नई दिल्ली।। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के पीछे कांग्रेस ने ' विदेशी हाथ ' होने की आशंका जताई है। कांग्रेस ने अमेरिका के उस बयान पर सवाल खड़ा किया कि भारत शांतिपूर्ण प्रदर्शनों से निपटने के मामले में उचित लोकतांत्रिक संयम बरतेगा। पार्टी ने सरकार से कहा कि वह इस बात की जांच कराए कि एक अकेला सामाजिक कार्यकर्ता इतना समर्थन कैसे जुटा रहा है।
पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा, ' अमेरिका ने पहले कभी भारत में किसी आंदोलन का समर्थन नहीं किया है। पहली बार अमेरिका ने कहा कि अन्ना को आंदोलन की इजाजत होनी चाहिए और इसमें कोई बाधा नहीं खड़ी की जानी चाहिए। अमेरिका को इस तरह का बयान देने की क्या जरूरत थी। '
उन्होंने कहा कि इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि क्या कोई ताकत है, जो इस आंदोलन को समर्थन दे रही है जो न सिर्फ सरकार को बलिक देश को अस्थिर करना चाहती है। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी ने इस तरह का आरोप लगाने के पहले प्रारंभिक जांच की है, अल्वी ने कहा कि सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और सचाई का पता लगाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि अपने देश के अंदर भी कुछ शक्तियां हैं जो हजारे के आंदोलन को पीछे से समर्थन दे रही है जिसका पता लगाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'मैं अमेरिका या किसी अन्य देश की आलोचना नहीं कर रहा लेकिन हमें सचाई का पता लगाना होगा।' उन्होंने कहा कि अन्ना अकेले हैं। उनका कोई संगठन नहीं है बल्कि कुछ मित्र उनके साथ खड़े हैं। बड़ा सवाल यह है कि यह आंदोलन अस्तित्व में कैसे आया और इतनी बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थन में कैसे आगे आए।
पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा, ' अमेरिका ने पहले कभी भारत में किसी आंदोलन का समर्थन नहीं किया है। पहली बार अमेरिका ने कहा कि अन्ना को आंदोलन की इजाजत होनी चाहिए और इसमें कोई बाधा नहीं खड़ी की जानी चाहिए। अमेरिका को इस तरह का बयान देने की क्या जरूरत थी। '
उन्होंने कहा कि इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि क्या कोई ताकत है, जो इस आंदोलन को समर्थन दे रही है जो न सिर्फ सरकार को बलिक देश को अस्थिर करना चाहती है। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी ने इस तरह का आरोप लगाने के पहले प्रारंभिक जांच की है, अल्वी ने कहा कि सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और सचाई का पता लगाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि अपने देश के अंदर भी कुछ शक्तियां हैं जो हजारे के आंदोलन को पीछे से समर्थन दे रही है जिसका पता लगाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'मैं अमेरिका या किसी अन्य देश की आलोचना नहीं कर रहा लेकिन हमें सचाई का पता लगाना होगा।' उन्होंने कहा कि अन्ना अकेले हैं। उनका कोई संगठन नहीं है बल्कि कुछ मित्र उनके साथ खड़े हैं। बड़ा सवाल यह है कि यह आंदोलन अस्तित्व में कैसे आया और इतनी बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थन में कैसे आगे आए।
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