शुक्रवार, 8 जून 2012

बिलाड़ा में दिनदहाड़े पुलिस पर फायर


जोधपुर बिलाड़ा कस्बे के दर्जीवाड़ा क्षेत्र में गुरुवार दोपहर बिना नंबर की एक बाइक पर सवार बदमाशों को पकडऩे गए कांस्टेबल पर आरोपियों ने फायर कर दिया। गोली कांस्टेबल के मुंह के नीचे लगी और गर्दन के पिछले हिस्से में फंस गई। एमडीएम अस्पताल में डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर गोली निकाल ली। इस प्रकरण में पुलिस ने नाकाबंदी कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसपी (ग्रामीण) नवज्योति गोगोई ने बताया कि बिलाड़ा वृत्ताधिकारी कार्यालय में तैनात कांस्टेबल संतोष कुमार मीणा और पुलिस चौकी का कांस्टेबल भगवान सहाय गुरुवार दोपहर बढ़ेर चौक से बस स्टैंड की तरफ जा रहे थे। उसी दौरान सूचना मिली कि एक सफेद बाइक पर सवार दो बदमाश क्षेत्र में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे हैं। इसकी तलाश में जुटे दोनों कांस्टेबल को ऐसी बिना नंबरी बाइक उस क्षेत्र में नजर आई। दोनों ने उसका पीछा कर बाइक सवारों को पकडऩे का प्रयास किया।

..इसी दौरान बाइक पर बैठे एक युवक ने अचानक कांस्टेबल संतोष मीणा पर देसी कट्टे से फायर कर दिया। .

गोली उसके जबड़े से होते हुए गर्दन के पिछले हिस्से में जाकर अटक गई। इस दौरान आरोपियों ने अपनी बाइक वहीं छोड़ी और वहां से भाग निकले।

पुलिस पर फायरिंग की सूचना पर उप अधीक्षक राजेश बेनीवाल, एसएचओ आनंद सिंह राजपुरोहित व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे जिले में नाकाबंदी करवाई गई। आखिरकार, पुलिस ने सोजत सिटी की हरिजन बस्ती निवासी राकेश (24) पुत्र संतोष हरिजन को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सोजत में कचरा ढोने की गाड़ी का ड्राइवर है। दूसरे आरोपी की भी पहचान हो चुकी है। उसकी तलाश की जा रही है। उधर, लोगों ने घायल कांस्टेबल को क्षेत्र के मरुधर केसरी अस्पताल पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां एएसपी हिम्मत अभिलाष टाक व अन्य अधिकारियों ने डॉक्टरों से घायल कांस्टेबल के उपचार की जानकारी ली।

दहशत के चलते बंद हुए बाजार :

कांस्टेबल पर दिनदहाड़े फायरिंग की घटना के बाद बाजार में दहशत फैल गई। लोगों की भीड़ के चलते काफी देर तक रास्ता जाम रहा। मौके पर पहुंची पुलिस ने मशक्कत कर रास्ता खुलवाया। बाद में क्षेत्र के अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी।

नागौर की डायरी ....आज की खबरे

नागौर की डायरी ....आज की खबरे 
नाबालिग को भगा ले गया युवक

मुर्गी फार्म में काम करने वाले युवक पर लगाया आरोप

मींडा मारोठ थाना क्षेत्र के गांव मींडा के एक व्यक्ति ने उसकी नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर भगा ले जाने का मामला दर्ज कराया है। एएसआई भगवानसिंह ने बताया की गांव मींडा के नया बास रहने वाले पेमाराम कुमावत ने रिपोर्ट दी कि 1 जून की रात को करीब 11 बजे उसकी पंद्रह वर्षीय पुत्री घर से गायब हो गई। पड़ौस, रिश्तेदारों से पूछताछ करने व तलाशने पर भी पुत्री का पता नहीं चला। पिता ने रिपोर्ट में चौमूं के कालू मनियार के मुर्गी फॉर्म हाउस पर काम करने वाले युवक महेंद्र चारण (20) निवासी खेड़ली थाना श्योपुर, मध्यप्रदेश पर पुत्री को बहला फुसलाकर भगा ले जाने पर शक जताया।


लाठी-भाटा जंग मामले में सीआईडी सीबी जांच करने गोटन पहुंची

गोटन  कस्बे में भंवर सिंह हत्याकांड व पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई लाठी-भाटा जंग मामले में राजपूत समाज के आंदोलन के बाद पहली बार सीआईडी सीबी अजमेर रेंज के एडीशनल एसपी व अधिकारी गुरुवार को मामले की जांच करने गोटन थाने पहुंचे। दोनों ही मामलों में मौका मुआयना कर अधिकारियों ने गवाहों के बयान दर्ज किए।

पुलिस के अनुसार गोटन में 13 अक्टूबर को टालनपुर निवासी भंवरसिंह का शव जेके कॉलोनी के पास सड़क किनारे मिला था। इसे लेकर ग्रामीण एकत्रित हो गए। जेके प्रबंधक से मुआवजा मांगा। इस पर पुलिस और ग्रामीणों में लाठी भाटा जंग हो गई।

इसमें मेड़ता पुलिस उप अधीक्षक सीताराम मीणा, गोटन थाने के एएसआई श्रवण सिंह और मेड़ता रीडर रामसिंह जाट, गोटन के तत्कालीन थानाधिकारी रामेश्वर भाटी, भावंडा थानाधिकारी रूपाराम, सुखराम हटेला, रामूराम, पृथ्वीराज, बाबूलाल सहित 19 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। चार जनों को गंभीर अवस्था में अजमेर रेफर किया गया था। गोटन थानाधिकारी ने गोटन सरपंच नारायण सिंह राठौड़ सहित चौबीस जनों के विरुद्ध राजकार्य में बाधा पहुंचाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने व पुलिस कर्मियों के साथ पत्थरबाजी व मारपीट कर घायल करने को लेकर मामला दर्ज करवाया था। दूसरी तरफ भंवर सिंह के पुत्र छैलसिंह ने जेके प्रबंधन व स्कूल प्रबंधक के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करवाया। इसमें बताया कि उसके पिता भंवरसिंह जेके के गल्र्स छात्रावास में गार्ड थे। उनका शव जेके कॉलोनी के पास सड़क किनारे पड़ा मिला। उसने आरोप लगाया था कि भंवरसिंह की हत्या कर शव सड़क किनारे तारबंदी के पास डाल दिया गया। ग्रामीण -पुलिस लाठी भाटा जंग मामले में पुलिस ने गोटन सरपंच सहित नौ जनों को गिरफ्तार किया था। राजपूत समाज ने सरपंच की गिरफ्तारी के विरोध व भंवर सिंह के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गोटन थाने के सामने 18 मार्च को दो दिवसीय धरना दिया था। उसके बाद दोनों मामलों की जांच अजमेर सीआईडी सीबी को सौंप दी गई थी। गुरुवार को सीआईडी सीबी के एडीशनल एसपी विनोद कुमार गोटन पहुंचे और मौका मुआयना कर गवाहों व घायलों के बयान लिए।


जाट समाज लेगा अहम निर्णय


सवाई सिंह की हत्या के बाद चेता समाज, लूणसरा में हुई बैठक, कई गांवों के लोगों ने भागीदारी निभाई

कुचेरा



मातासुख के मेवाराम जाट के बेटे सवाई सिंह की हत्या के बाद जाट समाज ने सामाजिक स्तर पर बढ़ते अपराधों को कम करने का निर्णय लिया है। इसके लिए गुरुवार को लूणसरा गांव में अहम बैठक हुई। बैठक में कई गांवों के लोगों ने हिस्सा लिया।

लूणसरा में गुरुवार सुबह आस पास के गांवों से बड़ी संख्या में जाट समाज के लोग एकत्र हुए। मातासुख सहित आस पास के गांवों से सैकड़ों ग्रामीण लूणसरा पहुंचे। साथ ही लूणसरा से भी लोगों को बुलाकर गांव के तेजाजी मन्दिर के सामने एकत्रित किया गया। यहां ग्रामीणों ने सभा की। सभा में ग्रामीणों ने सवाईसिंह की हत्या की कड़े शब्दों में भत्र्सना की। ग्रामीणों ने कहा कि सवाईसिंह जैसे सीधे सादे व्यक्ति की बिना किसी कारण के हत्या करना घोर अपराध है। इसे समाज सहन नहीं कर सकता। समाज में आगे से ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए समाज अब ठोस निर्णय लेगा।

आस पास के गांवों से आए समाज के प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि वर्तमान में सामाजिक बंधनों के अभाव में युवा पीढ़ी बिगड़ रही है, जिससे समाज में अपराध बढ़ रहे हैं। इसमें बदलाव लाना होगा। युवा पीढ़ी को भी समझाना होगा। इससे ही समाज में बदलाव आएगा।

कुचेरा. लूणसरा गांव में एकत्रित जाट समाज के लोग।

थार की धार जालोर आज के समाचार।.


झांसा देकर गहने लेकर हुए फरार

आहोरकस्बे के सुथारों के वास में दो युवक बर्तन और सोने के गहने चमकाने का झांसा देकर करीब दो तोला वजनी सोने के जेवर लेकर फरार हो गए। इन युवकों ने खुद को किसी कंपनी का सैल्समेन बताया था। जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर को बाइक पर आए दो युवकों ने कस्बे के सुथारों के वास में भीखाराम पुत्र पन्नाराम सुथार के घर के बाहर बाइक रोकी। दोनों ने भीखाराम के घर में उसकी पत्नी से बर्तन चमकाने के बाद सोने-चांदी के गहने एक केमिकल से चमकाने की बात कही। जिस पर भीखाराम की पत्नी ने एक चांदी की कटोरी व गले में पहने 1 तोला वजनी सोने की चेन व 1 तोला वजनी कानों के झुमके भी चमकाने के लिए दिए। इस दौरान एक अन्य महिला वहां से गुजर रही थी, उसने भी गले में पहनी सोने चांदी के गहने चमकाने को दिए। दोनों युवकों ने एक महिला को पीने के लिए पानी लाने एवं दूसरी महिला को हल्दी लाने की बात कहकर घर के अंदर भेजा और मौका देखकर गहनों समेत फरार हो गए। महिलाएं जब घर से बाहर आई तो युवकों को वहां नहीं देखकर परिजनों को सूचना दी। घटना की सूचना मिलने पर आहोर थानाधिकारी नारायणलाल विश्नोई ने नाकेबंदी करवाई, लेकिन युवकों का कोई पता नहीं लगा।

तलाश जारी है

॥कस्बे में इस घटना के बाद सभी मार्गों पर नाकाबंदी करवा दी थी, लेकिन दोनों फरार युवकों का पता नहीं चल पाया। उनकी तलाश की जा रही है। मामला दर्ज कर लिया गया है। नारायणलाल विश्नोई, थाना प्रभारी, आहोर


जालोर-जैसलमेर बस सेवा पांच माह से ठप


सायलाजालोर डिपो की ओर से संचालित जालोर-जैसलमेर बस सेवा बंद होने से आमजन व यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने इस बस सेवा को पुन: संचालित करने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार जालोर से सवेरे 6 बजे एक रोडवेज बस रवाना होकर सवेरे 7 बजे सायला पहुंचती थी। यह बस वाया बावतरा, सिणधरी, बाड़मेर से जैसलमेर जाती थी। जिससे क्षेत्रवासियों को जैसलमेर जाने के लिए सुविधा रहती थी, लेकिन पिछले पांच माह से जैसलमेर जाने वाली यह बस बंद है। जिसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इस बस सेवा को शुरू करवाने के लिए पिछले दिनों जिला परिषद सदस्य मंगलसिंह राठौड़ ने रोडवेज के मुख्य प्रबंधक मोहनसिंह से मिलकर मांग की थी। जिस पर प्रबंधक ने उचित समाधान का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद अब तक यह बस सेवा शुरू नहीं हो पाई है।

हो रही है परेशानी

पिछले कई महीनों से जालोर-जैसलमेर बस सेवा बंद होने से आगमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां से जैसलमेर के लिए अन्य कोई बस भी नहीं है। ऐसे में लोग परेशान हैं।

भंवर राठी व दिनेश जैन, सायला

आय नहीं होने से की बंद

पिछले पांच महीने से जालोर-जैसलमेर बस सेवा बंद है। इस रूट पर आय अधिक नहीं होने के कारण बस को बंद कर दिया गया था। बहरहाल अगर स्टाफ पूरा हो जाता है तो इसे बाड़मेर तक शुरू कर दिया जाएगा।

मोहनसिंह, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज डिपो, जालोर

थार की धार बाड़मेर आज के समाचार।.


बाड़मेर में ठंडी हवा, बायतू में बूंदाबांदी और लीलाणा में गिरे ओले

चौहटन में बारिस 

मानसून ने दी दस्तक  गिरे ओले, थोब में 15 मिनट बारिश

बाड़मेर में पिछले तीन दिनों से तापमान में हुए उतार-चढ़ाव के बाद गुरूवार रात जिले के कुछ एक क्षेत्रों में बरसात ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई,वहीं बाड़मेर शहर को ठंडी हवाओं से संतोष करना पड़ा। गुरुवार को सूर्योदय से ही आसमान में बादलों की आवाजाही रही। दोपहर में धूप तेज रहने और बिजली कटौती से लोग पसीने से तरबतर रहे। शाम पांच बजे बाद चली हवा से लोगों को गर्मी से राहत मिली।

वहीं बाड़मेर से करीब 55 किलोमीटर दूर बाटाडू, भीमड़ा, कोलू व लीलाणा गांव में शाम को अचानक मौसम में हुए बदलाव के बाद करीब पौने सात बजे तेज आंधी चलना शुरू हुई। पंद्रह मिनट चली आंधी के बाद बारिश का दौरा शुरू हुआ, जो करीब 15 मिनट तक जारी रहा। लीलाणा में बारिश के साथ ओले गिरने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। बाड़मेर में रात सवा दस बजे चली ठंडी हवा से मौसम सुहावना हो गया। सीमावर्ती चौहटन में अछि बारिश रात दश बजे बरषी जिससे किशानो के चहरे खिल उठे 

बूंदाबांदी के बाद गर्मी से राहत

बायतुत्न बायतु में सुबह से ही गर्मी का असर रहा। दिनभर उमस के बाद लोगों का गर्मी से हाल बेहाल रहा। शाम को मौसम में हुए बदलाव के बाद आसमान में बादलों की आवाजाही रही। वहीं रात 9.15 बजे आंधी चलने के बाद बायतू में करीब आधा घंटा तक बूंदाबांदी हुई। वहीं क्षेत्र के आसपास कोलू, कानोड़, पनावड़ा, अकदड़ा में हल्की बारिश होनी बताई गई। शेष त्नपेज १४

सनावड़ासनावड़ा कस्बे में दिनभर उमस व गर्मी के बाद शाम को मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही रात साढ़े नौ बजे तेज अंधड़ के बाद बारिश हुई जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली।

थोब में १५ मिनट बारिश

कल्याणपुर बालोतरा के कल्याणपुर क्षेत्र के थोब, सरवड़ी व तिरसिंगड़ी में शाम को करीब 15 मिनट तक अच्छी बारिश हुई जिससे ग्रामीणों को गर्मी से राहत मिली। वहीं नेवरी व मूल की ढाणी सरहद में भी बूंदाबांदी हुई। इन क्षेत्रों में गुरुवार सुबह से ही गर्मी का असर रहा। उसके बाद दिनभर चली धूलभरी आंधी से लोग परेशान नजर आए। शाम करीब 5.10 बजे थोब, तिरसिंगड़ी व सरवड़ी क्षेत्र में अचानक आसमान में घटा छाई और बारिश का दौर शुरू हुआ। पंद्रह मिनट हुई बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। 


बंद दुकान से अवैध अंग्रेजी शराब के 47 कार्टन बरामद

आरोपी दुकान बंद कर हुआ फरार, मुखबीर की सूचना पर सणाऊ में हुई कार्यवाही

चौहटन आबकारी पुलिस ने सणाऊ गांव में बुधवार शाम एक मुखबीर की सूचना पर कार्यवाही कर एक दुकान से 47 कार्टन अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की इस बीच आरोपी भाग छूटा।आबकारी निरोधक दल प्रभारी दईदान सिंह भाटी ने बताया कि मुखबीर की सूचना पर आबकारी दल ने सणाऊ गांव में बाबूसिंह पुत्र वैरीसाल सिंह राजपूत की दुकान पर कार्यवाही करते हुए दुकान के अंदर रखी 432 बोतल बीयर एवं 720 पव्वे अंग्रेजी शराब के बरामद किए।

आरोपी को आबकारी दल की कार्यवाही की भनक लगते ही दुकान बंद कर भागने में सफल रहा। इस पर आबकारी दल के जवान सुखराम, बाबूलाल सहित अन्य ने दुकान का शटर खोलने का प्रयास किया लेकिन आबकारी दल को सफलता नहीं मिलने पर दल प्रभारी के निर्देश पर दुकान के शटर का फ्रेम तोड़ अंदर रखी 47 पेटी में से 432 बोतल बीयर एवं 720 पव्वे हरियाणा निर्मित बरामद किए।आबकारी दल प्रभारी भाटी ने बताया कि फरार आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। भाटी ने बताया कि कार्यवाही में दल के मोटाराम, उगम सिंह, देराजराम, सुखाराम, बाबूलाल, केसाराम, प्रभुता राम एवं सता राम ने तत्परता दिखाते हुए अवैध शराब बरामद की।

जल संरक्षण व पर्यावरण संरक्षण के लिए बाइक यात्रा 

कलेक्टर ने नीम की टहनी दिखा किया रवाना
 
बाड़मेर जल ईश्वर की अमूल्य कृति है, इसका संरक्षण जरूरी है। सुरक्षित कल के लिए हमें पानी का अपव्यय रोकना होगा। कुछ इसी तरह के संदेश के साथ छत्तीसगढ़ के भिलाई से मोटरसाइकिल पर बाड़मेर आए विलास कुमार झा दिल्ली रवाना हुए। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने अपने निवास से झा को नीम की टहनी दिखा फ्लेग ऑफ किया। जल ही जीवन है तथा सेव वाटर का संदेश लेकर बाड़मेर से रवाना हुए झा २४ घंटे में दिल्ली की यात्रा पूरी करेंगे और साथ ही बीच में आने वाले गावों में पानी बचाने व पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाएंगे।

कलेक्टर डॉ. प्रधान ने इस मौके पर झा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पानी के महत्व को बाड़मेर के लोगों से ज्यादा कोई नहीं जान सकता। यहां के लोग पानी के संरक्षण के लिए हमेशा अग्रणी रहते हैं।

अब डाकघर में भी बनेंगे पैनकार्ड


अब डाकघर में भी बनेंगे पैनकार्ड



बाड़मेरपैनकार्ड बनाने के लिए अब लोगों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। जुलाई से डाकघरों में भी पैनकार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। डाकघरों में पैनकार्ड बनाने की सुविधा देने के लिए यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (यूटीआई) से करार किया गया है। डाकघरों में आवेदक को 96 रुपए का कूपन जारी किया जाएगा। आवेदन पर कूपन नंबर अंकित करने के बाद उसे यूटीआई के दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा। वहां से 30 दिन के भीतर पैनकार्ड बनकर आवेदक के पास पहुंच जाएगा। फिलहाल यह सुविधा चुनिंदा डाकघरों में ही शुरू होगी।

कार्मिकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण : यूटीआई के साथ मिलकर डाक विभाग ने पैनकार्ड बनाने की योजना शुरू की है। इसके लिए यूटीआई, डाकघर के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेगी। पहले चरण में सभी पोस्ट मास्टरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।

नाबालिग के लिए जरूरी नहीं फोटो

डाकघर में पैनकार्ड आवेदन के लिए आवेदक को पहले फार्म भरना होगा। फार्म के साथ ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता फोटो पहचान-पत्र के अलावा दो नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो लगाना जरूरी होगा। इसके बिना आवेदन स्वीकार नहीं होगा। 18 वर्ष से कम आयु के आवेदकों के लिए फोटो की अनिवार्यता नहीं रखी गई है। संरक्षक के हस्ताक्षर के आधार पर ही किशोरों को पैनकार्ड जारी कर दिया जाएगा।

पोस्टमैन करेंगे एड्रेस वेरिफाई

पैनकार्ड सुविधा के तहत आने वाले आवेदनों के पतों का वेरिफिकेशन एरिया में कार्यरत विभाग के पोस्टमैन करेंगे। जिसके बाद आवेदन-पत्रों को ऑनलाइन पद्धति से यूटीआई भेजा जाएगा।

ये चाहिए दस्तावेज

पैनकार्ड बनवाने के लिए फार्म के साथ वोटर आईडी की फोटो कॉपी लगानी जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति के पास वोटर आईडी नहीं है, तो वह जहां खाता है उस बैंक की पासबुक, राशन कार्ड व मूल निवास प्रमाण-पत्र की फोटो प्रति साथ लगा सकता है। कोई व्यक्ति जिले में नया है और उसके पास ऐसे कुछ भी कागजात नहीं हैं तो वह सरपंच या पार्षद से जिले में पांच साल का निवासी होने की लेटरपैड पर प्रामाणिकता लिखवा फार्म के साथ लगा सकता है। फार्म जमा होने के 30 दिन बाद पैनकार्ड सीधे आपके द्वारा भरे पते पर पहुंच जाएगा।

थार की धार जैसलमेर आज के समाचार।.


गड्ढे में गिरने से भाई- बहिन की मौत


पोकरण शहर से फलोदी जाने वाले मार्ग स्थित राजस्व गांव ढढु में गुरुवार को बारिश से भरे गड्ढे में गिर जाने के कारण भाई बहिन की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार गुरुवार को राजस्व गांव ढढू में चचेरे भाई बहिन बेबो पुत्री चंदनसिंह (12) तथा रावल सिंह पुत्र भीम सिंह (10) दोनों खेलने के लिए घर से बाहर गए थे। वहीं पास ही बरसात के बाद भरे पानी के गड्ढे में रावल सिंह गिर गया। रावल सिंह को डूबता देख उसे बचाने के लिए उसकी बहन बेबो भी पानी में उतर गई। पानी गहरा होने के कारण दोनों बच्चों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बच्चों को बाहर निकाला तथा पोकरण चिकित्सालय लाया गया। जहां चिकित्सकों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित किया।


जल संरक्षण का संदेश लेकर दिल्ली कूच


जैसलमेरजल ही जीवन है तथा सेव वाटर का संदेश लेकर बाड़मेर से रवाना हुए विलास कुमार झा गुरुवार को जैसलमेर पहुंचे। जैसलमेर पहुंचने पर उन्होंने भास्कर को बताया कि पानी ही भविष्य की सबसे बड़ी आवश्यकता होगी। जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। छतीसगढ़ के भिलाई स्टील प्लांट की इस्पात गलन शाला में बतौर चार्जमैन कार्यरत झा जैसलमेर से बीकानेर होते हुए दिल्ली के लिए रवाना हुए। उन्होंने मोटरसाइकिल पर यात्रा को 24 घंटे में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि वह चाहते है कि लोग भूजल संरक्षण के प्रति सचेत हो। तथा भविष्य की इस आवश्यकता के संरक्षण के प्रति जारुगक होकर कदम बढ़ाए।


कॉलेज में सीटें बढ़ाने की मांग को लेकर एबीवीपी ने किया विरोध प्रदर्शन


जैसलमेरअखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को हनुमान चौराहा पर महाविद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर रोष जताते हुए प्रदर्शन किया। हनुमान चौराहा से जुलूस निकालकर कार्यकर्ताओं ने समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जुलूस में छात्र महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी कर रहे थे।  
जिला संयोजक लालूसिंह ने बताया कि एसबीके महाविद्यालय में गत वर्ष की तुलना में 230 सीटें कम करके इस सत्र में विद्यार्थियों के साथ अन्याय किया गया है। इसके अतिरिक्त हिंदी, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, विज्ञान व वाणिज्य संकाय में स्नातकोत्तर के नए विषय आरंभ नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी उच्च शिक्षा से महरुम हो रहे है। साथ ही महाविद्यालय की ऑन लाइन आवेदन प्रक्रिया पर भी कार्यकर्ताओं ने रोष जताया। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय द्वारा प्रारंभ की गई वेबसाइट में मात्र दो संस्थाओं द्वारा ही लॉगिन किया जा सकता है। साथ ही प्रत्येक फार्म के साथ विद्यार्थी से 100 रुपए अतिरिक्त वसूले जा रहे है। जिससे विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर मांग की कि कॉलेज में सीटों की संख्या बढ़ाई जाए। साथ ही नए स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाए। इसी प्रकार कॉलेज द्वारा प्रारंभ की गई ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में भी बदलाव कर उसे यूजर फ्रेंडली बनाया जाए। प्रदर्शन में जालमसिंह, आकाश ओझा, अनिल भाटी, पुरखदान, दीनाराम, गणपत पंवार, मालमसिंह, नरेन्द्र सोढ़ा, उपेन्द्रसिंह, लीलूसिंह, कुंदनसिंह, धर्मेन्द्र, लाला राठी, विक्रमसिंह, कमल, दुर्गाराम, हाकमाराम, हजाराराम, खेतसिंह, स्वरूपसिंह, बाबूसिंह, मनोहरसिंह, पृथ्वीसिंह, डूंगरसिंह, स्वरूपसिंह सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

एबीवीपी ने किया विरोध प्रदर्शन

गुरुवार, 7 जून 2012

हत्या के केस में 92 साल के पति और 85 साल की पत्नी को उम्रकैद

अंबाला
अंबाला के अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश ने गुरुवार को एक बुजुर्ग दंपती समेत तीन लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई। इस बुजुर्ग दंपती में लाल चंद की उम्र 92 साल है और उनकी पत्नी ओमवती की उम्र 85 साल है। तीनों आरोपियों को सेंट्रल जेल अंबाला भेज दिया गया है।

इन तीनों आरोपियों को जब पुलिस जेल लेकर जा रही थी तो लालचंद व उनकी पत्नी ने डगमगाते कदमों से पुलिस वैन में चढ़ने से पहले मीडिया से कहा कि क्या कोई अदालत से इंसाफ की मांग करेगा। अदालत का इंसाफ क्या है, ये सब देख रहे हैं।

मृतका के बयान के आधार पर दी गई सजा
इस्तगासा के मुताबिक 31 मई 2010 को इस दंपती और उसके एक पड़ोसी ने किराए के मकान में रहने वाली अपनी पड़ोसन आशा देवी की जला कर हत्या कर दी थी। इस बात का कोई सबूत तो पुलिस को नहीं मिला, परन्तु आशा ने मरने से पूर्व दिए गए बयान में इस दंपती और एक को कसूरवार बताया था।

हाई कोर्ट में देंगे दस्तक
बुजुर्ग दंपती के वकील शक्ति सिंह का कहना था कि यह फैसला कोई न्याय नहीं है। वह इस मामले को लेकर हाई कोर्ट में जाएंगे।

राजस्थान में टेट परीक्षा नौ सितंबर को

राजस्थान में टेट परीक्षा नौ सितंबर को

अजमेर। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा टेट 2012 नौ सितंबर को दो पारियों में आयोजित की जाएगी। अध्यापक पात्रता परीक्षा की नोडल एजेंसी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुभाष गर्ग ने गुरूवार को बताया कि दो पारियों में आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा के लिए आन लाइन आवेदन 14 जून से किए जा सकेंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 09 जुलाई है।

उन्होंने बताया कि कक्षा एक से पांचवी तक की प्रथम स्तर की परीक्षा पूर्वाह्न 11 बजे से 12.30 बजे तक तथा कक्षा छह से आठवीं तक की परीक्षा अपराह्न दो बजे से साढे तीन बजे तक आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार आयोजित परीक्षा के तहत पहली बार परीक्षार्थियों को परीक्षा की मूल कापी, मूल प्रति और ओएमआर शीट की दो प्रतियां मिलेंगी जिनमें से एक को परीक्षार्थी अपने साथ ले जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष इस परीक्षा में सैनिको के लिए दस प्रतिशत सीट आरक्षित की गई है। डा. गर्ग ने बताया कि अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए शुल्क में वृद्वि नहीं की गई है और इसके तहत परीक्षार्थी अपनी फीस चार बैंकों में चालान से जमा करा सकेंगे।

दही है सबसे बेहतरीन फेयरनेस क्रीम



जयपुर. हेल्दी स्किन का खूबसूरत होना तय है, लेकिन हर खूबसूरत स्किन हेल्दी हो ये जरूरी नहीं। सच यह है कि लोग आज भी खूबसूरत स्किन पाने की चाह रखते हैं हेल्दी की नहीं। यही वजह है कि बाजार में आने वाले उत्पादों को बिना सोचे-समझे अपने पर आजमाते हैं और कई बार उसके विपरीत परिणाम भी सामने आते हैं। ब्यूटी एक्सपर्ट ब्लॉसम कोचर और उनकी बेटी समांथा कोचर ने गुरुवार को कुछ ऐसे ही विचार रखे। उन्होंने शहर के प्रोफेशनल्स को मेकअप और हेयर स्टाइल के टिप्स भी दिए।
 

किचन में हो जाए कुछ मैजिक



किचन में अक्सर आप फल काटते हैं। कई बार किसी की गंध बहुत अच्छी लगती है। ये फीलिंग आपको बहुत हद तक रिलेक्स करती है। ब्लॉसम कहने लगीं, आपकी किचन में ही बहुत सारा अरोमा मैजिक हैं जिसे आप अपने फेस पर इस्तेमाल कर सकती हैं। किचन में पपीता, सेब, खीरा मौजूद होते हैं। इन्हें आप खाने के अलावा पैक के तौर पर भी यूज कर सकती हैं। इसके साथ ही दही का इस्तेमाल भी फेस पर किया जा सकता है। यह स्किन को दो तीन शेड लाइट करने में खासा असरदायक फॉर्मूला है।

निर्मल बाबा की उलटी गिनती शुरू? दिल्ली में होने वाले समागम रद्द

नई दिल्ली.अजीब-ओ-गरीब उपाय बताकर लोगों को दुख दूर करने का दावा करने वाले निर्मलजीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक निजी टीवी चैनल ने दावा किया है कि एडवांस में कई महीने तक बुक रहने वाले निर्मल बाबा के चार समागमों को रद्द कर कर दिया गया है। ये समागम दिल्ली में 9, 10, 16, 17 जून होने थे। मीडिया में जब यह खबर आई और एक निजी टीवी चैनल से निर्मल बाबा के वकील से उनका पक्ष और समागम रद्द होने की वजह से जाननी चाही तो उनका फोन स्विच्ड ऑफ मिला।
 
गौरतलब है कि निर्मल बाबा के खिलाफ कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। देश के कई थानों में निर्मल बाबा के खिलाफ शिकायतें और एफआईआर दर्ज की गई हैं। बीना की अदालत ने निर्मल बाबा के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी करने का आदेश जारी करते हुए उन्हें 25 जून को पेश होने को कहा है। बाबा के भक्त सुरेंद्र विश्वकर्मा ने बाबा के खिलाफ आरोप लगाया था कि बाबा की सलाह मानने से उन्हें नुकसान हुआ। साथ ही पिता की तबियत भी बिगड़ गई। विश्वकर्मा ने प्रथम श्रेणी कोर्ट में याचिका दायर की थी।

कुछ दिनों पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने लखनऊ में निर्मल बाबा के खिलाफ दर्ज मामले में गिरफ्तारी के आदेश पर रोक लगाते हुए कहा था कि अगर उन्होंने जांच में पुलिस का पूरा सहयोग नहीं किया तो गिरफ़्तारी पर रोक के आदेश को निरस्त भी किया जा सकता है। इलाहाबाद हाई कोर्ट में निर्मल बाबा की ओर से दायर रिट याचिका में कहा गया था कि वे एक प्रख्यात धार्मिक व्यक्ति हैं और इस मामले में पूरी तरह निर्दोष हैं। उन्होंने सीजेएम के आदेश को गलत बताते हुए इस एफआईआर को निरस्त करने और इस दौरान गिरफ़्तारी रोकने की मांग की थी। निर्मल बाबा पर सवाल उठने के बाद उनके भक्तों की संख्या और दान में कमी की बात सामने आ रही है।

वैज्ञानिकों ने दी धरती के अंत की चेतावनी

 

लगातार बढ़ रही जनसंख्या अब धरती के अस्तित्व के लिए ही खतरा बन गई है। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक समूह ने धरती के अंत की ओर बढ़ने की चेतावनी देते हुए पानी, जंगल और जमीन के अधिक उपयोग को इसका कारण बताया है।

शोध पत्रिका 'नेचर' में प्रकाशित इस रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने कहा है कि धरती अब उस दिशा में बढ़ रही है जब कई प्रजातियां समाप्त हो जाएंगी और अमूलचूल बदलाव होंगे। ऐसा 12 हजार साल पहले ग्लेशियर रीट्रीट के दौरान हुआ था। ये वो प्रजातियां हैं, जिन पर हम निर्भर हैं। ऐसे में अंतत: हमारा अस्तित्‍व भी संकट में पड़ जाएगा।

वैज्ञानिकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हम प्रकृति से टकराव के सबसे बुरे दौर के करीब आ गए हैं और स्थितियां उससे कहीं ज्यादा भयावह है जैसा कि हमने पहले सोचा था।

साइंटिफिक थ्यौरी, इकोसिस्टम मॉडलिंग, पैलियनटोलॉजिकल एविडेंस आदि तरीकों का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न क्षेत्रों के माहिर 18 वैज्ञानिकों की टीम ने शोध के बाद कहा है कि धरती पर मौजूद इकोसिस्टम ध्वस्त होने के कगार पर है और इस पतन को रोका नहीं जा सकता।

वैज्ञानिकों ने कहा है कि धरती की जैविक विविधता, मौसम में बदलाव, टोटल एनर्जी बजट में तीव्र बदलाव, और इकोसिस्टम का आपस में संतुलन खतरे के निशान पर है और ऐसा बिंदू करीब आ गया गया है जहां धरती पतन की ओर चली जाएगी।
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इकोसिस्टम के ध्वस्त होने का समय इसी शताब्दी के भीतर भी आ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो धरती का संतुलन बिगड़ जाएगा और परिस्थितियां पलक झपकते ही पूरी तरह बदल जाएगीं। इससे पहले धरती पर बड़ा बदलाव करीब 12 हजार साल पहले हुआ था जब ग्लेशियर पिघले थे। इससे पहले धरती पर एक लाख साल तक सिर्फ बर्फ की चट्टाने ही थीं।

शोध पत्र की सह लेखिका आर्नी मूअर्स ने कहा, 'एक बार जब धरती पर यह बड़ा बदलाव हुआ था तब तब सिर्फ एक हजार साल के अंदर ही धरती की परिस्थितियां पूरी तरह बदल गईं थी और यह उस स्थिति में आ गई थी जिस स्थिति में अब है। यह एक बच्चे का एक साल के भीतर ही वयस्क होने जैसा था। महत्वपूर्ण बात यह है कि धरती अब इससे भी तेज गति से बदल रही है। अगले बदलाव का मौजूदा मानव सभ्यता पर व्यापक असर होने की संभावना बेहद ज्यादा है। हमे यह याद रखना होगा कि हम जंगली सभ्यता से मौजूदा मार्डन सभ्यता में धरती के सबसे संतुलित समय में आए हैं।'

सेक्‍स सीडी प्रकरण में मरु लहर के संपादक ने सीएम से जांच की मांग की

सेक्‍स सीडी प्रकरण में मरु लहर के संपादक ने सीएम से जांच की मांग की
जोधपुर। दैनिक मरु लहर के सम्पादक महावीर जैन ने मुख्यमंत्री को फैक्स भेज कर बाड़मेर विधायक मेवराम के विरुद्ध आपराधिक षडयंत्र रच कर प्रताडि़त करने का मामला दर्ज दर्ज करने व कथित सीडी प्रकरण की जांच की मांग की है। जैन के ज्ञापन के मुताबिक आपतिजनक सीडी बाड़मेर के कांग्रेस नेता की उजागर होने की खबर प्रकाशित करने पर उनके विरुद्ध ब्लैकमेल करने का झूठा मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने लिखा हैं कि यदि विधायक उक्त स्वीकारोक्ति के तहत यह शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी सीडी है तो उसकी जांच करवाई जाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि जैन भूमाफियाओं व बदमाशों को संरक्षण दे रहे हैं। उनकी लिप्तता के मामले में हाईकोर्ट में जनहित याचिकायें विचाराधीन हैं। महावीर जैन की इन याचिकाओं में स्वयं सरकारी तंत्र ने विधायक को दोषी माना है, उसे आधार बनाया हुआ है। महावीर जैन को उक्त याचिकायें विड्रा करने को मजबूर करने के लिये विधायक अपने चहेतों से ऐसे झूठे मामले स्थानीय पुलिस पर दबाव बनाकर अपेल 2011 में करवा चुके हैं। लेकिन इन चारों मामलों में जोधपुर पुलिस महावीर जैन को बेगुनाह मान के एफआर दे दी।

सम्पादक के मुताबिक विधायक उनकी खबरों, जनहित याचिकाओं से लगातार कुपित हैं व जानलेवा हमला करवाने की धमकियां दे रहे हैं। ऐसी आशंका जताते हुए महावीर जैन ने मुख्यमंत्री को भी कई बार लिखा राजस्थान हाईकोर्ट ने जीवन सुरक्षा की मांग को लेकर दायर रिट पर भी राज्य सरकार को निर्देश दे रखे हैं। सम्पादक ने उक्त सीडी प्रकरण की निष्पक्ष जांच करावाने, विधायक के विरुद्ध प्रताडऩा का मामला दर्ज करवाने तथा विधायक के मोबाइल की कॉल डिटेल की 3 साल की जांच करवाने की मांग की है।

3 साल में 39,000 जवानों का मोहभंग


3 साल में 39,000 जवानों का मोहभंग

नई दिल्ली। अकसर विपरीत हालात में काम करने वाले केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवानों के नौकरी छोड़ने का सिलसिला तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद रूकने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्रीय सुरक्षाबलों का नियंत्रण करने वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक गत तीन साल में करीब 39 हजार सुरक्षाकर्मी नौकरी छोड़ चुके हैं।

वर्ष 2009 से वर्ष 2011 के बीच कुल 34683 सुरक्षाकर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लिया जबकि 3947 जवानों ने विभिन्न निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। वर्ष 2009 में 12983 सुरक्षाकर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी जबकि वर्ष 2010 में 10875 और वर्ष 2011 में 10825 जवानों ने यह तरीका अपनाया। नौकरी से इस्तीफा देने वाले केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों की संख्या में वर्ष 2009 के 1162 के तुलना में बढ़कर वर्ष 2010 में 1487 पर पहुंच गई। हालांकि पिछले साल 1298 इस्तीफे के साथ इस संख्या में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

बीएसएफ से सबसे ज्यादा विदा

स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले अर्द्धसैनिक बलों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 17639 सुरक्षाकर्मियों के साथ सबसे आगे है। वर्ष 2009 में बीएसएफ के 6319 जवानों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी जबकि वर्ष 2010 में यह संख्या 5443 और वर्ष 2011 में 5877 रही। इस मामले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2009 में 3580, वर्ष 2010 में 2790 और वर्ष 2011 में 2377 सीआरपीएफ कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली।

सीआईएसएफ से ज्यादा मोह भंग

दूसरी तरफ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) इस्तीफा देने वाले जवानों के हिसाब से सबसे आगे है। वर्ष 2009 में इस बल के 330 जवानों ने नौकरी से त्यागपत्र दिया था और उसके अगले साल यह संख्या बढ़कर 616 तक पहुंच गई। वर्ष 2011 में भी सीआईएफएफ के 446 जवानों ने निजी एवं घरेलू कारणों का हवाला देते हुए नौकरी छोड़ दी।

बढ़ रही सरकार की चिंता

केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवानों के इतनी बड़ी संख्या में नौकरी छोड़ने से सरकार की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने विपरीत हालात में काम करने की वजह से सुरक्षाकर्मियों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए समुचित आराम एवं छुट्टी की नीति के रास्ते पर चलना शुरू कर दिया है। इसके अलावा जवानों को अपने परिजनों एवं दोस्तों से बात करने के लिए बेहतर संचार सुविधा भी मुहैया कराई जा रही है। गृह मंत्रालय ने सुरक्षाकर्मियों में तनाव स्तर को कम करने के लिए नियमित रूप से तनाव प्रबंधन कार्यक्रम और योग की कक्षाएं चलाना शुरू किया है। साथ ही खेलकूद और मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान करने पर भी जोर है। डयूटी वितरण में भी पारदर्शिता बरतने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा सीमा चौकियों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को बुनियादी सुख-सुविधाएं मुहैया कराने पर भी जोर दिया जा रहा है।

संघ तैयार कर रहा 3000 "सैनिक"

संघ तैयार कर रहा 3000 "सैनिक"

लखनऊ। हिन्दू धर्म, संस्कृत और राष्ट्र की अवधारणा का वाहक राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) उत्तर प्रदेश में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर प्रशिक्षण शिविर लगाकर लगभग तीन हजार स्वंय सेवकों को प्रशिक्षित कर रहा है।

उत्तर प्रदेश को छह प्रांतों में बांट कर सात प्रशिक्षण शिविर से अपनी योजनाओं को मूर्तरूप दे रही आरएसएस राजधानी लखनऊ में 400 से ऊपर प्रतिज्ञ (संघ की प्रतिज्ञा लेने वाले) स्वंय सेवक तैयार कर रही है। जिसमें 31 मित्र राष्ट्र नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों से आए हैं। यूपी को गोरक्ष (गोरखपुर), काशी (वाराणसी), अवध (लखनऊ), कानपुर, पश्चिम (मेरठ) और वृज (आगरा) क्षेत्र में चल रहे प्रशिक्षण वर्ग में दो हजार से ज्यादा स्वंय सेवक प्रशिक्षित हो रहे हैं। हर जगह प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण लगा है, लेकिन काशी क्षेत्र मे दो वर्ग लगा है। एक प्रथम वर्ष का सुल्तानपुर तथा एक विशेष वर्ग का जिसमें 40 से 65 वर्ष के लोग प्रशिक्षण ले रहे हैं। जिन्हें सेवा संबंधी कार्यो का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अन्य स्थानों पर कठोर शारीरिक प्रशिक्षण देकर उन्हें तपाया जा रहा है। लखनऊ में द्वितीय वर्ष प्रशिक्षण वर्ग में 400 से अधिक प्रतिज्ञ स्वंय सेवक तैयार किए जा रहे हैं। संघ के महिला विंग राष्ट्रीय सेविका समिति के नेतृत्व में 256 महिलाओं को मथुरा में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


गोरखपुर क्षेत्र के सहजनवां प्रशिक्षण शिविर में प्रथम वर्ष के 225, कशी क्षेत्र के सुल्तानपुर में 425, अवध क्षेत्र के रायबरेली में 300, कानपुर क्षेत्र के कन्नौज में 275, प्रश्चिम के मेरठ में 400 एंव वृजक्षेत्र के प्रथम वर्ष के लिए एटा में 325 तथा मथुरा के वृंदावन में द्वितीय वष्ाü के 275 प्रशिक्षार्थी आए हैं।

जिन्हें प्रशिक्षण के बाद प्रतिज्ञा करायी गई है। ये प्रतिज्ञा प्रथम वर्ष के बाद और तृतीय वष्ाü के पहले दिलायी जाती है। जिसमें स्वंय सेवकों को आजीवन राष्ट्र सेवा का व्रत लेना पड़ता है। प्रत्येक शिविर में 22 दिन तक प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रथम वष्ाü में 40 वर्ष के नीचे तक के स्वंय सेवकों को शामिल किया गया है। संघ तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण अपने मुख्यालय नागपुर में दिलाता है। जहां से प्रशिक्षण के बाद उनमें देश भक्ति का जज्बा इस हद तक भरा जाता है की वो राष्ट्र स्वाभिमान के लिए लेने और देने में न हिचकें।

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश दौरे पर आए संघ सुप्रिमों मोहन भागवत ने चीन को भारत का सबसे बड़ा दुशमन बताते हुए भारत सरकार को हिमालय की ओर से भारत की सुरक्षा को लेकर आगाह किया था। इसीलिए इस बार नेपाल से आए 31 प्रशिक्षार्थी यूपी के शिविरों में प्रशिक्षण ले रहे हैं। जिसमें 11 द्वितीय वर्ष लखनऊ तथा 20 वाराणसी में शामिल हुए हैं। दशहरे के पहले इन वर्गो के प्रशिक्षण का असर धरातल पर दिखने लगेगा।

संघ में कराई जाने वाली प्रतिज्ञा :

।।सर्व शक्तिमान श्री परमेश्वर तथा अपने पूर्वजों को स्मरण कर मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि अपने पवित्र हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृत तथा हिन्दू समाज का संरक्षण कर राष्ट्र के संर्वागीण उन्नति के लिए मैं राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ का घटक बना हूं। संघ का कार्य प्रमाणिकता, निस्वार्थ, बुद्धि एंव तन-मन-धन पूर्वक करूंगा और इस व्रत का मैं आजन्म पालन करूंगा। भारत माता की जय।।

मैरिज के नाम पर युवतियों का सौदा

मैरिज के नाम पर युवतियों का सौदा

कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में शादी के नाम पर युवतियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह गिरोह कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में लड़कियों को बेचने का कारोबार चला रहा था। गिरोह के तीन लोगों को मौके से दबोचा गया तथा 11 लोग ऎसे पकड़े गए जो शादी के सिलसिले में आए हुए थे।

गुमानपुरा थाना पुलिस को गुरूवार को ही दो शिकायतें मिली थीं कि कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में कुछ लोग युवतियों की सौदेबाजी में लिप्त हैं। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और प्रशिक्षु आईपीएस विकास शर्मा के नेतृत्व ने वहां दबिश दी गई। मौके पर मैरिज ब्यूरो चलाने वाले त्रिलोक मालपानी को उसके तीन साथियों समेत धर लिया गया। वहां शादी के सिलसिले में आए 11 अन्य लोगों को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।

ब्यूरो संचालक ने प्रांरभिक पूछताछ में बताया कि वह बीते तीन साल से कोटा में मैरिज ब्यूरो चला रहा है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के लोग छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्यप्रदेश, बिहार से शादी योग्य युवतियों को यहां लाकर 50 से 70 हजार रूपए में लाकर बेच देते थे। मिलने वाली रकम का बड़ा हिस्सा युवति के परिजनों को पहुंचाया जाता था तथा 10 से 15 हजार रूपए बतौर कमीशन यह गिरोह खुद अपने पास रख लेता था।

अब तक यह गिरोह 100 ये ज्यादा ऎसी युवतियों का शादी के नाम पर सौदा करा चुका है। मालूम हो कि ये ऎसे परिवारों को फांसता था जो आदिवासी गरीब होते थे। उनके यहां शादी योग्य युवतियों को बदले में अच्छी खासी रकम देने का वादा कर सौदा करा दिया जाता था। फिलहाल पुलिस दल आरोपियों से पूछताछ में लगा है। इस गिरोह से कई और लोगों के जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है।