मंगलवार, 1 मई 2012

कटियार को दी विदाई, राहुल होंगे नए एसपी

कटियार को दी विदाई, राहुल होंगे नए एसपी



केवल छह दिन एसपी रहने के बाद लवली कटियार का सिरोही तबादला, पुलिस के जवानों ने दी विदाई

बाड़मेर जिले में पहली महिला एसपी पदस्थापित लवली कटियार का कार्यग्रहण के छह दिन बाद ही सिरोही जिला पुलिस अधीक्षक पद पर तबादला कर दिया गया। कटियार की जगह बारां के एसपी राहुल बारहट को बाड़मेर लगाया है। कटियार का स्थानांतरण होने पर सोमवार को एसपी ऑफिस में सादे कार्यक्रम में विदाई दी गई। एएसपी रामसिंह मीणा, डिप्टी नाजिम अली समेत जिले के पुलिस अधिकारियों ने लवली कटियार को साफा पहना श्रीफल व स्मृति चिह्न देकर विदा किया। एसपी ऑफिस में आयोजित कार्यक्रम में कटियार ने बाड़मेर को अच्छा जिला बताते हुए यहां के जवानों की तारीफ की। साथ ही अपने संक्षिप्त अनुभव बताए। इस दौरान प्रशिक्षु आरपीएस अमृतलाल, सदर थानाधिकारी कैलाशचंद्र मीणा, इंस्पेक्टर ताराराम बैरवा, लूणसिंह भाटी, बींजाराम समेत कई पुलिस के जवान उपस्थित थे।

छह दिन की एसपी

गौरतलब है कि पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय ने राज्य में बड़े स्तर पर फेरबदल करते हुए इक्कीस जिलों के एसपी को इधर-उधर किया था। एसपी लवली कटियार ने २५ अप्रैल को कार्यग्रहण किया था और सोमवार को सिरोही तबादला होने के कारण वो कार्यमुक्त हो गई। ऐसे में कटियार केवल छह दिन ही बाड़़मेर की एसपी रहीं।

राहुल 2 को संभालेंगे कार्यभार: लवली कटियार के साथ ही जारी तबादला लिस्ट में जालोर से बारां भेजे गए आईपीएस राहुल बारहठ को बाड़मेर भेजा गया है। भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष २००७ बैच के अधिकारी बारहठ ने बताया कि वे बुधवार को कार्यग्रहण करेंगे।

आखिर कंचन किसकी, प्रेमी या पति की

आखिर कंचन किसकी, प्रेमी या पति की

पहले प्रेमी संग रचाया विवाह, फिर पोकरण के फूसाराम से भी कर ली शादी
प्रेमिका कंचन के लिए पति ने पत्नी गुड्डी को छोड़ा
शादी के कुछ दिनों बाद पति को छोड़ फिर प्रेमी संग फरार

बाड़मेर   जिले के धोरीमन्ना निवासी कंचन ने एक नहीं दो परिवारों की जिंदगी में जहर घोल दिया। पहले तो उसने तीन पुत्रियों के पिता धोरीमन्ना निवासी मनोहरलाल से जोधपुर के आर्य समाज में विवाह रचाया, बाद में एक साजिश के तहत उसने मनोहरलाल को छोड़ पोकरण के एक शख्स से शादी का नाटक रचा। कंचन के पिता ने बड़ी धूमधाम से उसकी शादी पोकरण निवासी फूसाराम के साथ की। कुछ ही दिनों में वह ससुराल वालों को गच्चा देते हुए पति को छोड़ प्रेमी मनोहरलाल के साथ फिर से फरार हो गई। अब तीन बेटियों की मां गुड्डी और उसके जाल में फंसा पति फूसाराम न्याय के लिए न्यायालय की चौखट पर चक्कर लगा रहे हैं।

दरअसल, धोरीमन्ना की रहने वाली गुड्डी का विवाह करीब नौ साल पहले मनोहरलाल पुत्र रमेश कुमार ओसवाल के साथ हुआ। शादी के बाद गुड़ी ने तीन बेटियों को जन्म दिया। एक के बाद एक तीन बेटियों को जन्म देने के कारण पति गुड़ी को छोड़ पड़ोस में रहने वाली कंचन को लेकर फरार हो गया। बिना गुड्डी को तलाक दिए मनोहरलाल और कंचन ने बाद में जोधपुर के आर्य समाज में विवाह कर लिया। शेष त्नपेज १४

कंचन के खिलाफ पोकरण में मामला दर्ज

पोकरण के फूसाराम के साथ शादी के कुछ दिनों बाद ही कंचन अपने पुराने प्रेमी मनोहरलाल के साथ ससुराल से सोना चांदी लेकर फरार हो गई। जिसकी रिपोर्ट ससुराल वालों ने थाने में दर्ज करा दी। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर ससुराल वालों के हवाले कर दिया।

पहले माफी फिर मुकदमा

जब पुलिस ने कंचन को पकड़ ससुराल वालों के हवाले किया तो उसने भविष्य में ऐसी गलती न करने की बात कह कर ससुराल में रहने लगी। कुछ दिन तो ठीक चला बाद में उसने ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया। इतना ही नहीं बीते कुछ दिनों से कंचन फिर मनोहरलाल के साथ फरार है।  

सजा से बचने के लिए रची साजिश

बिना तलाक दिए कंचन से शादी करने को लेकर गुड़ी ने धोरीमन्ना थाने में अपने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस और कानून से बचने के लिए कंचन और मनोहरलाल ने एक साजिश रची और दोनों ने रजामंदी से तलाकनामा लिख कंचन के पिता को सौंपा और भविष्य में कोई संबंध नहीं रखने की बात कही।

कंचन ने रचा ली दूजी शादी

जहां कंचन और मनोहरलाल ने कानून से बचने की साजिश रची वहीं इस साजिश में फंसा कंचन के पिता ने कंचन का रिश्ता पोकरण निवासी फूसाराम चांडक से तय कर दिया। बाद में बड़ी धूमधाम से कंचन की शादी पोकरण कर दी गई।


॥मनोहरलाल की पत्नी गुड्डी अपनी तीन बेटियों को लेकर जन सुनवाई में आई थी। पुलिस, एनजीओ और कानून विशेषज्ञों के सामने इस केस को रखा गया है। अब पहले घरेलू हिंसा को लेकर गुड्डी अर्जी दाखिल करेगी। इससे पहले उसे आजीविका के लिए एक सिलाई मशीन दी गई है और उसकी बेटियों को स्कूल में दाखिला दिलाया जाएगा। उसे न्याय दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।ञ्जञ्ज

डा.वीणा प्रधान, कलेक्टर

15 करोड़ से होगा पर्यटन स्थलों का विकास



15 करोड़ से होगा पर्यटन स्थलों का विकास



मेगा डेजर्ट टूरिस्ट सर्किट के तहत जैसलमेर में 15.39, बाड़मेर में 3, जोधपुर में 15 और बीकानेर में 16.61 करोड़ खर्च होने का प्रस्ताव

जैसलमेर,  जिले के पर्यटन स्थलों का स्वरूप बहुत जल्द ही बदल जाएगा। लम्बे अर्से से दुर्दशा झेल रहे पर्यटन स्थलों के विकास की योजना लगभग तय हो चुकी है। मेगा डेजर्ट टूरिस्ट सर्किट के तहत पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर व बाड़मेर जिले में 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिसमें जैसलमेर के लिए 15 करोड़ 39 लाख के विकास कार्यों के प्रस्ताव हैं। वहीं जोधपुर के लिए 15 करोड़, बीकानेर के लिए 16.61 करोड़ तथा बाड़मेर के लिए 3 करोड़ के प्रस्ताव भिजवाए हुए हैं। इसके लिए केन्द्रीय प्रवर्तित योजना से राशि स्वीकृत होगी। विभागीय सूत्रों की मानें तो शीघ्र ही बजट आने वाला है और संबंधित कार्यकारी एजेंसियों के मार्फत विकास कार्य शुरू करवा दिए जाएंगे। 

आगामी वर्षों में जैसलमेर आने वाले सैलानियों को सोनार दुर्ग, बड़ाबाग की छतरियां, पोकरण फोर्ट, गड़सीसर तालाब व अन्य स्थलों का अलग ही रूप देखने को मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक शहर के पर्यटन स्थलों का जीर्णोद्धार जिन एजेंसियों के हाथ में उन्हीं से ही इस योजना के तहत विकास कार्य करवाए जाएंगे।

पोकरण में पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना: मेगा डेजर्ट टूरिस्ट सर्किट योजना के तहत पोकरण में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई विकास कार्य प्रस्तावित है। गौरतलब है कि जैसलमेर पूरी तरह से पर्यटन स्थल बन चुका है मगर पोकरण में अभी तक पर्यटन का विकास नहीं हो पाया है। पोकरण में भी कई धार्मिक व अन्य पर्यटन स्थल मौजूद है जिनकी उचित सार संभाल नहीं हो रही है। इस योजना के तहत पोकरण फोर्ट के लिए डेढ़ करोड़, पोकरण सेनोटेप्स विकास के लिए 50 लाख, महासागर छतरियां व तालाब के विकास के लिए 50 लाख और रामदेवरा तालाब के घाट निर्माण के लिए 50 लाख रुपए खर्च होंगे। 5.52 करोड़ से निखरेगा सोनार दुर्ग : वर्तमान में सोनार दुर्ग की स्थिति कुछ ठीक नहीं है। हालांकि भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा दुर्ग में अनेक कार्य करवाए जा रहे हैं जिनसे दुर्ग की दशा सुधर भी रही है लेकिन यहां की मुख्य समस्या सीवरेज का अभी तक निस्तारण नहीं हो पाया है। आरयूआईडीपी के तहत सीवरेज का कार्य भी आगामी दिनों में होना प्रस्तावित है। इसके अलावा मेगा डेजर्ट टूरिस्ट सर्किट योजना के तहत दुर्ग के लिए 5 करोड़ 52 लाख रुपए प्रस्तावित किए गए हैं। जानकारी के अनुसार इन पैसों से एएसआई ही विभिन्न कार्य करवाएगी। संभावना जताई जा रही है कि आगामी दिनों में दुर्ग के हालात सुधर सकते हैं।

॥मेगा डेजर्ट टूरिस्ट सर्किट योजना के तहत 50 करोड़ के कार्य होने हैं। जिसमें से जैसलमेर जिले के लिए 15.39 करोड़ के प्रस्ताव भिजवाए गए हैं। जिले के पर्यटन स्थलों का इस योजना के तहत कायाकल्प हो जाएगा।ञ्जञ्ज

पी.सी. गौड़, सहायक निदेशक, पर्यटक स्वागत केन्द्र

सोमवार, 30 अप्रैल 2012

फेरों के बाद ससुराल पहुंचने से पहले ही मां बनी दुल्हन

 

राजपुर (अशोकनगर)। यह खबर आपको चौंका सकती है कि फेरों के बाद दुल्हन ससुराल भी नहीं पहुंची थी कि बीच रास्ते में ही उसने शिशु को जन्म दे दिया। यह घटना रविवार को कचनार थाने के तहत महूआलमपुर चकपुरा में हुई। यहां एक परिवार में तूमैन के पास स्थित जुगया गांव से 28 अप्रैल को बारात आई थी। बारात आगमन पर रीति रिवाजों के अनुसार विवाह संपन्न हुआ और बाकायदा दुल्हन की विदा भी हो गई।



बच्ची को दिया जन्म



बारात महूआलमपुर से थोड़ी दूर पहुंची ही थी कि दुल्हन के पेट में अचानक तेज दर्द हुआ और कोई कुछ समझ पाता इसके पहले ही उसने बच्ची को जन्म दे दिया। यह प्रसूति बारात से भरी ट्राली में ही हो गई। इससे अजीबो गरीब स्थिति बन पड़ी। इस घटना के बाद दुल्हन से बच्ची के पिता के बारे में भी जानना चाहा तो उसने बहन के देवर की बात बताई है। बहरहाल पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।



दिखाई संवेदनहीनता



इस पूरी घटना के बाद दूल्हे ने जो किया वह भी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा रही। स्थानीय लोगों का कहना था कि भले ही स्थिति कुछ भी हो, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में दूल्हे और उसके परिजनों को महिला की मदद करना थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन लोगों ने दुल्हन के जेवर और चढ़ावे का पूरा सामान अपने कब्जे में ले लिया और महिला को छोड़ गए। यही नहीं थाने में दूल्हे पक्ष की ओर से यह रिपोर्ट भी कर दी कि उन्हें शादी के नाम पर धोखा दिया गया है। पुलिस भी मामले को लेकर उलझन में है, क्योंकि अब तक ऐसी परिस्थिति कभी सामने नहीं आईं।

विधायक के नौकर ने करा लड़की से रेप!

विधायक के नौकर ने करा लड़की से रेप!

लखीमपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में रविवार रात बसपा विधायक जुगलकिशोर के नौकर ने कथित रूप से एक 15 वर्षीय बालिका को अगवा करके विधायक के घर ले जाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।

घटना के समय विधायक और उनके परिजन घर पर नहीं थे। कथित दुराचार का शिकार हुई लड़की के पिता रामनरेश ने पुलिस को बताया है कि रविवार रात जब उसकी बेटी एक शादी समारोह से वापस लौट रही थी, तब बसपा विधायक के नौकर ने उसे तमंचे के बल पर अगवा कर लिया। उसे विधायक के घर ले जाकर उसके साथ दुराचार किया।

रामनरेश ने दावा किया है कि खोज करने पर उसे उसकी बेटी आज सुबह बसपा के विधान परिषद सदस्य (विधायक) के घर पर बेहोशी की हालत में मिली। मौके पर नौकर भी मौजूद था। जिसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि बसपा विधायक जुगलकिशोर कुछ दिनो से सपरिवार शहर के बाहर गए हुए है और घर पर केवल उनके नौकर ही मौजूद हैं। इस बीच जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह ने बताया है कि कथित दुराचार की शिकार लड़की के पिता की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज करके मामले की छानबीन की जा रही है। 

निर्मल बाबा मामले में फैसला सुरक्षित

निर्मल बाबा मामले में फैसला सुरक्षित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की एक अदालत ने आध्यात्मिक गुरू होने का दावा करने वाले निर्मलजीत सिंह उर्फ निर्मल बाबा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के एक मामले में सोमवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रहलाद टंडन ने याची की दलीलें सुनने के बाद अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया।

कक्षा बारह की छात्रा तनया और कक्षा दस के छात्र आदित्य ठाकुर ने निर्मल बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए याचिका दायर की थी। मजिस्ट्रेट ने दलील सुनने के बाद निर्णय सुरक्षित रखा। दलील में कहा गया कि निर्मल बाबा जिस तरह से सरल समाधान देकर लोगों को ठगते हैं वह धारा 417 ए , 419 ए और 420 के तहत धोखाधड़ी और धारा 509 के तहत नाराजगी का भय दिखाना है। तनया और आदित्य ने गोमती नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को कहा था जिसे नकार दिया गया।

जर्मनी की यह हॉट मॉडल बॉलीवुड में करेंगी आइटम नंबर! देखिए तस्वीरें

जर्मन मॉडल क्लाउडिया सिस्ला बॉलीवुड की फिल्मों के आइटम नंबर्स की बहुत बड़ी फैन हैं। कोरियोग्राफर बोस्को की वह बहुत अच्छी दोस्त हैं। उन्होंने बॉलीवुड में डांसर के रूप में अपना करियर बनाने का फैसला किया है।

 
वह कहती हैं कि डांसिंग उनका पैशन है और म्यूजिक उनके लाइफ का पार्ट है। बोस्को को वह अपने फैमिली मेंबर की तरह मानती हैं। बोस्को बॉलीवुड में स्थापित कोरियोग्राफरों में से एक हैं। वह उनसे सीख रही हैं और आगे आइटम नंबर्स में काम करना चाहती हैं।

 
क्लाउडिया इससे पहले कई शो में बॉलीवुड नंबर्स पर डांस कर चुकी हैं। अब वह सिल्वर स्क्रीन पर दिखना चाहती हैं। वह अच्छे प्रोडक्शन हाउस और कोरियोग्राफर के साथ काम करना चाहती हैं।

 
बोस्को भी मानते हैं कि वेस्टर्न फेस के साथ इंडियन आइटम नंबर बहुत बढ़िया रहेगा। उनका कहना है कि क्लाउडिया बहुत टैलेंटेड और डेडिकेटेड हैं। बस, उनको अवसर की तलाश है।
 

अब हम तो यही दुआ करेंगे कि क्लाउडिया को जल्दी से आइटम नंबर में काम मिले। पेश है उनकी कुछ हॉट तस्वीरें-

बेवफा पत्नी थी रामकली, प्रेमी राजेश ने की थी हत्या

महम. रामकली हत्याकांड से पूरी तरह पर्दा उठ गया है। रामकली राजेश के साथ नाम व पहचान बदल कर रहती थी। पहले से शादीशुदा थी। दो साल से राजेश के साथ रह रही थी। उसका असली नाम गुम्मी था। वह मध्यप्रदेश की थी। रविवार को उसका पूर्व पति बल्लू पीजीआई पहुंचा। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद उसका शव बल्लू के हवाले कर दिया।

शुक्रवार की सुबह खरकड़ा के पास उसकी लाश मिली थी। लाश के पास ही उसका लगभग चार वर्षीय बेटा उमेश भी था। उमेश को भी मारने का प्रयास किया गया था, वह बच गया। रामकली की हत्या का आरोप उसके दूसरे पति राजेश पर है। राजेश अभी फरार है। इधर गुम्मी उर्फ रामकली का रविवार की शाम को रोहतक में ही दाह संस्कार कर दिया गया है। उमेश अभी बालआश्रम में है। उसे मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

एसएचओ रामकिशन दहिया ने बताया कि बल्लू उमेश को अपने साथ ले जाना चाहता है। इधर आरोपी राजेश की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। एसएचओ का कहना है कि उसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

दो साल पहले हुई थी मुलाकात

मध्यप्रदेश के जिला इक्कागढ़ के गांव बलदेवगढ़ निवासी बल्लू पुत्र सोना दो साल पहले गांव सीसर में मजदूरी के लिए आया था। यहीं पर गांव चांग का राजेश मिस्त्री का काम करता था। बल्लू के साथ उसकी पत्नी गुम्मी के अतिरिक्त एक बेटी व एक छोटा बेटा भी था। गुम्मी व राजेश में प्यार हो गया। राजेश गुम्मी को लेकर फरार हो गया।

गुम्मी अपने साथ दो साल के बेटे उमेश को भी ले गई। बेचारा बल्लू अपनी पत्नी व बेटे को खोकर वापिस अपने प्रदेश चला गया। राजेश व गुम्मी कुछ समय तो भिवानी रहे। फिर महम में किराए का मकान लेकर रहने लगे।

ये हो सकता है हत्या का कारण

पुलिस का मानना है कि गुम्मी से रामकली बनी महिला अब राजेश के लिए परेशानी बन गई थी।राजेश की पहली पत्नी चांग में रहती है। उससे बच्चे भी हैं। बड़ा बेटा लगभग 20 वर्ष का है। ऐसे में गुम्मी को रखना उसके लिए परेशानी का कारण बनने लगा होगा। यही कारण है कि उसने गुम्मी उर्फ रामकली को ठिकाने लगाने की योजना बना ली। उसे ठिकाने लगा भी दिया।

योजना के अनुसार उमेश भी मर जाता तो हो सकता है राजेश कुछ समय के लिए नाटक करता कि उसकी रामकली को किसी ने मार दिया। संभव यह आरोप बल्लू पर लगाया जाता। खैर अब सब साफ हो गया है।

..छ़ुपा रखी थी अपनी पहचान

गुम्मी राजेश के साथ रामकली बन कर रहती थी। किसी को शक ना हो इसलिए अपने को सोनीपत का बताती थी। उमेश को भी राजेश का बेटा ही बताया जाता था। उमेश भी राजेश को ही अपना पिता समझने लगा था।

बीएसएफ ने रचा इतिहासः महिला सिपाहियों ने मारा घुसपैठिया

अमृतसर. बीएसएफ की महिला प्रहरियों ने रविवार दोपहर सरहद पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी नागरिक को मार गिराया। बीएसएफ के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब महिला सुरक्षाकर्मियों ने दिलेरी दिखाते हुए दुश्मन को मौके पर ही ढेर कर दिया। 
डीआईजी पीएस बैंस के मुताबिक, सिपाही रीना और आरती डेरा बाबा नानक के बीपी नंबर 42-17 पर तैनात थीं। इसी दौरान उन्हें तार के पार गेहूं की फसल के बीच हलचल दिखाई दी। दोनों प्रहरियों ने ललकारा तो सामने से घुसपैठिया ने उन्हें डराने का प्रयास किया। जवाब में सिपाहियों ने फायरिंग कर दी। घुसपैठिया मौके पर ही ढेर हो गया।

महिलाओं की दिलेरी के आगे दुश्मन ढेर

बीएसएफ की महिला कांस्टेबलों द्वारा पाकिस्तानी घुसपैठ को मार गिराना अपने आप में एक बड़ी बात है। इससे साफ है कि बॉर्डर पर तैनात महिला कर्मी भी दुश्मन का डटकर सामना करने की ताकत रखती हैं। पत्रकारों को संबोधित करते हुए बीएसएफ के डीआईजी पीएस बैंस ने बताया कि डीबीएन पोस्ट की बुर्जी नंबर 42 से पाकिस्तान की तरफ से एक व्यक्ति सीमा पार करके भारत में दाखिल हो रहा था, जिसको बीएसएफ 74 बटालियन की महिला कांस्टेबल रीना कुमारी और आरती ने मार गिराया। हमें रीना और आरती पर गर्व है कि उन्होंने बहादुरी से दुश्मन का सामना किया और उसे मार गिराया। दोनों ने साबित कर दिया है कि महिलाएं भी किसी से कम नहीं होती।

बहादुरी का मिलेगा सम्मान

डीआईजी बैंस ने बताया कि बीएसएफ में महिला प्रहरियों की तैनाती 2008-09 में हुई थी और तब से लेकर आज तक ऐसा कोई वाकया नहीं हुआ, जिसमें इन्होंने हथियारों का प्रयोग किया हो। इन लड़कियों ने देश के प्रति जो जज्बा दिखाया है वह सराहनीय और प्रेरणादायक है। इसकी जानकारी अन्य महिला सुरक्षा कर्मियों को भी दी जाएगी ताकि भविष्य में वह भी देश के लिए ऐसा ही कुछ कर दिखाएं। दोनों को बहादुरी का उचित मान-सम्मान दिया जाएगा।

ब्रह्मपुत्र में डूबी नाव, सैंकड़ों के मारे जाने की आशंका



गुवहाटी. असम में एक नाव के ब्रह्मपुत्र नदी में डूब जाने से सैंकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है।


घटना ढुबरी की है। शाम साढ़े पांच बजे खराब मौसम में फंसी एक नाव ब्रह्मपुत्र नदी में डूब गई। रिपोर्टों के मुताबिक नाव में करीब 200 लोग सवार थे।


बचाव और राहत कार्य के लिए बीएसएफ की टुकड़ियों को बुलाया गया है। स्थानीय लोग भी राहत कार्यों में जुटे हैं।


घटना गुवहाटी से करीब 350 किलोमीटर दूर ढुबरी के नजदीक की है। अभी तक राहतकर्मियों ने 35 शवों को नदी से निकाला है और 12 लोगों को जिंदा बचाया गया है।

चेतना की बात फेलाएगी चेतना पुस्तके

चेतना  की बात फेलाएगी चेतना पुस्तके 
-जल चेतना की बात होगी मुखर 
-बाड़मेर कलेक्टर ऩे सराहा चेतना पुस्तको को 
        

        
“आज तक की तमाम खोजों के बाद भी हम पृथ्वी के सामान कोई अन्य गृह ढूंढने में असफल ही रहे है अंतरिक्ष में अब तक हम कई ग्रहों का पता लगा चुके हैं लेकिन इनमे से कोई भी दूर दूर तक प्रथ्वी जैसा नहीं है जहाँ जीवन संभव हो.पृथ्वी पर जीवन अनेक कारणों से संभव हो सका है जैसे सूर्य का पृथ्वी से एक ख़ास दूरी पर होना ,जिससे यहाँ पर जीवन की परिस्थितियाँ उत्त्पन्न हुई ! अगर ऐसा नहीं होता और पृथ्वी यदि सूर्य के निकट होती तो बहुत गर्म अगर दूर होती तो बहुत ठंडी होती किन्तु प्रकृति ने हमें सौगात के रूप में ऋतु,वनस्पति,मिटटी,जल,जैसे संसाधन, वरदान के रूप में दिए! विकास के नाम पर अगर इंसान यूं ही प्रकृति का विनाश करता रहा तो इंसानों के अस्तित्व पर भी संकट खड़ा हो जाएगा। अगर हमें अपनी आने वाली पीढि़यों को एक बेहतर कल देना है तो हमें आज से ही प्रयास करने होंगे।'' ये विचार बाड़मेर जिला कलेक्टर  डाक्टर वीणा प्रधान  ऩे सी सी डी यू की चेतना पुस्तको के बारे में रखे . जल एवं स्वछता मिशन राजस्थान सरकार , पेयजल गुणवता मिशन सी सी डी यू के आई ई सी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित  ऩे बताया कि धरती से पानी खत्म होता जा रहा है। नदियां, नाले और झीलें सूख रही हैं। ग्लेशियर पिघल रहे हैं। जमीनी पानी दिनोंदिन नीचे खिसकता जा रहा है। पीने के पानी की विकराल होती समस्या के कारण मारपीट, धरना-प्रदर्शन, तोड़फोड़ की नौबत आने लगी है। दूसरी ओर हर वर्ष काफी बरसाती पानी यों ही बेकार चला जाता है, उसके प्रबंधन की समुचित व्यवस्था नहीं है। पानी के कुप्रबंधन के कारण प्रकृति की पूरी संरचना ही बिगड़ती लग रही है। जल संरक्षण में सामान्य जनमानस का सहयोग जरूरी है। ग्राम पंचायत में विद्युत प्रदाय बंद होने पर जल संकट का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण अंचलों में हैंडपंपों व कुओं के आसपास सफाई रखना चाहिए। ग्रामीण पेयजल स्रोतों के पास ही कपड़े धोते व पशुओं को पानी पिलाते हैं। हालाँकि धरती का 70.87 प्रतिशत भाग पानी से घिरा हुआ है, बावजूद इसके धरती पर पीने के पानी का जबरदस्‍त संकट विद्यमान है। इसका मुख्‍य कारण यह है कि धरती पर उपलब्‍ध 97.5 प्रतिशत जल लवणीय है और मात्र 2.5 प्रतिशत जल पीने के योग्‍य है। लेकिन उससे भी बड़ी विडम्‍बना यह है कि पीने योग्‍य जल के मात्र एक प्रतिशत हिस्‍से तक ही मानव की पहुँच है। हमारे देश में भी सरकारी स्‍तर पर हालाँकि इसके लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं, किन्‍तु जनमानस में इसके प्रति घोर लापरवाही देखने को मिलती है। यही कारण है कि घरों में न सिर्फ बेतहाशा पानी बर्बाद किया जा रहा है, वरन जाने-अनजाने में उसे प्रदूषित भी बनाया जा रहा है।पानी की इस बर्बादी को रोकने और उसके प्रति सामाजिक चेतना जागृत करने के उद्देश्‍य से सी सी डी यू , जल एवं स्वछता मिशन राजस्थान सरकार , पेयजल गुणवता मिशन   की पुस्‍तक ‘जल संरक्षण और जल चेतना ’ को सोमवार कि रोज बाड़मेर जिला कलेक्टर ऩे  एक सराहनीय प्रयास है। इस पुस्तक में विभीन पोस्टरों के माध्यम से जल चेतना कि बात कही गई है साथ ही इसी आधार से  जल संरक्षण से जुड़े विभिन्‍न मुद्दों पर आसान और सरल शब्‍दावली में प्रामाणिक जानकारी उपलब्‍ध करायी गयी है। इस कारण पुस्‍तक पठनीय एवं संग्रहणीय बन पड़ी है।  

Armour Day is celebrated on 01 May

Armour Day is celebrated on 01 May every year to commemorate the commencement of mechanisation of the Indian Cavalry regiments. On this date in 1938, The Scinde Horse became the first regiment to shed their horses and to be equipped with tanks. The first such equipment was the Vickers light tanks and Chevrolet Armoured Cars.

Indian Armoured Corps was equipped with the comparatively modern Sherman tanks (M4) of American origin in 1943. Regiments so equipped formed the spearhead of the 14th Army during its pursuit of the defeated Japanese in the liberation of Burma. Post independence, Indian Armour lost one third of its units and training establishments to Pakistan with the Indian share being only twelve regiments. It was these regiments which nurtured the Corps and helped expand to the force that it has evolved into today.

Expansion and modernisation of the Armoured Corps was initiated post independence with Centurions Mark VII and AMX-13 light tanks. Since then, the Armoured Corps has operated the indigenous Vijayanta tanks, the Russian T-54 and T-55, T-72 and T-90 tanks and MBT Arjun.

An ideal man-machine interface led to a sterling performance in the Indo-Pakistan war of 1965 when the sophisticated Pakistani Patton tanks were decimated by own Centurian tanks to form the famous ‘Patton Graveyard, near Khemkaran in Punjab. Lt Col AB Tarapore of ‘The Poona Horse’ was posthumously honoured with the Param Vir Chakra for his gallant action in the Shakargarh Bulge. The Corps proved its mettle yet again gloriously in the 1971 war with Pakistan wherein tanks were at the forefront of action in the plains sector on the Western and Eastern fronts. 2nd Lt Arun Khetrapal fought gallantly and made the supreme sacrifice in the Battle of Basantar River earning for his regiment






‘The Poona Horse’, yet another Param Vir Chakra. The core ethos of displaying exemplary courage in the face of fearful odds is amply demonstrated by the award of two Param Vir Chakras, 15 Maha Vir Chakras and 60 Vir Chakras amongst a large number of gallantry and distinguished service awards bestowed upon officers and men of the Armoured Corps.

The Corps contributes substantially to the counter insurgency operations at all times. This includes service with the Rashtriya Rifles, Assam Rifles and other PMF. The Corps is also making its contribution in its share for world peace by deploying a contingent to the UN peace keeping mission in Lebanon, apart from individual representations.

बाइक चोरी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, पांच मोटरसाइकिलें बरामद


बाइक चोरी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, पांच मोटरसाइकिलें बरामद



गिरफ्तार आरोपी ने दस बाइक चोरी करना कबूला, जोधपुर, बालोतरा, बाड़मेर में गिरोह था सक्रिय

बाड़मेर  पुलिस ने बाइक चोरी के मामले में रविवार को मुख्य आरोपी लूणाराम को गिरफ्तार करने के साथ पांच बाइक भी अलग-अलग लोगों के कब्जे से बरामद की है। आरोपी ने प्रारंभिक पूछताछ में पांच और बाइक चोरी करना कबूला है। उसकी निशानदेही पर इन मोटरसाइकिलों को बरामद करने के लिए पुलिस दल अलग-अलग स्थानों पर दबिश देने के लिए भेजे गए हैं। डीएसपी नाजिम अली के निर्देशानुसार कोतवाली के एएसआई मूलाराम व बाटाडू पुलिस चौकी प्रभारी अनोपाराम के नेतृत्व में पुलिस दल ने झाक गांव में दबिश देकर लूणाराम पुत्र उतमाराम मेघवाल को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार वह बाइक चोर गिरोह का मुखिया है। उसके कब्जे से एक बाइक बरामद की गई। उससे पूछताछ के आधार पर मुकेश उर्फ मक्काराम पुत्र लाधूराम मेघवाल निवासी भीमड़ा, चतुराम पुत्र रासिंगाराम निवासी झाक, अर्जुन पुत्र कालूराम निवासी नागदड़ा, पदमा पुत्र चैनाराम निवासी झाक के कब्जे से एक-एक बाइक बरामद की गई। पुलिस दल बरामद मोटरसाइकिलों को बाड़मेर ले आया। आरोपी से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद पांच अन्य मोटरसाइकिलों की बरामदगी की कार्रवाई जारी है।

लूणिया निकला शातिर: पुलिस के अनुसार झाक गांव निवासी लूणाराम जोधपुर स्थित एक फैक्ट्री में काम करता था। वह पहले जोधपुर से एक बाइक चुराकर ले आया। इसके बाद बाड़मेर, बालोतरा से बाइक उठाया। साथ ही जोधपुर से भी मोटरसाइकिलें चुराई।

यूं पकड़ में आया आरोपी: शहर में स्थित आईडीबीआई बैंक के आगे खड़ी एक बाइक 12 मार्च 2012 को चोरी हो गई। मामला दर्ज होने के बाद जांच एएसआई मूलाराम को सौंपी गई। इसके बाद बाइक चोरी के आरोपी की तलाश शुरू की गई। दो दिन पहले ही मुखबिर से सूचना मिली की भीमड़ा गांव में बाइक खड़ी है। इस पर पुलिस दल ने भीमड़ा गांव में दबिश देकर मुकेश उर्फ मक्काराम पुत्र लाधूराम को पकड़ा तो उसने यह बाइक लूणाराम झाक से खरीदने की बात कही। इसके बाद मुख्य आरोपी लूणाराम पकड़ में आया।

पांच हजार में बेचता था. अलग अलग शहरों से बाइके चोरी करने के बाद लूणाराम बायतु क्षेत्र के गांवों में अपने रिश्तेदारों व पहचान के लोगों को मोटरसाइकिल बेचता था। वह मोटरसाइकिलों को पांच हजार रुपए में बेच देता था।

..और भी राज खुलने की उम्मीद: बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद शहर में बढ़ रही नकबजनी की वारदातों से जुड़े चोरी के आरोपियों व गुजरात से गाडिय़ों चोरी कर बाड़मेर में बेच रहे आरोपियों का सुराग मिलने की संभावना है। साथ ही चोरी की वारदातों का खुलासा करने के लिए पुलिस आरोपी की निशानदेही पर दबिश दे रहे हैं।






गुजरे जमाने की मशहूर एक्ट्रेस अचला सचदेव का निधन

Bollywood ignores ailing Achala Sachdev 

गुजरे जमाने की मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस अचला सचदेव का आज निधन हो गया। पुणे के एक हॉस्पिटल ने उन्होंने आखिरी सांस लीं। उनको पिछले साल सितंबर में हॉस्पिटल में भर्ती करवाय़ा गया था जब वह अपने घर में गिरी थीं और उनके पैर टूट गए थे।



उसके बाद एमआरआई स्कैन से पता चला था कि उनके हार्ट और ब्रेन में ब्लड जम गया था। बॉलीवुड में गुमनामी के अंधेरे में जीते-जीते अचला आज नहीं रहीं।



वह बहुत दिनों से बीमार चल रही थीं। इस बीच बॉलीवुड से कोई उनको देखने नहीं गया। उनके पारिवारिक दोस्त राजीव नंदा अकेले उनकी देखभाल किया करते थे।



अचला ने फिल्म वक्त, चांदनी और दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे सहित अन्य यादगार फिल्मों में काम किया है। उनको बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की तरफ से श्रद्धांजलि।

पाली में सड़क हादसा,4 की मौत,4 घायल


पाली में सड़क हादसा,4 की मौत,4 घायल 






पाली। जयपुर-उदयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-14 पर पाली के रामश्या गांव में रविवार देर रात गैस टैंकर और ट्रोला के बीच हुई भिडंत के दौरान एक टवेरा बीच में फंस गई। घटना में टवेरा सवार पिता-पुत्र सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोगों को गंभीर जख्मी हालत में इलाज के लिए स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के दौरान मार्ग पर करीब दस किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने कई घंटों की मशक्कत के बाद जाम को खुलवाते हुए मार्ग के यातायात को सुचारू कराया।


जानकारी के अनुसार, पाली से रवाना होकर करीब आठ लोग टवेरा में सवार होकर जयपुर की ओर आ रहे थे। टवेरा के पीछे की ओर से गैस का टैंकर चल रहा था। रास्ते में पाली जिले के सदर थाना इलाके के गांव रामश्या के पास गलत दिशा से आ रहे ट्रोले ने टवेरा को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में टवेरा ट्रोले व पीछे से आ रहे टैंकर के बीच पिस गई। हादसे में टवेरा सवार अहमदाबाद निवासी रणजीत मेहता(28) व उसके पुत्र श्लोक महेता (2), सूरत निवासी तरूणा (22) पाली निवासी प्रतीक (15) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य को गंभीर जख्मी हालत में इलाज के लिए स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद ट्रोला व टैंकर चालक मौके से फरार हो गए। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया गया है।