जैसलमेर । जिस माटी के लिए उन्होंने अपना लहू व पसीना बहाया, उसके एक छोटे से टुकड़े पर खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण करना भी उनके लिए कठिन है। दुश्मन के नापाक इरादो के सामने सीना तानकर दीवार बनने वाले देश के गौरव सैनिको को मलाल है कि देश सेवा मे जिंदगी का बड़ा हिस्सा देने के बावजूद उन्हे अपने ही हक के लिए भटकना पड़ रहा है। इन गौरव सैनिको के मुरबो पर अतिक्रमियो की 'काली नजर' पड़ने से ये हालात बने हैं।
सरकार ने देश की सीमा की सुरक्षा के लिए गौरव सैनिको को इंदिरा नहर क्षेत्र मे जैसलमेर बॉर्डर पर मुरबे आवंटित किए हैं, लेकिन उन पर अतिक्रमियो व दलालो की नजर पड़ गई है। हाल ही मोहनगढ़ क्षेत्र मे ऎसे मामले सामने आए हैं। गौरव सैनिको के 55 मुरबे बिना पूछे साफ करवा दिए गए और उनमे से 29 मुरबो पर खेती भी करवा दी। इस संबंध मे गौरव सेनानी सिपाही गोरधन राम, हवलदार हरि सिंह, भंवर सिंह व छोटूराम की तरफ से मोहनगढ़ पुलिस को रिपोर्ट दी गई है। मोहनगढ़ पुलिस ने शिकायत की जांच शुरू कर दी है।
टीला बताकर ठगी
दूरस्थ जिलो के गौरव सैनानी, जिन्हे नहरी क्षेत्र मे मुरबे आवंटित किए गए हैं, उन्हे दलाल या अतिक्रमियो ने गुमराह करने का तरीका निकाल लिया है। नहरी भूमि की प्रकृति से अनजान इन गौरव सेनानियो को मुरबो को टीला बता कर ठगी की जाती है।
उन्हे कहा जाता है कि उन्हे आवंटित मुरबे टीले होने के कारण अनुपयोगी हैं और किसी भी तरह से कृषि के योग्य नहीं हैं। यहां पानी भी नहीं पहुंचता।
इस तरह दूरस्थ जिलो के कई गौरव सैनिक गुमराह होकर नहरी क्षेत्र से लौट जाते हैं और उनकी जमीन चढ़ जाती है अतिक्रमियो के हत्थे और बाद मे शुरू होता है अवैध रूप से खेती करवाने का दौर।
जांच करा रहे हैं
फसल लेन-देन संबंधी विवाद को लेकर कुछ लोग शिकायत लेकर आए थे। इस संबंध मे रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। हम शिकायत की जांच करा रहे हैं। हरजीराम, थानाघिकारी, पुलिस थाना मोहनगढ़
मामले की जानकारी लंूगी
यदि खातेदारी इन सैनिको की है तो उस पर अतिक्रमण करना गलत है। मैं इस मामले के बारे मे जानकारी लूंगी। यदि यह मामला एसडीएम के सामने पेश किया जाता है, तो अग्रिम कार्रवाई के लिए हम पुलिस जाब्ता उपलब्ध करवाएंगे।ममता विश्नोई, पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर
सरकार ने देश की सीमा की सुरक्षा के लिए गौरव सैनिको को इंदिरा नहर क्षेत्र मे जैसलमेर बॉर्डर पर मुरबे आवंटित किए हैं, लेकिन उन पर अतिक्रमियो व दलालो की नजर पड़ गई है। हाल ही मोहनगढ़ क्षेत्र मे ऎसे मामले सामने आए हैं। गौरव सैनिको के 55 मुरबे बिना पूछे साफ करवा दिए गए और उनमे से 29 मुरबो पर खेती भी करवा दी। इस संबंध मे गौरव सेनानी सिपाही गोरधन राम, हवलदार हरि सिंह, भंवर सिंह व छोटूराम की तरफ से मोहनगढ़ पुलिस को रिपोर्ट दी गई है। मोहनगढ़ पुलिस ने शिकायत की जांच शुरू कर दी है।
टीला बताकर ठगी
दूरस्थ जिलो के गौरव सैनानी, जिन्हे नहरी क्षेत्र मे मुरबे आवंटित किए गए हैं, उन्हे दलाल या अतिक्रमियो ने गुमराह करने का तरीका निकाल लिया है। नहरी भूमि की प्रकृति से अनजान इन गौरव सेनानियो को मुरबो को टीला बता कर ठगी की जाती है।
उन्हे कहा जाता है कि उन्हे आवंटित मुरबे टीले होने के कारण अनुपयोगी हैं और किसी भी तरह से कृषि के योग्य नहीं हैं। यहां पानी भी नहीं पहुंचता।
इस तरह दूरस्थ जिलो के कई गौरव सैनिक गुमराह होकर नहरी क्षेत्र से लौट जाते हैं और उनकी जमीन चढ़ जाती है अतिक्रमियो के हत्थे और बाद मे शुरू होता है अवैध रूप से खेती करवाने का दौर।
जांच करा रहे हैं
फसल लेन-देन संबंधी विवाद को लेकर कुछ लोग शिकायत लेकर आए थे। इस संबंध मे रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। हम शिकायत की जांच करा रहे हैं। हरजीराम, थानाघिकारी, पुलिस थाना मोहनगढ़
मामले की जानकारी लंूगी
यदि खातेदारी इन सैनिको की है तो उस पर अतिक्रमण करना गलत है। मैं इस मामले के बारे मे जानकारी लूंगी। यदि यह मामला एसडीएम के सामने पेश किया जाता है, तो अग्रिम कार्रवाई के लिए हम पुलिस जाब्ता उपलब्ध करवाएंगे।ममता विश्नोई, पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर
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