शनिवार, 10 सितंबर 2011

बाबा रामदेवमेले के बाद भी उमड़ रही है श्रद्धालुओं की भीड़





मेले के बाद भी उमड़ रही है श्रद्धालुओं की भीड़

पुलिस व्यवस्था के साथ-साथ दुकानदारों ने भी समेटे अपने सामान

रामदेवरा बाबा रामदेव मेले के प्रशासनिक स्तर पर समापन के बावजदू भी भद्रपद शुक्ला द्वादशी को स्थानीय ग्रामीणों सहित आस-पास के क्षेत्रों के लोगों की भारी भीड़ रही। शुक्रवार को समाधि के मुख्य प्रदेश द्वार खुलने से पूर्व ही हजारों दर्शनार्थियों की लंबी कतारें लग गई जो दिन चढऩे के साथ बढ़ती गई। सुबह एकादशी को विश्नोई समाज एवं स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ सर्वाधिक थी। मेला समाप्ति की औपचारिकता के चलते पुलिस बल व अन्य विभागीय अधिकारियों को कार्यमुक्त करने के बाद दिन भर रही भीड़ स्वत: नियंत्रित हो कर दर्शन लाभ लेते देखी गई।

प्रशासन ने की जल्दबाजी : सरकारी तिथि अनुसार भाद्रपद शुक्ला द्वितीया से एकादशी तक मेला अवधि मान गुरुवार को बाहरी जिलों से आए श्रद्धालुओं व शुक्रवार को जिले की पुलिस को कार्यमुक्त कर विदाई दे दी गई। जबकि शुक्रवार को मेला समाप्ती के पहले दिन विगत कई दिनों की भीड़ से सर्वाधिक भीड़ देखी गई। अमूमन दर्शनार्थियों की आवक भाद्रसुदी पूर्णिमा तक रहती है ऐसे में प्रशास को व्यवस्थाए बनाए रखने के लिए पर्याप्त स्टाफ की तैनातगी सुनिश्चित रखती चाहिए।

कोई वैकल्पिक सुविधा नहीं: शुक्रवार को दर्शनार्थियों की कतारों को व्यवस्थित करने एवं सुगमता पूर्वक दर्शन व्यवस्था बनाए रखने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं देखी गई। कस्बे में अलग स्थानों पर स्थापित सूचना केन्द्रों के अभाव में एक दूसरे से बिछुड़े परिजन आपस में ढूंढते बिलखते नजर आए। वहीं पर्याप्त स्वास्थ्य चौकियों के अभाव में बाहरी इलाकों से पैदल यात्रा कर पहुंचने वाले पदयात्रियों को प्राथमिक उपचार की कोई व्यवस्था नहीं देखी गई।

ठेकेदारों ने समेटा सामान: मेला व्यवस्थाओं के नाम पर आगामी 12 सितंबर तक ग्राम पंचायत को विद्युत, टेंट व अन्य आवश्यक सामग्री सप्लाई करने वाले ठेकेदारों ने गुरुवार की शाम को ही अपने डेरे समेटने शुरू कर दिए। कनातों के सहारे लगाई गई अस्थाई लाइटें हटाने से गुरूवार रात्रि कई इलाके अंधेरे में डूबे रहे।

शहीद पूनमसिंह हमारे लिए गर्व और गौरव है अमर शहीद पूनमसिंह भाटी के 46वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित

शहीद पूनमसिंह हमारे लिए गर्व और गौरव है

अमर शहीद पूनमसिंह भाटी के 46वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित


जैसलमेर देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए 9 सितम्बर 1965 को भारत पाक सीमा पर स्थित भुटोवाला चौकी पर पाक आक्रमणकारियों का सामना करते हुए मातृभूमि पर अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर शहीद पूनम सिंह भाटी के 46 वें बलिदान दिवस पर शुक्रवार को शहीद पूनम सिंह स्टेडियम मे आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के अवसर नगरवासियों ने अपने शूरवीर सपूत को श्रद्धासहित स्मरण किया। अमर शहीद पूनम सिंह स्मृति स्थान जैसलमेर के तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के अवसर पर जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी , पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, नगर पालिका अध्यक्ष अशोक तंवर के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक भी अच्छी संख्या में उपस्थित थे। विधायक भाटी ने इस अवसर पर कहा की शहीद पूनम सिंह ने सीमाओं की रक्षा करते हुए जिस अदम्य साहस का परिचय दिया है वह पुलिस विभाग ही नही अपितु पूरे जिलेवासियों के लिए गर्व एवं गौरव का विषय है। उन्होंने कहा की सीमावर्ती जिला होने के कारण वर्तमान आंतकवाद के वातावरण में प्रत्येक जिलेवासी की जिम्मेदारी बढ़ जाती है । उन्होंने कहा की हमें देश की अखंडता एवं एकता बनाए रखने के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए तथा अपने आस पास की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। विधायक भाटी ने शहीद पूनम सिंह के नाम से नगर में आवासीय कॉलोनी की स्थापना करने की आवश्यकता प्रतिपादित की ।पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने कहा कि शहीद पूनमसिंह ने अद्भूत शौर्य एवं पराक्रम का परिचय देते हुए देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्राणोत्सर्ग कर सीमान्त जिले को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि शहीद की शहादत को चिरस्मणीय बनाने के लिए वर्ष पर्यन्त कार्यक्रम आयोजित किए जाने की आवश्यकता है ताकि आने वाली पीढिय़ों को इस सम्बन्ध में प्रेरणा मिल सके।

नगरपालिका अध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व विधायक किसन सिंह भाटी एवं सांग सिंह भाटी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सुमार खां, रिटायर्ड अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंदन सिंह के साथ ही संस्थान के सचिव शैतान सिंह पूनमनगर ने भी इस अवसर पर शहीद की शहादत के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। पुलिस बैंड की धुनों के मध्य विधायक छोटू सिंह भाटी ने शहीद की प्रतिमा के समक्ष दीप पजवलित किया एवं पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने प्रतिमा के समक्ष पुष्पचक्र अर्पित किए एवं प्रतिमा के मस्तक पर अक्षत तिलक लगाकर श्रदासुमन अर्पित किए।

Shri Krishna Govind Hare Murari Hey Naath Narayana Vasudeva....flv

प्राणिमात्र की पीडा हरने वाले साई ....ॐ साईं नमो नमः || श्री साईं नमो नमः || जय जय साईं नमो नमः || सतगुरु साईं नमो नमः || ॐ श्री सतगुरु साईनाथ महाराज की जय ||



प्राणिमात्र की पीडा हरने वाले साई हरदमकहते, मैं मानवता की सेवा के लिए ही पैदा हुआ हूं। मेरा उद्देश्य शिरडीको ऐसा स्थल बनाना है, जहां न कोई गरीब होगा, न अमीर, न धनी और न ही निर्धन..। कोई खाई, कैसी भी दीवार..बाबा की कृपा पाने में बाधा नहीं बनती। बाबा कहते, मैं शिरडीमें रहता हूं, लेकिन हर श्रद्धालु के दिल में मुझे ढूंढ सकते हो। एक के और सबके। जो श्रद्धा रखता है, वह मुझे अपने पास पाता है।

साई ने कोई भारी-भरकम बात नहीं कही। वे भी वही बोले, जो हर संत ने कहा है, सबको प्यार करो, क्योंकि मैं सब में हूं। अगर तुम पशुओं और सभी मनुष्यों को प्रेम करोगे, तो मुझे पाने में कभी असफल नहीं होगे। यहां मैं का मतलब साई की स्थूल उपस्थिति से नहीं है। साई तो प्रभु के ही अवतार थे और गुरु भी, जो अंधकार से मुक्ति प्रदान करता है। ईश के प्रति भक्ति और साई गुरु के चरणों में श्रद्धा..यहीं से तो बनता है, इष्ट से सामीप्य का संयोग।

दैन्यताका नाश करने वाले साई ने स्पष्ट कहा था, एक बार शिरडीकी धरती छू लो, हर कष्ट छूट जाएगा। बाबा के चमत्कारों की चर्चा बहुत होती है, लेकिन स्वयं साई नश्वर संसार और देह को महत्व नहीं देते थे। भक्तों को उन्होंने सांत्वना दी थी, पार्थिव देह न होगी, तब भी तुम मुझे अपने पास पाओगे।

अहंकार से मुक्ति और संपूर्ण समर्पण के बिना साई नहीं मिलते। कृपापुंजबाबा कहते हैं, पहले मेरे पास आओ, खुद को समर्पित करो, फिर देखो..। वैसे भी, जब तक मैं का व्यर्थ भाव नष्ट नहीं होता, प्रभु की कृपा कहां प्राप्त होती है। साई ने भी चेतावनी दी थी, एक बार मेरी ओर देखो, निश्चित-मैं तुम्हारी तरफ देखूंगा।

1854में बाबा शिरडीआए और 1918में देह त्याग दी। चंद दशक में वे सांस्कृतिक-धार्मिक मूल्यों को नई पहचान दे गए। मुस्लिम शासकों के पतन और बर्तानियाहुकूमत की शुरुआत का यह समय सभ्यता के विचलन की वजह बन सकता था, लेकिन साई सांस्कृतिक दूत बनकर सामने आए। जन-जन की पीडा हरी और उन्हें जगाया, प्रेरित किया युद्ध के लिए। युद्ध किसी शासन से नहीं, कुरीतियों से, अंधकार से और हर तरह की गुलामी से भी! यह सब कुछ मानवमात्र में असीमित साहस का संचार करने के उपक्रम की तरह था। हिंदू, पारसी, मुस्लिम, ईसाई और सिख..हर धर्म और पंथ के लोगों ने साई को आदर्श बनाया और बेशक-उनकी राह पर चले।

दरअसल, साई प्रकाश पुंज थे, जिन्होंने धर्म व जाति की खाई में गिरने से लोगों को बचाया और एक छत तले इकट्ठा किया। घोर रूढिवादी समय में अलग-अलग जातियों और वर्गो को सामूहिक प्रार्थना करने और साथ बैठकर चिलम पीने के लिए प्रेरित कर साई ने सामाजिक जागरूकता का भी काम किया। वे दक्षिणा में नकद धनराशि मांगते, ताकि भक्त लोभमुक्तहो सकें। उन्हें चमत्कृत करते, जिससे लोगों की प्रभु के प्रति आस्था दृढ हो। आज साई की नश्वर देह भले न हो, लेकिन प्यार बांटने का उनका संदेश असंख्य भक्तों की शिराओंमें अब तक दौड रहा है।

शुक्रवार, 9 सितंबर 2011

दुल्हन को छोड़ भागे दहेज लोभी

दुल्हन को छोड़ भागे दहेज लोभी

झुंझुनूं। झुंझुनूं कस्बे में दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर निकाह के बाद दुल्हन को उसके ससुराल वालों के छोड़कर चले जाने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार मोहम्मद साबिर ने कोतवाली थाने में इस आशय की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार गत बुधवार को साबिर की पुत्री का सीकर निवासी आसिफ से निकाह हुआ था।

निकाह के बाद दुल्हे के पिता और मां ने मोटरसाइकिल, स्वर्णाभूषण तथा एक लाख रूपए दहेज में देने की मांग रख दी। इस पर दुल्हन के पिता के होश उड़ गए और वर पक्ष के लोगों से कहा कि उन्होंने अपनी हैसियत से अधिक दहेज दिया है। दोनों पक्षों में हुए विवाद के बाद समाज की पंचायत हुई लेकिन मामला नहीं सुलझ पाया। बाद में वे लोग निकाह के बाद दुल्हन को छोड़ कर लौट गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।

जोधपुर जंतुआलय के एकमात्र नर टाइगर की मौत

जोधपुर। पिछले दस दिनों से खाना-पीना छोड़ चुके जोधपुर जंतुआलय के एकमात्र नर टाइगर रुद्र ने गुरुवार देर रात दम तोड़ दिया। वह दस दिनों से गंभीर बीमार चल रहा था और चार सितंबर के बाद तो रुद्र ने खाना-पीना बिल्कुल छोड़ दिया था। सात सितंबर को उसके ब्लड की जांच के लिए सैंपल आईवीआरआई बरेली भेजा गया था। एक-दो दिन में जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद थी लेकिन इससे पहले ही गुरुवार देर रात रुद्र ने अंतिम सांस ले ली।


जंतुआलय प्रशासन गुरुवार को दिन भर डॉक्टरों की टीम के साथ उसके उपचार में जुटा रहा है लेकिन उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। गुरुवार को ही विभागीय अधिकारियों ने पंजाब व मध्यप्रदेश से डॉक्टरों की स्पेशल टीम को बुलाने का निर्णय लिया था। लेकिन शुक्रवार सुबह जब जंतुआलय के कर्मचारी आए तो रुद्र को पिंजरे में मृत देखा। इसके बाद अधिकारी भी आए। बाद में कायलाना की पहाडिय़ां स्थित माचिया बायोलॉजीकल पार्क में दाह संस्कार किया गया।

नैसर्गिक सुंदरता कृत्रिम प्रसाधनों की मोहताज नहीं .... सुंदर फोटो गैलरी .























नैसर्गिक सुंदरता कृत्रिम प्रसाधनों की मोहताज नहीं


बाडमेर आधुनिक बनने की होड़ में शायद ही कोई ऐसा चेहरा बचा हो, जो सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग न करता हो. चेहरे को तमाम सौंदर्य प्रसाधनों के जरिए निखार कर आधुनिक बालाएं अल्प समय की सुंदरता पाकर निहाल हो उठती हैं और इसी अल्प समय की सुंदरता के बलबूते सौंदर्य प्रतियोगिताओं के ताज पहन रही हैं. मगर, के बाड़मेर जिले की अत्यन्त खूबसूरत ग्रामीण बालाओं की नैसर्गिक सुंदरता के आगे मेकअप के बूते हासिल किया गया उधार का हुस्न फीका लगता हैं राजस्थान.

ग्रामीण क्षेत्रों में नैसर्गिक सौंदर्य यहां की बालाओं की विशेष पहचान है. शादी - ब्याह के अवसरों पर 'वे' के बजाय कुदरती चीजों का इस्तेमाल करती हैं कॉस्मेटिक. मुल्तानी (मिट्टी स्थानीय भाषा में जिसे मेट कहा जाता हैं) व चूरी भाटे से ही मेकअप किया है जाता. सैंकडो प्रकार के - देसी विदेशी श्रृंगार प्रसाधनों से सजी - धजी शहरी बालाओं का सौंदर्य ग्रामीण परिवेश में पली - बढ़ी बालाओं के प्राकृतिक चीजों से किए गए सौंदर्य के आगे फीका लगता है. हस्तनिर्मित एवं फुटपाथ पर गौर बंजारनो से खरीद गए श्रृंगार प्रसाधनों के उपयोग से नुमाया हुई खूबसूरती का कोई साईड इफेक्ट नही है और न ही इसके उतर जाने पर सौंदर्य धुंधला पडता हैं.

बाड़मेर की विश्वप्रसिद्ध मुल्तानी मिट्टी एक बेहतरीन प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधन है. मुल्तानी मिट्टी का चूर अन्तरराष्ट्रीय बाजारों की - बडी बडी दुकानों में महंगी कॉस्मेटिक सामग्री के रूप में मिलता है. यह मिट्टी त्वचा को स्वच्छ व गोरी बनाने में चमत्कारी कार्य करती है. मुल्तानी मिट्टी 'की मेट' बाथ तेजी से लोकप्रिय हो रही है. बाड़मेर में निर्यात 'होकर' मुल्तानी मिट्टी शहरों में भड़कीले पैकेटों में पैक होकर खुशबूदार टेलकम पाउडर के रूप में बिकती है बेन्टोनाईट. मगर, आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बिना चंदन, मोगरे, गुलाब की महक के 'मनपसंद मेटबाथ' व चूरी भाटे का प्रयोग कर श्रृंगार करने वाली महिलाएं बिजलियां गिराने का माद्दा रखती हैं.

बाडमेर जिले में लगभग 6 'खानें' बेन्टोनाईट की हैं. मगर, नीतियों में आई विसंगतियों के कारण खानों का संचालन जोखिमभरा हो गया है सरकारी. खान मालिक भरत दवे बताते हैं कि खनिज विभाग द्वारा सीमित गहराई तक ही बेंटोनाईट के खनन की स्वीकृति देने के कारण पूरा खनन नहीं हो पाता, बीच में ही खदान बन्द करनी पडती हैं, जिसके कारण खान संचालकों को घाटा उठाना पडता है. देश भर में बेंटोनाईट की जबरदस्त मांग के बावजूद पर्याप्त आपूर्ति नही हो पा रही है.

100 रुपए रिश्वत लेने पर 3 पुलिस कर्मी गिरफ्तार

अम्बाला. जीटी रोड पर गश्त कर रहे पीसीआर तीन के इंचार्ज सहित पूरे स्टाफ को रिश्वत लेते हुए एसपी शशांक आनंद ने मध्य रात्रि खुद पकड़ा।

जीटी रोड पर ट्राली चालक से पीसीआर में ड्यूटी दे रहे एएसआई व चालक सहित दो हैड कांस्टेबल के कारनामे को देख खुद एसपी दंग रह गए जिसके बाद उन्होंने पड़ाव थाना पुलिस को तीनों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करने के निर्देश दिए।

कार्रवाई करते हुए पड़ाव पुलिस ने भ्रष्टाचार के आरोप में तीनों मुलाजिमों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को दिल्ली में बम धमाके के बाद अम्बाला में भी अलर्ट किया गया था और मध्य रात्रि एसपी खुद पुलिस जवानों की मुस्तैदी का जायजा सिविल ड्रेस पहनकर सड़कों पर ले रहे थे।

इस दौरान जब एसपी जीटी रोड पर स्थित जीआरपी एसपी आफिस के निकट से गुजरे तो पीसीआर नंबर तीन सड़क किनारे एक ट्राली को रोके हुए खड़ी थी।

एसपी ने खुद उतरकर पीसीआर स्टाफ से बात की, लेकिन इतने में ट्राली चालक मुज्जफरनगर निवासी मांगेराम ने बताया कि तीनों जवान उससे सौ रुपए रिश्वत ट्राली आगे ले जाने के लिए ले रहे थे।

ट्राली में गुड था जोकि मांगेराम पंजाब ले जा रहा था। उस समय पीसीआर तीन पर इंचार्ज एएसआई निर्मल जीत सिंह, हैड कांस्टेबल सुभाष और ड्राइवर हैड कांस्टेबल राजपाल ड्यूटी दे रहे थे। पूछताछ के बाद एसपी आनंद ने पड़ाव पुलिस को मौके पर बुलाकर तीनों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए।

पड़ाव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीसीआर तीन पर तैनात तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है। डीएसपी बलजिंद्र सिंह ने बताया कि रात को एसपी शशांक आनंद ने चेकिंग के दौरान पैसे लेने का यह मामला पकड़ा था। तीनों मुलाजिमों के खिलाफ केस दर्जकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

भ्रष्ट अफसरों/कर्मियों पर रहेगी नजर

एसपी शशांक आनंद ने कहा कि काम के बदले लोगों से पैसे मांगने वाले अफसर व कर्मियों पर पूरी नजर रखी जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि अगर किसी के खिलाफ घूसखोरी की शिकायत आएगी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस सिलसिले में जनता को जागरूक करने के लिए एसपी आनंद ने कहा कि रिश्वत मांगने वाले की शिकायत लोग उनके मोबाइल नंबर या आफिस में भी कर सकते हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि शिकायत निपटान के दौरान घूस मांगने वाले अफसर या फिर कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज करने की भी कार्रवाई की जाएगी।

गुजरात में गैरकानूनी रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों की तलाश

वडोदरा। हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट के दरवाजे के पास आतंकवादियों द्वारा किए गए ब्लास्ट में में 11 लोगों की मौत हुई है। इस बॉम्ब ब्लास्ट की जिम्मेदारी आतंकवादी संस्था हूजी ने ली है। आतंकवादी हूजी का संचालन पड़ोसी देश बांग्लादेश से होता है। इसी मद्देनजर अब सुरक्षा एजेसियां भारत में गैर काूननी रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की तलाश कर रही हैं।

यह कार्रवाई गुजरात में भी व्यापाक रूप से चल रही है। उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों की हिट लिस्ट में गुजरात भी है। इसी मद्देनजर गुजरात पुलिस भी अभियान के तहत सघन खोजबीन में जुटी है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार हूजी द्वारा भारत में गैर कानूनी रूप से रह रहे बांग्लादेशियों का उपयोग आतंकी प्रवृत्तियों के लिए करने की पूरी संभावना है। इससे भी गंभीर बात यह है कि आंकड़ें बताते हैं देश में बांग्लादेशी घुसपैठियों की तादाद चौंकाने वाली है।

दूसरी ओर अहमदाबाद और मुंबई जैसे शहरों में श्रेणीबद्ध बॉम्ब ब्लास्ट कर चुका आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन और हूजी के रिश्ते काफी अच्छे हैं। इसलिए ये दोनों आतंकी ग्रुप मिलकर बांग्लादेशियों का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।

भीलवाड़ा: दीवार ढहने से मां-बेटे की मौत

जहाजपुर(भीलवाड़ा). गांगीथला गांव में शुक्रवार तड़के एक मकान में कच्ची दीवार ढह जाने से मां-बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। जहाजपुर थानांतर्गत गांगीथला मेंं सुबह करीब पौने पांच बजे कैलाश सिंह राजपूत की पत्नी गोविंद कंवर(4६) व उसका पुत्र भवानी सिंह (15) शौच करने के लिए मकान से बाहर गए थे। वापस आने के बाद हाथ धोते हुए आपस बतिया रहे थे कि पोल की दीवार भरभरा कर ढह गई। दोनो ही उसके मलबे में दब गए।

दीवार गिरने की तेज आवाज सुनकर दूसरे कमरे में सो रहा कैलाश सिंह बाहर आया। उसके शोर मचाने पर काफी संख्या में ग्रामीण भी एकत्र हो गए। जहाजपुर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से मलबे में दबे मां-बेटे को निकाल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना से पूरा गांव शोक में डूब गया। गमगीन माहौल के बीच अंतिम संस्कार के लिए दोनों की अर्थियां एक साथ उठी।

अब अकेला रह गया कैलाश
इस घटना से कैलाश सिंह को गहरा आघात लगा। बीपीएल चयनित इस परिवार में पत्नी व इकलौते बेटे की मौत के बाद अब वह अकेला रह गया। बताया गया कि गत दिनों हुई लगातार बरसात के कारण मकान की यह दीवार कमजोर हो गई और आज उसने दो जनों की जान ले ली।

एक्टर ने बीवी को पीटा,हुआ गिरफ्तार

एक्टर ने बीवी को पीटा,हुआ गिरफ्तार

नई दिल्ली। कन्नड़ फिल्मों के मशहूर एक्टर दर्शन को घरेलू हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन पर कथित रूप से पत्नी की पिटाई का आरोप है। पिटाई के दौरान दर्शन की पत्नी विजयलक्ष्मी गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे बेंगलूरू के गायत्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दर्शन और विजयलक्ष्मी की शादी 2000 में हुई थी। इनके एक बेटा भी है।

भंवरी के मिलने पर अभी भी संशय

जोधपुर।आठ दिनों से लापता एएनएम भंवरी देवी के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल विश्नोई को पुलिस ने 15 सितंबर तक रिमांड पर ले लिया है। अब तक की जांच में पुलिस इस नतीजे पर पहुंच गई है कि भंवरी का अपहरण ही हुआ है।

पुलिस जांच की दिशा भी तय हो गई है और पुलिस ने दो-तीन दिन में खुलासा करने का भी दावा किया है, लेकिन खुद भंवरी के मिलने पर अभी भी संशय बना हुआ है। इस बीच, गुरुवार रात अचानक एएनएम के साथ किसी अनहोनी की आशंका की अफवाह फैल गई, लेकिन पुलिस के उच्चधिकारियों ने ऐसा कुछ भी होने से इनकार किया। पुलिस का एक ही जवाब था कि अभी इस संबंध में कोई नई जानकारी नहीं है।
बिलाड़ा थाने में एक सितंबर को भंवरी की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने 3 सितंबर को ठेकेदार सोहनलाल से पूछताछ की थी। फिर 5 सितंबर को अपहरण का मुकदमा दर्ज होने पर पुलिस ने 6 सितंबर को सोहनलाल को गिरफ्तार कर लिया।

गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश कर 7 दिन के रिमांड पर भी ले लिया गया है। हालांकि पुलिस ने सोहनलाल का सिम कार्ड व मोबाइल फोन बरामद करने और अन्य साथी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दस दिन का रिमांड मांगा था, मगर सोहनलाल के वकील अनोपसिंह चारण ने ऐतराज किया कि पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज होने से पहले ही सोहनलाल को हिरासत में ले रखा है, इसलिए इतना रिमांड नहीं मिलना चाहिए। इस पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जांच अधिकारी एएसपी हिम्मत अभिलाष टाक को कोर्ट में बुलाया। फिर दोनों पक्षों को सुन कर 15 सितंबर तक रिमांड पर रखने के आदेश दिए।

बस दो-तीन दिन और..

हम सही दिशा में जांच कर रहे हैं, यह भी तय हो गया कि भंवरी का अपहरण हुआ है। अब अपहरण में सहयोग करने वाले सोहनलाल के साथियों की तलाश में लगे हैं। दो-तीन में खुलासा कर देंगे।

- उमेश मिश्रा, आईजी जोधपुर रेंज।

आईएएस जैन पर एसीबी का शिकंजा

आईएएस जैन पर एसीबी का शिकंजा

जयपुर। जयपुर-दिल्ली नेशनल हाइवे से एकाएक लापता होने के बाद सुर्खियों में आए आईएएस अधिकारी नवीन जैन अब भ्रष्टचार के मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। आईएएस अधिकारी जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।

जैन के हनुमानगढ़ जिला कलक्टर रहने के दौरान चिकित्सा उपकरण और अन्य वस्तुओं की खरीद के मामले में हुए लाखों रूपए के घोटाले के मामले में एसीबी ने प्राथमिकी (पी) दर्ज कर ली है। इसके अलावा जैन के करौली और बारां जिला कलक्टर रहने के दौरान भी पद के दुरूपयोग के मामले में लगे आरोपों की अलग से जांच की जा रही है।

एसीबी के महानिदेशक अजीत
सिंह ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के करौली में कलक्टर रहने के दौरान लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की शिकायत भी मिल गई है, जिसकी जांच जारी है। सिंह के मुताबिक, जैन के खिलाफ हनुमानगढ़ में कलक्टर रहने के दौरान लगे आरोपों के मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। इसके अलावा बारां जिले से मिली शिकायतों की जांच भी करवाई जा रही है।

सात से अस्सी लाख का खेल : एसीबी के सूत्रों ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के खिलाफ करौली में कलक्टर रहने के दौरान सरकारी काम-काज के प्रचार-प्रसार के मामले में लाखों रूपए का घोटाला करने की शिकायत मिली थी। सूत्रों ने बताया कि जैन के करौली में कलक्टर रहने के दौरान प्रचार-प्रसार के होर्डिंग और अन्य सामग्री के लिए सात लाख रूपए का बजट स्वीकृत हुआ था।

बताया जाता है कि जिला प्रशासन ने इस मामले में कागजों में सात लाख के बजाय करीब अस्सी लाख रूपए का खर्चा दिखा कर भुगतान उठा लिया। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने अपनी जांच शुरू की। सिंह के मुताबिक करौली प्रकरण में करीब अस्सी लाख रूपए का हेर-फेर करने का मामला सामने आया है।

एसीबी के महानिदेशक सिंह ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के खिलाफ बारां में नरेगा के कामकाज की आड़ में सरकारी जमीन की हेर-फेर करने और हनुमानगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की सामग्री की खरीद में बड़ा घोटाला करने की शिकायतें भी मिली हैं। हनुमानगढ़ जिले की शिकायत के मामले में एसीबी ने प्राथमिकी भी दर्ज कर ली है।

जया प्रदा की धमकी, अमर सिंह ने मुंह खोला तो कई पड़ जाएंगे मुश्किल में

बॉलिवुड से राजनीति में आने वालीं जया प्रदा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अमर सिंह ने अपना मुंह खोला तो बहुत से लोग मुश्किल में पड़ जाएंगे। जया ने उन लोगों को चेतावनी दी है, जिन्होंने अमर सिंह से फायदा उठाया लेकिन उनके मुश्किल वक्त में पीठ मोड़ कर खड़े हैं। गौरतलब है कि कैश फॉर वोट कांड में अमर सिंह इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।

गुरुवार को अमर सिंह से मुलाकात के बाद जया प्रदा ने कहा कि अमर सिंह जेल में कुछ नहीं खा रहे थे और कई बार उल्टियां भी कर रहे थे। जया ने अमर की किडनी में इंफेक्शन की भी आशंका जताई। जया प्रदा ने कहा, ' अमर सिंह को जेल में टॉइलेट से दिक्कत है। वहां का टॉइलेट साफ-सुथरा नहीं है। बीमार रहने की वजह से जेल में रहना उनके लिए ठीक नहीं है। '

जया ने कहा कि अमर सिंह के सरकार बचाने के दौरान बहुत से लोगों ने फायदा उठाया लेकिन अब कोई हाल तक नहीं पूछ रहा है। जया बोलीं, ' मुझे न्यायपालिका में यकीन है लेकिन आम आदमी पूछ रहा है कि वह जेल में क्यों हैं ?(विश्वासमत पर वोटिंग के दौरान) फायदा उठाने वाले वह नहीं थे, फायदा दूसरे लोगों को मिला था। '

जया प्रदा ने कहा कि सरकार और विपक्ष अमर सिंह को टारगेट कर रहे हैं, जबकि अमर सिंह कुछ नहीं बोल रहे हैं। अगर अमर सिंह ने अपना मुंह खोला तो बहुत से लोग मुश्किल में पड़ जाएंगे लेकिन वह बहुत शांत हैं। वह अपना वादा निभाते हैं, यह उनके चरित्र में है।

जया उन लोगों पर खूब भड़कीं, जो अमर सिंह से फायदा उठाने के बाद अब उनकी सुध नहीं ले रहे हैं। जया ने कहा, ' अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन को उनके मुश्किल वक्त में सपोर्ट किया, लेकिन आज वह उनके साथ नहीं खड़े हैं। मायावती को हटाकर अमर सिंह ने मुलायम को मुख्यमंत्री बनवाया। मुलायम कुछ नहीं कर रहे। यही हाल कांग्रेस का है। ' जया ने ' अहसानफरामोशों ' की लिस्ट में आजम खान और राज बब्बर का नाम भी जोड़ा।

जया अमर सिंह को निर्दोष बताते हुए कहती हैं, ' उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। पैसा कहां से आया ? दिल्ली पुलिस के पास उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। राजनीतिक साजिश के तहत उनकी छवि खराब की जा रही है। '

जयपुर में रैगिंग ने ली छात्रा की जान!

जयपुर में रैगिंग ने ली छात्रा की जान!

जयपुर। जयपुर के भांकरोटा स्थित राजस्थान इंजीनियरिंग कालेज ऑफ वूमन में पढ़ने वाली एक छात्रा की मौत के बाद उसके पिता ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत छत से गिरने से हुई है। आरोप है कि छत पर उसके साथ उसकी तीन सीनियर्स थीं, जो उस पर छत की डोली पर खड़ा होने के लिए दबाव बना रही थीं। इसी दौरान उसका पैर फिसला और नीचे गिरने से उसकी मौत हो गई। जबकि पुलिस और कॉलेज स्टाफ का कहना है छात्रा को माइग्रेन की शिकायत थी। इसी के चलते उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह कॉलेज भाजपा के एक प्रभावशाली नेता का है।

पिता ने कराया मामला दर्ज

मिली जानकारी के अनुसार सौम्या की मौत के बाद गुरूवार रात उसके पिता मिथलेश सिंह ने मामला दर्ज कराया है। विशाखापट्टनम में पोस्टेड उसके पिता गुरूवार शाम ही वहां से जयपुर आए थे। पिता ने कॉलेज प्रशासन और पुलिस पर भी दबाव बनाने का आरोप लगाया है। मिथलेश सिंह का कहना है कि सौम्या के साथ कॉलेज की ही कुछ सिनियर लड़कियों ने रैगिंग की थी। इसी के चलते उसकी मौत हुई है।

कॉजेल प्रशासन ने रच डाला नाटक

पिता मिथलेश सिंह ने बगरू थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। उनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने उन पर दबाव बनाया कि वे पूरे मामले को रैगिंग से नहीं जोडें। रैगिंग के मामले को दबाने के लिए उल्टे कॉलेज प्रशासन ने ही उनकी बेटी सौम्या पर कुछ गंभीर आरोप लगा दिए। जबकि कुछ दिन पहले ही सौम्या कॉजेल में आई थी। शुक्रवार सुबह सौम्या का पोस्टमार्टम किया गया।

पूरे मामले में पुलिस की उपस्थिति से सौम्या के परिजनों में रोष्ा है। बताया जा रहा है कि कॉलेज भरतपुर के एक बीजेपी नेता का है। इसी के चलते पुलिस ने भी परिजनों से दूरी बना रखी है। वहीं काजेल प्रशासन भी लगातार रैगिंग के मामले को नहीं उछालने का दबाव बना रहा है। बगरू के थानाधिकारी का कहना है कि लड़की के पिता मिथलेश सिंह ने रैगिंग का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। मामले में जांच जारी है।