पोस्टमार्टम को लेकर जद्दोजहद
जैसलमेर। मण्डाई गांव में मंगलवार को नवजात बच्ची की मौत की सूचना मिलने के बाद बुधवार को पोस्टमार्टम करने पहुंची चिकित्सा, पुलिस और प्रशासन की टीम को परिजनों व ग्रामीणों का विरोध सहना पड़ा। काफी जद्दोजहद के बाद बच्ची के शव को जमीन से निकाला गया, लेकिन शव क्षत विक्षिप्त होने से उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया और टीम ने विसरा लेकर जांच के लिए भेजा।
गौरतलब है कि पुलिस व प्रशासन को सूचना मिली थी कि मण्डाई में गुड्डी कंवर पत्नी दिलीपसिंह के बच्ची पैदा हुई थी जिसकी मौत हो गई। इस पर मंगलवार को पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा टीम मण्डाई पहुंची लेकिन शाम हो जाने के कारण बच्ची के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। बुधवार सुबह टीम पुन: मण्डाई पहुंची तो विरोध का सामना करना पड़ा। बच्ची के परिजनों व ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम करने का विरोध किया।
काफी जद्दोजहद के बाद जाकर बच्ची के शव को जमीन से निकाला गया। पूछताछ में पता चला कि बच्ची का जन्म 6 जून को हुआ था। प्रसव घर पर ही दाई और नीम हकीम ने करवाया। 7 जून को बच्ची की मौत हो गई और उसे घर में ही दफना दिया गया। शव को निकालने के दौरान पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा टीम और ग्रामीण आमने-सामने हो गए। ग्रामीण बच्ची को पोस्टमार्टम के लिए जमीन से नहीं निकालने की बात पर अड़े रहे।
करीब तीन घण्टे बाद जाकर ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए तब जाकर बच्ची का शव जमीन से निकाला गया। शव पुराना होने से उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इसका विसरा लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। इस अवसर पर फतेहगढ़ उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश, थानेदार,पीसीपीएनडी एक्ट कार्डिनेटर रेणु भाटी, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. नेनाराम नायक, डा. अनिल माथुर, डा. अशोक मेघवाल आदि मौजूद थे।
जैसलमेर। मण्डाई गांव में मंगलवार को नवजात बच्ची की मौत की सूचना मिलने के बाद बुधवार को पोस्टमार्टम करने पहुंची चिकित्सा, पुलिस और प्रशासन की टीम को परिजनों व ग्रामीणों का विरोध सहना पड़ा। काफी जद्दोजहद के बाद बच्ची के शव को जमीन से निकाला गया, लेकिन शव क्षत विक्षिप्त होने से उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया और टीम ने विसरा लेकर जांच के लिए भेजा।
गौरतलब है कि पुलिस व प्रशासन को सूचना मिली थी कि मण्डाई में गुड्डी कंवर पत्नी दिलीपसिंह के बच्ची पैदा हुई थी जिसकी मौत हो गई। इस पर मंगलवार को पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा टीम मण्डाई पहुंची लेकिन शाम हो जाने के कारण बच्ची के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। बुधवार सुबह टीम पुन: मण्डाई पहुंची तो विरोध का सामना करना पड़ा। बच्ची के परिजनों व ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम करने का विरोध किया।
काफी जद्दोजहद के बाद जाकर बच्ची के शव को जमीन से निकाला गया। पूछताछ में पता चला कि बच्ची का जन्म 6 जून को हुआ था। प्रसव घर पर ही दाई और नीम हकीम ने करवाया। 7 जून को बच्ची की मौत हो गई और उसे घर में ही दफना दिया गया। शव को निकालने के दौरान पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा टीम और ग्रामीण आमने-सामने हो गए। ग्रामीण बच्ची को पोस्टमार्टम के लिए जमीन से नहीं निकालने की बात पर अड़े रहे।
करीब तीन घण्टे बाद जाकर ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए तब जाकर बच्ची का शव जमीन से निकाला गया। शव पुराना होने से उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इसका विसरा लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। इस अवसर पर फतेहगढ़ उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश, थानेदार,पीसीपीएनडी एक्ट कार्डिनेटर रेणु भाटी, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. नेनाराम नायक, डा. अनिल माथुर, डा. अशोक मेघवाल आदि मौजूद थे।
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