शनिवार, 3 सितंबर 2011

लुटेरी दुल्हन, शादी के तीन दिन बाद ही दिखा असली रूप



उदयपुर.विवाहित युवती ने जाति छिपाकर जैन समाज के एक युवक के साथ शादी कर धोखाधड़ी कर दी। शादी के लिए डेढ़ लाख ले लिए और लाखों के जेवर लेकर तीन दिन बाद ही चंपत हो गई।

पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी की आरोपी युवती व उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार धोखाधड़ी का शिकार कानजी का हाटा निवासी चंद्रकांत पुत्र लक्ष्मी लाल जैन हुआ। चंद्रकांत गुजरात के ईडर में वन विभाग में नौकरी करता है।
एएसपी तेजराज सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी सुंदरवास निवासी लक्ष्मी रानी उर्फ मेनका, इसकी मां गीता देवी व पिता कुंज बिहारी श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है।

डेढ़ लाख और लाखों के जेवर हड़पे :
जांच अधिकारी एएसआई रामनारायण ने बताया गया कि चंद्रकांत के बहनोई राजकुमार जैन के मार्फत मूलत: झारखंड के रहने वाले कुंज बिहारी ने इस विवाह के लिए संपर्क किया। इस पर चंद्रकांत और उसके परिजनों ने लक्ष्मी को बहू के लिए पसंद कर लिया।
लेकिन युवती और उसके माता-पिता ने पूर्व में मंदसौर में विवाहित होने की जानकारी छिपा दी। साथ ही जाति व पहचान छुपाकर चंद्रकांत के साथ शादी कराने के लिए डेढ़ लाख रुपए ले लिए। इस पर 31 नवंबर 2010 को चित्तौड़ों का नोहरे में शादी कराई।
लेकिन शादी के तीन दिन बाद ही लक्ष्मी अपने पीहर चली गई। पीहर जाते समय लक्ष्मी 36 ग्राम सोने का नेकलेस, 5 ग्राम अंगूठी, 3 टोप्स और 300 ग्राम वजन के चांदी के पायजेब भी लेकर गई। बाद में चंद्रकांत को पता चला कि लक्ष्मी पहले से विवाहित है और मंदसौर कोर्ट में पहले पति ने भी दावा कर रखा है।


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