रविवार, 11 सितंबर 2011

नागणेच्या माता मंदिर पर खर्च होंगे दस करोड़ रुपए

नागणेच्या माता मंदिर पर खर्च होंगे दस करोड़ रुपए

मंदिर के मास्टर प्लान व ब्रोशर का विमोचन, परिसर में लाइब्रेरी, भोजनशाला व संत आश्रम भी बनेगा

राठौड़ वंश की कुलदेवी नागणेच्या माता के नागाणा गांव (कल्याणपुर-पचपदरा) में बन रहे भव्य मंदिर पर दस करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा दस करोड़ रुपए मंदिर परिसर में बनने वाली लाइब्रेरी, भोजनशाला, यज्ञशाला, गेस्ट हाउस व संत आश्रम पर खर्च किए जाएंगे। मां नागणेच्या माता ट्रस्ट, नागाणा के महामंत्री बिग्रेडियर शक्तिसिंह ने शनिवार को नागाणा में आयोजित मंदिर के मास्टर प्लान व ब्रोशर विमोचन कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 65 स्तंभों का विशाल मंदिर अगले दो साल में बन जाएगा। अब तक जन सहयोग से इस पर साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। 27 किलोग्राम चांदी से निज मंदिर का दरवाजा बनाया जाएगा। रणकपुर मंदिर बनाने वाले कारीगर शिल्पी देवा के वंशज कैलाश सोमपुरा को मकराना व जोधपुर के पत्थर से मंदिर बनाने का जिम्मा दिया गया है। मंदिर का मास्टर प्लान अहमदाबाद के वास्तुविद कुलभूषण जैन ने बनाया है। शनिवार को ट्रस्ट के महामंत्री ब्रिगेडियर शक्तिसिंह, प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उम्मेदसिंह अराबा, महामंत्री राजेंद्रसिंह थोब, कल्याणसिंह राठौड़, मैनेजर हुकम सिंह, ट्रस्ट के उपाध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह नगर व कैलाश सोमपुरा सहित अन्य पदाधिकारियों ने मास्टर प्लान का विमोचन किया।

वेबसाइट पर भक्त करेंगे माता के दर्शन

शक्तिसिंह ने बताया कि दुनिया भर में रहने वाले राठौड़ वंश के लोगों की सुविधा के लिए जल्द ही वेबसाइट जारी की जाएगी, ताकि भक्त इंटरनेट के जरिए भी माता के दर्शन कर सकें। मंदिर में सुरक्षा की दृष्टि से सीसी टीवी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में राठौड़ वंश के हर जाति व गौत्र के लोगों का सहयोग मिल रहा है। यहां श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बड़ी धर्मशाला व दर्जनों कॉटेज वार्ड बनाए जा रहे हैं। मंदिर के जीर्णोद्धार का काम 13 फरवरी 2009 से चल रहा है।

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