जेल से 6 कैदी फिल्मी अंदाज में फरार
जमशेदपुर। देश के प्रमुख औद्योगिक नगर जमशेदपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित झारखंड के सरायकेला जेल में बंद दो कट्टर नक्सलियों समेत छह कैदी बुधवार शाम फिल्मी अंदाज में जेलर को बंदूक की नोक पर धमका कर फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार ने बताया कि विस्फोट, हत्या तथा जबरन वसूली समेत 30 आपराधिक मामलों काआरोपी कट्टर नक्सली सुमरा हांसदा और हाल में रांची जेल से ट्रांजिट पर लाए गए खूंखार नक्सली बलराम साहू ने शाम लगभग साढ़े पांच बजे सरायकेला-खरसावां जिला मुख्यालय स्थित इस जेल के जेलर को दु:साहसिक ढंग से अचानक पिस्तौल की नोक पर कब्जे में ले लिया तथा जबरन मेन गेट का दरवाजा खुलवाकर फरार हो गए।
इसी दौरान मची अफरातफरी में उनके साथ चार अन्य सामान्य कैदी भी जेल से भाग गए। उनकी पहचान बबलू बागची, रवि सिंह मुंडा, गणेश प्रमाणिक तथा राखाल कांदिया के रूप में की गई है। जिले की सीमाएं सील कर नक्सलियों और अन्य फरार कैदियों की तलाश की जा रही है तथा पूरे प्रकरण और जेल में हथियार पहुंचने की जांच की जा रही है। इस प्रकरण में जेल कर्मियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है।
बताया जाता है कि इस जेल में अन्य कैदियों के साथ 27 नक्सली बंद थे। पिछले साल पड़ोसी चाईबासा की जेल से भी तीन कुख्यात नक्सली फरार हो गए थे जिन्हें अब तक पकड़ा नहीं जा सका है।
जमशेदपुर। देश के प्रमुख औद्योगिक नगर जमशेदपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित झारखंड के सरायकेला जेल में बंद दो कट्टर नक्सलियों समेत छह कैदी बुधवार शाम फिल्मी अंदाज में जेलर को बंदूक की नोक पर धमका कर फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार ने बताया कि विस्फोट, हत्या तथा जबरन वसूली समेत 30 आपराधिक मामलों काआरोपी कट्टर नक्सली सुमरा हांसदा और हाल में रांची जेल से ट्रांजिट पर लाए गए खूंखार नक्सली बलराम साहू ने शाम लगभग साढ़े पांच बजे सरायकेला-खरसावां जिला मुख्यालय स्थित इस जेल के जेलर को दु:साहसिक ढंग से अचानक पिस्तौल की नोक पर कब्जे में ले लिया तथा जबरन मेन गेट का दरवाजा खुलवाकर फरार हो गए।
इसी दौरान मची अफरातफरी में उनके साथ चार अन्य सामान्य कैदी भी जेल से भाग गए। उनकी पहचान बबलू बागची, रवि सिंह मुंडा, गणेश प्रमाणिक तथा राखाल कांदिया के रूप में की गई है। जिले की सीमाएं सील कर नक्सलियों और अन्य फरार कैदियों की तलाश की जा रही है तथा पूरे प्रकरण और जेल में हथियार पहुंचने की जांच की जा रही है। इस प्रकरण में जेल कर्मियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है।
बताया जाता है कि इस जेल में अन्य कैदियों के साथ 27 नक्सली बंद थे। पिछले साल पड़ोसी चाईबासा की जेल से भी तीन कुख्यात नक्सली फरार हो गए थे जिन्हें अब तक पकड़ा नहीं जा सका है।
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