बुधवार, 7 दिसंबर 2011

कलेक्टर ने लिया सिटी राउंड




॥‘अचानक किए गए दौरे से काम की हकीकत सामने आती है। ऐसे में जहां काम धीमी गति से हो रहा है वहां जिम्मेदार अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। कोशिश है कि जल्द पुल बने और लोगों को निजात मिले।
डॉ. वीणा प्रधान, कलेक्टर








बाड़मेर मंगलवार को शहर में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेने निकली कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने हर काम की जांच की। जहां काम की रफ्तार कम थी वहां जिम्मेदारों को फटकार भी लगाई।

इससे पहले भी जब कलेक्टर राउंड पर निकली और अधिकारियों को निर्देश दिए उसके बारे में फीड बेक लिया। सवेरे अचानक कलेक्टर सिटी राउंड में निकली तो मौके पर काम कर रहे ठेकेदार चौक गए। मोहर्रम की छुट्टी होने के कारण जिम्मेदार अधिकारी पहले नदारद दिखे बाद में मौके पर पहुंचे। कलेक्टर ने नेहरू नगर में बन रहे ओवर ब्रिज के बारे में जानकारी लेते हुए काम जल्दी पूरा करने की हिदायत दी।

उन्होंने ठेकेदार से काम की रफ्तार बढ़ाने की बात कही। आरओबी पुल में आ रही दिक्कतों को लेकर कलेक्टर ने जल्द ही समाधान को लेकर बैठक करने को कहा।

...ऐसे हुआ काम शुरू : एक पखवाड़े पहले जब कलेक्टर राउंड पर निकली तो शहर में बन रहे 9 ओवर हैड टैंक के काम की रफ्तार कछ़ुआ चाल थी। मंगलवार को एक बार फिर कलेक्टर पूर्व निर्देशों की पालना में हुए काम को देखने पहुंची। कलेक्टर ने बताया कि कुल नो ओवर हैड टैंक बनने है जिसमें से तीन का काम शुरू हो गया है। इतना ही नहीं काम की धीमी गति को देखते हुए कुछ ठेकेदारों को बदला भी है।

देखा म्यूजिकल फाउंटेन: आदर्श स्टेडियम में चल रहे कार्यों का जायजा लेने पहुंची कलेक्टर ने वहां बन रहे म्यूजिकल फव्वारे को देखा। इसके अलावा इंडोर स्टेडियम में चल रहे काम को देख संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही यहां बने जिम के लिए प्रशिक्षक की व्यवस्था की जाएगी।




सीमावर्ती गांव गडरा में मिला डेंगू का मरीज


सीमावर्ती गांव गडरा में मिला डेंगू का मरीज

बाड़मेर से किया रेफर,मरीज जोधपुर के एक निजी अस्पताल से ठीक होकर लौटा

बाड़मेर संभाग भर में डेंगू का बढ़ता प्रकोप अब बाड़मेर जिले में भी अपनी पकड़ बना रहा हैं। बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती मरीज को डेंगू के लक्षण पाए जाने पर उसे जोधपुर रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार गडरारोड के वार्ड सं. दस निवासी गिरीश लोढ़ा पुत्र तनसुख लोढ़ा को दो दिसंबर को राजकीय अस्पताल में भर्ती किया गया था। डेंगू के लक्षण को देखते हुए उसकी जांच करवाई गई। डेंगू की पुष्टि होने पर मरीज को जोधपुर रेफर किया गया। जानकारी के अनुसार एक माह पहले उसके भाई रोहित लोढ़ा में भी डेंगू के लक्षण पाए गए थे। जिसका इलाज अहमदाबाद में किया गया था। उपचार के दौरान मरीज ठीक होकर घर भी वापस आ गया था। उसके एक माह बाद दो दिसंबर को उसके भाई गिरीश को बुखार आया, गडरा में जांच कराने पर पीवी मलेरिया पाया गया। इसके लिए उसे तीन दिन का कोर्स दिया गया। लेकिन उसी दिन रात में नाक से खून गिरने लगा और रात को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल लाया गया। तीन दिसंबर को सुबह जांच कराने पर मरीज को डेंगू ग्रसित पाया गया। इसपर डॉक्टर ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया। मंगलवार को जोधपुर से मरीज को छुट्टी दे दी गई और घर वापस आ गया।

बचने के उपाय : डॉक्टरों के अनुसार डेंगू से बचने के लिए पूरे बाजू के कपड़े पहनें। शरीर के ज्यादातर हिस्सों को ढककर रखें। दिन में भी कोइल जला कर रखें,खासकर जहां छोटे बच्चे सो रहे हो उस जगह अनिवार्य रूप से कोइल लगाए। डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है।
घबराए नहीं : डॉ. विकास चौधरी ने बताया कि डेंगू के मरीज घबराए नहीं। ज्यादा से ज्यादा आराम करें। बुखार होने पर पेरासिटामोल की टेबलेट ले सकते हैं। मरीज को ज्यादा पानी पिलाए। मॉनीटरिंग ज्यादा महत्वपूर्ण है। मरीज की प्लेटलेट्स 20 हजार से नीचे जाने पर भी उसी दिशा में प्लेटलेट्स दिए जाए जब उसकी स्थिति गंभीर हो। मसलन उसे खून की उल्टी, शरीर पर निशान, खरोंच लगने पर भी खून निकल आने जैसे लक्षण सामने आए तब। डॉक्टरों की कोशिश रहती है कि मरीज खुद सरवाई करें। साथ ही मरीज की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जाए। ऐसे लक्षण होने पर मरीज तुरंत डॉक्टरों को दिखाएं।

भंवरी के भंवर में आई विधायक की पत्नी: खुल सकता है बड़ा राज!



जयपुर.सीबीआई ने लूणी विधायक मलखान सिंह की पत्नी कमला विश्नोई से मंगलवार को पहली बार करीब 5 घंटे तक पूछताछ की। सर्किट हाउस में कमला को देवर परसराम से भी रूबरू कराया गया।


सीबीआई इस बात की तस्दीक कर रही है कि जब भंवरी ने मलखान सिंह को अपनी छोटी बेटी गुनगुन का पिता बताया और उसका डीएनए टेस्ट कराने की बात कही थी, तब विधायक के परिवार में कलह हो गई थी। फिर सोहनलाल ने इस मामले को निपटाने का जिम्मा उठाया, उसमें विधायक की बहन इंद्रा विश्नोई और भाई परसराम ने सहयोग किया।



सीबीआई ने परसराम को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इंद्रा कई दिनों से गायब है। भंवरी के पति अमरचंद व कार चालक फारूख, मिस्त्री मोइनुद्दीन व गैस एजेंसी संचालक घनश्याम चौधरी से भी मंगलवार को दिनभर पूछताछ की गई। सीबीआई अमरचंद को भी साजिश में शामिल मान रही है।



मदेरणा ने ब्लैकमेलिंग से इनकार किया :



सीबीआई सूत्रों के अनुसार दिल्ली में हो रही पूछताछ में महिपाल मदेरणा ने ब्लैकमेलिंग से इनकार किया है। मदेरणा ने कहा कि भंवरी से 6 सालों से संपर्क जरूर था और वह अपने काम से जयपुर स्थित जल संसाधन विभाग के ऑफिस भी आती रहती थी।





मदेरणा ने 4 से 8 अगस्त को जोधपुर सर्किट हाउस का कमरा नंबर 5 बुक कराने के सवाल पर अनभिज्ञता जाहिर की है। इसी कमरे में सहीराम, शहाबुद्दीन व सोहनलाल की भंवरी का मामला निपटाने पर चर्चा हुई थी। मदेरणा ने एक सितंबर को सहीराम के उनके जयपुर स्थित आवास पर आने से भी इनकार किया है।



फरार आरोपियों के लिए सीआईडी से मदद मांगी :



सीबीआई साजिश रचने वाले केलनसर निवासी सहीराम विश्नोई और दूसरी गैंग के सरगना जालोड़ा के हिस्ट्रीशीटर विशनाराम विश्नोई की गिरफ्तारी के लिए अब राज्य की खुफिया एजेंसी सीआईडी का सहयोग ले रही है।





सीबीआई के डीआईजी अशोक तिवारी ने मंगलवार को सीआईडी इंस्पेक्टर अजीत सिंह को सर्किट हाउस बुलाया और जोधपुर-जैसलमेर में उनके मुखबिरों को सक्रिय कर दोनों का पता लगाने में मदद करने को कहा है।
अमरचंद का इस्तगासा भी चाल!



भंवरी का पति अमरचंद इस वारदात में सिर्फ पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा का नाम ले रहा है, जबकि सीबीआई का मानना है कि भंवरी और मलखान सिंह के बीच भी डेढ़ साल से विवाद चल रहा था। अमरचंद की रिपोर्ट, इस्तगासा व बयान से सीबीआई को संदेह हो रहा है कि वह किसी के इशारों पर यह काम कर रहा है।





अमरचंद को भी साजिश में शामिल मानते हुए पीपाड़ में कार ठीक कराने की बात को भी गलत माना जा रहा है। अमरचंद ने बताया कि सीबीआई उससे यह बार-बार पूछ रही है कि उसने मदेरणा के खिलाफ इस्तगासा किसके कहने पर किया था।



पिता से मिलने दिल्ली गई दिव्या



सीबीआई महिपाल मदेरणा से दिल्ली में पूछताछ कर रही है। बेटी दिव्या उनसे मिलने दिल्ली पहुंच गई है। हालांकि सीबीआई ने मंगलवार को उसे मिलने नहीं दिया, उसके वकील से मुलाकात कराई है। अब दिव्या की पिता से मुलाकात बुधवार को होगी।

चांदी के नाग-नागिन को नदी में बहाएं, आप हो जाएंगे मालामाल...

ज्योतिष के अनुसार कुंडली में बताए गए अशुभ योगों में से एक है कालसर्प योग। इस योग के प्रभाव व्यक्ति को कड़ी मेहनत करना पड़ती है, फिर भी उचित प्रतिफल प्राप्त नहीं हो पाता है। पैसों की तंगी बनी रहती है और पारिवारिक रिश्तों में खटास उत्पन्न होने की संभावनाएं रहती है।
कालसर्प योग के प्रभाव से मुक्ति के कई प्रकार के उपाय बताए गए हैं। इसकी विधिवत पूजा के लिए केवल दो ही स्थान नासिक और उज्जैन श्रेष्ठ माने गए हैं। इन दो स्थानों पर ही कालसर्प योग की शांति के लिए पूजा कराने का विधान बताया गया है। इस उपाय के अलावा एक अन्य उपाय बताया गया है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग है उसकी शांति के लिए उसे किसी पवित्र नदी में चांदी के नाग-नागिन बनवाकर बहा देना चाहिए।

किसी भी शुभ मुहूर्त में चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बनवाएं। फिर ब्रह्ममुहूर्त में स्नान आदि कर्म करने के बाद नदी के तट पर जाएं। इसके बाद इष्टदेव, शिवजी तथा अन्य देवी-देवताओं का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद नाग देवता से कालसर्प योग के दुष्प्रभाव समाप्त करने की प्रार्थना करें और चांदी के नाग-नागिन को नदी में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां शांत होने लगती है। पैसों से जुड़ी समस्याओं में कमी आ जाती है।

कृष्ण मंत्र कर देगा सारी मुश्किलों का सूपड़ा साफ

धर्मशास्त्रों के मुताबिक कर्म शक्ति ही जीवन में सुख-दु:ख या हार-जीत नियत करने वाली मानी गई है। कर्म का संग सुख, शांति और सफलता का सूत्र तो कर्महीनता ही आलस्य, दरिद्रता, असफलता व कलह की जड़ है। इसलिए हर पल कर्म को ही सामने रख बिना किसी स्वार्थपूर्ति के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को पूरा करने में जीवन की सार्थकता है।
जगतपालक विष्णु के अवतार लीलाधर भगवान श्रीकृष्ण के ये बेजोड़ सूत्र जन्म से लेकर मृत्यु तक बेहतर, सुखी, समृद्ध व शांत जीवन जीने का रास्ता बताते हैं। यही कारण है कि हर विपरीत वक्त में श्रीकृष्ण का स्मरण कलहमुक्ति का बेहतर उपाय माना गया है।

खासतौर पर विष्णु उपासना के विशेष दिन एकादशी तिथि पर श्रीकृष्ण के खास मंत्र का स्मरण जीवन में चल रही तन, मन व धन से जुड़ी सारी मुश्किलों को खत्म करने वाला माना गया है। जानते हैं यह कृष्ण मंत्र व पूजा का सरल उपाय -

- एकादशी या हर रोज भी स्नान के बाद मुरलीधर भगवान कृष्ण की प्रतिमा को पंचामृत यानी दूध, दही, शहद, घी व शक्कर व गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं।

- स्नान के बाद श्रीकृष्ण को केसरयुक्त या पीला चंदन, पीले फूल, पीला वस्त्र, मौली के साथ मक्खन-मिश्री या दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं।

- चंदन की अगरबत्ती और गोघृत दीप जलाकर नीचे लिखें कृष्ण मंत्र का स्मरण तुलसी की माला के साथ पीले आसन पर बैठ करें। स्मरण के समय संकटमुक्ति की कामना करें -

श्रीकृष्ण विष्णो मधुकैटभभारे भक्तानुकम्पिन् भगवन् मुरारे।

त्रायस्व मां केशव लोकनाथ गोविन्द दामोदर माधवेति।।

- मंत्र स्मरण के बाद श्रीकृष्ण की धूप, दीप आरती करें। श्रीकृष्ण को चढ़ाई मौली को रक्षासूत्र के रूप में दाएं हाथ में बांधे, चंदन मस्तक पर लगाएं। माखन-मिश्री का प्रसाद ग्रहण करें।

मंगलवार, 6 दिसंबर 2011

विदेशी युवती के शव से गुर्दा, दिल गायब

विदेशी युवती के शव से गुर्दा, दिल गायब

उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में एक विदेशी युवती के शव से गुर्दे, दिल तथा अन्य अंग निकाल लिए जाने का मामला सामने आया है।

फ्रांस के एक दम्पती लिडियान क्लाउट और गिल्डास क्लाउट ने पुलिस अधीक्षक आलोक वशिष्ठ को सोमवार को दिए ज्ञापन में बताया कि उनकी पुत्री एना की गत वर्ष छह मार्च को उदयपुर के घंटाघर पुलिस थाना क्षेत्र में एक होटल में मौत हो गई थी जिसकी उदयपुर के एमबी अस्पताल में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अत्यधिक नशा एवं जहर सेवन बताया था।

दम्पती ने बताया कि एना के शव को फ्रांस ले जाकर पुन: पोस्टमार्टम कराया गया जिसमें पता चला कि शव से दिल, किडनी, भोजन की थैली, बच्चेदानी एवं दोनों गुर्दे गायब थे।

दम्पती ने इस बाबत फ्रांस के दूतावास से एना की बिसरा रिपोर्ट सौंपने का बार-बार आग्रह किया लेकिन अभी तक बिसरा रिपोर्ट उन्हें नहीं मिली है। इस संबंध में वशिष्ठ ने मंगलवार को बताया कि विदेशी दम्पती ने अपनी पुत्री के शव के कुछ अंग गायब होने का आरोप लगाया है जिसके लिए जांच के आदेश दिए गए है।

मदेरणा ने कबूला,भंवरी कर रही थी ब्लैकमेल!

मदेरणा ने कबूला,भंवरी कर रही थी ब्लैकमेल!

नई दिल्ली। एएनएम भंवरी देवी मामले में आरोपी पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा से सीबीआई की पूछताछ जारी है। पूछताछ के दौरान मदेरणा ने कई राज खोले हैं। मदेरणा ने कबूल किया है कि भंवरी देवी उनको ब्लैकमेल कर रही थी। साथ ही मदेरणा ने सीबीआई को यह भी बताया है कि भंवरी देवी किसके कहने पर उनको ब्लैकमेल कर रही थी।

उन्होंने यह भी बताया कि भंवरी से उनको किसने बताया था। सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक लापता होने के बाद भी मदेरणा भंवरी के सम्पर्क में थे। इस बीच भंवरी के पति अमरचंद से दूसरे दिन भी पूछताछ जारी रही। मामले में अमरचंद पर भी संदेह गहरा रहा है। सीबीआई की पूछताछ में अमरचंद सही जानकारी नहीं दे रहा है।

मां बनीं मुख्तार माई, बेटे को जन्म दिया

लाहौर।। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में तकरीबन एक दशक पहले एक ग्राम पंचायत के आदेश पर हुए गैंगरेप के खिलाफ आवाज उठाने वालीं मुख्तार माई के घर बेटे ने जन्म लिया है। mukhtar-mai.jpg
लाहौर से 350 किलोमीटर दूर मुल्तान शहर में एक प्राइवेट क्लिनिक में रविवार की शाम उन्होंने बेटे को जन्म दिया। मुल्तान से लगे जिले मुजफ्फरनगर के एक पुलिस अधिकारी से 2009 में 40 वर्षीय माई ने निकाह किया था। माई के भाई असद अब्बास ने बताया, 'जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ नसीम अख्तर की क्लिनिक में रविवार को शाम करीब साढ़े चार बजे बच्चे ने जन्म लिया।'

अब्बास ने कहा कि पूरा परिवार खुश है। काफी समय बाद माई के परिवार को कोई अच्छी खबर मिली है। खबर के बाद माई के परिवार को पाकिस्तान भर से बधाई संदेश मिल रहे हैं। क्लिनिक के अधिकारियों ने बताया कि समय से दो हफ्ते पहले ऑपरेशन से बच्चे का जन्म हुआ।

माई के साथ पंचायत के आदेश पर 2002 में गैंगरेप हुआ था। उन्हें यह सजा उनके छोटे भाई के गैर बिरादरी की महिला के साथ अवैध संबंधों के लिए दी गई। मीरवाला गांव में घटना के वक्त माई के भाई की उम्र केवल 12 साल थी। झूठी शान की खातिर अपराध में जहां अन्य महिलाएं खामोश रहती थीं वहीं माई और उनके परिवार ने इसके खिलाफ आवाज उठाई। जून 2002 में इस्लामी कानून और आतंक रोधी कानून के तहत 14 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उसी साल पंजाब के एक लोअर कोर्ट ने उनमें छह को मौत की सजा सुनाई।

मार्च 2005 में आरोपियों की अपील पर लाहौर हाई कोर्ट की मुल्तान पीठ ने लोअर कोर्ट के फैसले को पलटते हुए पांच को बरी कर दिया और एक मुख्य अभियुक्त की मौत की सजा आजीवन कारावास में बदल दी। इस साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा।

पत्नी के पॉर्न विडियोज़ से अमीर बनना चाहता था पति

बेंगलुरु।। बेंगलुरु में अपनी ही पत्नी के पॉर्न विडियो बना कर पैसा कमाने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। पति की योजना इन विडियोज़ को इंटरनेट पर अपलोड करने की थी। पत्नी को पति के तकरीबन 10 दोस्तों के साथ भी सेक्स करने के लिए दबाव डाला गया ताकि पॉर्न विडियोज़ बनाए जा सकें। banglore.jpg
यह शर्मनाक मामला बेंगलुरु का है। पीड़ित पत्नी ने पति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए खुद को बचाने और पति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की गुहार लगाई है।

पेशे से डेंटिस्ट 29 साल की महिला का विवाह पिछले ही साल एक इंटरनैशनल सॉफ्टवेयर कंपनी में टेक्निकल पद पर काम करने वाले प्रॉजेक्ट लीडर से हुआ था। पीड़ित महिला गायत्री (बदला हुआ नाम) का आरोप है कि राघवन ( परिवर्तित नाम) उसे अपने दोस्तों के साथ सेक्स करने के लिए दबाव डाल रहा था। शादी के कुछ ही दिनों बाद पत्नी अदला-बदली के लिए निमंत्रित करते हुए राघवन ने अपना और अपनी पत्नी का बायो-डाटा तक अपने दोस्तों को ईमेल कर दिया। यह मामला पिछले ही हफ्ते मैजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने आया है जिसकी सोमवार को सुनवाई हुई। मामले की जांच ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन द्वारा की जा रही है।

गायत्री का कहना है कि शादी के कुछ ही समय बाद उसे पता चला कि राघवन के कई महिलाओं से संबंध हैं। उसने राघवन की सावित्री नाम की महिला के साथ तस्वीर भी देखी जिसमें सावित्री टॉपलेस थी। जिन 11 लोगों के खिलाफ शिकायत की गई है, उनमें से एक यह महिला भी है। कुछ समय बाद गायत्री को अपने पति की कई अन्य महिलाओं के साथ न्यूड तस्वीरें भी मिलीं।

राघवन गायत्री को पॉर्न फिल्में देखने के लिए मजबूर किया करता था और गायत्री के इनकार करने पर उसे मारा-पीटा जाता। गायत्री ने आरोप लगाया है कि उस पर राघवन के दोस्तों के साथ सेक्स करने के लिए दबाव डाला गया। साथ ही, राघवन घर पर कई अन्य औरतों को लाकर उनके साथ भी गायत्री की मौजूदगी में संबंध बनाता।

गायत्री और अपने दोस्तों के साथ के सेक्स फोटोज एक-दूसरे को ईमेल भी किए गए। महिला ने राघवन की मेल से इन मेल्स की फोटोकॉपी भी शिकायत के साथ जमा करवाई है। गायत्री का आरोप है कि उसकी कुछ तस्वीरों के साथ अपनी एक विदेशी मित्र की फोटो मिला कर 'छेड़छाड़' भी की गई।

गायत्री ने ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन में पहले भी शिकायत दर्ज करवाई थी जो कि IX एसीएमएम कोर्ट (20574/2011) के तहत पेंडिग है। दोबारा फाइल की गई शिकायत में गायत्री ने आरोपियों पर 420, 506 और इम्मॉरल ट्रैफिकिंग (प्रिवेन्शन ऐक्ट) के सेक्शन 5 और 8 के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। महिला ने इंफरमेशन टेक्नॉलजी के तहत भी मामला दर्ज करने की मांग की है।

नसबंदी करवाओ, ईनाम पाओ


नसबंदी करवाओ, ईनाम पाओ 


मोटरसाइकिल, फ्रिज आदि दिए जाएंगे पुरस्कार में, नसबंदी को लेकर प्रासन गंभीर, चार माह में करेंगे लक्ष्य हासिल 


बाडमेर। राष्ट्रीय कार्यक्रम परिवार कल्याण को लेकर जिला प्रासन गंभीर है और आगामी चार माह में निर्धारित लक्ष्य भातप्रतित हासिल कर लिया जाएगा। इसके लिए सभी प्रासनिक व अन्य अधिकारियों को लक्ष्य आवंटित किए गए है। वहीं नसबंदी करवाने वालों को जिला प्रासन ने पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। यही नहीं नसबंदी के लिए प्रेरित करने वाले कार्यकर्ताओं को भी जिला प्रासन की ओर से पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार प्रत्येक ब्लॉक पर लॉटरी सिस्टम के जरिए तय किए जाएंगे। नसबंदी लक्ष्यों को लेकर मंगलवार को जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत चर्चा की और जनता को जागरूक करने के लिए विोश कदम उठाने के निर्दो दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक कमलो बंसल, जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि नसबंदी को लेकर प्रोत्साहित करने के लिए विोश पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया है। जिसमें प्रत्येक ब्लॉक पर प्रथम पुरस्कार एक मोटरसाइकिल, द्वितीय पुरस्कार एक फ्रिज और तृतीय पुरस्कार स्वरूप पांच सिलाई माीन दी जाएगी। इसके अलावा जो प्रेरक 20 से 50 नसबंदी केस लाएंगे उन्हें 1111 हजार रूपए की नकद राि प्रदान की जाएगी और 50 से अधिक नसबंदी केस लाने वालों को 21 हजार रूपए प्रदान किए जाएंगे। लॉटरी प्रकि्रया के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी ब्लॉकों पर कूपन भी भिजवाए गए हैं, जो नबसंदी ऑपरोन करवाने वाले लाभार्थी को दिए जाएंगे। इसी कूपन के आधार पर लॉटरी निकाली जाएगी और संबंधित लाभार्थी को पुरस्कृत किया जाएगा। जिले में नौ ब्लॉक निर्धारित किए गए हैं, जिनमें आठ ब्लॉकों के अलावा जिला चिकित्सालय बाडमेर व उप जिला चिकित्सालय बालोतरा को एक ब्लॉक की श्रेणी में रखा गया है। 
बहरहाल, जिला प्रासन और स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों सहित सभी कर्मचारियों ने लक्ष्य हासिल करने के लिए कमर कस ली है और सभी ब्लॉकों पर नियमित नसबंदी िविर लगाए जा रहे हैं। जिला प्रासन की ओर से सभी विभागों को लक्ष्य आवंटित किए गए हैं। विभाग की ओर से लगाए जा रहे िविरों में पुरूशों व महिलाओं को प्रेरित कर लाने के लिए सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्दोित किया गया है। जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि नसबंदी के निर्धारित लक्ष्यों के प्रति उदासीनता बरतने वाले अधिकारियोंकर्मचारियों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी और आवयकता पड़ने पर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रचारप्रसार अभियान से चलाया जाएगा। जिसके तहत विभिन्न सांस्कृतिक दलों की ओर से जनजागृति पैदा की जाएगी। सांस्कृतिक दल निर्धारित नसबंदी िविरों से पूर्व गांवों में जाकर लोगों को नसबंदी के लिए प्रेरित करेंगे। 


जनसंख्या वृद्धि रोकने में निभाएं भागीदारी जिला कलेक्टर 


जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने उक्त कार्य में भागीदारी निभाने के लिए सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों एवं मीडिया से अपील की है। उन्होंने कहा कि चूंकि यह राश्ट्रीय कार्यक्रम है इसलिए प्रत्येक नागरिक, जनप्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं व मीडिया का दायित्व बनता है कि वे नसबंदी के लिए लोगों को प्रेरित करें। जिला कलेक्टर ने बताया कि जनगणना 2011 के आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं और जिला बाडमेर में हुई जनसंख्या वृद्धि चिंताजनक है। इसीलिए इस बार राज्य सरकार ने बाडमेर जिले में 26000 नसबंदी केस करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि यदि हर कोई इस लक्ष्य को लेकर गंभीरता बरते और अपनी भागीदारी समझे तो निचत ही जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सकता है। 

सोशल मीडिया पर सरकार सख्त, गूगल-ट्विटर ने दिया जवाब



नई दिल्‍ली. सोशल साइट्स, खास कर फेसबुक और गूगल पर कंटेंट को लेकर सरकार की आपत्ति की खबरों के बीच दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्‍बल ने सफाई दी है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री या कांग्रेस अध्‍यक्ष का नाम नहीं लिया गया था, बल्कि सोशल साइट्स पर देवी-देवताओं के अपमान का मसला उठाया गया था। सरकार इन साइट्स पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली टिप्‍पणियों से नाराज है।
इसी बीच इंटरनेट पर विवादित सामग्री पर रोक के सरकार के आग्रह पर प्रतिक्रिया देते हुए गूगल ने कहा है कि उसकी अपनी कंटेट पॉलिसी है जिसके तहत कोई भी गैर-कानूनी सामग्री वेबसाइट पर नहीं प्रकाशित की जाती है। यदि कोई सामग्री के खिलाफ शिकायत करता है तो उसे रिव्यू करके हटा दिया जाता है। लेकिन कंटेट सिर्फ विवादित होने पर ही नहीं हटाया जाता है। वैध सामग्री को गूगल नहीं हटाता है। गूगल के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सिर्फ विवादित होना किसी सामग्री को हटाने को कारण नहीं हो सकता क्योंकि गूगल लोगों के विचारों में असमातना का सम्मान करता है। ट्विटर ने भी प्रतिक्रया देते हुए कहा है कि वो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास रखती है और किसी भी प्रकार के कंटेट को मॉनिटर नहीं करेगी।

सिब्‍बल ने मंगलवार को नई दिल्‍ली में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि करीब तीन महीने पहले सोशल साइट्स पर ऐसी तस्‍वीरें छपी जो हिंदुस्‍तान के किसी भी व्‍यक्ति को अपमानित करती हैं। ये लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। सरकार ने गूगल, याहू, माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक के प्रतिनिधियों से इस समस्‍या के हल के लिए रास्‍ता निकालने को कहा। इन कंपनियों को 3 अक्‍टूबर को पहली बार चिट्ठी लिखी गई। 19 अक्‍टूबर को रिमाइंडर भेजा गया लेकिन कोई जवाब नहीं आने पर 4 नवंबर को संचार सचिव ने इन प्रतिनिधियों की मीटिंग बुलाई और फैसला किया गया कि आपत्तिजनक कंटेंट के मामले में आचार संहिता के लिए फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा।

संचार मंत्री ने कहा, ‘इन साइट्स के प्रतिनिधि हमारी कुछ मांगों पर मौखिक तौर पर राजी भी हुए। फिर सरकार ने 29 नवंबर को सुझाव मांगने के लिए मीटिंग बुलाई लेकिन वो नहीं आए। फिर पांच दिसंबर को इन कंपनियों ने लिखित तौर पर साफ कर दिया कि वो हमारी बात नहीं मानेंगे।’ सिब्‍बल ने कहा, ‘मैंने इस कंपनियों से कहा कि वो कोई ऐसा उपाय सुझाएं जिससे ऐसे कंटेंट की जानकारी मिलते ही उन्‍हें तुरंत हटाया जा सके। देश की संस्‍कृति का सम्‍मान करना चाहिए। लोगों की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए। हम इस तरह का अपमान नहीं होने देंगे।’
कपिल सिब्‍बल ने प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद पत्रकारों को अलग से वो 'आपत्तिजनक तस्‍वीरें' भी दिखाईं जिन पर ऐतराज जताते हुए उन्‍होंने ऐसी सामग्री अपलोड होने से रोकने का तरीका निकालने की बात कही है। उन्‍होंने कहा कि ऐसी तस्‍वीरों का प्रसारण करने की इजाजत न तो टीवी, प्रिंट या ऑनलाइन मीडिया में है। उन्‍होंने कहा, ‘सरकार सेंसरशिप में यकीन नहीं रखती है और सोशल मीडिया की आजादी में कोई दखल नहीं दिया जाएगा। लेकिन मेरा मानना है कि देश के लोगों की भावनाओं की कद्र करने वाला कोई भी व्‍यक्ति ऐसे कंटेट को ‘पब्लिक डोमेन’ में देखना नहीं चाहेगा।’
सिब्‍बल ने कहा कि सरकार सोशल मीडिया पर पोस्‍ट किए जाने वाले कंटेंट पर निगरानी रखने के लिए 'गाइडलाइन' पर काम करेगी। उन्‍होंने कहा 'ऐसी व्‍यवस्‍था हो कि आपत्तिनजक कंटेंट को ऑनलाइन मीडिया में डालने से रोका जा सके। यदि कोई इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री हटाना नहीं चाहता तो सरकार को इस बारे में कुछ करना होगा।’ हालांकि सिब्‍बल ने मीडिया में आ रही इन खबरों का भी खंडन किया कि सरकार अन्‍ना हजारे के आंदोलन से डरकर सोशल मीडिया पर अंकुश लगाने की तैयारी में है।

सिब्‍बल के बयान पर फेसबुक ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। फेसबुक का कहना है कि वो ऐसे कंटेंट अपनी साइट से हटा देगा जो कंपनी के शर्तों के खिलाफ हैं। कंपनी का कहना है कि वह भारत सरकार की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्‍ट किए जाने वाले कंटेंट की निगरानी करने के प्रस्‍ताव में दिलचस्‍पी रखती है।

सिब्‍बल के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा नेता तरुण विजय ने कहा कि असल मुद्दों से लोगों का ध्‍यान हटाने की सरकार की यह एक और कोशिश है। कपिल सिब्‍बल को इसमें महारत हासिल है।
कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने कहा, ‘मैं समझ सकता हूं कि फेसबुक उन आपत्तिजनक कंटेंट को हटाने की प्रक्रिया में है जो कपिल सिब्‍बल ने दिखाए थे। लेकिन दुख की बात यह है कि लोगों ने ऐसे कंटेंट पर आपत्ति नहीं जताई है।’
जम्‍मू कश्‍मीर के सीएम उमर अब्‍दुल्‍ला ने कहा है, ‘मैं सेंसरशिप के बिल्‍कुल खिलाफ हूं लेकिन मैंने खुद देखा है कि फेसबुक और यू ट्यूब पर कितने खतरनाक और आपत्तिजनक कंटेट डाले जाते हैं।’
अमेरिकी अखबार 'न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स' के मुताबिक कपिल सिब्बल ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और याहू के अधिकारियों की एक बैठक बुला कर कहा था कि धर्म से जुड़े लोगों, प्रतीकों के अलावा भारत के प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष जैसी राजनीतिक हस्तियों के खिलाफ अपमानजनक सामग्री की निगरानी करें। सिब्बल ने यह भी कहा कि निगरानी के लिए सिर्फ तकनीक पर निर्भर न रहें बल्कि इसके लिए लोगों को लगाएं

अकीदत व अहतराम के साथ मनाया मोहर्रम


अकीदत व अहतराम के साथ मनाया मोहर्रम

मुस्लिम मोहल्लों में स्थापित ताजियों पर दिन भर रही अकीदतमंदों की भीड़।


बाड़मेर । हजरत इमाम हुसैन और हसन की शहादत की याद में मातमी पर्व मोहर्रम मंगलवार को पूरे अकीदत व अहतराम के साथ मनाया गया। शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में स्थापित ताजियों पर कल रात और आज दिन भर अकीदतमंदों की भीड़ रही।

बाड़मेर में ताजियों पर अकीदत के फूल पेश करने वालों का तांता लगा रहा। इस मौके पर जगह-जगह छबील का इंतजाम किया गया। मुस्लिम समाज के लोगों ने हलीम बनाकर अकीदतमंदों में वितरित किया।

सोमवार रात को भी शहर के कई जगहों पर हलीम बनाया गया। योमे याशूरा मोहर्रम के लिए गैर मुस्लिमों में भी श्रद्धा देखने को मिली। इस मौके पर परंपरा के मुताबिक बच्चों को ताजियों के नीचे से निकालते देखा गया। उल्लेखनीय है कि यहां स्वास्थ्य के लिए बच्चों को ताजियों के नीचे निकालने की परंपरा आज भी कायम है।

बाबरी विध्वंस की 19 बरसी आज, सुरक्षा कड़ी



लखनऊ.बाबरी मस्जिद विध्वंस की 19वीं बरसी के मद्देनजर फैजाबाद सहित पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।



उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) एस.के.सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी को लेकर फैजाबाद सहित सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों एवं सम्बंधित अधिकारियों को सुरक्षा चाक चौबंद करने के निर्देश दिए गए हैं।"



गौरतलब है कि कारसेवकों की एक भीड़ ने 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या (फैजाबाद) की बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिरा दिया था।



अयोध्या में जहां कथित हिंदू कट्टरपंथियों की तरफ से इस दिन विजय दिवस तो मुसलमानों की तरफ से शोक मनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं।



फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर.के.चतुर्वेदी ने सोमवार को बताया, "घर या धार्मिक स्थलों पर कोई कार्यक्रम आयोजित कर सकता है लेकिन सड़क पर हम किसी धार्मिक कार्यक्रम या प्रदर्शन की अनुमति कतई नहीं देंगे। जो नियम तोड़ेगा उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।"



चतुर्वेदी ने कहा, "छह दिसम्बर का दिन हमारे लिए हमेशा की तरह बहुत संवेदनशील है। इसलिए खास सतर्कता रखी जाएगी। फैजाबाद और अयोध्या आने वाले सभी मार्गो में अवरोधक लगाकर सघन जांच के बाद ही वाहनों और लोगों को अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा है।"





उन्होंने कहा कि अयोध्या और फैजाबाद में प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की पांच कम्पनियां और त्वरित कार्य बल (आरएएफ) की दो कम्पनियां तैनात की गई हैं।

हजाम के पास हैं 10 करोड़ रुपये की 67 कारें



बेंगलुरु. बेंगलुरु में अगर आप ऐसे हजाम से बाल कटवाना चाहते हैं जो रोल्स रॉयस जैसी कार से आता हो तो आपको 100 रुपये तक खर्च करने होंगे। रमेश बाबू नाम का यह हजाम कोई आम हजाम नहीं है। रमेश बाबू करोड़पति हैं और 67 कारों के मालिक हैं, जिनमें रोल्स रॉयस, मर्सिडीज, बीएमडब्लू जैसी महंगी कारें शामिल हैं। इन कारों की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है। रमेश के पास सुजुकी इंट्रूडर की हाई एंड बाइक भी है, जिसकी कीमत 16 लाख रुपये है। रमेश बाबू जिस रोल्स रॉयस से चलते हैं, उसकी कीमत 3.1 करोड़ रुपये है।

पूरे बेंगलुरु में रमेश बाबू के अलावा सिर्फ पांच ऐसे लोग हैं, जिनके पास रोल्स रॉयस जैसी कार है। 41 साल के रमेश बाबू ने रोल्स रॉयस कुछ महीने पहले ही खरीदी है। इसके लिए रमेश बाबू ने बैंक से लोन लिया, जिसके लिए वह 7 लाख रुपये की किश्त देते हैं। रमेश रोल्स रॉयस का एक दिन का किराया 75 हजार रुपये वसूलते हैं। रमेश अब स्ट्रेच लिमोजिन कार खरीदने की योजना बना रहे हैं जिसकी कीमत 8 से 9 करोड़ रुपये है। रमेश अपना पुश्तैनी काम बाल काटने के अलावा किराए पर कार देते हैं। उनके ग्राहकों की सूची भी लंबी चौड़ी है। उनके ग्राहकों में सलमान खान, आमिर खान, ऐश्वर्या राय बच्चन जैसी हस्तियां शामिल हैं। रमेश बाबू की ज़िंदगी पर एक फिल्म भी बन रही है, जो तीन भाषाओं में रिलीज होगी।


लेकिन रमेश बाबू की ज़िंदगी हमेशा से ऐसी नहीं थी। 1979 में रमेश के पिता की मौत के बाद उनका परिवार मुश्किलों से घिर गया था। तब रमेश महज 9 साल के थे। ब्रिगेड रोड पर मौजूद उनके पिता की हजाम की दुकान के रोजाना मिलने वाले पांच रुपये के किराए पर उनका परिवार चलता रहा। इंटरमीडिएट तक की शिक्षा लेने के बाद रमेश ने पढ़ाई छोड़ दी और हज्जाम का परंपरागत काम शुरू कर दिया। उनकी किस्मत 1994 में बदलनी शुरू हुई जब रमेश ने अपने एक रिश्तेदार की तरह कारों को किराए पर देने का काम शुरू किया। रमेश ने सबसे पहले मारुति ओमनी वैन खरीदी और उसे किराए पर देना शुरू किया। यह वैन रमेश के पास आज भी है।



1996 में रमेश ने बोरिंग इंस्टीट्यूट में अपना सैलून खोला और उसके बाद आज तक पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज भी एक अमीर आदमी बनने के बावजूद रमेश अपनी जड़ें नहीं भूले हैं। वह अपने सैलून की दरें बढ़ा सकते हैं या फिर सैलून का काम छोड़ सकते हैं। लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। रमेश का कहना है कि यह उनका पुश्तैनी काम है। रमेश के पैर जमीन पर किस तरह से टिके हुए हैं, इसका अंदाजा उनकी इसी बात से लग सकता है कि जिस दिन वह बाल नहीं काटेंगे, वह सो नहीं पाएंगे।

वाह...दिलशादी, भगवान तेरे जैसी बहन हर भाई को दे!





मेरठ। जिले के बुढ़ाना क्षेत्र में एक बहन भाई के लिए ढ़ाल बन कर आई। उस पर चली गोली खुद के छाती पर खा ली। भाई की जान को बचा लिया। दरअसल, एक घर में घुसे बदमाशों ने एक युवक की हत्या का प्रयास किया, लेकिन युवक की बहन उसके सामने अड़ गयी। जिससे गोली लगने से युवती गंभीर रूप से घायल हो गयी। घायल युवती का मेरठ के अस्पताल में उपचार चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक, गांव जौला निवासी इरशाद पुत्र वकील रविवार सुबह के समय अपने घर पर बैठा हुआ था। सुबह साढ़े दस बजे दो नकाबपोश बदमाश दीवार कूदकर घर में घुस गये। बदमाशों ने इरशाद को निशाना बनाकर गोली चला दी।

गोली चलती देख इरशाद की छोटी बहन दिलशादी उसके सामने अड़ गयी। गोली उसका सीना चीरती हुई निकल गयी। गोली मारने के बाद बदमाश फरार हो गये। परिजनों ने घायल दिलशादी को गंभीर अवस्था में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती कराया गया। जहां से उसे मेरठ रेफर कर दिया।