कैथल.पंचकूला में किराए के मकान में रह रहे एक टैक्सी चालक ने दोस्त को पत्नी बेच दी। दोस्त ने महिला को यूपी में जबरन बंधक बनाकर रखा और पिस्तौल के बल पर उससे दुष्कर्म करता रहा। किसी को शक न हो इसके लिए पति ने दोस्त के साथ मिलकर पत्नी के अपहरण का ड्रामा भी रचा।
लेकिन दोस्त की ही पत्नी ने ही भंडाफोड़ कर दिया। सीवन पुलिस ने यूपी पुलिस की मदद से महिला को मुक्त करवाया। परिजनों के हवाले कर दिया। पीड़ित ने उसे बेचने की साजिश में शामिल पति, दोस्त और दोस्त की पत्नी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए एसपी को शिकायत की है।
दो वर्षो तक शोषण
रसूलपुर की रहने वाली हरजीत ने बताया कि उसकी शादी करीब 15 वर्ष पूर्व सीवन के बलकार सिंह से हुइ थी। बलकार पंचकूला में टैक्सी चालक है। वह पति के साथ ही सेक्टर दो में रह रही थी। बलकार का दोस्त यूपी के नौगवा निवासी नसीर भी पड़ोस में रह रहा था। 26 सितंबर 2010 को वह आंगनबाड़ी का इंटरव्यू देने सीवान में अपनी ससुराल आ गई।
30 सितंबर को उसे पति ने फोन किया कि जल्द घर लौट आ। लेकिन लेट होने के कारण उसने असमर्थता जताई। इस पर पति ने उसे अंबाला में ननद के पास रुकने की सलाह दी। वह बस में बैठकर अंबाला पहुंच गई। अंबाला में पहले से ही उसका पति बलकार और नसीर गाड़ी लेकर खड़े थे।
गाड़ी में दोनों ने उस नशा सुंघा दिया। आठ दिन बाद होश आया तो खुद को अनजान जगह पर पाया। उसने नसीर की पत्नी वहीदा ने उसे बताया कि उसके पति ने उसे बेच दिया है। आरोप है कि नसीर ने उसके साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार शादी की। उसे पिस्तौल दिखाकर दुष्कर्म करता रहा। उसने तीन बार भागने का प्रयास भी किया लेकिन वह असफल रही।
अपहरण का रचा ड्रामा
थाना सीवन में एक अक्टूबर 2010 को हरजीत के भाई परमजीत सिंह ने बहन के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। भाई परमजीत का कहना है कि घटना के बाद उसके जीजा बलकार ने फोन पर बताया था कि उसकी बहन पंचकूला नहीं पहुंची है। परमजीत ने बताया कि बलकार ने मायके वालों पर ही हरजीत का अपहरण कराने और उसे कोरिया भेजने का आरोप लगा दिया। इस दौरान कई बार पंचायतें भी हुई। बलकार और नसीर दोनों पंचायत में शामिल होकर अपहरण होने का नाटक रचते रहे।
नसीर को यूपी नोटिस भेजा
सीवन गुहला एसएचओ नर सिंह का कहना है कि महिला के धारा 97 सीआरपीसी के तहत बयान हुए हैं। शिकायत मिलते ही सीवन पुलिस महिला को यूपी से लेकर आई थी। उसे तहसीलदार के पास पेश किया था। तहसीलदार ने महिला को घर भेज दिया था। पति बलकार सिंह को बयान लेने के लिए बुलाया है। बयान लेने यूपी में नसीर को नोटिस भेजा है। दोनों पक्षों के बयान लेने के बाद जो जुर्म बनेगा केस दर्ज कर देंगे।
डीएसपी करेंगे मामले की जांच
एसपी कुलदीप सिंह का कहना है दो साल तक किसी के पास रहना जांच का विषय है। महिला मर्जी से गई है या जबरन ले जाई गई ये पता लगाने के लिए मामले की जांच डीएसपी गुहला को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
नसीर की पत्नी ने ही बचाया
हरजीत ने बताया कि नसीर की पत्नी वहीदा को उसके पति की हरकतें पसंद नहीं आई। वहीदा ने उसके परिजनों को बताया कि हरजीत को उसके पति ने बंधक बनाकर घर में रखा है। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सीवन पुलिस ने यूपी पुलिस की मदद से महिला को उनके चंगुल से मुक्त करा दिया। एसडीएम ने हरजीत का बयान लिया है।
जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो यही होता है, पुरूष समाज को शर्म आनी चाहिए, चाहे वो किसी भी धर्म या जाति से संबंध रखता हो, उसे इस बात को मान लेना चाहिए कि वो अब स्त्री का रक्षक नहीं बल्कि भक्षक बन गया है।
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