बुधवार, 7 दिसंबर 2011

चांदी के नाग-नागिन को नदी में बहाएं, आप हो जाएंगे मालामाल...

ज्योतिष के अनुसार कुंडली में बताए गए अशुभ योगों में से एक है कालसर्प योग। इस योग के प्रभाव व्यक्ति को कड़ी मेहनत करना पड़ती है, फिर भी उचित प्रतिफल प्राप्त नहीं हो पाता है। पैसों की तंगी बनी रहती है और पारिवारिक रिश्तों में खटास उत्पन्न होने की संभावनाएं रहती है।
कालसर्प योग के प्रभाव से मुक्ति के कई प्रकार के उपाय बताए गए हैं। इसकी विधिवत पूजा के लिए केवल दो ही स्थान नासिक और उज्जैन श्रेष्ठ माने गए हैं। इन दो स्थानों पर ही कालसर्प योग की शांति के लिए पूजा कराने का विधान बताया गया है। इस उपाय के अलावा एक अन्य उपाय बताया गया है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग है उसकी शांति के लिए उसे किसी पवित्र नदी में चांदी के नाग-नागिन बनवाकर बहा देना चाहिए।

किसी भी शुभ मुहूर्त में चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बनवाएं। फिर ब्रह्ममुहूर्त में स्नान आदि कर्म करने के बाद नदी के तट पर जाएं। इसके बाद इष्टदेव, शिवजी तथा अन्य देवी-देवताओं का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद नाग देवता से कालसर्प योग के दुष्प्रभाव समाप्त करने की प्रार्थना करें और चांदी के नाग-नागिन को नदी में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां शांत होने लगती है। पैसों से जुड़ी समस्याओं में कमी आ जाती है।

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