गुरुवार, 31 जुलाई 2014

पेट्रोल एक रूपए सस्ता, डीजल की कीमत में इजाफा

Petrol price cut by Rs 1.09 a litre diesel price hiked by 50 paise per litre



नई दिल्ली। तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में प्रति लीटर 1.09 रूपये की कमी की है, वहीं डीजल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा कर दिया। पेट्रोल की कीमत में कमी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने से हुई है। डीजल और पेट्रोल की नई दरें आज आधी रात से लागू हो जाएंगी। गौरतलब है कि यूपीए सरकार ने जनवरी 2013 में तेल कंपनियों को अनुमति दी थी कि वे हर महीने 50 पैसे प्रति लीटर डीजल की कीमत में इजाफा कर सकती हैं। ऎसा तेल कंपनियों के घाटे को पूरा करने के लिए किया गया था। तभी से हर महीने डीजल की कीमतों में इजाफा किया जा रहा है। इस बार डीजल की कीमत किया गया इजाफा भी उसी सिलसिले का हिस्सा है। -   

दाऊद इब्राहिम ने आतंकी संगठन बोको हरम से हाथ मिलाया



मुंबई। 1993 में मुंबई में हुए सीरियल धमाकों के आरोपी और माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम ने अल कायदा के नियंत्रण वाले आतंकी संगठन बोको हरम से हाथ मिला लिया है। खुफिया जानकारी के मुताबिक दोनों ने भारत में ड्रग्स की स्मगलिंग के लिए हाथ मिलाया है। इस खबर से भारत की खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ गई है।
Underworld don Dawood Ibrahim joins hand with Boko Haram
खुफिया इनपुट से मिले संकेतों के मुताबिक दाऊद इब्राहिम का छोटा भाई अनीस इब्राहिम हाल ही में नाइजीरिया के लागोस गया था। उसने बोको हरम के प्रमुख अबु बुकर से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक दाऊद और बोको हरम के बीच डील कुछ महीने पहले हुई थी। खुफिया जानकारी के मुताबिक बोको हरम भारत में अपना मजबूत नेटवर्क स्थापित करना चाहता है ताकि वह लाभप्रद ड्रग्स मार्केट का फायदा उठा सके। बोको हरम दाऊद गैंग के साथ कनेक्ट होने के लिए सभी संभावित तरीकों को खोज रहा था।

दाऊद इब्राहिम की गैंग का भारत में अच्छा खासा नेटवर्क है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ड्रग्स की स्मगलिंग के लिए दाऊद इब्राहिम भारत में अपने गुर्गो को इस्तेमाल करने की बजाय बोको हरम के सदस्यों का इस्तेमाल करेगा। दाऊद इब्राहिम की गैंग पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां करीब से नजर रखे हुए है,ऎसे में उनके लिए भारत में ड्रग्स की स्मगलिंग करना आसान नहीं है।

कुछ साल पहले इस तरह की खबरें आई थी कि दाऊद इब्राहिम को अल कायदा से बड़ी मात्रा में ड्रग्स मिल रही है। इसके बदले दाऊद इब्राहिम अल कायदा को परिष्कृत हथियार और गोला बारूद दे रहा था। पुलिस के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक नशीली दवाएं बेचने वाले करीब 2 हजार नाईजीरियन भारत में एक्टिव हैं। बोको हरम का मतलब होता है पश्चिम शिक्षा पाप है। बोको हरम इस्लामिक आतंकी संगठन है। इसका बेस उत्तरी नाइजीरिया में है। 2002 में मोहम्मद युसूफ ने इसकी स्थापना की थी। नाइजीरिया में इस्लामिक राज्य की स्थापना के लिए बोको हरम बनाया गया था।

बोको हरम ने हाल ही में 300 स्कूली छात्रों को अगवा कर लिया था। आतंकियों की योजना उनको वैश्यावृत्ति के धंधे में धकेलने की थी। पिछले साल अमरीका के विदेश विभाग ने इसे आतंकी संगठन की सूची में शामिल किया था।

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बाड़मेर नकाबपोशों ने गांधव में पेट्रोल पम्प लूटा

बाड़मेर नकाबपोशों  ने गांधव में पेट्रोल पम्प लूटा 


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर  जालोर की सरहद पर स्थित गांधव गांव स्थित पेट्रोल पम्प पर गुरुवार रात्री तीन बजे नकाबपोश लूटेरो ने हमला कर नकदी और कंप्यूटर लूट के ले गए ,इस आशय की रिपोर्ट किषोरकुमार पुत्र नारायणदास सिन्धी नि. बाड़मेर हाल गांधवकला पेट्रोलपंप ने पुलिस थाना गुड़ामालानी में मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात 6 मुलजिमानो द्वारा चेहरे पर नकाब बंधे हुए दिनांक 31.07.14 की रात्री करीब 3.30 एएम पर इनेवा गाडी मे सवार होकर पेट्रोलपंप पर आकर मुस्तगीस व स्टाफ के साथ मारपीट कर नकद रूपये व कम्पयुटर सेट लुटकर ले जाना वगैरा पर अज्ञात मुलजिमानो के विरूद्व पुलिस थाना गुडामालनी पर प्रकरण दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

बाड़मेर ग्राम जल सुरक्षा के कार्यक्रमों की घोषणा

बाड़मेर ग्राम जल सुरक्षा के कार्यक्रमों की घोषणा
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बाड़मेरराष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अन्तर्गत आगामी पखवाड़े भर तक आयोजित होने वाले ग्राम जल सुरक्षा योजना के कार्यक्रमों की घोषणा की गई है। इन कार्यक्रमों मे विभिन्न ग्राम पंचायतों के गांवों में आईपीसी गतिविधियों के साथ-साथ ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों का क्षमतावर्धन, सहभागी, ग्रामीण आंकलन, चैपाल बैठक, फिल्म प्रदर्षन, स्कूल रैली और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। सीसीडीयू के आईईसी कन्सलटेंट अशोकसिंह राजपुरोहित ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, सीसीडीयू एवं अर्पण सेवा संस्थान द्वारा गुरूवार 31 जुलाई से 13 अगस्त विभिन्न गांवों ग्राम जल सुरक्षा योजना के निर्माण के लिये कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जिनमें चैहटन ब्लाॅक आमलसर, श्रीरामवाल, धनाऊ, सावा, बोरीकला, बिसासर, बुरान का तला, तालसर, चिचड़ासर, फागलिया, पनोरिया, तड़ला, भवारवाला, बांकासर, अरटी, हठाली, सालारिया, भंवार, झड़पा, नवातला, बाखासर, सेड़वा, हरपालिया, कोनरा और रबासर में आईपीसी गतिविधियों के साथ-साथ ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों का क्षमतावर्धन, सहभागी, ग्रामीण आंकलन, चैपाल बैठक, फिल्म प्रदर्षन, स्कूल रैली और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। इन कार्यक्रमों में विद्यालय विद्यार्थीयों के साथ-साथ पंचायत समिति सदस्य, गा्रम सरपंच, वार्ड पंच, ग्रामसेवक, ग्राम सहायक व ग्रामीण भाग लेगें। इन कार्यक्रमों के ही अन्तर्गत इन गांवों के विभिन्न पेयजल स्त्रोतों की पहचान उनके पानी की गुणवता के स्तर की जानकारी के लिये पानी के सैम्पल एकत्रित करने का कार्य और गांवों के नजरिये नक्षे तैयार करने का कार्य किया जायेगा। इन पुरे आयोजनों का निरिक्षक जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के विभिन्न अधिकारी करेगें।

बाड़मेर सुरक्ष एजेंसियों की आँखों में पड़ी धुल। थार एक्सप्रेस से छत्तीस करोड की हेरोइन हो गयी पार


बाड़मेर सुरक्ष एजेंसियों की आँखों में पड़ी धुल। थार एक्सप्रेस से छत्तीस करोड की हेरोइन हो गयी पार

बाड़मेर भारत पाकिस्तान के मध्य संचालित थर एक्सप्रेस से गत सप्ताह छत्तीस किलोग्राम निशिला पदार्थ हेरोइन बाड़मेर से पार हो गयी जबकि मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर आधा दर्जन से अधिक सुरक्ष और ख़ुफ़िया एजेंसिया तैनात हैं ,ड्रैग माफियो ने इनकी आँखों में धुल झोंकर छत्तीस किलोग्राम हेरोइन पर कर ले जिस दिल्ली पुलिस की स्पेसल शेल ने पकड़ा तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।


अफगानी ड्रग्स माफिया थार एक्सप्रेस के जरिये पाकिस्तान के रास्ते भारत में हेरोइन की तस्करी कर रहा है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चप्पलों के तले में छिपाकर भेजी गई 36 किलोग्राम हेरोइन बरामद कर अफगानी महिला व उसके सहयोगी समेत छह ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद, जमीर उर्फ डॉक्टर, सलीम खान, बाबा फकरुद्दीन, चांदबाशा तथा साकिबा के रूप में हुई है। गिरोह के तार दिल्ली से दक्षिण भारत तक फैले हैं।

स्पेशल सेल के अनुसार मोहम्मद और साकिबा अफगानिस्तान के रहने वाले हैं। वर्ष 2010 में पति की बम धमाके में मौत के बाद साकिबा भारत में आकर रहने लगी थी। यहां वह दुभाषिये का काम करती है, जबकि मोहम्मद का काबुल में कपड़ों का कारोबार है। इस सिलसिले में अक्सर वह दिल्ली में ही रहता है। बाद में उसने ड्रग्स तस्करी का धंधा शुरू कर दिया था। इसमें उसने जामा मस्जिद इलाके के हींग तथा मसाला कारोबारी सलीम को अपने साथ मिला लिया था। सलीम अपने गुर्गे जमीर की मदद से हेरोइन की खेप सप्लाई करता था।

स्पेशल सेल उपायुक्त संजीव यादव की टीम ने 26 जुलाई को भीकाजी कामा प्लेस के समीप फकरुद्दीन तथा जमीर को पकड़ा तब इस गिरोह का खुलासा हुआ। जमीर ने बताया कि वह सलीम के लिए काम करता है। उसके कहने पर ही वह फकरुद्दीन को 8.2 किलोग्राम हेरोइन की खेप देने पहुंचा था। इसके बाद पुलिस ने सलीम के यहां छापा मारकर 20 किलोग्राम हेरोइन बरामद की। सलीम से पूछताछ के बाद साकिबा व मोहम्मद को दबोचा गया। दोनों से आठ किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई। आंध्र प्रदेश निवासी फकरुद्दीन ने बताया कि उसे ड्रग्स की खेप लेने चांदबाशा ने भेजा था। उसके लिए वह कैरियर का काम करता है। इसके बाद जयपुर से चांदबाशा को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों से बरामद हेरोइन थार एक्सप्रेस के जरिये दिल्ली पहुंची थी। रास्ते में किसी को शक न हो इसलिए चप्पलों के तले में छिपाकर लाया गया था।

महज प्यादे हैं सभी आरोपी

स्पेशल सेल अधिकारियों की मानें तो धरे गए आरोपी ड्रग्स तस्करी के धंधे में प्यादे भर हैं। असली कमान तो अफगानिस्तान व दक्षिण भारत में बैठे सरगनाओं के हाथ है। पूछताछ में मोहम्मद ने बताया कि उसको फोन पर बताया जाता था कि थार एक्सप्रेस से माल पहुंचने वाला है। इसके बाद उसे यह भी बताया जाता कि डिलीवरी किसको देनी है। सीमांध्र का रहने वाला चांदबाशा ड्रग्स तस्करों के दक्षिण भारतीय नेटवर्क का हिस्सा है। उसे भी इसके लिए निर्देश मिलते थे कि कब कहां से खेप को उठाना है। काम में बढ़ते खतरे को देखकर उसने साड़ियां बेचने वाल फकरुद्दीन को साथ में रख लिया था। चांदबाशा वर्ष 1985 में आईटीआई से डिप्लोमा कर चुका है। कई कारोबार करने के बाद सफलता नहीं मिली तो उसने ड्रग्स तस्करी का धंधा पकड़ लिया था।

हेरोइन का स्थानीय सप्लायर है सलीम

जाकिर हुसैन कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर चुका सलीम बल्लीमारान में हींग का कारोबार करता है। वह मोहम्मद से हेरोइन हासिल करके उसे जमीर की मदद से आगे सप्लाई करता था। जमीर भी तुर्कमान गेट इलाके में शीतल पेय का काम करता है।

मेरे साथ लिव इन में आने के समय संजय दत्त की पत्नी थी रिया: लिएंडर पेस -



मुंबई। घरेलू हिंसा के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस ने इन आरोपों को खरिज करते हुए अपनी लिव-इन पार्टनर रिया पिल्लई पर पलटवार किया है। कोर्ट में पेस ने कहाकि उनके साथ रिश्ते में जुड़ने के समय रिया संजय दत्त की पत्नी थी, इसलिए उनका रिश्ता शादी की प्रकृति में नहीं आता।
Rhea was married to Sunjay Dutt when she entered into a relationship with me, says Leander Paes
रिया पिल्लई ने लिएंडर और उनके पिता वेस पेस पर घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज कराई थी और 4 लाख रूपये मासिक भत्ता मांगा था। घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत लिव इन रिलेशन में रहने वाली महिलाओं को भी सुरक्षा मिलती है। हालांकि लिएंडर के वकील मृदुला कदम और ईश्वर नांकणी द्वारा कोर्ट में दाखिल अर्जी में बताया गया है कि कि घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत सुरक्षा मांगने के लिए बने मापदंडों में से शादी की प्रकृति भी एक मापदंड है।

अर्जी में कहा गया है कि,"संजय दत्त के साथ शादी कर निर्वाह करने के दौरान रिया के बच्चे का जन्म हुआ। रिया ने लिएंडर पेस के साथ यह जानते हुए भी रिश्ता बनाया कि वह संजय दत्त के साथ शादीशुदा है और यह रिश्ता शादी की प्रकृति में नहीं आता।" अर्जी में बताया है कि रिया ने कहा था कि उनकी बेटी के जन्म के बाद दोनों के बीच कोई आत्मीयता नहीं थी। "यह बात सिद्ध करती है कि यह रिश्ता शादी की प्रकृति में नहीं आता।" पेस और रिया के बीच आठ साल की बेटी की कस्टडी को लेकर पहले से ही कोर्ट में मामला चल रहा है।



  

जयपुर।"गिफ्ट मैं देता हूं, पिक्चर दूसरे के साथ देखती है"

जयपुर। शहर की लड़कियों की अक्सर शिकायत रहती है कि लड़के उन्हें परेशान करते हैं, लेकिन अब राजधानी के लड़के भी लड़कियों पर प्रताडित करने का आरोप लगाने लगे हैं।



इसका खुलासा हाल ही में यातायात पुलिस और एक एनजीओ की रिपोर्ट में हुआ है। इस रिपोर्ट को जयपुर पुलिस कमिश्नर को सौंप दिया गया है।

यातायात पुलिस को पंद्रह महिला पुलिसकर्मियों और शहर के एक एनजोओ की दस महिलाकर्मियों ने शहर के बस रूट नंबर 11, 17 और 29 पर तीन महीनों तक सर्वे किया। इस दौरान तीन हजार महिलाओं, छात्राओं और युवतियों से एक फार्म भी भरवाा। जिसमे उनकी परेशानियां सामने आई।

और फिर हुआ खुलासा
तीन हजार "नारी शक्तियों" की परेशानियां जानने के बाद महिला पुलिसकर्मियों ने कुछ लड़कों से भी बात की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए।

महिला लड़कों ने बताया कि महारानी कॉलेज के बाहर, मानसरोवर और प्रताप नगर इलाके से बस में जाने वाली कुछ लड़कियों ने गैंग बनाई है जो अलग-अलग लड़कों लड़कों पर डोरे डालती है और उनके साथ घूमती है।

शॉपिंग जाने और पिक्चर देखने के साथ ही गिफ्ट लेती हैं। उसके बाद अचानक रिलेशनशिप तोड़कर दूसरे लड़के के साथ हो जाती हैं। इस बारे में जब कोई लड़का शिकायत करता है तो उसे पुलिस थाने में जाकर फर्जी केस कराने की धमकी दी जाती है।

इन शिकायतों का क्या किया जाए, फिलहाल इस पर विचार चल रहा है। जयपुर शहर यातायात डीसीपी लवली कटिया ने बताया कि तीन सबसे व्यस्त बस रूटों पर हमने तीन हजार लड़कियों से फार्म भरवाए।

कुछ लड़कों से भी बात की गई तो उनकी शिकायतों पर चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। फिलहाल हमने इस बारे में नौ अलग-अलग विभागों का सहयोग मांगा है।

आरएएस पर्चा लीक: मास्टरमाइंड ने उगले कई राज

जयपुर। आरएएस-प्री 2013 सहित कई परीक्षाओं के पेपर लीक होने के मामले में पटना से पकड़ा गया मास्टर माइंड आर.के. सिंह उर्फ मिथिलेश गिरोह का बॉस नहीं है। पूछताछ में उसने बताया कि गिरोह में उसके जैसे कई हैं, जो सिर्फ पेपर बांटते हैं और उगाही करते हैं।
 rpsc paper leak issue mastermind rk singh reveal many secrets

एसओजी ने उसे बुधवार को सात दिन की रिमांड पर लिया। अब तक एसओजी उसे ही पूरे गिरोह का कर्ता-धर्ता मान रही थी, लेकिन इस खुलासे के बाद फिर से असली बॉस की तलाश में जुट गई है।

एसओजी के एसपी सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि गिरोह में कई बड़े बिजनेसमैन भी शामिल हैं, जिनके काम बंटे हैं। आर.के. सिंह को राज्यस्तर के गुर्गो तक पेपर पहुंचाने और रकम बटोरने का काम मिला था।

पूछताछ में सामने आया है कि मास्टर माइंड ने अमृतलाल मीणा को दिल्ली में द्वारका स्थित अपने फ्लैट पर बुलाकर पेपर की फोटोकॉपी दी थी। इससे आशंका है कि पेपर प्रिटिंग प्रेस से ही लीक हुआ था।

आर.के. सिंह वर्ष 2006 से पेपर लीक के गोरखधंधे से जुड़ा है। उसके गिरोह का मुख्य लक्ष्य मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और बिहार था। गिरोह उत्तर भारत की करीब सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कर चुका है।

सूत्रों के मुताबिक, गिरोह ने दिल्ली पीएमटी के पेपर लगातार तीन साल लीक किए। तीसरी बार कुछ लोग गिरफ्तार हुए, लेकिन तब आर.के. सिंह नहीं पकड़ा गया था। गिरोह ने वर्ष 2009 में अजमेर रेलवे बोर्ड की स्टेशन मास्टर परीक्षा में भी हाथ आजमाए थे।

रियल एस्टेट का काम
आर.के. सिंह रियल एस्टेट के काम से भी जुड़ा था। इसके चलते अपने इलाके में उसका रूतबा था। वह बिहार के अलावा यूपी, दिल्ली और राजस्थान में प्रॉपर्टी का कारोबार कर रहा था। वह हरियाणा के जींद में एक बीएड कॉलेज में पार्टनर भी है।

पूछताछ में सामने आया है कि आर.के. सिंह पटना में अपनी पत्नी के नाम से भी एक बीएड कॉलेज खोलने की तैयारी में था। अभी कॉलेज भवन का निर्माण चल रहा है, जिसके लिए वह समय-समय पर पटना भी जाता था।

दिल्ली के द्वारका और पटना में फ्लैट भी खरीद रखा है। वह लग्जरी कारों का भी शौकीन है। पटना में जब एसओजी ने उसे गिरफ्तार किया, तब वह एक लग्जरी कार में ही घूम रहा था। -  

बुधवार, 30 जुलाई 2014

लखनऊ।सरेबाजार लगी बोली, 25,000 में महिला नीलाम

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के हमीरपुर जिले में ओडिशा की एक महिला को सरेबाजार नीलाम करके 25 हजार रूपए में बेचे जाने की दुखद घटना प्रकाश में आई है। सूत्रों के अनुसार हमीरपुर जिले के जराखरगांव के बाजार में पिछले हफ्ते एक महिला नीलाम की गई। ब्रिजभान कोरी ने महिला को खरीदने के लिए 25 हजार रूपए की सबसे बड़ी बोली लगाई। इसके बाद महिला की नीलामी करने वाले सोहनलाल नामक व्यक्ति ने सबसे बड़ी बोली लगाने वाले को महिला बेच दी।odisha woman sold for Rs 25,000 in public auction in uttar pradesh
सूत्रों के अनुसार ओडिशा में कुछ माह तक काम करने वाला सोहनलाल बाल्मीकि महिला को ओडिशा से जराखर गांव लाया था। सोहन लाल ने महिला को कुछ दिन साथ रखने के बाद उसे बेचने का फैसला किया। जराखर गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि महिला को बेचने से अच्छी रकम मिले इसके लिए सोहन लाल ने उसकी नीलामी करने का फैसला किया।

पहले महिला को खरीदने के लिए 10 हजार रूपए की बोली लगी। नीलामी के समय मौजूद व्यक्ति ने बताया कि इसके बाद एक बूढ़े व्यक्ति ने महिला को खरीदने के लिए 15 हजार रूपए की बोली लगाई। महिला ने बूढे व्यक्ति के साथ जाने से मना कर दिया तो फिर उसकी बोली लगवाई गई। अन्तत: ब्रिजमोहन कोरी ने महिला को 25 हजार रूपए में खरीद लिया।

इस बीच, हमीरपुर के जिलाधिकारी भवनाथ ने किसी महिला की नीलामी की होने से तो इन्कार किया लेकिन ओडिशा की एक महिला की ब्रिजमोहन कोरी से शादी होने की बात स्वीकार की। भवनाथ ने बताया कि ब्रिजमोहन और महिला की शादी संबंधित हलफानामा दोनों के पास है।

पुलिस क्षेत्राधिकारी विजय आनंद ने भी ओडिशा की महिला की नीलामी होने से इन्कार किया लेकिन कहा कि महिला 23 जुलाई तक सोहनलाल के साथ रहती थी उसके अगले दिन उसकी शादी ब्रिजमोहन के साथ हो गई।

बुंदेलखंड इलाके में काम कर रहे एक गैर सरकारी संगठन ने कहा कि झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से गरीब परिवारों की लड़कियां यहां लाई जाती हैं। कुछ धनी व्यक्ति इन लड़कियों को अच्छी खासी रकम देकर खरीद लेते हैं।