झारखंड विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी लूटने वाले आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों को जोधपुर में बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में पकड़ा
शेरगढ़ सेखाला ग्राम में करीब दस दिनों पूर्व झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष को जैसलमेर छोड़कर जयपुर जा रही स्टेट गैराज की वीआईपी सफारी गाड़ी को लूटकर ले जाने वाले आरोपियों को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
सीआई आनंद सिंह राजपुरोहित ने बताया कि झारखंड विधानसभा अध्यक्ष चंद्रशेखर प्रसाद को जैसलमेर छोड़कर 9 फरवरी की रात को मोटर गैराज की गाड़ी सेखाला के पास से होते हुए जयपुर जा रही थी। उस वक्त सेखाला के पास में एक स्कार्पिओ वाहन में सवार कुछ लोगों ने झारखंड विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी को ओवरटेक करके गाड़ी को रुकवाया।
इसके बाद स्कॉर्पियों में बैठे लोगों ने मोटर गैराज की गाड़ी के ड्राइवर संजय जैन के साथ धक्का-मुक्की कर उसे गाड़ी से बाहर निकाल दिया और गाड़ी लेकर फरार हो गए।
इस घटना के बाद कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टाक के निर्देशानुसार वृत्ताधिकारी दामोदरलाल के नेतृत्व में सीआई आनंद सिंह, बालेसर थानाधिकारी रामचंद्र सिंह, देचू थानाधिकारी बंशीलाल की टीम गठित कर जांच शुरू की गई।
मुखबिर की सूचना के आधार पर सोमवार को किशन सिंह पुत्र हरी सिंह (चेराई), हड़माना राम उर्फ मुकेश पुत्र बगडू राम (एकलखोरी) व हड़माना राम पुत्र हरदास राम जाति (गुमानपुरा) देचू को सोमवार जोधपुर शहर में तीनों को एक साथ एक बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में पकड़ा गया। हड़माना राम उर्फ मुकेश पुत्र बगडूराम को बाल अपचारी होने के कारण पुलिस संरक्षण में रखा गया है। पूछताछ के दौरान इनके सहयोगी हिस्ट्रीशीटर मेघ सिंह व अन्य सहयोगियों की तलाश की जा रही है। इसके साथ ही लूटे गए क्षतिग्रस्त वाहन को जब्त कर देचू थाने में रखा गया है।
फांसी के फंदे पर झूली महिला
बाप बाप थानांतर्गत चूड़ा की बस्ती भड़ला में सोमवार को एक महिला ने फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर दी। पुलिस ने बताया कि चुड़ा की बस्ती भड़ला निवासी अजीजा (27) पत्नी इस्माइल खां ने सोमवार को घर के एक कमरे में फांसी पर झूल गई। सूचना मिलने पर बाप पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने बाप स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृतका का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
पाली शहर में कथित तंत्र-मंत्र के बहाने दो युवक सोमवार को एक स्कूली छात्र से ठगी कर करीब चालीस तोला सोने के जेवरात लेकर फरार हो गए। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने पूरे शहर में आरोपियों को पकडऩे के लिए जाल बिछाया, मगर उनके बारे में सुराग नहीं मिल पाया है। आरोपियों ने छात्र को उसके माता-पिता की जान को खतरा बताते हुए उससे अभिषेक करने का झांसा देते हुए घर से गहने मंगवाए थे। शहर में अजीबोगरीब तरीके से हुई ठगी की वारदात से पुलिस अफसर भी हैरान हैं।
पुलिस के अनुसार सूरजपोल के चौधरियों के उपरला बास में रहने वाले प्रोपर्टी डीलर भीमाराम चौधरी का पुत्र मोहनलाल (15) इम्मानुअल मिशन स्कूल का छात्र है। शेषत्नपेज 4
वह शिवरात्रि का अवकाश होने के बाद भी अपनी स्कूल में प्रेक्टिकल परीक्षा के बारे में जानकारी लेने के लिए साइकिल पर गया था। वापस आते वक्त उसे दो युवकों ने नहर पुलिए पर होटल मरुधर के पास रोक लिया तथा घर की कई परेशानियां बताते हुए उसे झांसे में लिया। उसके बाद आरोपियों ने भयभीत करते हुए उसके माता-पिता की जान को खतरा बताया। साथ ही बदमाशों ने कहा कि अगर उसने हरिद्वार में उपाय नहीं कराया तो वे दोनों दम भी तोड़ सकते हैं। बताया जाता है कि दोनों युवकों की बातों में आकर वह काफी डर गया। बदमाशों ने उसे घर में रखे सभी सोने के गहने लाने को कहा। इस पर छात्र उसके घर पहुंचा तथा अपने परिजनों को सोता देखकर आलमारी में रखे सोने के जेवरात लेकर वापस नहर पुलिए पर आया। इस दौरान दोनों आरोपियों ने किशोर को झांसा दिया कि अब तो हरिद्वार नहीं जा सकते, इसके लिए यहां पर ही उपाय कर देते है। तत्पश्चात कुछ मंत्र बड़बड़ाते हुए दोनों ने उसके हाथ में एक ताबीज देकर उसे पकडऩे को कहा। इसके बाद वे गहने लेकर फरार हो गए। पुलिस के अनुसार किशोर के वापस घर पहुंचने पर उसके परिजनों को लाखों के गहनों के ठगी की जानकारी मिली तो उनमें कोहराम मच गया। शहर कोतवाली से सीआई लाभूराम विश्नोई तथा धानमंडी पुलिस चौकी प्रभारी सज्जनसिंह की अगुवाई में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्र के बयानों के आधार पर मुकदमा दर्ज किया। सीआई विश्नोई ने बताया कि आरोपियों के हुलिए के आधार पर पूरे जिले में नाकाबंदी कराई है, मगर उनके बारे में पता नहीं चला।
बहन को छत पर भेजकर निकाले गहने
कथित तांत्रिकों के हाथों लाखों रुपए की ठगी का शिकार बने छात्र के पीछे-पीछे एक आरोपी उसके घर तक भी आया था। वह घर से कुछ ही दूरी पर खड़ा रहा। घर के जिस कमरे में जेवरात पड़े थे वहां पर अपनी बहन को देखकर किशोर ने उसे किसी काम के बहाने मकान की ऊपरी मंजिल पर भेज दिया। इसके बाद कमरे में रखी चाबी से आलमारी खोलकर उसने सारे सोने के गहने निकाले तथा वहां पहुंचकर दोनों आरोपियों को थमा दिए।