रविवार, 6 नवंबर 2011

इस 'हसीना' के कारनामे पढ़कर हक्के बक्के रह जाएंगे आप



पटना.समाज के बदलते परिवेश की रुप रेखा शनिवार को पटना जंक्शन पर देखी गई। जमशेदपुर का रहने वाला 12 वीं का छात्र बुर्का पहने हुए पटना के दसवीं के लड़के साथ पकड़ा गया। एक यात्री को शक होने पर पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस दोनों को पकड़ कोतवाली ले आई।



पूछताछ में पता चला कि जमशेदपुर के आंध्रा एसोसिएशन इंग्लिश स्कूल में 12 वीं का छात्र रहमान(बदला हुआ नाम) पटना के शिवम कान्वेंट में पढ़ने वाले 10वीं के छात्र मो. रज्जाक(बदला हुआ नाम) से सना नाम की लड़की बनकर बात करता था। रज्जाक इस बात से अनजान था, कि वह एक लड़के से बात कर रहा है। दोनों की मुलाकात जमशेदपुर में एक शादी के दौरान हुई थी। उस समय से दोनों दोस्त बन गए थे। सिटी एसपी सेंट्रल शिवदीप लांडे ने बताया कि दोनों लड़के भटक गए हैं। उन्हें सुधारने की आवश्यकता है।



उधर रहमान ने बताया कि वह शनिवार को जमशेदपुर से पटना इसलिए आया था कि वह रज्जाक को सच्चाई बता सके। लेकिन उसने बुर्का क्यों पहना इसका जबाव उसके पास नहीं है। रहमान ने शनिवार की शाम जमशेदपुर जाने के लिए राजधानी बस से टिकट भी ले लिया था। हालांकि टिकट उसने शहबाज के नाम से लिया था। रहमान के पिता टेल्को में कार्यरत हैं।

पत्नी से बात कर फांसी पर झूल गया सैन्य अधिकारी!

जोधपुर.सेना की जोधपुर स्थित सिग्नल रेजीमेंट के नायब सूबेदार जयकुमार ने उदयपुर के सैन्य इलाके में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वे वहां तीन दिन पूर्व ही गेम्स प्रैक्टिस के लिए गए थे और आत्महत्या से पहले अपनी पत्नी से मोबाइल फोन पर बात की थी।

इधर जयकुमार की आत्महत्या को संदिग्ध मान सेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। सिग्नल रेजीमेंट के जूनियर कमीशन प्राप्त अधिकारी केरल निवासी जयकुमार तीन दिन पूर्व खेलकूद प्रतियोगिता की तैयारियों के लिए उदयपुर गए थे। वे सैन्य छावनी में ही ठहरे हुए थे। वहां शुक्रवार शाम सात बजे उन्होंने अपनी पत्नी से मोबाइल पर बात की।

बाद में दुबारा पत्नी ने फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला। इस पर पत्नी ने उनके एक साथी को फोन कर जयकुमार के फोन नहीं उठाने के बारे में पूछा। जब साथी ने उनके कमरे में जाकर देखा तो जयकुमार खिड़की के हुक में लगे फंदे पर झूलते पाए गए।

इस पर वहां मौजूद लोगों ने गले से फंदा निकाला और अस्पताल ले गए। वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस बारे में सूचना मिलने पर जयकुमार की पत्नी भी आज सुबह उदयपुर पहुंच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जयकुमार शुगर की बीमारी से पीड़ित थे और इस वजह से काफी परेशान थे, मगर पत्नी ने संदेह जताया है कि कहीं किसी ने उनकी हत्या कर शव खिड़की के हुक पर लटका दिया है।

सेना के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि आखिर खिड़की के हुक से उन्होंने किस तरह फंदा लगाकर आत्महत्या की और आत्महत्या की वजह क्या रही?

कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के आदेश

"सेना ने जय कुमार के आत्महत्या मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए है।"

एस डी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता

पांच युवतियां के साथ कार में दो युवक, पुलिस ने गिरफ्तार किया तो...!

अजमेर/जेठाना.मांगलियावास थाना क्षेत्र में शनिवार को ब्यावर रोड पर पुलिस ने नाकाबंदी कर शक के आधार पर कार में दो युवकों के साथ पांच युवतियों को पकड़ा है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।

प्रारंभिक तौर पर युवतियों ने बताया कि वे डांस ग्रुप की सदस्य हैं और जोधपुर निवासी युवक के साथ कार्यक्रम में डांस करने जा रही है। पुलिस ने युवक और युवतियों से अलग-अलग पूछताछ की है, इनके बयान विरोधाभासी पाए गए हैं।

अजमेर से ब्यावर जा रहे एसपी राजेश मीणा ने भी मांगलियावास थाने में संदिग्ध युवक-युवतियों से पूछताछ की। श्रीनगर थाना प्रभारी सुशीला बिश्नोई, मांगलियावास थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने भी संदिग्धों से पूछताछ की। इनके खिलाफ धारा 109 के तहत कार्रवाई की गई है।


पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि टवेरा कार में युवक के साथ युवतियां संदिग्ध हालत में हाइवे पर ब्यावर की तरफ जा रही हैं। सूचना पर नाकाबंदी कर कार रुकवाई गई। कार संख्या आरजे 01-टी-1413 में सवार यूआइटी कालोनी वैशालीनगर निवासी दिनेश पुत्र साजनदास और उसकी पत्नी मीनाक्षी, सुल्तानपुरी नई दिल्ली की मूल निवासी हाल कृष्णा कालोनी खुशी पुत्री मदनलाल, मुस्कान उर्फ डोली पुत्री राकेश कोली, बिहारी गंज निवासी संगीता उर्फ सोनी पुत्री गोपाल शर्मा, जोधपुर निवासी टोनी उर्फ अविनाश पुत्र राजेन्द्र और लाखन कोटड़ी निवासी प्रिया उर्फ मुस्कान पत्नी कुलदीप को मांगलियावास थाने लाया गया।

पुलिस को इनके बयान पर एतबार नहीं है। देर रात तक इनसे पूछताछ जारी थी। इनके नाम-पतों की तस्दीक की जा रही थी। पुलिस को शक है कि डांस पार्टी की आड़ में यह लोग अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं।

3 मंत्रियों,3 आईएएस अफसरों से हैं भंवरी के रिश्ते!

जोधपुर.करीब दो माह के अनुसंधान एवं चर्चाओं से यह साफ हो रहा है कि पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के अलावा तीन और मंत्रियों, तीन आईएएस अधिकारियों, परसराम विश्नोई सहित कांग्रेस के दो पूर्व पदाधिकारियों तथा दो पूर्व विधायकों का भंवरी से संबंध रहा है।

हालांकि, सीबीआई सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। यह अलग बात है कि अब अनुसंधान इसी ओर बढ़ रहा है कि भंवरी को फाइनेंस करने वाले बड़े लोग कौन थे और एएनएम के अपहरण में उनकी क्या भूमिका रही?

पुलिस और सीबीआई के अनुसंधान में यह सामने आ चुका है कि मलखान, महिपाल, परसराम विश्नोई, पूर्व उपजिला प्रमुख सहीराम विश्नोई, मलखान की बहन इन्द्रा विश्नोई, ठेकेदार सोहनलाल, बिलाड़ा प्रधान कुसुम और शहाबुद्दीन का भंवरी से नजदीकी रिश्ता रहा है।



एएनएम से रिश्ता रखने वालों में तीन आईएएस अफसर, दो और मंत्रियों, कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी और दो पूर्व विधायकों के नाम भी चर्चा में हैं, लेकिन ये हैं कौन? इसके बारे में न पुलिस ने आज तक खुलासा किया न ही अब सीबीआई कर रही है।



चर्चा यह भी है कि भंवरी को गायब करवाने में किसी बड़े नेता का तो हाथ नहीं है। संदेह की सुई इस वजह से भी इन बड़े लोगों की तरफ है कि अब तक भंवरी से जुड़े तीन ऑडियो बाहर आए हैं जिनमें साफ लग रहा है कि भंवरी की महत्वाकांक्षा बहुत बढ़ गई थी। इनमें एक जगह यह बात सामने आई है कि नई दिल्ली की एक पार्टी से भंवरी व सोहनलाल को सात करोड़ रुपए मिलने वाले थे?

सीबीआई के साथ सब जानना चाहते हैं कि ये पैसे दे कौन रहा था और क्यों? यह साफ है कि इतनी बड़ी रकम देने वाला कोई साधारण आदमी नहीं हो सकता।



भंवरी को कौन-कौन करता रहा फाइनेंस



एएनएम की नौकरी और करोड़ों की चल-अचल संपत्ति, बोरुंदा में आलीशान मकान। अजमेर में 70 लाख की कीमत का भूखंड। दो कार और जोधपुर में प्रोपर्टी। सीबीआई अब इसकी पड़ताल कर रही है कि आखिर एएनएम भंवरी देवी के पास इतनी संपत्ति आई कैसे? उसे फाइनेंस करने वालों में कौन-कौन बड़े लोग शामिल रहे हैं? अथवा इसके स्रोत क्या है?



इसकी तहकीकात के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि भंवरी से ताल्लुकात रखने वाले किसी नेता का ही साथ उसे गायब करने में तो नहीं है। इसके लिए जोधपुर एवं अजमेर में भंवरी की संपत्ति के बारे में पूरी छानबीन की जा रही है।

इंद्रा, भंवरी, और सहीराम का एक और टेप - 'लीला को पता चला तो साहब को ...



जोधपुर.एक और ऑडियो टेप बाजार में है। इसमें लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा ने अपने परिचित अमित विश्नोई के मोबाइल से भंवरी को फोन किया। बात शुरू होने के कुछ ही देर में भंवरी के दूसरे मोबाइल पर सहीराम की कॉल आ गई।

भंवरी ने इंद्रा का फोन चालू छोड़कर सहीराम से बात शुरू कर दी। चूंकि, इंद्रा, भंवरी का फोन टेप हो रहा था, इस कारण इस टेप में सहीराम से बात शुरू होने के बाद केवल भंवरी की आवाज है। इसमें सुनील गूजर का नाम भी है, जिसे सोहनलाल द्वारा सीडी बेचने की बात कही जा रही है। भंवरी कहती है- लीला (मदेरणा की पत्नी) तक यह बात पहुंची तो वह साहब को गला दबाकर मार देगी।

बातचीत हूबहू

इंद्रा: हैलो।

भंवरी: हां, इंद्रा बोल। इंद्रा: खाती बैठा था, हिसाब कर रही थीं। एसी की खिड़कियां टूट गई थीं।

भंवरी: एक मिनट इंद्रा, सहीराम का फोन आ रहा है।

इंद्रा: किसका?

भंवरी: तू सुन। सहीराम का फोन है।

इंद्रा: हां।

भंवरी: हैलो। अरे सहीराम जी, कहां हो। सुबह से फोन लगा रही हूं।

...तुम्हारे पीछे-पीछे मुझे भी बुखार आ गया, उठना नहीं हो रहा है।

....टेस्ट कल कराऊंगी, अभी तो दिमाग खराब हो रहा है। साहब (महिपाल मदेरणा) से बात हुई तुम्हारी?

....यार, लेट हो गया हो तो मुझे दोष मत देना, मैं साफ बात कह रही हूं।

...तुम मेरी बात समझाओ कि भंवरी इतनी जिद कर रही है तो कोई न कोई बात है। तब इतनी जिद कर रही हूं।

...नहीं तुम जाकर आओ, मेरी बात करा देना। मैं साहब को पूरी बात बता दूंगी। 5-7 दिन में सोहन क्या मामला करने वाला है। वह पूरा गेम खेल जाएगा। वह पैसा ला चुका है अगली पार्टी से और यह आदमी 7 दिन में गेम खेल जाएगा, साहब को टीवी पर दिखा देगा।

...बाद में तुम जानो और तुम्हारा काम जाने। मेरी चीज मेरे पास पड़ी है। तुम मेरी चीज की कुछ कह न सकोगे कि यह मैने आउट की है क्योंकि मेरी चीज मेरे पास अब भी पड़ी है।

...इंद्रा (बीच में): वो (सोहन) तो चुरा कर ले गया था।

भंवरी: सोहन के पास है तो सही। यह मना नहीं करतीं, मगर उसके पास डुप्लीकेट है। इतना ही फर्क है।

...सोहन के पास है सहीराम जी, इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन उसके पास ओरिजनल नहीं है।

...वह अनपढ़ है, उसे क्या पता, ओरिजनल क्या है और ये क्या है? अगर उसे पता होता तो वह दिल्ली बेच कर कैसे आता, वह दिल्ली देकर आ चुका है।

...सुनील गूजर के पास जो कैसेट गई है वह सोहन बेच कर आया है। पैसों का मुझे पता नहीं है, लेकिन यह बात लाखों से बाहर गई है।

...यह बात साहब को पता है, साहब ने जिस दिन फोन किया उससे एक दिन पहले की बात है।

....साहब महिपाल जी ने जब मुझे कहा कि भंवरी यह कैसेट आउट हुई है, उससे एक दिन पहले ये मामला हो चुका है।

....मतलब मुकाम की मीटिंग 29 को थी न? ....28, 29, 30 की है न। यह बात है 26 और 25 तारीख के बीच की। 25 व 26 को यह गेम खेला और 27 को साहब को पता चला।

....आई समझ में। इसलिए साहब को कहा बचाव करना हो तो कर लो। और नहीं करो तो मुझे दोष मत देना। मैं मेरी तरफ से पूरा सहयोग कर चुकी हूं तुम्हें। मैंने हर चीज तुम्हें कह दी, मैं बयान लिख दूं। सब कर दूं। इससे ज्यादा क्या मेरी जान लोगे?

....इतना करते हुए भी यदि साहब ध्यान नहीं दें तो कल लीला जी (मदेरणा की पत्नी) तक यह बात पहुंच गई तो साहब को वह यूं ही मार देगी, गला दबा कर।

...क्या बताऊं। आपको ध्यान ही है। इसलिए तुमसे हाथा-जोड़ी करती हूं कि किसी तरह साहब से मेरी बात करा दो। अरजेंट से अरजेंट। नहीं तो साहब फंस जाएंगे। सात दिन के भीतर यह टीवी पर आ जाएगी।

...यार ये मुझे पता नहीं, ये सीडी उसने बिलाड़ा में कहीं बनवाई है। बिलाड़ा में मेरी जान पहचान नहीं है, वह मेरा रूट नहीं है।

.....नहीं-नहीं। सरदारपुरा में मैंने कोई सीडी नहीं बनाई। सरदारपुरा वाला कैसेट बनाना जानता ही नहीं, वह तो वीडियो शूटिंग की दुकान चलाता है। वह तो इतना डरपोक आदमी है, उसने हाथ जोड़ दिया कि यह मेरे बस की बात नहीं है। उसने तो साफ मना कर दिया।

.....साथ तो मेरे गया था, वह तो एलबम बनाता है। वह वीडियो रिकॉर्डिग नहीं करता, वह एलबम बनाता है जिसके साथ मैं 15 साल से काम करती हूं। आई समझ में।

....वह (सोहन) डुप्लीकेट कैसेट बनाने उसके पास जरूर गया होगा, मगर उसने कह दिया कि वह यह काम नहीं करता है। उसने कह दिया कि भाई साहब इतने बड़े आदमी से पंगा मैं नहीं ले सकता। उसने साफ कहा जाटों से कौन पंगा ले, मुझे मेरे बच्चे पालने हैं। मेरे सामने की बात है। .....बाद में उस आदमी (वीडियो एडिटर) ने मुझे फोन किया। भंवरी जी उस आदमी (सोहन) से सावधान रहना, वह नीच निकलेगा। और वही हुई। .....वह आदमी(वीडियो एडिटर) जिससे यह बात हुई न आउट करने की। तब मुझे शक हुआ। मैंने उससे पूछा कि वह आदमी (सोहन) तुझसे वापस आकर मिला क्या? तो उसने (वीडियो एडिटर) कहा कि भंवरी जी पहली बात मैं जाटों से पंगा नहीं ले सकता और दूसरी बात वह आदमी (सोहन) मुझे उसी दिन संदिग्ध लगा, बताना भी चाहता था कि इस आदमी का भरोसा मत करना। .. (सोहन व भंवरी की इतनी बातचीत के बीच इंद्रा वाला मोबाइल कट जाता है।)

शनिवार, 5 नवंबर 2011

महंगाई के विरोध में सड़कों पर उतरी छात्राएं



जोधपुर। पेट्रोल के बढ़ते दाम से परेशान छात्राएं शनिवार को केंद्र सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरी। उन्होंने केएन कॉलेज के मुख्यद्वार पर प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह का पुतला जला कर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि सरकार ने पेट्रोल के भाव वापस नहीं लिए तो बढ़ती महंगाई का जनता जवाब मांगेगी।

केएन कॉलेज के मुख्यद्वार पर स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले छात्राएं शनिवार दोपहर एकत्र हुई। उन्होंने पेट्रोल के बढ़ते हुए दाम पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की। इस अवसर पर एसएफआई की केएन कॉलेज इकाई अध्यक्ष हेम कंवर व सचिव निक्की सोनी ने आरोप लगाया कि वर्तमान केंद्र सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार व महंगाई बहुत बढ़ गई है। छात्राओं ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पुतले की शवयात्रा निकाली तथा इसके बाद नारेबाजी करते हुए पुतले का दहन कर दिया।

यूपी में ससुर ने दामाद को गोलियों से भूना

बुलन्दशहर।। जनपद बुलन्दशहर के खुर्जा नगर से सटे मुंडाखेड़ा गांव में एक ससुर ने अपने दामाद की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने ससुर को पकड़कर जेल भेज दिया है।

एसएसपी आर. के. एस. राठौर ने बताया कि दस साल पहले मुंडाखेड़ा गांव के गंगा सरन की बेटी की शादी मुकुंद राम के साथ हुई थी। शादी के बाद दामाद सुसराल में ही रहने लगा था। शादी के चार साल बाद गंगा सरन की बेटी का देहांत हो गया लेकिन उसका दामाद ससुराल में ही रहता था।

उन्होंने बताया कि सुसर के नाम पर 16 बीघा जमीन थी जिसको लेकर दोनों में झगड़ा हुआ जिस पर ससुर गंगा सरन उर्फ काले ने अपने दामाद को गोलियों से भून दिया। पुलिस ने ससुर को पकड़कर जेल भेज दिया है।

बेटी से रेप में सौतेला बाप गिरफ्तार

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नेब सराय  साउथ दिल्ली के नेब सराय थाना इलाके में बाप ने अपनी 12 साल की नाबालिग बेटी के साथ दो बार रेप किया। लड़की ने यह बात अपनी मां को बताई। मां ने पुलिस में शिकायत की। वह उसका सौतेला बाप था। पुलिस ने शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी व्यक्ति दिल्ली जल बोर्ड के महारौली स्थित ऑफिस में स्वीपर है। पुलिस ने बताया कि घटना करीब एक साल पुरानी है, लेकिन लड़की ने अब जाकर अपनी मां को आपबीती बताई।

पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी व्यक्ति की दो पत्नियां हैं। पहली पत्नी संगम विहार में रहती है और उसके तीन बच्चे हैं। दूसरी पत्नी देवली में रहती है। उसके चार बच्चे हैं। 12 साल की पीड़ित लड़की दूसरी पत्नी की संतान है।

नेत्रहीनों ने किया नेत्रहीन के साथ बलात्कार

कल्याण   अपनी बीबी को जिस दोस्त के भरोसे छोड़कर नेत्रहीनशिवनाथ गांव गया था , उसी दोस्त ने उसकी नेत्रहीनबीबी शिल्पा ( बदला नाम ) की अस्मत को तार - तारकर दिया। मानवता को शर्मसार करती यह घटनाअंबरनाथ की है। हैरानी की बात तो यह है कि दुष्कर्म कीइस घटना में शामिल दोनों आरोपी भी नेत्रहीन हैं।

दरअसल , शिवनाथ ने गांव जाते समय शिल्पा का ध्यानरखने की जिम्मेदारी अपने चेन बेचने वाले दोस्त अशोकयादव और महेश यादव को दी थी , ताकि उसकी बीबी कोकोई दिक्कत ना हो। पुलिस के अनुसार , 27 अक्टूबर कीशाम महेश ने सिम कार्ड ऐक्टिवेट कराने के बहाने शिल्पाको बुलाया और अपने दोस्त अशोक के साथ मिलकरशिल्पा का बलात्कार किया। गुरुवार को जब शिवनाथगांव से वापस आया , तो शिल्पा ने उसे आपबीती सुनाई। इसके बाद दोनों ने कोलसेवाड़ी थाना जाकर अशोकऔर महेश के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।

19 बरस पहले भी एक भंवरी के साथ हुआ था गैंग रेप, आज भी लड़ रही है न्याय के लिए

19 बरस पहले भी एक भंवरी के साथ हुआ था गैंग रेप, 

आज भी लड़ रही है न्याय के लिए
जयपुर. भंवरी देवी के कारण आज पूरी राजस्थान सरकार मुसीबत में है तो बरसों पहले एक और भंवरी देवी के कारण राजस्थान सरकार की पूरी दुनिया में बदनामी हो चुकी है। यह भंवरी देवी आज भी न्याय के लिए लड़ रही हैं।

19 साल पहले खुद पर हुए जुल्म के लिए भले ही भंवरी देवी को न्याय नहीं मिला हो, लेकिन वह लोगों को न्याय दिलाने के लिए लगातार लड़ रही हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर से 52 किलोमीटर दूर भटेरी गांव की भंवरी देवी के साथ 22 सितंबर 1992 को गांव के ही गुर्जरों ने सामूहिक बलात्कार किया। लेकिन आज तक उसे अंतिम इंसाफ नहीं मिल पाया। जबकि पांच आरोपियों में से तीन की मौत हो चुकी है।


भंवरी कहती हैं, ‘भले ही कितने साल बीत गए हों, लेकिन मैं अंतिम सांस तक लड़ती रहूंगी। मैं नहीं चाहती हूं कि अब और कोई महिला मेरी तरह न्याय के इंतजार में भटके। मैं तो बस इतना चाहती हूं इस तरह की दुर्घटना से आहत स्त्री को तुरंत न्याय मिले। सरकार कानून तो बहुत बनाती हे लेकिन उसका पालन भी करे। यदि पालन नहीं कर सकती, तो उसे कानून बनाना बंद कर देना चाहिए।’


भंवरी का बड़ा बेटा कई साल पहले अपनी पत्नी के साथ गांव छोड़कर चला गया, क्योंकि उसे लगता था कि उसकी मां की वजह से उसकी बदनामी हो रही है। बचे हुए परिवार की चिंता करते हुए वह कहती हैं, ‘मुझे और मेरे परिवार को हमेशा खतरा बना रहता है।’ दरअसल गांव के लोग कभी उसे, तो कभी उसके बेटे बहू को तंग करते रहते हैं। ऐसे में उसे समझ में नहीं आ रहा है कि वह जाए तो जाए कहां?


बॉलीवुड में भले ही उसे लेकर बवंडर जैसी फिल्म बन गई हो, लेकिन उसकी जिंदगी का बवंडर आज भी नहीं थमा है। फिल्म बनाने के दौरान नंदिता दास और फिल्म के निर्देशक जगमोहन मूंदड़ा उसके गांव भी गए थे। दोनों ने उसे अपनी बहन मानकर हमेशा मदद का वादा किया था, लेकिन फिल्म बनने के बाद कभी किसी ने उसकी जिंदगी में पलटकर नहीं देखा। भंवरी कहती हैं कि नंदिता ने मुझे बहन माना था। कहा था कि आगे हमेशा मिलती रहूंगी लेकिन आज तक दर्शन नहीं दिए और ना ही कभी कोई मदद ही की।


खुद पर बनी फिल्म को भी भंवरी नहीं देख पाईं। वह कहती हैं कि थोड़ी देर की फिल्म देखी फिर दिमाग खराब हो गया। फिल्म तो बन गई लेकिन कोई बदलाव नहीं आया।


विदेश से आई मदद



भंवरी की जिंदगी पर बनी फिल्म देखने के बाद दुनियाभर की महिलाओं ने उसकी मदद की थी। लंदन की औरतों ने दो लाख रुपए भेजे थे, तो चीन में यूनाईटेड नेशन की फोर्थ वर्ल्ड कांफ्रेस ऑन वुमेन में उसे बुलाया गया था। इसी प्रकार १९९४ में नीरजा भनोट मेमोरियल अवार्ड से भी उसे सम्मानित किया गया।


मिसाल बन चुकी हैं



भंवरी आज न सिर्फ अपने गांव की बल्कि पूरी दुनिया की औरतों के लिए एक मिसाल हैं। अपने गांव में उन्होंने न सिर्फ बाल विवाह जैसी कुरीतियों को बंद करवाया बल्कि लगातार कई मोर्चो पर आज भी लड़ रही हैं। भंवरी का कहना है कि अब उनके गांव में बाल विवाह नहीं होता है। गांव में कोई भ्रूण हत्या करवाने की कोशिश करता है तो भंवरी उसे समझाती हैं। यदि कोई सफाई करवाने की कोशिश करता है तो वह उसे जेल भेजने की धमकी देती हैं।


दूसरे के लिए लड़ने वाली भंवरी आज खुद न्याय की मोहताज हैं। अपने दर्द को बयां करती हुई वह कहती हैं कि मैं अब किससे कहूं। न तो सरकार सुनती है और न गांव के लोग। आए दिन गांववाले उन्हें व उनके परिवार को पीटने के लिए आते हैं। पुलिस के पास शिकायत ले जाने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होती। कानून को गवाह चाहिए। लेकिन जिस समाज से वह ताल्लुक रखती हैं वह, जब साथ खड़े होने को तैयार नहीं तो भला गवाही कौन देगा?


उम्मीद की कोई किरण नजर ना आने के बावजूद, उनके अंदर कुछ ऐसा जज्बा है जो उन्हें निरंतर लड़ने की क्षमता और प्रेरणा देता है। उनका प्रण है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, वे इस लड़ाई को जारी रखेंगी।

फास्ट ट्रेक कोर्ट ने सुनाई तीन हत्यारों को उम्रकैद की सजा

जयपुर। महानगर की एडीजे फास्ट टै्रक (दो) कोर्ट ने हत्या के मामले में तीन अभियुक्तों रतनलाल, विनोद सैनी व महेन्द्र सैनी को उम्रकैद व जुर्माने की सजा सुनाई है। कोर्ट ने यह आदेश महेन्द्र कुमार सैनी के परिवाद पर दिया। महेन्द्र कुमार सैनी ने 28 जून 10 को मुरलीपुरा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि रात को महेन्द्र व रतन अपने दो अन्य साथियों के साथ उसके घर में दीवार कूद कर घुस गए। पता करने पर उन्हें पकडऩे की कोशिश की तो उन्होंने तलवार से हमला किया व फायरिंग की। इसमें उसके भाई सुरेश के चोट लगी।



महेन्द्र एक महीने पहले उसकी बहन को भगाकर ले गया था और इसी रंजिश के कारण उसने यह वारदात की है। इलाज के दौरान सुरेश की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जिसमें पता चला कि वह परिवादी की बहन को उठाने के लिए आया था और उसमें कामयाब नहीं होने पर उसने अपने साथियों के साथ तलवार से हमला कर फायरिंग की। अभियोजन ने 21 गवाहों के बयान करवाए, जिनसे अभियुक्तों का दोष प्रमाणित होने पर उन्हें कैद व जुर्माने की सजा सुनाई

जैसलमेर , आज की ताजा खबर. पुलिस


किराये पर रहने वाले चोरी कर भागे अपराधियों को गिरफ्तार किया गया


जैसलमेर गत दिनो भाहर में श्री मुरलीधर पुत्र गोविन्दलाल भाटिया नि0 गांधी कोलोनी जैसलमेर के घर से उसी मकान में रह रहे किरायेदार कमुराराम उर्फ कमलेश गिरासिया व उसकी पत्नी निवासी कमर झालरा पुलिस थाना बैकरिया जिला उदयपुर राज0 लाखों रूपये के सोने चांदी के गहने चुराकर भाग गये थे। पुलिस अधीक्षक ममता विनोई ने बताया कि उक्त वारदात के अपराधियों की गिर0 हेतु श्रीमान जिला अधीक्षक महोदय जैसलमेर के निर्देशानुसार श्री किशनाराम मु.आ. 89 मय जाब्ता द्वारा उदयपुर पहुंच उनकी सकुनत से दस्तयाब कर थाना लाये। जिनसे पुछताछ करने पर वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। बाद अनुसंधान दोनों मुल0 को गिर0 किया गया तथा मुल0 कमुराराम की ईतलानुसार चोरी गया बक्सा बरामद किया गया । शेष माल के बारे में संगन पुछताछ जारी हैं। मुल0 श्रीमति कैसी को बाद अनुसंधान के न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेजा हैं।

समस्त जिले वासियों से अपील है कि ऐसी चोरी की वारदातो को देखते हुए। अंजान व्यक्तियों का अपना मकान किराये पर न देवे। मकान किराये देने से पूर्व नजदीकी थाना से सम्पर्क कर उनकी सकूनत की तस्दीक करवाई जाकर ही दिये जावे।




नकबजनी का प्रयास कर रहे संदिग्ध को गिरफतार किया। :

शहर में ब़ती चोरियों की वारदातों पर अंकुश लगाने व कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निर्देशानुसार दिनांक 0405.11.11 की रात्रि कालिन कस्बा गस्त के दौरान श्री किशनाराम मु.आ. मय जाब्ता द्वारा बाड़मेर तिराहा के पास क्यौसक दुकान के ताले टटौलते संदिग्ध जीवणदान पुत्र श्री मैलूदान जाति चारण नि0 सुमलियाई पु.था. सांगड़ जिला जैसलमेर को धारा 41/109 सीआरपीसी में गिरफ्तार कर बाद पुछताछ श्रीमान एस.डी.एम. कोर्ट जैसलमेर में पेश किया जहां से जमानत मुचलकों पर आजाद किया गया हैं।

योंन शाशन के आरोपी की जेल में जोरदार पिटाई ,नाक कटाने का प्रयास


योंन शोषण  के आरोपी की जेल में जोरदार पिटाई 


,नाक काटने  का प्रयास




बाड़मेर बाड़मेर के बहु चर्चित नर्स योंन शोषण और असलील सी दी प्रकरण के मुख्य आरोपी को आज जेल में प्रवेश करते ही केदीयो के समूह ने जान लेवा हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया केदीयो  ने उसका नाक काटने का प्रयास किया जिसके चलते चार टाँके भी आये उसे बदहवल तथा बेहोशी की हालत में राजकीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया हें ,चिकित्सक बी एल बांठीया बताया की आज शाम  छः बजे जेल से एक कैदी  प्रकाश दरजी को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया जन्हा उसे इमरजेंसी वार्ड में उपचार के लिए भर्ती किया गया उसे अंदरूनी छोटे काफी संख्या में आई हें बदहवल स्थति में हें मारपीट से ज्यादा घबराया हुआ हें बोलने की स्थति में नहीं हें ,उसके नाक पर चार टाँके आये हें उसका एक्स रे  करने के बाद छोटो की संख्या का अनुमान लग पायेगा .प्रकाश के साथ जेल में मारपीट की खबर शहर में आग की तरह फेल गयी अस्पताल के आगे भरी भीड़ इकठ्ठा हो गयी ,गौर तलब हें की बाड़मेर शहर के निजी चिकित्सालय जीवन ज्योत में गत दिनों एक ऐ एन एम् के साथ बलात्कार योंन शोषण तथा अश्लील सी दी बनाने के आरोप में चिकित्सालय के संचालक प्रकाश दरजी को सिटी कोय्वाली ने गिरफ्तार किया था जिसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर दिया था आज रिमांड अवधि समाप्त होने पर उसे सी जे एम् कोर्ट में पेश किया जन्हा उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया कोर्ट के आदेश पर जब उसे जेल ले जाया गया जेल में प्रवेश करते ही जेल के केदियो ने उस पर जान लेवा हमला कर दिया अचानक हुए इस घटना क्रम से जेल तथा पुलिस प्रशासन हतप्रभ रह गया बीच बचाव कर उसे छुडाया  गया तब तक उसे अधमरा कर दिया था उसे अस्पताल ले जाया गाया इंहा उसका उपचार चल रहा हें ,इधर जेल के जेलर स्वयं अधिक शराब पीने के कारण जेल में ही गिर जाने जख्मी हो गए वे पहले से ही राजकीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हें .जेलर के आभाव में केदियो ने प्रकाश पर हमला कर दिया अभी तक इस सम्बन्ध में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ मगर आरोपी सिटी कोतवाली पुलिस की देख रेख में हें अस्पताल में 

हर जिले में होगी वकीलों की आवासीय कॉलोनी: मुख्यमंत्री



जयपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को हर जिले में वकीलों के लिए ग्रुप हाउसिंग स्कीम को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी देने की घोषणा की। गहलोत ने हाईकोर्ट में पार्किंग व चेंबर्स के विस्तार भवन के शिलान्यास के मौके पर कहा कि जयपुर व जोधपुर में बार काउंसिल के अतिथि भवन के निर्माण के लिए सरकार जमीन निशुल्क देगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने अपने राहत कोष से अधिवक्ता कल्याण कोष में 25 लाख रुपए देने की घोषणा की।

इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश दलबीर भंडारी, न्यायाधीश आर.एम.लोढ़ा व हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने देश की अदालतों में मुकदमों के अंबार में चिंता जताते हुए कहा कि मध्यस्थता से ही मुकदमों की संख्या को कम किया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश आर.एम.लोढ़ा ने कहा कि आज व्‍यक्ति को सस्ता व सुलभ न्याय नहीं मिल पा रहा है। वकील चाहता है कि उसका केस लंबा चले और जब तक न्याय मिलता है तब तक उसकी जिंदगी का सब कुछ खत्म हो जाता है। हम अभी भी देश में एडीआर को लागू नहीं कर पा रहे हैं। मैं कारपोरेट मुकदमों की बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन मध्यस्थता से पारिवारिक व अन्य छोटे मामलों को पारस्परिक सहमति से निपटाया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखा जाए कि मध्यस्थता किसी विशेषज्ञ व प्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा की जाए।
न्यायाधीश दलबीर भंडारी ने अमेरिका का हवाला देते हुए कहा कि वहां पर 94 प्रतिशत मुकदमे मध्यस्थता से ही तय होते हैं क्योंकि यहां पर पक्षकार हर स्तर पर मौजूद रहता है। उन्होंने कहा कि देश की अधीनस्थ अदालतों में पौने तीन करोड़ मुकदमे लंबित हैं जबकि हाईकोर्ट में 42 लाख मुकदमे लंबित हैं। इनमें से सवा करोड़ मुकदमे चेक बाउंस के ही हैं जो मध्यस्थता के जरिए निपटाए जा सकते हैं।
प्रोजेक्ट एक नजर में:
लागत : सोलह करोड़ रुपए
निर्माण कार्य होगा : दो बेसमेंट और तीन मंजिला भवन। बेसमेंट में पार्किग व तीन मंजिला भवन में 216 चेंबर्स बनेंगे।

भंवरी प्रकरणः शहाबुद्दीन को 19 तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा

एक अन्य आरोपी सहीराम विश्नोई को मफरूर(फरार) घोषित किया

जोधपुर। सीबीआई की विशेष अदालत ने लापता एएनएम भंवरीदेवी के मामले में 22 अक्टूबर को आत्मसमर्पण करने वाले आरोपी शहाबुद्दीन को टीम सीबीआई ने शनिवार को अपर मुख्य मजिस्ट्रेट जोधपुर महानगर (सीबीआई मामलात) जगदीश प्रसाद जांणी के समक्ष पेश किया। एसीजेएम जांणी ने शहाबुद्दीन को 19 नवंबर 2011 तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए।

अदालत में सीबीआई के लोक अभियोजक एसएस यादव ने शहाबुद्दीन के मेडिकल सर्टिफिकेट पेश किए तथा कहा कि शहाबुद्दीन से आगे पूछताछ की आवश्यकता नहीं है। इस पर एसीजेएम ने उसे 19 तक ज्यूडिशियल कस्टडी(न्यायिक अभिरक्षा) में भेज दिया। इसके साथ ही यादव ने इस मामले में एक और फरार आरोपी पूर्व जिला प्रमुख सहीराम को मफरूर(फरार) घोषित करने का आवेदन भी किया। अदालत में शहाबुद्दीन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता महेश बोड़ा, फिरोजखान व सलीम खां शेखनगर पेश हुए तथा मेडिकल रिपोर्ट आदि का अवलोकन किया।