गुरुवार, 18 अगस्त 2011

जेल से 6 कैदी फिल्मी अंदाज में फरार

जेल से 6 कैदी फिल्मी अंदाज में फरार

जमशेदपुर। देश के प्रमुख औद्योगिक नगर जमशेदपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित झारखंड के सरायकेला जेल में बंद दो कट्टर नक्सलियों समेत छह कैदी बुधवार शाम फिल्मी अंदाज में जेलर को बंदूक की नोक पर धमका कर फरार हो गए।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार ने बताया कि विस्फोट, हत्या तथा जबरन वसूली समेत 30 आपराधिक मामलों काआरोपी कट्टर नक्सली सुमरा हांसदा और हाल में रांची जेल से ट्रांजिट पर लाए गए खूंखार नक्सली बलराम साहू ने शाम लगभग साढ़े पांच बजे सरायकेला-खरसावां जिला मुख्यालय स्थित इस जेल के जेलर को दु:साहसिक ढंग से अचानक पिस्तौल की नोक पर कब्जे में ले लिया तथा जबरन मेन गेट का दरवाजा खुलवाकर फरार हो गए।

इसी दौरान मची अफरातफरी में उनके साथ चार अन्य सामान्य कैदी भी जेल से भाग गए। उनकी पहचान बबलू बागची, रवि सिंह मुंडा, गणेश प्रमाणिक तथा राखाल कांदिया के रूप में की गई है। जिले की सीमाएं सील कर नक्सलियों और अन्य फरार कैदियों की तलाश की जा रही है तथा पूरे प्रकरण और जेल में हथियार पहुंचने की जांच की जा रही है। इस प्रकरण में जेल कर्मियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है।

बताया जाता है कि इस जेल में अन्य कैदियों के साथ 27 नक्सली बंद थे। पिछले साल पड़ोसी चाईबासा की जेल से भी तीन कुख्यात नक्सली फरार हो गए थे जिन्हें अब तक पकड़ा नहीं जा सका है
। 

अन्‍ना आज दोपहर बाद तीन बजे रामलीला मैदान पहुंचेंगे।

नई दिल्ली. अन्‍ना हजारे की जिद के आगे सरकार झुक गई है। दिल्‍ली पुलिस ने अन्‍ना को रामलीला मैदान में अनशन की इजाजत दी है। टीम अन्‍ना की सहयोगी किरण बेदी ने बताया कि अन्‍ना 15 दिनों के अनशन के लिए राजी हो गए हैं। बेदी ने 'ट्विटर' के जरिये बताया कि अन्‍ना आज दोपहर बाद तीन बजे रामलीला मैदान पहुंचेंगे।

तिहाड़ जेल से अन्ना हजारे के बाहर आने से इनकार के चलते दिल्ली पुलिस को बुधवार रात यू-टर्न लेना पड़ा। मंगलवार तक अनशन स्थल की मंजूरी के लिए शर्ते थोप रही पुलिस ने बुधवार को अचानक अनशन अवधि को छोड़कर अपनी सभी शर्ते वापस ले लीं।
सूत्रों के अनुसार देर रात पुलिस आयुक्त बीके गुप्ता ने टीम अन्ना के साथ बैठक में 14 दिन के लिए अनशन की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा। साथ ही कहा कि अगर अन्ना की सेहत ठीक रही तो अनशन अवधि आगे भी एक-एक दिन कर बढ़ाई जाती रहेगी। पुलिस आयुक्त गुप्ता ने अन्ना के साथियों के साथ अपने घर पर बातचीत की।
इस बैठक में अन्ना की ओर से किरण बेदी, प्रशांत भूषण, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया समेत छह लोग थे। टीम अन्ना ने बताया कि दिल्ली पुलिस के सुझाव पर अनिश्चितकालीन अनशन अब जेपी पार्क के बजाय रामलीला मैदान पर होगा।
पुलिस ने मैदान पर तंबू लगाने की अनुमति भी दे दी है। साथ ही मैदान की क्षमता के हिसाब से लोगों को जमा होने की भी इजाजत मिली है। वैसे अन्ना हजारे का अनिश्चितकालीन अनशन बुधवार को दूसरे दिन भी तिहाड़ जेल में ही जारी रहा।
इससे पहले अन्ना हजारे और सरकार के बीच बुधवार को दिनभर अनशन की शर्तो को लेकर मशक्कत चली। संसद में अन्ना हजारे की गिरफ्तारी को लेकर संसद में गरमा-गरम चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अन्ना जनलोकपाल बिल थोपना चाह रहे हैं। विपक्ष ने उनके इस बयान को खारिज कर दिया।
उधर, अन्ना हजारे से मिलने श्री श्री रविशंकर और बाबा रामदेव तिहाड़ जेल पहुंचे, वहीं तिहाड़ जेल के बाहर और देश के कई स्थानों पर अन्ना समर्थक प्रदर्शन करते रहे। दिल्ली में इंडिया गेट पर मोमबत्ती लिए बड़ी संख्या में लोग आंदोलन को एकजुटता दिखाने पहुंचे।
इंडिया गेट पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने का यह पहला मौका है। इससे पहले बुधवार को दोपहर में स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड आर्डर) धर्मेंद्र कुमार, डीसीपी (क्राइम) अशोक चांद व कुछ अन्य पुलिस अधिकारी अन्ना हजारे से बातचीत करने तिहाड़ जेल पहुंचे। पुलिस ने अन्ना हजारे को रामलीला मैदान का सुझाव दिया। कहा कि मैदान की क्षमता के अनुसार लोगों को आने की इजाजत होगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार लाउड स्पीकर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके अलावा पार्किग स्थल में जितनी क्षमता होगी उतने वाहन पार्क किए जा सकते हैं। पहले पुलिस ने केवल पांच दिन की अनुमति का प्रस्ताव रखा जिसे बाद में बढ़ाकर सात दिन किया गया, लेकिन अन्ना अनिश्चितकालीन या कम से कम 30 दिन की अवधि पर अड़े रहे।
अन्ना ने कहा कि यदि 30 दिन की इजाजत मिलती है तभी वे जेल से बाहर आएंगे। सूत्रों के मुताबिक, स्पेशल कमिश्नर इस बातचीत के बाद गृह सचिव से मुलाकात करने भी गए। उसके बाद प्रस्ताव में यह संशोधन किया गया कि सात दिन के आगे भी अनशन की इजाजत बढ़ाई जा सकती है।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने अन्ना हजारे से हुई बातचीत का पूरा ब्योरा गृह मंत्रालय को दे दिया है और अब वहां से भी गुरुवार को इस बारे में औपचारिक घोषणा हो सकती है।

गवाही देने से किया इनकार तो मार दिया चाकू

जोधपुर। हत्या के एक मामले में आरोपी के पक्ष में गवाही देने से इनकार करने वाले युवक पर कुछ लोगों ने चाकू से हमला किया, जिससे वह घायल हो गया। पहाड़गंज क्षेत्र में बुधवार रात हुई इस घटना के संबंध में मंडोर पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने बताया कि पहाड़गंज प्रथम क्षेत्र में रहने वाला दिनेश पुत्र शैतानसिंह रात को घर जा रहा था तब राहुल गिरी व 3-4 अन्य युवकों ने उसका रास्ता रोका और उसे राहुल के खिलाफ दर्ज हत्या के मामले में उसके पक्ष में गवाही देने को कहा। दिनेश ने इनकार किया तो उस पर चाकू से हमला कर दिया। उसे घायल हालत में छोड़कर आरोपी भाग गए।

भगवान श्रीकृष्ण का मूलमंत्र : 'कृं कृष्णाय नमः'

प्राप्ति हेतु कृष्ण-मंत्र और उनके प्रयोग

यहां हमने श्रीकृष्ण के विभिन्न मंत्र दिए हैं। ये मंत्र मंत्रों के जाप से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। शुभ प्रभाव बढ़ाने व सुख प्रदान करने में ये मंत्र अत्यन्त प्रभावी माने जाते हैं। आपकी सुविधा के लिए हमने मंत्र से संबंधित जानाकारी भी यहां दी है।

भगवान श्रीकृष्ण का मूलमंत्र :
'कृं कृष्णाय नमः'

यह श्रीकृष्ण का मूलमंत्र है। इस मूलमंत्र का जाप अपना सुख चाहने वाले प्रत्येक मनुष्य को प्रातःकाल नित्यक्रिया व स्नानादि के पश्चात एक सौ आठ बार करना चाहिए। ऐसा करने वाले मनुष्य सभी बाधाओं एवं कष्टों से सदैव मुक्त रहते हैं।

सप्तदशाक्षर श्रीकृष्णमहामन्त्र :
'ऊ श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा'

यह श्रीकृष्ण का सप्तदशाक्षर महामंत्र है। इस मंत्र का पांच लाख जाप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। जप के समय हवन का दशांश अभिषेक का दशांश तर्पण तथा तर्पण का दशांश मार्जन करने का विधान शास्त्रों में वर्णित है। जिस व्यक्ति को यह मंत्र सिद्ध हो जाता है उसे सबकुछ प्राप्त हो जाता है।

सात अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :
'गोवल्लभाय स्वाहा'

इस सात (7) अक्षरों वाले श्रीकृष्ण मंत्र का जाप जो भी साधक करता है उसे संपूर्ण सिद्धियों की प्राप्ति होती है।

आठ अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मन्त्र :
'गोकुल नाथाय नमः'

इस आठ(8) अक्षरों वाले श्रीकृष्णमंत्र का जो भी साधक जाप करता है उसकी सभी इच्छाएं व अभिलाषाएं पूर्ण होती हैं।

दशाक्षर श्रीकृष्ण मन्त्र :
'क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नमः'

यह दशाक्षर (10) मन्त्र श्रीकृष्ण का है। इसका जो भी साधक जाप करता है उसे संपूर्ण सिद्धियों की प्राप्ति होती है।

द्वादशाक्षर श्रीकृष्ण मन्त्र :
ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय'

इस कृष्ण द्वादशाक्षर (12) मन्त्र का जो भी साधक जाप करता है, उसे सबकुछ प्राप्त हो जाता है।

बाईस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मन्त्र :
'ऐं क्लीं कृष्णाय ह्रीं गोविंदाय श्रीं गोपीजनवल्लभाय स्वाहा ह्‌सों।'

यह बाईस (22) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण का मंत्र है। जो भी साधक इस मंत्र का जाप करता है उसे वागीशत्व की प्राप्ति होती है।

तेईस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मन्त्र :
'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीकृष्णाय गोविंदाय गोपीजन वल्लभाय श्रीं श्रीं श्री'

यह तेईस (23) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण का मंत्र है। जो भी साधक इस मंत्र का जाप करता है उसकी सभी बाधाएं स्वतः समाप्त हो जाती हैं।

अट्ठाईस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मन्त्र :
'ॐ नमो भगवते नन्दपुत्राय आनन्दवपुषे गोपीजनवल्लभाय स्वाहा'

यह अट्ठाईस (28) अक्षरों वाला श्रीकृष्णमन्त्र है। जो भी साधक इस मंत्र का जाप करता है उसको समस्त अभिष्ट वस्तुएं प्राप्त होती हैं।

उन्तीस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मन्त्र :
'लीलादंड गोपीजनसंसक्तदोर्दण्ड बालरूप मेघश्याम भगवन विष्णो स्वाहा।'

यह उन्तीस(29) अक्षरों वाला श्रीकृष्णमन्त्र है। इस श्रीकृष्णमंत्र का जो भी साधक एक लाख जप और घी, शकर तथा शहद में तिल व अक्षत को मिलाकर होम करते हैं, उन्हें स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

बत्तीस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मन्त्र :
गोविन्दाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा।''नन्दपुत्राय श्यामलांगाय बालवपुषे कृष्णाय

यह बत्तीस (32) अक्षरों वाला श्रीकृष्णमन्त्र है। इस श्रीकृष्णमंत्र का जो भी साधक एक लाख बार जाप करता है तथा पायस, दुग्ध व शकर से निर्मित खीर द्वारा दशांश हवन करता है उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

तैंतीस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मन्त्र :
'ॐ कृष्ण कृष्ण महाकृष्ण सर्वज्ञ त्वं प्रसीद मे। रमारमण विद्येश विद्यामाशु प्रयच्छ मे॥'

यह तैंतीस (33) अक्षरों वाला श्रीकृष्णमन्त्र है। इस श्रीकृष्णमंत्र का जो भी साधक जाप करता है उसे समस्त प्रकार की विद्याएं निःसंदेह प्राप्त होती हैं।

बुधवार, 17 अगस्त 2011

शिव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीमें -संभावित मौसमी बीमारियों को लेकर अलर्ट हुए अधिकारी-कर्मचारी, नाडी-टांकों में डाली दवा


शिव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीमें
-संभावित मौसमी बीमारियों को लेकर अलर्ट हुए अधिकारी-कर्मचारी, नाडी-टांकों में डाली दवा



बाडमेर। भारी बारिश से प्रभावित शिव क्षेत्र में नियमित जांच के अलावा बुधवार को जिलास्तर से गठित एक विशेष टीम गांवों में पहुंची। इसके अलावा ब्लॉक स्तर से भी एक टीम शिव ब्लॉक के हरसाणी क्षेत्र में पहुंची तथा संभावित मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गणपतसिंह राठौड़ के निर्देश पर गठित उक्त टीमों ने कई गांवों का दौरा किया तथा ग्रामीणों को दवा देने के साथ ही नाड़ी व टांकों में दवा डाली गई। दोनों टीमों ने लोगों को मलेरिया आदि मौसमी बीमारियों को लेकर जागरूक भी किया। 
सीएमएचओ डॉ. गणपतसिंह राठौड़ ने बताया कि शिव ब्लॉक के हरसाणी क्षेत्र के कई गांवों में बारिश के बाद पानी ठहरने की वजह से ग्रामीणों ने मौसमी बीमारियों का आशंका जताई थी। जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रभाव से अमल करते हुए दो विशेष टीमें गठित कर संबंधित क्षेत्र में कार्य किया। जिला मुख्यालय पर गठित रेपिड रेस्पोंस टीम में जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई, स्वास्थ्य निरीक्षक देवीलाल, मेल नर्स द्वितीय धनराज, एमपीडल्ब्यू अणदाराम व ओमप्रकाश शामिल थे। इसी तरह ब्लॉकस्तर से पीएचसी हरसाणी के डॉ. विजयपालसिंह, मेल नर्स द्वितीय एवं अन्य शामिल हुए। उक्त टीमों ने हरसाणी गांव, आगोर, सोलंकिया, सोढो की ढाणी, तानुरावजी, तानुमान जी एवं मगरा आदि गांवांे का भ्रमण किया तथा छोटी व बड़ी नाड़ी में टेमोफोस डाला गया। इसी तरह सड़क एवं गांव-ढाणियों के पास स्थित गड्ढ़ों में एमएलओ डाला गया। घरेलू टांकों में क्लोरिनेशन के साथ-साथ टेमोफोस दवा भी डाली गई। टीम में शामिल डॉक्टर सिंह ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की तथा उन्हें मलेरिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों से बचने का सलाह व सुझाव दिया। उनके निर्देशन में टीम ने ग्रामीणों को बुखार, खांसी, जुकाम आदि की दवा भी विततिर की तथा स्लाईड भी ली गई। सीएमएचओ डॉ. गणपतसिंह राठौड़ ने बताया कि उक्त गांवों में भ्रमण के दौरान जांच में अभी तक किसी भी मौसमी बीमारी से प्रभावित कोई रोगी नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि फिर भी स्वास्थ्य विभाग इन गांवों को लेकर खास सतर्कता बरत रहा है तथा स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नियमित ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी भी तरह की कोई लापरवाही सामने आती है तो संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
बीमारियों के प्रति रहें सावधान
सीएमएचओ डॉ. राठौड़ ने बताया कि बारिश के बाद मौसमी बीमारियों की आशंका आम दिनों से अधिक हो जाती है, इसलिए सभी को एहतियात बरतना चाहिए तथा बुखार आदि होने पर तुंरत डॉक्टर से उपचार करवाना चाहिए। यही नहीं खून की जांच भी डॉक्टर की सलाहनुसार करवा लेनी चाहिए, क्योंकि कोई भी बुखार मलेरिया को सकता है। उन्होंने बताया कि यदि अचानक सर्दी लगकर बुखार आए, सिर दर्द या बदन दर्द हो और कमजोरी महसूस हो तो ये लक्षण मलेरिया के हो सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि घरों के आसपास गड्डों, नालियों व बेकार पड़े खाली डिब्बों व कूलर आदि में पानी इक्ठ्ठा न होने दें। मलेरिया मच्छर साफ पानी में ज्यादा पनपता है, इसलिए सप्ताह में एक बार आवश्यक रूप से पानी से भरी टंकियां, मटके आदि की सफाई करें। टांकें आदि में दवा डलवाने के लिए नजदीकी स्वास्थ्य कार्यकर्ता से संपर्क करें। खिड़कियों व दरवाजों में जालियां लगवाएं। डॉ. राठौड़ ने बताया कि सेहत खराब होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें और उपचार बीच में न छोड़ें।

कांग्रेस को अन्ना के आंदोलन के पीछे दिख रहा विदेशी हाथ

नई दिल्ली।। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के पीछे कांग्रेस ने ' विदेशी हाथ ' होने की आशंका जताई है। कांग्रेस ने अमेरिका के उस बयान पर सवाल खड़ा किया कि भारत शांतिपूर्ण प्रदर्शनों से निपटने के मामले में उचित लोकतांत्रिक संयम बरतेगा। पार्टी ने सरकार से कहा कि वह इस बात की जांच कराए कि एक अकेला सामाजिक कार्यकर्ता इतना समर्थन कैसे जुटा रहा है।
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पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा, ' अमेरिका ने पहले कभी भारत में किसी आंदोलन का समर्थन नहीं किया है। पहली बार अमेरिका ने कहा कि अन्ना को आंदोलन की इजाजत होनी चाहिए और इसमें कोई बाधा नहीं खड़ी की जानी चाहिए। अमेरिका को इस तरह का बयान देने की क्या जरूरत थी। '

उन्होंने कहा कि इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि क्या कोई ताकत है, जो इस आंदोलन को समर्थन दे रही है जो न सिर्फ सरकार को बलिक देश को अस्थिर करना चाहती है। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी ने इस तरह का आरोप लगाने के पहले प्रारंभिक जांच की है, अल्वी ने कहा कि सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और सचाई का पता लगाना चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि अपने देश के अंदर भी कुछ शक्तियां हैं जो हजारे के आंदोलन को पीछे से समर्थन दे रही है जिसका पता लगाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'मैं अमेरिका या किसी अन्य देश की आलोचना नहीं कर रहा लेकिन हमें सचाई का पता लगाना होगा।' उन्होंने कहा कि अन्ना अकेले हैं। उनका कोई संगठन नहीं है बल्कि कुछ मित्र उनके साथ खड़े हैं। बड़ा सवाल यह है कि यह आंदोलन अस्तित्व में कैसे आया और इतनी बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थन में कैसे आगे आए।

बाड़मेर की सड़कों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा




बाड़मेर की  सड़कों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा



बाड़मेर भ्रष्टाचार के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के समर्थन में बुधवार की रात्री बाड़मेर की सड़कों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा। गांधी चौक से अंहिंसा चौराहे तक करीब लगभग एक किलोमीटर लंबा रास्ता अन्ना समर्थकों के नारों से गूंजता रहा। गांधी चौक से अंहिंसा चौराहे मार्ग होते हुए लोगों का हुजूम गांधी सर्कल मार्ग पहुंचा।



अन्ना टीम समर्थकों
 ने भ्रष्टाचार के खिलाफ इस शांति मार्च का आह्वान किया था। उमस भरी गर्मी के बावजूद शांति मार्च में शामिल होने वाले लोगों का उत्साह देखने लायक था। अन्ना समरथाको ने सेकड़ो की तादाद में मोमबतिया हाथों में जला राखी थी 



जुलूस में शामिल अनेक लोग पानी की बोतले अपने हाथों में लिए थे। जो थक जाते थे वह सड़क पर ही बैठकर कुछ देर आराम कर फिर खडे हो गन्तव्य स्थान की ओर बढ़ जाते थे। गांधी चौक से लेकर अंहिंसा सर्कल तक लोगों का हुजूम नजर आ रहा था।गांधी चौक से रात्री आठ बजे शांति मार्च शुरू हुआ । शांति मार्च में बच्चे, स्कूली बच्चे, कालेज छात्र, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी शामिल थे। जुलूस जिस रास्ते होकर गुजरा वहां पड़ने वाले सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी भी सड़कों के किनारे बडी संख्या में खडे हुए थे और जुलूस में शामिल लोगों के साथ नारे लगाने में पीछे नहीं रहे।



सड़क के किनारे खडे लोग जुलूस को अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद करने में मग्न दिखे। वंदेमातरम और भारत माता की जय के अलावा जुलूस में शामिल होने आए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के नारे भी अलग-अलग थे। कोई नारा लगा रहा था कि सरकारी लोकपाल धोखा है, देश बचा लो मौका है, तो कोई एक दो तीन चार अन्ना तेरी जय जयकार।



कोई युवक नारा लगा रहा था कि मनमोहन जिसका ताऊ है, वह सरकार बिकाऊ है। तो कोई महिला छोटा माइक लिए सोनिया जिसकी मम्मी है,वह सरकार निकम्मी है। के नारे लगा रही थी। जुलूस में शामिल कोई युवक "मैं अन्ना हूं" की टोपी पहने हुए था तो किसी ने अपने गाल पर तिरंगे के चिन्ह बना रखा था तो कोई अपने सिर पर तिरंगा बांधे हुए नारे लगाने में मस्त था।

CCTV में कैद हुआ वो 'सबकुछ' जिसके बाद सिवाए शर्म के कुछ नहीं बचता...



दक्षिण अफ्रीका के एक प्रतिष्ठित अखबार ने अपनी हालिया रिपोर्ट में बड़ा ही चौंकाने वाला खुलासा किया है। दक्षिण अफ्रीका के अखबार 'सोवेतन' ने अपने हालिया प्रकाशित एक अंक में ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मियों की आपत्तिजनक तस्वीरें जारी कर तहलका मचा दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक कैदी को अपनी अभिरक्षा में लेकर जा रहे इन पुलिसकर्मियों ने ऑन ड्यूटी ही सेक्स करना शुरू कर दिया। दरअसल यह दोनों एक कैदी को जेल से यहां स्थित एक सरकारी अस्पताल में चेकअप के लिए लेकर आए थे।

इन दोनों पुलिसवालों की ड्यूटी इस कैदी पर नज़र रखने की थी। लेकिन डोक्टरों द्वारा कैदी के चेकअप के दौरान ही यह लोग बीच में कहीं निकल गए, इस पूरी घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पुलिसकर्मियों की यह करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।

अब पुलिस विभाग इस पूरे मामले की जांच में जुट गया है। हालांकि इस मामले के सामने आते ही दक्षिण अफ्रीका की पुलिस को काफी शर्मिंदगी झेलना पड़ रही है।

हत्या के आरोपी तांत्रिक की जमानत खारिज

हत्या के आरोपी तांत्रिक की जमानत खारिज


जादू टोना व तंत्र-मंत्र करने वाले भोपे ने भगाई युवती, इससे आहत पत्नी ने कर ली आत्महत्या, फिर युवती भी मिली मृत


बाड़मेर। राजस्थान हाईकोर्ट ने एक युवती को भगा लेने जाने के बाद उसकी हत्या करने के आरोपी तांत्रिक भोपे की जमानत खारिज की। यह आदेश न्यायाधीश निशा गुप्ता ने बाड़मेर जिलांतर्गत आसुओं की ढाणी सांजरा निवासी प्रार्थी आरोपी कुंभाराम सुथार की ओर से दायर जमानत आवेदन की सुनवाई में दिए।


घटनाक्रम के अनुसार 27 जून 2011 को सदर थाना बाड़मेर में शिकायतकर्ता बंशीसिंह ने युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। बंशी सिंह के अनुसार उसकी पुत्री 22 जून की रात घर से गायब है। काफी तलाश के बावजूद वह नहीं मिली। इसी दौरान ढाणी में रहने वाला कुंभाराम की भी गायब होने की जानकारी मिली। सिंह ने 24 जून को थाने में लड़की की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। भोपा कुंभाराम की पत्नी ने उसी दिन आत्महत्या कर ली।




लेकिन 27 जून को गवाह हिंदूसिंह ने सूचना दी की कुंभाराम की कार उसके घर के बाहर खड़ी है। जब घर पहुंचे तो कार गायब थी। कार के टायर के निशान का पीछा किया तो पास के खेत तक पहुंचे। वहां किसी के कुएं तक घसीटने के निशान थे। कुएं में देखने पर परिवादी की लड़की की लाश मिली।



गवाह ने बताया कि पिछले 12 माह से कुंभाराम का परिवादी के घर झाड़-फूंक के लिए घर आना जाना था और कुएं के पास मिले टायर के निशान आरोपी की कार के ही थे। सरकारी वकील महीपाल विश्नोई ने आरोपी की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि पुलिस ने मृतका व आरोपी के अधोवस्त्र एफएसएल जांच के लिए भेजे हुए है। इस रिपोर्ट के आने के बाद घटना के बारे में और भी खुलासा हो जाएगा। जब तक आरोपी को जमानत नहीं दी जाए।

सरकार ने घुटने टेके, अन्ना की सभी शर्तें मानी



नई दिल्ली। नई दिल्ली। सरकार ने लम्बी जद्दोजहद के बाद आज सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनशन को लेकर रखी गई सभी शर्तें मान ली हैं। सरकार ने अब अन्ना को उनकी शर्तों पर अनशन की इजाजत दे दी है।

लेकिन किरण बेदी ने जेल से बाहर आकर कहा कि पुलिस से अनशन के मुद्दे पर बातचीत चल रही है और हमारी कोशिश है कि हम अपनी सभी शर्तें मनवा कर अनशन शुरू करवाएं।

किरण बेदी ने कहा, हम पूरे 30 दिन तक अनशन करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने केवल 7 दिन के हिसाब से और उसके बाद जरूरत के अनुसार उसे बढ़ाए जाने की अनुमाति दी।

दिल्ली पुलिस इस बात पर सहमत हो गई है कि अन्ना अब जब तक चाहें, रामलीला मैदान में अनशन कर सकते हैं और वहां 25 हजार लोग भी जमा हो सकते हैं।

पुलिस ने वैसे अनशन के लिए सात दिन की इजाजत दी है, लेकिन उन्हें जरूरत के हिसाब से बढ़ाया जा सकता है।

इससे पहले पुलिस ने कहा था कि उन्हें अनशन के लिए केवल सात दिन ही दिए जाएंगे और रामलीला मैदान में पांच हजार से ज्यादा लोग नहीं जमा होंगे।

अब जब सरकार ने अन्ना की सारी शर्तें मान ली हैं तो यह कयास लगाया जा रहा है कि वे जेल से कभी भी बाहर आ सकते हैं।

उधर, अन्ना के समर्थकों का एक विशाल हुजूम इंडिया गेट से तिहाड़ जेल की तरह रवाना हो चुका है।

मायावती भी अन्ना के समर्थन में

मायावती भी अन्ना के समर्थन में

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने भ्रष्टाचार के खिलाफ समाजसेवी अन्ना हजारे के आन्दोलन को पूरा समर्थन देते हुए केन्द्र सरकार और सिविल सोसायटी को आम सहमति बनाने का सुझाव दिया है ताकि एक बेहतरीन कानून बनाया जा सके। मायावती ने कहा कि वह खुद और उनकी पार्टी अन्ना के भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन का समर्थन करती है।

केन्द्र सरकार की ओर से संसद में पेश लोकपाल विधेयक को लेकर उत्पन्न मतभेद को दूर करने के लिए दोनों पक्षों को मिलकर आपसी सहमति बनानी चाहिए ताकि एक बेहतरीन कानून बने और भ्रष्टाचार को रोका जा सके। उन्होंने अन्ना की गिरफ्तारी की निंदा की और कहा कि उन्हें जिस तरह पुलिस ने गिरफ्तार किया वह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। बसपा सिर्फ अन्ना ही नहीं बल्कि उन सभी संगठनों का स्वागत करती है और अपना समर्थन देती है जो भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

गुजरात: संजीव भट्ट के खिलाफ वॉरंट

जामनगर।। जिले के एक सेशन कोर्ट ने निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट के खिलाफ 1990 में पुलिस की कथित पिटाई से एक व्यक्ति की मौत के मामले में जमानती वॉरंट जारी किया।

आरोपी भट्ट खंभालिया तालुका की अदालत में नहीं पहुंचे, जिसके बाद मंगलवार को अडिशनल सेशन जज एन.टी.सोलंकी ने वॉरंट जारी किया।

गौरतलब हैकि भट्ट ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर वर्ष 2002 के दंगों के दौरान राज्य सरकार की मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। उन्हें हाल ही में निलंबित कर दिया गया था।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने पिछले महीने 1990 के मामले में भट्ट और छह अन्य के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने के निचली अदालत के फैसले की पुनरीक्षा याचिका को वापस ले लिया था। सरकार के वकील विमल चोटिया ने पिछले महीने 1996 में दाखिल याचिका वापस ले ली, जिसके बाद भट्ट और अन्य लोगों के खिलाफ आरोप तय करने का रास्ता बना। चोटिया के अनुसार याचिका को वापस लेना था क्योंकि राज्य सरकार एक तरफ शिकायती और दूसरी और आरोपी का बचाव नहीं कर सकती। चोटिया की दलील थी कि प्रत्येक आपराधिक मामले में प्रदेश सरकार अभियोजक है और इसलिए वह अपने ही अधिकारियों का बचाव नहीं कर सकती।

गुजरात उच्च न्यायालय ने 1996 में मामले में आरोपियों की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें आपराधिक कार्यवाही को रद्द करने की मांग की गई थी। सरकार ने तब निचली अदालत के फैसले के खिलाफ पुनरीक्षा याचिका दाखिल की थी। इतने साल तक यह हाई कोर्ट के समक्ष लंबित रही।

यह कथित अपराध 1990 में हुआ था, जब भट्ट जामनगर में डीएसपी (पुलिस) के तौर पर तैनात थे और जामखंभालिया इलाके में पुलिस बंदोबस्त के प्रभारी थे, जहां सांप्रदायिक संघर्ष हुआ था। पुलिस ने कथित तौर पर उनके आदेश पर कुछ लोगों की पिटाई की, जिसके बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

7 और 30 के चक्कर में अटकी अन्ना की रिहाई

नई दिल्ली।। बिना शर्त अनशन की इजाजत के बगैर तिहाड़ जेल से बाहर न आने पर अड़े अन्ना हजारे के सामने यूपीए सरकार और दिल्ली पुलिस घुटने टेकती नजर आ रही है। अन्ना की गिरफ्तारी के बाद जनता के दबाव केआगे झुकते हुए दिल्ली पुलिस ने अनशन की अनुमति देनेके लिए रखी गईं सभी शर्तों को वस्तुत : वापस ले लिया।हजारे की टीम रामलीला मैदान में अनशन करने के लिए तैयार है , बात सिर्फ अब अनशन की मियाद को लेकर अटकी हुई है। अन्ना की सहयोगी किरन बेदी ने कहा कि सरकार के साथ बातचीत अभी जारी है।
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हजारे और उनके साथियों से चर्चा के दौरान पुलिस नेरामलीला मैदान में 7 दिन के अनशन की इजाजत देने कीपेशकश की है , जिसे बाद में बढ़ाया भी जा सकता है।अन्ना की टीम ने इसे खारिज कर दिया और एक महीने कीअनुमति देने की मांग की। शुरुआत में पुलिस जोर देती रहीकि वह सिर्फ 5 दिन के ही विरोध - प्रदर्शन की इजाजत देसकती है।

अन्ना के समर्थन में धरने, रैलियां सरहद पर भी अन्ना की हुंकार


अन्ना के समर्थन में धरने, रैलियां सरहद पर भी अन्ना की हुंकार 



जयपुर। सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय सहित सरहद पर भी अन्ना की हुंकार सुनाई देने लगी हें सरहद पेन अनेक संघठन अन्ना हजारे के आन्दोलन के समर्थन में आगे आये जिला मुख्यालय पर वकीलों ने अन्ना के समर्थन में पुरे दिन हड़ताल राखी वकीलों ने कोइ कार्य नहीं किया वकीलों के अन्ना के समर्थन में आगे आने से अन्ना के आन्दोलन को बड़ी संख्या मे सहयोग मिलाने के आसार हें




राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित कई शहरो में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के जनलोकपाल विधेयक को लेकर किए जा रहे आंदोलन के समर्थन में बुधवार को दूसरे दिन भी विभिन्न सामाजिक और राजनैतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। हजारे के आंदोलन के समर्थन में जयपुर, बीकानेर, सीकर, नागौर, झुंझुनूं और भरतपुर जिले के डीग सहित कई शहरों में धरने और प्रदर्शन का दौर जारी है।




डीग में छात्रों ने रैली निकाली। बीकानेर में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवीसिंह भाटी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। भाटी तीन विधायकों तथा सैंकड़ों समर्थकों के साथ गिरफ्तारी देने पहुंचे लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। जयपुर में भाजपा की जयपुर इकाई ने बड़ी चौपड पर धरना दिया जिसमें विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी, वरिष्ठ नेता भंवर लाल शर्मा, पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सुनील भार्गव, युवा मोर्चा के अध्यक्ष रिषि बंसल और शैलेन्द्र भार्गव सहित अनेक पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।




भाजपा कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार की कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी की। जयपुर शहर में शासन सचिवालय के पास स्थित उद्योग मैदान में विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दूसरे दिन भी हजारे के समर्थन में धरना दिया। राजस्थान उच्च न्यायालय सहित विभिन्न अदालतों में वकीलों ने न्यायिक कामकाज का बहिष्कार कर हजारे के समर्थन में रैली निकाली।




आधे दिन बाजार बंद

जयपुर व्यापार महासंघ के आह्वान पर राजधानी के व्यापारी बुधवार को उपवास रखेंगे और गुरूवार को आधे दिन दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रखकर जनलोकपाल विधयेक को लागू करने की मांग करेंगे। महासंघ के महासचिव अजय विजयवर्गीय ने कहा कि व्यापारी भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं। व्यापारी पूरी तरह अन्ना के साथ है। गुरूवार से व्यापारी काली पट्टी बांधने के साथ ही लोगों को आंदोलन के साथ जोड़ेंगे।







अन्ना हजारे के समर्थन में जयपुर मेडिकल एसोसिएशन, मेडिकल प्रेक्टिसनर्स सोसायटी, प्राइवेट हॉस्पिटल एवं नर्सिग होम सोसायटी जयपुर, जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एवं छात्र एसएमएस चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के बाहर मानव श्रृंखला बनाकर अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया।




सामाजिक संगठन भी विरोध में

अन्ना हजारे की गिरफ्तारी का सामाजिक संगठनों ने विरोध किया है। राजस्थान टैंट डीलर्स समिति के प्रदेश महामंत्री रवि जिंदल ने सरकार का आपालकाल की दिशा में बढ़ाया कदम बताया है। पेरेंट्स वेलफेयर सोसायटी के संयोजक दिनेश कांवट ने जयपुर बंद को समर्थन देते हुए अन्ना की गिरफ्तारी का विरोध किया। समाज सेवी छोटूराम डूडी ने वैशालीनगर में सिर मंुडाकर अन्ना की गिरफ्तारी का विरोध किया।




अजमेर में वकीलों विभिन्न सामाजिक संगठनों तथा भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करके केन्द्र सरकार का पुतला फूंका। इण्डिया अगेंस्ट करप्शन मंच के कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार को सiुद्धि देने के लिए हवन किया।




नागौर में जिला बार संघ सहित कई संगठनों ने श्री हजारे की गिरफ्तारी पर रोष व्यक्त किया। इस आंदोलन से अब ग्रामीण भी जुड़ने लगे हैं। चूरू में हजारे के समर्थन में लाल घंटा घर के सामने सामाजिक कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। राज्य के अन्य जिलों और कस्बों से भी धरना प्रदर्शन की खबरें मिल रही हैं।

प्रधानमंती इस्तीफा दे ,अन्ना मामले में राहुल पूरी तरह जिम्मेदार ...चतुर्वेदी

प्रधानमंती इस्तीफा दे ,अन्ना मामले में राहुल पूरी तरह जिम्मेदार

 बाड़मेर राजस्थान प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा की अन्ना हज्ज़रे को गिरफ्तार कर  कांग्रेस ने जता दिया की लोकपाल बिल के प्रति वो गंभीर नहीं हें,भ्रस्ताचार का मुद्दा  कोइ अहमियत नंही  रखता हें अन्नाकी गिरफ्तारी के मामले में प्रधानमंत्री पूरी तरह दोषी हें इसे  में प्रधानमंत्री को तुरंत इस्तीफ़ा दे देना चाहिए .चतुर्वेदी भा ज पा के जिला स्तरीय चिंतन शिविर में भाग लेने बाड़मेर आये थे जन्हा पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया की अन्ना मामले में राहुल गाँधी की अहम् भूमिका हें राहुल कोंग्रेस को हेंडल कर रहे हें राहुल के इशारो पर अन्ना की गिरफ्तारी हुई ,चतुर्वेदी ने कहा की अन्ना को भाजपा पूरा समर्थन देगी ,आज से ही अन्ना के समर्थन में धरने प्रदर्शन शुरू हो गया हे