मंगलवार, 21 फ़रवरी 2012

भाजपा के विकास कार्य आज भी बने हैं मिल : बृजवाल


भाजपा के विकास कार्य आज भी बने हैं मिल : बृजवाल


चौहटन राज्य की सरकार ने आम आवाम को राहत कम और भ्रश्टाचार को अधिक ब़ावा दिया हैं! भाहरों की आवाम फिर भी जैसे तैसे हालात से लड़ते हुए गुजारा कर लेते हैं, मगर राज्य की अधिकाां आवाम गांव ़ाणीयों में रहती हैं और प्रदो में लगातार ब़ रही महंगाई ने ग्रामीण जनता की कमर तोड़ कर रख दी हैं! घर के आंगन में बनी रसोई का खर्च हो, औलाद की पॄाई हो या खेत में हल चलाने का मौाम हो, हर कार्य में आज पो आने वाला खर्चा गरीब की पहूंच से कौसो दूर है! यह बात भाजपा नैत्री विमलो बृजवाल ने अपने उदबोधन में कही!

राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वाुंधरा राजे के चौहटन दौरे को देखते हुए चौहटन के ग्रामीण क्षेत्रों में जनसम्पर्क करने पहूंची भाजपा नैत्री ने धणाउ, लीलसर, बलगांव तथा सणाउ में जनसभाओं का आयोजन के दौरान आवाम को सम्बोधित कर रही थी!

भाजपा के सुासन का जिक्र करते हुए भाजपा नैत्री ने बताया कि प्रदो की आवाम आज राजनीतिक बदलाव चाहती हैं और यही राजनीतिक बदलाव प्रदो में लगातार ब. रही महंगाई और भ्रश्टाचार को खत्म करने में कारगर साबित होगा! आम आदमी जो राजनीति से खुद को अलग रखता हैं उसे यह समझना होगा कि उसका एक वोट प्रदो के बिगड.े हालात को न सिर्फ सुधारने का महत्वपूर्ण कार्य करेगा अपितु प्रदो में काबिज नाकारा सरकार को भी उखाड. फैंक सकता हैं! बृजवाल ने कहा कि चौहटन क्षैत्र के सैकड.ों गांव आज भी पानी और बिजली जैसी आधारभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं! इस क्षेत्र की मेडिकल सुविधाएं चरमरा चुकी हैं! आज इस क्षेत्र की गरीब आवाम को दो पैसों की दवा चाहिए या दो घूंट पीने का पानी, सब कुछ इन्हे खरीदना पड.ता हैं ! जबकि प्रदो की सरकार योजनाओं के नाम पर अरबों रूपये पानी की तरह बहाकर भ्रश्टाचारीयों को मालामाल बना रही हैं! हाथ कंगन को आरसी क्या और प.े लिखे को फारसी क्या... प्रदो की जनता अच्छी तरह से जानती हैं कि योजना कोई भी हो गरीब के पास पहले भी झोपड.ी थी और आज भी वही झोपड.ी काबिज हैं मगर जो लोग इन योजनाओं की कि्रयान्विति से जुडें हैं उनके मकान आलिन कोठियों में तब्दील हो चुके हैं ! ऐसे हालात में सरकार का नाकारापन जगजाहिर हो चुका हैं!

प्रदो में बदलाव की हवा चल रही हैं ! पांच साल का कुासन हमें उखाड.फैंकना होगा! पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में विकास के लिए जो कार्य किये हैं वो आज भी मिल बने हुए है! और आज प्रदो को राजे ही मुख्यमंत्री के रूप में चाहिए जिससे कि राज्य में एक बार फिर से चहूंऔर विकास की गंगा बह सके! इसके लिए प्रदो की आवाम को एक बार फिर भाजपा को बहूमत सौपना होगा! बृजवाल के साथ इस दौरान भाजपा के कई वरिश्ठ नेतागण गांव गांव जाकर कांग्रेस के कुासन को उखाड. फैंकने और भाजपा को पुनः सता में लाने की अलख जगाने का कार्य कर रहे हैं!

पाली मंगलवार. २१ फरवरी, २०१२


झारखंड विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी लूटने वाले आरोपी गिरफ्तार

आरोपियों को जोधपुर में बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में पकड़ा

शेरगढ़ सेखाला ग्राम में करीब दस दिनों पूर्व झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष को जैसलमेर छोड़कर जयपुर जा रही स्टेट गैराज की वीआईपी सफारी गाड़ी को लूटकर ले जाने वाले आरोपियों को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

सीआई आनंद सिंह राजपुरोहित ने बताया कि झारखंड विधानसभा अध्यक्ष चंद्रशेखर प्रसाद को जैसलमेर छोड़कर 9 फरवरी की रात को मोटर गैराज की गाड़ी सेखाला के पास से होते हुए जयपुर जा रही थी। उस वक्त सेखाला के पास में एक स्कार्पिओ वाहन में सवार कुछ लोगों ने झारखंड विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी को ओवरटेक करके गाड़ी को रुकवाया।

इसके बाद स्कॉर्पियों में बैठे लोगों ने मोटर गैराज की गाड़ी के ड्राइवर संजय जैन के साथ धक्का-मुक्की कर उसे गाड़ी से बाहर निकाल दिया और गाड़ी लेकर फरार हो गए।

इस घटना के बाद कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टाक के निर्देशानुसार वृत्ताधिकारी दामोदरलाल के नेतृत्व में सीआई आनंद सिंह, बालेसर थानाधिकारी रामचंद्र सिंह, देचू थानाधिकारी बंशीलाल की टीम गठित कर जांच शुरू की गई।

मुखबिर की सूचना के आधार पर सोमवार को किशन सिंह पुत्र हरी सिंह (चेराई), हड़माना राम उर्फ मुकेश पुत्र बगडू राम (एकलखोरी) व हड़माना राम पुत्र हरदास राम जाति (गुमानपुरा) देचू को सोमवार जोधपुर शहर में तीनों को एक साथ एक बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में पकड़ा गया। हड़माना राम उर्फ मुकेश पुत्र बगडूराम को बाल अपचारी होने के कारण पुलिस संरक्षण में रखा गया है। पूछताछ के दौरान इनके सहयोगी हिस्ट्रीशीटर मेघ सिंह व अन्य सहयोगियों की तलाश की जा रही है। इसके साथ ही लूटे गए क्षतिग्रस्त वाहन को जब्त कर देचू थाने में रखा गया है।
फांसी के फंदे पर झूली महिला

बाप बाप थानांतर्गत चूड़ा की बस्ती भड़ला में सोमवार को एक महिला ने फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर दी। पुलिस ने बताया कि चुड़ा की बस्ती भड़ला निवासी अजीजा (27) पत्नी इस्माइल खां ने सोमवार को घर के एक कमरे में फांसी पर झूल गई। सूचना मिलने पर बाप पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने बाप स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृतका का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।

तंत्र-मंत्र के बहाने स्कूली छात्र से लाखों की ठगी

पाली  शहर में कथित तंत्र-मंत्र के बहाने दो युवक सोमवार को एक स्कूली छात्र से ठगी कर करीब चालीस तोला सोने के जेवरात लेकर फरार हो गए। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने पूरे शहर में आरोपियों को पकडऩे के लिए जाल बिछाया, मगर उनके बारे में सुराग नहीं मिल पाया है। आरोपियों ने छात्र को उसके माता-पिता की जान को खतरा बताते हुए उससे अभिषेक करने का झांसा देते हुए घर से गहने मंगवाए थे। शहर में अजीबोगरीब तरीके से हुई ठगी की वारदात से पुलिस अफसर भी हैरान हैं।

पुलिस के अनुसार सूरजपोल के चौधरियों के उपरला बास में रहने वाले प्रोपर्टी डीलर भीमाराम चौधरी का पुत्र मोहनलाल (15) इम्मानुअल मिशन स्कूल का छात्र है। शेषत्नपेज 4

वह शिवरात्रि का अवकाश होने के बाद भी अपनी स्कूल में प्रेक्टिकल परीक्षा के बारे में जानकारी लेने के लिए साइकिल पर गया था। वापस आते वक्त उसे दो युवकों ने नहर पुलिए पर होटल मरुधर के पास रोक लिया तथा घर की कई परेशानियां बताते हुए उसे झांसे में लिया। उसके बाद आरोपियों ने भयभीत करते हुए उसके माता-पिता की जान को खतरा बताया। साथ ही बदमाशों ने कहा कि अगर उसने हरिद्वार में उपाय नहीं कराया तो वे दोनों दम भी तोड़ सकते हैं। बताया जाता है कि दोनों युवकों की बातों में आकर वह काफी डर गया। बदमाशों ने उसे घर में रखे सभी सोने के गहने लाने को कहा। इस पर छात्र उसके घर पहुंचा तथा अपने परिजनों को सोता देखकर आलमारी में रखे सोने के जेवरात लेकर वापस नहर पुलिए पर आया। इस दौरान दोनों आरोपियों ने किशोर को झांसा दिया कि अब तो हरिद्वार नहीं जा सकते, इसके लिए यहां पर ही उपाय कर देते है। तत्पश्चात कुछ मंत्र बड़बड़ाते हुए दोनों ने उसके हाथ में एक ताबीज देकर उसे पकडऩे को कहा। इसके बाद वे गहने लेकर फरार हो गए। पुलिस के अनुसार किशोर के वापस घर पहुंचने पर उसके परिजनों को लाखों के गहनों के ठगी की जानकारी मिली तो उनमें कोहराम मच गया। शहर कोतवाली से सीआई लाभूराम विश्नोई तथा धानमंडी पुलिस चौकी प्रभारी सज्जनसिंह की अगुवाई में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्र के बयानों के आधार पर मुकदमा दर्ज किया। सीआई विश्नोई ने बताया कि आरोपियों के हुलिए के आधार पर पूरे जिले में नाकाबंदी कराई है, मगर उनके बारे में पता नहीं चला।

बहन को छत पर भेजकर निकाले गहने

कथित तांत्रिकों के हाथों लाखों रुपए की ठगी का शिकार बने छात्र के पीछे-पीछे एक आरोपी उसके घर तक भी आया था। वह घर से कुछ ही दूरी पर खड़ा रहा। घर के जिस कमरे में जेवरात पड़े थे वहां पर अपनी बहन को देखकर किशोर ने उसे किसी काम के बहाने मकान की ऊपरी मंजिल पर भेज दिया। इसके बाद कमरे में रखी चाबी से आलमारी खोलकर उसने सारे सोने के गहने निकाले तथा वहां पहुंचकर दोनों आरोपियों को थमा दिए।

ब्राजील के बबून टीवी पर प्रसारित होगा जैसलमेर पर बना वृत्त चित्र

ब्राजील के बबून टीवी पर प्रसारित होगा जैसलमेर पर बना वृत्त चित्र

जैसलमेर स्वर्णनगरी की कला-संस्कृति और शिल्प-स्थापत्य के सुनहरे रंगों के साथ ही रंगकर्मी विजय बल्लाणी पर फिल्माए कार्यक्रम जल्द ही दुनिया भर के टीवी दर्शकों की आंखों के सामने होंगे। स्वर्णनगरी पर फिल्माए कार्यक्रम का प्रसारण बबून टीवी की ब्राजील सहित विश्व के 45 देशों में शीघ्र ही प्रसारित किया जाएगा। ब्राजील की बबून टीवी ने राजस्थान पर्यटन को बढ़ावा देने और दुनिया भर में राजस्थान की ऐतिहासिक, नैसर्गिक और दर्शनीय धरोहरों की जानकारी पहुंचाने के मकसद से यह वृत्त चित्र बनाया है। बबून टीवी के दर्शक दुनिया के 45 से अधिक देशों में पसरे हुए हैं जो इस वृत्त चित्र के माध्यम से राजस्थान की लोक कला, संस्कृति और जनजीवन के बहुआयामी फलकों से रूबरू होंगे। बबून टीवी कॉर्डिनेटर किशोरसिंह परमार ने बताया कि टीम ने राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, बूंदी, बीकानेर, उदयपुर आदि शहरों के फिल्मांकन के बाद जब जैसलमेर के दर्शनीय स्थलों व अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मरु महोत्सव का व्यापक कवरेज किया है। टीवी टीम के रिकार्डिंंग हैड तातियाना चराई व कैमरामेन बर्नार्ड प$जलिया तथा वीडियोग्राफर पावलो एडवर्ड टीम में शामिल थे।बल्लाणी की राजस्थान के इतिहास, कला-संस्कृति तथा लोकलहरियों से संबंधित ज्ञान तथा धारा प्रवाह अंग्रेजी भाषा से प्रभावित होकर उनकी 70 मिनट तक रिकार्डिंग की।

बाड़मेर ..आज की ताजा खबर. 21 फरवरी, 2012



बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय किए गोले

गडरारोड क्षेत्र में पिछले दिनों मिले दो जिंदा गोलों (शेल) को अहमदाबाद से आए बम निरोधक दस्ते ने रेत के धोरों में नष्ट कर दिए। थानाधिकारी हुक्माराम ने बताया कि क्षेत्र में दो गोले मिले थे। सोमवार को अहमदाबाद से आए बम निरोधक दस्ते व स्थानीय आर्मी रेजीमेंट के सहयोग से दोपहर दो बजे कस्बे से दूर स्थित रेत के धोरो में नष्ट कर दिए। आर्मी जसाई के सुबेदार आर.पी.सिंह मय टीम व बम निरोधक दस्ते ने स्थानीय सिख रेजीमेंट के अवतारसिंह के सहयोग से बमों को नष्ट किए।




पत्नी की हत्या का आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर बिजराड़ थाना क्षेत्र के गोहड़ का तला गांव में पत्नी की हत्या के आरोपी पति को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। उसे मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। बिजराड़ थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण ने बताया कि गोहड़ का तला निवासी समझू पत्नी सवाईराम मेघवाल की शनिवार को केरोसिन उड़ेलकर हत्या कर दी थी। विवाहिता के पिता चिमनाराम पुत्र डेकूराम बिंजासर के हत्या का मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। सोमवार को आरोपी पति सवाईराम को गिरफ्तार कर लिया गया।


मृतका के परिजनों का चला पता

दिव्या हत्याकांडत्न भुज जिले के राऊ गांव की निवासी थी

बाड़मेर बाखासर थानातंर्गत गुजरात की युवती दिव्या जडेजा की हत्या के बाद गुजरात गए पुलिस दल ने आखिरकार सोमवार को मृतका के परिजनों का पता लगा लिया। मृतका के भुज जिला के रापर थाना क्षेत्र के राऊ गांव निवासी होने की पुष्टि हुई है। थानाधिकारी खींयाराम ने बताया कि दिव्या हत्या की आरोपी दंपती पुलिस रिमांड पर है। गुजरात गए दल ने सोमवार को पुलिस थाना रापर के राऊ गांव जिला भुज में तस्दीक की। गांव के सरपंच व मौजिज लोगों ने दिव्या जडेजा के पिता का नाम छतरसिंह बताया। साथ ही उसके तीन भाई होने का भी पता चला है। पुलिस के अनुसार दिव्या करीब बारह साल पहले एक युवक के साथ चली गई। इसको लेकर उसके परिजनों ने उससे संबंध तोड़ लिया। पुलिस दल हत्या के आरोपी भंवरसिंह के खिलाफ अंजार में आपराधिक मामला दर्ज होने की जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही पूरे मामले का पर्दाफाश होने की संभावना है।


फैक्ट्रियां बंद रखने का निर्णय

बालोतरा उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में बालोतरा, बिठूजा, गांधीपुरा व जसोल क्षेत्र में स्थित औद्योगिक इकाइयां बंद रखने का निर्णय लिया गया। इकाई संचालकों से आग्रह किया गया है कि उच्च न्यायालय के अग्रिम आदेश तक फैक्ट्रियां बंद रखे।

सोमवार को बालोतरा लघु उद्योग मंडल व ट्रस्ट पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। बैठक में निर्णय हुआ कि उच्च न्यायालय के 17 फरवरी 2012 के आदेश की अनुपालना में बालोतरा, बिठूजा व गांधीपुरा स्थित औद्योगिक इकाइयों को न्यायालय के अग्रिम आदेश तक बंद रखा जाएगा। ट्रस्ट अध्यक्ष रूपचंद सालेचा ने बताया कि इकाई संचालकों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी इकाइयां बंद रखे। इसी तरह जसोल ट्रस्ट अध्यक्ष डूंगरचंद सालेचा ने बताया कि जसोल औद्योगिक क्षेत्र स्थित इकाइयों को उच्च न्यायालय के अग्रिम आदेश तक बंद रखा जाएगा। इसके लिए उद्यमियों से आग्रह किया गया है।

एक मंच पर साथ आएंगे जसवंत और वसुंधरा


एक मंच पर साथ आएंगे जसवंत और वसुंधरा

राजनीतिक सरगर्मियां हुर्इं तेज, दो दिवसीय दौरे पर आएंगे बाड़मेर


 बाड़मेरप्रदेश की राजनीति में धुर विरोधी माने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल और पूर्व मुख्यमंत्री व प्रतिपक्ष नेता वसुंधरा राजे सिंधिया 23 फरवरी को सुबह बाड़मेर में एक कार्यक्रम को लेकर एकसाथ मंच पर नजर आएंगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के साथ ही प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हंै। इस कार्यक्रम में राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के आधा दर्जन से ज्यादा काबीना मंत्री भी शामिल होंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के मुख्य आतिथ्य व वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों में राज्य के पूर्व राजस्व मंत्री गंगाराम चौधरी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे। दोनों नेता बाड़मेर में धार्मिक आयोजनों के साथ ही कई अन्य कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे।

कई कार्यक्रमों में एकसाथ

बाड़मेर में प्रस्तावित कार्यक्रमों के मुताबिक वसुंधरा व जसवंत सिंह दो दिन 23 और 24 फरवरी को बाड़मेर रहेंगे। इस दौरान बायतु के कोलू स्थित जसनाथ मंदिर प्राण प्रतिष्ठा, चौहटन के विरात्रा स्थित वांकल धाम के पाटोत्सव व भाजपा किसान मोर्चा के कार्यक्रम के अलावा निजी समारोह समेत कई कार्यक्रमों में सम्मिलित होने की उम्मीद है।

सोमवार, 20 फ़रवरी 2012

महाशिवरात्रि पर्व पूजन विधि

ज्योतिषीय दृष्टि से चतुदर्शी (1+4) अपने आप में बड़ी ही महत्वपूर्ण तिथि है। इस तिथि के देवता भगवान शिव हैं। जिसका योग 5 हुआ अर्थात्‌ पूर्णा तिथि बनती है, साथ ही कालपुरुष की कुण्डली में पांचवां भाव भक्ति का माना गया है। Mahashivratri festival 
इस व्रत में रात्रि जागरण व पूजन का बड़ा ही महत्व है।

इसके पश्चात्‌ सुगंधित पुष्प, गंध, चंदन, बिल्वपत्र, धतूरा, धूप-दीप, भांग, नैवेद्य आदि द्वारा रात्रि के चारों पहर में पूजा करनी चाहिए।

श्रद्धा व विश्वासपूर्वक किसी शिवालय में या फिर अपने ही घर में उपरोक्त सामग्री द्वारा पार्थिव पूजन करना चाहिए। यह पूजन प्रत्येक पहर में करने का महत्व है। पूजन के समय 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र का जप करना चाहिए।



NDहे देवों के देव!
हे महादेव!
हे नीलकण्ठ!
हे विश्वनाथ!
हे आदिदेव!
हे उमानाथ!
हे काशीपति! आप हमारे हर विघ्नों का नाश करें!!!

इस व्रत में त्रयोदशी-चतुर्दशी तिथि साथ मानी जाती है। पुराणों के अनुसार भगवान शिव इस ब्रह्मांड के संहारक व तमोगुण से युक्त हैं। जो महाप्रलय की बेला में तांडव नृत्य करते हुए अपने तीसरे नेत्र से ब्रह्मांड को भस्म कर देते हैं। जो कालों के भी काल यानी महाकाल हैं। जहां सभी काल (समय) या मृत्यु ठहर जाते हैं। संपूर्ण ब्रह्मांड की गति वहीं स्थित या समाप्त हो जाती है।

रात्रि की प्रकृति भी तमोगुणी है, इसीलिए इस पर्व को रात्रि-काल में मनाया जाता है। इसी प्रकार मास शिवरात्रि का व्रत भी है जो चैत्रादि सभी महीनों की कृष्ण चतुर्दशी को किया जाता है। इस व्रत में रात्रि तक रहने वाली चतुर्दशी तिथि का बड़ा ही महत्व है।

अतः त्रयोदशी व चतुदर्शी का विलक्षण संयोग बहुत शुभ व फलदायी माना जाता है। यदि आप मासिक शिवरात्रि व्रत रखना चाह रहें हैं तो इसका शुभारंभ दीपावली या मार्गशीर्ष मास से करें तो शुभ रहता है।

रविवार, 19 फ़रवरी 2012

जमीन की खातिर गई पति की जान, एसपी से मिल कर न्याय दिलाने की लगाई गुहार


जमीन की खातिर गई पति की जान, एसपी से मिल कर न्याय दिलाने की लगाई गुहार
 
बाड़मेर  जमीन की खातिर पहले अपनों ने ही मेरा सुहाग उजाड़ दिया और अब जिंदगी का चैन। अपनों के बेगाने होने का दंश जहन में लेकर भलीसर निवासी वसी शनिवार को एसपी के पास पहुंची। भास्कर को अपना दर्द बयां करने के दौरान उसकी आंखों से आंसू बह निकले। दरअसल पंचायत समिति धोरीमन्ना के भलीसर गांव निवासी वसी के पति जाकू खां की हत्या बीते साल ७ जनवरी को कर दी गई। जमीन के लिए जिन लोगों ने जाकू की हत्या की वे ही अब उसकी बेवा से जमीन हड़पने के लिए धमका रहे है। अपने तीन लड़कों और तीन लड़कियों का पालन वो दिहाड़ी मजदूरी से कर रही है।

कह रही बेबस क्रवसीञ्ज क्यों लुट गई मेरी खुशी
जमीन से हुई जुदाई

गांव में अपनी जमीन से जिंदगी की खुशियां तलाशने वाले इस परिवार की जमीन ही दुश्मन बन गई। पहले पति से जुदाई और अब अपनों की बेवफाई से परेशान परिवार कानून की चौखट पर न्याय के इंतजार में खड़ा है। यह सब इतना आसान भी नहीं है। धमकियां इस बात की भी मिल रही है कि हमारे खिलाफ पुलिस में कुछ न कहना वरना अंजाम अच्छा नहीं होगा।

हड़पना चाहते है जमीन

बकौल वसी रिश्तेदार जमीन हड़पना चाहते है, यही वजह है कि मेरा सुहाग छीनने के बाद भी उन्हें चैन नहीं है। कई बार मारपीट की व धमकाया। हाल ही में १६ फरवरी की रात दस बजे सुभान खां के साथ आधा दर्जन लोग उसके घर में घुसे और गाली गलौच के साथ मारपीट की।

॥इस बारे में तुरंत थाना एसएचओ को निर्देश दुंगा कि वो महिला को कानूनी सुरक्षा मुहैया करवाए। आरोपित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।ञ्जञ्ज संतोष चालके, एसपी

कल शिव पूजा का दुर्लभ योग, धनी व सफल बना देगी इन मंत्रों से सूर्य-शिव पूजा

हिन्दू धर्म मान्यताओं में पंचदेव पूजा का महत्व है। पंचदेव यानी एक ही ईश्वर के पांच स्वरूप, जो भगवान गणेश, शिव, सूर्य, दुर्गा और विष्णु के रूप में पूजनीय है, जो अलग-अलग शक्तियों से जगत रचना, पालन और संहार का नियंत्रण करते हैं।  
शिव पुराण में भी सूर्य को शिव का स्वरूप ही बताया गया है, जो एक ही ईश्वरीय सत्ता का प्रमाण है। सूर्य और शिव की उपासना जीवन में सुख, स्वास्थ्य, काल भय से मुक्ति और शांति देने वाली मानी गई है।

सफल व समृद्ध जीवन के लिए ही सूर्य की उपासना रविवार को बहुत शुभ मानी जाती है। वहीं शिव भक्ति के लिये महाशिवरात्रि का काल। कल सूर्य-शिव पूजा का ऐसा ही एक दुर्लभ योग बना है। जिसमें वर्तमान में जारी शिव नवरात्रि में आए रविवार के साथ प्रदोष तिथि का संयोग हुआ है।

जिसमें एक ही ईश्वरीय शक्ति में आस्था के साथ शिव पुराण में बताए गए शिव स्वरूप सूर्य उपासना के कुछ मंत्रों को सूर्य की ओर मुख कर बोलना निरोगी, यशस्वी व सफल जीवन बनाने वाला माना गया है। जानिए यह शिव-सूर्य के एक साथ आराधना के अद्भुत मंत्र -

- सूर्योदय के पहले जागकर स्नान के बाद जल भरे तांबे के पात्र में लाल फूल डालकर सूर्य की ओर मुख करके अर्घ्य दें और इस शिव का स्मरण कर ये मंत्र बोलें -

दिवाकरो महेशस्य मूर्तिर्दीप्तसुमण्डल:।

निर्गुणो गुणसंकीर्णस्तथैव गुणकेवल:।

अविकारात्मकश्चाद्य एक: सामान्यविक्रय:।

असाधारणकर्मा च सृष्टिस्थितिलयक्रमात्।

एवं त्रिधा चतुद्र्धा च विभक्त: पञ्चधा पुन:।

चतुर्थावरणे शम्भो: पूजितश्चानुगै: सह।

शिवप्रिय: शिवसक्त: शिवपादार्चने रत:।

सत्कृत्य शिवयोराज्ञां स में दिशतु मङ्गलम्।

- बाद में घर के देवालय में ही सूर्य और शिव की पंचोपचार पूजा यानी गंध, अक्षत, धूप, दीप व नैवेद्य की विधि अपनाकर करें।

- अंत में शिव व सूर्य की आरती कर कष्ट, रोगों से छुटकारे की विनती करें।

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2012

यह प्रेम कहानी है राजकुमारी मूमल और राणा महेंद्र सिंह


यह प्रेम कहानी है राजकुमारी मूमल और राणा महेंद्र सिंह की, जो जैसलमेर के इतिहास में आज भी अमर है, आज भी जब यहां हर साल मरू उत्सव मनाया जाता है और राजकुमारी मूमल की याद में मिस मूमल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है इतना ही नहीं यहां एक होटल का नाम भी राजकुमारी मूमल की याद में ही रखा गया है।

पाकिस्तान के घोटकी जिले के मीरपुर कस्बे मूमल जे मारी के खंडहरों पर राजकुमारी मूमल और राणा महेंद्र सिंह की याद में एक सांस्कृतिक परिसर का निर्माण भी किया गया है| जिसके निर्माण कार्य के लिए सिंध सांस्कृतिक विभाग ने सौ करोड़ रूपये आबंटित किये|
कहानी कुछ इस प्रकार है, काक नदी के किनारे जो कि इंडस नदी के समान ही बड़ी थी, एक राज्य हुआ करता था जहां आज मीरपुर मथालो है| उस राज्य के शासक राजा नन्द की नौ बेटियां थीं|

इन नौ बेटियों में राजकुमारी मूमल जहां सुन्दरता की मिसाल थीं वहीँ उनकी बहन सूमल की बुद्धि का कोई सानी नहीं था| एक बार जब राजा नन्द शिकार के लिए गए हुए थे तो उन्हें जंगल में एक जादुई हाथी दांत मिला जो नदी में प्रवेश कर खजाने को छुपा सकता था लेकिन तभी एक जादूगर महल में आया और राजकुमारी मूमल ने वह हाथी दांत उस जादूगर को दे दिया,और उसके बाद पिता के डर से राजकुमारी मूमल और सूमल ने महल छोड़ दिया और एक जादुई स्थान बनवाया जहां उनकी मुलाकात महेंद्र सिंह से हुई जो कि अमरकोट के राजकुमार थे|
राजकुमारी मूमल की सुन्दरता को देखकर हर कोई उनकी ओर आकर्षित हो रहा था लेकिन राजकुमारी ने किसी को भाव तक नहीं दिया| जब उनकी मुलाकात राणा महेंद्र सिंह से हुई तो वे उनकी ओर आकर्षित हो गईं वहीं राणा भी राजकुमारी पर मोहित हो गए और उनके महल में प्रवेश के लिए उन्होंने राजकुमारी की दासी को रिश्वत दी, और राजकुमारी का दिल जीतने में लग गए और सफल भी हो गए|

दोनों की प्रेम कहानी परवान चढ़ ही रही थी कि एक छोटी सी गलत फहमी के चलते दोनों ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली| यह दर्दनाक प्रेम कहानी बाद में पारंपरिक कथा के रूप में प्रसिद्द हुई|

शेख बदर के कारण मिला गोडावण!

.दुर्लभ व शर्मीला हमारा राज्य पक्षी गोडावण शोकलिया संरक्षित क्षेत्र में कब से है, इसके बारे में खुद वन विभाग ठीक से नहीं जानता। 1977 में अरब के शहजादे शेख बदर के बाड़मेर और जैसलमेर में गोडावण का शिकार करने के बाद इस पक्षी के बारे में लोगों को जानकारी मिली। या यूं भी कह सकते हैं कि शेख बदर के कारण ही गोडावण जाना गया।  
सीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) मोहन लाल मीणा के मुताबिक गोडावण प्रदेश में कब से हैं, यह बताना मुश्किल है, लेकिन जब 1977 के आसपास अरब के शहजादे यहां शिकार को आए थे। अरब शहजादे लगातार शिकार के लिए यहां आते थे। इस पर वन्य जीव संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हर्षवर्धन आदि ने इसके खिलाफ आवाज उठाई और तब से ही वन विभाग भी इस दिशा में सक्रिय हुआ। राज्य सरकार से इसके शिकार को निषिद्ध कराया गया।

नर सुंदर और बड़ा होता है :

गोडावण का भोजन कीड़े मकोड़े हैं। नर और मादा की पहचान आसान भी है। नर शारीरिक रूप से बड़ा होता है। गर्दन सफेद रंग की होती है। मादा की गर्दन हल्के ग्रेविश रंग की होती है। दोनों साथ भी होते हैं, तब भी पहचाना जा सकता है।


कभी अवशेष नहीं मिले :

मीणा के मुताबिक आमतौर पर इस पक्षी की आयु 20 साल की होती है। लेकिन कभी किसी मृत पक्षी के अवशेष विभाग के हाथ नहीं लगे हैं।

लगातार कम हो रहे हैं :

गोडावण की संख्या दिनों दिन कम हो रही है। इसकी खास वजह है कि इसका हैबिटेट प्रभावित हो रहा है। हैबिटेट प्राइवेट लैंड है और वहां वन विभाग का असर नहीं होता।

छोटे क्लोजर बनाकर दी जा सकती है सुरक्षा :

मीणा के मुताबिक अब विभाग यह प्रयास कर रहा है कि वन खंडों की तर्ज पर ही गोडावण संरक्षण के लिए क्लोजर विकसित किए जाएं। इस एरिया की फेंसिंग कर दी जाए, ताकि गोडावण से संबंधित हैबिटेट विकसित हो सके। इस प्रयास में आमजन को भी सहायता देनी चाहिए।

राज्य पक्षी को दें जीने की जगह


मीणा के मुताबिक राज्य पक्षी गोडावण के हैबिटेट में नर का डिस्पले आकर्षक होता है। मादा को आकर्षित करने के लिए नर गोडावण भूमि से 5 फीट तक ऊंचा उठता है। इस डिस्पले से ही मादा गोडावण नर की ओर आकर्षित होती है और ब्रीडिंग शुरू होती है। विभिन्न कारणों से डिस्पले ग्रांउड कम हो रहे हैं। इसका असर ब्रीडिंग पर पड़ रहा है। लोगों को समझा रहे हैं कि गोडावण की हैबिटेट वाली एक दो पहाड़ी छोड़ दें, इससे डिस्पले प्रोपर होगा और ब्रीडिंग भी होगी।

डिस्पले पीरियड :

मार्च से सितंबर होता है। सामान्यतया बच्चा पहली बारिश से पूर्व ही निकल आता है। अप्रैल, मई और जून में गोडावण का ब्रीडिंग पीरियड होता है। अंडा सामान्य अंडों से बड़ा होता है।

एक नर के साथ 5-7 मादाएं


वनकर्मी राजेंद्र सिंह के मुताबिक गोडावण रंगीन मिजाज पक्षी है। गोडावण नर भी बाघ की तर्ज पर अपना घर खुद बनाता है। एक नर के साथ सामान्यत: 5-7 मादाएं होती हैं। कोई अन्य नर इनके इलाके में घुसे तो गोडावण हू-हू करके चेतावनी देता है। वे शोकलिया में ही एक नर को 10-12 साल से देख रहे हैं। दो साल से एक अन्य नर झड़वासा, भटियानी और कुम्हारिया में नजर आता है।

बिना दूरबीन के कैसे गिनेंगे वनकर्मी

राज्य पक्षी गोडावण की मंगलवार को होने वाली गणना वनकर्मी बिना दूरबीन के ही करेंगे। विभाग की ओर से शोकलिया समेत 39 गांवों में गणना कराई जाएगी। बिना संसाधनों के होने वाली गणना कितनी सटीक होगी, यह देखना होगा।

विभाग की ओर से गणना के लिए शोकलिया और आसपास के 39 गांवों में 76 वनकर्मी लगाए हैं। लेकिन इन वनकर्मियों को दूरबीन उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। विभाग ने यह कह कर हाथ खड़े कर दिए हैं कि निदेशालय से भी दूरबीन नहीं मिली है। मंडल वन कार्यालय में भी दूरबीन उपलब्ध नहीं है। दो-तीन दूरबीन हैं, वो वनकर्मियों को उपलब्ध करा दी गई है। शेष कर्मी बिना दूरबीन के ही कार्य करेंगे।

विभागीय सूत्रों का कहना है कि गोडावणों की गणना करने निकले वनकर्मी अनुमान से ही पता लगा सकेंगे कि उन्हें सामने नजर आ रही गोडावण नर है या मादा। बहुत दूर उड़ रहे पक्षी को देख भी पाएंगे या नहीं, इसमें भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इसी प्रकार किसी झाड़ी में छिपे गोडावण को भी बिना दूरबीन वनकर्मी नहीं देख पाएंगे।

सीसीएफ करेंगे निगरानी

वन विभाग की ओर से मंगलवार को शोकलिया में गोडावणों की गणना कराई जाएगी। गणना के लिए लगाए सभी वनकर्मियों को सोमवार को संबंधित पाइंटों पर रवाना कर दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक(सीसीएफ) डॉ. सुरेश चंद्र समेत विभिन्न अधिकारी गणना की मॉनिटरिंग करेंगे।

डॉ. सुरेश चंद्र के मुताबिक इस बार प्रयास यही किया जा रहा है कि गोडावणों की गिनती सटीक हो। कुछ महीने पूर्व मध्यप्रदेश और देहरादून का एक दल शोकलिया पहुंचा था। इस दल ने भी गोडावणों की सही संख्या की आवश्यकता बताई थी। इसे देखते हुए इस बार 39 गांवों में वनकर्मी लगाए गए हैं। यह सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक गणना करेंगे।

प्रत्येक एक किलोमीटर के एक छोर से दूसरे छोर पर दो वनकर्मी लगाए गए हैं। ये वनकर्मी 500 मीटर का एरिया कवर करेंगे। कुछ पुराने वनकर्मी मौके पर ही रहेंगे। डीएफओ सुधीर जैन के मुताबिक क्षेत्र में लगाए गए वनकर्मियों को बीर नर्सरी से शाम को रवाना कर दिया गया है। मंगलवार को मौके पर सीसीएफ डॉ. सुरेश के अतिरिक्त डॉ. लक्ष्मण सिंह और एसीएफ कर्ण सिंह भी रहेंगे।

दिल्ली से आई हैं जीव प्रेमी जया

इधर, शोकलिया में हो रही गणना को देखने और प्रक्रिया समझने के लिए एक वन्य जीव प्रेमी जया भी यहां पहुंची हैं। जया ने ‘भास्कर’ से बातचीत में बताया कि महाराष्ट्र के शोलापुर में भी गोडावणों की संख्या काफी होती थी। लेकिन अब यह पक्षी वहां लुप्तप्राय: हो चुका है। राजस्थान में इस पक्षी के संरक्षण के लिए प्रयास तेजी से होना चाहिए। यहां वनकर्मी किस प्रकार गणना करते हैं, इसके बारे में जानकारी लेने वे यहां पहुंची हैं।

अब नरेगा के तहत गोडावणों के लिए विकसित हो सकेगा ग्रास लैंड

शोकलिया में गोडावण के संरक्षण के लिए वन विभाग 40 हैक्टेयर में ग्रास लैंड विकसित करेगा। कलेक्टर के निर्देश पर विभाग ने मनरेगा के तहत इसकी कार्य योजना तैयार कर जिला परिषद को भेज दी है। डीएफओ सुधीर जैन ने बताया कि गोडावण के संरक्षण व प्रजनन को बढ़ावा देने के लिए यह कार्य कराया जाएगा। विभाग द्वारा भूमि का चिह्न्ीकरण किया जा चुका है। बारिश के मौसम में यह कार्य कराया जाएगा।

ग्रास लैंड विकसित होने से क्षेत्र में रहने वाले गोडावणों के भोजन की समस्या का समाधान हो सकेगा। लंबे समय से यहां ग्रास लैंड विकसित करने की आवश्यकता जताई जा रही है। पिछले वर्ष नवंबर में कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में भी टूरिज्म एंड वाइल्ड लाइफ के सदस्यों ने भी पक्षियों के संरक्षण के लिए ग्रास लैंड विकसित करने के लिए कहा था। इस पर कलेक्टर ने वन अधिकारियों को प्रस्ताव तैयारी के निर्देश दिए थे।

रविवार, 12 फ़रवरी 2012

पत्रकार चन्दनसिह भाटी को पितृशोक शत शत नमन



पत्रकार चन्दनसिह भाटी को पितृशोक शत शत नमन 
बाडमेर मेरे पिताजी श्री प्रेमसिह भाटी का आकस्मिक निधन शनिवार ग्यारह फरवरी को गया।भगवान को भायद यही मंजूर था।उनके निधन से मैं आज अकेला हो गया।ळागवान उनकी आत्मा को भांति प्रदान करे।उनहे शत शत नमन

बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

बाडमेर, .आज की ताजा खबर. स्वास्थ्य विभाग


धोरीमन्ना ब्लॉक में बांटे जाएंगे बर्तन

नसबंदी िविरों में बांटे जा रहे हैं कूपन
 
विनोद बिनोई  

बाडमेर। धोरीमन्ना ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग और पंचायत समिति की ओर से नसबंदी करवाने वाली महिलाओं के लिए विोश प्रोत्साहन योजना ाुरू की गई है। फरवरी माह में अब नसबंदी करवाने वाली प्रत्येक महिला को 600 रूपए की राि सहित बर्तन सेट भी दिया जाएगा। खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रोखर गजराज ने बताया कि सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अधिकाधिक महिलाओं को प्रेरित करने के लिए निर्दोित किया गया है।

बीसीएमओ डॉ. गजराज ने बताया कि नौ, 23 व 29 फरवरी को धोरीमन्ना सीएचसी, 14 फरवरी को ओगाला पीएचसी, 17 फरवरी को सोनड़ी पीएचसी तथा 16, 23 एवं 28 फरवरी को गुडामलानी सीएचसी पर नसबंदी िविर आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की विोश टीम मौजूद रहेगी। िविर के दौरान सभी को कूपन दिए जाएंगे, जिसके बाद लॉटरी सिस्टम के जरिए उन्हें ब्लॉक स्तरीय पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जाएगा। हालांकि फरवरी माह में नसंबदी करवाने वाली प्रत्येक महिला को बर्तन सेट प्रधान पन्नी देवी एवं विकास अधिकारी संजय अमरावत द्वारा भेंट किया जाएगा।


नि:ाुल्क दवाओं को लेकर कोई िकायत नहीं मिलनी चाहिए संयुक्त निदोक

संयुक्त निदोक ने दी कड़ी नसीहत, कहा लक्ष्य हासिल नहीं करने वालों को दें नोटिस

बाडमेर। संयुक्त निदोक डॉ. जीएस राठौड़ ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि नि:ाुल्क दवा योजना को लेकर कोई िकायत नहीं मिलनी चाहिए। ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए कि पहले से ही बीमारी से पीड़ित मरीज ॔मौजूद नहीं’ की पर्ची लेकर इधरउधर घूमता फिरे। इसके लिए डॉक्टर सुनिचत करें कि वे मरीज को वो ही दवाएं लिखें, जो स्टोर में मौजूद हों। संयुक्त निदोक डॉ. राठौड़ जिला स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में बीसीएमओ, सीएचसी इंचार्ज एवं अन्य जिलाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिलास्तर से भी दवाएं नियमित रूप से भिजवाई जानी चाहिए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने बताया कि संयुक्त निदोक की जिलास्तर पर यह पहली बैठक थी और उन्होंने विोश रूप से नई योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना, जननी िु सुरक्षा योजनाओं के तहत मिलने वाली दवाओं की स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने सभी को निर्दोित किया है। संयुक्त निदोक डॉ. राठौड़ ने बैठक में कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कोताही मिले तो संबंधित को तुरंत प्रभाव से नोटिस दिया जाए। उन्होंने कहा कि दवा नहीं मिलने के कारण सरकार एवं विभाग दोनों की फजीहत होती है, जबकि सरकार व विभाग का हर संभव प्रयास रहता है कि प्रत्येक मरीज व जरूरतमंद को उचित उपचार व सुविधा मिले। उन्होंने टीकाकरण, परिवार कल्याण, एनीमिया आदि को लेकर भी चर्चा की। वहीं कहा कि विभाग में लगे प्रत्येक कर्मचारी, अधिकारी को लक्ष्य दें और उनकी मोनिटरिंग भी करें। किोरी बालिकाओं के संदर्भ में खास ध्यान देने के लिए भी उन्होंने चिकित्सकों को निर्दोित किया। कहा कि यदि दो की किोरियां स्वस्थ होंगी, तो ही प्रत्येक बच्चा स्वस्थ जन्म ले पाएगा। क्योंकि किोरावस्था में मिली बेहतर व उचित खुराक ही उनके भविश्य में फायदेमंद होगी।


19 फरवरी को खुलें बूथ विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र जिला कलेक्टर

पल्स पोलियो अभियान को लेकर जिलास्तरीय बैठक में हुआ गंभीर मंथन

बाडमेर। राश्ट्र स्तरीय अभियान के तहत पल्स पोलियो को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक बुधवार को जिला स्वास्थ्य भवन में आयोजित की गई। बैठक में पोलियो अभियान को सफल बनाने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में हुई बैठक में संयुक्त निदोक (स्वास्थ्य) डॉ. जीएस राठौड़, सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन, आरसीएचओ डॉ. एमएल मौर्य, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. बीएस गहलोत, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. अंकुर, जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई, जिला आा समन्वयक राको भाटी सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण व चिकित्सक मौजूद थे।

जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान को लेकर गंभीरता से चर्चा करते हुए जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि प्रत्येक स्तर पर सभी विभागों में आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने अभियान के दिन 19 फरवरी को बूथ वाले विद्यालय एवं सभी आंगनबाड़ी केंद्र खुले रखें। वहीं सभी स्कूलों में नियमित प्रार्थना सभा में अभियान की तारीख के बारे में बच्चों को अधिकाधिक जानकारी दें ताकि बच्चे घरघर तक जानकारी दे पाएं। प्रभात भैरी भी नियमित रूप से निकाली जाए ताकि जनजन तक अभियान की जानकारी पहुंच सके। घरघर जागरूकता फैलाने के लिए भी विद्यार्थियों, एनसीसी कैडेट्स व स्काउटगाईड को भिजवाएं ताकि कोई भी बच्चा दो बूंद जिंदगी से गटकने से न बच सके। वहीं आाओं को प्रिक्षण देने तथा उन्हें अभियान में ामिल करने के निर्दो भी दिए गए। साथ ही जिला कलेक्टर ने सभी सीडीपीओ को निर्दोित किया कि संबंधित खण्ड बैठक में आवयक रूप से ामिल हों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आाओं की मोनिटरिंग करें। सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन ने कहा कि यदि अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही बरती गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी कार्यकर्ताओं को प्रिक्षित कर दिया जाए तथा समयसमय पर बैठक लेकर उन्हें संपूर्ण जानकारी दें। डॉ. हुसैन ने कहा कि अभियान सफल बनाने के लिए एनजीओ, जनप्रतिनिधियों व िक्षकों का भी सहयोग लिया जाए।

ग्वार गम व्यवसायी के आयकर सर्वे, 1.35 करोड़ की अघोषित आय उजागर


जोधपुर। शहर के एक प्रमुख व्यवसायी के यहां आयकर सर्वे में बुधवार को 1.35 करोड़ की अघोषित आय उजागर हुई है। यह व्यवसायिक समूह बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में एक ग्वारगम उत्पादन की फैक्ट्री, बासनी मंडी में ट्रेडिंग व दलाली व्यवसाय तथा बॉम्बे मोटर चौराहे पर कमोडिटी एक्सचेंज का संचालन करता है। मुख्य आयकर आयुक्त दिलीप शिवपुरी के निर्देश पर किए गए सर्वे में 1.35 करोड़ की अघोषित आय उजागर हुई है।
आयकर आयुक्त रेंज द्वितीय आरके चौबे ने बताया कि समूह द्वारा उनकी ज्ञात आय के अनुसार आयकर नहीं देने की शिकायत पर सर्वे की कार्यवाही की गई। उन्होंने बताया कि सहायक आयकर आयुक्त करणीदान व आयकर अधिकारी शैलेन्द्र भंडारी के नेतृत्व में मंगलवार सुबह शुरू की गई सर्वे की कार्यवाही देर रात तक जारी रही। इस दौरान समूह के स्टॉक, अकाउंट बुक्स तथा दलाली के अकाउंट्स की सघन जांच की गई।

अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचारब्यूरो ने चार्जशीट पेश कर दी।

अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचारब्यूरो ने चार्जशीट पेश ।



बाड़मेर रिश्वत लेने के आरोप में लोहाटवट थाने के सहायक उप निरीक्षक और बाड़मेर के अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को चार्जशीट पेश कर दी।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि लोहावट थाने के एएसआई किशनाराम ने परिवादी भागीरथ के भाई बाबूलाल को पुराने मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में उसे कोर्ट में जल्दी पेश करने के लिए उसने 1 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। ब्यूरो टीम ने 29 जनवरी 11 को उसे रिश्वत लेते पकड़ा था। जांच में आरोप प्रमाणित होने पर बुधवार को उसके खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।


इसी तरह बाड़मेर में सिवाना तहसील के अध्यापक पारसमल मेघवाल की शिकायत पर अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कानाराम चौधरी 3 मई 11 को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। पारसमल जिस स्कूल में नौकरी करता था, वहां चौधरी ने निरीक्षण किया और उपस्थिति रजिस्टर लेकर चले गए थे।


पारसमल की ड्यूटी जनगणना में थी और स्कूल में वहीं एकमात्र अध्यापक भी था इसलिए रजिस्टर में वह खुद ही उपस्थिति दर्ज करता था। जब वह चौधरी से मिला और रजिस्टर मांगा तो उससे 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।



ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कराया तो रिश्वत मांगना सही पाया गया। फिर ब्यूरो ने उसे रिश्वत लेते रंंगे-हाथों पकड़ लिया था। जोधपुर चौकी ने इस मामले की जांच पूरी कर बुधवार को शिक्षा अधिकारी चौधरी के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।

शादी-शुदा बेटी मां-बाप के घर में मेहमान: कोर्ट

मुंबई. बालिग हो चुकी संतान को अपने माता-पिता के घर में रहने के लिए उनकी सहमति जरूरी है। बिना सहमति के बालिग बेटा या बेटी माता-पिता की मर्जी के बिना उनके घर में नहीं रह सकते हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने दादर पारसी कॉलोनी के निवासी 73 साल के बुजुर्ग और उनकी 35 साल की बेटी के बीच एक फ्लैट को लेकर चल रहे मुकदमे की सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। इस मामले में कोर्ट ने बेटी के फ्लैट पर दावे को खारिज कर दिया है।
कोर्ट के आदेश के अहम बिंदु इस तरह से हैं:
1.बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक मामले में फैसला सुनाते हुए कहा है कि यह माता-पिता का कर्तव्य है कि वे अपने नाबालिग बच्चों की 18 साल की उम्र तक देखभाल करें।
2.बालिग हो जाने के बाद माता-पिता की मर्जी के बिना उनके घर में रहने के लिए संतान के पास कोई भी कानूनी अधिकार नहीं होता है।
3.बेटी के मामले में शादी के बाद वह अपने माता-पिता के घर में एक मेहमान होती है।
4.चूंकि, शादीशुदा बेटी के पास अपने ससुराल में कानूनी अधिकार मिले होते हैं, इसलिए वह अपने मायके में माता-पिता की मर्जी के बिना उनके घर पर कानूनी तौर पर कोई दावा नहीं कर सकती है।

क्या कहता है हिंदू लॉ
-हिंदू लॉ, 1956 की धारा 20 के मुताबिक अगर गैरशादीशुदा बालिग बेटी अपनी कमाई या किसी अन्य प्रॉपर्टी से खर्च नहीं चला सकती है तो फिर वह अपने पिता से गुजारे की मांग कर सकती है।

-गुजारे के तहत रहने के लिए घर, भोजन, कपड़े जैसी चीजें मुहैया करानी होती हैं। साथ ही बेटी की शादी की भी पिता पर जिम्मेदारी होती है।