंडलीय सचिव समिति द्वारा अनुशंसित अन्य कल्याणकारी उपायों, जिनकों 01 जनवरी, 2006 से जुड़ने वाले लाभों के साथ सरकार द्वारा मंजूरी दी गई थीं, में 33 वर्षों के साथ पूर्ण पेंशन के लिंकेज को खत्म करने, अधिकारी स्तर से नीचे के कर्मिंयों के लिए वर्गीकरण भत्ता शामिल करना, लेफि्टनेन्ट जनरल के लिए कए अलग वेतनमान तैयार करने के साथ उनके पेंशन में संशोधन करना, 01 जनवरी, 2006 के पहले अपंग/युद्ध के दौरान चोटिल पेंशन प्राप्तकर्ताओं के लिए अपंगता/युद्ध के दौरान चोट से संबंधित पेंशन के प्रतिशत की श्रेणियां व्यापक बनाना और ॔ई’ श्रेणी से संबंधित अपंग पेंशन प्राप्तकर्ताओं की स्थिति में पेंशन में युद्ध के दौरान चोट वाले घटक पर नियंत्रण को खत्म करना शामिल है।

पूर्व सेनाकर्मियों की सुविधा के लिए महानियंत्रक रक्षा लेखा ;कंट्रोलर जनरल ऑफ डिफेंस अकाउंट्सद्ध की वेबसाइट ूण्बपिकंण्दपबण्पद पर पिछले वर्ष से सुविज्ञा नामक एक सरल एवं बहुउपयोगी साफ्टवेयर जोड़ा गया है। इसकी सहायता से पेंशन प्राप्तकर्ता अपनी पेंशन की गणना एवं जांच खुद कर सकते हैं। यदि पेंशन में कोई त्रुटि नजर आती है तो वे संबंधित पीसीडीए को उससे अवगत करा सकते हैं। इसके अलावा जिला सैनिक बोर्ड में पूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा समयसमय पर लगाए जाने वाले विशेष शिविरों के द्वारा भी अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। पूर्व सैनिक कल्याण विभाग की जल्दी ही शुरू होने वाली वेबसाइट के जरिए भी पूर्व सैनिकों के साथ सतत आनलाइन सम्पर्क बनाया जा सकेगा और उनकी समस्याओं का समाधान भी तलाशा जा सकेगा।



अधिकतम पेंशन के फलस्वरूप प्रत्यक्ष मौद्रिक लाभ के अलावा, पूर्व सैनिक कल्याण विभाग ने कई अन्य महत्वपूर्ण व कल्याणकारी कदम उठाए हैं। खास बात यह है कि अब इस विभाग का नेतृत्व सचिव स्तर के अधिकारी को सौंपा गया है। सौ प्रतिशत अशक्तता के कारण सेना से पृथक किए गए सशस्त्र सेना कर्मियों के लिए बीते साल 1 अप्रैल से 9 लाख की क्षतिपूर्ति राशि मंजूर की गई है। 2 प्रतिशत से 99 प्रतिशत तक की अशक्तता के लिए यह राशि अशक्तता की स्थिति के मुताबिक कम होती जाती है। सशस्त्र सेना कर्मियों की नि:संतान विधवाओं ;वीर नारियोंद्ध के लिए फैमिली पेंशन को कुछ शर्तों के साथ उसी तिथि से पुनः शुरू कर दिया गया है। दरअसल यह पेंशन अब तक वीर नारियों के पुनर्विवाह की स्थिति में बंद कर दी जाती थी। इसका लाभ 1 जनरी 2006 से पहले शहीद हुए अधिकारियों एवं पीबीओआर दोनों की वीर नारिकयों को मिलेगा।



पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना ;म्ब्भैद्ध, पूर्व सैनिक कल्याण विभाग को ऐसा ही एक आदर्श कदम है जिसने प्राथमिक चिकित्सा देखभाल से लेकर विशेषज्ञतापूर्ण उपचार की सुविधा देश के कोनेकोने में फैले पूर्व सैनिकों तक आसानी से पहुंचा दी है। यही नहीं, ईसीएचएस का लाभ पूर्व सैनिकों के साथसाथ वीर नारियों और उनके आश्रितों को भी मिल रहा है। लगभग 39 लाख पूर्वसैनिक और उनके आश्रित फिलहाल ईसीएचएस से जुड़ी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। ईसीएचएस को मिल रही शानदार सफलता से उत्साहित सरकार ने अक्तबर 2010 में 199 अतिरिक्त ईसीएचएस पालीक्लिनिक खोलने को मंजूरी दी है ताकि चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार और भी ज्यादा पूर्व सैनिकों तक किया जा सके। अभी तक ईसीएचएस पालीक्लिनिक की संख्या 277 है। नए खुलने वाले 199 पालीक्लिनिक में से 61 तो मार्च के अन्त तक काम करने लगे हैं।



इस वर्ष ईसीएचएस को और व्यापक बनाने के लिए, सरकार ने जनवरी में फैसला लिया है कि अब इन सुविधाओं का विस्तार नेपाल तक किया जाएगा ताकि नेपाली मूल के उन पूर्व सैनिकों को भी इसका लाभ मिल सके जो वहां बस गए हैं। इसका लाभ नेपाल में रहने वाले ाई लाख से ज्यादा गोरखा ;छक्ळद्ध और उनके आश्रितों को मिलेगा।



एक अन्य कल्याणकारी उपाय के रूप में सरकार ने पिछले साल अक्तूबर से वीर नारियों, युद्ध निशक्तों तथा इस श्रेणी में आने वाले अन्य अशक्त सैनिकों के बच्चों के लिए युद्ध स्मारक छात्रावास सहायता राशि 900 रू से ब़ाकर 1350 रू प्रति रहवासी कर दी है। निशक्तता की उपरोक्त श्रेणी में नहीं आने वाले मामलों में यह राशि 450 से ब़ाकर 675 रू की गई है।



योजना

पुरानी दर



नई दर

टिप्पणी

निर्धनता

अनुदान

एक बार में एक मुश्त 30,000 रू या दो साल तक 500 रू प्रति माह



जीवन पर्यन्त 1000 रू

प्रति माह

हवलदार रैक तक के नानपेंशनर के लिए 65 वर्ष तथा अधिक तक

शैक्षणिक अनुदान

लड़के की ़2 तक

200 रू

प्रति माह

1000 रू प्रति माह

बिना किसी लिंगभेद के स्नातक तक



लड़कियां को ़2 तक

400 रू

प्रति माह







लड़कियां को स्नातक तक

600 रू

प्रति माह





विधवा स्नातकोत्तर तक

200 रू प्रति माह



निशक्त बच्चा अनुदान

500 रू प्रति माह



1000 रू प्रति माह

हवलदार रैक तक पेशनर /नानपेंशनर

क्राईम रिपोर्ट बाड़मेर पुलिस आज की ताज़ा खबरे

क्राईम रिपोर्ट बाड़मेर पुलिस आज की ताज़ा खबरे 

96 पव्वे अवैध शराब सहित 1 गिरफ्तार


बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की जिले में अवेध शराब की रोकथाम बाबत चलाये जा रहे अभियान के तहत हरलालसिंह स.उ.नि. मय पुलिस पार्टी थाना पचपदरा द्वारा कस्बा पचपदरा में मुलजिम ओमप्रकाश पुत्र मांगीलाल खारवाल नि. पचपदरा के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स के 48 पव्वे अंग्रेजी शराब व 48 पव्वे देशी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना पचपदरा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
निजी वाहन चालक को पीटा
बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर एक निजी वाहन के चालक को पित कर वहां के साथ तोड़फोड़ करने वाले लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया मोहम्मदखां पुत्र कायमखां मुसलमान नि. भणीयाणा, पोकरण ने मुलजिम भानू प्रतापसिंह गांव ताणू वगेरा 45 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा कलेक्ट्रेट गेट के आगे मुस्तगीस की बस के आगे अपनी गाड़ी नम्बर आरजे 04 टीए 3250 देकर मुस्तगीस से शराब के लिए पैसे मांगना नही देने पर मारपीट कर बस के कांच तोड़ना व रूपये चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

राज कार्य में बाधा
बाड़मेर आसूराम पुत्र नवलाराम जाट नि. खारड़ा चारणान हाल प्र.अ. रा.प्रा.वि. गुलाणी भीलो की ़ाणी, खारड़ा भारतसिंह ने मुलजिम बुधाराम पुत्र धीराराम भील नि. खारड़ा चारणान वगेरा 4 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगिस को सरकारी स्कुल में राजकार्य करते समय कार्य में बाघा पहुंचाना व मारपीट करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।


रुपये हड़पने का मामला
बाड़मेर गिरधारीलाल पुत्र तुलछाराम जाट हाल सिणधरी रोड़ बाड़मेर ने मुलजिम दलवती पत्नि चिमाराम जाट नि. विशाला हाल गांधीनगर बाड़मेर वगेरा 4 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगिस के बचत खाते की राशि 17100/रूपये हड़प कर अमानत में खयानत करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
दहेज़ प्रताड़ना का मामला दर्ज

बाड़मेर श्रीमति खुशबू उर्फ खुशानी पत्नि वृजकुमार उर्फ विजयकुमार नाई नि. रूपनगर बाड़मेर ने मुलजिम वृजकुमार उर्फ विजयकुमार निवासी विधानगर जयपुर वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगिसा को दहेज के लिए प्रताड़ित करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

सत्यमेव जयते: आमिर ने बताई पानी की कीमत

सत्यमेव जयते: आमिर ने बताई पानी की कीमतइस हफ्ते आमिर खान ने "सत्यमेव जयते"शो दिखाया कि देश को कैसे पानी किल्लत का सामना करना पड़ रहा हैं। आज हमारे देश के हजारों गांव ऎसे हैं,जहां लोगों तक पीने का पानी नही पहुंचता। ऎसे में इन लोगों को पानी के लिए मीलों दूर का सफर तय करना पड़ता हैं। गांव तो गांव शहरों के हालात भी अच्छे नहीं कहे जा सकते।

महाराष्ट्र के उस्मान नगर में तो पिछले करीब 15 सालों से पानी नहीं आया। यहां के लोगों को टैंकर से ही पानी सप्लाई किया जा रहा है। ऎसे में पानी के लिए लोगों के बीच मारपीट होना आम बात हो गई है। पिछले दिनों पानी को लेकर हुए झगड़े में यहां एक युवा को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। शो में दिखाया गया कि महाराष्ट्र में कई ऎसे गांव है जहां टैंकर से पानी सप्लाई किया जाता हैं। पानी के लिए लोगों को अपना काम छोड़ कर लाइनों में लगाना पड़ता है।

राज्यों में पानी की समस्या इतनी गहरा गई है कि नदियों के पानी बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा हैं। शो में एक सामाजिक कार्यकत्ताü ने बताया कि शहरों में सड़क निर्माण से बारिश का पानी धरती में नहीं समा पाता और नालों में व्यर्थ बह जाता हैं। पहले तालाब बनाए जाते थे जिनमें बारिश का पानी जमा हो जाता था लेकिन अब तालाब देखने को नहीं मिलते। इसलिए बारिश का पानी यूं ही बहकर बर्बाद हो जाता है। जिससे कई बार बाढ़ के हालात हो जाते हैं।

40 लाख का सट्टा पकड़ा

40 लाख का सट्टा पकड़ा
जोधपुर। पुलिस की विशेष टीम ने शनिवार देर रात मोती चौक स्थित एक मकान में दबिश देकर करीब चालीस लाख रूपए से अधिक का सट्टा पकड़ा। वहां से एलसीडी, लेपटॉप, वुफर, स्पीकर, 19 मोबाइल सहित अनेक इलेक्ट्रोनिक सामान जब्त किए गए। घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे होने से आरोपी भाग निकले।

सहायक पुलिस आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि मोती चौक फरासों का बंगला निवासी असलम पुत्र मोहम्मद अशफाक के घर में भारत व श्रीलंका के बीच खेले गए एक दिवसीय क्रिकेट मैच पर बड़े पैमाने पर सट्टा लगाए जाने की सूचना मिली। इस पर एसीपी शर्मा के निर्देशन में कोतवाली थाना प्रभारी ओमप्रकाश किलानिया, ढगलाराम, एएसआई लादूराम, कांस्टेबल कमरूद्दीन, पुनीत त्यागी, भोमदान व नाथूराम ने वहां दबिश दी, लेकिन सीसीटीवी कैमरे से पुलिस को देखकर असलम वहां से भाग निकला। परिजनों ने भी दरवाजे बंद कर दिए। कांच तोड़कर पुलिस अन्दर घुसी और एलसीडी, दो वुफर, सात स्पीकर, तीन रिमोट, 19 मोबाइल, केलकुलेटर, सीसीटीवी कैमरा, लेपटॉप, डिश व सैटटॉप बॉक्स तथा हिसाब के रजिस्टर आदि जब्त किए। रजिस्टर से करीब चालीस लाख रूपए से अधिक के हिसाब-किताब का पता चला है।

"अकाल से निपटने की तैयारी शुरू"

"अकाल से निपटने की तैयारी शुरू"
जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे देश में मानसून देरी से आ रहा है और मानसून कमजोर भी है। अकाल की संभावना को देखते हुए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। वे शनिवार को सारण नगर में रेलवे ओवरब्रिज व सीवरेज कार्य के शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि यदि किसी व्यक्ति को नरेगा में काम करते हुए 100 दिन हो गए हैं तो भी वह अकाल-सूखे की स्थिति में अतिरिक्त रोजगार चाहेगा तो एक लाख लोगों को 100 दिनों का अतिरिक्त रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।

तीन-तीन खून से शहर लहूलुहान, हत्यारे गिरफ्त से बाहर

 
जयपुर। एक ही दिन में शहर में तीन मर्डर हुए। एक बारह साल के बच्चे, सचिवालय के बाबू और युवक के हत्यारे पुलिस की पहुंच से 24 घंटे बीतने के बाद भी दूर है। जयपुर पुलिस के लिए शनिवार का दिन काफी मशक्कत भरा रहा। सुबह हसनपुरा में एक लाश मिली। दोपहर में सांगानेर सदर थाना इलाके में एक और लाश मिलने से पुलिस वालों की परेड हो गई।

पुलिस ने सीतापुरा औद्योगिक एरिया से बिहार निवासी श्यामसुंदर शर्मा का शव बरामद किया। श्यामसुंदर जयपुर में लेबर का काम करता था। पुलिस ने बताया कि उसके दोस्त नीलेश ने ही उसकी 17 जुलाई को हत्या कर दी और पीएनबी बैंक के पीछे बने कारखाने की खाली जमीन में गाड़ दिया। परिजनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट पर जांच करते हुए पुलिस नीलेश तक पहुंची। पूछताछ में नीलेश ने अपराध कबूल कर लिया।

युगों तक याद रहेगा वीरमदेव का बलिदान


युगों तक याद रहेगा वीरमदेव का बलिदान


तलवार की भेंट



दी जनरल मर्चेंट एसोसिएशन जालोर की ओर से अतिथियों का बहुमान किया गया। साथ ही जोधपुर और सिरोही के पूर्व नरेश व आयोजक महेंद्र कुमार मुणोत को तलवार भेंट की गई।

बाजार रहा बंद

मूर्ति अनावरण समारोह को लेकर शहरवासियों में गजब का उत्साह देखा गया। हर उम्र वर्ग के लोग मूर्ति अनावरण समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचे। इस दौरान बाजार में सभी प्रतिष्ठान दिनभर बंद रहे। बड़ी संख्या में शहरवासी और व्यवसायी अनावरण समारोह में मौजूद थे।

विधायक ने की 10 लाख की घोषणा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जालोर विधायक रामलाल मेघवाल ने कहा कि जालोर में ऐतिहासिक संपदा की भरमार है, जिसे सहेजने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुर्ग को संरक्षित करने के लिए सड़क की जरूरत है। इसके साथ ही यहां म्यूजियम भी बनना चाहिए। उन्होंने म्यूजियम निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की घोषणा की। वीरमदेव क्षत्रिय शिक्षण संस्थान जालोर के अध्यक्ष रतनसिंह राठौड़ ने विधायक की इस घोषणा पर म्यूजियम के लिए 1 बीघा जमीन देने की घोषणा की। साथ ही कहा कि जालोर की टुकाली पहाड़ी पर साल के अंत तक वीर वीरमदेव की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।

जालोर. अनावरण के बाद वीरमदेव की प्रतिमा।


शहर के वीरमदेव चौक में स्थापित वीर वीरमदेव की प्रतिमा का अनावरण

सिरोही व जोधपुर के पूर्व नरेश ने भी की शिरकत

जालोर

शहर के वीरमदेव चौक में स्थापित महारावल वीरमदेव सोनगरा चौहान की प्रतिमा का अनावरण पं. पवन दाधीच के आचार्यत्व में पूर्व नरेश जोधपुर गजसिंह व सिरोही के पूर्व नरेश रघुवीरसिंह ने शनिवार को किया। इस दौरान लोगों ने पूर्व नरेशों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। प्रतिमा के अनावरण पर पूरा पांडाल वीर वीरमदेव के जयकारों से गूंज उठा। अनावरण के बाद अतिथियों का सम्मान किया गया। इस मौके पर जोधपुर पूर्व नरेश ने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें वीर वीरमदेव की प्रतिमा अनावरण समारोह में भाग लेने का अवसर मिला। वीरमदेव वीर और साहसी थे, जिन्होंने मृत्यु पर्यंन्त राष्ट्र धर्म का निर्वहन किया। उन्होंने कहा कि जालोर की ऐतिहासिक संपदा की सुरक्षा जरूरी है। पुरातत्व विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए। वहीं उन्होंने जालोर दुर्ग और इसकी ऐतिहासिक संपदा को संरक्षित करने के लिए पूरा सहयोग देने की बात कही। इसी प्रकार सिरोही के पूर्व नरेश ने जालोर की ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि की जानकारी दी। 

उन्होंने कहा कि जालोर वीरों, शूरवीरों और महापुरुषों की भूमि है। यहां के वीर पुरुषों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राणों का उत्सर्ग किया। उन्होंने वीर वीरमदेव के मातृभूमि प्रेम पर प्रकाश डाला। उन्होंने जालोर दुर्ग पर अल्लाउद्दीन के विभिन्न आक्रमणों के घटनाक्रमों तथा आमजन व राजपूतों की शूरवीरता की जानकारी दी। साथ ही वीरम-फिरोजा के प्रेम प्रसंग और उसके समानांतर चलते रहे युद्धों व वीरमदेव की वीरगति पर पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सही मायने में वीरमदेव की अमरगाथा को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वर्तमान समय में वीरमदेव जैसे राष्ट्रभक्त की जरूरत है। पूर्व विधायक टीकमचंद कांत ने जिले की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी देते हुए आयोजन के लिए भामाशाह परिवार का आभार जताया। उन्होंने यहां प्रचलित विभिन्न लोकमान्यताओं और ऐतिहासिकता के आधार पर वीरमदेव का चरित्र चित्रण किया। भामाशाह महेंद्र कुमार मुणोत ने कहा कि इस महान वीर पुरुष की नई प्रतिमा की स्थापना जिलेवासियों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में सहयोग कर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कार्यक्रम को नेता प्रतिपक्ष मंजू सोलंकी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष जालमसिंह, कालूराज मेहता, डूंगरचंद शाहजी, चितलवाना से मोहनसिंह व राजेंद्र सोलंकी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इसे पूर्व हिंदू युवा संगठन की ओर से भी पूर्व नरेशों का स्वागत किया गया। इस दौरान जिला अध्यक्ष सुरेश सोलंकी, प्रवक्ता प्रवीणनाथ गोस्वामी, कोषाध्यक्ष मूलाराम प्रजापत, सह कोषाध्यक्ष मंगलाराम, ललित खत्री समेत कई जने मौजूद थे।


LIVE : प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति चुनाव जीते

 

नई दिल्ली. प्रणब मुखर्जी ने राष्‍ट्रपति चुनाव में पीए संगमा को हरा दिया है। प्रणब मुखर्जी अब 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इसी बीच संसद भवन में वोटों की गिनती का काम जारी है। प्रणब मुखर्जी की जीत लगभग तय है। हालांकि जीत का औपचारिक ऐलान होना अभी बाकी हैं लेकिन प्रणब के प्रशंसकों ने दिल्‍ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक उनके घर के बाहर जश्‍न मनाना शुरू कर दिया है।


संसद भवन के हॉल नंबर 63 में वोटिंग का काम चल रहा है। सांसदों के वोटों की गिनती का काम पूरा हो गया है। प्रणब मुखर्जी को 527 जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी पी ए संगमा को 206 सांसदों के वोट मिले हैं। 15 सांसदों के वोट अवैध घोषित किए गए हैं।



सांसदों के वोटों की गिनती के बाद अब विधायकों के वोट गिने जा रहे हैं। अब तक प्रणब को मिले वोटों का मूल्‍य 5 लाख 58 हजार 720 है, जबकि संगमा को मिले वोटों का मूल्‍य 2 लाख 13 हजार 641 है। प्रणब को जैसे ही 5 लाख 25 हजार 140 वोट मिलते हैं, वो राष्‍ट्रपति पद के लिए विजयी घोषित कर दिए जाएंगे।

वोटिंग के मद्देनजर संसद भवन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सरकार की तरफ से पी चिदंबरम, पवन बंसल, नारायणसामी, गिरिजा व्‍यास सरीखे कई बड़े नेता मतगणना स्‍थल पर मौजूद हैं।

ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस का समर्थन मिलने के बाद मुखर्जी की जीत और पुख्ता हो गई। यूपीए के घटक दलों के साथ ही एसपी, बीएसपी, लेफ्ट पार्टियां और विपक्षी गठबंधन एनडीए के जद-यू और शिवसेना भी पूर्व वित्तमंत्री को समर्थन दे रहे हैं। यूपीए का दावा है कि प्रणब को करीब 70 फीसदी वोट मिलेंगे। कुछ विपक्षी पार्टियों ने संगमा को समर्थन दिया। 19 जुलाई को राष्ट्रपति चुनावों के लिए विधायकों और सांसदों ने मतदान किया था। वोट संख्या कुल 11 लाख है। इसमें से 72 प्रतिशत ही मतदान हुआ। जो करीब 8 लाख है। मुखर्जी को 5.6 लाख वोट मिलने की उम्मीद है।

हालांकि, उन्हें राष्ट्रपति भवन पहुंचने में कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म होगा। नए राष्ट्रपति को 25 जुलाई को शपथ दिलाई जाएगी।

निखरेगा चौराहों का नूर, सुधरेंगे पार्क


निखरेगा चौराहों का नूर, सुधरेंगे पार्क


अनुपम मिशन योजना के तहत सांई कृपा सोसायटी ने सभी चौराहों को गोद लेने की पहल की।
इसी सप्ताह बैठक में तय की जाएगी प्रक्रिया।



जैसलमेर  पर्यटन नगरी के सौंदर्य को निखारने के लिए शुरु की गई अनुपम मिशन योजना से जुडऩे के लिए कई संस्थाएं व कंपनियां आगे आ रही है। शहर की सुंदरता को बढ़ाने एवं बदहाल पार्क व चौराहों की स्थिति को सुधारने के लिए कलेक्टर की पहल पर प्रारंभ हुई अनुपम मिशन योजना के तहत शहर के चौराहों व पार्कों को गोद लेने में एनजीओ तथा कंपनियां आगे आ रही है। इस योजना के तहत पहल करते हुए सांई कृपा क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी ने शहर के चौराहों को गोद लेने का प्रस्ताव परिषद के पास भिजवाया है। अगर प्रक्रिया शीघ्र ही संपन्न होती है तो शहर का नूर बदलने वाला है। चौराहों का सौंदर्यीकरण होगा साथ ही पार्कों का भी विकास होगा। 

साईं कृपा सोसायटी ने मांगें चौराहा : परिषद के आयुक्त ने बताया कि शहर के दस चौराहों के सौंदर्य करण व उनके रखरखाव के लिए सांईकृपा सोसायटी द्वारा आवेदन किया गया है। सोसायटी ने सभी चौराहों के सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी चाही है। जिस पर सहमति के लिए इसी सप्ताह बैठक रखी गई है। इसी प्रकार पार्कों की बदहाली दूर करने के लिए भी कई आवेदन आए हैं।

इसी सप्ताह तय होगी प्रक्रिया: शहर के चौराहों व पार्कों की बदहाली दूर करने के लिए इसी सप्ताह कलेक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में बैठक रखी गई है। जिसमें जिले की प्रमुख कंपनियों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में पार्कों व चौराहों को गोद देने के लिए प्रक्रिया एवं अन्य आवश्यकताओं पर चर्चा की जाएगी। परिषद के आयुक्त आरके माहेश्वरी ने बताया कि जुलाई माह के अंत तक सारी प्रक्रिया पूरी कर पार्क व चौराहे गोद दे दिए जाएंगे।

PHOTOS: 'यहां' बहू-बेटियां बेचती हैं 'जिस्म', तब बुझती है पेट की आग!


PHOTOS: 'यहां' बहू-बेटियां बेचती हैं 'जिस्म', तब बुझती है पेट की आग!PHOTOS: 'यहां' बहू-बेटियां बेचती हैं 'जिस्म', तब बुझती है पेट की आग!PHOTOS: 'यहां' बहू-बेटियां बेचती हैं 'जिस्म', तब बुझती है पेट की आग!PHOTOS: 'यहां' बहू-बेटियां बेचती हैं 'जिस्म', तब बुझती है पेट की आग!PHOTOS: 'यहां' बहू-बेटियां बेचती हैं 'जिस्म', तब बुझती है पेट की आग!PHOTOS: 'यहां' बहू-बेटियां बेचती हैं 'जिस्म', तब बुझती है पेट की आग!



हैदराबाद. यह जगह दस साल से सूखे की चपेट में है। जमीन बंजर हो चुकी है। फसल नहीं होने की वजह से पेट में आग लगी है। हालात के मारे लोग पेट की आग बुझाने के लिए अपनी बहू-बेटियों के जिस्म का सौदा करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिला की।



आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ को उतारने के लिए यहां के किसान अपने घर की महिलाओं को दलालों के हाथों बेच रहे हैं। ये लड़कियां दिल्ली और मुंबई के रेड लाइट एरिया में सप्लाई की जाती हैं।लगातार बढ़ते प्रदूषण ने प्रकृति को बहुत प्रभावित किया है जिससे जल, जमीन और जंगल के साथ-साथ जीवन का रंग ही उड़ता जा रहा है। इसी का दुष्प्रभाव है कि यहां पांच साल में एक बार आने वाला सूखा अब हर दूसरे साल आता है। इससे जमीन बंजर हो गई है। दाने-दाने के मोहताज लोग पेट पालने के लिए घर की इज्जत बेचने को मजबूर हैं। उधर, सरकार की लापरवाही से यह जिला अब महिलाओं की खरीद-फरोख्त का बाजार बनता जा रहा है।यहां के एक किसान के मुताबिक उसका परिवार अनंतपुर के कदरी में रहता है। सूखे के प्रकोप से खेत सूख चुके हैं। सभी दाने-दाने को मोहताज है। ऐसे भीषण हालात में इस किसान को बस एक ही रास्ता नजर आया। उसने अपनी बेटी का सौदा मुंबई में कर दिया। हाथ में जब पैसा आया तो फसल खड़ी हो गई, लेकिन एक बार फिर सूखे की मार ने खेती को तबाह कर दिया।वह बताते हैं कि हमें सरकार ने दो एकड़ ज़मीन दी थी, पर वो खेती लायक नहीं है। खेती के लिए पैसे की जरूरत थी। हमारे सामने कोई चारा नहीं रह गया था। बेटी को मुंबई भेजने से जो पैसा आया उसे खेत में लगाया, पर फसल दुबारा खराब हो गई और हम कंगाल हो गए। सरकार कोई सुध नहीं ले रही है।एक पीड़ित लड़की के मुताबिक, खेती के लिए पैसा चाहिए। इसलिए उसे बेच दिया गया। यह कहा गया कि अब मुश्किलें दूर हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वह अकेली महिला नहीं, जिसे तंगी ने जिस्म के धंधे में धकेला हो। पूरे इलाके में ऐसी कई अभागी महिलाएं मिलेंगी जो किसी की बेटी हैं तो किसी की पत्नी और सूखे के बाद पैदा हुए हालात से लड़ने के लिए जिस्मफरोशी के घिनौने बाजार में बिकने को मजबूर हो गईं।किसान ही नहीं, खेतिहर मजदूरों के घरों में भी चूल्हे की आंच ठंड पड़ चुकी है। बेटियों-बहुओं को बिकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। नालामाडा में रहने वाली पांच महिलाएं दिल्ली के जिस्म के दलालों के हाथों से निकलकर वापस अपने घर पहुंची हैं, लेकिन लौटने के बाद यहां के हालात इनके लिए और बदतर हो चुके हैं।दो महिलाएं एचआईवी का शिकार हो चुकी हैं तो बाकी गरीबी और भुखमरी में घुट-घुटकर जीने को मजबूर हैं। दिल्ली जाने के बाद मिला पैसा न तो इनके परिवार के हालात सुधार सका और न ही घर पर दोनों वक्त का खाना ही मयस्सर हो पाया। ऊपर से सरकारी अनदेखी इनकी तकलीफ को और बढ़ाती है। अब ये इतनी मायूस हो चुकी हैं कि वापस जिस्म के दलदल में उतरने के लिए सोच रही हैं।अनंतपुर आंध्र प्रदेश के रायलसीमा इलाके के उन चार जिलों में है, जहां पिछले दस साल से सूखा पड़ रहा है। कुछ इलाके तो भयंकर सूखे की चपेट में हैं। इन इलाकों के लिए बनी सरकारी योजनाएं फाइलों की शोभा बढ़ा रही हैं। मगर जमीन पर इनका कोई वजूद नहीं दिखता। किसानों को कोई राहत नहीं है। यही वजह है कि गरीबी, बेबसी और लाचारी में जनजाति बहुल यह इलाका जिस्मफरोशी की मंडी बनता जा रहा है।अनंतपुर में हर पांच में से तीन साल सूखा पड़ता है। पिछले साल यह देश का दूसरा सबसे कम बारिश वाला जिला था। 19 हजार में से 10 हजार हेक्टेयर जमीन का दारोमदार सिर्फ बारिश पर है। सूखे ने पिछले साल 50 किसानों को खुदकुशी के लिए मजबूर किया, जबकि 10 साल में यहां करीब 700 किसान खुदकुशी कर चुके हैं।

शनिवार, 21 जुलाई 2012

LIVE: इरफान ने दिया पहला झटका, दिलशान आउट


 
हंबनतोता. 315 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका ने 1 विकेट गंवा कर 18 रन बना लिए हैं। कुमार संगकारा और उपुल थरंगा क्रीज पर हैं।

इंडिया को पहली सफलता इरफान पठान ने दिलाई। पठान ने ओपनिंग बैट्समैन दिलशान को 6 रन के स्कोर पर LBW आउट किया।


भारत ने दी 315 रन की चुनौती


विराट कोहली के शतक और वीरेंद्र सहवाग व सुरेश रैना की अर्धशतकीय पारियों के दम पर भारत ने श्रीलंका के सामने 315 रन की चुनौती रखी। हंबनतोता में हो रहे सीरीज के पहले वनडे मैच में मेजबान श्रीलंका को जीत के लिए 315 रन बनाने होंगे।


टीम इंडिया के लिए कोहली ने बेहतरीन 106 रन बनाए। शुरुआत में लकी रहे वीरेंद्र सहवाग दुर्भाग्यशाली ढंग से 96 रन बना कर रन आउट हुए। सुरेश रैना ने 50 रन की पारी खेल कर टीम का स्कोर 300 पार पहुंचाने में अहम रोल निभाया।


कोहली की रिकॉर्डतोड़ पारी


विराट कोहली ने महज 83 पारियां खेल कर वनडे करियर में 12 शतक पूरे किए। इतनी कम पारियों में 12 सेंचुरी लगाने वाले वे दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं। इसके अलावा उन्होंने सचिन तेंडुलकर के लगातार पांच मैचों में फिफ्टी प्लस के स्कोर के रिकॉर्ड की भी बराबरी की। वनडे में यह कारनामा करने वाले वे तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने। गौतम गंभीर के सस्ते में आउट होने के बाद क्रीज पर आए कोहली ने अपनी पारी में 113 गेंदों का सामना करते हुए 9 चौकों की मदद से 106 रन बनाए। इस पारी में उन्हें एक जीवनदान भी मिला।

शतक से चूके सहवाग

टीम इंडिया के स्टार ओपनर वीरेंद्र सहवाग करियर के 16वें शतक से महज चार रन से चूक गए। उन्हें पारी की शुरुआत में तीन जीवनदान मिले, लेकिन शतक के करीब पहुंच कर वे दुर्भाग्यशाली ढंग से रन आउट हो गए। दिलशान ने एक बार उनका कैच टपकाया और एक बार उन्हें रन आउट करने का मौका गंवाया। इसके बाद 11वें ओवर में उन्होंने मिड ऑफ की तरफ एक कैच उठाया। नुवान कुलसेखरा ने आगे की ओर डाइव लगाते हुए उनका कैच लपका, लेकिन टीवी रिप्ले देखने के बाद अंपायरों ने इस अवैध करार दे कर वीरू को एक और जीवनदान दे दिया।


सहवाग ने अपनी पारी में 97 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौकों की मदद से 96 रन बनाए। यह छठा मौका है जब सहवाग नर्वस नाइंटीज के शिकार हुए हैं।



रैना ने धोनी संग जमाया रंग

लंबे समय से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे रैना ने रंग में लौटते हुए अर्धशतकीय पारी खेली। उन्होंने 3 चौकों और 1 छक्के की मदद से 45 गेंदों पर 50 रन बनाए। उन्होंने कप्तान धोनी (35 रन) के साथ मिल कर 5वें विकेट के लिए 79 रन जोड़े।


हैट्रिक से चूके परेरा


भारतीय पारी के अंतिम ओवर में थिसारा परेरा ने पहली दो गेंदों पर सुरेश रैना और कप्तान धोनी को आउट किया। उनके पास हैट्रिक लगाने का सुनहरा मौका था, लेकिन वे चूक गए। उन्होंने तीसरी गेंद पर इरफान पठान के खिलाफ LBW और कैच की एक साथ अपील की थी, लेकिन दोनों ही खारिज हो गईं।



टॉस - भारत ने किया पहले बल्लेबाजी का फैसला।




टीम कॉम्बिनेशन - कप्तान धोनी ने इरफान पठान को बतौर ऑलराउंडर एकादश में शामिल किया है। दोनों स्पिनर्स आर अश्विन और प्रज्ञान ओझा को भी मौका दिया गया है। तेज गेंदबाजों में जहीर खान और उमेश यादव टीम में हैं।

बाड़मेर पुलिस डायरी आज की अपराध की खबरे


बाड़मेर पुलिस डायरी आज की अपराध की खबरे 

96 पव्वे अवैध देशी शराब बरामद मुलजिम गिरफ्तार 

  बाड़मेर जिला पुलिस ने अवेध शराब बेचने वालो के खिलाफ कार्यवाही कर शराब बरामद कर एक जने को गिरफ्तार किया हें पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की जिले में अवेध शराब की रोकथाम बाबत चलाये जा रहे अभियान के तहत शिवदानसिंह स.उ.नि. मय पुलिस पार्टी थाना कोतवाली द्वारा थार गैस एजेन्सी के पास में मुलजिम ांकरलाल पुत्र मोहनलाल खटीक के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की देशी शराब के 96 पव्वे बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 

अवेध डोडा पोस्त सहित एक  गिरफ्तार 

बाड़मेर जिले में मादक पदार्थो की रोकथाम बाबत चलाये जा रहे अभियान के तहत श्री जयराम उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना गुड़ामालानी मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर रामजी का गोल पर मुलजिम विक्रमजीतसिंह पुत्र देवीदयालसिंह राजपूत निवासी पंजाब को गिरफ्तार कर उसके कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स का 6 किलो डोडा पोस्त बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गुड़ामालानी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 



आगजनी की घटनाओ के मामले 

बाड़मेर जिले में दो स्थानों पर आगजनी की घटनाओ के मामले दर्ज हुए . भारूराम पुत्र गोरधन राम जाट नि. रतेउ ने मुलजिम देराजराम पुत्र जीवणाराम कुम्हार नि. रतेउ वगैरा तीन के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मौजा रतेउ में स्थित मुस्तगीस के केबिन पर पेन्ट्रोल छिडक कर आग लगाना जिससे आस पास के 6 केबिन जल जाना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह मेघाराम पुत्र गेनाराम कलबी नि. सिधासवा ने मुलजिम सांवलसिह पुत्र जबरसिह राजपूत नि. बांटा वगैरा तीन के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के खेत मे प्रवेशकर खेत का सो जलाना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गुड़ामालानी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

दहेज़ प्रताड़ना के मामले दर्ज 

बाड़मेर जिले के सदर और बायतु थाना में दहेज़ प्रताड़ना के मामले दर्ज किये गए .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की पपूदेवी पुत्री छगनाराम भील नि. हाल विशाला आगौर ने मुलजिम खेताराम पुत्र किसनाराम भील नि. लखवारा वगैरा तीन के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुल.द्वारा मुस्त.को दहेज की मांग को लेकर मारपीट करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।इसी तरह  श्रीमति मिरो पत्नि रामाराम जाट नि. बायतू भीमजी ने मुलजिम रामाराम पुत्र हीराराम जाट नि. बायतू भीमजी वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगिसा को दहेज की मांग को लेकर मारपीट करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बायतू पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। 


बाड़मेर पुलिस कप्तान ने दो लडकियों की पेदाईस के बाद घर से निकाली विवाहिता का घर पुनः बसाया


बाड़मेर पुलिस कप्तान ने दो लडकियों की पेदाईस  के बाद घर से निकाली विवाहिता का घर पुनः बसाया 


बाड़मेर बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने चाँद रोज पूर्व दो बालिकाओ के जन्म के कारण घर से बदर की विवाहिता कांता को उसके ससुराल वालो ने घर से बदर कर दिया था ,उसके ससुराल वाले किसी भी किम्मत पर कांता और उसकी दो मासूम बालिकाओ को वापस घर लाने के इच्छुक नहीं थे ,जिसके चलते  कांता ने अपने पति सहित ससुराल वालो के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत भी की थी ,मिडिया में यह सामने आने पर मानवाधिकार आयोग ने भी इस पर कार्यवाही शुरू कर दी थी ,इसी बीच बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने कान्ता के पति रूप किशोर और उसके पिटा को बुला कर समझईस की ,राहुल ने आज के समय में बेटियों के होने का महत्त्व समझाया साथ ही क़ानून प्रक्रिया की भी जानकारी दी ,राहुल ने उन्हें बेटियों के महत्त्व को समझाया जिस पर रूप किशोर और उसके पिटा कांता को वापस घर ले जाने तथा पूर्ण इज्ज़त के साथ रखने को राजी हो गए .आज काँटा पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट का आभार मानती हें ,उसका कहना हे की एस पी साहब की समझाईस के कारन आज मेरा घर वापस बस गया ,मुझे ससुराल में वोही मान सम्मान पुनः मिलाने लगा हें ,उसने स्वीकार किया की मज्बूरिवास उसने क़ानून का सहारा लिया था ,पुलिस अधीक्षक की सम्झईस के चलते मेरे पति और ससुर मुझे बा इज़त ससुराल वापस ले आये 


मामला क्या था पढ़े

एक नया मामला बाड़मेर जिले से आया हैं,जहां एक महिला को सात जन्म के कसम खाने वाले पति और ससुरालवालों ने इसलिए घर से बाहर निकाल दिया क्योंकि उसने लड़के की जन्म न देकर दो लड़कियां पैदा की ली.

पिछले पन्द्रह दिनों में जैसलमेर में चार कन्याओं के जन्म लेते ही उनको मार डालने की घटनाएं सामने आई हैं.

आधी रात निकाला घर से

उसके बाद बाड़मेर में दो लड़कियों के साथ इस महिला को उसके पति ने घर से आधी रात में निकाल दिया और उसे तनिक दया भी नहीं आई. दो लड़कियों
को उसने जन्म क्या दिया उस पर दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा और जिस व्यक्ति की अर्धांगिनी कहलाई उसी ने उसको घर से धक्के देकर घर से बाहर
निकाल दिया.

महिला के पिता सुखदेव गौड़ के अनुसार एक तरफ सरकार जहां लड़कियों को जन्म देने की बात कर रही हैं दूसरी तरफ लड़कियों को जन्म देने के बाद
उनकी माँ को इस कदर घर बदर कर दिया जाए तो कौन मां बेटियां पैदा करना चाहेगी!

विवाहिता ने आरोप लगाया कि बेटियां होने के कारण उसका पति व सास उसे परेशान करते हैं तथा उसके साथ मारपीट करते हैं. महिला ने हौसला दिखाया और अपनी बेटियों को बचाने की गुहार जिला प्रशासन और पुलिस से कर दी हैं.

अपने पीहर रह रही कांता ने एडीएम अरुण पुरोहित व रामसिंह मीणा एएसपी के समक्ष पेश होकर न्याय दिलाने की मांग की. ज्ञापन में उसने बताया कि
उसका विवाह फरवरी-2008 में रूपकिशोर के साथ हुआ था.

ससुराल पक्ष की ओर से पहली पुत्री के जन्म के बाद उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया था, जिस पर आपसी समझ पर 14 महीने बाद वापस ससुराल
भेजा गया. वहीं जब दूसरी बेटी का जन्म हुआ तो पति, सास व ससुर ने उसके साथ फिर से मारपीट करना शुरू कर दिया.

कांता ने बताया कि उसके पिता पेंशनभोगी है. दोनों बेटियों के भविष्य को देखते हुए उन्होंने पुलिस व प्रशासन से न्याय दिलाने की मांग की.

लड़कियों पैदा करना अपराध!

यकीनन यह दुखद घटना हैं. क्योंकि आज भी लड़कियों के जन्म के बादबाड़मेर जैसे इलाके में लड़कियों के पैदा होने पर खुशियां महसूस नहीं की जाती
बल्कि उन्हें या तो मार दिया जाता हैं या फिर लड़की को जन्म देने वाली मां को प्रताड़ित किया जाता हैं.

बाड़मेरबाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने चाँद दिनों पहले दो बालिकाओं  के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम सिंह मीणा के अनुसार इस मामले को गम्भीरता से पुलिस ले रही हैं और आवश्यक कार्रवाही की जाएगी.

आमिर खान टीवी चैनलों पर कन्या भ्रूण हत्या और महिला सशक्तिकरण की बातें भले ही कितनी भी क्यों न कर लें लेकिन धरातल पर आज भी लड़कियों के साथ वह बर्ताव होता हैं जो पुरुष प्रधान समाज की फितरत में शामिल हैं.

सीधे तौर पर लडकियां आज भी जलाकर मार दी जाती हैं या फिर घरों से निकाल दी जाती हैं.