नई दिल्ली. अन्ना हजारे की जिद के आगे सरकार झुक गई है। दिल्ली पुलिस ने अन्ना को रामलीला मैदान में अनशन की इजाजत दी है। टीम अन्ना की सहयोगी किरण बेदी ने बताया कि अन्ना 15 दिनों के अनशन के लिए राजी हो गए हैं। बेदी ने 'ट्विटर' के जरिये बताया कि अन्ना आज दोपहर बाद तीन बजे रामलीला मैदान पहुंचेंगे।
तिहाड़ जेल से अन्ना हजारे के बाहर आने से इनकार के चलते दिल्ली पुलिस को बुधवार रात यू-टर्न लेना पड़ा। मंगलवार तक अनशन स्थल की मंजूरी के लिए शर्ते थोप रही पुलिस ने बुधवार को अचानक अनशन अवधि को छोड़कर अपनी सभी शर्ते वापस ले लीं।
सूत्रों के अनुसार देर रात पुलिस आयुक्त बीके गुप्ता ने टीम अन्ना के साथ बैठक में 14 दिन के लिए अनशन की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा। साथ ही कहा कि अगर अन्ना की सेहत ठीक रही तो अनशन अवधि आगे भी एक-एक दिन कर बढ़ाई जाती रहेगी। पुलिस आयुक्त गुप्ता ने अन्ना के साथियों के साथ अपने घर पर बातचीत की।
इस बैठक में अन्ना की ओर से किरण बेदी, प्रशांत भूषण, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया समेत छह लोग थे। टीम अन्ना ने बताया कि दिल्ली पुलिस के सुझाव पर अनिश्चितकालीन अनशन अब जेपी पार्क के बजाय रामलीला मैदान पर होगा।
पुलिस ने मैदान पर तंबू लगाने की अनुमति भी दे दी है। साथ ही मैदान की क्षमता के हिसाब से लोगों को जमा होने की भी इजाजत मिली है। वैसे अन्ना हजारे का अनिश्चितकालीन अनशन बुधवार को दूसरे दिन भी तिहाड़ जेल में ही जारी रहा।
इससे पहले अन्ना हजारे और सरकार के बीच बुधवार को दिनभर अनशन की शर्तो को लेकर मशक्कत चली। संसद में अन्ना हजारे की गिरफ्तारी को लेकर संसद में गरमा-गरम चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अन्ना जनलोकपाल बिल थोपना चाह रहे हैं। विपक्ष ने उनके इस बयान को खारिज कर दिया।
उधर, अन्ना हजारे से मिलने श्री श्री रविशंकर और बाबा रामदेव तिहाड़ जेल पहुंचे, वहीं तिहाड़ जेल के बाहर और देश के कई स्थानों पर अन्ना समर्थक प्रदर्शन करते रहे। दिल्ली में इंडिया गेट पर मोमबत्ती लिए बड़ी संख्या में लोग आंदोलन को एकजुटता दिखाने पहुंचे।
इंडिया गेट पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने का यह पहला मौका है। इससे पहले बुधवार को दोपहर में स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड आर्डर) धर्मेंद्र कुमार, डीसीपी (क्राइम) अशोक चांद व कुछ अन्य पुलिस अधिकारी अन्ना हजारे से बातचीत करने तिहाड़ जेल पहुंचे। पुलिस ने अन्ना हजारे को रामलीला मैदान का सुझाव दिया। कहा कि मैदान की क्षमता के अनुसार लोगों को आने की इजाजत होगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार लाउड स्पीकर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके अलावा पार्किग स्थल में जितनी क्षमता होगी उतने वाहन पार्क किए जा सकते हैं। पहले पुलिस ने केवल पांच दिन की अनुमति का प्रस्ताव रखा जिसे बाद में बढ़ाकर सात दिन किया गया, लेकिन अन्ना अनिश्चितकालीन या कम से कम 30 दिन की अवधि पर अड़े रहे।
अन्ना ने कहा कि यदि 30 दिन की इजाजत मिलती है तभी वे जेल से बाहर आएंगे। सूत्रों के मुताबिक, स्पेशल कमिश्नर इस बातचीत के बाद गृह सचिव से मुलाकात करने भी गए। उसके बाद प्रस्ताव में यह संशोधन किया गया कि सात दिन के आगे भी अनशन की इजाजत बढ़ाई जा सकती है।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने अन्ना हजारे से हुई बातचीत का पूरा ब्योरा गृह मंत्रालय को दे दिया है और अब वहां से भी गुरुवार को इस बारे में औपचारिक घोषणा हो सकती है।
तिहाड़ जेल से अन्ना हजारे के बाहर आने से इनकार के चलते दिल्ली पुलिस को बुधवार रात यू-टर्न लेना पड़ा। मंगलवार तक अनशन स्थल की मंजूरी के लिए शर्ते थोप रही पुलिस ने बुधवार को अचानक अनशन अवधि को छोड़कर अपनी सभी शर्ते वापस ले लीं।
सूत्रों के अनुसार देर रात पुलिस आयुक्त बीके गुप्ता ने टीम अन्ना के साथ बैठक में 14 दिन के लिए अनशन की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा। साथ ही कहा कि अगर अन्ना की सेहत ठीक रही तो अनशन अवधि आगे भी एक-एक दिन कर बढ़ाई जाती रहेगी। पुलिस आयुक्त गुप्ता ने अन्ना के साथियों के साथ अपने घर पर बातचीत की।
इस बैठक में अन्ना की ओर से किरण बेदी, प्रशांत भूषण, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया समेत छह लोग थे। टीम अन्ना ने बताया कि दिल्ली पुलिस के सुझाव पर अनिश्चितकालीन अनशन अब जेपी पार्क के बजाय रामलीला मैदान पर होगा।
पुलिस ने मैदान पर तंबू लगाने की अनुमति भी दे दी है। साथ ही मैदान की क्षमता के हिसाब से लोगों को जमा होने की भी इजाजत मिली है। वैसे अन्ना हजारे का अनिश्चितकालीन अनशन बुधवार को दूसरे दिन भी तिहाड़ जेल में ही जारी रहा।
इससे पहले अन्ना हजारे और सरकार के बीच बुधवार को दिनभर अनशन की शर्तो को लेकर मशक्कत चली। संसद में अन्ना हजारे की गिरफ्तारी को लेकर संसद में गरमा-गरम चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अन्ना जनलोकपाल बिल थोपना चाह रहे हैं। विपक्ष ने उनके इस बयान को खारिज कर दिया।
उधर, अन्ना हजारे से मिलने श्री श्री रविशंकर और बाबा रामदेव तिहाड़ जेल पहुंचे, वहीं तिहाड़ जेल के बाहर और देश के कई स्थानों पर अन्ना समर्थक प्रदर्शन करते रहे। दिल्ली में इंडिया गेट पर मोमबत्ती लिए बड़ी संख्या में लोग आंदोलन को एकजुटता दिखाने पहुंचे।
इंडिया गेट पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने का यह पहला मौका है। इससे पहले बुधवार को दोपहर में स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड आर्डर) धर्मेंद्र कुमार, डीसीपी (क्राइम) अशोक चांद व कुछ अन्य पुलिस अधिकारी अन्ना हजारे से बातचीत करने तिहाड़ जेल पहुंचे। पुलिस ने अन्ना हजारे को रामलीला मैदान का सुझाव दिया। कहा कि मैदान की क्षमता के अनुसार लोगों को आने की इजाजत होगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार लाउड स्पीकर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके अलावा पार्किग स्थल में जितनी क्षमता होगी उतने वाहन पार्क किए जा सकते हैं। पहले पुलिस ने केवल पांच दिन की अनुमति का प्रस्ताव रखा जिसे बाद में बढ़ाकर सात दिन किया गया, लेकिन अन्ना अनिश्चितकालीन या कम से कम 30 दिन की अवधि पर अड़े रहे।
अन्ना ने कहा कि यदि 30 दिन की इजाजत मिलती है तभी वे जेल से बाहर आएंगे। सूत्रों के मुताबिक, स्पेशल कमिश्नर इस बातचीत के बाद गृह सचिव से मुलाकात करने भी गए। उसके बाद प्रस्ताव में यह संशोधन किया गया कि सात दिन के आगे भी अनशन की इजाजत बढ़ाई जा सकती है।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने अन्ना हजारे से हुई बातचीत का पूरा ब्योरा गृह मंत्रालय को दे दिया है और अब वहां से भी गुरुवार को इस बारे में औपचारिक घोषणा हो सकती है।
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