जयपुर.प्रदेश के वांछित 22 हजार से ज्यादा अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस मुख्यालय ने तेरह जिलों की पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रदेश के सीमावर्ती 6 राज्यों के इन बदमाशों में 4 हजार से अधिक वांछित बदमाश दिल्ली के हैं। दिल्ली के बदमाशों को पकड़ने का जिम्मा जयपुर पुलिस कमिश्नरेट को दिया गया है। पुलिस कमिश्नरेट ने सभी जिलों से उनके वहां पर वांछित चल रहे बदमाशों के बारे में जानकारी मांगी है।
इन राज्यों के हैं प्रदेश में वांछित बदमाश :
प्रदेश के सीमावर्ती 6 राज्यों के इन बदमाशों में 4 हजार से अधिक वांछित बदमाश दिल्ली के हैं। दिल्ली के बदमाशों को पकड़ने का जिम्मा जयपुर पुलिस कमिश्नरेट को दिया गया है। पुलिस कमिश्नरेट ने सभी जिलों से उनके वहां पर वांछित चल रहे बदमाशों के बारे में जानकारी मांगी है।
इन राज्यों के हैं प्रदेश में वांछित बदमाश :
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार राज्य में सबसे ज्यादा वांछित बदमाश सीमावर्ती राज्यों के हैं, जो प्रदेश में आकर एक-दो माह रहते हैं और वारदात कर फरार हो जाते हैं। इनमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा गुजरात के बदमाश सबसे ज्यादा वांछित हैं।
उन्हें पकड़ने के लिए कई बार संबंधित थाना पुलिस इन राज्यों में गई, लेकिन पता नहीं चला। जयपुर कमिश्नरेट और जयपुर रेंज के ही करीब एक हजार फरार बदमाश दिल्ली के हैं।
अस्सी प्रतिशत बदमाश 6 राज्यों के :
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) प्रदीप व्यास का कहना है कि करीब 22 हजार से ज्यादा वांछित बदमाश सीमावर्ती छह राज्यों के हैं।
इसके लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर द्बितीय फेज में 13 जिलों की पुलिस को वांछित बदमाशों को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें सीमावर्ती जिलों को ज्यादा जिम्मेदारी है। अस्सी प्रतिशत वांछित बदमाश सीमावर्ती राज्यों के हैं।
इनकी धरपकड़ होने से राज्य में अपराध नियंत्रण पर प्रभावी असर पड़ेगा। तीसरे फेज में दूर के राज्यों के वांछित बदमाशों को पकड़ने की कार्ययोजना है।
उन्हें पकड़ने के लिए कई बार संबंधित थाना पुलिस इन राज्यों में गई, लेकिन पता नहीं चला। जयपुर कमिश्नरेट और जयपुर रेंज के ही करीब एक हजार फरार बदमाश दिल्ली के हैं।
अस्सी प्रतिशत बदमाश 6 राज्यों के :
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) प्रदीप व्यास का कहना है कि करीब 22 हजार से ज्यादा वांछित बदमाश सीमावर्ती छह राज्यों के हैं।
इसके लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर द्बितीय फेज में 13 जिलों की पुलिस को वांछित बदमाशों को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें सीमावर्ती जिलों को ज्यादा जिम्मेदारी है। अस्सी प्रतिशत वांछित बदमाश सीमावर्ती राज्यों के हैं।
इनकी धरपकड़ होने से राज्य में अपराध नियंत्रण पर प्रभावी असर पड़ेगा। तीसरे फेज में दूर के राज्यों के वांछित बदमाशों को पकड़ने की कार्ययोजना है।
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