शनिवार, 3 दिसंबर 2011

भंवरी सेक्‍स सीडी कांड: मदेरणा 9 तक रिमांड पर



जोधपुर. भंवरी अपहरण के मामले में गिरफ्तार हुए पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक परसराम विश्नोई को नौ दिसंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया।


सीबीआई ने शुक्रवार को तीन आरोपियों शहाबुद्दीन, सोहनलाल व बलदेव का आरोप पत्र दाखिल करने के बाद शाम को मदेरणा और परसराम को गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार सुबह से शनिवार को मेडिकल जांच कराने और कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस बीच बीएसएफ का डॉक्टर बुला कर मदेरणा के स्वास्थ्य की जांच कराई गई और रिमांड फार्म मंगवा कर भरा गया। दोपहर बाद ठीक 3 बजे सीबीआई अधिकारी मदेरणा और परसराम को हाथ पकड़ कर नीचे लाए और पुलिस की बस में बैठा कर कोर्ट रवाना हो गए।

कठघरे पहुंचा भंवरी सेक्‍स सीडी कांड का सूत्रधार



जोधपुर. भंवरी अपहरण के मामले में गिरफ्तार हुए पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक परसराम विश्नोई को सीबीआई ने शनिवार दोपहर 3.15 बजे कोर्ट में पेश कर दिया। कोर्ट खचाखच भरा हुआ था और दोनों को भारी पुलिस लवाजमे के साथ कोर्ट ले जाया गया। दोनों को पुलिस की बस में बैठाया गया। इससे पहले सर्किट हाउस में सीबीआई ने कागजी कार्रवाई की रिमांड फार्म भरा। माना जा रहा है कि इन दोनों को 7 दिन तक रिमांड पर ले सकते हैं।
सीबीआई ने शुक्रवार को तीन आरोपियों शहाबुद्दीन, सोहनलाल व बलदेव का आरोप पत्र दाखिल करने के बाद शाम को मदेरणा और परसराम को गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार सुबह से शनिवार को मेडिकल जांच कराने और कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस बीच बीएसएफ का डॉक्टर बुला कर मदेरणा के स्वास्थ्य की जांच कराई गई और रिमांड फार्म मंगवा कर भरा गया। बताया जाता है कि उसमें 7 दिन का रिमांड भरा गया है। इसके बाद ठीक 3 बजे सीबीआई अधिकारी मदेरणा और परसराम को हाथ पकड़ कर नीचे लाए और पुलिस की बस में बैठा कर कोर्ट रवाना हो गए।


कठघरे में जाने से पहले मदेरणा हुए 'बीमार'
भंवरी अपहरण के मामले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की सर्किट हाउस में तबीयत बिगड़ गई। सीबीआई ने उनकी जांच के लिए बीएसएफ के एक डॉक्टर को बुलाया। शनिवार दोपहर को मदेरणा ने घबराहट और धड़कन बढऩे की शिकायत की। उनकी तबियत बिगड़ती देख सीबीआई ने बीएसएफ से एक फिजिशियन डॉक्टर को बुलवाया। उल्लेखनीय है कि 11 व 12 नवंबर को मदेरणा से पूछताछ हुई थी, फिर 12 नवंबर की रात वे सीने में दर्द की शिकायत लेकर एमडीएम अस्पताल में भर्ती हो गए थे। वहां वे 7 दिन तक भर्ती रहे थे।

मदेरणा और लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई के भाई परसराम को शुक्रवार रात सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उन्‍हें सर्किट हाउस में रखा गया। शनिवार सुबह दिव्या मदेरणा अपने पिता से मिलने सर्किट हाउस आईं। पिता को हल्का नाश्ता करवा कर कुछ दवाएं दी और निकल गई। उधर मलखान का बेटा महेंद्र भी अपने चाचा परसराम का टिफिन लेकर सर्किट हाउस आया।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने शुक्रवार को हत्या की मकसद से अपहरण के आरोपियों शहाबुद्दीन, सोहनलाल व बलदेव के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी थी। चार्जशीट में मदेरणा व सहीराम के नाम भी शामिल है। शाम होने तक सीबीआई ने महिपाल मदेरणा और परसराम विश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया था।

सौदा 50 लाख का, भंवरी को मिले सिर्फ ढाई लाख
आरोप-पत्र के अनुसार भंवरी सीडी बनाकर पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा को दो साल से ब्लैकमेल कर रही थी। एक साल से उसकी डिमांड बढ़ गई थी। वह जल संसाधन विभाग के काम में भी हस्तक्षेप करने लगी थी। आरोप है कि जुलाई में जब सीडी चर्चा में आई तो मदेरणा ने सहीराम और अन्य से इस मामले को निपटाने को कहा। सहीराम ने 4 से 8 अगस्त के बीच सोहनलाल व शहाबुद्दीन से मिलकर सीडी का सौदा 50 लाख रु. में करने की योजना बनाई। भंवरी सहीराम व सोहनलाल पर विश्वास नहीं करती थी, इसलिए शहाबुद्दीन को मदेरणा का अमीर दोस्त राजू भाई बना कर साथ लिया गया था। अगस्त में भंवरी को ढाई लाख रुपए की पहली किस्त दी गई। शेष रकम सितंबर के पहले हफ्ते में देना तय हुआ। बकाया भुगतान के लिए एक सितंबर को भंवरी को बिलाड़ा बुलाया गया और पूरी वारदात को अंजाम दे दिया गया।

बलदेव ने किया सरकारी गवाह बनने से इनकार
भंवरी अपहरण के तीसरे आरोपी बलदेव उर्फ कुंभाराम चौधरी ने शनिवार दोपहर सीबीआई कोर्ट में सरकारी गवाह बनने से इनकार कर दिया है। आज कोर्ट में शुक्रवार को पेश हुई चार्जशीट पर सुनवाई चल रही है।

सोहनलाल विश्नोई, शहाबुद्दीन और बलदेव सीबीआई कोर्ट में पेश
सीबीआई ने तीनों आरोपियों सोहनलाल विश्नोई, शहाबुद्दीन और बलदेव उर्फ कुंभाराम को सीबीआई कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में बलदेव की ओर से जेल से एक अर्जी आई हुई थी जिसमें उसके सरकारी गवाह बनने की इच्छा जताई गई थी। जब कोर्ट ने बलदेव से इस संबंध में पूछा तो उसने साफ इनकार कर दिया।
बलदेव ने आज ही अपना वकील किया था इसलिए कोर्ट में पूछा गया कि यह अर्जी कहां से आई है तो बताया गया कि जेल से मिली है। सीबीआई ने तीनों आरोपियों से संबंधित सभी दस्तावेज कोर्ट में पेश कर दिए। अब सुनवाई दोपहर दो बजे होगी तब तक तीनों आरोपियों को कोर्ट परिसर में बनी हवालात में रखा गया है।

राजस्थानी पोसाळ: पाठ-6,राजस्थानी भाषा री त्यागत बोल्यां

राजस्थानी पोसाळ: पाठ-6,राजस्थानी भाषा री त्यागत बोल्यां: पाठ-6,राजस्थानी भाषा री त्यागत बोल्यां बोल्यां है मिणियां,माळा राजस्थानी [] -ओम पुरोहित 'क...

अगर आप जीमेल और फेसबुक इस्तेमाल कर रहे हैं तो पहले इसे पढ़ लें



जी हां अगर आप जीमेल का इस्तेमाल करते हैं या ब्लैकबेरी और एप्पल के स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए है दुनिया भर में बड़े-बड़े देशों की पोल खोलकर रख देने वाले जूलियन असांजे ने इन बड़ी कंपनियों पर आरोप लगाया है कि यह कंपनिया अपने ग्राहकों की जानकारी को खुल्लेआम बेच रही हैं जूनियन असांजे ने कहां कि मास सर्विलांस अरबो रुपए का बिजनेस बन गया है जिसमें यह कंपनियां किसी देश की गुप्तचर एजेंसी के लिए काम करती हैं और इन सूचनाओं के बदले इन्हें अरबो डॉलर मिलते हैं।
असांजे ने कहां कि कई कंपनियां मोबाइल के लिए अपने उपकरण बेचने के पीछे अपने जासूसी के उपकरण बेच देती है जिससे उपभोक्ता की सारी जानकारी इन कंपनियों तक पहुंचती रहती है जिसे यह आगे बेच देती हैं। उन्होंने कहा कि नोकिया सीमेंस की एक सब्सिडरी कंपनी ट्रोवीकर का इस्तेमाल बहरीन नागरिकों की जासूसी के लिए किया जाता था जिसके बाद इसपर काफी बवाल हुआ था नोकिया सीमेंस ने इस कंपनी को 2009 में बेच दिया था।

आपको बता दें कि जासूसी की इस लिस्ट में विकीलीक्स ने सिर्फ ब्लैकबेरी और आईफोन और फेसबुक पर यह आरोप लगाया है बल्कि उन्होंने जो लिस्ट जारी की है उसमें 160 कंपनियों के नाम है विकीलीक्स ने 287 पेज के अपने डाक्यूमेंट में इन कंपनियों का जिक्र किया है।

लेफ्ट‍िनेंट जनरल अवधेश प्रकाश बर्खास्‍त

लेफ्ट‍िनेंट जनरल अवधेश प्रकाश बर्खास्‍त

गुवाहाटी. सुकना जमीन घोटाले में लेफ्ट‍िनेंट जनरल अवधेश प्रकाश को बर्खास्‍त कर दिया गया है। गुवाहाटी में उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल चल रहा था, जिसमें उन्‍हें दोषी करार दिया गया है। प्रकाश पर लगे चार में से तीन आरोप सही पाए गए। इस मामले में दोषी पाए गए वह दूसरे लेफ्ट‍िनेंट जनरल हैं।
इस साल जनवरी में ले. जन. पी के रथ का इसी मामले में कोर्ट मार्शल किया गया था। पिछले साल इस दोनों अधिकारियों सहित तीन को कोर्ट ऑफ इन्‍क्‍वायरी में आरोपी ठहराया गया था। इनमें मेजर जनरल पी के सेन भी शामिल हैं।
यह मामला पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में सेना की 33वीं कोर मुख्‍यालय से सटी 70 एकड़ जमीन का है जिसे शैक्षणिक संस्‍थान बनाने के लिए एक रियल इस्‍टेट डेवलपर को ट्रांसफर कर दिया गया था। लेफ्टिनेंट जनरल रथ को बिल्डर दीपक अग्रवाल को एनओसी देने, एमओयू पर दस्‍तखत करने और हाईकमान को अंधेरे में रखने का दोषी ठहराया गया था।

20 की उम्र में- 8 साल तक जिस्मफरोशी, गैंगरेप का दर्द और बनी ब्लू फिल्म!

फरीदाबाद.एक 12 साल की बच्ची को शादी का झांसा देकर पहले तो एक युवक अपने साथ भगा लाया। फिर उससे आठ साल तक वेश्यावृत्ति कराता रहा। चार साथियों ने भी उसके साथ गैंगरेप किया। पीड़ित ने राष्ट्रीय महिला आयोग में गुहार लगाई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। उसके बाकी साथियों की तलाश की जा रही है।




यूपी के बदायूं जिले के गांव राजपुरा निवासी एक 20 वर्षीय युवती ने एनआईटी थाने में दी शिकायत में कहा कि जब वह 12 साल की थी वर्ष 2003 में अपने परिवार के साथ भीकम कॉलोनी बल्लभगढ़ में किराए पर रहती थी। सेक्टर-21डी निवासी विजय उर्फ लंबू से उसके पिता की दोस्ती हो गई और विजय उसके पिता को शराब पिलाने लगा। वर्ष 2004 में विजय उसको शादी का झांसा देकर बल्लभगढ़ एक गोदाम में ले गया।





सात दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया। उसके बाद उसे घर छोड़ दिया। आरोप है कि दो महीने बाद विजय उर्फ लम्बू उसे बल्लभगढ़ एक कमरे में ले गया जहां बड़ौली निवासी राकेश ने उनके साथ दुष्कर्म किया। कुछ दिन बाद विजय व उसके दोस्तों मनोज,धर्मेंद्र तथा राकेश ने उसके साथ रेप किया।





आरोप है कि विजय ने अपने मोबाइल में उसकी अश्लील फोटो भी खींचे। फिर वह मां -बाप के साथ राजपुर चली गई। तीन महीने बाद वह दिल्ली में रहने लगी, इसी बीच विजय ने उसे तलाश लिया और अपने साथ फरीदाबाद ले गया। आरोप है कि फिर विजय उससे वेश्यावृत्ति कराने लगा। हर छह माह में वह मकान बदलता रहता था।





युवती ने विजय के चंगुल से मुक्ति दिलाने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत की थी। युवती ने बताया कि दो महीने पहले विजय उससे इंद्रा इनक्लेव सेक्टर-21डी में किराए पर मकान लेकर वेश्यावृति कराने लगा। 23 नवंबर को वह परेशान होकर अपने परिवार के साथ दिल्ली के गोबिंद पुरी चली गई लेकिन विजय उसे धमकी देता रहता था।पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर विजय को गिरफ्तार कर लिया है।


50 लाख में सेक्स सीडी की डील, भंवरी को मिले सिर्फ ढाई लाख!

जोधपुर.आरोप-पत्र के अनुसार भंवरी सीडी बनाकर पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा को दो साल से ब्लैकमेल कर रही थी। एक साल से उसकी डिमांड बढ़ गई थी। वह जल संसाधन विभाग के काम में भी हस्तक्षेप करने लगी थी।





आरोप है कि जुलाई में जब सीडी चर्चा में आई तो मदेरणा ने सहीराम और अन्य से इस मामले को निपटाने को कहा। सहीराम ने 4 से 8 अगस्त के बीच सोहनलाल व शहाबुद्दीन से मिलकर सीडी का सौदा 50 लाख रु. में करने की योजना बनाई।



भंवरी सहीराम व सोहनलाल पर विश्वास नहीं करती थी, इसलिए शहाबुद्दीन को मदेरणा का अमीर दोस्त राजू भाई बना कर साथ लिया गया था। अगस्त में भंवरी को ढाई लाख रुपए की पहली किस्त दी गई। शेष रकम सितंबर के पहले हफ्ते में देना तय हुआ। बकाया भुगतान के लिए एक सितंबर को भंवरी को बिलाड़ा बुलाया गया और पूरी वारदात को अंजाम दे दिया गया।



अविश्वास की सीडी :



सोहनलाल, भंवरी का धर्मभाई था। सहीराम से भी वह मदेरणा के यहां मिलता था। बातें सब भरोसे की करते थे, पर सही मायने में किसी को किसी पर भरोसा नहीं था।



भंवरी को इन दोनों पर विश्वास नहीं था इसलिए साजिश के तहत शहाबुद्दीन को मदेरणा का अमीर दोस्त मुंबई निवासी राजू भाई बता कर मिलवाया गया था। ‘राजू भाई’ ने भंवरी को सीडी के बदले पैसे देने का विश्वास दिलाया था। इन तीनों को भी भंवरी पर विश्वास नहीं था इसलिए शहाबुद्दीन ने अपनी बोलेरो में वीडियो प्लेयर लगवाया था, ताकि सीडी चैक कर सके।



1 सितंबर, 8 घंटे और अपहरण का रूट



दोपहर 3:44 बजे : बिलाड़ा



4:01 बजे : बिलाड़ा गांव



शाम 5:24 बजे : अटपड़ा सोजत



5:37 बजे : देवली कलान



6:52 बजे : बीरावास



रात 8:22 बजे : भावी



8:45 बजे : विष्णु की ढाणी



8:4९ बजे : बैनण



9:20 बजे : रामड़ावास



9:24 बजे : खेड़ी सालवा



9:55 बजे : बुचेटी



10:13 बजे : मेलावास



10:43 बजे : नेवरा रोड



11:09 बजे : मथानिया



11:18 बजे : जुड़



11:31 बजे : मथानिया



12:11 बजे : मंडोर जोधपुर



109 गवाहों की सूची



आरोप पत्र में सीबीआई ने 109 गवाहों की सूची लगाई है। इनमें भंवरी का पति अमरचंद, गोपसिंह बरना, अभिषेक चौपड़ा, रेहाना, रोशन बानो, मदेरणा के निजी सचिव राणाराम विश्नोई, जोधपुर में एसबीबीजे में मैनेजर राजीव रंजन, पीडब्ल्यूडी आबूरोड के एक्सईएन बीएल बैरवा, एईएन आरएल बंसल, जोधपुर सर्किट हाउस का स्टाफ, कस्टम इंस्पेक्टर शिवचंद्र मिश्रा व सुरेश कुमार मेहता, सीएफएसएल और एफएसएल के वैज्ञानिक, ग्रामीण एएसपी हिम्मत अभिलाष टाक, बिलाड़ा एसएचओ भंवरलाल सीरवी, पीपाड़ एसएचओ इंद्रसिंह, फलौदी एसएचओ ओमप्रकाश उज्जवल और सीबीआई एसपी राकेश राठी के साथ सभी अधिकारियों के नाम शामिल हैं।



119 दस्तावेज लगाए



आरोप पत्र में सीबीआई ने 119 दस्तावेज लगाए हैं। इनमें गुमशुदगी, एफआईआर, इस्तगासा, बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका, भंवरी का सर्विस रिकॉर्ड, उसकी निजी फाइल, गाड़ियों की आरसी, एग्रीमेंट के स्टांप, सिम कार्ड के कागजात, फर्जी सिम खरीदने की एफआईआर, बोलेरो से बरामद बाल, आबूरोड से बरामद चेन-लॉकेट व रोशनबानो के घर से टी-शर्ट बरामदगी आदि के दस्तावेज शामिल हैं।



हर साल 1 लाख के जेवर खरीदती थी भंवरी



17 हजार रु. महीने की नौकरी करने वाली भंवरी हर साल करीब एक लाख रु. के जेवर खरीदती थी। सात साल से ऐसा चल रहा था। भंवरी बड़े लोगों से दोस्ती करती थी। मनचाही जगह पोस्टिंग करवा लेती थी।



मदेरणा शुक्रवार को ही बने नियम समिति के सदस्य



पूर्व मंत्री मदेरणा को शुक्रवार को विधानसभा की नियम समिति का सदस्य बनाया गया। वे कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से पहले ही निलंबित हैं, लेकिन पार्टी विधायक दल के सदस्य बने हुए हैं। इस बारे में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल कहते हैं जब मदेरणा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित हैं तो विधायक दल से उनकी सदस्यता भी स्वत: ही समाप्त हो जाती है।



सरकारी मुख्य सचेतक रघु शर्मा का कहना है कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही सचेतक का पद संभाला है। वैसे भी वे इस समय अपने निर्वाचन क्षेत्र में हैं और मदेरणा के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।



विधानसभा के कार्यवाहक सचिव कृष्ण मुरारी गुप्ता का कहना है कि मदेरणा को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किए जाने के संबंध में विधानसभा सचिवालय को शुक्रवार शाम तक कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई थी। यह सूचना विधायक दल की तरफ से आती है। इसलिए इस समय वे तकनीकी रूप से अभी कांग्रेस विधायक दल के ही सदस्य हैं।

पति-पत्नी और ‘वो’ के बीच यह द्वंद युद्ध देख रुक गया हर कदम!

अम्बाला सिटी.शुक्रवार सुबह पुलिस लाइन स्थित वूमन सेल में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था। जैसे ही वहां मौजूद चेतना ने अपने पति बलजिंद्र सिंह के साथ उसकी दूसरी बीवी मनप्रीत कौर को देखा तो वह फूट-फूट कर रोने लगी।

इससे पहले कि वूमन सेल की कर्मी हस्तक्षेप करती, दोनों पक्षों में नोकझोंक शुरू हो गई। देखते ही देखते दोनों पक्ष हाथापाई पर उतर आए और एक-दूसरे पर थप्पड़-मुक्कों की बौछार कर दी। मामला बिगड़ता देख बलदेव नगर थाने से पुलिस बुलाई जो दोनों पक्षों को अपने साथ ले गई।

चेतना के अनुसार, उसका अपने पति बलजिंद्र सिंह के साथ दहेज उत्पीड़न का केस कोर्ट में विचाराधीन है। बलजिंद्र ने उसे तलाक दिए बगैर कुछ माह पहले सोंटा गांव की मनप्रीत से शादी कर ली। चूंकि मनप्रीत नाबालिग है और उसके माता-पिता ने सबकुछ जानते हुए भी यह शादी कराई, इसलिए उसने करीब तीन महीने पहले इसकी शिकायत महिला सेल में की थी।



शुक्रवार को इसी शिकायत के सिलसिले में पुलिस ने दोनों पक्षों को बातचीत के लिए बुलाया था। शुक्रवार को जब बलजिंद्र अपनी दूसरी बीवी मनप्रीत के साथ सेल पहुंचा तो उसके साथ मनप्रीत के पिता हुकुम चंद व मां सरोज बाला भी थी।
चेतना के अनुसार, जब उसने पुलिस से बिना तलाक दिए दूसरी शादी और नाबालिग से विवाह रचाने के आरोप में बलजिंद्र के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की तो मनप्रीत कौर के माता-पिता हाथापाई करने लगे। उसी बीच बलजिंद्र मनप्रीत कौर के साथ पुलिस लाइन से खिसक गया। जब उसने पीछा करना चाहा तो मनप्रीत के माता-पिता ने उसका रास्ता रोक लिया। बात बढ़ती देखकर महिला सेल की कर्मचारियों ने बलदेव नगर थाने में फोन कर पुलिसकर्मी बुलवा लिए जो दोनों पक्षों को अपने साथ ले गए।
पुलिस ने सिटी सिविल अस्पताल में दोनों पक्षों का मेडिकल कराया तो पता चला कि हमले में चेतना को गुम चोटें आई जबकि मनप्रीत के पिता हुकुम चंद के सिर पर चोट लगी है। बलदेव नगर पुलिस जांच कर रही है।


लोगों के बीच अफरातफरी : जिस समय महिला सेल में दोनों पक्ष आपस में उलझ रहे थे, उस समय वहां कुछ अन्य लोग भी अपने केस की सुनवाई के लिए आए हुए थे। दोनों पक्षों के बीच हाथापाई देखकर उनमें से कुछ महिला सेल से भाग गए तो कुछ अंदर दुबक गए। महिलाएं भी बाहर निकल गईं।


कई बार बताया पर मदद नहीं कर रही पुलिस

चेतना ने कहा कि अभी तक उसका और बलजिंद्र का तलाक नहीं हुआ। दहेज का केस भी कोर्ट में विचाराधीन है। इसके बावजूद बलजिंद्र ने एक नाबालिग लड़की से दूसरी शादी कर ली। वह ये बात पुलिस को कई बार बता चुकी है लेकिन पुलिस कार्यवाही करने के बजाय जांच की बात कहती है। अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो आज बात इतनी आगे नहीं बढ़ती। पुलिस ने दहेज के मामले में भी उसकी मदद नहीं की।

बिना तलाक दूसरी शादी पर सात साल की सजा


एडवोकेट सुनील आनंद और शैलेंद्र शैली ने बताया कि कोई भी शख्स एक शादी के बाद तब तक दूसरी शादी नहीं कर सकता जब तक कोर्ट से उसका तलाक नहीं हो जाता। चाहे उनके बीच में दहेज उत्पीड़न का केस चल रहा हो या फिर उनका तलाक का केस कोर्ट में विचाराधीन हो।

अगर कोई शख्स तलाक लिए बगैर दूसर शादी कर लेता है तो उस पर आईपीसी की धारा 494 (शादीशुदा होते हुए दूसरी शादी करना।) के तहत केस दर्ज होता है। अगर कोर्ट में यह अपराध साबित हो जाता है तो संबंधित शख्स को सात साल तक की सजा हो सकती है। कोर्ट उस पर जुर्माना भी करती है। जुर्माने की रकम कितनी होगी, ये कोर्ट पर निर्भर करता है।

चेतना ने अपने पति के खिलाफ दूसरी शादी करने की लगभग तीन महीने पहले शिकायत सौंपी थी, जिस पर पुलिस जांच में जुटी है कि बलविंद्र की दूसरी पत्नी नाबालिग है या नहीं। जांच के लिए दोनों पक्षों को बुलाया गया था लेकिन यहां ये आपस में उलझ पड़े। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।
 रमेश शर्मा, सब इंस्पेक्टर, महिला सेल।

कोई सगी मां अपने बेटे के साथ कैसे ये कर सकती है?

जम्मू सिदड़ा चौकी अंतर्गत ऐथम निवासी एक युवक ने अपनी मां पर जहरीला पदार्थ देने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि उसे खिलाने का प्रयास किया गया था लेकिन गलती से उसे दो बकरियों ने खा लिया जिससे दोनों बकरियों की मौत हो गई। उसने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी है। पुलिस ने जब मामले का पता लगाने के लिए महिला को पूछना चाहा तो वह घर से फरार हो चुकी थी।



जानकारी के अनुसार कुलदीप सिंह पुत्र मुंशी सिंह निवासी ऐथम तथा उसकी मां शांति देवी में लंबे समय से भूमि विवाद चल रहा है। इस विवाद में कई बार मां-बेटे में झगड़ा भी हो चुका है। इसलिए कुलदीप अपनी मां से अलग अपने परिजनों के साथ दूसरी जगह पर रहता है। वीरवार को कुलदीप खेतों में काम कर रहा था। इस दौरान उसे घर से खाना आया। लेकिन कुलदीप खाना खाने से पहले कुलदीप किसी काम से वहां से चला गया। जब वापस आया तो उसने देखा कि उसकी दोनों बकरियां मृत पड़ी थीं। उनके पास खाना भी पड़ा हुआ था। उसने जब आगे पीछे पूछा तो पता चला कि जब वह बाहर गया था तो उस दौरान उसकी मां उसके खेत में आई थी। खेत के पास ही जानवरों को रखने के लिए जगह बनाई हुई थी। खाना भी वहीं पर रखा था जहां बकरियां थीं।



यह सुनकर उसे समझ आ गया कि उसकी मां ने खाने में जहर मिला दिया था। कुलदीप तुरंत पुलिस चौकी गया। पुलिस मौके पर पहुंची तो खाना तथा बर्तन गायब था लेकिन बकरियों के शव वहीं थे। कुलदीप के आरोपों के आधार पर पुलिस जब उसकी मां से पूछताछ करने उसके घर गई तो वह घर में नहीं मिली। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने दोनों बकरियों का पोस्टमार्टम भी करवाया ताकि मौत के कारणों का पता चल सके। चौकी प्रभारी सिदडा प्रहलाद सिंह का कहना है कि पुलिस के पास शिकायत आई है। मामले की जांच की जा रही है।

जालौर ..सिरोही-आबूरोड ...न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी



वितरिका में डूबने से मासूम की मौत

चितलवाना नर्मदा नहर की काछेला वितरिका में डूबने से एक मासूम की मौत हो गई। समाजसेवी रमेशकुमार जाणी ने बताया कि रतनपुरा के निकट से गुजर रही काछेला वितरिका के किनारे ढाई साल का एक बच्चा खेल रहा था। इस दौरान वह वितरिका में गिर गया और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार रतनपुरा ढाणी निवासी गोविंद कुमार पुत्र जयकिशन पंवार काछेला वितरिका के किनारे खेल रहा था और बच्चे के माता पिता पास ही स्थित खेत में कार्य कर रहे थे। खेलते-खेलते बच्चा अचानक वितरिका में गिर गया। पानी का बहाव तेज होने के कारण वह मासूम आधा किमी तक पानी में बह गया। बाद में राह चलते ग्रामीण ने उसे देख बाहर निकाला। इसके बाद परिजनों को सूचित कर सांचौर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

विवाहिता ने फंदा लगाकर की आत्महत्या

भीनमाल पारिवारिक कलह के चलते एक तीस वर्षीय विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार देलवाड़ा निवासी अंतरी (30) पत्नी जबरा राम हीरागर ने गुरूवार शाम करीब पांच बजे उसके रहवासी मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के दौरान मृतका का पति घर पर नहीं था। देवर मोबताराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।

दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज

रानीवाड़ा आदरवाड़ा निवासी एक विवाहिता ने दहेज को लेकर प्रताडि़त करने का मामला दर्ज करवाया है। आदरवाड़ा निवासी गोमती पुत्री सोमाराम मेघवाल ने अपने पति प्रतापाराम मेघवाल बाबूराम, रेखा, दिनेश, रंगु और लक्ष्मण सहित ससुराल पक्ष के अन्य लोगों के विरुद्ध न्यायालय में इस्तगासा पेश किया। जिसके बाद इसके आधार पर थाने में दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज किया गया।

दहेज प्रताडऩा का मुकदमा दर्ज

शिवगंज न्यायालय के आदेश पर शुक्रवार को पुलिस ने एक विवाहिता के परिवाद पर उसके पति सहित पांच व्यक्तियों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताडि़त कर घर से जबरन बेदखल करने का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि ग्राम केसरपुरा की गांधीनगर निवासी बीना देवी ने न्यायालय में इस आशय का परिवाद दायर करवाया कि उसके पति महेश कुमार कलावंत, कांति ओम प्रकाश, नत्था पत्नी दलाराम, दानाराम पुत्र वीराराम, सपना पुत्री ओम प्रकाश कलावंत निवासी सिरोही दहेज की मांग को लेकर उसे आए दिन प्रताडि़त करते थे। परिवाद में बताया कि दहेज की मांग पूरी नहीं कर पाने से उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।


सरूपगंज में मिला युवक का क्षत-विक्षत शव

सरूपगंज उड़वारिया स्थित खारा नाड़ी गोचर भूमि पर शुक्रवार को एक युवक का क्षत-विक्षत शव मिला। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार करवा दिया। थाना प्रभारी देवीदान बारहठ के अनुसार उड़वारिया निवासी कमलेश कुमार पुत्र रमेश लाल हीरागर ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि उड़वारिया के पास खारा नाड़ी गोचर भूमि में एक युवक की आठ-दस दिन पुरानी लाश पड़ी है।ग्रामीण शंकर लाल तथा अचला राम कलबी ने बताया कि जानवरों ने शव के कमर का ऊपरी हिस्सा नोंच दिया था। शव के पास काले रंग के प्लास्टिक के जूते, धारीदार शॉल रखी थी। युवक चौकोर डिजाइन की शर्ट व काला पैंट पहने हुए था। अंतिम संस्कार तक युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई।





हिंदी कथाकार शिवमूर्ति जैसलमेर देख हुए अभिभूत




हिंदी कथाकार शिवमूर्ति जैसलमेर देख हुए अभिभूत

जैसलमेर हिंदी के प्रसिद्ध कथाकार शिवमूर्ति अपनी निजी यात्रा पर जैसलमेर पहुंचे। जैसलमेर पहुंचकर उन्होंने यहां के ऐतिहासिक महत्व के क्षेत्रों का भ्रमण किया। डॉ. आईदानसिंह भाटी ने बताया कि शिवमूर्ति की कहानियों पर त्रिया चरितर, भरत नाट्यम व कसाईबाड़ नामक फिल्में भी बन चुकी है। वर्तमान में उनके उपन्यास तर्पण पर आधारित फिल्म निर्माणाधीन है। उन्होंने बताया कि शिवमूर्ति की कथाएं हिंदी साहित्य की निधि है। जैसलमेर पहुंचने के बाद शिवमूर्ति ने राजस्थानी साहित्कार आईदानसिंह भाटी, ओम भाटिया तथा राघवेन्द्र से मुलाकात की तथा राजस्थानी साहित्य पर विचार विमर्श किया।

त्रिमूर्ति ने द थार हेरिटेज म्यूजियम के संग्रह का अवलोकन किया तथा यहां संकलित प्राचीन वस्तुओं का अवलोकन किया। संग्रहालय के संस्थापक लक्ष्मीनारायण खत्री ने बताया कि जैसलमेर की सांस्कृतिक यात्रा पर आए शिवमूर्ति जैसलमेर भ्रमण के पश्चात रामदेवरा जाएंगे।

जेेईएन व एईएन को पानी चोरों ने बंदी बनाया


जेेईएन व एईएन को पानी चोरों ने बंदी बनाया


गत दो दिनों में दो बार हुई ऐसी वारदातों को लेकर नहरी इंजीनियरों में दहशत का माहौल

जैसलमेर  दो जेईएन व एक एईएन को बंदी बनाकर पानी चोरी करने के मामले को लेकर नहरी कर्मचारियों व अधिकारियों में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है। इन वारदातों को देखते हुए राजस्थान कौंसिल ऑफ डिप्लोमा इंजीनियर्स ने जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार 30 नवंबर की रात्रि में जेजेडब्ल्यू की टेल के पास कनिष्ठ अभियंता भाकरसिंह को तथा 1 दिसम्बर को सहायक अभियंता केसी गौड़ व कनिष्ठ अभियंता रूपसिंह को भू माफियाओं व अवैध काश्तकारों ने बंदी बनाकर पानी की चोरी की।

इस मामले को लेकर संभाग अध्यक्ष हापूदास वैष्णव ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजकर नहरी पानी रेगुलेशन के लिए लगाए गए इंजीनियर्स व कर्मचारियों की सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में ऐसे हालात हैं कि नहरी पानी की चोरी के साथ साथ इंजीनियर्स व कर्मचारियों को अपनी जान बचना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि इंजीनियर्स व कर्मचारियों द्वारा उच्च अधिकारियों व प्रशासन से सुरक्षा की गुहार करने पर भी उचित सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। वैष्णव ने ज्ञापन में बताया कि पानी रेगुलेशन के समय विशेष पुलिस दल द्वारा चाक चौबंद गश्त राउंड दी क्लॉक लगाई जाना सुनिश्चित किया जाए व पूर्ण सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। आगे के रेगुलेशन के समय इंजीनियर्स व स्टाफ की टीम को तभी भेजा जाए जब उनकी पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था की जाए अन्यथा भूमाफियों के दखल के कारण इंजीनियर्स की सुचारू रेगुलेशन की जिम्मेवारी नहीं होगी।

अवैध काश्तकारों का दबदबा : जानकारी के अनुसार जिले में नहर के पानी से पिछले 17-18 वर्षों से खेती हो रही है, काश्तकार वैध एवं अवैध दोनों तरह से खेती करते आए हैं। इन अवैध काश्तकारों का गिरोह है, इनके द्वारा पानी की चोरी साइफन लगाकर, मोगे बड़े करके, हैड के गेट जोर जबरदस्ती खोलकर व इंजीनियर्स और कर्मचारियों को डरा धमका कर बंदी बनाकर की जा रही है। नहर विभाग के सूत्रों के अनुसार नहरी क्षेत्र में अवैध काश्तकारों का दबदबा है। ये काश्तकार उपनिवेशन भूमि पर अवैध रूप से खेती करके चांदी कूट रहे हैं वहीं ऐसे कई मुरबें जिनके मालिक बाहर रहते हैं, उन मुरबों पर भी अवैध रूप से खेती करते आ रहे हैं। ऐसी भूमि पर रेगुलेशन नहीं होने के कारण ये अवैध काश्तकार जोर जबरदस्ती से पानी मुरबों तक ले जाते हैं।

कई किसान रह जाते हैं वंचित : प्रभावशाली किसानों द्वारा जोर जबरदस्ती से पानी लेने, साइफन लगाकर पानी चोरी करने व मोगे बड़े कर पानी लेने की वजह से नहरी क्षेत्र के कई किसान सिंचाई के पानी से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में इन किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है। एक तो नहर में पहले से पानी की कमी रहती है ऊपर से इनकी बारियां कट जाती है।

नहर टूटने का भी भय :नहरी अभियंताओं के अनुसार प्रभावशाली किसान पानी चोरी करने के साथ साथ कई बार हेड के गेट भी खोल देते हैं। ऐसे में उन्हें जानकारी नहीं होती है कि किस माइनर की क्षमता कितनी है, जिससे माइनर व नहर टूटने का भी भय बना रहता है। ऐसा होने पर भारी नुकसान हो सकता है और नहरी क्षेत्र में बाढ़ के हालात भी पैदा हो सकते हैं।

अग्रिम जमानत याचिका खारिज

अग्रिम जमानत याचिका खारिज 

बाड़मेर ग्राम पंचायत कवास की सरपंच राजकुमारी व उसके पति रमेश गोलिया की अग्रिम जमानत याचिका अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश चंद्रशेखर शर्मा ने गुरुवार को खारिज कर दी। जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद भी सरपंच व सरपंच पति की गिरफ्तारी नहीं करने पर एडवोकेट सुनिल बीएल रामावत ने पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया। एडवोकेट रामावत ने बताया कि कवास सरपंच राजकुमारी व सरपंच पति रमेश गोलिया ने वर्ष 2010 में बिना पौधरोपण व खेल मैदान बनाए सरकारी राशि हड़प ली थी। सूचना के अधिकार के तहत आरटीआई कार्यकर्ता महेंद्रसिंह पुत्र कुंभाराम चौधरी निवासी कवास ने जानकारी लेकर कवास थाने में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि घोटाले के सबूत होने के बावजूद इस मामले में पुलिस ने एफआर पेश कर दी। इस पर न्यायालय की शरण ली तो न्यायालय ने प्रसंज्ञान लेकर आरोपियों को गिरफ्तारी वारंट से तलब किया। इसके बावजूद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अभियुक्त गण आज भी पंचायत का कार्य सुचारू रूप से कर रहे हैं। इधर मुल्जिमान ने अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश बाड़मेर के समक्ष अग्रिम जमानत का प्रार्थना पत्र पेश करवाया। परिवादी के वकील सुनिल बीएल रामावत व भवानीसिंह चौधरी ने तर्क प्रस्तुत किए, जिस पर न्यायाधीश ने 1दिसंबर2011 को अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके उपरांत पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जिससे स्पष्ट होता है कि इन लोगों से पुलिस की मिलीभगत है।

एड्स संक्रमित 61 बच्चों को स्कूलों से निकाला गया

नयी दिल्ली। बच्चों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव रोकने के लिये सीबीएसई के परामर्श के बावजूद, वर्ष 2008 से अब तक देश के सात राज्यों से 61 एचआईवी संक्रमित बच्चों को उनके स्कूल से निकाल दिया गया। मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डी. पुरंदेश्वरी ने राष्‍ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के आंकड़ों के हवाले से बताया कि वर्ष 2008, 2009, 2010 और मौजूदा वर्ष में आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 61 एचआईवी संक्रमित बच्चों को विभिन्न कारणों के चलते स्कूलों से निकाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में ऐसे 27, गुजरात में चार, हरियाणा में नौ, केरल में चार, महाराष्ट्र में एक, उत्तर प्रदेश में तीन और पश्चिम बंगाल में ऐसे 13 मामले पाए गये। पुरंदेश्वरी ने मनोहर जोशी के सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एचआईवी संक्रमित बच्चों के साथ भेदभाव रोकने के मकसद से एक स्वस्थ वातावरण तैयार करने के लिये खुद से संबद्ध स्कूलों को परामर्श जारी किया है।

उन्होंने बताया कि राष्‍ट्रीय एड्स नियंत्रण संस्थान और राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटियां भी अपने-अपने राज्य और जिलों की इकाइयों की मदद से स्कूलों के प्रधानाचार्य और शिक्षकों सहित सभी संबंधित लोगों के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

बाड़मेर .....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी

जीप पलटने से एक की मौत, दो घायल

बाड़मेर। निकटवर्ती गांव हरसाणी फांटा में शुक्रवार दिन में एक जीप पलटने से एक युवक की मौत हो गई और दो जने घायल हो गए। उक्त जीप तेल उत्खनन क्षेत्र भाग्यम् क्षेत्र में एक निजी कम्पनी में लगी हुई थी। दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मजदूरों ने काम बंद कर दिया और मुआवजे की मांग करने लगे। पूरे दिन हुई वार्ता के बाद मृतक के परिजनों को बीस लाख रूपए का मुआवजा देने पर समझौता हुआ।

पुलिस ने बताया कि धर्मसिंह पुत्र इन्द्रसिंह निवासी महाबार ने मामला दर्ज करवाया कि उनका रिश्तेदार पन्नेसिंह पुत्र प्रतापसिंह व दो अन्य हरसाणी फांटा के पास जीप से जा रहे थे। बीच सड़क में गाय आ जाने से उसको बचाने के चक्कर में जीप पलट गई, जिससे पन्नेसिंह की मौत हो गई। देवेन्द्र पुत्र बालाराम तथा शैलेन्द्र कुमार पुत्र छोटेसिंह घायल हो गए।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरम्भ की है। इधर निजी कम्पनी आर्टसन में उक्त जीप लगी हुई थी, वहां सूचना पहुंचने पर मजदूरों व वाहन चालकों ने काम बंद कर दिया। मजदूरों की ओर से रामसिंह बोथिया और तनसिंह चौहान ने कंपनी अधिकारियों से वार्ता की और मुआवजे की मांग की। इस दौरान भाग्यम् क्षेत्र में कार्य बंद रहा। मृतक के आश्रितों को बीस लाख की सहायता देने के आश्वासन के बाद समझौता हुआ


दो जनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा

बाड़मेर। रामसर थाने में शांति भंग व जान से मारने की धमकी के आरोप में दो जनों को पुलिस ने उपखण्ड न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

पुलिस ने बताया कि मोहेब खां पुत्र एलियास ने मामला दर्ज करवाया कि सकूर पुत्र जैसा और सुमार पुत्र आमेर निवासी गगरिया ने रामसर बाजार में उसके साथ धक्का मुक्की और गाली गलोच की। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर रामसर उपखण्ड अधिकारी के समक्ष पेश किया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।