रविवार, 4 सितंबर 2011

चोरी के माल के बंटवारे ने बनाया दोस्तों को दुश्मन, भाई-बहन सहित चार की हत्या

सीकर। बैजुवा गांव में चोरी के सामान के बंटवारे को लेकर हुए विवाद में शुक्रवार रात लाठी और कुल्हाड़ियों से चार जनों की हत्या कर दी गई। मृतकों में भाई-बहन व पिता के अलावा एक दोस्त भी शामिल है। पुलिस ने तीन जनों को गिरफ्तार किया है, जबकि आठ-दस हमलावर फरार हैं।

पुलिस के अनुसार बैजुवा निवासी पवन जाट और इसी गांव के पवन कुम्हार ने दिसंबर में सिंघाना के मंदिर में चोरी की थी। चोरी के सामान के बंटवारे को लेकर इनमें विवाद हो गया। शुक्रवार रात पवन जाट घर की छत पर दोस्त जाटवाली (झुंझुनूं) निवासी सरदारसिंह राजपूत के साथ सोया हुआ था। रात करीब 11 बजे पवन कुम्हार व कृष्ण मेघवाल आदि आठ-दस जनों ने लाठियों, कुल्हाड़ियों से हमला कर दिया। पवन की मां किताबो, बहन कमला व पिता मेघाराम बीच-बचाव करने आए। हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया। पवन जाट पड़ोसी नोपाराम कुम्हार के घर में छुप गया। हमलावर वहां भी पहुंच गए और पवन को चारपाई पर पटक कर लाठियां बरसाईं।

पवन जाट, कमला व सरदारसिंह राजपूत ने मौके पर दम तोड़ दिया। गंभीर घायल मेघाराम ने जयपुर ले जाते समय दम तोड़ दिया। सूचना मिलने के बाद आईजी सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पवन जाट और पवन कुम्हार के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।


हरियाणा से जुड़े हैं तार, राजस्थान पुलिस के हांसी में छापे

हांसी (हिसार). बैजुवा में शुक्रवार की रात को हुई इस वारदात के तार हांसी से जुड़े हैं। राजस्थान पुलिस हांसी में आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। आरोपी कृष्ण की बहन यहां राजू की ढाणी में ब्याही हुई है। जानकारी के मुताबिक कृष्ण शुक्रवार को बोलेरो लेकर यहां आया तथा अपने भांजे प्रवीन को पूरे मामले से अवगत करवाया। प्रवीन अपने 5 अन्य साथियों को लेकर उसी बोलेरो में मामा के साथ बैजुवा गया। चार लोगों की हत्या के बाद ये लोग फरार हो गए । पुलिस हांसी में तलाश कर रही है।

खाफ पंचायत के तुगलकी फरमान से आहत प्रेमी





खाफ पंचायत के तुगलकी फरमान से आहत प्रेमी

बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचे एक प्रेमी जोड़े पर समाज का कहर बरपाने को समाज के लोग पहुँच गए ! दरअसल इस जोड़े का गुनाह यह था की उन्होंने समाज की रज़ा पूछे बिना आर्य समाज में प्रेम विवाह कर दिया ! बस फिर क्या था समाज के लोगो ने इस प्रेमी जोड़े को समाज बदर करने और मारने की धमकिया देनी शुरू कर दी ! एस पी को ज्ञापन देकर बाहर निकली लड़की को तो एक महिला ने पीटना शुरू कर दिया वो भी पुलिस की मौजूदगी में ! बाड़मेर के खारा राठोदान गाँव के निवासी अर्जुन राम और यहाँ की ही रहने वाली देमी का कसूर बीएस इतना था की उसने अपनी मुहब्बत के साथ जिंदगी बिताने के लिए शादी का कदम उठा लिया ! बस उसके बाद खाफ पंचायत का जुल्मो सितम उसपर शुरू हो गया ! बार - बार समाज बदर करने की धमकियो और मार डालने के तुगलकी फरमान से परेशान इस जोड़े ने बाड़मेर के पुलिस मुखिया से दरख्वास्त कर सुरक्षा की मांग की लेकिन जैसे ही वो बाहर निकले उनपर समाज के लोगो ने हमला कर डाला ! पुलिस कर्मी भी एक बार भोच्च्के से रह गए लेकिन बाद में माजरा समझ में आया तो बीच-बचाव कर इनको बचाया ! घटना से कचहरी परिसर में सनसनी फ़ैल गई ! वही प्रेमी जोड़ा अब दहशत में जी रहा हैं !

इस मामले में पुलिस अधीक्षक का भी रुख स्पष्ट हैं कि जातीय पंचायत कानून से उपर नहीं हैं , लेकिन वो परम्पराओं कि दुहाई भी दे रहे हैं ! जो हास्यास्पद भी हैं !
संतोष चालके जिला पुलिस अधीक्षक
बाड़मेर में लोग जातीय पंचायतो से इन दिनों खासे परेशान हैं ! पिछले कुछ समय में बाड़मेर में ऐसे दर्जनों मामले सामने आये हैं !

स्‍वामी अग्निवेश ने हजार रुपये रिश्‍वत देकर बनवाया था फर्जी वोटर कार्ड?


रेवाड़ी. स्वामी अग्निवेश के साथ आठ साल तक काम करने वाले उनके सहयोगी रहे वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया है कि दिसंबर 1984 में मध्यप्रदेश के राजनंद गांव से जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए अग्निवेश ने दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित चुनाव कार्यालय में एक हजार रुपए रिश्वत देकर मुस्लिम मोहल्ला से फर्जी मतदाता प्रमाण पत्र बनवाया था।
विद्रोही के अनुसार उनकी 1978 में स्वामी से मुलाकात हुई थी। बंधुवा मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय खान मजदूर यूनियन गठित करने के बाद स्वामी दोनों संगठनों के अध्यक्ष तथा विद्रोही महासचिव बने थे। विद्रोही ने स्वामी से अलगाव की वजह स्वामी की खदान मालिकों से मिलीभगत होना बताया।
विद्रोही ने कहा कि अगर मोर्चा के पुराने रिकॉर्ड को खंगाला जाए तो साबित हो जाएगा कि स्वामी का विदेशों में भी लेनदेन चलता था। स्वामी अग्निवेश 1977 में जनता पार्टी की टिकट पर हरियाणा के पूंडरी विधानसभा से विधायक मनोनीत हुए थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री भजनलाल ने उन्हें शिक्षामंत्री बनाया था। सत्ता परिवर्तन के बाद पूंडरी से उनका लगाव खत्म हुआ और मतदाता सूची से उनका नाम काट दिया गया था।

बंद कार में सेक्स के दौरान लगा 'बैक गियर'


एक कामुक जोड़े को अपने प्यार की रफ़्तार पर उस वक़्त ब्रेक लगानी पड़ी, जब अचानक उनकी कार 60 फुट की ऊंचाई पर छत के किनारे लटक गई।

दक्षिणी चीन के हुनान श्रेत्र से लगते छांगसा में एक प्रेमी जोड़ा अकेलेपन की तलाश में अपनी कार को बिल्डिंग की छत पर मौज़ूद पार्किंग में ले जाते हैं। गाड़ी को छत की पार्किंग पर खड़ी कर यह जोड़ा अंदर ही रोमांस करने में मश्गूल हो जाता है।

बंद कार में सेक्स करने के दौरान जो़ड़े को गर्मी महसूस होती है और ये एयरकंडीशन चालू रखने के लिए गाड़ी स्टार्ट कर देते हैं। लेकिन इन रोमांटिक पलों में जोश में आकर क्यू हो ग़लती से कार को रिवर्स गियर में चला देते हैं और कार बिल्डिंग की दीवार को तोड़ती हुई 60 फुट की उंचाई पर ख़तरनाक तरीके से लटक जाती है।



इस हादसे के बाद बिल्डिंग के 60 फुट नीचे से गुज़र रहे लोग जब क्यू होउ की 43 वर्षीय गर्लफ्रेंड लिली टेंग के चिल्लाने की आवाज़ सुनते हैं, तब कहीं जाकर इस जोड़े की जान बचा पाती है।

मौके पर पहुंचे लोग इस जोड़े को सावधानी से कार से बाहर निकालते है, जो कि केवल धुंआ निकालने वाले पाइप के सहारे दीवार से अटकी हुई थी।

इस मामले में एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा "वे काफी शर्मिंदा थे, लेकिन अपनी जान बच जाने के लिए शुक्रगुजार थे।"

जैसलमेर , आज की ताजा खबर. बहिन ने भाई को किडनी देकर कायम की मिसाल


बहिन ने भाई को किडनी देकर कायम की मिसाल

 जैसलमेर आज के इस युग में जहां एक तरफ रिश्तों में दूरियां बढ़ रही है। वहीं इसके उलट एक बहिन ने त्याग का परिचय देते हुए अपने भाई को किडनी देकर उसकी जिंदगी बचा एक मिशाल पेश की। जैसलमेर के गांव सांकड़ा की रहने वाली गीताकंवर पत्नी स्व. गंभीरसिंह ने 55 वर्ष की उम्र में भाई को किडनी देकर उसकी जान बचाई है। भाई के प्रति बहिन के त्याग की पूरे गांव में चर्चा है।

गीता कंवर अपने भाई प्रयागसिंह से मिलने जब उसके गांव छिंदगांव मौजी जिला सीरोह मध्यप्रदेश गई तब उसे पता चला कि प्रयागसिंह की दोनों किडनी खराब हो चुकी है। अगर शीघ्र ही उसे किडनी नहीं मिलती है तो उसकी जान भी जा सकती है। ऐसी स्थिति में गीताकंवर ने हिम्मत दिखाते हुए भाई को किडनी देने का प्रण किया।


जब गीता कंवर ने अपना प्रस्ताव भाई एवं परिवार के समक्ष रखा तो सभी आश्चर्य चकित रह गए। भाई के प्रति बहिन का प्रेम देखकर सभी की आंखों से आंसू छलक आए। गीता कंवर के फैसलें का सम्मान करते हुए ऑपरेशन की तैयारी की। चिकित्सकों द्वारा दोनों की जांच की गई तथा अन्य आवश्यक जांच भी सही पाई गई। जिसके पश्चात मुंबई के जसलोक अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण का सफल ऑपरेशन किया गया। वर्तमान में प्रयागसिंह व गीताकंवर दोनों पूर्णतया स्वस्थ है। साथ ही गीता के त्याग से आज दो परिवारों को संबल मिला है। गीता ने अपने परिवार के साथ ही भाई के परिवार को भी नई खुशियां दी है। प्रयागसिंह भाटी का जन्म जैसलमेर के मोकला गांव में हुआ है वहीं छिंदगांव मध्यप्रदेश में व्यवसाय करते है।

बरसाती नदी के बहाव में फंसे चार लोगों ने मौत को नजदीक से देखा

जैसलमेर बरसाती नदी के बहाव में फंसे चार लोगों ने मौत को नजदीक से देखा। एक घंटे से अधिक समय तक बहाव में फंसे लोग चिल्लाते रहे लेकिन आसपास कोई नहीं था। शुक्रवार की रात में साढ़े नौ बजे अंधेरे में उन्होंने जीने की उम्मीद भी छोड़ दी थी। इतने में इस रोड पर गश्त कर रहे मोहनगढ़ थानाधिकारी गौतम डोटासरा ने जब यह दृश्य देखा तो तत्काल मदद के लिए कूद पडे। इस दौरान वहां से गुजर रहे सीआईडी के विजयपाल ढाका भी वहां पहुंच गए । नदी के बहाव में फंसी एक कार व एक मोटरसाइकिल को निकालने के लिए इन्होंने प्रयास शुरू किए। ग्रामीण किशनसिंह बोहा, मूलसिंह बडोड़ा गांव, विक्रमसिंह आसकंद्रा, राकेश चौधरी, कृष्ण नेहरा के सहयोग से इन्होंने दो घंटे की मशक्कत के बाद चारों लोगों को पानी से बाहर निकाल लिया। थानाधिकारी डोटासरा ने बताया कि ब्रहमसर-देवा रोड पर लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर जब वे नदी के पास पहुंचे तो एक कार में मांगीलाल माली अपनी पुत्री के साथ फंसे हुए थे। इस जगह कुछ दूरी पर एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक भी पानी के बहाव में बह चुके थे। इन्होंने एक पेड़ को पकड़ रखा था। उन्होंने बताया कि विजयपाल ढाका व अन्य लोगों के सहयोग से तत्काल राहत कार्य शुरू किया। ईंट भट्ठा संचालक अर्जुन ढाका को सूचित कर जेसीबी, ट्रक व रस्सा मंगवाया गया। ट्रक को बीचों बीच खड़ा करके पानी के बहाव को रोका गया और उसके बाद रस्सी के सहारे एक एक करके सभी को बाहर निकाल लिया गया।

अचानक आया बहाव: पानी के बहाव में फंसे मांगीलाल के अनुसार सड़क पर थोड़ा बहुत पानी चल रहा था। कार के आगे चल रही मोटरसाइकिल को देखकर वह भी आगे चलते रहे। पानी के बीच पहुंचते ही एकाएक बहाव आया और मोटरसाइकिल पर सवार दोनों युवक पानी में बह गए, साथ ही कार भी पानी के बीच फंस गई। देखते ही देखते पानी का स्तर चार फीट तक बढ़ गया और बहाव इतना तेज था कि बचना मुश्किल लग रहा था। उसने बताया कि मोहनगढ़ थानाधिकारी गौतम डोटासरा, सीआईडी बीआई के विजयपाल ढाका व किशनसिंह बोहा ने हमें बचा लिया।

कुलधरा रोड पर 100 से अधिक सैलानियों को बरसाती नदी ने रोका : शुक्रवार की रात में सम से लौट रहे 100 से अधिक सैलानी कुलधरा रोड पर बरसाती नदी के कारण फंसे रहे। सैलानी अशोक अग्रवाल व चित्रा अग्रवाल ने बताया कि सड़क पर बरसाती नदी चल रही थी। तेज बहाव के साथ साथ चार फीट तक पानी चल रहा था। 9 बजे से लेकर 1 बजे तक हम वहीं फंसे रहे। सैलानियों के दर्जनों वाहन वहां रुके रहे। एक बजे के बाद पानी कम हुआ और हम निकल पाए।


रामदेवरा में बिछड़े तीन बच्चे ओढाणिया पहुंचे

ओढाणियां. बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन के बाद अपने परिजनों से बिछड़े तीन बालक बालिका ओढाणिया रेलवे स्टेशन पर उतरे। ग्रामीणों द्वारा पूछताछ करने पर इन बालकों ने अपने आप को रामसरण का निवासी बातते हुए अपने माता- पिता से बिछड़ जाने की बात सुनाई। ग्रामीण गोपदान रतनू ने बच्चों को अपने घर ले जाकर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम दशरथ पुत्र अमृतलाल (9), सुरूखा पुत्री अमृतलाल (7) तथा ईश्वर पुत्र हेसियों (6) बताया। बच्चों से पूछताछ के बाद ग्रामीण गोपदान रतनू ने उन्हें अपने घर पर रखा है। उनके परिजनों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।

बारिश के कारण पोकरण का नमक उद्योग भी काफी प्रभावित 

पोकरण पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में चले बारिश के दौर ने जहां आमजन को काफी परेशान किया वहीं बारिश के कारण पोकरण का नमक उद्योग भी काफी प्रभावित हो रहा है। पोकरण रिण में भारी मात्रा में पानी भर जाने के कारण नमक उद्योग नौ माह पीछे हो गया है। वहीं इकाइयों में पानी भर जाने के कारण जमा नमक भी पानी में बह गया है। जिसके चलते इकाई मालिकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
पोकरण शहर से पांच किलोमीटर दूर स्थित रिण में 40 नमक की इकाइयां है जिनमें से 20 इकाइयां हाल ही में शुरू है। पिछले कुछ दिनों पूर्व हुई बारिश के कारण रिण में भारी मात्रा में पानी की आवक हुई। बरसाती पानी के कारण इकाइयों में बनी नमक की क्यारियां भी टूट गई है तथा सभी इकाइयों में पानी भर गया है। जिसके चलते इकाइयों तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया है। नमक इकाई मालिकों ने बताया कि बारिश के कारण रिण में भारी मात्रा में पानी आ गया है। जिसके चलते क्यारियां टूट गई है तथा क्यारियों में रखी नमक की ढेरियां भी पानी में बह गई।
संपर्क सड़क भी क्षतिग्रस्त
पोकरण से रिण को जोडऩे वाली संपर्क सड़क भी इन दिनों बारिश की भेंट चढ़ गई है। बारिश के कारण रिण में बढ़े पानी के आवक के कारण संपर्क सड़क पानी में बह गई है। जिसके चलते इकाइयों तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया है।

बारिश से पोकरण रिण क्षेत्र लबालब

नमक की क्यारियां टूटी, प्रभावित हुआ व्यवसाय

रि ण में पानी की आवक इस बार अत्यधिक हुई है। जिसके कारण इकाई मालिकों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। पानी के कारण इकाइयों में पानी भर गया है। प्रकृति की इस मार के कारण नमक इकाइयों के प्रति लोगों का रुझान भी कम होता दिखाई दे रहा है। अगर इन इकाइयों को भी केसीसी की तरह रिस्क कवर मिल जाए तो जरुर व्यापारियों को राहत मिल सकेगी।

श्रीगोपाल जोशीअध् यक्ष, नमक इकाई एशोसिएशन



डेढ़ दशक में घट गए ३५ फीसदी ऊंट


डेढ़ दशक में घट गए ३५ फीसदी ऊंट

बाड़मेर बढ़ती महंगाई व घटते चरागाहों के कारण ऊंट पालन महंगा साबित होने लगा है। पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में पिछले डेढ़ दशक में ऊंटों की संख्या में 30 से 35 प्रतिशत की गिरावट आई है। करीब दो दशक पहले पश्चिमी राजस्थान क्षेत्र में ऊंट पालन को काफी तवज्जो दी जाती थी। उस समय खेती के साथ-साथ कहीं आने जाने के साधन के रूप में भी ऊंटों का उपयोग किया जाता था। लेकिन पिछले डेढ़ दशक में तेजी से ट्रैक्टर्स का उपयोग बढऩे व सड़कों के विकास के साथ ही आवागमन के विकल्प बढ़ जाने से ऊंट पालन में लोगों का तेजी से रुझान घटा है।

बढ़ती महंगाई बनी चुनौती: दिनोंदिन बढ़ती महंगाई का असर ऊंट पालन पर पड़ा है। ऊंटों की उपयोगिता के अन्य विकल्प नहीं खोजे जाने से परंपरागत कार्य व आवागमन इनसे महंगा पडऩे लगा। चारागाहों में कमी ने ऊंट पालन को और भी महंगा बना दिया।

बनाया जा सकता है उपयोगी : राजस्थान में घटती संख्या के बावजूद मरू प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण ऊंट आज भी यहां बेहद उपयोगी है। ऊंट की भार ढोने की क्षमता के अलावा इनसे मिलने वाला दूध, बाल, हड्डी रक्त तथा मिगनी तक व्यावसायिक रूप से उपयोगी है। ऊंट के बालों से छागा रस्सी, चमड़ी से बर्तन व सजावटी सामान, हड्डी से आभूषण, खून से स्वास्थ्यवर्धक दवा तथा मिगनी खाद बनाने व ईंधन के रूप में काम आती है। लेकिन इस सबका लाभ ऊंट पालकों को मिले इसके लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। पशुपालक वर्ग में खास तौर से रबारी समाज के लोगों की अन्य व्यवसाय में रुचि बढ़ जाने के कारण ऊंटों की संख्या में कमी आई है। ऊंट पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की दरकार है।

खाकी ने जोड़ा वास्तु से वास्ता



खाकी ने जोड़ा वास्तु से वास्ता

बाड़मेर बालोतरा पुलिस का वास्तुशास्त्र पर यकीन करने लगी है। नए थानाधिकारी ने आते ही वास्तु के अनुरूप अपनी बैठने की कुर्सी सहित कुछ फेर बदल करवाए। इसके बाद दो ब्लाइंड मर्डर का 24 घंटे में खुलासा को पुलिस इस बदलाव का परिणाम मान रही है। ये बदलाव इन दिनों पुलिसकर्मियों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।

बदलाव के बाद हुए बड़े खुलासे : थानाधिकारी लूण सिंह ने 19 जुलाई को कार्यभार संभाला। वास्तु में उनकी विशेष रुचि है।उन्होंने 21 जुलाई को ही अपने कक्ष में बैठक की व्यवस्था को बदलवाया। इसके बाद 21 अगस्त को जोधपुर से अपहृत बालक की हत्या व 24 अगस्त को जेरला रोड पर हुई युवक की हत्या के मामले में 24 घंटे के भीतर खुलासे को पुलिस इस बदलाव का परिणाम मान रही है।पुलिस का दावा है कि इसके बाद कर्मचारियों में तनाव में कमी आई है जिससे अपराधों पर नियंत्रण हुआ है।

पहले भी किए थे बदलाव : थानेदार लूण सिंह ने पहले की नियुक्ति स्थलों पर भी वास्तु के आधार पर बैठक व्यवस्था में बदलाव किया था। इसके बाद मिली सफलता से वे वास्तु पर यकीन करने लगे। बकौल लूण सिंह वर्ष 2002 में जोधपुर कोतवाली में नियुक्ति के दौरान बहुचर्चित गौरव अपहरण कांड में आरोपियों को दस्तयाब कर प्रकरण सुलझाने में सफलता हासिल की। इसके अलावा दिसंबर 2008 में उदय मंदिर थाने में नियुक्ति के दौरान तंजानियाई नागरिकों से 20 किलोग्राम हेरोइन भी बरामद की। इन दोनों सफलताओं के लिए विभाग की ओर से अवार्ड के संबंध में उनकी फाइल भी भेजी गई। केंद्र सरकार से 60 हजार के नकद इनाम की भी घोषणा की गई।

स्टाफ की दिनचर्या में भी आया बदलाव: थाने की व्यवस्थाओं को वास्तु के आधार पर करने के बाद थाने में कार्यरत कर्मचारियों की दिनचर्या में भी खासा बदलाव आया है। पुलिस का मानना है कि इस बदलाव के बाद रात्रि गश्त में मुस्तैदी आई है। कर्मचारी शाम को भी स्वयं को तरोताजा महसूस कर रहे हैं।

जालोर न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे

विवाहिता ने आत्महत्या की

सांचौर। निकटवर्ती जाखल गांव में एक विवाहिता के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला पुलिस थाने में दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार जाखल निवासी जगमालाराम पुत्र मंशाराम गर्ग ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसके पुत्र सुरेशकुमार की पत्नी सुआदेवी उर्फ गीगी ने शनिवार सुबह पांच बजे बाड़े में खड़े बबूल के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की
युवक की मौत

रामसीन। रामसीन-बीठन मार्ग पर शुक्रवार शाम को एक टै्रक्टर पलटी खा गया। जिससे उस पर सवार एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सौप दिया है।

पुलिस के अनुसार बीठन निवासी ऊकाराम भील ने मामला दर्ज कराया कि उसका पुत्र विजया उर्फ विजा (20) टै्रक्टर पर मजदूरी के लिए गया हुआ था। शाम करीब छह बजे वह अन्य मजदूरों के साथ टै्रक्टर में पत्थर भरकर रामसीन से बीठन की ओर जा रहा था। इस दौरान चालक हड़मता सरगरा ने टै्रक्टर को तेज गति व लापरवाही से चलाया। ऎसे में टै्रक्टर का संतुलन बिगड़ गया तथा वह सड़क किनारे खाई में जा गिरा। जिससे विजया के सिर में गहरी चोट आ गई तथा इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई।
समन्दर हिलोरने की रस्म निभाई
गुड़ाबालोतान। निकटवर्ती जोडा गांव में समन्दर हिलोरने की रस्म के मौके गांव के तालाब पर लोगों का हुजूम उमड़ा। गांव के तालाब पर घांची, कुम्हार, देवासी, मीणा, गाडोलिया लुहार समेत अन्य समाज की करीब छह सौ बहनों ने अपने भाइयों के साथ समन्दर हिलोरने की रस्म निभाई।

परम्परागत व नए परिधानों से सजी-धजी व सिर पर कलश धारण किए महिलाएं गीत गा रही थी। बहनों ने भाइयों के साथ तालाब में उतर कर समन्दर हिलोरने की रस्म निभाई। भाइयों ने बहनों को उपहार भेंट किए।

एसपी ने ली क्राइम मीटिंग

एसपी ने ली क्राइम मीटिंग

जालोर। पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने शनिवार को जिले के पुलिस अधिकारियों की क्राइम मीटिंग ली। जिसमें अपराधों की समीक्षा करने के साथ आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

कलक्ट्री सभागार में आयोजित मीटिंग में एक्टिव पुलिसिंग, रात्रि गश्त, तस्करी पर अंकुश लगाने समेत विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने सभी पुलिस अधिकारियों से अपराधों व अन्य जानकारी लेते हुए निर्देशित किया। बारहट ने कहा कि पुलिस विभाग को मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुसार काम करते हुए आमजन का विश्वास जीतना होगा व अपराधों पर अंकुश लगाना होगा। एएसपी यू.एल. छानवाल ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके जालोर पुलिस उप अधीक्षक देवकिशन शर्मा, सांचौर उप अधीक्षक राज्यवर्द्धनसिंह, भीनमाल उप अधीक्षक जयपाल यादव, एससी-एसटी सेल के उप अधीक्षक रामदेवसिंह डूकिया और कोतवाली प्रभारी अन्नराज राजपुरोहित समेत जिले के थाना प्रभारी मौजूद थे

महापंचायत मे उमड़े ग्रामीण व किसान

महापंचायत मे उमड़े ग्रामीण व किसान

बालोतरा। पिछले दो वर्षो से जोधपुर के सीवरेज व कारखानों से निस्तारित होकर डोली गांव सहित क्षेत्र के गांवों में पहुंच रहे प्रदूषित पानी से हो रही परेशानी व खेतों में हुई बर्बादी से आक्रोशित ग्रामीणों की शनिवार को डोली स्थित राजकीय विद्यालय परिसर में महा पंचायत हुई। इसमें कोरणावटी व मगरावटी क्षेत्र के दर्जनो गांवों के किसानों व ग्रामीणों ने भाग लिया। उन्होंने इस समस्या पर कड़ा रोष जताते हुए कहा कि 11 सितंबर तक पानी की रोकथाम के साथ व्यवस्थाऔं में सुधार नहीं हुआ तो सभी लोग सड़कों पर उतर आएंगे। जोधपुर में संभागीय आयुक्त कार्यालय के आगे धरना देंगे।

प्रदूषित पानी की समस्या के समाधान की मांग को लेकर शनिवार दोपहर 12 बजे डोली गांव स्थित राजकीय विद्यालय परिसर में हुई महा पंचायत कोरणावटी व मगरावटी क्षेत्र के किसानों व ग्रामीणों ने भाग लिया। पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने कहा कि दो वर्षो से चली आ रही रासायनिक पानी की समस्या को लेकर राज्य सरकार कतई गंभीर नहीं है। प्रशासन की नाकामी के चलते डोली से होते हुए यह पानी अब कल्याणपुर से आगे पहुंच चुका है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 11 सितंबर तक इस रासायनिक पानी की रोकथाम नहीं की गई तो ग्रामीण सड़कों पर उतर आएंगे। वे जोधपुर स्थित संभागीय आयुक्त कार्यालय के आगे धरना देंगे। इसकी समस्त जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी। भारतीय किसान संघ तहसील अध्यक्ष तगाराम मूढ़ ने कहा कि डोली व क्षेत्र की इस समस्या को लेकर सरकार व प्रशासन गंभीर नहीं है, जिससे किसान व ग्रामीण पीडित व परेशान है। 11 सितंबर तक समाधान नहीं होने पर इस दिन से डोली में प्रदर्शन कर चक्काजाम किया जाएगा।

इस अवसर पर भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष भवानीसिंह टापरा, पंचायत समिति सदस्य भाखराराम विश्Aोई, भाजपा के युवा नेता कैलाश चौधरी, पूर्व सरपंच मुल्तानसिंह राजपुरोहित, कल्याणपुर सरपंच दौलाराम कुंआ, जसोल पूर्व सरपंच ईश्वरसिंह चौहान, ग्रामसेवा सहकारी व समिति अध्यक्ष डूंगराराम मेघवाल, सरवड़ी जीएसएस अध्यक्ष चांदसिंह राजपुरोहित, भगवानसिंह कोरणा, पूर्व प्रधान नैनाराम चौधरी, भूरसिंह मूंगड़ा, बालोतरा सहकारी समिति अध्यक्ष बेरिसालसिंह राजपुरोहित, किशनसिंह अराबा ने भी महापंचायत को संबोधित किया। इस अवसर पर अराबा उप सरपंच अचलसिंह राजपुरोहित, नेवरी पूर्व सरपंच ताराचंद पालीवाल, कृषि मंडी बालोतरा पूर्व अध्यक्ष मालाराम बावरी, रामदास बरांकावत, ओमप्रकाश पालीवाल, चेलाराम चौधरी, मोहनलाल पालीवाल, रामनारायण चौधरी मौजूद थे।

ज्ञापन सौंपा
महापंचायत में बैठे लोगों द्वारा महापंचायत स्थल पर ही अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे जाने की मांग को लेकर अड़े रहने पर उपखंड अधिकारी ओ.पी.विश्Aोई, विकास अधिकारी रंजन कुमार कंसारा, पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, जसोल नायब तहसीलदार दलपतसिंह ने मय पुलिस जाप्ते आयोजन स्थल पर पहुंचकर संभागीय आयुक्त के नाम ज्ञापन लिया।

सड़कों पर उतरे लोग
महापंचायत में मौजूद युवाओं ने समस्या का तत्काल समाधान करने की मांग को लेकर आक्रोशित होते हुए कई बार सड़क मार्ग पर प्रदर्शन करने के साथ रास्ता जाम किया। इससे कुछ समय तक हुए रास्ता जाम पर वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी।

आपस में उलझे
महापंचायत में आंदोलन की रूपरेखा तय करने को लेकर एक बार भाजपा व भारतीय किसान संघ में मतभेद नजर आए। पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने समस्या को लेकर 11 सितंबर तक समस्या का समाधान नहीं होने पर इस दिन से संभागीय आयुक्त कार्यालय जोधपुर के समक्ष धरना देने की घोष्ाणा की। इस पर भारतीय किसान संघ ने 11 सितंबर को डोली में ही चक्का जाम व प्रदर्शन करने की घोष्ाणा की। इस मतभेद के उबर कर सामने आने पर पूर्व मंत्री ने खुलासा किया कि हम संभागीय कार्यालय पर धरना देंगे। आप यहां आंदोलन करना।

बाड़मेर में प्रभा का जगह-जगह स्वागत

मारवाड़ मेरा परिवार: प्रभा

बाड़मेर मेरे यहां आने को राजनीति से नहीं जोड़ें। यह मेरी जन्म स्थली है और भविष्य में कर्मस्थली भी रहेगी। इसलिए जीत के बाद अपने लोगों के बीच खुशी मनाने आई हूं। यह बात राजस्थान यूनिवर्सिटी की नवनिर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष प्रभा चौधरी ने शनिवार शाम सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने बताया कि वे उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं।

इस बार उन्होंने एनएसयूआई से टिकट लेने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुईं। इस पर उन्होंने तीसरे मोर्चे से चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया। एलएलबी फाइनल इयर में अध्ययनरत प्रभा ने कहा कि अभी उनका ध्यान केवल पढ़ाई और यूनिवर्सिटी की समस्याओं पर ही केंद्रित है। उन्होंने कहा कि बाड़मेर और जैसलमेर के छात्र-छात्राओं की समस्याएं प्रदेश स्तर पर रखना उनका फर्ज है।

यहां कॉलेज में लेक्चरर्स के रिक्त पद भरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए यहां के छात्रसंघ अध्यक्षों से बात की है। प्रदेश स्तर पर इसके लिए सरकार पर दबाव बनाकर वैकेंसी निकलवाने के प्रयास किए जाएंगे। राजनीति में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए अभी कुछ सोचा नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री रही हैं और मैं राजस्थान यूनिवर्सिटी की पहली महिला छात्रसंघ अध्यक्ष इसलिए उनसे मिली।

इसका कोई राजनीतिक निहितार्थ नहीं है। मारवाड़ से लगाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरा पूरा परिवार मारवाड़ में समाज सेवा कर रहा है, मैं भी इस काम को आगे बढ़ाना चाहूंगी। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय मुकेश भाखर और यूनिवर्सिटी के तमाम छात्र-छात्राओं को दिया। साथ ही उन्होंने मारवाड़ के छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि निडर रहकर पढ़ाई करो, सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने लड़कों के साथ-साथ लड़कियों को भी शिक्षा का पूरा मौका देने की बात कही

बाड़मेर में प्रभा का जगह-जगह स्वागत

बाड़मेर राजस्थान यूनिवर्सिटी की प्रथम महिला छात्रसंघ अध्यक्ष बनने के बाद प्रभा चौधरी के पहली बार बाड़मेर आने पर यहां के छात्र-छात्राओं और यूथ ने स्वागत एवं अभिनंदन किया। इसके अंतर्गत शहर में रैली निकाली गई वहीं हरलाल जाट छात्रावास तथा सफेद आकड़ा में स्वागत एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

हरलाल जाट छात्रावास में आयोजित समारोह में प्रभा ने कहा कि बालिका शिक्षा वर्तमान समय की महत्ती आवश्यकता है। आधुनिकता के इस दौर में समय के साथ चलने के लिए बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यूथ देश का भविष्य है। अगर वे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर देशहित में लग जाएं तो पूरे विश्व में भारत की कोई बराबरी नहीं कर सकता। उन्होंने यूथ को एकजुट होकर देशहित में कार्य करने का आह्वान किया।

प्रभा के पिता लालसिंह चौधरी ने कहा कि प्रभा ने न केवल उनका नाम रोशन किया है बल्कि पूरे मारवाड़ का नाम रोशन किया है। अगर सभी अभिभावक अपनी लड़कियों को अच्छी तालीम दें तो वे क्षेत्र का नाम रोशन कर सकती है। उन्होंने सभी शहरवासियों का आभार व्यक्त किया। पीजी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष प्रमोद डऊकिया ने कहा कि प्रभा ने मारवाड़ का नाम रोशन किया है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नरेश देव सारण, पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश कुलदीप, छात्रनेता नितिन गढ़वीर और मुकेश भाखर ने भी विचार व्यक्त किए।

राधाष्टमी / Radha Ashtami







राधाष्टमी / Radha Ashtami

राधाष्टमी, राधा जी का मंदिर, बरसाना

भाद्र मास में शुक्ल पक्ष की अष्टमी को कृष्ण प्रिया राधाजी का जन्म हुआ था,अत: यह दिन राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। राधाष्टमी के अवसर पर उत्तर प्रदेश के बरसाना में हजारों श्रद्धालु एकत्र होते हैं। बरसाना को राधा जी की जन्मस्थली माना जाता है। बरसाना मथुरा से 50 कि.मी. दूर उत्तर-पश्चिम में और गोवर्धन से 21 कि.मी. दूर उत्तर में स्थित है। यह भगवान श्रीकृष्ण की प्रेमिका राधा जी की जन्म स्थली है। यह पर्वत के ढ़लाऊ हिस्से में बसा हुआ है। इस पर्वत को ब्रह्मा पर्वत के नाम से जाना जाता है। बरसाना में राधा-कृष्ण भक्तों का सालों भर तांता लगा रहता है। श्रद्धालु इस दिन बरसाना की ऊँची पहाड़ी पर स्थित गहवर वन की परिक्रमा करते हैं तथा लाडली जी राधारानी के मंदिर में दर्शन कर खुशी मनाते हैं। दिन के अलावा पूरी रात बरसाना में गहमागहमी रहती है। विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं। ब्रज भूमि पर ही भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था और यहीं पर उन्होंने अपना यौवन बिताया। धार्मिक गीतों और कीर्तन के साथ उत्सव प्रारम्भ होता है। वैष्णव जन इस दिन बहुत ही श्रद्धा और उल्लास के साथ व्रत उत्सव मनाते हैं।

यह व्रत भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को किया जाता है।

इस दिन राधा जी का जन्म हुआ था।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पन्द्रह दिन बाद अष्टमी को ही राधा जी का जन्मदिन मनाया जाता हैं।

इस दिन राधा जी का विशेष पूजन और व्रत किया जाता है।

दुग्धाभिषेक, राधाष्टमी, राधा जी का मंदिर,बरसाना

सर्वप्रथम राधा जी को पंचामृत से स्नान कराएं, फिर उनका श्रृंगार करें। स्नानादि से शरीर शुद्ध करके मण्डप के भीतर मण्डल बनाकर उसके बीच में मिट्टी या तांबे का शुद्ध बर्तन रखकर उस पर दो वस्त्रों से ढकी हुई राधा जी की स्वर्ण या किसी अन्य धातु की बनी हुई सुंदर मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। इसके बाद मध्याह्न के समय श्रद्धा, भक्तिपूर्वक राधा जी की पूजा करनी चाहिए। भोग लगाकर धूप, दीप, पुष्प आदि से राधा जी की आरती उतारनी चाहिए। यदि संभव हो तो उस दिन उपवास करना चाहिए। फिर दूसरे दिन सुवासिनी स्त्रियों को भोजन कराकर और मूर्ति को दान करने का बाद स्वयं भोजन करना चाहिए। इस प्रकार इस व्रत की समाप्ति करें।

इस प्रकार विधिपूर्वक व श्रद्धा से यह व्रत करने पर मनुष्य पापों से मुक्त हो जाता है व इस लोक और परलोक के सुख भोगता है। मनुष्य ब्रज का रहस्य जान लेता है तथा राधा परिकरों {परिवार के सदस्य की तरह} में निवास करता है।

निष्काम प्रेम और समर्पण

राधा का प्रेम निष्काम और नि:स्वार्थ है। वह श्रीकृष्ण को समर्पित हैं, राधा श्रीकृष्ण से कोई कामना की पूर्ति नहीं चाहतीं। वह सदैव श्रीकृष्ण के आनंद के लिए उद्यत रहती हैं। इसी प्रकार जब मनुष्य सर्वस्व समर्पण की भावना के साथ कृष्ण प्रेम में लीन होता है, तभी वह राधाभाव ग्रहण कर पाता है। कृष्ण प्रेम का शिखर राधाभाव है। तभी तो श्रीकृष्ण को पाने के लिए हर कोई राधारानीका आश्रय लेता है।

शनिवार, 3 सितंबर 2011

लुटेरी दुल्हन, शादी के तीन दिन बाद ही दिखा असली रूप



उदयपुर.विवाहित युवती ने जाति छिपाकर जैन समाज के एक युवक के साथ शादी कर धोखाधड़ी कर दी। शादी के लिए डेढ़ लाख ले लिए और लाखों के जेवर लेकर तीन दिन बाद ही चंपत हो गई।

पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी की आरोपी युवती व उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार धोखाधड़ी का शिकार कानजी का हाटा निवासी चंद्रकांत पुत्र लक्ष्मी लाल जैन हुआ। चंद्रकांत गुजरात के ईडर में वन विभाग में नौकरी करता है।
एएसपी तेजराज सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी सुंदरवास निवासी लक्ष्मी रानी उर्फ मेनका, इसकी मां गीता देवी व पिता कुंज बिहारी श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है।

डेढ़ लाख और लाखों के जेवर हड़पे :
जांच अधिकारी एएसआई रामनारायण ने बताया गया कि चंद्रकांत के बहनोई राजकुमार जैन के मार्फत मूलत: झारखंड के रहने वाले कुंज बिहारी ने इस विवाह के लिए संपर्क किया। इस पर चंद्रकांत और उसके परिजनों ने लक्ष्मी को बहू के लिए पसंद कर लिया।
लेकिन युवती और उसके माता-पिता ने पूर्व में मंदसौर में विवाहित होने की जानकारी छिपा दी। साथ ही जाति व पहचान छुपाकर चंद्रकांत के साथ शादी कराने के लिए डेढ़ लाख रुपए ले लिए। इस पर 31 नवंबर 2010 को चित्तौड़ों का नोहरे में शादी कराई।
लेकिन शादी के तीन दिन बाद ही लक्ष्मी अपने पीहर चली गई। पीहर जाते समय लक्ष्मी 36 ग्राम सोने का नेकलेस, 5 ग्राम अंगूठी, 3 टोप्स और 300 ग्राम वजन के चांदी के पायजेब भी लेकर गई। बाद में चंद्रकांत को पता चला कि लक्ष्मी पहले से विवाहित है और मंदसौर कोर्ट में पहले पति ने भी दावा कर रखा है।


बच्चों के साथ पत्नी को जिंदा जला दिया।

रांची।। झारखंड के पलामू जिले में जब पत्नी ने पति से उसके अवैध संबंधों के बारे में पूछा, तो उसने बच्चों के साथ पत्नी को जिंदा जला दिया।

पुलिस के मुताबिक मुरारी पासवान ने अपनी पत्नी मंजू देवी को बिस्तर से बांधकर उस पर किरोसिन उड़ेल दिया और माचिस से आग लगा दी। इसके बाद कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर फरार हो गया। मंजू देवी बिस्तर पर सो रहे दो बच्चों के साथ जिंदा जल गई।

पुलिस का कहना है कि पासवान का दूसरी महिला से अवैध संबंध थे। इस बात को लेकर पत्नी के साथ उसका बार-बार झगड़ा होता था। शुक्रवार को वह देर शाम घर पहुंचा। इस वजह से नाराज पत्नी ने फिर अवैध संबंध का मुद्दा उठा दिया। बाद में झगड़ा और बढ़ गया। गुस्साए मुरारी ने पत्नी की खूब पिटाई की। इसके बाद उसने पत्नी और दोनों बच्चों को जिंदा जला दिया। पुलिस शनिवार को गांव में पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

विदेशी महिला से रेप का आरोपी गिरफ्तार

विदेशी महिला से रेप का आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली। राजधानी के दक्षिणी दिल्ली इलाके में एक गेस्ट हाउस में एक विदेशी महिला के साथ बलात्कार करने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति का नाम अडंमान निकोबार निवासी एलबीस मेनाटाना है।

उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र में काम करने वाली यह विदेशी महिला शुक्रवार रात ग्रेटर कैलाश में शराब पीने के बाद नई दिल्ली क्षेत्र के एक डिस्को थेक में पहुंची जहां मेनाटाना से उसकी मुलाकात हुई। मेनाटाना ने उसे घर छोड़ने के बहाने दक्षिणी दिल्ली स्थित एक गेस्ट हाऊस में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। सूत्रों ने बताया कि महिला ने इस घटना की शिकायत पुलिस से की और उसे डाक्टरी जांच के बाद आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।