अब डाकघर में भी बनेंगे पैनकार्ड
बाड़मेरपैनकार्ड बनाने के लिए अब लोगों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। जुलाई से डाकघरों में भी पैनकार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। डाकघरों में पैनकार्ड बनाने की सुविधा देने के लिए यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (यूटीआई) से करार किया गया है। डाकघरों में आवेदक को 96 रुपए का कूपन जारी किया जाएगा। आवेदन पर कूपन नंबर अंकित करने के बाद उसे यूटीआई के दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा। वहां से 30 दिन के भीतर पैनकार्ड बनकर आवेदक के पास पहुंच जाएगा। फिलहाल यह सुविधा चुनिंदा डाकघरों में ही शुरू होगी।
कार्मिकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण : यूटीआई के साथ मिलकर डाक विभाग ने पैनकार्ड बनाने की योजना शुरू की है। इसके लिए यूटीआई, डाकघर के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेगी। पहले चरण में सभी पोस्ट मास्टरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नाबालिग के लिए जरूरी नहीं फोटो
डाकघर में पैनकार्ड आवेदन के लिए आवेदक को पहले फार्म भरना होगा। फार्म के साथ ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता फोटो पहचान-पत्र के अलावा दो नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो लगाना जरूरी होगा। इसके बिना आवेदन स्वीकार नहीं होगा। 18 वर्ष से कम आयु के आवेदकों के लिए फोटो की अनिवार्यता नहीं रखी गई है। संरक्षक के हस्ताक्षर के आधार पर ही किशोरों को पैनकार्ड जारी कर दिया जाएगा।
पोस्टमैन करेंगे एड्रेस वेरिफाई
पैनकार्ड सुविधा के तहत आने वाले आवेदनों के पतों का वेरिफिकेशन एरिया में कार्यरत विभाग के पोस्टमैन करेंगे। जिसके बाद आवेदन-पत्रों को ऑनलाइन पद्धति से यूटीआई भेजा जाएगा।
ये चाहिए दस्तावेज
पैनकार्ड बनवाने के लिए फार्म के साथ वोटर आईडी की फोटो कॉपी लगानी जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति के पास वोटर आईडी नहीं है, तो वह जहां खाता है उस बैंक की पासबुक, राशन कार्ड व मूल निवास प्रमाण-पत्र की फोटो प्रति साथ लगा सकता है। कोई व्यक्ति जिले में नया है और उसके पास ऐसे कुछ भी कागजात नहीं हैं तो वह सरपंच या पार्षद से जिले में पांच साल का निवासी होने की लेटरपैड पर प्रामाणिकता लिखवा फार्म के साथ लगा सकता है। फार्म जमा होने के 30 दिन बाद पैनकार्ड सीधे आपके द्वारा भरे पते पर पहुंच जाएगा।
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