मैरिज के नाम पर युवतियों का सौदा
कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में शादी के नाम पर युवतियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह गिरोह कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में लड़कियों को बेचने का कारोबार चला रहा था। गिरोह के तीन लोगों को मौके से दबोचा गया तथा 11 लोग ऎसे पकड़े गए जो शादी के सिलसिले में आए हुए थे।
गुमानपुरा थाना पुलिस को गुरूवार को ही दो शिकायतें मिली थीं कि कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में कुछ लोग युवतियों की सौदेबाजी में लिप्त हैं। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और प्रशिक्षु आईपीएस विकास शर्मा के नेतृत्व ने वहां दबिश दी गई। मौके पर मैरिज ब्यूरो चलाने वाले त्रिलोक मालपानी को उसके तीन साथियों समेत धर लिया गया। वहां शादी के सिलसिले में आए 11 अन्य लोगों को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
ब्यूरो संचालक ने प्रांरभिक पूछताछ में बताया कि वह बीते तीन साल से कोटा में मैरिज ब्यूरो चला रहा है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के लोग छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्यप्रदेश, बिहार से शादी योग्य युवतियों को यहां लाकर 50 से 70 हजार रूपए में लाकर बेच देते थे। मिलने वाली रकम का बड़ा हिस्सा युवति के परिजनों को पहुंचाया जाता था तथा 10 से 15 हजार रूपए बतौर कमीशन यह गिरोह खुद अपने पास रख लेता था।
अब तक यह गिरोह 100 ये ज्यादा ऎसी युवतियों का शादी के नाम पर सौदा करा चुका है। मालूम हो कि ये ऎसे परिवारों को फांसता था जो आदिवासी गरीब होते थे। उनके यहां शादी योग्य युवतियों को बदले में अच्छी खासी रकम देने का वादा कर सौदा करा दिया जाता था। फिलहाल पुलिस दल आरोपियों से पूछताछ में लगा है। इस गिरोह से कई और लोगों के जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है।
कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में शादी के नाम पर युवतियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह गिरोह कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में लड़कियों को बेचने का कारोबार चला रहा था। गिरोह के तीन लोगों को मौके से दबोचा गया तथा 11 लोग ऎसे पकड़े गए जो शादी के सिलसिले में आए हुए थे।
गुमानपुरा थाना पुलिस को गुरूवार को ही दो शिकायतें मिली थीं कि कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में कुछ लोग युवतियों की सौदेबाजी में लिप्त हैं। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और प्रशिक्षु आईपीएस विकास शर्मा के नेतृत्व ने वहां दबिश दी गई। मौके पर मैरिज ब्यूरो चलाने वाले त्रिलोक मालपानी को उसके तीन साथियों समेत धर लिया गया। वहां शादी के सिलसिले में आए 11 अन्य लोगों को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
ब्यूरो संचालक ने प्रांरभिक पूछताछ में बताया कि वह बीते तीन साल से कोटा में मैरिज ब्यूरो चला रहा है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के लोग छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्यप्रदेश, बिहार से शादी योग्य युवतियों को यहां लाकर 50 से 70 हजार रूपए में लाकर बेच देते थे। मिलने वाली रकम का बड़ा हिस्सा युवति के परिजनों को पहुंचाया जाता था तथा 10 से 15 हजार रूपए बतौर कमीशन यह गिरोह खुद अपने पास रख लेता था।
अब तक यह गिरोह 100 ये ज्यादा ऎसी युवतियों का शादी के नाम पर सौदा करा चुका है। मालूम हो कि ये ऎसे परिवारों को फांसता था जो आदिवासी गरीब होते थे। उनके यहां शादी योग्य युवतियों को बदले में अच्छी खासी रकम देने का वादा कर सौदा करा दिया जाता था। फिलहाल पुलिस दल आरोपियों से पूछताछ में लगा है। इस गिरोह से कई और लोगों के जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें