शनिवार, 19 मई 2012

राज वेस्ट पावर प्लांट के यार्ड में आग लगी

राज वेस्ट  पावर प्लांट के यार्ड में आग लगी 
बाड़मेर जिला मुख्यालय से तीस किलोमीटर दूर स्थित भादरेश गाँव में राज वेस्ट पावर प्लांट के यार्ड में शनिवार दोपहर को आग लग गयी यह आग प्लांट के एल एंड टी के यार्ड में लगी हें आग भीषण रूप ले चुकी हें प्लांट के कार्मिक आग बुझाने में जुटे हें वहीं फायर ब्रिगेड भी घटनास्थल पर पंहुच चुकी हें आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा हें समाचार लिखे जाने तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका आगजनी के कारणों का पता नहीं चला 

मानवेन्द्र सिंह को जन्म दिन की बधाई देखे तस्वीरे









मानवेन्द्र सिंह को जन्म दिन की बधाई देखे तस्वीरे

बाड़मेर जैसलमेर के पूर्व संसद मानवेन्द्र सिंह जसोल का आज जन्म दिन हें ...बेहद सुलझे हुए व्यक्तित्व के मालिक और संवेदनशील व्यक्ति हें ..राजनीती में होकर भी आम नेताओं जैसा स्वाभाव नहीं हें .....बाड़मेर की जनता की और से उन्हें हार्दिक बधाई और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाये

कानून के कारण नहीं बस पा रहे घर


कानून के कारण नहीं बस पा रहे घर


राजस्थान में परेशान हैं सीमावर्ती गाँवों के लोग

बाड़मेर सरहदी इलाके में जमीनों की खरीद-फरोख्त के मामले उजागर होने तथा एक केन्द्रीय कानून को कड़ाई से लागू करने के फलस्वरूप राजस्थान में बाड़मेर जिले के सीमावर्ती प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों में विवाहों पर ग्रहण-सा लग गया है।


भारत सरकार के अपराध कानून संशोधन अधिनियम 1961 के तहत राजस्थान के चार सीमावर्ती जिलों बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और गंगानगर के 22 थाना क्षेत्रों को एक यूनिट मानकर एक-दूसरे के थाना क्षेत्रों में आने-जाने के लिए जिला प्रशासन की अनुमति लेना आवश्यक है, लेकिन पुलिस एवं जिला प्रशासन ने इस बारे में कड़ाई नहीं बरती।


इस कानून की धारा 3 के तहत 12 मार्च 1996 में जारी अधिसूचना के अनुसार बाड़मेर जिले के चौहटन, रामसर, गिराब, बाखासर, गडरारोड़, सेडवा एवं बीजराड थाना क्षेत्र को अधिसूचित किया गया था। जिला जनअभाव अभियोग एवं निवारण समिति के 30 जुलाई 2007 के निर्णय के बाद से इस कानून को अत्यंत कड़ाई से लागू किया जा रहा है।


कानून की कड़ाई के चलते भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से 20 किलोमीटर दायरे में आए भारतीय सरहदी गाँवों में अब माता-पिता अपने बेटों के रिश्ते करने से कतराने लगे हैं। इस कारण कई लड़कियाँ कुँवारी बैठी हैं और गाँवों में शहनाई नहीं बज रही है।


प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों में रिश्ते नाते जोड़ने में आए अवरोध के साथ इस इलाके से दूसरे क्षेत्र में आने-जाने पर भी रोक लग गई है। यह कानून ग्रामीणों तथा स्थानीय निवासियों के लिए काले पानी की सजा के समान हो गया है। 


बाड़मेर जिले के प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों से जिला मुख्यालय तक आने-जाने तथा अन्य इलाकों से प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेने के लिए लंबी-चौड़ी खानापूर्ति करना हर किसी के बस की बात नहीं।


प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों के लोगों को एक-दूसरे के यहाँ आने-जाने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बाखासर से बाड़मेर आने-वाले स्थानीय व्यक्ति को मुख्यालय तक आने के लिए सडेवा तथा चौहटन क्षेत्र को पार करने में कानून का उल्लंघन करना होगा। इसी तरह गडरारोड़ में रहने वाले को रामसर थाना क्षेत्र पार कर बाड़मेर आना होगा। गडरारोड़ बाखासर में बैठा व्यक्ति भी जिला मुख्यालय नहीं आ पाएगा।


जिला प्रशासन  ने भी स्वीकार किया कि अब यह कानून कड़ाई से लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के निवासियों को इस कानून में आवश्यक छूट देने के लिए सेक्टर-9 में संशोधन का प्रस्ताव राज्य सरकार के माध्यम से केन्द्र को भिजवाया गया है।


पुलिस  सूत्रों ने बताया कानून के उल्लंघन के मामले जरिये अदालत इस्तगासे मुकदमे दर्ज होते हैं। पिछले एक वर्ष में 316 मामले दर्ज हो चुके हैं।












अलविदा डोना समर, हमेशा याद रहोगी

नयी दिल्‍ली . मशहूर गायिका डोना समर ने कैंसर की बीमारी से लंबे समय जूझने के बाद कल दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी मौत की कहानी 9/11 से जुड़ी है। अलकायदा ने इस बदनाम तारीख को जब अमेरिका में बनी वर्ल्‍ड ट्रेड सेंटर नाम की जिन दो जुड़वां इमारतों को निशाना बनाया था उन्‍हीं के पास में डोना का आशियाना भी था। जब आतंकवादियों के विमान इन इमारतों से टकराए तो ये इमारतें चूर चूर हो गयीं नतीजतन वहां धूल का गुबार छा गया । इस धूल धक्‍कड़ में एसबेस्‍टस , लैड, आदि चीजें शामिल थीं। ये धूल उस वक्‍त मकान में मौजूद डोना के घर में भी प्रवेश कर गयी जिसके बाद से डोना को सांस की तकलीफ शुरू हुई जो बाद में कैंसर में बदल गयी और जिसने डोना की जान लेकर ही उनका पीछा छोड़ा।
 




इस हमले में करीब तीन हजार लोग मारे गये । उनका जीवन तो तुंरत समाप्‍त हो गया लेकिन जो लोग यहां से उठी धूल की चपेट में आये उनका जीवन आज भी नर्क बना हुआ है। एक आंकड़े के अनुसार गुबार के कारण करीब एक हजार लोग बीमार हुए और इनमें से 700 लोग दम तोड़ चुके हैं। डोना समर आतंकवाद के शिकार इन्‍हीं मासूम लोगों में से एक हैं।









सोशल नेटवर्किंग साइटों पर डोना समर को खूब याद किया जा रहा है। लोग उन्‍हें नमन कर रहे हैं , श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।






1. ब्रिटिश अखबार द सन ने उन्‍हें इस अंदाज में याद किया है और आतंकवाद को इस सुरीली गायिका का याद किया है । पढ़ने के लिए यहां जाएं। http://www.thesun.co.uk/sol/homepage/news/4323815/911-dust-kills-disco-queen-Donna-Summer.html






2. डेली बीस्‍ट ने उनके गीतों को वेबसाइट पर लगाकर अपने तरह से श्रद्धासुमन अर्पित किये हैं। यहां पर क्लिक करें। http://www.thedailybeast.com/articles/2012/05/17/the-best-of-donna-summer-the-queen-of-disco-videos.html











3. एमटीवी ने उनका एक साक्षात्‍कार प्रकाशित किया है जिसमे डोना ने कहा था कि जो कुछ कहा नहीं जा सकता उसे हम गीत में कह सकते हैं।


http://www.mtv.com/news/articles/1685350/donna-summer-music.jhtml









4. न्‍यूयार्क टाइम्‍स ने उन्‍हें युगांतरकारी गायिका की संज्ञा दी है । http://www.nytimes.com/2012/05/18/arts/music/donna-summer-queen-of-disco-dies-at-63.html









5. लॉस एं‍जि‍ल्‍स टाईम्‍स ने उन्‍हें डिस्‍को दीवा की उपमा दी है। http://www.latimes.com/news/obituaries/la-me-donna-summer-20120518,0,632480.story

"सरकारी संरक्षण" बना "कैद"!

"सरकारी संरक्षण" बना "कैद"!
बाड़मेर। एक मूक बघिर दस वर्षीय मासूम को ऎसे मकान में बंद कर दिया गया है, जहां उसके साथ कोई नहीं है। एक चौकीदार बैठा दिया गया है, जो उसके दो समय खाने और कपड़ों का प्रबंध जरूर कर देता है। इस मकान में उससे बात करने के लिए दीवारें है और रूलाई फूटती है तो कोई बहलाने वाला नहीं होता। बाल संरक्षण के नाम पर मिल रही यह कैद मासूमों के लिए मुश्किल बनी हुई है। इसमें सुधार को लेकर सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा है।

1098 के माध्यम से मिलने वाले बच्चों के संरक्षण के लिए प्रावधान है कि शिशु सुधार गृह में इनको रखा जाए। इनके अभिभावक मिलने पर उनको वापिस सुपुर्द कर दिया जाए। बाड़मेर में लगातार ऎसे बच्चे आ रहे हैं। इन बच्चों को बाल कल्याण समिति को सुपुर्द करने के बाद राजकीय संप्रेषण व किशोर गृह में संरक्षण के लिए भेजा जा रहा है। यह केन्द्र शहर में एक किराए के मकान में संचालित हो रहा है। इस मकान में इन बच्चों को रख दिया जाता है और इनके खाने पीने का इंतजाम किया जा रहा है। चौबीस घंटे एक चौकीदार की डयूटी रहती है। बच्चों को मकान से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। लिहाजा चौबीस घंटे इसी मकान में यह बच्चे बंद रहते हंै।

कैद नहीं तो क्या
इन दिनों यहां एक बच्चा छह दिन से रह रहा है। शहर कोतवाली पुलिस को मिला यह बच्चा दस साल का है।
इस बच्चे के पास अपनी खुद की कोई पहचान नहीं है। कुछ भी नहीं बता रहे इस बच्चे के अभिभावकों का पता लगाना भी मुश्किल हो रहा है। अब इस बच्चे को इस मकान में भेज दिया गया है, जहां उससे न तो कोई बात करने वाला है और न ही इशारों से उसकी बात को समझने वाला।

कोई छूट नहीं
बच्चे सरकारी संरक्षण में खो नहीं जाए इसलिए चौकीदार बैठाकर मकान में बंद रखा जा रहा है। जबकि मानवीयता के दृष्टिकोण से इन बच्चों की पढ़ाई, मानसिक अवसाद से बाहर लाने की जिम्मेवारी भी है। इसके लिए अन्य बच्चों के साथ खेलने, पढ़ने, चौबीस घंटे के बंद माहौल को त्यागना जरूरी है, जबकि ऎसी कोई छूट नहीं दी जा रही है।

गार्ड को कहा है बातें करे
सही बात है। छात्रावास में इस बच्चें को रखने का सोचा था। अब गार्ड को कहा है कि इससे बातें करें और मन बहलाए।
शरद शर्मा सहायक निदेशक, सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग

शिशुगृह होना चाहिए
अभी वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है,जहां बच्चा वास्तव में संरक्षण की सुविधा नहीं पा रहा है। इसके लिए अलग शिशुगृह का प्रावधान है जो बाड़मेर में नहीं है। इसलिए समस्या आ रही है।
एडवोकेट यज्ञदत्त जोशी
सदस्य बाल कल्याण समिति

आज शनि बदलेगा राशि, कल है शनि जयंती, जानिए राशिफल और उपाय

अगले कुछ घंटे ज्योतिष की दुनिया के लिए बहुत ही खास हैं। इस दौरान आकाश में सितारों की खासी हलचल होगी। ज्योतिष में सबसे कठोर माने जाने वाला ग्रह शनि अपनी राशि बदलकर कन्या राशि में आ जाएगा। 19 को शनि राशि बदलेगा, 20 को शनि जयंती और 20-21 मई की दरमियानी रात सूर्य ग्रहण होगा।  
ये 3 योग ज्योतिष के अनुसार सभी राशि के लोगों के प्रभावित कर रहे हैं। इन तीनों योगों में शनि ग्रह की महत्वपूर्ण भूमिका है, सभी राशियों पर शनि का प्रभाव सर्वाधिक रहेगा। अत: जानिए शनि से जुड़ी विस्तृत जानकारी...

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार 19 मई 2012 की दोपहर 2.30 बजे से वक्री शनि कन्या राशि में वापस प्रवेश करेगा। शनि 15 नवंबर को ही कन्या राशि से तुला में आए थे, लेकिन अपनी वक्री चाल के कारण वे कुछ समय के लिए फिर कन्या राशि में जाएंगे। 26 जून 2012 की सुबह 5.40 बजे से इनकी चाल मार्गी हो जाएगी। 1 अगस्त 2012 को वापस उच्च का होकर तुला राशि में लौट आएगा। हालांकि शनि के परिवर्तन की तिथि को लेकर कई पंचांगों में भेद है। फिर भी इस तिथि पर एकमत हुआ जा सकता है।

शनि खगोल विज्ञाम की नजर में..

खगोल विज्ञान के अनुसार शनि को सबसे सुंदर ग्रह माना जाता है। शनि के आसपास इसके उपग्रहों( लगभग 10 उपग्रह ) का समूह है, जो शनि के चारों ओर एक छल्ला सा दिखाई देता है,जिसके कारण शनि की सुंदरता बढ़ जाती है। वैसे तो सभी ग्रहों में गुरु यानि बृहस्पति ग्रह को सबसे बड़ा माना जाता है लेकिन इसके बाद शनि ही सबसे बड़ा ग्रह बताया गया है। शनि का व्यास लगभग सवा लाख किलोमीटर है। इसे अपनी ही धूरी पर एक चक्कर लगाने में लगभग 9 घंटे लगते हैं। ऐसा माना जाता है कि शनि 10 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से सूर्य की परिक्रमा करता है। शनि ग्रह सूर्य से लगभग डेढ़ अरब किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से शनि 10 किमी प्रति सेकंड की गति से सूर्य की परिक्रमा लगभग 30 वर्षों में कर लेता है।

शनि का राशि अनुसार सामान्य फल-

- वृषभ, कर्क, तुला, मकर के लिए शनि बहुत शुभ माना जाता है।

- मेष, सिंह, धनु, कुंभ के लिए शनि न तो अधिक शुभ है और ना ही अशुभ।

- मिथुन, कन्या, वृश्चिक एवं मीन के लिए शनि अशुभ माना जाता है।

12 राशियों के लिए शनि को मनाने के उपाय

मेष राशि:सरसों के तेल का दान किसी गरीब व्यक्ति को करें।

वृषभ राशि:इन लोगों को किसी गोशाला को ज्वार का दान करना चाहिए।

मिथुन राशि:उड़द के आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं।

कर्क राशि:शिवलिंग पर बिल्व पत्र अर्पित करें। किसी अपाहिज व्यक्ति को भोजन कराना शुभ रहेगा।

सिंह राशि:मां दुर्गा को गुलाब के फूलों की माला अर्पित करें। शनिदेव के चरणों में तेल चढ़ाएं।

कन्या राशि:किसी वट वृक्ष के पेड़ में जल अर्पित करें। रोटी बनाने का तवा दान करना शुभ रहेगा।

तुला राशि:गरीब कन्याओं को दूध और दही का दान करें। शनि देव का दर्शन करें।

वृश्चिक राशि:पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं। साबूत मसूर की दाल किसी सफाई कर्मचारी को दान करें।

धनु राशि:किसी अंधे व्यक्ति को भोजन कराएं। चने की दाल कुष्ठ रोगियों को दान करें।

मकर राशि:पक्षियों को दाना डालें और उनके लिए घर के बाहर एक बर्तन में पानी भरकर रखें।

कुंभ राशि:काली उड़द किसी बहती नदी में प्रवाहित करें। हनुमान चालिसा का पाठ करें।

मीन राशि: मिट्टी के बर्तन में शहद भरकर मंदिर में दान करें।

इन उपायों के साथ ही सभी राशि के लोग हनुमानजी का विशेष पूजन करें और शनि के निमित्त तेल का दान करें।

किन राशियों पर रहेगी साढ़ेसाती और ढैया

शनि 19 मई से राशि बदलकर तुला से कन्या में आएगा। वैसे तो शनि करीब ढाई साल तक एक ही राशि में रुकता है लेकिन अभी शनि वक्री है और इसी वजह से यह पीछे की ओर राशि बदलकर कन्या में जाएगा।

अब 19 मई से 1 अगस्त तक शनि कन्या राशि में रहेगा। इस कारण सिंह, कन्या, तुला राशि पर साढ़ेसाती हो जाएगी। मिथुन एवं कुंभ राशि पर पुन: ढैय्या का प्रभाव रहेगा। वृश्चिक, कर्क एवं मीन राशि शनि के सीधे प्रभाव से मुक्त हो जाएगी।

इन पांच राशियों पर शनि का सीधा असर रहेगा-

सिंह राशि के लिए यह स्थिति लाभकारी रहेगी।

कन्या राशि के लोगों को इस दौरान मिश्रित फल प्राप्त होंगे।

तुला राशि के लोगों को परिश्रम से लाभ प्राप्त होगा।

मिथुन राशि को सम्मान मिलेगा और यात्राएं करवाएगा।

कुंभ राशि वालों को धन प्राप्ति तथा जमीन से लाभ प्राप्त होगा।

देश-दुनिया पर क्या होगा असर?

पं. मनीष शर्मा के अनुसार शनि का वक्री होने का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। इसके अलावा यह केवल प्राकृतिक आपदा का कारक बन सकता है। शनि का तुला राशि में वक्री होने से तूफान, चक्रवात, भूकंपन, बाढ़ आदि की संभावनाएं बन रही हैं। लोगों को मंहगाई का सामना कर पड़ सकता है। इसके अलावा व्यक्तिगत जीवन में यह किसी को परेशान नहीं करेगा। जिन राशियों में शनि का ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है उन्हें भी कुछ समय के लिए राहत होगी। अभी कन्या, तुला और वृश्चिक राशि पर साढ़ेसाती है। मीन तथा कर्क राशि पर ढैय्या चल रही है।

20 मई शनि जयंती और 21 मई सूर्य ग्रहण...

रविवार 20 मई को शनि जयंती है और सोमवार 21 मई को सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य का ग्रहण का प्रभाव 12 घंटे पूर्व से ही प्रारंभ हो जाता है। अत: शनि जयंती के दिन से ही सूर्य ग्रहण का प्रभाव भी शुरू हो जाएगा। इस दिन शनि देव के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए विशेष पूजन-अर्चन किया जाना चाहिए। 21 मई को कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण होगा।

सूर्य ग्रहण (21 मई, रविवार) का प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण 21 मई, सोमवार (ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या) को होगा। इस दिन शनि जयंती का योग भी बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार यह ग्रहण कृत्तिका नक्षत्र, वृष राशि में होगा, जो भारत के केवल पूर्वी भाग में खण्डग्रास रूप में दिखाई देगा। ग्रहण का मोक्ष दूसरे दिन यानी 21 मई, सोमवार को सुबह 4.51 बजे होगा। यह ग्रहण वृष राशि में होने से प्राकृतिक आपदा से जन-धन की हानि के योग बन रहे हैं। सरकार और नागरिकों के बीच तनाव और संघर्ष की स्थिति बन सकती है। राष्ट्र को बड़े राजनेताओं की हानि हो सकती है। आकस्मिक दुर्घटना जैसे रेल हादसे, विमान हादसे के कारण जान-माल का नुकसान भी संभावित है। पड़ोसी देशों से संबंधों में भी कुछ मतभेद हो सकते हैं। ध्यान रहें, सूर्य ग्रहण का प्रभाव उन्हीं क्षेत्रों पर होगा जहां सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। जिन स्थानों पर ग्रहण नहीं दिखाई देगा वहां इसका कोई प्रभाव नहीं होगा।

कौन हैं शनि देव?

सभी नौ ग्रहों में शनि देव का स्थान सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं। शनि देव को न्यायाधीश का पद प्राप्त है, अत: इनके द्वारा ही समस्त जीवों को उनके कर्मों का शुभ-अशुभ फल प्रदान किया जाता है। जिस व्यक्ति के जैसे कर्म होते हैं ठीक वैसे फल शनि प्रदान करते हैं। ज्योतिष के अनुसार शनि मकर और कुंभ राशि का स्वामी माना जाता है। शनि देव को अर्पित की जाने वाली वस्तुओं में लोहा, तेल, काले-नीले वस्त्र, घोड़े की नाल, काली उड़द, काले रंग का कंबल शामिल हैं।

कब हुआ शनि का जन्म

शास्त्रों के अनुसार हिन्दी मास ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को शनिदेव का जन्म रात के समय हुआ था।

शनि के अन्य नाम

शनि अत्यंत धीमे चलने वाला ग्रह है और इसे सूर्य की परिक्रमा करने के लिए ३० वर्ष लगते हैं। इसलिए शनि को मंद भी कहते हैं। शनै:-शनै: अर्थात धीरे-धीरे चलने के कारण इसको शनैश्चराय भी कहते है। यह यमराज के बड़े भाई हैं इसलिए इन्हें यमाग्रज भी कहते हैं। रविपुत्र, नीलांबर, छायापुत्र, सूर्यपुत्र आदि अनेक नाम है।

शनि का पारिवारिक परिचय

शास्त्रों के अनुसार शनिदेव को सूर्य का पुत्र माना गया है। इनकी माता का नाम छाया है। सूर्य की पत्नी छाया के पुत्र होने के कारण इनका रंग काला है। मनु, यमराज शनि के भाई तथा यमुनाजी इनकी बहन है। ऐसा माना जाता है शनि का विवाह चित्ररथ (गंधर्व) की कन्या से हुआ।

शनि देव का स्वरूप

शनिदेव शरीर इंद्रनीलमणि के समान है। इनका रंग श्यामवर्ण माना जाता है। मस्तक पर स्वर्णमुकुट शोभित है एवं नीले वस्त्र धारण किए रहते हैं। शनि देव का वाहन कौआ है। शनिदेव की चार भुजाएं हैं। इनके एक हाथ में धनुष, एक हाथ में बाण, एक हाथ में त्रिशूल और एक हाथ में वरमुद्रा सुशोभित है। शनिदेव का तेज करोड़ों सूर्य के समान अति तेजस्वी बताया गया हैं।

नौ ग्रहों से शनि का संबंध

ज्योतिष में नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु बताए गए हैं।

- इन ग्रहों में बुध और शुक्र शनि के मित्र ग्रह हैं।

- सूर्य, चंद्र और मंगल ये तीनों शनि के शत्रु ग्रह माने गए हैं।

- इनके अलावा गुरु से शनि सम भाव रखता है।

- शेष दो ग्रह राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है। इन दोनों से भी शनि देव मैत्री भाव ही रखते हैं।

शनि देव की प्रकृति

शनि देव न्याय, श्रम और प्रजा के देवता हैं। यदि किसी व्यक्ति के कर्म पवित्र हैं तो शनि उन्हें सुखी जीवन प्रदान करता है। किसानों के लिए शनि मददगार हैं। गरीब और असहाय लोगों पर शनि की विशेष कृपा रहती है। जो लोग किसी गरीब को परेशान करते हैं उन्हें शनि के कोप का सामना करना पड़ता है। शनि पश्चिम दिशा के स्वामी हैं। वायु इनका तत्व है। साथ ही शनि व्यक्ति के शारीरिक बल को भी प्रभावित करता है।

शनि आराधना का मंत्र

शनि आराधना के लिए कई मंत्र बताए गए हैं लेकिन सबसे सरल और प्रभावी मंत्र इस प्रकार है- मंत्र: ऊँ शं श्नैश्चराय नम:

राजस्थान: आज से 5 घंटे तक होगी बिजली कटौती



देशव्यापी बिजली की कमी और प्रदेश के विभिन्न बिजलीघरों की करीब 11 इकाइयां बंद होने से राज्य में बिजली कटौती की अधिकारिक घोषणा की गई है। अब जयपुर से लेकर गांवों तक एक से पांच घंटे की कटौती की जाएगी। जयपुर में एक घंटा, संभाग मुख्यालयों पर दो घंटे, जिला मुख्यालयों पर 3 घंटा, नगर पालिका क्षेत्र में 4 घंटे और 5 हजार से ऊपर की आबादी वाले क्षेत्र में 5 घंटे की कटौती की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में शाम छह बजे से सुबह सात बजे तक और पांच घंटे के थ्री फेस सप्लाई की जाएगी।
बिजली निगम के निदेशक सी.एस. चंडालिया ने बताया कि जैसे ही बिजली की उपलब्धता होगी कटौती समाप्त कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ग्रिड अनुशासन को सुनिश्चित करने के लिए ही कटौती की जा रहा है। देशभर में 35,000 मेगावाट की कमी चल रही है।
इसके अलावा राजस्थान में सूरतगढ़ की एक, छबड़ा की दो, बरसिंगसर की दो, धौलपुर की दो, राज वेस्ट की दो इकाइयां बंद होने से बिजली की सप्लाई पर असर आ रहा है। इसके चलते राज्य में 1500 मेगावाट की कमी है। अभी 1150 लाख यूनिट की उपलब्धता है, जबकि गर्मी के कारण 1400 यूनिट की मांग है।
करीब 250 लाख यूनिट की कमी चल रही है। इस कमी को देखते हुए बिजली निगम की ओर से 100 से 150 लाख यूनिट एक्सचेंज से खरीद की जा रही है। फिर भी एक्सचेंज के कम बिजली मिलने के कारण पूर्ति नहीं हो पा रही है।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार पवन ऊर्जा से भी कभी कभी उत्पादन 1000 मेगावाट से कम होकर 500/100 मेगावाट तक ही रह जाता है। उससे भी अनियमित कटौती की जा रही है।

नहीं रहे बाबा जय गुरुदेव, आश्रम में ही होंगे अंतिम दर्शन



मथुरा/जयपुर.बाबा जय गुरुदेव ने शुक्रवार को आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मथुरा स्थित आश्रम में अपना शरीर त्याग दिया। वे 116 वर्ष के थे। रात 10:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
बाबा को उनकी इच्छा पर दोपहर में ही गुडगांव के मेदांता अस्पताल से मथुरा आश्रम पर लाया गया था। उनका पार्थिव शरीर सुबह आश्रम में ही अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा

हॉस्टल के बाहर से उठाया और 24 घंटे तक करते रहे गैंग रेप, फिर फेंक दिया


 
सोनीपत.गोहाना .भक्त फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां विधि विभाग की बीए एलएलबी की प्रथम वर्ष की एक छात्रा को मेस का संचालन कर रहे युवक ने अपने दो साथियों के साथ विश्वविद्यालय के सामने से जबरन उठा लिया। खेतों में ले जाकर उसके साथ बारी-बारी से मुंह काला किया। इसके बाद युवकों ने छात्रा को विश्वविद्यालय के सामने ही फेंक दिया।
गैंग रेप करने वाले तीन आरोपियों को हरियाणा पुलिस ने छात्राओं के दबाव के बाद रात को गिरफ्तार कर लिया। इनमें अमित मलिक और जयपाल शामिल है। तीनों आरोपियों को खानपुर गांव के समीप से गिरफ्तार किया गया है।
आरोप है कि इस मामले को दबाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन जब विवि की अन्य छात्राओं को इसका पता लगा तो उन्होंने इसका डटकर विरोध किया। वे हॉस्टल से बाहर आ गईं और धरना-प्रदर्शन शुरू कर रोड जाम कर दिया। इसके बाद अधिकारियों की नींद टूटी और सदर थाने में मामला दर्ज किया गया। छात्रा का खानपुर कलां स्थित बीपीएस महिला राजकीय अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। धरने पर डटीं लड़कियों को हॉस्‍टल प्रशासन की ओर से खाना-पीना भी नहीं दिया जा रहा है
दिल्ली के होलंबी कलां की रहने वाली एक लड़की खानपुर कलां स्थित भक्त फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के विधि विभाग में एलएलबी प्रथम वर्ष की छात्रा है।
विश्वविद्यालय के छात्रावास संख्या 14 में रहने वाली यह छात्रा 16 मई की दोपहर विश्वविद्यालय के गेट के बाहर किसी काम से आई थी। उसी दौरान स्कार्पियो गाड़ी में तीन युवक उसे जबरन बैठा ले गए।
युवक छात्रा को खेतों में ले गए। वहां पर तीनों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। बाद में विश्वविद्यालय के बाहर छोड़ दिया। बदहवास छात्रा वहां से छात्रावास में अपने कमरे में चली गई। 17 मई को उसने घटना की जानकारी अपनी सहयोगी छात्राओं को दी। घटना पूरे विश्वविद्यालय में आग की तरह फैल गई।
आरोप है कि जब मामले को दबाने की कोशिश की गई तो छात्राओं ने विरोध किया। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया। सदर थाना पुलिस ने छात्रा के बयान पर गांव खानपुर कलां निवासी व विवि में मैस का संचालन कर रहे अमित मलिक उर्फ मीता व दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

शुक्रवार सुबह छात्राओं ने विश्वविद्यालय में छात्राओं की सुरक्षा कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विश्वविद्यालय के गेट के सामने गोहाना-गन्नौर मार्ग पर जाम लगा दिया।

छात्राओं के साथ है विश्वविद्यालय : वीसी

विश्वविद्यालय की कुलपति डा. पंकज मित्तल व रजिस्ट्रार डा. आशा कादियान ने कहा कि जिस छात्रा के साथ दुर्घटना हुई है विश्वविद्यालय प्रशासन उसके पूरी तरह से साथ है। उन्होंने कहा कि घटना का पता लगते ही इस संबंध में कमिश्नर, डीएसपी व अन्य अधिकारियों से बातचीत की गई। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज हो चुका है और छात्रा का मेडिकल परीक्षण करवाया जा चुका है।

चीफ वार्डन को बदला

छात्राओं के कड़े रुख व आंदोलन को देखते हुए महिला विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा चीफ वार्डन से त्याग-पत्र ले लिया गया। विश्वविद्यालय के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार कृष्णा राठी को चीफ वार्डन नियुक्त किया गया है।

तो गर्मी बीतने के बाद शुरू होगी टैंकरों से पानी सप्लाई!


.तो गर्मी बीतने के बाद शुरू होगी टैंकरों से पानी सप्लाई!

बाड़मेर  गर्मी आधी बीतने को है लेकिन अभी तक कमीशंड गांवों व ढाणियों में टैंकरों से पेयजल परिवहन सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाया है। जलदाय विभाग के पांच जोन में से दो जोन में ही टैंकरों से पेयजल परिवहन शुरू हो पाया है, जबकि दो जोन में आधे गांव व ढाणियों में सप्लाई की कवायद चल रही है। शेष गांवों व ढाणियों में सप्लाई का इंतजार है। इतना ही नहीं बाड़मेर जोन में टैंकरों से पेयजल परिवहन की दरों का शुक्रवार को अनुमोदन किया गया। ऐसे में पेयजल की समस्या दिनोंदिन विकट होती जा रही है।

जिले भर में पानी की किल्लत बढ़ गई है। जहां पर जलदाय विभाग के स्रोत हैं, वहां भी अनियमित जलापूर्ति हो रही है। टैंकरों से पेयजल परिवहन के लिए जलदाय विभाग को सवा करोड़ रुपए का बजट जारी कर रखा है। लेकिन टेंडर प्रक्रिया में देरी के चलते समय पर टैंकरों से पानी की सप्लाई शुरू नहीं होने से लोगों को प्यास बुझाने के लिए अपने स्तर पर ही जतन करने पड़ रहे हैं। जिले भर में करीब पांच सौ से अधिक गांव व ढाणियां चिह्नित हैं। जिसे विभाग ने कमीशंड मान रखा है। जहां पर टैंकरों से पेयजल परिवहन किया जाना प्रस्तावित है।

प्रक्रिया ही ऐसी देरी तो होगी. जलदाय विभाग ने कमीशंड गांव व ढाणियों में टैंकरों से पेयजल परिवहन के लिए प्रक्रिया ही इस तरह की कर रखी है कि देरी होना लाजिमी है। पांच जोन में पेयजल परिवहन की दरों का एक साथ अनुमोदन नहीं किया गया। इसके बाद में पहले तो ग्राम पंचायतों से पेयजल परिवहन के आवेदन आमंत्रित किए। जब पंचायतों ने हाथ खड़े कर दिए तो बाद में टेंडर जारी किए जा रहे हैं।

..तो नॉन कमीशंड क्षेत्र के लोग रहेंगे प्यासे. जानकारी के अनुसार कमीशंड गांव व ढाणियां जहां पर पेयजल स्रोत तो हैं, मगर नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है। ऐसे स्थानों पर जलदाय विभाग टैंकरों से पानी सप्लाई करेगा। जबकि नॉन कमीशंड गांव व ढाणियां। जहां पर पेयजल का कोई स्रोत नहीं है। ऐसे गांव व ढाणियों में टैंकरों से पेयजल परिवहन नहीं किया जाएगा। उन्हें पेयजल से वंचित रहना पड़ेगा।

वीडियो पॉर्लर में दिखाई जा रही थी अश्लील फिल्म

वीडियो पॉर्लर में दिखाई जा रही थी अश्लील फिल्म


नागौर  शहर के गांधी चौक में अवैध चल रहे एक वीडियो पार्लर पर शुक्रवार को पुलिस ने छापा मारकर दो जनों को गिरफ्तार कर लिया। यहां से बड़ी संख्या में अश्लील सीडियां व फिल्म दिखाने के काम आने वाले उपकरण जब्त किए गए हैं। पुलिस की इस कार्यवाही से हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर एकत्र हो गई।

एसपी भूपेंद्र साहू ने बताया कि शुक्रवार दोपहर मुखबिर से सूचना मिली कि गांधी चौक में कोहिनूर सिनेमा हॉल के नाम से चल रहे एक वीडियो पॉर्लर पर बिना लाइसेंस के अवैध व अश्लील फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस सूचना पर जिला विशेष शाखा से बोगस ग्राहक बनाकर सत्यापन करवाया गया। इस पर सूचना सही पाए जाने पर डीएसपी सीपी शर्मा के नेतृत्व में कोतवाली की एक टीम ने पार्लर पर दबिश दी। इस दौरान पार्लर मालिक मंजूर अली पुत्र इस्लामुद्दीन (28) निवासी चीरगरों का चौक व उसके यहां काम कर रहे जफर हुसैन पुत्र मेहमूद हमाल निवासी पिंजारों का मोहल्ला के पास वीडियो फिल्म प्रदर्शन का लाइसेंस नहीं होने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के खिलाफ राजस्थान सिनेमा रेगुलेशन एक्ट 1952, कॉपीराइट एक्ट राजस्थान वीडियो फिल्म प्रदर्शन एक्ट, महिला अशिष्ट निरुपण अधिनियम के तहत जांच शुरू की गई। पुलिस ने मौके से वीडियो सीडी, टीवी, सीडी प्लेयर सहित अनेक अश्लील सीढिय़ां बरामद की गई । पुलिस ने पार्लर को सीज कर लिया है।

नाबालिग भी देख रहे थे अश्लील फिल्म

पुलिस ने जब वीडियो पार्लर पर दबिश दी तो संचालकों द्वारा नाबालिग बच्चों को अश्लील फिल्म दिखाई जा रही थी। पार्लर संचालक ने बाहर पोस्टर किसी दूसरी फिल्म का लगा रखा था और अंदर दर्शकों को अश्लील फिल्म दिखाई जा रही थी। पुलिस ने जब छापा मारा तो कई बच्चे भी अश्लील फिल्म देखते पाए गए। पुलिस ने बच्चों को डांट-फटकार कर वहां से भगा दिया। बच्चों को अश्लील फिल्म दिखाए जाने के मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया है और आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

मुंह छिपाकर भागे दर्शक

पुलिस ने जब पार्लर में बोगस ग्राहक बनाकर भेजा तो वहां पर अनेक दर्शक अश्लील फिल्म देखते पाए गए। इसके बाद जब कार्रवाई शुरू की गई तो दर्शकों ने भागने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें वहीं रोक लिया और उनके नाम-पते नोट किए। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई थी।

पार्लर में बैठे दर्शक बाहर खड़ी भीड़ से बचने के लिए अपने चेहरे पर रूमाल तथा शर्ट आदि डालकर वहां से भागे।

सीओ शर्मा को सौंपी जांच

॥ मुखबिर की सूचना पर सत्यापन कराया गया तो मामला सही पाया गया। इस पर सीओ के नेतृत्व में कोतवाली टीम भेजी। वहां से बड़ी मात्रा में अश्लील सीडियां, टीवी व फिल्म दिखाने के उपकरण बरामद किए गए। मामले की जांच सीओ सीपी शर्मा को सौंपी गई है।भूपेंद्र साहू, एसपी, नगौर

गांवों में नहीं आ रहा पानी

गांवों में नहीं आ रहा पानी

बैठक आहोर पंचायत समिति की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा




पंच सरपंचों ने लगाए आरोप कहा - अधिकारी प्रस्ताव लेकर बैठे हैं और गांवों में पानी नहीं आ रहा है

आहोर

पंचायत समिति की बैठक में शुक्रवार को पंचों और सरपंचों ने गांवों में गंभीर पेयजल संकट की स्थिति बयां की। गांवों से आए जनप्रतिनिधियों के आरोप थे कि पूरी पंचायत समिति की एक-एक गांव में पेयजल संकट छाया हुआ है और अधिकारी प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात कहते हैं। पूरी बैठक के दौरान यह मामला छाया रहा।

इससे पूर्व बैठक प्रधान सौरभ कंवर के मुख्य आतिथ्य व उप प्रधान मनोहर कंवर की अध्यक्षता में शुरू हुई। इस दौरान विधायक भगराज चौधरी, तहसीलदार कालूराम खौड़, विकास अधिकारी मोहनलाल चौधरी भी मौजूद थे। सबसे पहले विकास अधिकारी मोहनलाल चौधरी ने पंचायत समिति का वार्षिक बजट पेश किया। इसके बाद जिला परिषद सदस्य खुशालसिंह राजपुरोहित ने भीषण गर्मी के चलते पानी की किल्लत का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अधिकारी केवल प्रस्ताव बनाने की बात कहते हैं। जबकि हकीकत में कुछ नहीं हो रहा। पंचायत समिति सदस्य लीला कंवर ने कुंडली व दुखियों की ढाणी में पेयजल समस्या, सरपंच मीरा देवी ने मंडला में पेयजल किल्लत को देखते हुए दो टैंकरो को शुरू करने, सरपंच छोगसिंह ने कंवला में पेयजल समस्या के लिए ट्यूबवेल खुदवाने और पंचायत समिति सदस्य चंदनसिंह ने जवाई बांध का पानी सिरोही को देने की बजाय आहोर क्षेत्र को दिलाने की मांग की। जिला परिषद सदस्य सरोज चौधरी ने गांवों में दिनभर बिजली कटौती के बावजूद भी हजारों रुपए के बिल थमाने का विरोध किया। साथ ही उन्होंने जलदाय एवं डिस्कॉम में आपसी तालमेल कर पेयजल सप्लाई के दौरान बिजली आपूर्ति बंद रखने की मांग की।

स्लरी का किया विरोध

बैठक के दौरान क्षेत्र की स्कूलों के बाहर स्लरी डालने का भी विरोध किया गया। खुशालसिंह राजपुरोहित ने माधोपुरा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के बाहर ग्रेनाइट स्लरी डालने का विरोध करते हुए शीघ्र हटवाने की मांग की। निम्बला सरपंच सूर्यवीरसिंह ने कुआरड़ा गांव में एएनएम लगाने की मांग की। सरपंच जितेन्द्र सेठिया ने माधोपुरा से आहोर के पुराने बस स्टैंड तक क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग निर्माण की स्वीकृति करने की मांग की। पंचायत समिति सदस्य द्वारकादास ने चरली ग्राम पंचायत भवन की मरम्मत करवाने एवं कवराड़ा सरपंच जयसिंह ने नदी की रपट में सुधार करवाने की मांग की। साथ ही आहोर- तखतगढ़ मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य पर ठेकेदार की लापरवाही को लेकर भी मामला उठाया। इस दौरान जलदाय विभाग सहायक अभियंता महेन्द्रसिंह राठौड़, एस.बी. बैरवा, कनिष्ठ अभियंता गजेश्याम पुरोहित, अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश चौधरी, सुरेश कूटल, सानिवि सहायक अभियंता एस.के. शर्मा, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी वी.पी. मीणा, नंदकिशोर मीणा, भरत कुमार शर्मा, मांगेराम, डिस्कॉम एईएन बी. परमार, अनुराधा शर्मा व हेमलता गुप्ता सहित जन प्रतिनिधि एवं उपखंड स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया।

पेयजल आपूर्ति को लेकर दिया ज्ञापन

पंचायत समिति की बैठक के दौरान जिला परिषद सदस्य तारा देवी मीणा ने हरियाली गांव में पिछले सात दिन से पेयजल आपूर्ति नहीं होने को लेकर प्रधान सौरभ कंवर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि हरियाली गांव में सात दिन से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है।



आहोर. पंचायत समिति की साधारण सभा के दौरान मौजूद जनप्रतिनिधि।

आहोर. साधारण सभा के दौरान मौजूद अधिकारी

डिस्कॉम व जलदाय विभाग का किया घेराव


डिस्कॉम व जलदाय विभाग का किया घेराव

शहर में जलापूर्ति व बिजली आपूर्ति व्यवस्था लडख़ड़ाई, गृहणियों ने मटकियां फोड़ जताया रोष

पोकरण शहर में पिछले आठ दिनों से लडखड़़ाई पेयजल व्यवस्था से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को जलदाय विभाग तथा डिस्कॉम कार्यालय का घेराव किया। शहर के छंगाणियों की गली में पीने के पानी की सप्लाई में हो रही अनियमितता के संबंध में कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों से मांग करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर शुक्रवार को महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया। आक्रोशित महिलाओं ने सुबह 10 बजे शहर स्थित जलदाय विभाग कार्यालय पहुंचकर सहायक अभियंता नीलम चंद सुथार का घेराव किया। साथ ही शहर में लडखड़़ाई पेयजल व्यवस्था को सुचारू करने की मांग की। महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी दिनों में शहर की सप्लाई सुचारू नहीं हो पाई तो विभागीय अधिकारियों के समक्ष उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेवारी विभागीय अधिकारियों की होगी। जलदाय विभाग द्वारा बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं होने पर हो रही समस्याओं के संबंध में बताने पर महिलाओं ने डिस्कॉम कार्यालय पहुंच सहायक अभियंता का घेराव किया। उन्होंने डिस्कॉम कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों को क्षेत्र में हो रही अघोषित कटौती को सुचारू करने की मांग की।
आठ दिनों से हो रही है जलापूर्ति
महिलाओं ने मटकियां फोड़ जताया रोष

आठ दिनों से हो रही जलापूर्ति से परेशान महिलाओं ने जलदाय विभाग तथा डिस्कॉम कार्यालय के आगे मटकियां फोड़ रोष जताया। महिलाओं ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारी अपनी मनमर्जी से अलग अलग मोहल्लों के वॉल खोल पानी सप्लाई कर रहे हैं। वहीं कभी रात्रि में तो कभी अल सुबह पानी की सप्लाई दी जाती है। नियत समय नहीं होने के कारण शहरवासियों को तकलीफ उठानी पड़ रही है। महिलाओं ने डिस्कॉम अधिकारी का घेराव कर कहा कि विभाग द्वारा आए दिन पेयजल सप्लाई के दौरान बिजली कटौती कर देते हैं। जिसके कारण घरों में पानी नहीं पहुंच पाता है तथा लोगों की पानी की बारी भी मारी जाती है। जिस पर अधिकारियों ने महिलाओं को सुचारू कार्य करने का आश्वासन देकर उन्हें शांत किया।
महिलाओं ने जलदाय विभाग के घेराव के दौरान बताया कि शहर में पिछले आठ दिनों से पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिसके कारण घरों में पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं हो रहा है। शहरवासियों को मजबूरन महंगे दामों में टैंकर डलवाना पड़ रहा है। उसके बाद भी विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार विभागीय अधिकारियों को सूचित किया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। महिलाओं ने बताया कि पानी की समस्याओं के संबंध में जलदाय विभाग कार्यालय में फोन करने पर कर्मचारियों द्वारा फोन नहीं उठाया जा रहा है।


॥धूड़सर बूस्टिंग स्टेशन में बिजली के पोल गिरने से वहां पर काफी समय से बिजली नहीं है। ऐसे में कलाऊ से नलों में सीधा पानी आ रहा है। कम प्रेशर से आ रहे पानी से शहर की सप्लाई करवाने का प्रयास किया जा रहा है। जहां गुरुवार को दिन में 47 बार ट्रिपिंग आई है वहीं शुक्रवार को अभी तक 13 से अधिक बार ट्रिपिंग आ गई है। ऐसे में टंकियों में भी पानी नहीं भर पा रहा है। जिससे शहर में पेयजल सप्लाई लडखड़़ा गई है। ञ्जञ्ज

नीलम चंद सुथार, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग पोकरण

॥पिछले दिनों आई आंधी के कारण शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कई बिजली के पोल गिर गए हैं। जिससे शहरवासियों को तकलीफ उठानी पड़ी। क्षतिग्रस्त पड़े बिजली के खंभों को सुचारू कर बिजली व्यवस्था को सुचारू कर दिया जाएगा। वहीं बूस्टिंग स्टेशनों पर बिजली सप्लाई सुचारू करवा दी जाएगी। जिससे शहरवासियों को गर्मी के मौसम में राहत मिल सकेगी। ञ्जञ्ज

धनराज लटियाल, कनिष्ठ अभियंता, डिस्कॉम पोकरण








मूलभूत सुविधाओं को तरसते पाक विस्थापित


मूलभूत सुविधाओं को तरसते पाक विस्थापित
पाक विस्थापितों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन



जैसलमेर



जिले में रह रहे पाक विस्थापितों ने शुक्रवार को कलेक्टर को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। जानकारी के अनुसार वर्षों से जैसलमेर में रह रहे पाक विस्थापितों को 2005 में नागरिकता मिली थी। लेकिन बावजूद इसके अभी तक उनके रहवासी क्षेत्रों में सुविधाएं नहीं दी गई है।

शुक्रवार को बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष एकत्र होकर कलेक्टर पहुंचे और कलेक्टर को विभिन्न समस्याओं से अवगत करवाया। ज्ञापन में बताया गया कि पिछले 20-25 वर्षों से 300 पाक विस्थापित परिवार एक ही स्थान पर खसरा नं. 175 व 188 में निवासरत है। इस स्थान पर 1998 से वाल्मिकी कॉलोनी के साथ सर्वे व वीडियोग्राफी भी की गई और नगरपालिका द्वारा आश्वासन दिया गया था कि इसी स्थान पर पट्टे जारी किए जाएंगे किंतु वर्तमान में नगरपरिषद व प्रशासन द्वारा भेदभाव पूर्व रवैया अपनाकर इस जगह से हटाने का प्रयास किया जा हरा है।

इसके अलावा ज्ञापन में बताया गया कि जब से पाक विस्थापित जैसलमेर में आए हैं तब से वार्ड नं. 27 व 28 में निवासरत हैं। इन परिवारों के लिए खसरा नं. 177 में अस्थाई श्मशान है जिसका उपयोग पिछले 25 वर्षों से कर रहे हैं। ज्ञापन में श्मशान भूमि आवंटन की भी मांग गई है। पाक विस्थापितों ने ज्ञापन में कृषि भूमि आवंटन, इंदिरा आवास निर्माण, सड़क, पानी निकासी, बिजली, पानी व सार्वजनिक शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं, आईएचएसडीपी योजना के तहत आवास निर्माण, बीपीएल में चयन करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में नाथूराम, सुखराम, तोताराम, दीनाराम, प्रीतम राम, मोटू राम, बस्ता राम सहित कई पुरुष व महिलाएं शामिल थीं।

पाइपलाइन में सेंध, सुरक्षा को खतरा


पाइपलाइन में सेंध, सुरक्षा को खतरा

एयरफोर्स ने पानी की पाइपलाइन में अवैध कनेक्शंस को लेकर जताया अंदेशा




अवैध कनेक्शन लेने वाले उत्तरलाई एयरफोर्स स्टेशन की जल सप्लाई की पाइप लाइन को भी नहीं छोड़ रहे। एयरफोर्स अधिकारियों ने इसको लेकर पानी की सुरक्षा पर आशंका जताई है। हाल ही में कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एयरफोर्स की ओर से यह मुद्दा उठाने पर जलदाय विभाग के जिम्मेदारों को तत्काल प्रभाव से अवैध नल कनेक्शन हटाने के निर्देश दिए थे। लेकिन इसके बाद भी विभाग के अफसरों ने कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई।

एयरफोर्स स्टेशन उत्तरलाई में जलापूर्ति भाखड़ा स्थित जलदाय विभाग के पेयजल स्रोतों से की जा रही है। एयरफोर्स व जलदाय विभाग के बीच हुए करार के मुताबिक 4.5 लाख गैलन पानी रोजाना सप्लाई करना तय है। जबकि मौजूदा समय में 2 लाख गैलन से भी कम पानी पहुंच रहा है। एयरफोर्स स्टेशन तक बिछी जलदाय विभाग की पाइप लाइन में जगह जगह अवैध नल कनेक्शनों से पानी की सुरक्षा को खतरा है। इसे एयरफोर्स ने गंभीरता से लेते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाने बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है।


2 लाख गैलन से भी कम पहुंच रहा पानी

समूचे देश में पानी की कमी होने के कारण अब उत्तरलाई स्टेशन तक 2.5 लाख गैलन पानी पहुंचाने के लिए प्रशासन ने निर्देश दिए। लेकिन भाडख़ा से उत्तरलाई आने वाली पाइप लाइन में जगह-जगह अवैध कनेक्शन होने के कारण इन दिनों दो लाख गैलन से भी कम पानी पहुंच रहा है।

4 लाख गैलन पानी का स्टॉक

वायुसेना के पास हाल में 4 लाख गैलन पानी को रखने की व्यवस्था है। जिसमे हर समय वायुसैनिकों के लिए पानी सुरक्षित रहता है। लेकिन इस तरह ही सप्लाई चलती रही तो स्टॉक भी गड़बड़ा जाएगा। हालांकि वायुसेना की ओर 11 लाख गैलन पानी रखने के लिए व्यवस्था की जा रही है। जो नहर का पानी आने तक तैयार हो जाएगा।


गंभीर समस्या है

॥'अवैध कनेक्शन से आ रही समस्या से कलेक्टर को अवगत कराया है। उन्होंने आवश्वासन दिया है कि वे जल्द ही इस समस्या को दूर करेंगी। अवैध कनेक्शन से पानी की सुरक्षा को खतरा है।'ञ्जञ्ज

ग्रुप कैप्टन एच.ए. राठेर वायुसेना मेडल, स्टेशन कमांडर, एयरफोर्स स्टेशन उत्तरलाई
विवाहिता ने की आत्महत्या

चौहटन  सेड़वा थाना क्षेत्र के बामरला के शेरपुरा में एक विवाहिता ने झोंपे में लटक कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि जालोर के सुराचंद निवासी दलाराम पुत्र पनाराम कोली ने मामला दर्ज कर बताया कि उसकी पुत्री इमिया पत्नी शिवलाल कोली ने शुक्रवार को बारह बजे घर में बने झोंपे में लटक कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया।