सोमवार, 30 दिसंबर 2013

वेश्यावृत्ति अड्डे का भंडाफोड़, लड़कियां फरार

जयपुर। राजधानी जयपुर में सोमवार सुबह पुलिस ने वेश्यावृत्ति अड्डे का भंडाफोड़ किया। जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने इस दौरान एक महिला को वेश्यावृत्ति के आरोप में गिरफ्तार किया है।्रवेश्यावृत्ति अड्डे का भंडाफोड़, लड़कियां फरार
पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सेक्टर 11 में कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस ने दबिश देकर आरोपी रीना रॉय को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और यहां पर किराए पर मकान ले कर रह रही थी। महिला पर आरोप है कि वह लड़कियां सप्लाई करती थी। पुलिस की दबिश का पूर्व में ही पता चल जाने के कारण वेश्यावृत्ति में लिप्त लड़कियों को भगा दिया गया।

जंगल में मिली जलती कार
वहीं मुहाना थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक जली हुई कार मिलने से सनसनी फैल गई। गाड़ी के पास से न तो कोई व्यक्ति मिला है और न ही इसकी कोई सूचना मिली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।

"कहीं मोदी अपनी गर्लफ्रेंड के ब्वॉयफ्रेंड को मरवा न दें"

नई दिल्ली। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को गुजरात जासूसी कांड को लेकर कांग्रेस निशाना बनाते आई है। अब कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी अपनी गर्लफ्रेंड के ब्यॉवफ्रेंड को मरवा सकते हैं। इसलिए पीडिता और उसके परिवार वालों को सुरक्षा दी जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने मोदी की तुलना युगांडा के तानाशाह ईदी अमीन से की। उन्होंने कहा कि जैसे अमीन अपनी गर्लफ्रेंड के ब्यॉवफ्रेंड को मरवा देते थे, मुझे डर है कि कहीं मोदी भी पीडिता के ब्वॉयफ्रेंड को न मरवा दें।"कहीं मोदी अपनी गर्लफ्रेंड के ब्वॉयफ्रेंड को मरवा न दें"

क्या है मामला
कोबरापोस्ट और गुलेल डॉट कॉम ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया था कि नरेंद्र मोदी के नजदीकी अमित शाह ने खुफिया विभाग से एक लड़की की जासूसी करवाई थी। उस वक्त अमित शाह गृहराज्य मंत्री थे। खुलासे में सामने आया कि अमित शाह फोन पर बार-बार किसी "साहेब" का जिक्र कर रहे थे। इस पर कांग्रेस का कहना है कि अमित शाह के साहेब नरेंद्र मोदी ही हैं। मोदी के कहने पर ही उस लड़की पर निगरानी रखी गई थी।

ठाकुर जी ने भरा नानी बाई का मायरा : सरोज (प्रियाजी)

ठाकुर जी ने भरा नानी बाई का मायरा : सरोज (प्रियाजी)


जोधपुर में आयोजित भव्य संगीत मय नानी बाई का मायरा कथा के पाँच दिन नानी बाई के मायरे की कथा प्रसंग के पांचवे दिन की कथा में वाचक सरोज (प्रियाजी) ने बताया कि नानी बाई के तानो से दुःखी होकर नरसी भगवान कृष्ण से करूणा भर पुकार करने लगे। और अनेक भजन गाऐ व प्रभू की स्तुति की। वहीं इधर नानी बाई के ससुराल वालो ने मायरे की दूसरी पत्रिका लीखवानी शुरू की और नानी बाई के देवर नाराणा से ऐसी वस्तुऐं लिखवाई जो की नरसी लाने में असमर्थ थें। भीलों के लिए सोने के तीर कुम्हारो के जितने घर हैं उतने सवा, सवा लाख रूपये, पीपल के वृक्ष के पत्तो जितने उतने कपड़ो के थान और सोने की सिलाड़ी सोने के पाघोला इत्यादि नही ला सके ऐसी वस्तुऐं। नानी बाई के ससुराल ने यह सोचा कि ना ही नरसी जी यह सारी वस्तुऐ ला सकेगें और ना ही ब्याह में आऐगें। और उनका अपमान होगा। नरसी ने पत्रिका को लेकर पीपल के वृक्ष के नीचे रख दी। और ऊँचे स्वर में करूणा भरी पुकार से प्रभू को प्रार्थना करने लगें। ‘‘ आओ म्हारा नटवर नागरिया‘‘ सहित अनेक भजनो को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गयें। नरसी जी की पुकार सुनकर बैकुण्ठ में बैठे श्रीकृष्ण भरी नींद में चैक कर उठे और राधा रूखमणी को साथ लेकर मायरे का सारा सामान जो पत्रिका में लिखा वह सब लेकर तीव्र गति से रथ हाककर अंजार की तरफ आने लगें । उसी समय से नानी बाई के ससुराल से मायरे का बुलावा नरसी जी को भेजा गया। नरसी जी ज्योहिं नानी बाई के घर ब्याह में पहुंचें। नानी बाई की काकी सासू ने नरसी जी को बधाने के लिए उनकी आरती कर तिलक किया। और नेक के रूपये मांगें। तब नरसी जी ने कहा कि देवा ने लेवा ने समधण राम जी को नाम तुलसी जी की माला ले लो, सेवा साळग राम। हमारे पास तो कुछ नही हैं, आपको देने के लिए यह सुनकर समधण ने नाराज होकर नरसी जी का तिलक वापिस पोछ लिया। उस समय नरसी जी को अपनी निर्धनता देखकर बहुत दुःख हुआ। और नरसी जी प्रभू से करूणा भरी पुकार करने लगें। पुकार सुनकर भगवान श्रीकृष्ण मायरे का सारा सामान लेकर नरसी जी के पास अंजार आये, और नरसी जी को मायरे की सारी वस्तुऐं दिखाने लगे और कहने लगे नरसी जी चलो मिलकर मायरा भरते हैं, पर नरसी जी कृष्ण भगवान से नाराज होकर उल्टे मुड़ जाते हैं। अब भगवान कृष्ण स्वयं नरसी जी को मनाने लगें। और नरसी जी व श्रीकृष्ण नानी बाई के घर मायरा लेकर पहुंचें।

इस कथा के साथ संत श्री सरोज (प्रियाजी) ने पांचवे दिवस की कथा की आरती की।

और बदला वसुंधरा राजे का अंदाज

जयपुर। सीएम यानी चीफ मिनिस्टर नहीं "कॉमन मैन"। देश की राजधानी से यह संदेश देश भर में शनिवार से फैलना शुरू हुआ, जबकि प्रदेश की नई मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तो अपने नए कार्यकाल में लगातार इस तरह के फैसले और काम कर रही हैं, जिनकी उम्मीद प्रदेश में किसी ने नहीं की थी।

खासतौर पर राजे से किसी को यह उम्मीद नहीं थी कि वे आम आदमी की तरह लालबत्ती पर रूकेंगी, अपना काफिला भी कम रखेंगी, सुरक्षाकर्मियों की फौज कम करेंगी और मुख्यमंत्री निवास में नहीं जाएंगी। उनके नजदीकियों का कहना है कि राजे मुख्यमंत्री के आभामंडल, लाव-लश्कर और शानो-शौकत से दूर रह कर एक साधारण इंसान की तरह काम करना चाहती हैं।

वसुंधरा राजे के पिछले कार्यकाल में उनकी छवि भले ही एक हाई प्रोफाइल मुख्यमंत्री की रही हो, लेकिन नए कार्यकाल में उनका अंदाज एकदम बदला हुआ है। उनके शपथ ग्रहण समारोह में लगी बल्लियों के कारण एक आम आदमी हादसे का शिकार हुआ तो वे पता लगते ही उससे मिलने गई और अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऎसे हादसे आगे न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाए।

अब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने निवास से निकलती हैं तो न रूट लाइनिंग की जाती है और न वायरलैस पर मैसेज चलते हैं। फिलहाल वे सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल भी नहीं कर रही हैं। वे आम आदमी की तरह निकलती हैं, काफिले में दो-तीन गाडियां जरूर रहती हैं।

लेकिन पहले जितना लम्बा काफिला नहीं होता है। रास्ते में लाल बत्ती मिलती है तो इनकी गाडियां भी अन्य लोगों की तरह रूकती हैं। इससे आम जनता को बहुत राहत मिली है। पहले सीएम का काफिला निकलता था तो लोगों को 20-25 मिनट तक इंतजार करना पड़ता था। अब ऎसा कोई इंतजार नहीं है।

सीईओ जैसा नेतृत्व
शपथ ग्रहण के बाद से राजे लगातार अफसरों के साथ बैठकें कर रही हैं। पहली बैठक में उन्होंने खुद को सीईओ की तरह प्रस्तुत किया। खुद प्रजेंटेशन दिया और अपनी सोच का खाका अफसरों व मंत्रियों के सामने रखा।

वे पिछली सरकार के कामकाज की जांच के लिए आयोग बनाने जैसा कदम उठाने की बजाए "विजन 2020" पर काम कर रही हैं। पिछले सप्ताह में उन्होंने जनता से जुड़े हर विभाग का प्रजेंटेशन देखा है और अब उम्मीद है कि एक जनवरी 2014 से सरकार की 60 दिवसीय कार्ययोजना पर काम शुरू हो जाएगा।

सीएम ने किए फैसले
लाल बत्ती पर रूकने का फैसला।
मुख्यमंत्री निवास में नहीं जाएंगी।
काफिला किया कम।
अपनी सिक्योरिटी कम करना।
सरकारी विमान से यात्रा बहुत जरूरी होने पर।
पिछली सरकार के खिलाफ माथुर आयोग की तरह कोई आयोग गठित नहीं करने (बदले की भावना से काम नहीं) का फैसला।

विमान नहीं, फ्लाइट
`मुख्यमंत्री राजे ने इस बार अहम फैसला यह किया है कि वे जरूरी कार्य के अलावा शेष्ा यात्राएं सरकारी विमान से नहींं, बल्कि नियमित फ्लाइट से करेंगी। इससे सरकार के पैसे भी बचते है। सरकारी विमान से दिल्ली आने-जाने में करीब 65 हजार रूपए का ईधन खर्च होता है, जबकि नियमित फ्लाइट से जाने पर सिर्फ 20 हजार रूपए खर्च होते हैं।

मुख्यमंत्री निवास में नहीं जाएंगी
प्रदेश के इतिहास में राजे पहली मुख्यमंत्री होंगी, जिन्होंने लगातार जनता से जुडे रहने के लिए मुख्यमंत्री निवास में नहीं जाने का फैसला किया है। अपने मौजूदा घर में रहने का फैसला दिल्ली के नए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी लिया है, लेकिन वसुंधरा तो उनसे पहले यह फैसला कर चुकी हैं। सूत्रों का कहना है कि इस निर्णय के पीछे भी राजे की सोच जनता से आसानी से जुडे रहने की है।

मुख्यमंत्री निवास में जनता से मिलने में कठिनाई होती है, क्योंकि आमजन को कई जांचों और औपचारिकताओं से गुजर कर वहां जाना पड़ता है। बिजली की खपत भी वहां बहुत ज्यादा होती है। हर माह करीब 3 लाख रूपए का बिजली का बिल सरकार को भुगतना पड़ता है। सरकारी कर्मचारी भी ज्यादा तैनात रहते हैं।

राजे चाहती हैं कि मुख्यमंत्री निवास पर सुरक्षा में लगा सैकड़ों पुलिसकर्मियों का लवाजमा कम होकर जनता के काम आए। मंत्रियों को मिलने वाले जिस आवास में मुख्यमंत्री अभी रह रही हैं, वह मुख्यमंत्री निवास "8-सिविल लाइन्स" के मुकाबले बहुत छोटा है। मुख्यमंत्री निवास जहां करीब 3.21 लाख वर्गफीट में बना हुआ है, वहीं वहीं राजे के मौजूदा सरकारी निवास का क्षेत्रफल करीब 1.46 लाख वर्गफीट ही है। यानी आधे से भी कम।

शिकार विवाद को लेकर लाठी भाटा जंग, एक की हत्या

बिलाड़ा।जिले की बिलाड़ा तहसील के कापरड़ा कस्बे में खरगोश के शिकार को लेकर उपजे विवाद में रविवार देर शाम दो पक्षों में लाठी-भाटा जंग हो गई। हमले में घायल एक व्यक्ति की मौत व आधा दर्जन के घायल होने से गुस्साए लोगों ने जोधपुर-जयपुर राजमार्ग पर डेढ़ घंटे तक जाम लगा दिया।

पुलिस व ग्रामीणों के अनुसार कस्बे में चौकीदार (बावरी) समाज के कुछ लोग शिकार कर मौके से भाग निकले। केरियों की ढाणी में रहने वाले विश्Aोई समाज के कुछ लोगों ने पीछा कर दो बच्चों को पकड़ लिया। मृत खरगोश भी मिल गया। खरगोश के शिकार का आरोप लगाते हुए दूसरे पक्ष के लोगों ने बच्चों व मृत खरगोश को लेकर बालासती फांटे पर बिठा दिया। इसका पता चलने पर बच्चों के परिजन व अन्य लोग छुड़ाने के लिए वहां पहुंचे। इनके हाथों में लाठियां देखकर दूसरे पक्ष के लोग उद्वेलित हो गए और उन्होंने हमला बोल दिया।


जिसमें कापरड़ा निवासी बहादुर बावरी (45) , भाखरराम (30) पुत्र मूलाराम बावरी, पुखाराम (60) पुत्र राणाराम, गंगाराम (60) पुत्र मेहराम मेघवाल, कोजाराम बावरी, नाथूराम व ओंकारराम घायल हो गए। भाखरराम, पुखाराम व गंगाराम को प्राथमिक उपचार के बाद महात्मा गांधी अस्पताल रेफर किया गया। थानाधिकारी पुष्पेन्द्र वर्मा का कहना है कि घायल बदूकराम की मृत्यु हुई है। शव को मोर्चरी में रखा गया है।


सुखड़ी पत्नी हुकमाराम चौकीदार की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला व एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है। रिपोर्ट में केरियों की ढाणी निवासी मोहनलाल, सोनाराम, मांगीलाल पुत्र रामसुखलाल, मांगीलाल पुत्र किशनाराम, भानाराम, बाबूलाल व सूरजाराम को नामजद किया गया है। हमले में दूसरे पक्ष के कुछ लोगों को भी चोटें आई हैं।

हमले के विरोध में डेढ़ घंटे हाईवे जाम


बच्चों को छुड़ाने आ रहे परिजनों व लोगों पर हमले के विरोध में लोगों ने सीनियर स्कूल के सामने जोधपुर-जयपुर हाइवे पर जाम लगा दिया। उन्होंने सड़क पर अवरोधक डाल दिए तथा टायर जलाए। वृत्ताधिकारी (बिलाड़ा) रिछपाल जाखड़ व थानाधिकारी पुष्पेन्द्र वर्मा ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर मार्ग खुलवाया। जाम के कारण जोधपुर व भावी की तरफ कई किमी तक वाहनों की कतारें लग गई।

2014 के लिये कुम्भ राशि का राशिफल

2014 के लिये कुम्भ राशि का राशिफल - 2014 Aquarius Horoscope in Hindi - Aquarius 2014 Hindi Rashifal


कुम्भ राशि की विशेषतायें


2014 के लिये कुम्भ राशिफलकुंभ राशि भचक्र की ग्यारहवीं राशि है. इस राशि का विस्तार चक्र 300 अंशों से 330 अंशों तक का होता है. इस राशि का स्वामी ग्रह शनि है और प्रतीक चिन्ह कुंभ अर्थात घडा़ है. कुंभ राशि वायु तत्व राशि है जिसके फलस्वरूप आपके विचारों में वायु जैसा प्रवाह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है. यह स्वभाव से स्थिर राशि है, आपके भीतर एक ही समय में दो व्यक्तित्व नजर आते हैं पर आप दोनों ही रूपों में बहुत गहरे विचारक हैं. संकट के समय आप दूसरों के लिए सहायक बनते हैं और मदद करने वाले होते हैं. आप बहुत ही बुद्धिमान व समझदार व्यक्ति होते हैं. आप विचारों से उग्र तथा स्वतंत्र होते हैं. आप किसी भी बात को बिना ठोस आधार के नहीं करते हैं. आपका सहज ज्ञान स्वभाविक ही होता है जिस कारण आप स्वयं को शांत पाते हैं.

आपके व्यक्तित्व में विलक्षण क्षमता होती है. एक ओर आप चुपचाप रहने वाले और शर्मीले व्यक्ति लग सकते हैं वहीं दूसरी और आप कलह प्रिय, ऊर्जावान व सनकी प्रतीत होते हैं. आप एक कुशल सलाहकार बन सकते हैं क्योंकि आपमें निर्णायक की भूमिका निभाने की योग्यता होती है. आप अपने चारों ओर के माहौल के आदी होते हैं जिस कारण आपको यदि उस स्थान से हटा दिया जाए तो आप असहज महसूस करने लगते हैं. आप अकेलेपन को सहन नहीं कर पाते और अपने इस अवसाद के कारण बहुत बेचैन रहते हैं. इसलिए आपको स्वयं को जीवंत बनाए रखने की आवश्यकता होती है इस ओर आप प्रयास करते रहते हैं, आप ख्यालों की उडा़न भरने वाले होते हैं. आपका मन सदैव सपनों व कल्पनाओं की उडा़न को भरता रहता है.

आपकी सबसे बडी़ विशेषता है कि आप सकारात्मक सोच रखते हैं. आपकी भावनाएं आप पर हावी रह सकती हैं, इसलिए आप शीघ्र ही आकर्षित भी हो जाते हैं. आपको कोई भी चीज दिल की गहराईयों से छू जाती है. आपको बातें करने का बहुत शौक होता है. आप बातचीत द्वारा अपने आप को जिंदादिल बनाए रखते हैं और दूसरों के साथ दुख दर्द को बांटते हैं. आप खुले दिल के मिलनसार और कल्पनाशील व्यक्ति हैं तथा सदैव जोखिम उठाने के लिए तैयार रहते हैं. आप जीवन के प्रति मिश्रित दृष्टिकोण रखते हैं.

कुंभ राशि के लिए उपयुक्त कैरियर 

कुंभ राशि का स्वामी ग्रह शनि माना जाता है इसलिए आपको शनि से संबंधित काम कर सकते हैं. आप लोहे अथवा चमड़े से संबंधित कोई भी काम कर सकते हैं. आप सलाहकारिता के क्षेत्र में भी जा सकते हैं. आप अभियांत्रिकी, चिकित्सक, ज्योतिष से संबंधित काम को भी अपनी आजीविका का क्षेत्र बना सकते हैं. आप पुरानी इमारतों से संबंधित काम अथवा सिविल इंजीनियरिंग आदि में भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं. पुराने एंटिक पीस आदि से जुड़ा काम कर के अपनी आजीविका कमा सकते हैं.

2014 कुम्भ राशिफल - पैसा और वित्तीय स्थिति


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कुम्भ पैसा और वित्तीय स्थितिपैसों और वित्तीय स्थिति के लिए यह वर्ष उतार-चढा़व वाला रह सकता है. इस साल में आप कई तरह की योजनाएं बना सकते हैं. आप विश्वसनीय स्वभाव के व्यक्ति है, आपके स्वभाव में व्यवहारिकता है. अपने काम को लेकर आप पूरी तरह से सचेत रहते हैं. शुरुआती समय में आप काम में उलझे रह सकते हैं. इस समय आर्थिक स्थिति से संबंधित कई बातें सीखने को मिलेंगी इस समय आप अपने आराम का पूरा ध्यान रख सकेंगे. आप विशेष रुप से अपने शौक पूरे करने के बारे में सोच सकते हैं. आपको बाहर घूमने जाने का मौका भी मिल सकता है, मित्रों के साथ समय व्यतीत करने के मौके मिल सकते हैं.

आपका यह समय कमाई के लिहाज से अच्छा रह सकता है. आप अपने काम में कई बदलाव करने के बारे में सोचेंगे. शेयर मार्किट में इस समय का उतार चढा़व आपको कुछ परेशान कर सकता है लेकिन परेशान न हों जल्द ही स्थिरता आ जाएगी. इस तिमाही आपकी आमदनी के मौकों में इजाफा होगा पर साथ ही साथ आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी बनी रहेगी. किसी न किसी काम से पैसों में बचत कर पाना थोडा़ सा मुश्किल हो सकता है.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

इस समय आप काम के सिलसिले में बाहर भी जा सकते हैं. विदेश जाने के लिए वीजा़ या पासपोर्ट की समस्या सामने आ सकती है इसलिए पहले ही सभी बातों को पूरी तरह से देख लें. बचत के लिए यह समय अनुकूल नहीं होगा. कारोबार में खर्चा अधिक होगा पैसों से संबंधित परेशानी झेलनी पड़ सकती है पर ज्यादा परेशान होने की बात नहीं है यह समय जल्द ही बीत जाएगा. अपने नए कामों में भी धन का खर्च आपको भविष्य में लाभ का फल देने वाला रह सकता है. अगर कोई पुराना कर्ज है तो आप इस वर्ष उससे मुक्ति पा सकते हैं.

इस समय प्रापर्टी के कामों में आपको अच्छा लाभ मिलने का संकेत दिखाई देता है. जिन लोगों को सरकारी टेंडर मिलने वाला था उन्हें इस समय वो काम मिल सकता है. पैसों के आने से पहले ही खर्चे तैयार मिलेंगे कुछ नए कामों की शुरुआत करने के कारण आप अपनी बचत में से धन खर्च करना पड़ सकता हैं. परिवार में किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के बिगड जाने के कारण उसमें पैसे खर्च करने पड सकते हैं. इस समय कोई फाईनेंशियल टूर भी हो सकता है. व्यवसायिक भागीदारों के कारण आप आर्थिक परेशानियों से मुक्त हो सकेंगे वह आपके मददगार हो सकते हैं.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

इस तिमाही के दौरान आपको अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ सकता है. आप अपने लिए बहुत सारी खरीददारी करने वाले हैं और अपने लिए कुछ महंगी वस्तुएं लेने वाले हैं. यदि आप संघर्ष व निरन्तर प्रयास करने की प्रवृति नहीं छोडेगें तो आर्थिक स्थिति को और बेहतर स्थिति में ले जा सकते हैं. बडे़ सौदे किए जा सकते हैं साथ ही योजनाओं पर निर्णय लेने के लिये समय सही रहेगा. इस समय में लिये गये निर्णयों में देरी या भ्रम कि स्थिति हो सकती है. किसी सरकारी प्रोजेक्ट से आने वाली आय आपकी बचत को बढाएगी. बच्चों पर खर्च बना रहेगा आने वाले दिनों में उनकी शिक्षा पर भी काफी खर्चा हो सकता है.

आपकी आय के स्रोत बने रहेंगे पर आपको चाहिए कि किसी भी काम को अधूरा न छोडें और न ही जल्दबाजी करें क्योंकि इसका प्रभाव आपकी आय पर भी होगा. खर्चों में अभी कोई कमी तो नही होगी और बचत भी करने में कठिनाई बनी रहेगी. परिवार में किसी सदस्य की बिमारी पर भी कुछ खर्च करना पड़ सकता है. तिमाही के अंतिम समय में कुछ अच्छा मुनाफा मिल सकता है. अगर कहीं पैसा अटका हुआ है तो अभी मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं. मुनाफा बढाने के लिए काम में खूब मेहनत करनी पडे़गी और सही नतीजे ही आपके आगे की परेशानी को दूर करने में मददगार होंगे.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

आप अपने पैसों को निवेश करने का सोच सकते हैं या कोई जमीन जायदाद खरीद सकते हैं. इस कारण बचत करने से कुछ समय के लिए आपको धन की परेशानी हो सकती है लेकिन आगे के लिए किया गया यह काम अच्छे लाभ देने वाला बनेगा. इस समय आप पर अन्य लोगों की जिम्मेवारी आ सकती है. अगर आपने कोई काम शुरू किया है तो आपको कोई बडा़ सौदा मिल सकता है.

विदेशों से भी आय में मुनाफा हो सकता है जिसमें आपको लाभ हो लेकिन अन्य कामों में आया धन लग सकता है. बाधाएं आने कि संभावनाएं बन रही है, इस समय में पैसे उधार देने व लेने से बचे रहें. आप अपनी सफलता और आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिये अपने माता-पिता या छोटे भाई बहनों से सलाह ले सकते हैं. बडों द्वारा किया गया मार्गदर्शन आपको बहुत काम आ सकता है. कुछ काम से हटकर भी लाभ प्राप्त होने की संभावनाएं बन रही है

2014 कुंभ राशिफल - कैरियर और प्रोफेशन


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक

कुम्भ 2014 कैरियरतिमाही का आरंभ नौकरी और व्यवसाय के लिए मिले जुले फल देने वाला होगा. आपको तिमाही के आरंभ में अपने काम में कुछ अड़ंगे झेलने पड़ सकते हैं अथवा कार्य स्थल में अपने सहकर्मियों द्वारा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. ग्रहों के प्रभाव के कारण आपको अपने काम के लिए कुछ यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं. आपके संबंध कई लोगों से बनेंगे लेकिन इस स्थिति का फल कुछ समय बाद ही मिल सकेगा. तिमाई के मध्य भाग के दौरान आप अपना बिजनेस दूर तक फैला सकेंगे. इस समय नौकरी में कुछ टेंशन हो सकती है पर यह चिंता जल्द दूर होगी और आप अपने साथियों के साथ अच्छा काम करके दिखाएंगे, आपके बॉस आपसे संतुष्ट रहेंगे.

अभी तक आप जिस काम को करने के लिए इतना बेचैन थे या जो भी काम आपके बन नहीं रहे थे उन्हें अब गति मिल सकती है. आप किसी अनजान व्यक्ति के द्वारा कुछ काम पा सकते हैं लेकिन कोई भी काम करते समय सजग रहें और पूर्ण जांच पड़ताल के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचे. तिमाही के बाद के समय में आपको विदेशियों या दूर स्थलों पर रहने वाले लोगों से कारोबारी संबंध अच्छे बनेंगे. आप किसी नए काम को शुरू कर सकते हैं. लेकिन पाप ग्रहों के गोचर के कारण काम में कुछ अड़चनें भी आ सकती हैं. आपको चाहिए कि आप अपने काम में सभी की सुनें लेकिन किसी से विवाद या बहस न करें. इसके साथ ही साथ सरकारी कामों में होने वाली देरी के कारण परेशान न हों. शनि और राहु के प्रभाव के कारण आपके बनते हुए कामों में कोई गलती होने से देर हो सकती है. अत: बहस में न उलझें और विपरीत परिस्थितियों को हल करने का पूरा प्रयास करें.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

नौकरी के हालात में सुधार होंगे नए परिवर्तन अथवा नए काम की शुरुआत अच्छी रहेगी. आपको काम से संबंधित सभी कागजात अच्छी तरह से देख लेने चाहिए. नए काम की शुरुआत से पहले उसके दोनों पहलुओं पर विचार कर लें तो आपको आने वाली परेशानियों का पता चल पाएगा. अपने सहकर्मियों के साथ आपका कटु व्यवहार आपको मुशकिलों और परेशानियों में डालने का काम कर सकता है, सरकार की ओर से कुछ असुविधा झेलनी पड़ सकती है आयात-निर्यात के काम में मुनाफा बना रहेगा और आई टी से जुडे लोगों को अच्छे मौके मिल सकते हैं.

नई नीतियों और योजनाओं को अमल करने के लिए यह समय अधिक अनुकूल नहीं लगता. इस समय यदि आप किसी नए काम को करने की कोशिश में लगे हुए हैं तो आपको अपने काम में कुछ शिथिलता लाने की कोशिश करने चाहिए अभी अधिक जल्दबाजी करना अच्छा नहीं होगा. क्योंकि इस अवधि के दौरान किए गए आपके प्रयास व्यर्थ ही साबित हो सकते हैं. व्यवसाय से जुडे़ लोगों को अपनी कार्यकुशलता को बढा़ने की जरूरत है. कुछ अनुकूलता के लिए अभी इंतजार करना बेहतर होगा.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

बिजनेस और नौकरी के लिए यह साल आपको कई उपलब्धियां देने वाला रह सकता है. आपके भाई बंधु आपके साथ काम में शामिल होने वाले हैं और उनके साथ आप अपने बिजनेस को और उचाँइयों तक ले जा सकेंगे. छोटे मोटे विवाद पनप सकते हैं लेकिन यदि सोच समझकर काम करेंगे तो इन छोटी मोटी समस्याओं का सामना आसानी से कर सकेंगे. इंटीरियर डिजाईनिंग से जुडें कामों में आपको अच्छे मौके मिल सकेंगे. आपका काम लोगों को अच्छा लग सकता है. कुछ समय के लिए नौकरी में परेशानी हो सकती है या किसी से आप कुछ परेशान रह सकते हैं पर आप नजर अंदाज करें और अपने काम में लगे रहें.

जानकारी व ज्ञान की कमी आप को साझेदारी क्षेत्रों से कुछ बाधाएं दे सकती है. गैर- पारंपरिक क्षेत्र इस समय में आपके लाभ बढा सकते हैं. निर्णयों में जल्दबाजी होने के कारण धन हानि के साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है. तिमाही के दूसरे भाग में आपको अपनी मेहनत का नतीजा कुछ देर से मिलना शुरू होगा. आपके बॉस या बडे़ अधिकारी आपके काम के प्रति संतोषजनक रूख दिखा सकते हैं.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

आपको अपने सभी निर्णयों में अधिक समझ बूझ से काम लेना उचित रहेगा. आपके काम पूरे होंगे अगर आप नौकरी में बदलाव करने का सोच रहे हैं तो कुछ इंतजार करना पडे़गा, लेकिन काम जरूर मिलेगा. इससे पहले जो काम है वह पूरा कर लें तो अच्छा होगा क्योंकि आने वाला समय काफी व्यस्त रह सकता है. व्यापार के सिलसिले में कुछ यात्रा पर बाहर भी जा सकते हैं. आपको घूमने का मौका और कुछ समय मनोरंजन करने का भी मिल सकता है. आपको अपने पारिवारिक बिजनेस में मदद करानी पड़ सकती है और नौकरी में भी काम अधिक बढ़ सकता है.

कारोबारियों के लिए मुनाफा कमाने का समय है. आगे चलकर काम बढ़ सकता है इसलिए इस समय ढील न बरतें और मेहनत करते रहें. कुछ अनुभवी व्यक्तियों से मिलकर आप अपनी नीतियों को और भी बेहतर बना सकेंगे जिससे आपको लाभ मिल सकेगा. नौकरी में उन्नति, प्रमोशन के लिए इंतजार पूरा होता नज़र आ रहा है. इस समय सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते रहने से आप बडे़ लोगों के संपर्क में बने रहेंगे और आपका काम भी निकल सकता है. आपको शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए विषम परिस्थितियों में भी आप सफलता का मार्ग खोज लेगें. इस समय में आपके मुनाफे में उतार-चढा़व बने रह सकते हैं. कर्मचारियों के भरोसे काम छोड़ना सही नहीं रहेगा.

विशेष 

इस वर्ष के मध्य भाग तक आपको अपने कार्यक्षेत्र पर कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इन परेशानियों से बचने के लिए आपको हर मंगलवार हनुमान जी के मंदिर में मीठी बूंदी का भोग लगाना चाहिए और मंदिर के बाहर खड़े बच्चो में उसे बांट देना चाहिए. हनुमान जी के सामने श्रद्धा से शीश नवाएं.

2014 कुंभ राशिफल - हैल्थ और फिटनेस


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कुम्भ 2014 स्वास्थयह साल सेहत के लिए कुछ छोटी मोटी चिंताएं दे सकता है. इसलिए आपको चाहिए कि अपनी सेहत का ख्याल रखें ओर मौसम में होने वाले परिवर्तन को अपने ऊपर हावी न होने दें. गुस्से से दूर रहें व शांति के साथ कामों को करें क्योंकि कुछ कामों को लेकर आपकी चिंता अधिक बढ़ सकती है लेकिन इस स्थिति से आप यदि बाहर आना चाहते हैं तो कुछ समय अपने को शांत व स्थिर बनाए रखें.

साल की शुरुआत आप अच्छे व्यवहार और अच्छे स्वास्थ्य के साथ करेंगे, समय आपके स्वास्थ्य के अनुकूल रहेगा. परिवार में कुछ सकून होने से आप तरोताजा महसूस कर सकते हैं, आपके सुख भाव में वृद्धि बनी रहेगी. आपको संतान प्राप्ति की संभावनाएं बन रही है यदि अभी आप बच्चा प्राप्त करने का सोच रहे है. यदि आप अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखेंगे तो आपको अधिक परेशानी नहीं होगी और आप बहुत सी व्यर्थ चिंताओं से बच सकते हैं, इसलिए कोशिश करें कि मेडिटेशन करें यह उपाय आपको आराम देगा और आप स्वयं में ताज़गी का अनुभव करेंगे.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

इस तिमाही में आपको स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है. आपमें ऊर्जा शक्ति बनी रहेगी तथा आप अपने लिए कुछ अधिक सोच विचार कर सकते हैं. बस कुछ भाग - दौड आपकी थकान में वृद्धि करेगी आपको काम से मुक्त होकर थोडा़ आराम लेने की जरूरत है. काम की अधिकता और पैसे कमाने की दौड़ आपके स्वास्थ्य में कमी कर सकती है. गुरू का प्रभाव आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मददगार होगा. बच्चों को पेट से संबंधी समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है और अधिक खेल कूद के कारण उन्हें थकान हो सकती है. उन्हें अधिक धूल अथवा धूप में न खेलने दें तो अच्छा होगा.

इस समय में भोजन में नियमितता बनाये रखें, अधिक भोजन करने से बचें क्योंकि स्वास्थ्य के लिहाज़ से यह अनुकूल नहीं है. काम में अधिक आना जाना आपके लिए थकावट का कारण बना रह सकता है. किसी काम में मिली असफलता के कारण आई चिंता आपके मन को थका सकती है. ऐसे में सेहत का खयाल रखना जरूरी होगा.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

इस अवधि में आप अपने स्वभाव को सकारात्मक बनाए रखने का प्रयास करें क्योंकि यदि नकारात्मकता आती है तो स्वभाव के इस बदलाव के कारण आप जिद्दी, हठी हो सकते हैं. अपनी बात को ही सही मानेगें और दूसरों के विचारों को अधिक महत्व नहीं देंगे. यदि आपको पहले से कोई लम्बी बीमारी भुगत रहे हैं तो परहेज की आवश्यकता है. अपना ईलाज खुद करने से अच्छा है कि आप डाक्टर के पास जाएं.

कुंभ राशि के बच्चों को इस तिमाही में खांसी और जुकाम की परेशान हो सकती है. तिमाही के पहले भाग में दांम्पत्य जीवन में बनी तनाव की स्थिति को अधिक गंभीरता से न लें इससे आपको मानसिक थकावट हो सकती है. हो सकता है कि इस तनाव के कारण किसी काम में मन न लग पाए और इसका प्रभाव आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है, लेकिन मध्य अवधि में आप अपनी सेहत में अच्छा सुधार पाएंगे और कहीं घूमने भी जा सकते हैं, इससे आप स्वयं तरोताजा़ महसूस करेंगे.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

आपको अपने शत्रुओं से सावधान रहना होगा क्योकि उनकी वजह से आपको मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है. इस तिमाही में की गई अत्यधिक यात्राओ के कारण आप थकावट महसूस कर सकते हैं. इस समय परिवार में किसी सदस्य की स्वास्थ्य समस्या के कारण भी आप परेशान रह सकते हैं. इस समय वाहनादि सावधानी से चलाएं क्योंकि दुर्घटनाओं को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है, यदि इस समय किसी वजह से चोटादि लगती भी है तब वह काफी लंबी अवधि तक बनी रह सकती है.

इस तिमाही में कुछ विषम परिस्थियों से भी सामना हो सकता है, ऐसे में विपरीत परिस्थितियों को बुद्धिमता से झेलने का विश्वास अपने अन्दर पैदा करें अन्यथा स्वास्थ्य बिगड सकता है. ग्रहों के योगों के फलस्वरुप छोटी-छोटी बातों पर परेशान हो सकते हैं जिससे अकसर मानसिक रुप से तनाव का अनुभव करते रह सकते हैं. माता पिता को लेकर भी कुछ चिंताएं रह सकती हैं अथवा परिवार के वरिष्ठ जनों में से किसी के स्वास्थ्य को लेकर आप चिंतित रह सकते हैं.

2014 कुंभ राशिफल - प्रेम संबंध


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक

कुम्भ 2014 प्रेमप्रेम संबंधों के लिए यह तिमाही मिलेजुले फल देने वाली रह सकती है. आप अपने प्यार को पाने के लिए काफी बेचैन रह सकते हैं और अपनी भावनाओं में बह भी सकते हैं. साथी के साथ रिलेशन बनते - बिगडते रहेगें, लेकिन परेशान न हों, आप को अच्छे सुकून भरे पल मिलेंगे जो आपके सारे तनाव को दूर कर देंगे.

आपको अपने प्रेमी का साथ मिलेगा और आप उसके साथ सकुन से भरे कुछ पलों को बिता सकेंगे. आपकी रुकावटें दूर होंगी और प्रेम प्रसंगों के लिए यह समय अनुकूलता लिए रहेगा. यदि आप अभी तक प्रेम से वंचित रहे हैं तो आपके लिए सही समय है आप नए दोस्तों का साथ पा सकते हैं. नये रिश्तों से आपको सुख - सहयोग की प्राप्ति होगी, घर के बडों का आशिर्वाद भी आपको प्राप्त होगा.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

प्रेम संबंधों के लिए यह तिमाही अच्छी रहने वाली है. पारीवारिक संबंधों में किसी का साथ बहुत ज्यादा पसंद आ सकता है. आपके लिए यह समय छुपे प्रेम संबंधों की स्थिति का भी हो सकता है. आपके मन में किसी के प्रति आकर्षण का भाव रहेगा पर आप उन्हें कुछ कहने में संकोची बने रह सकते हैं, लेकिन मित्रों की सहायता से आप अपने प्यार का इजहार करने में सफल होंगे.

ऎसा भी हो सकता है कि आप किसी अनजान व्यक्ति के नजदीक जाएं लेकिन यह रिश्ता आपको दूरी का दर्द भी दे सकता है इसलिए प्यार में जल्दबाजी़ करना अच्छा नहीं होगा. सभी की इच्छाओं को देखते हुए आपको अपना फैसले लेना चाहिए अर्थात पहले यह देख लें कि क्या आपके परिवार वालों को आपके रिश्ते से कोई ऎतराज तो नही है. आपका काम आपको आपके प्यार से दूर रख सकता है, इस कारण आप अपने साथी से अपने दिल की बात शेयर नहीं कर पाएंगे और यह दूरी गलतफहमियों को उत्पन्न कर सकती है और रिलेशन खराब हो सकते है. दोनों के मध्य बातचीत में कमी के योग बने हुए है जिसे आपको समझदारी का परिचय देते हुए दूर करना होगा.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

इस समय में आप प्रेमी के साथ प्रेम संबधों को मधुर बनाने का स्वयं प्रयास करेंगे. किसी तरह की जिद न करें क्योंकि अपनी गलती मानने से आप संबंधो को और भी मजबूत कर सकते हैं. घर में विवाह की बात आपको अपने सपनों के राजकुमार से मिला सकती है अर्थात आपके प्रेम संबंधों के विवाह में बदलने की बात हो सकती है. जिन व्यक्तियों का प्रेम संबंध अभी हाल फिलहाल में आरंभ हुआ है उन्हें थोड़ा सचेत रहना चाहिए क्योकि तिमाही के मध्य भाग में संबंधों में दरार आ सकती है. इस दरार का कारण आपके मित्र अथवा कोई वरिष्ठ व्यक्ति भी हो सकता है.

यदि आपके विवाहेतर संबंध चल रहे हैं तब आपको चाहिए कि आप किसी भी प्रकार के तनाव को घर में न लाएं और साथी के साथ होने वाली परेशानी या गलतफहमी को आराम से दूर करने की कोशिश करें. आपके प्रेम संबंधों के कारण परिवार की सुख-शान्ति में कमी आ सकती है. तिमाही माह के तीसरे भाग में साथी के साथ में मजबूती बनी रहेगी और संबध फिर से मधुर होंगे.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

जिन लोगों के गुप्त संबंध अभी तक चले आ रहे हैं, वर्ष की अंतिम तिमाही के दौरान भी उनके गुप्त प्रेम संबंधों की यात्रा बनी रह सकती है. आप उनमें काफी हद तक व्यस्त भी रह सकते हैं. इस तिमाही में आपकी मुलाकात किसी अनजान व्यक्ति से हो सकती है और आप उसकी ओर आकर्षण का अनुभव भी कर सकते हैं. इस कारण आप इस समय दुविधाग्रस्त रह सकते हैं, लेकिन नए प्रेम संबंधों के चक्कर में आपको पुराने संबंधों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आपका यह आकर्षण कुछ समय तक ही बना रह सकता है और जब तक आपको अहसास हो, तब तक शायद आप पहले प्यार से भी हाथ धो बैठे हों.

परिवार में आपके रिश्ते की बात आपको थोड़ा परेशान कर सकती है क्योंकि आप अभी तक आपने प्रेम संबंधों को किसी के सामने उजागर नहीं किया है. तिमाही के अंतिम समय में आपको प्रेमी से सुखद एहसास की प्राप्ति होगी और आपके संबंधों में फिर से स्थिरता आ सकेगी. यदि आप विवाहित हैं तब आपको विवाहेतर संबंधो से खुद को दूर रखना चाहिए क्योकि इस समय बदनामी भी हो सकती है.

2014 कुंभ राशिफल - विद्यार्थी


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कुम्भ 2014 परिवारवर्ष की आरंभिक तिमाही में शिक्षार्थियों के लिए बहुत अच्छे मौके हो सकते हैं जिनमें वह अपनी योग्यता का परिचय देने में सक्षम होंगे. आपको अपने परिवार का साथ मिलेगा, वह पढा़ई में आपकी मदद कर सकते हैं और आपके लिए अच्छे मार्गदर्शक बनकर उभर सकते हैं. इस अवधि के दौरान आप अपने गुरूजनों से भी कुछ महत्वपूर्ण बातें जानने में सफल रहेंगे. शिक्षा में आपका ध्यान अच्छी प्रकार से लग सकेगा और आप अपने विषयों को भली भांति समझ सकेंगे.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

इस तिमाही में भी आप अपनी मेहनत में कटौती नहीं करेंगे. आप पूर्ण रूप से अपने प्रयासों में लगे रहेंगे. एकाग्रता में कमी नहीं आने देना चाहेंगे. जो विद्यार्थी विदेशी भाषा सीखने का मन बनाए हुए हैं उन्हें इस समय आवेदन कर देना चाहिए. कुछ प्रयासों के बाद आपको अपने पसंदीदा विषयों में एडमिशन मिल सकता है. यदि आप किन्हीं कलात्मक अभिरूचियों से जुडे़ हैं तो आप अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रह सकते हैं.

आपका ध्यान कलात्मक विषयों को जानने समझने की ओर अधिक लगा रह सकता है. इस समय आपकी प्रतिभा में भी निखार आएगा और आप सम्मान की प्राप्ति कर सकते हैं. तिमाही के दौरान आपका झुकाव अन्य गतिविधियों की ओर हो सकता है इसलिए आपको चाहिए कि आप अपनी शिक्षा से नहीं भटके और अपने शैक्षिक कार्यों में लगे रहें.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

इस तिमाही में आपको अपनी पढा़ई की ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. इस तिमाही में आपकी मानसिक परेशानियां बढ़ सकती हैं. आपका ध्यान भी अन्य गतिविधियों की ओर अधिक लग सकता है. इस समय विद्यार्थियों का मन अनेक बातों को लेकर भटक सकता है. आप कई विषयों में से किसी एक का चयन करने में दुविधाग्रस्त भी हो सकते हैं.

शिक्षार्थियों के लिए यह समय अनुकूल स्थिति का प्रभाव देने के पक्ष में कम ही बनता है, इसी के साथ माता पिता को चाहिए कि बच्चों की पढा़ई की ओर से काफी सजग बनें रहें. यदि आपने पहले से ही अपने गुरूजनों के साथ संबंधों में सांमंजस्यता बनाए रखने की कोशिश नहीं कि तो अन्य लोग आप को परेशान कर सकते हैं इस कारण आप तनाव की स्थिति से गुजर सकते हैं इसलिए स्वयं को संयम में रखते हुए गुरू शिष्य परंपरा का निर्वाह करें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

छात्रों के लिए यह तिमाही उतार चढ़ाव से भरी रह सकती है. सफलता पाने के लिए किसी भी प्रकार के अवैध कार्य या बेईमानी करने से दूर रहें. आपके द्वारा किया गया गलत कार्य आपको मानसिक रुप से परेशान कर सकता है और आपकी ख़ुशियों को कम कर सकता है. ध्यान में रखें कि आप सफलता के लिए कोई शॉर्टकट न अपनाएं. जो छात्र कड़ी मेहनत और अपनी उर्जा को सकारात्मक दिशा में उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं उन्हें इस माह के दौरान सकारात्मक एवं अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकेंगे.

इसके विपरीत, जो अपनी उर्जा व मेहनत को कुछ गुप्त और अवैध कामों को करने की योजना में लगा रहे हैं उन्हें असफलता ही हाथ लगेगी तथा वह अपने को मुसीबतों से घिरा ही पाएंगे. इसलिए स्वयं को नकारात्मक पहलुओं से दूर रखने की कोशिश करें. यदि आप शांत चित और एकाग्रता के साथ अपने कार्य करेंगे तो तिमाही मध्य के बाद के समय आपको कुछ अप्रत्याशित परिणाम मिल सकते हैं. जो छात्र रिसर्च के क्षेत्र में काम कर रहे हैं उन्हें अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. आपका रूझान गूढ़ विद्याओं की ओर भी हो सकता है.

2014 कुम्भ राशिफल - यात्रा


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कुम्भ 2014 परिवारइस तिमाही में आपको अपनी यात्राओं के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है. आप अपने काम के सिलसिले में भी कुछ अवधि के लिए यात्राओं में व्यस्त रह सकते हैं, परंतु इस दौरान आपको अपना ध्यान रखने की भी आवश्यकता है. पाप ग्रहों के प्रभाव स्वरूप आपको यात्रा में असुविधा हो सकती है. कहीं न कहीं कुछ तनाव की स्थिति आपको बाधित कर सकती है. यदि आप वाहन का उपयोग करते हैं तो ख्याल रखें सावधानी के साथ वाहन चलाएं. आपकी यात्राएं अपने परिवार के लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं. आपको इस स्थिति में कुछ लाभ और कुछ असुविधा का सामना भी करना पड़ सकता है. इस समय अधिकतर आप प्रवास पर ही रह सकते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

अगर आप यात्राओं को इस समय टाल सकें तो ज्यादा बेहतर होगा. अगर आपने अपनी यात्राओं को सुविधाजनक रूप से आगे ले जाना है तो आपको इस समय अपनी गतिविधियों पर नियंत्रण लगाने का प्रयास करना होगा. आपकी अधिक तेजी से आपको कष्ट ही मिलेगा, अनियंत्रित गति से वाहन चलाने पर आप दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं और यह भी हो सकता है कि आप की गलती न हो परंतु दूसरे की लापरवाही आपके लिए घातक सिद्ध हो जाए. अत: इस तिमाही के प्रारंभिक समय में आपको अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

यात्राओं के लिए यह अवधि लाभ की स्थिति देने वाली रह सकती है. आप लम्बी दूरी की यात्राएं भी कर सकते हैं. काम के सिलसिले में भी ट्रैवल करना पडे़गा और हो सकता है कि आपकी यात्रा में आपके शत्रु आप के लिए परेशानी का कारण बनें लेकिन यदि आप स्वयं को शांत रखते हैं तो इस स्थिति से उबर ही जाएंगे. अपना सामान पैक करते समय जरूरी सामान को संभाल कर रखें और किसी भी स्थिति के लिए स्वयं को तैयार रखें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

इस तिमाही में आपकी यात्राएं अधिकतर लम्बी दूरी की रह सकती है. अभी तक आप कुछ गुप्त यात्राओं पर व्यस्त थे जिन्हें आप किसी के समक्ष प्रकट नहीं करना चाहते थे अत: हो सकता है कि आपकी यह यात्रा अभी भी जारी रहे. इसके अतिरिक्त मध्य तिमाही में आप किसी आश्रम या किसी गुरू के संपर्क में आकर उस ओर अपना ध्यान ले जाएं और कुछ धार्मिक यात्राओं को करें. इस समय आपकी यात्रा में कोई व्यवधान भी आ सकते हैं लेकिन यदि आप प्रयासरत रहेंगे तो आपको अपने ज्ञान को बढा़ने में मदद मिल सकेगी.

2014 कुम्भ राशिफल - परिवार


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कुम्भ 2014 परिवारपरिवार के लिए साल की शुरुआत अच्छी रहने वाली है. कुछ धार्मिक पूजा पाठ के कामों में लगे रह सकते हैं. इस समय में आप अपने परिवार के साथ मिलकर कुछ अच्छे पलों का लुत्फ उठा सकते हैं. परिवार के लोगों के लिए आप कुछ तोहफे ले सकते हैं और उनकी इच्छाओं को पूरा करने की कोशिश करेंगे. संतान की ओर से आपको सुखद अनुभूति प्राप्त हो सकती है. भाई-बहनों से हल्की फुल्की नोक झोंक लगी रह सकती है.

आप अपने रिश्तों को नजर अंदाज न करें और माता-पिता का कहना जरूर मानें तभी आप अपनी गलतियों से दूर रहेंगे और सफलता को पा सकेंगे.परिवार में होने वाली परेशानियों के बावजूद भी सुख और शान्ति का माहौल बना रहेगा. वरिष्ठ जनों की कुछ बातें आपको परेशान कर सकती हैं लेकिन आप अपने काम में इतने व्यस्त रहेंगे कि इस ओर अधिक ध्यान ही नहीं दें पाएंगे. परिवार में सुख - समृद्धि बनाये रखने के लिये आपको अपने व्यवहार में बदलाव करना होगा. दांपत्य जीवन के लिये समय अनुकूल है. रिश्तेदारों का घर पर आना जाना आपको व्यस्त रख सकता है और आप अपने लोगों के करीब आ सकते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

परिवार में चहल-पहल का माहौल बना रह सकता है. लोगों से मिलने जुलने का समय है. घर को सजाने में लगे रह सकते हैं. कुछ शुभ कार्यों का आयोजन हो सकता है, जो आपकी समस्याओं को कुछ समय के लिए आप से दूर रखने में मददगार होगा. प्रभावशाली व्यक्तियों से दोस्ती होने की संभावना बन रही है. आपके कुछ कामों से परिवार के सदस्यों में नाराजगी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है इसलिए इन मतभेदों को शीघ्र से दूर करने का प्रयास करें. बेवजह की बहसबाजी से बचें इससे आप परेशानी में पड़ सकते हैं.

इस समय आप अपने प्रतिद्वंदियों के मध्य अच्छा प्रदर्शन कर सकने में काफी हद तक सफल रह सकते हैं. साल के अंत में प्रेम संबन्ध विवाह सूत्र में बंध सकते है, रिश्ते बनाने के लिये यह समय अच्छा है. परिवार के लिए खर्चों में बढ़ोतरी बनी रहने वाली है. गाडी या कोई मंहगा सामान आपके घर की शोभा बढा़ सकता है. आप अपने इस समय को मौज मस्ती से बिताएंगे क्योंकि पुराने मित्रों के साथ मिलने के मौके मिल सकते हैं. इससे आप कुछ क्षणों के लिए सभी कुछ भूलकर आनंद के पलों का मजा लेंगे.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

यह समय आपको अपने लोगों से दूर कर सकता है या आप अपने काम के कारण परिवार से कुछ समय के लिए दूर जा कर रह सकते हैं. माता-पिता के साथ संबंध में तनाव की स्थिति उभर सकती है. आप अपने में लगे रहना पसंद कर सकते हैं इस कारण लोग आपको कठोर समझ सकते हैं. आपके गुस्से के कारण लोग आपसे दूर रहना पसंद करेंगे. आपको चाहिए की आप अपने व्यवहार में कोमलता लाएं और किसी से भी कठोर शब्दों का उपयोग न करें.

तिमाही के अंतिम भाग में स्थिति बदलने की ओर अग्रसर हो सकती है. इस समय आपकी सामाजिक छवि को भी धक्का लग सकता है और आपके शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश कर सकते हैं. आपको अपने कामों से लोगों का दिल जितना होगा तभी आप लोगों पर अपनी छाप छोड सकते हैं. कोई कानूनी विवाद आपको परेशान कर सकता है साथ ही बच्चों का कैरियर के लिए गंभीर न होना आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

साल की अंतिम तिमाही में स्थिति में सुधार की संभावनाएं बनती दिखाई दे रही हैं, अभी तक जो भी उठा-पटक चली आ रही थी उसमें कुछ सुधार की संभावनाएं दिखाई देती हैं, लेकिन यह सुधार अचानक से होने वाला नहीं होगा क्योकि तिमाही का पहला भाग तो आपसी गलतफहमियों को दूर करने में ही बीत जाएगा और इससे परिवार के भीतर काफी हलचल होने की संभावना बनती है. आपकी माताजी के साथ आपके संबंध अत्यधिक कड़वाहट से भरे हो सकते हैं लेकिन आप इन संबंधों को सुधारने का बीड़ा उठाकर प्रयासों को जारी रखेंगे. तिमाही के दूसरे भाग के आरंभ में ही आपको कामयाबी मिलनी आरंभ हो जाएगी और परिवार में काफी हद तक शांति व सदभाव का वातावरण एक बार फिर से स्थापित होना आरंभ हो जाएगा.

पैतृक संपत्ति को लेकर कानूनी विवाद हो रहे हों वह अब हल हो सकते हैं, लेकिन धोखा मिलने की भी संभावना साथ में बन रही है इसलिए आपको सतर्क रहना होगा और यह धोखा आपको अपने ही लोगों से मिल सकता है. मध्य भाग से छोटी-मोटी दिक्कतें जल्द ही दूर होनी आरंभ हो जाएंगी और आप अपने परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत कर सकेंगे. आप परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बहस से बचें, खासकर बुजुर्गों के साथ. तिमाही में आपकी मुलाकात किसी पुराने रिश्तेदार या मित्र से हो सकती हैं. तिमाही के अंत में जीवनसाथी के साथ घूमने फिरने के मौके मिलेंगे और काम में बिजी होने पर भी अब आप अपने जीवन साथी के लिए कुछ समय निकाल ही लेंगे, इससे आप दोनों के मध्य मधुरता का भाव बढ़ेगा.

2014 में कुंभ राशि के लिए उपाय

इस वर्ष आप प्रत्येक मंगलवार के दिन सुंदरकाण्ड का पाठ अवश्य करें और शनिवार के दिन बंदरों को गुड़ व चना खिलाएँ. प्रतिदिन सुबह के समय लक्ष्मी चालीसा का पाठ नियमित रुप से करें.

रविवार, 29 दिसंबर 2013

गहलोत की जन कल्‍याणकारी नीतियों के सामने नतमस्‍तक हुई वसुंधरा



गहलोत की जन कल्‍याणकारी नीतियों के सामने नतमस्‍तक हुई वसुंधरा


बाड़मेर। कांग्रेस के जिला उपाध्‍यक्ष यज्ञदत्‍त जोशी ने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में भेद है। जोशी ने कहा कि मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे ने चुनावों के दौरान कांग्रेस सरकार द्वारा लागू की गयी ‘मुख्‍यमंत्री नि:शुल्‍क दवा योजना’ को जहर बताया था, लेकिन अब जब राज्‍य में भाजपा की सरकार बनी है, वसुंधरा राजे ने गहलोत की जन कल्‍याणकारी नीतियों के सामने नतमस्‍तक होते ‘मुख्‍यमंत्री नि:शुल्‍क दवा और जांच योजना’ को जारी रखने का निर्णय लिया है।

जोशी ने कहा कि भाजपा सरकार का यह निर्णय इस बात का प्रमाण है कि भाजपा की कथनी और करनी में भेद है। उन्‍होनें कहा कि भाजपा नेता मौखिक तौर पर भले ही गहलोत राज की जन कल्‍याणकारी योजनाओं का बखान ना करें, लेकिन अंदरूनी तौर पर वो भी गहलोत राज की जन कल्‍याणकारी योजनाओं का गुणगान करते है। जोशी ने कहा कि ‘मुख्‍यमंत्री नि:शुल्‍क दवा और जांच योजना’ को लोगों के लिए जहर बताने वाले भाजपा के नेता अब उसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे है, लेकिन जनता हकीकत जानती है।

जोशी ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में ही भाजपा के सुशासन के दावों की हवा निकल जाएगी। जोशी ने कहा कि भाजपा सिर्फ सुशासन की बात करती है, लेकिन भाजपा नेताओं के पास सुशासन के लिए कोई एजेंडा, कोई रोडमेप नहीं है। इसी कारण भाजपा नेता अब गहलोत राज की कल्‍याणकारी योजनाओं को अपनाने में लगें है।

भाजपा का एक ही एंजेडा विकास और सुशासन : मानवेन्‍द्र





भाजपा का एक ही एंजेडा विकास और सुशासन : मानवेन्‍द्र

धन्‍यवाद यात्रा और जनसुनवाई के दौरान आम जनता से हुए रूबरू

बाड़मेर। धन्‍यवाद यात्रा के दौरान शिव विधानसभा क्षेत्र के विभिन्‍न गांवों के दौरे के दौरान शिव विधायक मानवेन्‍द्रसिंह ने रविवार को कई ग्राम पंचायत मुख्‍यालय पर जनसुनवाई की। इस दौरान जनता का आभार जताते हुए मानवेन्‍द्रसिंह ने कहा कि लोगों ने जिस तरह उन्‍हें सहयोग किया है, इसके लिए वे सदैव आभारी रहेगें। मानवेन्‍द्र ने कहा कि उनके सांसद काल के दौरान शिव विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यो को पूरी प्राथमिकता दी गयी थी, लेकिन कांग्रेस राज के दौरान पिछले पांच वर्षो में शिव का विकास अवरूद्व हो गया था। लेकिन अब एक बार फिर से शिव विधानसभा क्षेत्र विकास के पथ पर अग्रसर होगा।

मानवेन्‍द्र ने कहा कि भाजपा सरकार का एक ही एंजेडा है विकास और सुशासन। इसी आधार पर शिव और समग्र जिले के सभी क्षेत्रों के सभी लोगों और वर्गो को विकास के समान अवसर प्रदान करने के हरसंभव प्रयास किए जाएगें। धन्‍यवाद यात्रा के दौरानन लोगों का आभार जताते हुए जनता के सुख दुख की हर घड़ी में खड़े रहने की अपनी प्रतिबद्वता दोहराते हुए कहा कि बिजली, पानी और सड़क जैसी समस्‍याओं का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाएगा। ग्राम पंचायत मुख्‍यालय पर सुनवाई के दौरान मानवेन्‍द्र ने अधिकारियों को जन समस्‍याओं के प्रति गंभीर रहने की हिदायत दी। मानवेन्‍द्र ने कहा कि अधिकारी निष्‍पक्षता के साथ आम जनता की समस्‍याओं का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण करे।

विधायक ने निजी सचिव ने बताया कि रविवार को शिव विधायक ने धन्‍यवाद यात्रा के दौरान निम्‍बला,नागड़दा, मौखाब, काश्‍मीर, उण्‍डु, राजबेरा, कानासर, आरंग, चोचरा और भियांड़ गांवों का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ ब्‍लॉक अध्‍यक्ष गिरधरसिंह, हेमंत गोदारा, रणजीत चौधरी, कानसिंह राजगुरू सहित कई लोग थे।

रेवाड़ीः पति को चारपाई से बांध 'दरिंदों' ने किया महिला से गैंगरेप



हरियाणा के रेवाड़ी के एक गांव में ऐसी वारदात सामने आई है जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. करीब 10 लोगों ने शहर के बाहरी इलाके में 25 साल की युवती के साथ गैंगरेप किया. युवती के पति को बंदूक की नोंक पर चारपाई से बांधकर दरिदों ने इस वारदात को अंजाम दिया.

इन दरिंदों ने युवती के घर में घुसकर गैंगरेप किया इसके अलावा अपने साथ सात हजार रुपये और कई घरेलू सामान ले गए. पुलिस ने बताया कि रेवाड़ी से करीब नौ किलोमीटर दूर बलियार खुर्द गांव में करीब 10 लोगों ने शुक्रवार रात पहले महिला के पति को बंदूक के बल पर एक चारपाई से बांध दिया और फिर महिला से उसके ही घर में गैंगरेप किया.

पुलिस ने कहा कि वे अपने साथ ट्रैक्टर ट्राली, सात हजार रुपये और कई घरेलू सामान भी ले गए. गैंगरेप और डकैती का केस दर्ज कर लिया गया है.


दक्षिणी पाकिस्तान में 5 लोगों की मौत को लेकर रहस्य बरकरार, जांच जारी l



पाकिस्तान के सिंध प्रांत में उन 5 लोगों की मौत को लेकर रहस्य बरकरार है, जिनके गोलियों से बिंधे शव एक प्रसिद्ध दरगाह के पास पाए गए. इनमें से दो व्यक्ति सेना से हैं.
Symbolic Image
पुलिस ने बताया कि ये शव बीती शाम को कराची से करीब 100 किमी दूर थट्टा में किंझर झील के पास नूरी जाम तमाशी दरगाह के पास पड़े मिले. बाद में इन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया.

दो मृतकों की पहचान रावलपिंडी के चकलाला निवासी बिलाल अयूब खान और गिलगित निवासी जहांगीर अख्तर के तौर पर हुई है. दोनों सेना से जुड़े बताए जाते हैं. शेष तीन कराची के निवासी बताए जाते हैं.

थट्टा के एसएसपी हजीब अफजल ने बताया कि पुलिस यह नहीं बता पा रही है कि हत्या क्यों और कैसे की गई. उन्होंने बताया हम मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन विरोधाभासी तथ्य मिल रहे हैं. ऐसा लगता है कि ये लोग कराची से किंझर झील तक कार में आए. फिर उन्होंने दरगाह जाने के लिए नाव किराए पर ली. दरगाह झील के बीच में है.

अफजल ने बताया कि नाविक के अनुसार, इन लोगों ने उससे कहा कि वह दो घंटे बाद उन्हें लेने आए. जब दो घंटे बाद नाविक दरगाह पहुंचा, तो इन लोगों के शव पड़े थे. सबके सर पर गोलियां मारी गईं. पुलिस अधिकारियों को लगता है कि 7 पर्यटक झील आए थे, लेकिन दो कहां गए, यह पता नहीं चल पाया. नौका चालक को हिरासत में ले कर पूछताछ की गई, लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है.

नरेंद्र मोदी की रैली में जन सैलाब उमड़ा

रांची। नरेन्द्र मोदी झारखंड की राजधानी रांची में पहली बार रैली करने आ रहे हैं। मोदी को सुनने के लिए यहां जन सैलाब उमड़ना शुरू हो गया है। बीती रात से लोग मोदी को सुनने के लिए बसों और अपने वाहनों से यहां आ रहे हैं। मोदी यहां सिर्फ तीन घंटे ही रूकेंगे।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने बताया कि गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी रविवार को यहां विमान से दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे पहुंचेंगे। यहां धुर्वा इलाके में आयोजित रैली को संबोधित करने के बाद दोपहर साढ़े तीन बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

मोदी को सुनने के लिए यहां लोगों का तांता लगना शुरू हो गया है। बीती रात से ही यहां लोग दूर दराज के इलाकों से आना शुरू हो गए हैं। बसों और अन्य वाहनों से लोग यहां आ रहे हैं।

रैली की सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी खासा सतर्क है और रात को पुलिस के आला अधिकारी क्षेत्र और शहर में स्वयं भ्रमण करते रहे। हजारों की संख्या में तैनात पुलिसकर्मी यह सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं कि रैली स्थल पर बिना सुरक्षा जांच के किसी को अंदर नहीं जाने दिया जाए।

मोदी के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और केन्द्रीय नेता सौदान सिंह भी यहां आएंगे।

शादी के दिन दुल्हन बनी मोटियारी अपने दूल्हे को गोदी में उठाकर मंडप तक लाती है।

शादी के दिन दुल्हन बनी मोटियारी अपने दूल्हे को गोदी में उठाकर मंडप तक लाती है।
अंगूठी पहनाने की मशक्कत


वैसे तो दूल्हे को गोदी में उठाकर मंडप तक पहुंचाने की परम्परा कई जगह है, लेकिन मुरिया जनजाति में यह काम दुल्हन को ही करना होता है। दुल्हन अपने दूल्हे को कमर में उठाकर मंडप से कुछ दूरी पर बने एक शिविर में लाती है। शिविर में पहुंचने के बाद दूल्हा-दुल्हन अपने ससुर की गोद में बैठ जाते हैं। यहां कोई लड़की दुल्हन के हाथ पर तेल लगा देती है और फिर दूल्हा उसे स्वनिर्मित अंगूठी पहनाने की चेष्टा करता है। दुल्हन के हाथ पर तेल के कारण अच्छा संघर्ष चलता है। हंसी-ठिठोली के बीच जब लड़का अंगूठी पहना देता है तो एक मासूम बच्चे की तरह दुल्हन की गोद में जाकर छिप जाता है मानो शरमा रहा हो।

प्रेम गीत : विवाह समारोह में प्रेमगीत भी सुनने को मिलते हैं। वर पक्ष की ओर से कोई लड़का कहता है- "मक्के के दाने-सी सुंदर लड़की तुम कौन हो यह तो बताओ..।" वधु पक्ष की ओर से भी जवाब मिलता है- "सिवाड़ी (एक लता) के पत्तों में रखे मीठे शहद तुम कौन हो, अपना ठिकाना तो बताओ..।"

भाभी की गोद में मीठी थपकियां
दूल्हे को जब दुल्हन के शिविर से वापस लाया जाता है तो उसे भाभी की गोद में बैठना होता है। यहां उसे मुकुट पहनाया जाता है। इस दौरान झिड़कियां और मीठी थपकियां चलती रहती हैं।

यहां प्रेम कभी हारता नहीं
मुरिया समाज के युवक और युवतियों के बीच जब प्रेम पनपता है तो उसकी जानकारी गांव के हर घर को होती है। गांववालों को प्रेमी और प्रेमिका से हंसी-ठिठोली का मौका मिल जाता है। भले दुनिया में अधिकतर प्रेम कहानियों का अंत दुखद होता है, लेकिन मुरिया जनजाति में लड़के और लड़कियों का प्रेम कभी नहीं हारता।
निरंजन महावर, आदिवासी संस्कृति के जानकार

नरमुंड मामला: जीजा ने रंजिशवश की थी हत्या!



जयपुर। राजधानी जयपुर के अजमेर पुलिया के पास फेंके गए नरमुंड की शिनाख्त हो गई है। मृतक की पहचान कटेवा नगर कच्ची बस्ती में रहने वाले नीरज के रूप में हुई। इस मामले में मृतक के जीजा भवानीसिंह शेखावत पर शक है। 24 दिसंबर को भवानी उसे घर से लेकर गया था। वहीं घटना के बाद से ही भवानी फरार है। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए तफ्तीश शुरू कर दी है। नरमुंड मामला: जीजा ने रंजिशवश की थी हत्या!
मिली जानकारी के अनुसार भवानी की अपनी पत्नी से अनबन थी। इसके चलते दोनों के बीच कई बार झगड़ा होता था। माना जा रहा है कि बदला लेने की नीयत से उसने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। वहीं पुलिस को भवानी के घर से कुल्हाड़ी और खून से सने हुए कपड़े मिले हैं। इसके अलावा फर्श पर भी खून बिखरा हुआ मिला।

गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह सिविल लाइंस के पास अजमेर पुलिया के नीचे बोरे में एक नरमुंड मिला था। घटना की जानकारी पर राजकीय रेलवे पुलिस शुक्रवार सुबह मौके पर पहुंची। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञों ने बताया कि हत्या बड़े धारदार हथियार से की गई थी। युवक के गाल पर भी 13 इंच का घाव मिला था। कान पर गहरी चोट है।

शनिवार, 28 दिसंबर 2013

डोडा पोस्त के बन्धानियो कि सुनी मुख्यमंत्री वसुंधरा ने पुकार ,समुचित आपूर्ति के निर्देश


डोडा पोस्त के बन्धानियो कि सुनी मुख्यमंत्री वसुंधरा ने पुकार ,समुचित आपूर्ति के निर्देश


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर में पिछले समय से डोडा पोस्त कि कमी से जूझ रहे बन्धानियो के लिए सुखद समाचार हें कि राज्य कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनकी इस समस्या के समाधान के लिए आबकारी विभाग के अधिकारियो को ख़ास निर्देश दिए हें। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का ध्यान ने बाड़मेर जिले में डोडा पोस्ट कि कमी से बंधानियो को हो रही परेशानी कि और ध्यान आकर्षित कराया। वसुंधरा राजे ने इसे गम्भीरता से लेते हुए आबकारी विभाग के आला अधिकारियो से डोडा पोस्ट कि आपूर्ति दुरुस्त करने के निर्देश जारी किये उन्होंने इसे गम्भीरता से लेते हुए डोडा पोस्ट कि उचित मात्र सप्लाई करने कि व्यवस्था कि कठोरता से पलना के निर्देश दिए। साथ ही किसी भी स्तर पर डोडो के स्टॉक करने वालो के खिलाफ कार्यवाही के आदेश भी दिए।

घर रहेंगे रोशन,24 घंटे मिलेगी बिजली

जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि उनकी प्रथम प्राथमिकता है कि घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाए। इसके साथ ही उन्होंने कृषि उपभोक्ताओं को दिन में 6.30 घंटे ब्लॉक में और रात्रि को 7 घंटे ब्लॉक में बिजली की आपूर्ति करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री शनिवार शाम ऊर्जा विभाग के प्रस्तुतीकरण के दौरान बोल रही थी। उन्होंने प्रस्तुतीकरण में आगामी 60 दिनों की कार्य योजना के संदर्भ में विस्तृत चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने विभाग की 5 वर्षीय योजना के प्रस्तुतीकरण को भी देखा। राजे ने कहा कि बिजली की गुणवत्ता बनाए रखने में कोई कोर कसर नहीं छोडें जिससे उपभोक्ताओं को बिना व्यवधान के विद्युत की सप्लाई हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि विद्युत सप्लाई की प्रति सप्ताह समीक्षा हो।

राजे ने कहा कि उत्पादन निगम की इकाइयों में जहां उत्पादन कम हो रहा है वहां सुधार करें, जिससे उत्पादन और बढ़ सके। प्रस्तुतीकरण में ऊर्जा विभाग ने ग्रामीण घारेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने 60 नए केवी जी.एस.एस. स्थापित करने, कृषि उपभोक्ताओं से गलत वीसीआर के प्रकरणों की ऑडिटिंग तथा ऎसे प्रकरणों में अधिक राशि को सम्बन्घित उपभोक्ता की राशि समायोजित करने के बिन्दु शामिल किए हैं।

मुख्यमंत्री सबके लिए विद्युत योजना के अन्तर्गत 100 से कम आबादी की ढाणी में 20 हजार कनेक्शन दिए जाएंगे, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को 60 हजार विद्युत कनेक्शन तथा 15 हजार नए कृषि कनेक्शन दिए जाने जैसे बिन्दु शामिल हैं। बैठक में ऊर्जा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, मुख्य सचिव राजीवमहर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव सी.एस. राजन, प्रमुख शासन सचिव वित्त सुभाष गर्ग, प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा एस.के. अग्रवाल, जे.वी.वी.एन.एल. के सीएमडी कुंजी लाल मीणा, आयोजना सचिव अखिल अरोरा सहित विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।