रविवार, 6 नवंबर 2011

इंद्रा, भंवरी, और सहीराम का एक और टेप - 'लीला को पता चला तो साहब को ...



जोधपुर.एक और ऑडियो टेप बाजार में है। इसमें लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा ने अपने परिचित अमित विश्नोई के मोबाइल से भंवरी को फोन किया। बात शुरू होने के कुछ ही देर में भंवरी के दूसरे मोबाइल पर सहीराम की कॉल आ गई।

भंवरी ने इंद्रा का फोन चालू छोड़कर सहीराम से बात शुरू कर दी। चूंकि, इंद्रा, भंवरी का फोन टेप हो रहा था, इस कारण इस टेप में सहीराम से बात शुरू होने के बाद केवल भंवरी की आवाज है। इसमें सुनील गूजर का नाम भी है, जिसे सोहनलाल द्वारा सीडी बेचने की बात कही जा रही है। भंवरी कहती है- लीला (मदेरणा की पत्नी) तक यह बात पहुंची तो वह साहब को गला दबाकर मार देगी।

बातचीत हूबहू

इंद्रा: हैलो।

भंवरी: हां, इंद्रा बोल। इंद्रा: खाती बैठा था, हिसाब कर रही थीं। एसी की खिड़कियां टूट गई थीं।

भंवरी: एक मिनट इंद्रा, सहीराम का फोन आ रहा है।

इंद्रा: किसका?

भंवरी: तू सुन। सहीराम का फोन है।

इंद्रा: हां।

भंवरी: हैलो। अरे सहीराम जी, कहां हो। सुबह से फोन लगा रही हूं।

...तुम्हारे पीछे-पीछे मुझे भी बुखार आ गया, उठना नहीं हो रहा है।

....टेस्ट कल कराऊंगी, अभी तो दिमाग खराब हो रहा है। साहब (महिपाल मदेरणा) से बात हुई तुम्हारी?

....यार, लेट हो गया हो तो मुझे दोष मत देना, मैं साफ बात कह रही हूं।

...तुम मेरी बात समझाओ कि भंवरी इतनी जिद कर रही है तो कोई न कोई बात है। तब इतनी जिद कर रही हूं।

...नहीं तुम जाकर आओ, मेरी बात करा देना। मैं साहब को पूरी बात बता दूंगी। 5-7 दिन में सोहन क्या मामला करने वाला है। वह पूरा गेम खेल जाएगा। वह पैसा ला चुका है अगली पार्टी से और यह आदमी 7 दिन में गेम खेल जाएगा, साहब को टीवी पर दिखा देगा।

...बाद में तुम जानो और तुम्हारा काम जाने। मेरी चीज मेरे पास पड़ी है। तुम मेरी चीज की कुछ कह न सकोगे कि यह मैने आउट की है क्योंकि मेरी चीज मेरे पास अब भी पड़ी है।

...इंद्रा (बीच में): वो (सोहन) तो चुरा कर ले गया था।

भंवरी: सोहन के पास है तो सही। यह मना नहीं करतीं, मगर उसके पास डुप्लीकेट है। इतना ही फर्क है।

...सोहन के पास है सहीराम जी, इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन उसके पास ओरिजनल नहीं है।

...वह अनपढ़ है, उसे क्या पता, ओरिजनल क्या है और ये क्या है? अगर उसे पता होता तो वह दिल्ली बेच कर कैसे आता, वह दिल्ली देकर आ चुका है।

...सुनील गूजर के पास जो कैसेट गई है वह सोहन बेच कर आया है। पैसों का मुझे पता नहीं है, लेकिन यह बात लाखों से बाहर गई है।

...यह बात साहब को पता है, साहब ने जिस दिन फोन किया उससे एक दिन पहले की बात है।

....साहब महिपाल जी ने जब मुझे कहा कि भंवरी यह कैसेट आउट हुई है, उससे एक दिन पहले ये मामला हो चुका है।

....मतलब मुकाम की मीटिंग 29 को थी न? ....28, 29, 30 की है न। यह बात है 26 और 25 तारीख के बीच की। 25 व 26 को यह गेम खेला और 27 को साहब को पता चला।

....आई समझ में। इसलिए साहब को कहा बचाव करना हो तो कर लो। और नहीं करो तो मुझे दोष मत देना। मैं मेरी तरफ से पूरा सहयोग कर चुकी हूं तुम्हें। मैंने हर चीज तुम्हें कह दी, मैं बयान लिख दूं। सब कर दूं। इससे ज्यादा क्या मेरी जान लोगे?

....इतना करते हुए भी यदि साहब ध्यान नहीं दें तो कल लीला जी (मदेरणा की पत्नी) तक यह बात पहुंच गई तो साहब को वह यूं ही मार देगी, गला दबा कर।

...क्या बताऊं। आपको ध्यान ही है। इसलिए तुमसे हाथा-जोड़ी करती हूं कि किसी तरह साहब से मेरी बात करा दो। अरजेंट से अरजेंट। नहीं तो साहब फंस जाएंगे। सात दिन के भीतर यह टीवी पर आ जाएगी।

...यार ये मुझे पता नहीं, ये सीडी उसने बिलाड़ा में कहीं बनवाई है। बिलाड़ा में मेरी जान पहचान नहीं है, वह मेरा रूट नहीं है।

.....नहीं-नहीं। सरदारपुरा में मैंने कोई सीडी नहीं बनाई। सरदारपुरा वाला कैसेट बनाना जानता ही नहीं, वह तो वीडियो शूटिंग की दुकान चलाता है। वह तो इतना डरपोक आदमी है, उसने हाथ जोड़ दिया कि यह मेरे बस की बात नहीं है। उसने तो साफ मना कर दिया।

.....साथ तो मेरे गया था, वह तो एलबम बनाता है। वह वीडियो रिकॉर्डिग नहीं करता, वह एलबम बनाता है जिसके साथ मैं 15 साल से काम करती हूं। आई समझ में।

....वह (सोहन) डुप्लीकेट कैसेट बनाने उसके पास जरूर गया होगा, मगर उसने कह दिया कि वह यह काम नहीं करता है। उसने कह दिया कि भाई साहब इतने बड़े आदमी से पंगा मैं नहीं ले सकता। उसने साफ कहा जाटों से कौन पंगा ले, मुझे मेरे बच्चे पालने हैं। मेरे सामने की बात है। .....बाद में उस आदमी (वीडियो एडिटर) ने मुझे फोन किया। भंवरी जी उस आदमी (सोहन) से सावधान रहना, वह नीच निकलेगा। और वही हुई। .....वह आदमी(वीडियो एडिटर) जिससे यह बात हुई न आउट करने की। तब मुझे शक हुआ। मैंने उससे पूछा कि वह आदमी (सोहन) तुझसे वापस आकर मिला क्या? तो उसने (वीडियो एडिटर) कहा कि भंवरी जी पहली बात मैं जाटों से पंगा नहीं ले सकता और दूसरी बात वह आदमी (सोहन) मुझे उसी दिन संदिग्ध लगा, बताना भी चाहता था कि इस आदमी का भरोसा मत करना। .. (सोहन व भंवरी की इतनी बातचीत के बीच इंद्रा वाला मोबाइल कट जाता है।)

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