रविवार, 11 सितंबर 2011

मुंबई में गणेश विसर्जन के दौरान हादसा

मुंबई में गणेश विसर्जन के दौरान हादसा

मुंबई। गणपति विसर्जन के दौरान महानगर में हुए एक हादसे में रविवार को एक व्यक्ति मारा गया और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा लालबाग राजा के जुलूस के समय एक
दुकान की बालकॉनी ढहने से हुई।

सूत्रों के अनुसार हादसे के वक्त बालकनी में 20 से 30 लोग मौजूद थे। एक दुकान की छत्त पर बनी यह बालकनी इतने लोगों का वजन नहीं सह पाई और भर-भराकर गिर पड़ी।

उल्लेखनीय है कि गणेश विसर्जन को देखते हुए देश भर में सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कई शहरों में सुरक्षा चाक चौबंद की गई है तो कहीं बड़ी संख्या में सीसीटी कैमरे लगाए गए हैं
। 

22 हजार बदमाशों के पीछे लगेगी 13 मुल्कों की पुलिस!

जयपुर.प्रदेश के वांछित 22 हजार से ज्यादा अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस मुख्यालय ने तेरह जिलों की पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी है।

प्रदेश के सीमावर्ती 6 राज्यों के इन बदमाशों में 4 हजार से अधिक वांछित बदमाश दिल्ली के हैं। दिल्ली के बदमाशों को पकड़ने का जिम्मा जयपुर पुलिस कमिश्नरेट को दिया गया है। पुलिस कमिश्नरेट ने सभी जिलों से उनके वहां पर वांछित चल रहे बदमाशों के बारे में जानकारी मांगी है।

इन राज्यों के हैं प्रदेश में वांछित बदमाश :
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार राज्य में सबसे ज्यादा वांछित बदमाश सीमावर्ती राज्यों के हैं, जो प्रदेश में आकर एक-दो माह रहते हैं और वारदात कर फरार हो जाते हैं। इनमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा गुजरात के बदमाश सबसे ज्यादा वांछित हैं।
उन्हें पकड़ने के लिए कई बार संबंधित थाना पुलिस इन राज्यों में गई, लेकिन पता नहीं चला। जयपुर कमिश्नरेट और जयपुर रेंज के ही करीब एक हजार फरार बदमाश दिल्ली के हैं।

अस्सी प्रतिशत बदमाश 6 राज्यों के :

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) प्रदीप व्यास का कहना है कि करीब 22 हजार से ज्यादा वांछित बदमाश सीमावर्ती छह राज्यों के हैं।

इसके लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर द्बितीय फेज में 13 जिलों की पुलिस को वांछित बदमाशों को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें सीमावर्ती जिलों को ज्यादा जिम्मेदारी है। अस्सी प्रतिशत वांछित बदमाश सीमावर्ती राज्यों के हैं।
इनकी धरपकड़ होने से राज्य में अपराध नियंत्रण पर प्रभावी असर पड़ेगा। तीसरे फेज में दूर के राज्यों के वांछित बदमाशों को पकड़ने की कार्ययोजना है।

विदेशी युवती का हिंदू रीति-रिवाज से दाह संस्कार

अजमेर.नीदरलैंड दूतावास के प्रतिनिधियों के इंतजार में पिछले 6 दिनों से अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय के चीर घर में रखे विदेशी युवती के शव का शनिवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा हिंदू रीति रिवाज से दाह संस्कार कर दिया गया।

बोर्ड में शामिल डाक्टरों के अनुसार मृतका कई बीमारियों से ग्रस्त थी। उसके लीवर में सोरायसिस, किडनी में गांठ और आंतें भी संक्रमित पाई गई। उसकी मौत जहर सेवन से हुई या अत्यधिक नशे के कारण इसकी जानकारी के लिए विसरा एफएसएल जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है।

पुष्कर थाना प्रभारी दिनेश कुमावत ने बताया कि पुष्कर घूमने आई नीदरलैंड की युवती इलोगान उर्फ इलवी ने गत 6 दिनों पूर्व अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

दिल्ली स्थित नीदरलैंड दूतावास के मि. जूलियस के नेतृत्व में आए दो सदस्यीय दल की मौजूदगी में युवती के शव का जेएलएन चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया।

इसके बाद युवती के परिवारजनों की सहमति से दूतावास के प्रतिनिधियों ने अजमेर की ऋषि घाटी स्थित श्मशान स्थल पर हिन्दू रीति-रिवाज से दाह संस्कार कर दिया।

कुमावत ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही युवती की मौत के कारणों का पता चल सकेगा। मालूम हो कि अत्यधिक नशे के सेवन की वजह से उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। इस पर पुलिस एवं पर्यटक सहायत बल के जवानों ने उसे अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय में भर्ती कराया था।

प्रारंभिक तौर पर चिकित्सकों ने विदेशी की मौत का कारण हैवी ड्रग्स के कारण बीमारी को माना है।

टूथपेस्‍ट से कैंसर होने का खतरा, कई ब्रांडों में निकोटिन का स्‍तर बढ़ा



नई दिल्‍ली. एक सरकारी अध्‍ययन में यह बात सामने आई है कि कई ब्रांड के टूथपेस्‍ट और टूथपाउडरों में निकोटिन मिला हुआ है। दिल्‍ली इं‍स्‍टीट्यूट ऑफ फार्मास्‍यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक कई मशहूर ब्रांड के टूथपेस्‍ट के निर्माता उच्‍च मात्रा में निकोटिन मिलाते हैं। इनसे कैंसर होने का खतरा हो सकता है। यह संस्‍थान दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय से संबंद्ध है और इसकी फंडिंग दिल्‍ली सरकार की ओर से होती है।

एक अंग्रेजी अखबार में छपे इस अध्‍ययन के मुताबिक 2011 में 24 ब्रांड के टूथपेस्‍ट और टूथपाउडरों पर रिसर्च किया गया। इस अध्‍ययन से जुड़े प्रोफेसर एस एस अग्रवाल के मुताबक सात ब्रांडों- कोलगेट हर्बल, हिमालया, नीम पेस्‍ट, नीम तुलसी, आर ए थर्मोसील, सेंसोफॉर्म और स्‍टोलिन में निकोटिन की मात्रा पाई गई।




प्रोफेसर अग्रवाल के मुता‍बिक हर्बल प्रोडक्‍ट के तौर पर मशहूर कोलगेट हर्बल और नीम तुलसी में 18 और 10 मिली ग्राम निकोटिन पाया गया है। इतनी निकोटिन क्रमश: नौ और पांच सिगरेट में रहती है।



उन्‍होंने बताया कि टूथपाउडरों के 10 में से छह ब्रांड- डाबर रेड, विक्‍को, मुसा का गुल, पायोकिल, उनाडेंट और अल्‍का दंतमंजन में भी निकोटिन की मात्रा मिली है। पायोकिल में सबसे अधिक 16 मिग्रा तम्‍बाकू की मात्रा पाई गई। निकोटिन का इतना डोज आठ सिगरेट पीने से मिलता है।

हाईकोर्ट ने दिया रक्षा मंत्रालय सहित पांच अन्य को नोटिस

राजस्थान हाईकोर्ट ने बाड़मेर जिले से लगती पाकिस्तानी सीमा पर एक किसान के खेत में तारबंदी करने के बाद पूरा मुआवजा नहीं देने पर रक्षा मंत्रालय, बीएसएफ महानिरीक्षक, राजस्व विभाग, जिला कलेक्टर बाड़मेर व तहसीलदार चौहटन को नोटिस देकर जवाब तलब किया है।

यह आदेश न्यायाधीश आलोक शर्मा ने प्रार्थी चौहटन तहसील के ग्राम जानपालिया निवासी बहादुर की ओर से दायर रिट याचिका की सुनवाई में दिया। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अशोक छंगाणी ने अदालत में कहा कि बॉर्डर पर आई हुई प्रार्थी की भूमि को वर्ष 1994-95 में अधिग्रहीत कर उसमें तारबंदी की गई थी।

सरकार की ओर से तारबंदी के अंदर की जमीन का मुआवजा तो दे दिया गया, लेकिन तारबंदी के बाहर की जमीन जो कि भारतीय सीमा में ही आती है, उसका मुआवजा आज तक नहीं दिया गया। प्रार्थी ने इस बाबत कई बार सक्षम अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
 

सड़क हादसे में अजहर के बेटे की मौत!

सड़क हादसे में अजहर के बेटे की मौत!

हैदराबाद। कांग्रेस सांसद और पूर्व क्रिकेटर अजहरूद्दीन के बेटे अयाजुद्दीन की रविवार सुबह सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसे में अजहर के भानजे की भी मौत हो गई। अजहर के रिश्तेदारों ने दोनों की मौत के बारे में सूचना दी है। हालांकि अपोलो अस्पताल की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। हादसा शहर के आउटर रिंग रोड पर हुआ।

23 वर्षीय अयाजुद्दीन रविवार सुबह एयर पोर्ट से दोस्तों के साथ स्पोर्ट्स बाइक से अपने घर लौट रहा था। रेस लगाने के चक्कर में उसकी बाइक स्लिप हो गई। दुर्घटना में अयाजुद्दीन के सिर में गंभीर चोटें आई। हादसे में अजहर का भानजा भी गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों को तुरंत अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलते ही परिवार अस्पताल पहुंचा। अयाजुद्दीन भी क्रिकेट प्लेयर थे। अजहर ही उनको ट्रेनिंग दे रहे थे।

नागणेच्या माता मंदिर पर खर्च होंगे दस करोड़ रुपए

नागणेच्या माता मंदिर पर खर्च होंगे दस करोड़ रुपए

मंदिर के मास्टर प्लान व ब्रोशर का विमोचन, परिसर में लाइब्रेरी, भोजनशाला व संत आश्रम भी बनेगा

राठौड़ वंश की कुलदेवी नागणेच्या माता के नागाणा गांव (कल्याणपुर-पचपदरा) में बन रहे भव्य मंदिर पर दस करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा दस करोड़ रुपए मंदिर परिसर में बनने वाली लाइब्रेरी, भोजनशाला, यज्ञशाला, गेस्ट हाउस व संत आश्रम पर खर्च किए जाएंगे। मां नागणेच्या माता ट्रस्ट, नागाणा के महामंत्री बिग्रेडियर शक्तिसिंह ने शनिवार को नागाणा में आयोजित मंदिर के मास्टर प्लान व ब्रोशर विमोचन कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 65 स्तंभों का विशाल मंदिर अगले दो साल में बन जाएगा। अब तक जन सहयोग से इस पर साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। 27 किलोग्राम चांदी से निज मंदिर का दरवाजा बनाया जाएगा। रणकपुर मंदिर बनाने वाले कारीगर शिल्पी देवा के वंशज कैलाश सोमपुरा को मकराना व जोधपुर के पत्थर से मंदिर बनाने का जिम्मा दिया गया है। मंदिर का मास्टर प्लान अहमदाबाद के वास्तुविद कुलभूषण जैन ने बनाया है। शनिवार को ट्रस्ट के महामंत्री ब्रिगेडियर शक्तिसिंह, प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उम्मेदसिंह अराबा, महामंत्री राजेंद्रसिंह थोब, कल्याणसिंह राठौड़, मैनेजर हुकम सिंह, ट्रस्ट के उपाध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह नगर व कैलाश सोमपुरा सहित अन्य पदाधिकारियों ने मास्टर प्लान का विमोचन किया।

वेबसाइट पर भक्त करेंगे माता के दर्शन

शक्तिसिंह ने बताया कि दुनिया भर में रहने वाले राठौड़ वंश के लोगों की सुविधा के लिए जल्द ही वेबसाइट जारी की जाएगी, ताकि भक्त इंटरनेट के जरिए भी माता के दर्शन कर सकें। मंदिर में सुरक्षा की दृष्टि से सीसी टीवी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में राठौड़ वंश के हर जाति व गौत्र के लोगों का सहयोग मिल रहा है। यहां श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बड़ी धर्मशाला व दर्जनों कॉटेज वार्ड बनाए जा रहे हैं। मंदिर के जीर्णोद्धार का काम 13 फरवरी 2009 से चल रहा है।

अंबाजी जाने वाले पैदल श्रद्धालुओं की उमड़ रही भीड़


श्रद्धा का अटूट संगम


भादरवी पूनम के निकट आने के साथ ही अंबाजी जाने वाले पैदल श्रद्धालुओं की उमड़ रही भीड़
बारिश में भी श्रद्धालुओं की आस्था अपार, जगह-जगह सेवा कार्य में लगे लोग

आबूरोड

भादरवी पूनम के निकट आने के साथ ही अंबाजी का मेला परवान पर है। मुख्य मेला 12 सितंबर को भरा जाएगा।अंबाजी जाने वाले पैदल श्रद्धालुओं की आस्था तेज बारिश में भी चरम पर है। यात्रा दल जनसैलाब के रूप में अंबाजी की ओर उमड़ रहे हैं। अंबाजी में इस समय भारी जन सैलाब उमड़ा हुआ है, जहां यात्रियों के दल माताजी की शोभायात्रा, जय घोष व धार्मिक गीतों के साथ अम्बाजी की ओर बढ़े चले आ रहे हैं। अब तक के अनुमान के अनुसार 7 लाख लोगों ने मंदिर में दर्शन किए, वहीं साढ़े 3 लाख लोगों ने प्रसाद व भोजन ग्रहण किया। वहीं मंदिर में 50 लाख रुपए की आवक हुई है। मंदिर के सूत्रों के अनुसार मंदिर में आने वाले यात्रियों की संख्या काफी अधिक है। इस बार मंदिर में 358 सोने के कलश चढ़ाए जाएंगे, जो अब तक की संख्या में सर्वाधिक है।

आबूरोड में भी जनसैलाब उमड़ा

पूनम के आने के साथ ही अंबाजी आने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है। यह क्रम लगातार बढ़ता जा रहा है। आबूरोड में ट्रेन व बस की सुविधा होने के कारण बड़ी संख्या में लोग आबूरोड आ रहे हैं।

सेवा कार्य में जुटे लोग

मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जहां सुविधाओं के लिए टेंट व भंडारे का आयोजन किया गया है, वहीं श्रद्धालुओं की सेवा करने के लिए स्वयंसेवी संस्थान व चिकित्सा टीमें आगे आई हैं। वहां दर्शनार्थियों के छाले, पांव में हुए दर्द को श्रद्धाभाव से इलाज किया जा रहा है। यहां सेवा भाव का एक अनूठा संगम देखने को मिल रहा है, जहां जात-पांत व ऊंच-नीच के साथ सभी भेदभाव को मिटाकर लोग श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे हैं। शनिवार को पैदल जत्थे में शामिल एक श्रद्धालु के पैर में चोट लग गई। रास्ते में सेवा कार्य में लगे शहरवासियों ने उसकी सेवा की।

निखर उठा सुंधा पर्वत का सौंदर्य




निखर उठा सुंधा पर्वत का सौंदर्य

मानसून की मेहरबानी से पर्वतीय तीर्थ स्थल सुंधामाता क्षेत्र का सौंदर्य निखर उठा है। सुंधा की वादियों में छाई हरियाली बरबस ही सबको अपनी ओर आकर्षित कर रही है। पर्वत शृंखलाओं के बीच स्थित सुंधामाता तीर्थ में बारिश के दिनों में छाई हरीतिमा और प्राकृतिक वातावरण को निहारने व चामुंडा माता के पूजन के लिए राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों से प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। रविवार और अवकाश के दिन सुंधा पर्वत, खोड़ेश्वर महादेव व आसपास के दर्शनीय स्थलों पर लोग पिकनिक के लिए पहुंचते हैं। अन्य राज्यों से यहां पर पर्यटकों के आने का क्रम जारी है। पर्वत पर स्थित दुकानदार नटवरसिंह राव ने बताया कि मानसून की मेहरबानी का असर बिकवाली पर भी पड़ा है।

भा रहे मन को सुंधा के धोरे : पर्वत पर स्थित सुंधामाता मंदिर के पीछे विशाल ऊंचे धोरे पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। धोरों की तलहटी में पानी का तालाब और उसमें पड़ती धोरों की परछाई लोगों को काफी समय तक वहां बैठने को मजबूर करती है। सुंधा क्षेत्र में बारिश के दिनों में पूरे पहाड़ी क्षेत्र में हरियाली छाई रहती है। पर्यटक सुंधामाता के दर्शन के बाद पहाड़ी की चोटी पर स्थित भैरू जी मंदिर तक पहुंचते हैं। चोटी पर पहुंचने के बाद यहां से प्रकृति का एक अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

बहने लगे झरने : सुंधा पहाड़ी क्षेत्र से बहने वाले झरने पर्यटकों का मन मोह रहे हैं। बारिश के दिनों में यहां झरनों का बहाव शुरू हो जाता है, जो श्रद्धालुओं के लिए मनोरम दृश्य होता है। पहाड़ों से बहने वाले झरनों का बहाव बारह मास जारी रहता है।

जालोर न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे 11 September

पीर के स्वागत में उमड़े श्रद्धालु

चूरा गांव में चातुर्मास संपन्न कर जालोर पहुंचे पीर शांतिनाथ महाराज, चूरा गांव में श्रद्धालुओं व ग्रामीणों ने दी विदाई, जालोर पहुंचने पर विभिन्न समाजसंगठनों ने किया पीर का स्वागत
जालोर निकटवर्ती चूरा गांव में चातुर्मास संपन्न कर पीर शांतिनाथ महाराज शनिवार को निज धाम जालोर लौटे। इससे पूर्व सवेरे चूरा गांव में ग्रामीणों ने पीर को शोभायात्रा के साथ विदाई दी। महाराज के जिला मुख्यालय पहुंचने पर विभिन्न समाज सेवी संगठनों व श्रद्धालुओं ने गाजों-बाजों के साथ स्वागत किया। इस दौरान महाराज के स्वागत में शोभायात्रा भी निकाली गई। शोभायात्रा के दौरान रथ में पीर शांतिनाथ, लेटा महंत रणछोड़ भारती व जगनाथ मठ के गंगा भारती महाराज समेत कई साधु-संत विराजित थे। शोभायात्रा सूरजपोल से हॉस्पिटल चौराहा, हरिदेव जोशी सर्कल, तिलक द्वार होते हुए भैरू नाथ अखाड़ा पहुंची। जहां महिलाओं ने पीर का सामैया किया। इसके बाद सभी संतों ने भैरू नाथ अखाड़े में प्रवेश किया। शोभायात्रा के दौरान बैंड बाजों की धुन पर श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। साथ ही विभिन्न स्थानों शहरवासियों ने शोभायात्रा का स्वागत किया। इस मौके काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

बाकरा गांव. निकटवर्ती चूरा गांव में पीर शांतिनाथ महाराज की विदाई को लेकर अल सवेरे से ही श्रद्धालुओं व ग्रामीणों का आना जाना लगा रहा। इस दौरान सवेरे करीब आठ बजे पीर शांतिनाथ महाराज समेत विभिन्न साधु-संतों की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद शोभायात्रा निकाली गई जो कस्बे के मुख्य मार्गों से गुजरी। इस दौरान रथ में विराजित साधु-संतों के समक्ष युवक-युवतियों ने नृत्य भी किया। इस मौके कई श्रद्धालु शांतिनाथ महाराज के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। महिलाओं ने भी मांगलिक गीत गाए। शोभायात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

ग्रामीणों ने दी विदाई : चूरा गांव में पीर शांतिनाथ महाराज के चातुर्मास संपन्न होने के बाद ग्रामीणों ने महाराज को विदाई दी। महाराज का चातुर्मास श्रावण मास कृष्ण पक्ष सप्तमी को शुरू हुआ था। पूरे दो माह तक चूरा गांव में भक्तिमय माहौल बना रहा। पीर की विदाई के दिन ग्रामीणों की आंखें छलक आई। इधर, विदाई के समय बागरा थाने से पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा।
भाई-बहन ने निभाई समंदर हिलोरने की रस्म
गुड़ा बालोतान चांदराई गांव में शनिवार कोसमंदर हिलोरने की रस्म अदा की गई। इस दौरान बहनें अपने भाइयों के साथ तालाब पर पहुंची। विवाहिताओं ने हर्षोल्लास के साथ समंदर हिलोर कर पीहर व ससुराल में धन धान्य व सुख समृद्धि की कामना की।

कार्यक्रम का शुभारंभ सरपंच हरकू देवी ने पंडित धीरज श्रीमाली के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया। इस दौरान इंद्र देव की आराधना की गई। समंदर हिलोरने के बाद महिलाओं ने तालाब की परिक्रमा भी लगाई। तालाब के आसपास के क्षेत्र में आयोजक कमेटी द्वारा बैठने के लिए विशेष व्यवस्था की गई।

इस मौके चांदराई गांव के समस्त समाजों के महिला-पुरुषों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम के आयोजक जबर सिंह राठौड़, मदन भाई सोनी, अशोक अग्रवाल व मांगीलाल प्रजापत समेत सक्रिय सहयोग करने वाले कमेटी के सदस्यों का गांव के गणमान्य लोगों ने सम्मान किया।
हरिकथा में उमड़े श्रद्धालु

झाब . निकटवर्ती लियादरा गांव के हनुमान मंदिर प्रांगण में हरिकथा का आयोजन किया गया। कथा के दौरान हरिद्वार के विश्नोई वाडा के राजेन्द्र नंद महाराज के प्रवचन हुए। महाराज ने मनुष्य को साधना के लिए कुछ समय निकालने की बात कही। उन्होंने अंधविश्वास और आडंबरों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए इनसे दूर रहने के बारे में कहा। एक उदाहरण देकर उन्होंने ने बताया कि अगर किसी की गाय या भैंस दूध नहीं दे रही है तो झाड़ फूंक की जाती है। उन्होंने इस प्रकार के अंधविश्वास से दूर रहने की बात कही। महाराज ने एक शब्द भूला लो भल भूलालो भूला न भूलो.....का अर्थ बताते हुये कहा कि संसार के लोगों को अपनी भूल में सुधार कर लेना चाहिए। इस मौके पूर्व विधायक हीरालाल विश्नोई, सुखराम विश्नोई, हुकमा राम प्रदेश सचिव उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी, भाखराराम, हरी राम सरपंच व जयराम सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के ग्रामीण मौजूद थे।
अनंत चतुर्दशी आज, सजे मंदिर

जालोर . जिलेभर में रविवार को अनंत चतुर्दशी का पर्व उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा। इसको लेकर मंदिर को फूल मालाओं से सजाया जाएगा। मंदिरों में अनंत भगवान की कथा का वाचन होगा। साथ ही अनंत चतुर्दशी का उद्यापन भी किया जाएगा। इधर, जालोर जिला मराठा संगठन की ओर से भीनमाल स्थित भीलों का चौहटा में ग्यारह दिवसीय सार्वजनिक गणपति महोत्सव का समापन रविवार दोपहर 3 बजे होगा और शोभायात्रा निकाली जाएगी। शुक्रवार शाम को भजन संध्या कार्यक्रम हुआ। जिसमें गायक कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं से तालियां बटोरी। देर रात चली भजन संध्या कार्यक्रम में काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

गांव व ढाणियों में भरा पानी
सांचौर. निकटवर्ती सेसावा गांव में नर्मदा नहर की पनोरिया वितरिका से पानी का रिसाव होने के कारण आस-पास स्थित करीब 50 रहवासी ढाणियां पानी से घिर गई हैं। ऐसे में ग्रामीणों को अन्यत्र शरण लेनी पड़ रही है। इधर, ग्रामीणों को प्रशासनिक मदद नहीं मिलने के कारण स्वयंसेवक ग्रामीणों की सहायता में जुटे हुए हैं। स्थिति यह है कि खेतों एवं ढाणियों में पानी भरे हुए करीब पखवाड़ा बीत चुका है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई इमदाद नहीं मिल पा रही है। नेहड़ क्षेत्र के सेसावा, शिवपुरा, ठैलिया, पादरली, होथिगांव, दूठवा, चितलवाना, केरिया, रामपुरा व सिलुसण समेत अनेक गांव मुख्य रूप से प्रभावित हैं। इस संबंध में सेसावा ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि क्षेत्र में पिछले कई दिनों से पानी का भराव हो रखा है। इस बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।
नेहड़ में फैली मौसमी बीमारी

गांव के सरपंच ने चिकित्सा विभाग पर लगाया मौसमी बीमारी से पांच ग्रामीणों की मौत का आरोप, विभाग ने किया इंकार

चितलवाना  पिछले लगभग एक पखवाड़े से क्षेत्र में भरा बरसात और नर्मदा के ओवरफ्लो का पानी अब लोगों के लिए मौसमी बीमारी का कारण बन गया है। क्षेत्र के कई गांवों में मौसमी बीमारी फैल गई है जिसके कारण लोग बीमार हो रहे हैं। इधर, विभाग इस बात से इंकार कर रहा है कि क्षेत्र में मौसमी बीमारी का कोई प्रकोप है, लेकिन संबंधित गांवों के सरपंचों का कहना है कि होथिगांव और शिवपुरा गांव में मौसमी बीमारी के कारण पांच ग्रामीणों की मौत भी हुई है। इन गांवों में आने जाने के लिए पानी के कारण कोई रास्ते नहीं है। जिसके कारण बीमार ग्रामीण अस्पताल भी नहीं जा पा रहे हैं। होथिगांव सरपंच मोड़दान चारण ने भास्कर को फोन पर बताया की नेहड़ क्षेत्र के रास्ते बंद होने से लोगों का संर्पक टूटा हुआ है
गैबनशाह गाजी का सालाना उर्स 13 को

जालोर. हजरत शहीद गैबनशाह गाजी रहमत तुल्लाह अलैह का सालाना उर्स 13 सितंबर को शानो शौकत से मनाया जाएगा।

हाजी अबरम बाबा उर्फ चाहत अली ने बताया कि गैबनशाह गाजी के उर्स को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है। आगामी 13 व 14 सितंबर को गैबनशाह गाजी का उर्स धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। जिसके तहत 13 सितंबर को शाम पांच बजे चादर की रस्म अदा की जाएगी। चादर वन वे रोड से जुलूस के रूप में रवाना होगी। इसके बाद शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई दरगाह शरीफ पहुंचेगी। जहां चादर पेश कर देश के लिए अमन-चैन की दुआ मांगी जाएगी। वहीं रात 9 बजे मिलाद शरीफ का कार्यक्रम होगा। कच्छ-भुज (गुजरात) अहमद खान अकबरी व राजस्थान वक्फ बोर्ड के सदस्य आदम खान कादरी कोनराई की ओर से मिलाद शरीफ की जाएगी। उन्होंने बताया कि 14 सितंबर रात 10 बजे कव्वाली कार्यक्रम होगा। जिसमें जोधपुर के पगड़ी बंध जमाल रोशन, जोधपुर के इरफान तुफैल कव्वाल व सहारनपुर (यूपी) के हाजी अकरम असलम साबरी की ओर से कव्वाली प्रस्तुत की जाएगी।

तैराक गफ्फार शाह सिखा रहे हैं तैराकी के गुर

तैराक गफ्फार शाह सिखा रहे हैं तैराकी के गुर
पोकरण  बाबा रामदेव मेला शुरू होने के साथ ही यात्रियों के तालाब में डूबने की घटनाएं होने लगी थी। डूबते लोगों की जान बचाने के लिए स्थानीय तैराक गफ्फार शाह द्वारा राम देवसर तालाब के पास यात्रियों व स्थानीय लोगों को नाव चलाने व तैरने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहीं तैराक गफ्फार शाह द्वारा लोगों के लिए प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है। जिसमें नाव चलाने, तैरने, डूबते को बचाने तथा डूबते व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बारे में भी सिखाया जा रहा है।

तैराक गफ्फार शाह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब एवं नाडिय़ां इन दिनों बरसाती पानी से लबालब भरी हुई है। कई लोग तालाब में पानी लेने व पानी पीने जाते हैं तथा पांव फिसलने के कारण वह गहराई वाले क्षेत्र में चले जाते हैं। उनके बाहर नहीं निकल पाने के कारण उनकी मौत हो जाती है। उन्होंने बताया कि डूबने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए ही तालाबों एवं नाडिय़ों में तैरने के संबंध में निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गफ्फार शाह द्वारा रामदेवसर तालाब के पास सुबह 8 बजे से 10 बजे तथा शाम को 5 बजे से 7 बजे तक अलग -अलग पारियों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही प्रदर्शनी के माध्यम से कई बालिकाओं व महिलाओं को तैरने के गुर सिखाए जा रहे हैं।

गफारशाह से बनाई राजस्थानी नाव: राम देवसर तालाब के पास यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को नाव चलाने एवं तैरने के निशुल्क प्रशिक्षण के चलते तैराक गफ्फार शाह द्वारा राजस्थानी नाव का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण के दौरान एक राजस्थानी नाव का निर्माण किया गया है। इस नाव के सहारे कोई भी व्यक्ति जिसे तैरना व नाव चलाना नहीं आता है वह इस नाव पर बैठकर तालाब में कहीं पर आ जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस राजस्थानी नाव में एक साथ 8 लोगों को बचाने में काम लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस नाव का उपयोग तालाब एवं नाडिय़ों में उपयोग लिया जा सकता है।

बाढग़्रस्त इलाकों में पेट्रोल नाव आवश्यक :स्थानीय राम देवसर तालाब के पास दिए जा रहे निशुल्क प्रशिक्षण के दौरान तैराक गफारशाह ने बताया कि बाढग़्रस्त इलाकों में पेट्रोल की नाव की महत्ती आवश्यकता होती है लेकिन प्रशासन का द्वारा कोई सहयोग नहीं देने के कारण बाढ़ के समय भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कभी मूसलाधार बरसात होने के बाद बाढ़ के हालात बन जाते हैं फिर बाद में तैराकों को याद किया जाता है तथा तैराकों के पास कोई साधन नहीं होने के कारण लोगों के साथ -साथ उन्हें भी अपनी जिंदगी को दांव पर लगाना पड़ता है।

जैसलमेर , आज की ताजा खबर.


विंड मिल के विरोध में तीसरे दिन भी जारी रहा धरना

जैसलमेर संयुक्त विकास संघर्ष समिति के बैनर तले पवन ऊर्जा संयंत्रों के विरुद्ध कलेक्ट्रेट के सामने धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। वहीं कन्नोई में चल रहा धरना 35वें दिन भी जारी रहा। संघर्ष समिति के प्रवक्ता जुगल बोहरा ने बताया कि शनिवार के क्रमिक धरने पर लक्ष्मीनारायण बिस्सा, वासुदेव करवा, दामोदरा निवासी मनोहरसिंह, आम्बसिंह, जुगत सिंह, शंकरा राम भील, शोभसिंह, सवाईसिंह, हिम्मतसिंह, माना राम बैठे।

शनिवार को छत्रैल सरपंच रोजे खां ने धरना स्थल पर पहुंचकर जगह जगह लग रही पवन चक्कियों का विरोध किया एवं इस धरने को पूर्ण सहयोग देने का आह्वान किया। उनके साथ पोपट खां भी थे। समिति के संयोजक दिलीपसिंह राजावत ने बताया कि पवन ऊर्जा संयंत्रों को हटवाने की मुहिम में अब ग्रामीणों का पूर्ण सहयोग मिलने लगा है जिसमें दामोदरा, कन्नोई, सलखा, छत्रैल, भीलों की ढाणी, हैदर की ढाणी, केशुओं की बस्ती के निवासियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर सहयोग दिया।

उधर कन्नोई ग्राम में चल रहा धरना 35वें दिन भी जारी। धरने के 35वें दिन पंचायत समिति सम प्रधान लक्ष्मी कंवर, हाथीसिंह मूलाना, सवाईसिंह आदि ने पहुंचकर ग्रामीणों को समर्थन दिया।

प्रभारी मंत्री करेंगे जननी शिशु योजना का शुभारंभ

जैसलमेर. जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ 12 सितंबर को ग्राम मोहनगढ़ व नाचना में प्रभारी मंत्री गिर्राजसिंह मलिंगा द्वारा किया जाएगा। 13 सितंबर को रामगढ़ व सम तथा 14 सितंबर को पोकरण व सांकड़ा में योजना का शुभारंभ किया जाएगा। इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन के लिए उपखंड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ की अध्यक्षता में शनिवार को बैठक आयोजित की गई। बैठक में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम शुभारंभ में स्वागत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, माइक, टेंट, बैठक व्यवस्था के लिए ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए गए। विकास अधिकारियों को क्षेत्र के सरपंच एवं ग्राम सेवक के माध्यम से अधिक से अधिक जनसहभागिता व आमजन को उपस्थित रखने के निर्देश दिए गए।

बाल श्रमिकों को मुक्त कराया
पोकरण. बाल कल्याण समिति जैसलमेर के अध्यक्ष अशोक मोदी ने शनिवार को पोकरण शहर में कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर दबिश देकर वहां कार्य कर रहे बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया। साथ ही उन्होंने व्यापारियों को हिदायत दी कि वे बाल श्रमिकों से अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर कार्य नहीं करवाएं। इस अवसर पर मोदी के साथ समिति की सदस्या तुलछी देवी व्यास, सामाजिक कार्यकर्ता सरोज थानवी, पुलिस बल के मोड़सिंह विशेष यूनिट प्रभारी, सिपाही मूसेखां तथा समाज कल्याण विभाग के जयदेव चारण साथ थे। मोदी ने बताया कि पोकरण में चाय की दुकानों, होटलों, मोटर मैकेनिक, जनरल स्टोर, किराणे की दुकानों सहित अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर कार्य कर रहे लगभग 30 से 40 बाल श्रमिकों को दुकानों से मुक्त करवाकर दुकानदारों को पहली बार हिदायत दी। साथ ही उन्होंने दूसरी बार बाल श्रमिक पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। मोदी ने पोकरण शहर के व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि बाल श्रमिकों से कार्य करवाना कानूनन अपराध है। इसलिए आप बाल श्रमिकों से अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर कार्य नहीं करवाएं।

तेरस आई चांदणी माजीसा रे....जसोल दर्शन की आस में लगी लंबी कतार















तेरस आई चांदणी माजीसा रे....

दर्शन की आस में लगी लंबी कतार



. जसोल माजीसा हूं तो हुओ रे दिवानो थारे नाम रो’ गाते हुए श्रद्धालुओं के मन में एक ही ललक बस मां के दर्शन हो जाएं। बादलों की लुका-छुपी के बीच रिमझिम फुहारें। मानो इंद्र भी जलाभिषेक करने को आतुर हों। श्रद्धालुओं से खचाखच भरी गलियां और हर कोने से माता के जयकारे की गूंज।ऐसा ही भक्तिपूर्ण नजारा था जसोल स्थित माता राणी भटियाणी मंदिर का। शनिवार को मारवाड़ के कोने- कोने से ही नहीं अन्य प्रांतों से भी श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में मत्था टेका व मन्नतें मांगी। अलसुबह से ही पैदल जत्थे माजीसा के जयकारों के साथ हाथों में पताकाएं थामे पहुंचने लगे। यह सिलसिला रात तक जारी रहा।अलसुबह मंगल आरती के साथ ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ। फिर तो दिनभर रेला थमा ही नहीं। दोपहर तक तो मंदिर में पैर रखने को जगह नहीं मिल रही थी। मंदिर परिसर से लेकर बस स्टैंड तक श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आए। मंदिर व्यवस्था समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेरिकेड्स लगा रखे थे। पेयजल के इंतजाम भी किए गए। जसोल चौकी प्रभारी रावताराम चौधरी, वीरसिंह ने सुरक्षा व्यवस्था का जिमा संभाल रखा था। मंदिर के बाहर लगी दुकानों पर जमकर खरीदारी हुई। मां के दरबार में मारवाड़ एवं राज्य के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र , उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश से हजारों श्रद्धालु धोक लगाने पहुंचे।बालोतरा जसोल गढ़ में स्थित माजीसा दरबार में शाम ढलने के साथ भक्तिरस की सरिता बहने लगी तो श्रद्धालु झूमने को मजबूर हो गए। शीतल बयार के साथ मधुर आवाज कानों में मानो मिठास घोल रही थी। भजनों की सुर सरिता में मग्न हुए भक्त झूमने लगे।


भजन गायकों की शानदार प्रस्तुतियां पर देर रात तक श्रोता जमे रहे।

 भजन संध्या का शुभारंभ पुजारी राजू महाराज की ओर से आरती से किया गया। आरती की अखंड ज्योत गाजे बाजे के साथ निज मंदिर से भजन संध्या स्थल पर लाई गई। भजन गायक महेंद्र पंवार ने सतगुरु एकण बार आईजो.., सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने आज थाने आणो है.., रुड़ो रुपालो माजीसा रो देवरो.., आशा वैष्णव ने तेरस आई चांदणी..., कालूरा बिरकनिया ने हुं तो हुओ रे दीवानो..., मनोज रिया एंड पार्टी ने ऊंचा गढ़ा म्हा थारो देवरो..., म्हारो हैलो सुणोजी माजीसा.., पंवार एंड पार्टी ने चम चम चमके चूनड़ी..., मन रा मोरिइया..., हालो हालो माजीसा रे धाम.., थाने सिमरू.., थाने निवण करुं.., जसोल गढ़ रही.. समेत कई भजनों की प्रस्तुतियां देकर खूब तालिया बटोरी। भजनों की प्रस्तुतियां पर कालूराम प्रजापत, शंकरसिंह, नीलम बंजारा, नूतन गहलोत ने नृत्य प्रस्तुत कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। एस.एन. बोहरा माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित भजन संध्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा। देर रात तक चले भक्तिमय संगीत पर भक्त झूमते रहे। भजन संध्या का आयोजन प्रकाश बी आजाद एंड एसोसिएट्स परिवार बालोतरा की ओर से किया गया। विधायक मदन प्रजापत इनकम टैक्स कमिशनर के.एल. माहेश्वरी मौजूद थे।

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पहले दिन विरात्रा में उमड़ा भक्तों का सैलाब

चौहटन पचास किलोमीटर दूर स्थित प्राचीन मंदिर विरात्रा माता के तीन दिवसीय मेले में पहले दिन शनिवार को गांव-गांव से आए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा।
मेले में राज्य सहित अन्य प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने विरात्रा माता के दर्शन कर खुशहाली की मन्नत मांगी। मेले में जोधपुर, सादड़ी, जैसलमेर, कोटा, राजकोट, रानीवाड़ा, सांचोर, अहमदाबाद, कच्छ, द्वारिका, चित्तौड़ एवं चौहटन से पैदल यात्रियों का संघ दर्शन को आए। मेले में विशेष कर नवविवाहित जोड़े सफल जीवन की मन्नत की तथा नवजात शिशुओं का उपनयन संस्कार करवाकर विरात्रा के 12 मंदिरों की श्रद्धा से परिक्रमा की। सुबह से ही विरात्रा धाम में दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लग गईं। वाकल विरात्रा माता धर्मार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष भेर सिंह ने बताया कि मेले में यात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में बिजली, पानी, आवास एवं भोजन सहित बैठने की माकूल व्यवस्था की गई। यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज की विशेष बसें चल रही है।


हत्या का मामला दर्ज

बालोतरा  समदड़ी थाना में एक विवाहिता ने न्यायालय से इस्तगासे के जरिए पति की हत्या का मामला दर्ज करवाया है। कमला देवी पत्नी रामाराम भील निवासी चिरडिय़ा ने इस्तगासे के जरिए मामला दर्ज करवाया कि 19 जुलाई को हेम सिंह पुत्र जयसिंह राजपूत व भोलाराम पुत्र नथूराम जाट निवासी चिरडिय़ा उसके घर पर आए और उसके पति को खेत पर काम करने के लिए अपने साथ ले गए। दूसरे दिन आरोपियों ने मेरे घर पर आकर मुझे पति की लाश खेत में पड़ी होने की सूचना दी। ग्रामीणों ने मौके पर जाकर देखा तो रामाराम की लाश पेड़ पर रस्सी से लटकी हुई थी।
पुत्र को बंधक बनाने का मामला दर्ज

बालोतरा  समदड़ी थानांतर्गत इस्तगासे के जरिए पुत्र को बंधक बनाने का मामला दर्ज हुआ है। घेवर राम पुत्र टीकमाराम भील निवासी करमावास ने इस्तगासे के जरिए मामला दर्ज करवाया कि जोगाराम पुत्र भोलाराम चौधरी निवासी करमावास, ओमाराम पुत्र सांवलराम चौधरी निवासी समदड़ी व हरिराम पुत्र मंगलाराम कुम्हार निवासी मोतीसरा उसके पुत्र धुड़ाराम (15) को एक साल पहले बंधक बनाकर कर्नाटक ले गए। जहां पर स्थित एक स्वीट होम पर उसे बंधक बनाए रखा। इसके बाद जब पुत्र के बारे में पूछे जाने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर जातिगत शब्दों से अपमानित किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

जीप- पिकअप भिड़ंत में ग्यारह घायल

बालोतरा गुड़ामालानी थानांतर्गत एक जीप व पिकअप की भिड़ंत हो गई। अभी सब संभल भी पाते की पीछे से आ रही जीप ने फिर दुर्घटनाग्रस्त जीप को टक्कर मार दी। दुर्घटना में ग्यारह जने घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गुड़ामालानी में भर्ती करवाया गया है।

देऊराम ब्राह्मण निवासी मेलू ने मामला दर्ज करवाया कि उसका भाई भैराराम, रावताराम, नेमीचंद निवासी उड़ासर, जेठाराम निवासी छोटू, प्रभुराम उड़ासर, धोसी पत्नी अणदाराम, नोजी पत्नी चौथाराम, नेनो पत्नी मिसरा भील उड़ासर समेत कुल ग्यारह जने जीप में सवार होकर मेलू से गोलिया जेतमाल जा रहे थे। सामने से आ रही पिकअप से भिड़ंत हो गई। इसके बाद पीछे से आ रही जीप के चालक जेकनराम पुत्र भाखराराम ने तेज गति से चलाते हुए दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी को टक्कर मार दी। जिससे जीप में सवार ग्यारह जने घायल हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर वाहन जब्त कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।



जसोल व गुड़ामालानी में रिमझिम

जसोल त्न कस्बे सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों शनिवार अलसुबह से प्रात: 10 बजे तक रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। मेवानगर, वरिया तगजी, वरिया भगजी, वरिया वरेचा, तिलवाड़ा, तेमावास आदि गांवों में हुई बारिश से किसानों के चेहरों पर रौनक नजर आई। लंबे समय से कस्बे में हो रही बारिश से कस्बे के पेयजल स्रोतों में पानी की मात्रा में भी इजाफा हुआ है।

गुड़ामालानी. उपखंड क्षेत्र के कई गांवों व ढ़ाणियों में शनिवार को रिमझिम बारिश का दौर रुक रुककर जारी रहा। कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश से खेतों में पानी का भराव होने से फसलें खराब होने की सताने लगी है। कस्बे के कई मोहल्लों व मुख्य बाजार में सड़कों पर पानी के भराव के चलते राहगीरों व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नहीं बची अंतिम संस्कार की जगह : राजेंद्रसिंह

नहीं बची अंतिम संस्कार की जगह : राजेंद्रसिंह

बालोतरा मैग्सेसे पुरस्कार विजेता तरुण भारत संघ के राजेंद्रसिंह ने कहा कि धवा और डोली गांव में हालात बदतर बने हुए हैं। डोली गांव में तो चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है। वहां अंतिम संस्कार के लिए भी खाली जगह नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जल्द ही कोई समाधान नहीं निकाला तो डोली और धवा के ग्रामीणों में नया विवाद खड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार अतिशीघ्र लूणी, बांडी व जोजरी नदी में प्रदूषित पानी डालना बंद करवाएं, नहीं तो गांवों में नित नए विवाद होते रहेंगे। शुक्रवार रात राजेंद्रसिंह ने धवा व डोली गांव का दौरा कर किसानों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि हैवी केमिकल्स युक्त पानी ने गांवों के तालाब व खेत बर्बाद कर दिए हैं। उनके साथ उपाध्यक्ष गंगा दान चारण व गोविंदराम सहित समिति के पदाधिकारी मौजूद थे।