गुरुवार, 14 जून 2012

सरहद बाड़मेर से अपराध समाचार ...पुलिस डायरी

हथकड़ी शराब सहित दो गिरफ्तार

सरहद बाड़मेर से अपराध समाचार ...पुलिस डायरी 

बाड़मेर जेस्टदान उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना कल्याणपुर मय पुलिस पार्टी द्वारा गांव रणीयादेशीपुरा में मुलजिम भीमसिंह पुत्र हीरसिंह राजपूत निवासी रणीयादेशीपुरा को गिरफ्तार कर उसके कब्जा से 5 बोतल हथकड़ी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कल्याणपुर पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
खीमसिंह स.उ.नि. पुलिस थाना समदड़ी मय पुलिस पार्टी द्वारा कस्बा समदड़ी में मुलजिम सवाराम पुत्र देवाराम साहूकार निवासी सावंरड़ा को गिरफ्तार कर उसके कब्जा से 1 बोतल हथकड़ी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना समदड़ी पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।


शांन्ति भंग के आरोप में एक गिरफ्तार

बाड़मेर पुलिस थाना गिड़ा के हल्खा क्षेत्र गांव कुम्पलिया में गेरसायल राणाराम पुत्र मालाराम जाट निवासी धाटो की ़ाणी द्वारा शांन्ति भंग करने पर श्री मगाराम हैड कानि. पुलिस थाना गिड़ा द्वारा गिरफ्तार किया गया।

वाहन चोरी

बाड़मेर पुरूषोतम पुत्र बन्शीधर अग्रवाल नि. बालोतरा ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम द्वारा मुस्तगीस की मोटरसाईकल नम्बर आरजे 04 एसबी 3625 को चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

--

जुआ खेलने वालो के विरूद्व पुलिस की कार्यवाही,

जुआ खेलने वालो के विरूद्व पुलिस की कार्यवाही, 

पुलिस थाना सदर में चार गिरफ्तार


बाड़मेर बाड़मेर सदर पुलिस ने जुआ खेलते चार जानो को गिरफ्तार किया .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की गोविन्दराम उप निरीक्षक पुलिस थाना सदर मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर पुलिस थाना सदर के हल्खा क्षेत्र लंगेरा रोड़ पर ताश की पत्ती पर जुआ खेल कर एक को लाभ व दुसरे को हानि पहुंचाते हुए मुलजिम जगदीश पुत्र मांगीलाल सोनी निवासी कल्याणपुरा प्रवीणकुमार पुत्र लीलचन्द सोनी मोहनलाल पुत्र नारायणदास सोनी व मनसुखदास पुत्र जीवणलाल सोनी निवासियान रायकॉलोनी बाड़मेर को गिरफ्तार कर इनके कब्जा से पेन, पर्चिया, ताश व इक्कीस सौ पचीस रूपये जुआ राशी बरामद कर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता हासिल की।

सार्वजनिक टाँके यानी आत्महत्या का घर


सत्तर से अस्सी फीसदी महिलाओ की आत्महत्या करने की पसंददीदा जगह टाँके 

सार्वजनिक टाँके यानी आत्महत्या का घर


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में विभिन्न सरकारी योजनाओ में पेयजल संग्रहण के लिए प्रत्येक गाँव ढाणी में सार्वजानिक और व्यक्तिगत टाँके बनाये जाते हें .यह टाँके बाड़मेर में मौत का दूसरा रूप बन चुके हें .बाड़मेर जिले में प्रतिवर्ष लगभग तीन सौ आत्महत्या के मामले दर्ज होते हें जिनमे स्तर फीसदी मामलो में मृतक टाँके में कूद कर आत्महत्या करने के मामले सामने आये हें ,बाड़मेर के गाँव धानियो में आत्महत्या करने के सुलभ तरीको में सर्वाधिक पसंददीदा पानी के टाँके हें वहीं दूसरे स्थान पर खेजड़ी के पेड़ हें जिस पर फंदा लगा कर महिलाए और पुरुष आत्महत्या करते हें .सबसे चौंकाने वाला तथ्य हें की महिलाए जो आत्महत्या करती हें उन्हें मौत का जरिया पानी के टाँके बनाने सर्वाधिक सोहालियत पूर्ण लगते हें ,जिले के विभिन्न थानों में दर्ज होने वाले आत्महत्या के मामलो में स्तर से अस्सी फीसदी आत्महत्या करने वाले टांको को माध्यम चुनते हें मौत का उसके बाद खेजड़ी के पेड़ से फंदा लगाना वहीं शहरी क्षेत्रो में आत्महत्या का सर्वाधिक पसंदीदा जरिया रेल हें प्रतिवर्ष चालीस से पचास लोग रेल के आगे कूद कर आत्महत्या करते हें ,पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना हें की गाँवो में मामूली बात पर घरेलु झगड़ो से परेशान होकर अधिकांस महिलाए नजदीकी पानी के टांको में कूद कर अपनी इहलीला समाप्त करती हें .इधर सरकारी योजनाओ में बाड़मेर जिले में पानी की किल्लत को ध्यान में रख कर स्थानीय वासिंदो के के लिए बरसात के पानी को संगृहीत करने के लिए टांको के निर्माण का प्रावधान हें जिले में विभिन्न सरकारी योजनाओ में अब तक सात लाख से अधिक टांको का निर्माण हो चुका हें .जिले में एक भी ऐसा गाँव नहीं हें जहां टाँके में आत्महत्या का मामला दर्ज नहीं हुआ हो .
.

पत्रकार भी गिरफ्तार नक्सलियों को कारतूसों की सप्लाई का है आरोप




पत्रकार भी गिरफ्तार नक्सलियों को कारतूसों की सप्लाई का है आरोप

मदनवाड़ा दलम को की जानी थी डिलीवरी

पुलिस और एसआईबी की टीम कोंटा रवाना

रायपुर नक्सलियों को एके 47 और सेल्फ लोडिंग राइफलों (एसएलआर) के कारतूसों की सप्लाई के आरोप में पुलिस ने बुधवार की सुबह कोंटा के पत्रकार शेख अनवर को भी गिरफ्तार कर लिया। उसकी पत्नी अंजली चौहान और सहयोगी अब्दुल मुजीब को एक दिन पहले ही २७० कारतूसों के साथ पकड़ा गया था।

अनवर कारतूसों की खेप राजनांदगांव जिले के मदनवाड़ा इलाके में सक्रिय नक्सलियों के पास भिजवा रहा था। पुलिस को शक है कि जब्त कारतूस सीआरपीएफ और सुरक्षा बलों के जवानों से ब्लैक में खरीदे गए। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस और एसआईबी की टीमों को कोंटा रवाना किया गया है। पुलिस का आरोप है कि अनवर ने ही जगदलपुर में कारतूसों का पैकेट अंजली और मुजीब को दिया था। अपने साथी के साथ वह बाद में रायपुर आने वाला था। जिला स्पेशल ब्रांच (डीएसबी) के एएसपी आईएच खान ने बताया कि अनवर को मंगलवार रात रायपुर के स्टेशन रोड स्थित गीता होटल से हिरासत में लिया गया। वह अपनी सास व अंजली की मां भानकुमारी चौहान और बेटी सुनैना के साथ ठहरा था। हालांकि उस समय भान कुमारी का कहना था कि वह और अनवर अंजली के गायब होने की जानकारी मानवाधिकार आयोग समेत अन्य उच्च अधिकारियों को देने के लिए यहां आए थे। पुलिस को लगातार इस बात की सूचना मिल रही थी कि नक्सलियों के पास कारतूसों की कमी है। अंजली, उसके पति अनवर और मुजीब के बारे में और ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए रायपुर पुलिस और एसआईबी की एक टीम कोंटा रवाना हो चुकी है। वहां शेख अनवर और इशाक को सरकारी कारतूस दिलाने वाले की तलाश की जाएगी।

बच्चों से कराते थे न्यूड योगा,ओरल सेक्स



बच्चों से कराते थे न्यूड योगा,ओरल सेक्स

चंडीगढ़। हरियाणा के रोहतक का अपना घर अय्याशी का अड्डा बना हुआ था। यहां पांच से 10 साल के बच्चों से न्यूड योगा और ओरल सेक्स कराया जाता था। अपना घर की संचालिका जसवंती देवी का दामाद जय भगवान सिंह और ड्राइवर सतीश बच्चों को यह सब करने के लिए मजबूत करते थे। सतीश न्यूड योगा करते हुए फिल्म उतारता था। यही नहीं लड़कियों के गर्भवती होने पर उनका गर्भपात करा दिया जाता था। यहां रहने वाली एक महिला को तो एड्स से ग्रसित पाया गया है।

शादी की नौटंकी और सेक्स
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से गठित दो सदस्यीय पैनल ने अपनी रिपोर्ट में यह चौंकाना वाला खुलासा किया है। एडवोकेट अनिल मल्होत्रा और सुदीप्ति शर्मा ने बुधवार को हाईकोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट के मुताबिक अपना घर में रहने वाली लड़कियों को रसूखदार लोगों के सामने परोसा जा रहा था। लड़कियों को यह कहते हुए पुरूषों के गले में माला पहनाने के लिए मजबूर किया जाता था कि तुम्हारी शादी हो गई है। इसके बाद उन्हें शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा जाता था। रिपोर्ट के अनुसार अपना घर से दूसरी जगह शिप्ट की गई महिला को एचआईवी पोजिटीव पाया गया है। जसवंती देवी ने एक गूंगी और बहरी बच्ची को तीन बार बेचा था। एक अन्य बच्ची प्रेगनेंट हो गई थी। गौरतलब है कि हाल ही में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने हाल ही में अपना घर पर छापा मारा था।
नशा देकर होता था यौन शोषण
लड़कियों को टूथपाउडर के नाम पर दिया जाने वाला सफेद पाउडर नशा था जिसका इस्तेमाल लड़कियों के यौन उत्पीड़न के लिए किया जा रहा था। यही नहीं छोटे बच्चों को मंदिरों में चोरी करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था और इसके लिए उन्हें गंजा करके रखा जाता था। रिपोर्ट में बताया गया कि करनाल के नारी निकेतन में रहने वाली पांच लड़कियों ने कमेटी के समक्ष शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत की। लड़कियों ने कहा कि उन्हें जबरन गोलियां खिलाकर उनका गर्भपात कराया गया। पानीपत स्थित मदर टेरेसा मिशनरी ऑफ चेरेटी में रहने वालों की हालत तो ऎसी थी कि वे अपनी शिकायत भी नहीं बता पाए। उन्हें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि बच्चे नशे की हालत में हैं।

जोधपुर की ताज़ा खबरे .....पढ़िए



ग्रामसेवक रिश्वत लेते पकड़ा

जोधपुर। एसीबी ने बुधवार को जाखल ग्रामसेवक रणवीर कुमावत को दस हजार की रिश्वत राशि के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया। ग्रामसेवक ने यह राशि डेडवा खुर्द निवासी भगाराम मेघवाल मुख्यमंत्री आवास योजना की द्वितीय किश्त जारी करने के एवज में ली थी।




देवड़ा का ओबीसी में पहला स्थान
 
जोधपुर। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित प्री-राजस्थान इंजीनियरिंग टेस्ट (आरपीईटी) का परिणाम बुधवार को घोषित कर दिया गया। आरपीईटी में इस बार अलवर ने बाजी मारी। पहली व दूसरी मेरिट के अलावा टॉप 20 में पांच विद्यार्थी अलवर से है।

जल्द होगी काउंसलिंग
आरपीईटी सह-समन्वयक एमआर पुरोहित ने बताया कि आरपीईटी काउंसलिंग का कार्यक्रम जल्दी ही घोषित कर दिया जाएगा। आरपीईटी की सीटों का अभी निर्धारण नहीं हुआ है। गत वर्ष निर्धारित 54 हजार 446 सीटों में फेरबदल हो सकता है। वहीं आरपीईटी के जारी परिणाम में 65 हजार 200 तक मेरिट जारी की गई है। पुरोहित ने बताया कि आरपीईटी में पंजीकृत 70 हजार 450 में से 650 हजार 202 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

ओबीसी में अव्वल
पावटा सी रोड निवासी अंकित देवड़ा ने 120 में से 106 अंक प्राप्त कर आरपीईटी में छठवां व ओबीसी वर्ग में पहला स्थान प्राप्त किया। हाल ही में जारी एआईईईई के परिणाम में सामान्य वर्ग में 1833 व ओबीसी वर्ग में 177 स्थान प्राप्त किया साथ ही आईआईटी-जेईई में सामान्य वर्ग में 2856 व ओबीसी वर्ग में 375 स्थान प्राप्त किया। अंकित ने 12 वीं बोर्ड में 9 वां स्थान प्राप्त किया था। अंकित के पिता पृथ्वीसिंह व्यवसायी व माता साधना गृहिणी है। अंकित देवड़ा ने बताया कि वह आरपीईटी के स्थान पर आईआईटी को चुना है, साथ ही भविष्य में वैज्ञानिक बनना चाहता है।

चुनी आईआईटी की राह
रेजिडेंसी रोड निवासी अमोल अग्रवाल ने 105 अंक के साथ आरपीईटी में नौवां स्थान प्राप्त किया है। अमोल ने एआईईईई में 430 व आईआईटी-जेईई में 1949 स्थान प्राप्त किया है। अमोल के पिता डॉ. एएन मोदी एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में सह-आचार्य व माता हिमानी मोदी गृहिणी है। अमोल आरपीईटी के स्थान पर आईआईटी की राह चुनी है। अमोल ने बताया कि नियमित अध्ययन से उसने ये सफलता हासिल की है। अमोल ने आईएसएटी, बीआईटीएसएटी सहित अन्य परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है।

मैकेनिकल इंजीनियर का सपना
सरदारपुरा निवासी विनित गर्ग ने 120 में से 104 अंक प्राप्त कर आरपीईटी में तेरहवां स्थान पर कब्जा किया। मैकेनिकल इंजीनियरिंग बनने का लक्ष्य रहने वाले विनित भी आरपीईटी के स्थान पर आईआईटी जाना चाहते है। विनित ने आईआईटी-जेईई में 5302 व एआईईईई में1752 स्थान प्राप्त किया है। विनित के पिता राकेश गर्ग व्यवसायी व माता मंजू गर्ग गृहिणी है। 12 वीं कक्षा में 89 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले विनित ने एक वर्ष कोटा में रहकर परीक्षा की तैयारी की थी। नियमित रूप से 6 से 8 घंटे के अध्ययन से विनित ने यह सफलता हासिल की है।

एसीपी करेंगे शोभा मामले की जांच
जोधपुर। बाल विवाह ठुकराने के बाद जाति व समाज के तिरस्कार का सामना करने वाली शोभा चौधरी मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त (पूर्व) मनोज चौधरी करेंगे। वहीं, रातानाडा थाना प्रभारी को युवती तथा झंवर थाना प्रभारी को परिजनों की सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश भी दिए गए हैं। राजस्थान हाईकोर्ट से मिले निर्देशों के बाद पुलिस कमिश्नर भूपेन्द्र कुमार दक ने एसीपी चौधरी को मामले की जांच तथा उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना करने के निर्देश दिए। जो शोभा व परिजनों पर समाज से बहिष्कार तथा अर्थ दण्ड डालने को विवश करने वाले जातीय पंचों के खिलाफ जांच करेंगे। मामले की अगली सुनवाई चार जुलाई है।

ऎसे में एसीपी इससे पहले जांच रिपोर्ट पेश करेंगे। वहीं, रातानाडा स्थित कार्यशील महिला छात्रावास में रहने वाली शोभा की सुरक्षा के लिए दो महिला सिपाहियों को लगाया गया है। इसके अलावा पुलिस की फ्लाइंग को दिनभर छात्रावास के बाहर गश्त करने को निर्देशित किया गया है। सारथी ट्रस्ट की कृति भारती के अनुसार हाईकोर्ट के निर्देश व पुलिस की पहल के बाद शोभा और उसके परिजनों को संबल मिला है। वे पहले काफी सहमे हुए थे, लेकिन अब उनमें विश्वास जगा है। वे पहले से काफी सामान्य हुए हैं।

पोस्टमार्टम को लेकर जद्दोजहद

 पोस्टमार्टम को लेकर जद्दोजह

जैसलमेर। मण्डाई गांव में मंगलवार को नवजात बच्ची की मौत की सूचना मिलने के बाद बुधवार को पोस्टमार्टम करने पहुंची चिकित्सा, पुलिस और प्रशासन की टीम को परिजनों व ग्रामीणों का विरोध सहना पड़ा। काफी जद्दोजहद के बाद बच्ची के शव को जमीन से निकाला गया, लेकिन शव क्षत विक्षिप्त होने से उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया और टीम ने विसरा लेकर जांच के लिए भेजा।

गौरतलब है कि पुलिस व प्रशासन को सूचना मिली थी कि मण्डाई में गुड्डी कंवर पत्नी दिलीपसिंह के बच्ची पैदा हुई थी जिसकी मौत हो गई। इस पर मंगलवार को पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा टीम मण्डाई पहुंची लेकिन शाम हो जाने के कारण बच्ची के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। बुधवार सुबह टीम पुन: मण्डाई पहुंची तो विरोध का सामना करना पड़ा। बच्ची के परिजनों व ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम करने का विरोध किया।

काफी जद्दोजहद के बाद जाकर बच्ची के शव को जमीन से निकाला गया। पूछताछ में पता चला कि बच्ची का जन्म 6 जून को हुआ था। प्रसव घर पर ही दाई और नीम हकीम ने करवाया। 7 जून को बच्ची की मौत हो गई और उसे घर में ही दफना दिया गया। शव को निकालने के दौरान पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा टीम और ग्रामीण आमने-सामने हो गए। ग्रामीण बच्ची को पोस्टमार्टम के लिए जमीन से नहीं निकालने की बात पर अड़े रहे।

करीब तीन घण्टे बाद जाकर ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए तब जाकर बच्ची का शव जमीन से निकाला गया। शव पुराना होने से उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इसका विसरा लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। इस अवसर पर फतेहगढ़ उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश, थानेदार,पीसीपीएनडी एक्ट कार्डिनेटर रेणु भाटी, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. नेनाराम नायक, डा. अनिल माथुर, डा. अशोक मेघवाल आदि मौजूद थे।

नीमहकीम गिरफ्तार

नीमहकीम गिरफ्तार

फतेहगढ़। उपखंड क्षेत्र के सांगड़ पुलिस थाना में एक नीम हकीम के खिलाफ मामला दर्ज होने पर उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया कि सांगड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. अशोक मेघवाल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कर बताया कि मंडाई गांव में स्नेहासु पुत्र शांतिरंजन मंडल गांव अंतपुर जिला नाडिया (पश्चिम बंगाल) नीम हकीम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जिस पर उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश मेहरा, थानाधिकारी गोदारा, चिकित्सा विभाग ने मंडाई गांव में नीम हकीमों के क्लिनिकों पर दबिश दी। मौके पर नीम हकीम क्लनिक खुला छोड़कर भाग गए। चिकित्सा विभाग ने मौके पर इंजेक्शन ड्रिप दवाइयां व कागजात बरामद किए। पुलिस ने नीम हकीम को झिनझिनयाली क्षेत्र में गिरफ्तार किया।

गोल्ड मेडलिस्‍ट महिला एथलीट पर 'रेप' का आरोप, गिरफ्तार

कोलकाता. एशियाई खेलों में गोल्‍ड मेडल जीतने वाली पिंकी प्रमाणिक पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि पिंकी महिला नहीं बल्कि पुरुष है और उसने एक महिला के साथ रेप करने की कोशिश की। इन आरोपों के बाद पिंकी प्रमाणिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
 
पीडिता ने उत्‍तरी 24-परगना के बगुहाटी पुलिस स्‍टेशन में पिंकी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने एथलीट को गिरफ्तार कर लिया।

तीन साल पहले एक सड़क हादसे में जख्‍मी होने के बाद पिंकी ने एथलीट से संन्‍यास ले लिया है। 400 मीटर और 800 मीटर की दौड़ में माहिर पिंकी ने 4×400 रिले की नेशनल टीम के साथ भी कई कामयाबियां हासिल की हैं। पिंकी ने 2006 कॉमनवेल्‍थ खेलों में रजत, 2006 एशियाई खेलों में गोल्‍ड और एशियाई इंडोर खेलों (2005) में गोल्‍ड मेडल जीता है। पिंकी ने 2006 सैफ खेलों में 400 मीटर, 800 मीटर और रिले दौड़ में गोल्‍ड मेडल जीते हैं।

प्रेम संबंध में आड़े आने लगा पति तो प्रेमी के साथ मिल लगा दिया ठिकाने!



फलौदी.मुंबई में मजदूरी करने वाला एक युवक जब अपने गांव देचू पहुंचा तो उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर सोते समय उसकी हत्या कर दी। बाद में शव को तालाब किनारे दफना दिया गया। देचू कस्बे में करीब एक साल पहले हुई इस हत्या का खुलासा हुआ तो पुलिस ने मृतक की पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
 
एसपी (ग्रामीण) नवज्योति गोगोई ने बताया कि गत वर्ष 12 अक्टूबर को देचू निवासी अमकादेवी सुथार ने अपने पति खींयाराम (30) की देचू थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। इसमें उसने बताया कि 26 सितंबर 2011 की रात को उसका पति मुंबई से गांव आया था। अगले दिन सुबह वह कहीं चला गया और वापस नहीं लौटा। पिछले कुछ साल से उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। काफी समय तक उसकी तलाश की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला।

हाल ही 1 जून को खींयाराम के भाई पप्पूराम और चाचा सुगना राम ने पुलिस महानिरीक्षक (जोधपुर रेंज) को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें खींयाराम को गायब करने का संदेह उसी की पत्नी अमकादेवी पर जताया गया। परिजनों के संदेह के आधार पर पुलिस ने अमकादेवी और उसके प्रेमी देचू निवासी मोहन भारती से पूछताछ की। तब दोनों आरोपियों ने खींयाराम की हत्या करना स्वीकार कर लिया।


प्रेम संबंध में बाधक था पति

खींयाराम की पत्नी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि दो वर्ष से गांव में ही रहने वाले मोहन भारती से उसके संबंध थे। मोहन भारती शादीशुदा था और उसके तीन बच्चे हैं। वहीं, अमका देवी के भी तीन बच्चे हैं। उसकी 10 वर्षीया बड़ी बेटी अपने ननिहाल में रह रही थीं। खींयाराम मुंबई से वापस लौट आया तो दोनों को उसकी मौजूदगी रास नहीं आई। उससे निजात पाने के लिए दोनों ने उसे ठिकाने लगाने की साजिश रची




सोते हुए पर कुल्हाड़ी से वार
पुलिस के अनुसार गत 27 जुलाई 11 की रात को खींयाराम खाना खाकर सो गया था। इसके बाद मोहन भारती उसके घर पहुंचा। छत पर दोनों ने शराब पी और आधी रात को गहरी नींद में सोए खींयाराम के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया। इससे उसकी मौत हो गई। बाद में आरोपियों ने शव को चारे के ढेर में छुपा दिया।

एक दिन बाद मोहन भारती ने शव को बोरी में डाला और गांव की नाडी के निकट पहले से खुदे एक खड्डे में दफना दिया। बताया जाता है कि मोहन भारती ने ही यह खड्डा कुछ दिन पहले पौधरोपण करने का बहाना करते हुए खुदवाया था। लोगों ने इसका विरोध भी किया था। उसकी हत्या करने के बाद आरोपियों ने करीब तीन माह बाद उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई।

भंवरी के मर्डर का आरोपी फरार, कोर्ट के बाहर चलीं गोलियां

राजस्थान की सियासत में तूफान लाने वाले भंवरी देवी हत्याकांड में गुरुवार को नाटकीय मोड़ तब आ गया जब इस मामले के मुख्य आरोपी बिश्नाराम का अहम सहयोगी कैलाश जाखड़ अदालत से फरार हो गया।
 
बिश्नाराम और कैलाश जाखड़ (तस्वीर में) एक दूसरे मामले में गुरुवार को पेशी पर आए थे। इस दौरान उनके साथ एक और आरोपी भी था। सुनवाई के बाद जब ये लोग कोर्ट से बाहर आ रहे थे तभी वहीं खड़ी बोलेरो में सवार लोगों ने हवाई फायर कर इन लोगों को छुड़ाने की कोशिश की। इस अफरातफरी का फायदा उठाकर कैलाश जाखड़ और एक अन्य आरोपी तो हमलावरों के सहयोग से फरार हो गए, लेकिन बिश्नाराम फरार नहीं हो पाया। उसे एक सिपाही ने पकड़ लिया। इस दौरान हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति के छर्रे लगे हैं।

पुलिस ने नाकाबंदी कर तलाश तेज कर दी है। लेकिन अभी तक कोई पकड़ में नहीं आया है। कैलाश जाखड़ के फरार हो जाने से भंवरी मामले की सुनवाई प्रभावित हो सकती है। इधर जेल पुलिस ने घटना के तुरंत बाद विश्नाराम को जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।

गौरतलब है कि जोधपुर की एएनएम भंवरी देवी पिछले साल सितंबर में रहस्यमय ढंग से गायब हो गई थी। बाद में सीबीआई जांच में यह पता चला कि उसे मार दिया गया था। इस मामले में राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा आरोपों के घेरे में हैं।

बुधवार, 13 जून 2012

atribute of Ghazal - Mehdi Hassan - Main Khud Marne Ko Razi Tha

दो बच्चों का कत्ल कर दी जान

दो बच्चों का कत्ल कर दी जान

बूंदी। बूंदी जिले के कापरेन थाना क्षेत्र के घाट का बराणा गांव में मंगलवार रात एक जने ने अपने ही फूफेरे भाई के चार बच्चों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो को घायल अवस्था में कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना को अंजाम देने वाले ने बाद में खुद ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी। पुलिस प्रथम दृष्टया अवैध संबंधों को हत्या की वजह मान रही है।

पुलिस के अनुसार लाखेरी थाना क्षेत्र के करीरिया गांव निवासी जवाहरी लाल (50) मंगलवार रात को घाट का बराणा निवासी उसके फूफेरे भाई रामपाल के घर पहुंचा और धारदार हथियार से उसके बच्चों पर हमला कर दिया। हमले में रामपाल के पुत्र सुरेन्द्र (15) व पुत्री रिंकू (13) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल सुनीता (19) व पिंटू (11) को कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वारदात के बाद जवाहरी लाल ने देहीखेड़ा गांव के निकट रेलवे ट्रैक पर कूदकर अपनी जान दे दी। घटना की जानकारी मिलने पर बुधवार सुबह पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए है। पुलिस अधिकारियों बताया कि जवाहरी लाल की पत्नी गायत्री के रामपाल से अवैध संबंधों की बात सामने आई है। संभवत: इसी के चलते जवाहरी लाल ने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।

अनुठे हैं थार के झोंपड़े,






अनुठे हैं थार के झोंपड़े,

सिन्ध शैली के झोंपे लोकप्रिय बिना कूलर एयर कण्डीसनर के 


शीतलता का अहसास 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला रेगिस्तान के विशाल भूु भाग में विशम परिस्थितियों में बसा सपनो के सुन्दर चित्रो से जुदा नहीं हैं।थार वासियों की कठिन किन्तु रंगीन जीवन शैली हर एक को प्रभावित करती हैं।रेगिस्तानी धोरो के बीच बने तरह तरह के झोपे आकर्षित करते हैं।पाकिस्तान से सटी सरहद क्षैत्रा में ग्रामिणो द्घारा बनाए सिन्धशली के अनुठे झौंपे मरुस्थल की रंगीन जीवनशैली को दर्शाता हैं।वहीं थार के रेगिस्तान में पड रही भीषण गर्मी का मुहॅ तोड जवाब ये देसी झौंपे हैं।जो 4850 डिग्री की गर्मी में बिना कुलर एयर कण्डीशनर के शीतलता का अहसास कराता हैं।रेगिस्तनी गर्मी को मुॅह चितें देशी शैली के ये झौंपे बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं।राजस्थानो मरुस्थल क्षैत्र में किसी भी दिशा में चले जांए झौंपो के अलग अलग प्रकार के सैकडों झांकियां आखों को शकुन देती हैं।कई गांव झौंपो की नाना प्रकार की छटा लिये हुए मिलेंगं तो कुछ गांव झोंपड़े,पड़वे,गड़ाल,छान,ओळा,आदि रुपों में अपनी बनावट,मण्डाई,रुपाकंन,और सुख सुविधाओं के सुन्दर स्वरुप सहेजे मिलेंगे।गांव ाणियों मेंगोबर के गारे से निर्मित झोंपो की दीवार में मुरड़,खड़ी,राख या फिर सीमेंट का उपयोग किया जाता हैं।झोंपों की दीवारो के उपरी भाग की मण्डाई का कार्य क्षैत्र में उपलब्ध पैड़पौधें,घास,और झाड़ियों के अनुरुप किया जाता हैं।छाण या ॉचा तैयार करने मेंकैर,खैजड़ी,देसी बबुल,या रोहिड़े की घोड़ियॉ तो बाण के रुप में आक,फोग,की पतली टहनियों तथा छावण का उपरी भाग बाजरें के पुळों एव। घास की पुळियों या खींप और सिणियों से किया जाता हैं।भीतरी ांचे और छिवाई के जोड़ों को मजबूती प्रदान करने के लिए बांधी जाने वाली डोरियों कों जूण कहा जाता हैं,जो सिणियों ,खींप या फिर मूंज से बनाया जाता हैं।झोंपे के भीतरी भाग की छत को सुन्दर रुप देने के लिए सरकण्डों का उपयोग किया जाता हैं।इसके मण्डाण में परम्परागत शिल्प और शगुन का ध्यान रखा जाता हैं।झौंपो का फर्श परम्परागत रुप से गोबर का नीपा जाता हैं।झौंपों की बसावट खेत की उॅचाई वाले स्थान या धोरे पर की जाती हैं। स्थान तय करने से पहले हवा पानी तथा खेतों की रखवाली को ध्यान में रखा जाता हैंझोंपे के निर्माण के वक्त हवा के रुख का पूर्ण ध्यान रखा जाता हैंआमनेसामने की दिवारो। पर मोखे खिड़कियां रखी जाती हैं जिसमें शानदार हवा अनवरत आती हैं।सरहदी क्षैत्रा में बने झौंपे सिन्ध शैली के अधिक हैं।सिन्ध क्षैत्रा के झौंपो की तरह झौंपो को आर्कषक बनाने के लिए उनके भीतरी भाग को पाण्डु और गेरु की भांतो से रंग दिया जाता हैं।उसके सूखने पर आळो और मोखों के चारों ओर तथा खाली स्थानों पर लोक संस्कृति के माण्डणे मांण्डे जातेहैं ।ये माण्ड़णे बहुररंगी तथा चटकीले रंगो में होते हैं।पाण्डु और कलाई के प्रभाव से उनकी छआ देखते बनती हैं।इन माण्ड़णोमेंलोक शैली में पैड़पौधे,वनस्पति,सूरज,चान्द,बेल-बूटे पशुपक्षी, लोक वाद्य यंत्रो,लोक देवताओं के मन मोहक चित्राण होते हैं।कहीं कहीं रंगों की बजाए पाण्डु के श्वेत धरातल पर गेरु के चितराम उकेरे जाते हैं।झोंपे का आंगन भी कम नहीं सजाया जाता हैं।चिकनी मिटी और गोबर के लेप से आंगन में गैरु और पाण्डु की झालर और बीच बीच में माण्डणे माण्ड कर आ।गन को आकशर्क बनाया जाता हैं।झोंपे सामान्य धरो से पॉच सितारा होटलो की शान बन चुके हैं,देशी विदेशी पर्यटक खास तौर से झौंपों की मांग करते हैं।सरकारी अधिकारीयों को भी झापों का शौक र्चराया हेै,अमुमन हर अधिकारी के बंगले में दो तीन झौंपें अवश्य नजर आते हैं। 

दोस्त के सामने परोस दी अपनी बीवी, बंधक बनाकर करता रहा रेप

 

कैथल.पंचकूला में किराए के मकान में रह रहे एक टैक्सी चालक ने दोस्त को पत्नी बेच दी। दोस्त ने महिला को यूपी में जबरन बंधक बनाकर रखा और पिस्तौल के बल पर उससे दुष्कर्म करता रहा। किसी को शक न हो इसके लिए पति ने दोस्त के साथ मिलकर पत्नी के अपहरण का ड्रामा भी रचा।

लेकिन दोस्त की ही पत्नी ने ही भंडाफोड़ कर दिया। सीवन पुलिस ने यूपी पुलिस की मदद से महिला को मुक्त करवाया। परिजनों के हवाले कर दिया। पीड़ित ने उसे बेचने की साजिश में शामिल पति, दोस्त और दोस्त की पत्नी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए एसपी को शिकायत की है।

दो वर्षो तक शोषण

रसूलपुर की रहने वाली हरजीत ने बताया कि उसकी शादी करीब 15 वर्ष पूर्व सीवन के बलकार सिंह से हुइ थी। बलकार पंचकूला में टैक्सी चालक है। वह पति के साथ ही सेक्टर दो में रह रही थी। बलकार का दोस्त यूपी के नौगवा निवासी नसीर भी पड़ोस में रह रहा था। 26 सितंबर 2010 को वह आंगनबाड़ी का इंटरव्यू देने सीवान में अपनी ससुराल आ गई।

30 सितंबर को उसे पति ने फोन किया कि जल्द घर लौट आ। लेकिन लेट होने के कारण उसने असमर्थता जताई। इस पर पति ने उसे अंबाला में ननद के पास रुकने की सलाह दी। वह बस में बैठकर अंबाला पहुंच गई। अंबाला में पहले से ही उसका पति बलकार और नसीर गाड़ी लेकर खड़े थे।

गाड़ी में दोनों ने उस नशा सुंघा दिया। आठ दिन बाद होश आया तो खुद को अनजान जगह पर पाया। उसने नसीर की पत्नी वहीदा ने उसे बताया कि उसके पति ने उसे बेच दिया है। आरोप है कि नसीर ने उसके साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार शादी की। उसे पिस्तौल दिखाकर दुष्कर्म करता रहा। उसने तीन बार भागने का प्रयास भी किया लेकिन वह असफल रही।

अपहरण का रचा ड्रामा

थाना सीवन में एक अक्टूबर 2010 को हरजीत के भाई परमजीत सिंह ने बहन के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। भाई परमजीत का कहना है कि घटना के बाद उसके जीजा बलकार ने फोन पर बताया था कि उसकी बहन पंचकूला नहीं पहुंची है। परमजीत ने बताया कि बलकार ने मायके वालों पर ही हरजीत का अपहरण कराने और उसे कोरिया भेजने का आरोप लगा दिया। इस दौरान कई बार पंचायतें भी हुई। बलकार और नसीर दोनों पंचायत में शामिल होकर अपहरण होने का नाटक रचते रहे।

नसीर को यूपी नोटिस भेजा

सीवन गुहला एसएचओ नर सिंह का कहना है कि महिला के धारा 97 सीआरपीसी के तहत बयान हुए हैं। शिकायत मिलते ही सीवन पुलिस महिला को यूपी से लेकर आई थी। उसे तहसीलदार के पास पेश किया था। तहसीलदार ने महिला को घर भेज दिया था। पति बलकार सिंह को बयान लेने के लिए बुलाया है। बयान लेने यूपी में नसीर को नोटिस भेजा है। दोनों पक्षों के बयान लेने के बाद जो जुर्म बनेगा केस दर्ज कर देंगे।

डीएसपी करेंगे मामले की जांच

एसपी कुलदीप सिंह का कहना है दो साल तक किसी के पास रहना जांच का विषय है। महिला मर्जी से गई है या जबरन ले जाई गई ये पता लगाने के लिए मामले की जांच डीएसपी गुहला को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

नसीर की पत्नी ने ही बचाया

हरजीत ने बताया कि नसीर की पत्नी वहीदा को उसके पति की हरकतें पसंद नहीं आई। वहीदा ने उसके परिजनों को बताया कि हरजीत को उसके पति ने बंधक बनाकर घर में रखा है। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सीवन पुलिस ने यूपी पुलिस की मदद से महिला को उनके चंगुल से मुक्त करा दिया। एसडीएम ने हरजीत का बयान लिया है।