शुक्रवार, 18 मई 2012

सैनिको के मुरबो पर 'काली नजर'

जैसलमेर । जिस माटी के लिए उन्होंने अपना लहू व पसीना बहाया, उसके एक छोटे से टुकड़े पर खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण करना भी उनके लिए कठिन है। दुश्मन के नापाक इरादो के सामने सीना तानकर दीवार बनने वाले देश के गौरव सैनिको को मलाल है कि देश सेवा मे जिंदगी का बड़ा हिस्सा देने के बावजूद उन्हे अपने ही हक के लिए भटकना पड़ रहा है। इन गौरव सैनिको के मुरबो पर अतिक्रमियो की 'काली नजर' पड़ने से ये हालात बने हैं।


सरकार ने देश की सीमा की सुरक्षा के लिए गौरव सैनिको को इंदिरा नहर क्षेत्र मे जैसलमेर बॉर्डर पर मुरबे आवंटित किए हैं, लेकिन उन पर अतिक्रमियो व दलालो की नजर पड़ गई है। हाल ही मोहनगढ़ क्षेत्र मे ऎसे मामले सामने आए हैं। गौरव सैनिको के 55 मुरबे बिना पूछे साफ करवा दिए गए और उनमे से 29 मुरबो पर खेती भी करवा दी। इस संबंध मे गौरव सेनानी सिपाही गोरधन राम, हवलदार हरि सिंह, भंवर सिंह व छोटूराम की तरफ से मोहनगढ़ पुलिस को रिपोर्ट दी गई है। मोहनगढ़ पुलिस ने शिकायत की जांच शुरू कर दी है।


टीला बताकर ठगी


दूरस्थ जिलो के गौरव सैनानी, जिन्हे नहरी क्षेत्र मे मुरबे आवंटित किए गए हैं, उन्हे दलाल या अतिक्रमियो ने गुमराह करने का तरीका निकाल लिया है। नहरी भूमि की प्रकृति से अनजान इन गौरव सेनानियो को मुरबो को टीला बता कर ठगी की जाती है।
उन्हे कहा जाता है कि उन्हे आवंटित मुरबे टीले होने के कारण अनुपयोगी हैं और किसी भी तरह से कृषि के योग्य नहीं हैं। यहां पानी भी नहीं पहुंचता।


इस तरह दूरस्थ जिलो के कई गौरव सैनिक गुमराह होकर नहरी क्षेत्र से लौट जाते हैं और उनकी जमीन चढ़ जाती है अतिक्रमियो के हत्थे और बाद मे शुरू होता है अवैध रूप से खेती करवाने का दौर।




जांच करा रहे हैं


फसल लेन-देन संबंधी विवाद को लेकर कुछ लोग शिकायत लेकर आए थे। इस संबंध मे रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। हम शिकायत की जांच करा रहे हैं। हरजीराम, थानाघिकारी, पुलिस थाना मोहनगढ़


मामले की जानकारी लंूगी


यदि खातेदारी इन सैनिको की है तो उस पर अतिक्रमण करना गलत है। मैं इस मामले के बारे मे जानकारी लूंगी। यदि यह मामला एसडीएम के सामने पेश किया जाता है, तो अग्रिम कार्रवाई के लिए हम पुलिस जाब्ता उपलब्ध करवाएंगे।ममता विश्नोई, पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर

गर्भवती मां व बेटी के हत्यारे को उम्र कैद

city news 

उदयपुर। सर्वऋतुविलास क्षेत्र स्थित होटल सागर पैलेस के कमरे में गर्भवती महिला व उसकी ढाई वर्षीय मासूम बेटी की हत्या करने वाले आरोपी प्रेमी को न्यायालय ने आजीवन कारावास व दो हजार रूपए जुर्माने की सजा सुनाई।

छत्तीसगढ़ से उदयपुर आकर तिहरे हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाला कुम्हारी दुर्ग निवासी योगेश कुमार पुत्र बेनूराम देवागंन 8 मार्च 2011 को वारदात के बाद भाग गया था। लेकिन घटनास्थल पर रायपुर की फर्म का मिला पता आरोपी की गिरेबां तक जा पहुंचा। आरोपी यहां होटल के कमरा नम्बर 102 में अहमदाबाद का रमेश तिवारी बनकर ठहरा था। यहां उसने प्रेमिका बलजीत कौर और उसकी पुत्री जयश्री का गला दबा कर मारा था। हत्याकांड में बलजीत की कोख में पल रहा पांच माह का भू्रण भी दुनिया में आने से पहले चल बसा।

उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। अभियोजन अधिकारी प्रणय सनाढ्य ने 23 गवाह व 80 दस्तावेज पेश किए। आरोप सिद्ध होने पर अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश क्रम-3 के पीठासीन अधिकारी हेमंत कुमार जैन ने धारा-302 में आजीवन कारावास व दो हजार रूपए जुर्माना तथा धारा 419 व 465 में एक-एक वर्ष कैद की सजा सुनाई।

प्रादेशिक सेना भर्ती में असफल रहे युवकों ने हंगामा किया

जयपुर। राजस्थान में जयपुर जिले के गोविन्दगढ कस्बे में शुक्रवार को प्रादेशिक सेना भर्ती में असफल रहे युवकों ने कस्बे और स्टेशन पर जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की जिसके बाद पुलिस ने 40 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया। हंगामे के कारण जयपुर-सीकर रेलमार्ग की कई ट्रेने लेट हो गई।jaipur 
युवक समूह के रूप में स्टेशन पहुंचे तथा वहां अशांति फैलाने लगे। जब स्टेशन पर मौजूद सुरक्षा बलों के जवानों ने उन्हें खदेड़ना चाहा तो वे भड़क गए। देखते ही देखते स्टेशन पर मंजर बदल गया। युवक तोड़फोड़ पर उतारू हो गए। आक्रोशित युवकों ने गोविन्दगढ़ रेलवे स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन के इंजन में आग लगा दी जिसे बाद में बुझा दिया गया।

हुडदंगियों ने सिंग्नल और कैबिन को क्षतिग्रस्त किया पटरियों पर पत्थर डाल दिए ट्रैक को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया और तोड़फोड़ कर रेलवे सम्पत्ति को क्षति पहुंचाई। हजारों की संख्या में रेलवे स्टेशन पर पहुंचे युवकों को बाद में पुलिस ने समझाया तथा प्लेटफार्म को खाली करवाया।

सेना में भर्ती के लिए आए युवकों ने जयपुर-लोहारू ट्रेन पर पथराव किया जिससे कई यात्रियों को चोट आई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आक्रोशित युवकों ने गोविन्दगढ़ कस्बे तथा जयपुर-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर काफी उत्पात मचाया उन्होंने तीन मोटरसाइकिलों, रोडवेज की बसों तथा पुलिस की एक बस को भी आग लगा दी तथा ट्रकों एवं अन्य वाहनों के शीशे तोड़ दिए। पुलिस पर पथराव कर रहे उत्पाती युवकों को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पडे। पथराव में कई पुलिसकर्मियों के चोटें आई हैं। पुलिस ने 40 से अधिक युवकों को हिरासत में लिया है।

अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (तृतीय) रामदेव सिंह ने बताया कि भर्ती रैली स्थल पर शांति बनी हुई है। हालात पर काबू पाने के लिए कस्बे में राजस्थान सशस्त्र पुलिस बल (आरएसी) के जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक अशोक नरूका ने बताया कि हुडदंग और उत्पात मचा रहे युवकों को बसों तथा अन्य वाहनों में बैठा कर उनके गंतव्य की ओर भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है।

गोविंदगढ़ में शुक्रवार को प्रदेश के सीकर, करौली, दौसा, जयपुर, सवाईमाधोपुर, टोंक आदि जिलों के युवकों की भर्ती के लिए दौड़ होनी थी। इन जिलों से करीब दस हजार युवक पहुंचे थे। भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद करीब चार हजार युवकों को स्टेडियम में प्रवेश करा दिया गया। शेष्ा करीब पांच हजार युवक भर्ती स्थल के बाहर ही खड़े रहे।

राज्यसभा में उछला 'भूमि हथियाने' का मुद्दा

राज्यसभा में उछला 'भूमि हथियाने' का मुद्दा

नई दिल्ली। राज्यसभा में गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल पर भूमि हथियाने से सम्बंधित एक मामले में संलिप्तता के आरोप को लेकर शुक्रवार को जबरदस्त हंगामा हुआ, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों के हंगामे के कारण सभापति हामिद अंसारी ने प्रश्नकाल स्थगित कर दिया।
kamla beniwal 
राज्यसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, भाजपा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रश्नकाल स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। सभापति हामिद अंसारी ने जब इसकी अनुमति नहीं दी तो वे अपनी सीटों पर खड़े हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को टालना चाहती है। हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

भाजपा का आरोप है कि भूमि घोटाला 1,000 करोड़ रूपए का है। उसका कहना है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार जयपुर में विकसित यह भूमि कांग्रेस के कुछ नेताओं को उपहार स्वरूप दे रही है और इसमें बेनीवाल भी शामिल हैं।

अब गांवों में ड्यूटी देंगे "एमबीबीएस"

अब गांवों में ड्यूटी देंगे "एमबीबीएस"
नई दिल्ली। ग्रामीण क्षेत्रों में डाक्टरों की भारी कमी को देखते हुए सरकार एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने पर हर डाक्टर का एक वर्ष गांवों में काम करना अनिवार्य बनाएगी।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने शुक्रार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि डाक्टर ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं जाते हैं। उन्होंने कहा कि लगता है डाक्टरों ने ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं जाने की ठान ली है। यह देखते हुए सरकार भारतीय चिकित्सा परिषद के साथ विचार विमर्श कर यह नीति बनाना चाहती है कि एमबीबीएस की डिग्री लेने पर एक वर्ष ग्रामीण क्षेत्र में जाना अनिवार्य हो।

उन्होंने बताया कि डाक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों में जाने के लिए प्रोत्साहित करने की खातिर एमसीआई ने 2009-10 में नियमों में कुछ परिवर्तन किए थे। सेवारत एमबीबीएस डाक्टरों के तीन वर्ष किसी ग्रामीण क्षेत्र में काम करने पर एमडी डिप्लोमा में 50 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई।

इसके अलावा नये एमबीबीएस डाक्टर के एक वर्ष ग्रामीण क्षेत्र में काम करने पर एमडी की राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा में दस प्रतिशत अंक, दो वर्ष काम करने पर 20 प्रतिशत तथा तीन वर्ष काम करने पर 30 प्रतिशत अंक जोड़ने का प्रावधान किया गया लेकिन इसके कोई खास परिणाम सामने नहीं आए हैं।

आजाद ने बताया कि इस समय ऎसे सही आंकडे नहीं है कि देश में कुल कितने डाक्टर प्रैक्टिस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एमसीआई की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार गत वर्ष 31 मार्च तक पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर की कुल संख्या आठ लाख 40 हजार 130 थी। उन्होंने कहा कि कुछ डाक्टर तीन-तीन राज्यों में पंजीकरण करा देते हैं और इस तरह एमसीआई के पास जो आंकडे पहुंचते हैं उनमें संख्या वास्तविक संख्या से ज्यादा आती है।

इस समय किसी डाक्टर के प्रैक्टिस से हटने पर भी एमसीआई के रजिस्टर से उसका नाम बना रहता है। इसके कारण भी प्रैक्टिस कर रहे डाक्टरों की सही संख्या का पता नहीं चल सकता। आजाद ने कहा कि 1956 से ही ये कमियां चली आ रही हैं। अब एमसीआई के साथ विचार विमर्श कर इन्हें दूर करने का निर्णय लिया गया है और असली पंजीकरण कितने है यह एक-दो वर्ष में पता चल सकेगा।

जैसलमेर के कलाकार नाथुराम देखते ही देखते आकार पा लेते हैं बिम्ब

जैसलमेर के कलाकार नाथुराम देखते ही देखते आकार पा लेते हैं बिम्ब

डॉ. दीपक आचार्य
जैसलमेर
मरु भूमि जैसलमेर अपने भीतर कला-संस्कृति, शिल्प-स्थापत्य और साहित्य से लेकर जगत-सौंदर्य को प्रतिबिम्बित करने वाले तमाम कारकों से भरी पड़ी है। जगदीश्वर ने इस रेगिस्तान में इतनी मेहरबानी की है कि देश और दुनिया के लोग जाने किस आकर्षण के मारे यहाँ खिंचे चले आते हैं। जैसाण की माटी में व्याप्त सौंधी गंध का खजाना इतना अखूट है कि युगों तक हवाएँ इसका अनथक कीर्तिगान करती रहेंगी।मरुधरा ने अपने आँचल में कला सौन्दर्य और शिल्प स्थापत्य में सिद्धहस्त ऐसे-ऐसे शिल्पी दिए हैं जिनके हुनर ने पाषाणों को मुँह बोलता कर दिया है और कैनवासों पर उतरा दिए हैं अनगिनत बिम्ब, जो भूत और वर्तमान दोनों का साक्षात कराते हुए यदुवंशियों के पुण्य प्रताप से युक्त इस शुष्क धरा पर कई-कई रसों की अजस्र सरणियाँ बहा रहे हैं।
कहीं उन्नीस नहीं हैं यह ग्राम्य कलाकार
इसी परम्परा में ग्राम्य कलाकार नाथूराम का नाम अग्रणी है। आधुनिक उन्नयन से जुड़े सम-सामयिक सरोकारों से अनभिज्ञ तथा प्रोत्साहन के अभाव में ठेठ ग्रामीण क्षेत्र का यह कलाकार भले ही लोकप्रिय नहीं हो सका हो, पर अपने कलात्मक हुनर के मामले में यह कहीं उन्नीस नहीं ठहरता।
जैसलमेर पंचायत समिति अन्तर्गत जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर सिपला गाँव में गरीब परिवार में बालाराम के घर में माँ मीरं की कोख से जन्मे 40 वर्षीय नाथुराम मात्र पाँचवी तक ही शिक्षा प्राप्त कर पाया। उनके परिवार की जीविका गाने-बजाने पर निर्भर रही है। उनके पिता बालाराम 85 वर्ष की आयु में अब भजन-पूजन में रमे हुए हैं।
मौलिक हुनर ने निखारा हस्तशिल्प को
नाथुराम को चित्रकला का शौक बचपन से ही रहा है। सिपला की ही स्कूल में पढ़ाई के दौरान वरिष्ठ शिक्षक नत्थुसिंह की प्रेरणा एवं प्रोत्साहन ने उसके हुनर को पँख दिए। इसी का नतीजा है कि नाथुराम आज हर बिम्ब की हूबहू कृति बनाने में सिद्धहस्त है, फिर चाहे वह पाषाण पर हो या कैनवास पर। स्कूली जीवन में बनाए ढेरों चित्रों ने उसके हुनर को इतना निखार दिया कि आज नाथुराम अच्छी से अच्छी मूर्तियाँ व कलाकृतियाँ बना लेते हैं। इसके कद्रदानों की भी कोई कमी नहीं है।
शिल्प हुनर की बदौलत आयी खुशहाली
अपनी आजीविका के लिए उसके पास 40 बकरियाँ व खेत आदि हैं लेकिन शिल्प हुनर की वजह से उसके परिवार में खुशहाली है। आरंभ में उसने खुद मूर्त्तियाँ गढ़ना शुरू किया। इस काम को धार मिली डेडा के मूर्ति शिल्पी भंवरलाल से, जिनके पास रह कर वह खूब सीखा।अपनी 25 साल की आयु तक पहुँचते-पहुँचते नाथुराम ने अच्छी मूर्तियाँ गढ़ना शुरु कर दिया। नाथुराम हर प्रकार की मूर्ति व कलाकृति बनाने में माहिर है। कई मंदिरों में उसकी बनायी मूर्तियाँ प्रतिष्ठित हैं। इसके अलावा उसकी बनायी मूर्तियाँ व कलाकृतियाँ उपहार के रूप में देशी-विदेशी सैलानियों की पसंद हुआ करती हैं।
आधुनिक कलाओं की दीक्षा ली
जैसलमेर में बाबा महाराज के जैसल लघु उद्योग केन्द्र में कई बरस रह कर काम कर चुके नाथुराम को नए-नए हुनर व कल्पनाएँ मिली। बाबा महाराज बृजरतन ओझा कला-सौन्दर्य व बहुविध शिल्प के पारखी हैं एवं उनके सान्निध्य में नाथुराम के हुनर ने कई नए धरातल पाएँ। नाथुराम का पुत्र प्रेमाराम अब अपने पिता के सान्निध्य में मूर्ति शिल्प की शिक्षा-दीक्षा ले रहा है।
मूर्त्तियाँ सँवार रही हैं गृहस्थी को
मूर्तियों के लिए नाथुराम जेठवाई के पीले पत्थरों का प्रयोग करता है। वह बताता है कि दोनों प्रकार के पत्थरों का प्रयोग होता है- मुलायम व कठोर। इनमें कठोर पत्थर की पॉलिश भी हो सकती है। नाथुराम के अनुसार बड़ी मूर्तियों को बनाने में दस से पन्द्रह दिन लग जाते हैं जबकि छोटे आकार की मूर्तियाँ3-4 दिन में बन जाती हैं। उसकी बनायी मूर्तियाँ सैकड़ों से हजारों रुपयों में बिकती हैं। महीने में बड़ी मूर्तियाँ एक -दो ही बन जाती हैं जबकि छोटी मूर्तियाँ काफी बन जाती हैं।
स्पॉट पेंटिंग में भी है महारथ
इसी प्रकार वह किसी का भी स्कैच आधे घण्टे में बना लेता है। पेन या पेन्सिल हाथ में हों तो अँगुलियों का कमाल कुछ मिनटों में ही सामने दिख जाता हैं। स्पॉट पेन्टिंग का भी जादूगर है नाथुराम। एक बेहतरीन चित्रकार और निष्णात शिल्पी नाथुराम की मंशा है कि उसे कहीं से सरकारी मदद मिल जाए तो वह अपने हुनर तथा काम-धंधे को और अधिक विकसित कर सकता है।
नाथुराम जैसे ग्राम्य हस्तशिल्पियों को जरूरत है सिर्फ थोड़े से सम्बल की। यह सच ही है कि हुनरमंद को ताजगी भरी हवाएँ मिल जाएँ तो वह आसमाँ से बातें करने का सामर्थ्य पा जाता है।

चीन में 75 साल का बुजुर्ग बना बाप

चीन में 75 साल का बुजुर्ग बना बाप  

बीजिंग। चीन में एक शख्स 75 साल की उम्र में पिता बन गया। पिता बनने की खुशी तो उसे हैं लेकिन उसे यह डर भी सताने लगा है कि वह देश में संतानों की संख्या के लिए तय नियमों के तहत किसी मुसीबत में न फंस जाए।

शी नामक यह बुजुर्ग चीन के क्निजिंग जिले का रहने वाला है। उसकी पत्नी ने रविवार को चीन के चूंगचींग के यूवी जिले के एक अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया। शी के पहले से ही तीन बच्चे हैं और उसकी यह चौथा संतान है। चीनी चाईल्ड पॉलिसी के तहत चौथा और इस उम्र में बच्चा गलत माना जा सकता है।

शी यूवी जिले में सड़क पर अपनी रेढ़ी लगाता है। नवजात बच्ची शी दंपती की तीसरी संतान है जबकि शी की चौथी। शी की बड़ी बेटी 57 साल की है। उसकी मां की मौत के बाद शी ने दूसरी शादी की उससे उसके तीन बच्चे हैं। शी का कहना है कि मुझे पत्नी गर्भवती होने का पता नहीं चल पाया।

राष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य एजेंसी (चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम के लिए केंद्र) के प्रमुख वांग ने बच्ची के जन्म पर हैरानी जताई है। उनका कहना है कि ऎसी घटना के बारे में उन्होंने सुना जरूरत था, लेकिन अब तक उनके सामने ऎसा कोई मामला नहीं आया।

पाकिस्तान से आया जत्था ..रामदेवरा दर्शन कर बाड़मेर पंहुचा जत्था

पाकिस्तान से आया जत्था ..रामदेवरा दर्शन कर बाड़मेर पंहुचा जत्था 


बाड़मेर भारत पकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस से भारत पहुंचा पाकिस्तान नागरिको के पेंतीस सदसीय दल ने आज बाड़मेर जिला मुख्यालय पर अपनी प्रवेश हजारी दर्ज कराई .यह दल पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के सांगड़ तालुका से धार्मिक वीजा पर भारत आया हें जहां यह दल बाड़मेर रामदेवरा और हरिद्वार जाकर दर्शन करेंगे ,भील समाज का यह दल धार्मिक स्थलों पर दर्शन करके लौटेंगे .इन लोगो ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर कार्यालय पहुँच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई .यह दल कल शनिवार को हरिद्वार के लिए रवाना होगा 

जैसलमेर अपराध समाचार ...18.05.2012


जैसलमेर अपराध समाचार ... 18.05.2012


पुलिस की मुश्तैदी व तत्परता से चोरी का पर्दाफाश आरोपी 18 धण्टे में गिरफ्तार 

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर श्रीमती ममता बिश्नोई द्वारा चोरो के विरूद्ध कडे रूख को अपनाते हुए जिले क समस्त थानाधिकारियों को चोरों की धर पकड़ हेतु निर्देश दिये गये। दिनांक 17.05.2012 को प्रार्थी आसुराम पुत्र अर्जुनराम मेघवाल निवासी चान्दसर ने थाना पर रिेर्पाट दी कि दिनांक 10.05.2012 की रात्री में अज्ञात चोरो ने उसके घर के कमरे में रखे बक्से में सें 65,600 रू चोरी कर ले गये। जिस पर थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण के द्वारा कार्यवाही करते हुए दौराने अनुसंधान आज दिनांक 18.05.2012 को संदिग्ध सुखराम पुत्र चुतराराम मेघवाल निवासी चान्दसर से पुछताछ की गई तो सुखराम ने चोरी करना कबुल किया जिस पर मुल. सुखराम को गिरफ्तार किया गया। अनुसन्धान जारी है। 


अवैध शराब रखने वाला गिरफतार 


जैसलमेर ममता बिश्नोई पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेशानुसार जिला जैसलमेर में शराब तस्करो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड को जरिये मुखबिर सुचना मिली की सरहद कोडियासर में अवैध शराब का विक्रय किया जा रहा है। जिस पर थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड मय जाब्ता द्वारा सरहद कोडियासर पर अचानक दबिश देकर देवाराम पुत्र पूनमाराम जाति जाट नि0 चवा हाल कोडियासर को गिरफतार कर उसके कब्जा से 16 बोतल बीयर बरामद की गई। 




बम्बनुमा वस्तु मिली, आर्मी जांच में खिलोना/मौसम विभाग का यंत्र होना पाया 


जैसलमेर जैसलमेर थाना पर जरीये टेलीफोन ईतला प्राप्त हुई की लोहारकी से दक्षिण में रामदेवरा की तरफ खेतो में एक बम्बनुमा वस्तु जो थर्मोकोल के खोल में नीचे रेडीयो प्लेट व तांबे की प्लेटे लगी हुई जो रस्सी से बंधी हुई पड़ी है। जिस पर रमेशकुमार शर्मा थानाधिकारी पोकरण मय जाब्ता के मौका पर पंहुचे तथा आर्मी अधिकारीयों से सम्पर्क किया गया। श्रीमान एसडीएम साहब पोकरण, श्रीमान सी.ओ.साहब पोकरण व तहसीलदार साहब पोकरण भी मौका पर पंहुच कर जायजा लिया। आर्मी इन्जीनियिंरंग रेजीमेन्ट से आये अधिकारी गुरमीतसिंह ने उक्त वस्तु का बम्ब होने से इंकार किया तथा बताया कि यह वस्तु किसी छात्र द्वारा तैयार मॉडल या मौसम विभाग का यंत्र हो सकता है। 

शांति भंग के आरोप में 01 गिरफतार 

पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई के आदेशानुसार थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर के निर्देशानुसार हल्खा क्षैत्र में गस्त के दौरान लडाईझगडे पर उतारु धर्माराम पुत्र मदनलाल उम्र 21 वर्ष निवासी ब्बि पाडा जैसलमेर को आम्बाराम सउनि पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा शांति भंग के आरोप में 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया।

टॉप 100 में राजस्थान के बीस

टॉप 100 में राजस्थान के बीस

जयपुर। आईआईटी के जारी परिणाम में पहले सौ में राजस्थान के बीस से ज्यादा छात्र हैं। कोटा के छात्र निशित अग्रवाल ने राजस्थान में टॉप किया है, ऑल इंडिया रैंक में उसका छठा स्थान है।

कोटा के ही अभिनव गुप्ता की 17वीं, कोटा के ही सूरज कुमार की 24वीं रैंक आई है। कोटा में पढ़ने वाले पुलकित की 58वीं रैंक है।

जयपुर में पढ़ने वाले श्रेय गोयल की 24वीं, जयपुर के दीपेन मोटवानी की 30वीं, निमित सिंह की 51वीं, प्रतीक गोयल की 53वीं और रॉयल जैन की 75वीं रैंक आई है। कोटा के करण बंसल की 192वी रैंक आई है। जयपुर के अक्षत अग्रवाल की 993वीं रैंक है।

यूआईटी होटल कोम्प्लेक्स का निर्माण करेगी जैसलमेर में

यूआईटी होटल कोम्प्लेक्स का निर्माण करेगी जैसलमेर में 
Ummed Singh Tanwar
जैसलमेर पर्यटन नगरी जैसलमेर में पर्यटन व्यवसाय को और अधिक व्यवस्थित करने एवं प्रतिवर्ष यहां आने वाले लाखों की संख्या में देशी व विदेशी सैलानियों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने के लिये जैसलमेर नगर विकास न्यास ने एक अभिनव कदम उठाया है जिसके तहत शहर में एक ही स्थान पर होटल कॉम्पलैक्स की स्थापना की जाकर यहां आने वाले पर्यटकों को समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके, योजना के प्रथम चरण की कार्ययोजना बनाई जा चुकी है और अब इसकी प्लानिंग पर काम हो रहा है। इसी योजना की पहली कडी में आज यूआईटी चेयरमैन उम्मेदसिंह तंवर ने यूआईटी के कर्मचारियों के साथ शहर के आसपास के क्षेत्र में होटल कॉम्पलेक्स के लिये सर्वे किया और शहर को शानदार होटल कॉम्पलैक्स के साथ अन्य शहरी सुविधाएं और आवासीय कॉलोनियां जल्द ही उपलब्ध करवाने की बात कही।

पर्यटन नगरी जैसलमेर को नियोजित तरीके से बसाने व नये शहरी स्वरूप में ढालने के लिये बनी यूआईटी ने आज जैसलमेर होटल कॉम्पलैक्स व शहर में नये शोपिंग कॉम्पलैक्स के साथ मैरिज गार्डन आदि के निर्माण की कार्ययोजना पर कार्य आरम्भ कर दिया है। सवेरे से ही सर्वे की टीम के साथ यूआईटी चैयरमेन उम्मेदसिंह तंवर अपने अधिकारियों व कर्मचारियों साथ भूमि सर्वे का जायजा लेने निकले जिसमें उन्होंने जैसलमेर बाडमेर लिंक रोड पर मैरिज गार्डन, नये शौपिंग मॉल व होटल कॉम्पलेक्स के लिये प्रस्तावित जमीनों का मौका मुआयना किया तथा जल्द से जल्द इन योजनओं को मूर्त रूप देने की बात कही। उन्होंने बताया कि आगामी जून माह के अन्त तक होटल कॉम्पलैक्स के लिये जमीनों की नीलामी का काम आरम्भ कर दिया जायेगा। तंवर ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुसार जैसमलेर जिले में पर्यटन विकास को देखते हुए न्यास द्वारा विशेष योजनाएं बनाई जायेगी जिसमें पर्यटकों व पर्यटन व्यवसाईयों को पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने बताया इस संबध में न्यास द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सर्वे का काम आरम्भ हो चुका है एवं आगामी दिनों में जल्द से जल्द आम आदमी को यूआईटी की आवासीय योजनाओं को लाभ दिलवाया जायेगी।
 

जोधपुर में सरपंच की हत्या से तनाव

जोधपुर में सरपंच की हत्या से तनाव

जोधपुर। जोधपुर जिले के कैरू गांव के सरपंच की हत्या के बाद हालात बेकाबू हो गए। सरपंच सुरेश चौधरी की हत्या से गुस्साए लोगों ने चार घरों में आग लगा दी। उपद्रवियों ने कुछ लोगों से मारपीट भी की। सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। हत्या के मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक सरपंच सुरेश चौधरी ने कुछ समय पहले अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था। इसको लेकर उनकी कुछ लोगों से दुश्मनी हो गई थी।

बाड़मेर पुलिस फेसबूक पर सीधे जनता से जुडी

बाड़मेर पुलिस फेसबूक पर सीधे जनता से जुडी

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर जिला पुलिस ने आम जनता से दूरिया घटते हुए जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने के उद्देश्य जसे सोसिअल साईट फेसबुक पर उपलब्ध हें .फेसबुक के माध्यम से जनता अपनी समस्याए तथा सुझाव सीधे पुलिस अधीक्षक बाड़मेर को दे सकते हें ,पुलिस अधीक्षक राहुल मर्हदन बारहट ने बताया की जनता और पुलिस के बीच की दूरियां घटे हुए तथा सीधे दोस्ताना सम्बन्ध स्थापित करने के उद्देश्य से एस पी बाड़मेर के नाम से सोसिअल साईट फेसबुक पर पेज बनाया गया हें जिसके माध्यम से आम जन अपने सुझाव तथा शिकायते सीधे उस पर दर्ज कर सकते हें जिस पर नियमानुसार सीधे कार्यवाही अमल में लाई जायेगी .उन्होंने बताया की संचार क्रान्ति के इस युग में आम जन का बड़ा तबका सोसिअल साईट पर जुदा हें सोसिअल साईट के माध्यम से आम जनता से जड़ना पुलिस की कार्यप्रणाली को और पारदर्शी करेगा .उन्होंने बताया की आम जन को पुलिस से भय रखने की बजाय सच्चाई के साथ रह कर पुलिस का साथ दे .उन्होंने आम जनता से अपील की हें की अपराध और अपराधियों के बारे में पुलिस को जानकारी दे .उन्होंने बताया की आम जनता को अपने आस पास के अपराधिक घटनाक्रम की जानकारी तुरंत पुलिस को दे साथ ही सीधे उन्हें भी जानकारी दे सकते हें.फेसबुक पेज के लिए लिंक SP Barmer's official FB pagehttp://www.facebook.com/Barmer.SP

बॉर्डर एरिया रेल लाइन सर्वे पूरा सांचौर में रेल के लिए 3१६ करोड़ का प्रोजेक्ट

बॉर्डर एरिया रेल लाइन सर्वे पूरा
विभागीय अधिकारियों ने हैडक्वार्टर को भेजी रिपोर्ट, सांचौर के निकट सरवाना से होकर गुजरेगी रेल लाइन, दूसरा सर्वे भी शीघ्र होगा
बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर जालोर की सीमा पर स्थित सांचौर क्षेत्र के बाशिंदों के लिए रेल सुविधा का सपना जल्द ही पूरा हो सकेगा। इस संबंध में रेलवे कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की ओर से हाल ही बॉर्डर एरिया सर्वे पूरा कर लिया गया है। जिसके बाद अब यह कवायद और तेज होने की उम्मीद बंधी है। विभागीय जानकारी के अनुसार पहले स्तर की सर्वे रिपोर्ट उत्तर पश्चिम रेलवे के हैडक्वार्टर जयपुर को भिजवा दी है। जिसके तहत 80.75 किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक के लिए 316 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट भेजा गया है। यह पहले स्तर का सर्वे है, जो पूरा हो चुका है। वर्ष की शुरुआत में शुरू हुए सर्वे को करीबन तीन माह में विभागीय अधिकारियों ने पूरा किया। साथ ही पूरे क्षेत्र का भौगोलिक सर्वे भी किया। जिसके बाद उन्होंने आवश्यकतानुसार इस रेल खंड के लिए नए स्टेशन, रेलवे अंडर ब्रिज, रेलवे ओवर ब्रिज, छोटे और बड़े पुल की आवश्यकता की महत्वपूर्ण रिपोर्ट तैयार की।

राजनीतिक पहल जरूरी

नई रेल लाइन के लिए पहले स्तर का सर्वे पूरा हो जाने के बाद अब यह जरूरी है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि इस रेल लाइन के कार्य को पूरा करवाने के लिए उच्च स्तर तक दबाव बनाएं। साथ ही यह भी आवश्यक हो जाता है कि इस मामले पर निगरानी रखी जाए, ताकि यह प्रोजेक्ट जल्द से जल्द पूरा हो सके। सर्वे के आधार पर यदि कार्य पूरा हो जाता है तो सांचौर के वे क्षेत्र रेल लाइन से जुड़ जाएंगे, जहां कभी रेल यातायात के बारे में लोगों ने सोचा तक नहीं था।
रेल लाइन सर्वे के लिए पहले स्तर का सर्वे काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस सर्वे के आधार पर भी नए ट्रेक बिछाने के की रूपरेखा भी तय होती है। पहले सर्वे के बाद रिपोर्ट जयपुर स्थित रेलवे हैडक्वार्टर जीएम कार्यालय को भेजी जाती है। यहां से आवश्यकता अनुसार उसमें सुधार के बाद आगे यह रिपोर्ट रेलवे बोर्ड दिल्ली को भेजी जाती है। बोर्ड यह रिपोर्ट प्लानिंग कमीशन को भेजता है। जिसके बाद प्रोजेक्ट स्वीकृत होता है। रेलवे इंजीनियर्स ने बताया कि बॉर्डर एरिया सर्वे सांचौर क्षेत्र से करीब 25 किमी दूर सरवाना से होकर गुजरेगा। उन्होंने बताया सांचौर क्षेत्र के लिए ही बाड़मेर-पालनपुर सर्वे की कवायद भी चल रही है। यह सर्वे सांचौर के लिए महत्वपूर्ण है। टीम के सदस्यों ने बताया कि बाड़मेर-पालनपुर सर्वे की कवायद भी चल रही है। यह सर्वे सरवाना-सांचौर शहर-धनेरा होते हुए पालनपुर को जोड़ेगा। उन्होंने बताया कि इस सर्वे का शीट कलेक्शन किसी कारण से रह गया था, यह सर्वे भी जल्द ही पूरा होने वाला है। ऐसे में सांचौर क्षेत्र में रेल लाइन का जाल बिछ जाने की संभावना है।



अब होगी आगे की प्रक्रिया

॥रेल लाइन सर्वे के बाद विभिन्न प्रक्रियाएं चलती हैं। सर्वे की रेलवे के फायनेंसियल ऑफिसर्स जांच करते हैं। उसके बाद यह रिपोर्ट जनरल मैनेजर के द्वारा रेलवे बोर्ड को भेजी जाती है। यदि प्रोजेक्ट 100 करोड़ से अधिक होता है तो उसकी एप्रूवल प्लानिंग कमीशन से होती है। यहां से प्रोजेक्ट एप्रूवल के बाद प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए फंडिंग शुरू होती है, लेकिन इससे पहले यह जरूर देखा जाता है कि उस प्रोजेक्ट की रेट ऑफ अर्निंग क्या है। - ललित बोहरा, उप महाप्रबंधक, उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर




यह है सर्वे रिपोर्ट

रेलवे की ओर से किए गए सर्वे में इस नए रेलवे खंड के लिए कई कार्यों को पूरा करवाए जाने की रिपोर्ट भेजी गई है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार बॉर्डर एरिया सर्वे की कुल लंबाई 80.75 किलोमीटर है। इसमें कुल 7 स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव है, जिसमें थराद, संतालपुर, वाव, निंबाला, सुईगांव, धरनेचा, सिंदाला नाम से नए स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव है। रेलवे कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की रिपोर्ट के अनुसार इस सर्वे रिपोर्ट में रेलवे ट्रैक के लिए कुल 3 रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), जबकि 11 रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) बनने हैं। रेलवे कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के इंजीनियर ने बताया कि इस सैक्शन में काफी संख्या में पुल बनाने का प्रस्ताव भी है। उन्होंने बताया कि सर्वे में कुल 46 छोटे, जबकि 7 बड़े पुल बनने हैं।


और अस्पताल का फाउंडेशन ही ढहा दिया

और अस्पताल का फाउंडेशन ही ढहा दिया
नगरपालिका के दस्ते को यही नहीं पता था कि कहां है अतिक्रमण


 बाड़मेर शहर से सटी मेघवालों की ढाणी में स्थित नगरपालिका की भूमि पर अतिक्रमण हटाने गए अतिक्रमण रोधी दस्ता निर्माणाधीन सब सेंटर भवन के फाउंडेशन ढहा कर वापस लौट आया। पहले से चिह्नित किए गए अतिक्रमण हटाने गए अधिकारियों को यह ही नहीं पता था कि कहां से अतिक्रमण हटाने हैं। सब सेंटर के फाउंडेशन तोडऩे की सूचना मिलने के बाद आयुक्त भी मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को स्थगित करवाया।

शहर के आबादी क्षेत्र के पास मेघवालों की ढाणी बसी है। जहां पर नगरपालिका ने गाडोलिया लौहार व शरणार्थियों के लिए भूमि आरक्षित कर रखी है। इस भूमि पर लोगों ने कब्जे कर मकान बना लिए। लंबे अर्से से यहां पर लोग आबाद हो गए, लेकिन नगरपालिका प्रशासन ने कार्रवाई की जहमत तक नहीं जुटाई।

जब मामला आगे बढ़ा तो गुरुवार को पालिका आयुक्त हरिसिंह यादव ने राजस्व निरीक्षक सुरेन्द्र माथुर के नेतृत्व में अतिक्रमण रोधी दस्ते को चिह्नित अतिक्रमण हटाने के लिए भेजा गया। टीम सदर पुलिस दल के साथ मेघवालों की ढाणी पहुंची। जहां पर जेसीबी मशीन से निर्माणाधीन सब सेंटर के भवन के फाउंडेशन को तोड़ दिया।

इस दौरान पता चला कि यह अतिक्रमण नहीं सरकारी भवन है। इस पर जेसीबी मशीन को रुकवा दिया। इसके बाद आयुक्त को सूचना दी गई। इस पर आयुक्त हरिसिंह यादव मौके पर पहुंचे। बाद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करने के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को रोक दिया गया। आरक्षित भूमि अतिक्रमण की जद में. यहां पर शरणार्थी व गाडोलिया लोहारो के पुनर्वास के लिए करीब बीस बीघा से अधिक भूमि आरक्षित कर रखी है। जहां पर लोगों ने पिछले कुछ वर्षों में कब्जे कर दिया। उक्त भूमि पर कच्चे, पक्के मकानों का निर्माण करने के साथ कई जगह निर्माण सामग्री डाल रखी है।