शुक्रवार, 1 नवंबर 2013

नक्षत्रों की गति के कारण खुशियां लाएगा धनतेरस

पहली नवम्बर को पर्व नक्षत्रों की गतियों के कारण धनतेरस पर्व लोगों के लिए फलदायी होगा। धनतेरस पर हस्त नक्षत्र के कारण कन्या, वृष, मकर राशि के लोगों को खासतौर से लाभ मिलेगा। शुक्रवार को लाभ की चौघड़िया सबके लिए सम्पन्नता लाएगी।

कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनवंतरी का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन धनतेरस मनाया जाता है। समुद्र मंथन में धनवंतरी जब प्रकट हुए थे, तो उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। अमृत कलश संग प्रकट होने के कारण ही इस दिन बर्तन खरीदने की परम्परा है। इस दिन बर्तन और आभूषण आदि खरीदने से सम्पन्नता तो आती ही है, साथ ही व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है। देवताओं के वैद्य धनवंतरी प्रभु की जयंती पर लक्ष्मी के समक्ष दीये में चांदी का सिक्का रखा जाता है। साथ ही नया बर्तन रखकर पूजन किया जाता है।

पं. राधेश्याम शास्त्री के अनुसार दीपावली पर्व की शुरुआत धनतेरस से होगी। एक नवम्बर को शाम 6:04 से 8 बजे तक पूजा का श्रेष्ठ मुहूर्त है। स्थिर लग्न वृष है। वृष लग्न का स्वामी शुक्र धनु राशि में स्थित होकर धनदाता गुरु को देख रहा है। गुरु भी शुक्र को देख रहा है। ऐसी स्थिति धनधान्य और सम्पन्नता आएगी। इस दिन प्रदोष व्रत संग धन्वन्तरि जयंती भी मनायी जाएगी।

गुरुवार, 31 अक्तूबर 2013

राहुल गांधी के आईएसआई कनेक्शनः आजम

लखनऊ।। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और नगर विकास मंत्री मो. आजम खां ने नरेद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर दिए गए कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान पर आजम ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पटना के विस्फोट के बाद यह साबित हो गया है कि उनका आईएसआई से राब्ता है। पटना विस्फोट में उनका योगदान है।

Rahul Gandhi in Gorakhpur

आजमगढ़ में आईटीआई मैदान पर समाजवादी पार्टी की देश बचाओ, देश बनाओ रैली में उन्होंने राहुल के मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर वहां के युवकों के आईएसआई से कनेक्शन बताने पर उन्हें सीधे निशाने पर लिया। आजम ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे में जो नौजवान बर्बाद हो गए, उन्होंने उनका आईएसआई से राब्ता (कनेक्शन) बता दिया। मैं सवाल पूछता हूं राहुल गांधी से, वह न तो मंत्री थे और न अफसर थे, इंटेलीजेंस का दरोगा आपके पास गया कैसे? किस हैसियत से उनके पास गया? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी इस गलत बयानी के लिए माफी मांगें।

बगैर नाम लिए मौलाना कल्बे सादिक पर हमला
आजम ने बगैर नाम लिए मौलाना कल्बे सादिक के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उन्होंने मोदी के बदलने के बाद वोट देने पर बात की थी। आजम ने कहा कि कुछ लोग इतने बेजमीर हो गए जो मोदी को माफी देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कातिल से तो समझौता हो सकता है पर इंसानियत के कातिल से समझौता नहीं हो सकता। एक बेटी से बलात्कार करने वालों से तो समझौता हो सकता है पर पूरे समाज से बलात्कार करने वाले से समझौता नहीं हो सकता है।

आईएसआई वाले बयान पर राहुल गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस

नई दिल्ली ।। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आईएसआई पर दिया गया बयान पार्टी के गले की हड्डी बनता जा रहा है। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर उनसे इस बारे में सफाई मांगी है।Rahul Gandhi in Gorakhpur
गौरतलब है कि अपनी चुनावी रैलियों में राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर दंगों को मुद्दा बनाया था। मध्यप्रदेश की रैलियों में उन्होंने कहा था कि आईबी के किसी अधिकारी ने उन्हें बताया था कि मुजप्फरनगर दंगों से पीड़ित परिवारों के कुछ युवकों से आईएसआई के लोगों ने संपर्क किया है।

राहुल के इस बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए बीजेपी ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी। बीजेपी की मांग थी कि आयोग कांग्रेस की मान्यता रद्द करे।
आयोग ने उस मामले में बीजेपी की शिकायत पर कोई कार्रवाई करने से पहले राहुल का पक्ष जान लेना ठीक समझा। सूत्रों के मुताबिक इसीलिए राहुल को नोटिस भेजकर चुनाव आयोग ने कहा है कि वह अपने इस बयान पर अपना पक्ष आयोग के सामने स्पष्ट करें।

चाचा ने भतीजी को बनाया हवस का शिकार

जयपुर। एक कलियुगी चाचा ने पहले अपनी पांच वर्षीय भतीजी का अपहरण किया और इसके बाद उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। करणी विहार में गुरूवार को हुई इस अप्रत्याशी खबर ने जहां पुलिस के होश उड़ा दिए, वहीं आम आदमी इस घटना की समाचार सुनकर सकते में आ गया।
इस घटना का सबसे दुखद पहलू यह है कि हैवान चाचा ने पांच वर्षीय मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाने के लिए बेरहमी से पिटा और जगह-जगह से नौंच लिया। पुलिस अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि आरोपी के साथ इस घटना में कोई और शामिल था या नहीं। पुलिस आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार 28 वष्ाीüय अभियुक्त गिरधारीपुरा क्षेत्र में रहता है। बच्ची के पिता की तीन माह पहले कैंसर से मौत हो गई थी। कांहा विहार में उसकी मां अपने तीन बच्चों के साथ रहकर उनका पालन पोष्ाण कर रही थी। डीसीपी डॉ. रवि ने बताया कि सुबह 9.30 बजे बच्ची अपने घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी, तभी उसका अपहरण हो गया। करीब एक घंटे बाद पुलिस को सूचना मिलीं। आरोपी भी बच्ची की तलाश में पुलिस के साथ जुट गया। शाम करीब 5 बजे मुहाना थाना पुलिस को बच्ची संस्कृत विश्वविद्यालय के पास बेसुध पड़ी मिली। अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची ने बताया कि चाचा ने उसको पिटा और नाखुनों से खरौंचा।

दुष्कर्म की शिकार बालिका की दस वष्ाीüय बड़ी बहन ने बताया कि वह भी छोटी बहन के साथ खेल रही थी। उनके साथ पड़ोस की दो लड़कियां और थीं। तभी नजदीक गाय का चारा लेकर बैठा व्यक्ति टॉफी देने के बहाने उसकी छोटी बहन को ले गया। उसके बाद वह नहीं आया। पुलिस तस्दीक कर रही है कि बच्ची को वहां से ले जाने वाला व्यक्ति कौन था।

मिलिए शिव विधानसभा से कांग्रेस कि सम्भावित उम्मीदवार शम्मा खान से

मिलिए शिव विधानसभा से कांग्रेस कि सम्भावित उम्मीदवार शम्मा खान से 


बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो में पुरे देश कि निगाहें बाड़मेर जिले कि सरहदी शिव विधानसभा क्षेत्र पर होगी जहा भाजपा पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पूर्व सांसद पुत्र मानवेन्द्र सिंह कि प्रबल दावेदारी हें। शिव में अमिन खान को प्रबल दावेदार माना जा रहा हें मगर नै परिश्थितियों में कांग्रेस युवा और नए चहरे को मैदान में उतरने का मानस बना रही हें। शिव में चौहटन प्रधान और दिग्गज मुस्लिम नेता अब्दुल हादी कि पुत्र वधु शम्मा खान को आज़माने के मूड में दिखती हें। शम्मा खान उच्च शिक्षा प्राप्त अल्पसंख्यक वर्ग कि महिला हें युवा वर्ग में काफी लोकप्रिय भी हें। अमिन खान के मुकाबले कांग्रेस शम्मा खान में जीत कि सम्भावना तलाश रही हें। चौहटन कि प्रधान रहते हुए शम्मा खान ने विकास कार्यो को प्राथमिकता दी वही राष्ट्रिय स्तर पर कई बार सम्मेलनो में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया। शम्मा खान के पक्ष में शिक्षित ,महिला ,अल्पसंख्यक ,नया चेहरा ,और आकर्षक व्यक्तित्व जाता हें। बाड़मेर के जाट नेता शम्मा खान के पक्ष में हें यह सबसे प्लस पॉइंट हें शम्मा के लिए 

पेट्रोल 1.15 रूपए सस्ता, डीजल 50 पैसे महंगा

नई दिल्ली। तेल कंपनियों ने दीपावली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल की कीमत में 1.15 रूपए की कमी की है लेकिन डीजल की कीमत पचास पैसे प्रति लीटर बढ़ा दी है। नई कीमतें आज आधी रात से लागू होंगी।
पेट्रोल 1.15 रूपए सस्ता, डीजल 50 पैसे महंगा
पेट्रोल की कीमत में पिछले एक माह में दूसरी बार कमी की गई है। इससे पहले 30 सितंबर को पेट्रोल की कीमत में 3.05 रूपए की कमी की गई थी। पिछले पांच वर्ष में पहली बार पेट्रोल के दाम में यह सर्वाधिक कटौती थी। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में कर मिलाकर कुल 1.38 पैसे प्रतिलीटर की कमी आएगी। राजधानी में पेट्रोल 72 रूपए 40 पैसे से घटकर 71 रूपए 02 पैसे रह जाएगा।

टिकट दावेदारो के बगावती तेवर बने टिकटों में देरी का कारण



टिकट दावेदारो के बगावती तेवर बने टिकटों में देरी का कारण 


बाड़मेर राजस्थान में आगामी एक दिसंबर को हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ दल कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुटबाजी के चलते अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाई हैं।बाड़मेर भाजपा के उम्मीदवारो कि सूचि तैयार हे मगर बगावत के डर से यह सूचि दीपावली के बाद आने कि सम्भावना हें। बाड़मेर विधानसभा में पिछला चुनाव लड़ कर हारी मृदुरेखाचौधरी ,शिव से हारे डॉ जालम सिंह ,बायतु से हारे कैलाश चौधरी ,सिवाना से हमीर सिंह भायल ,पचपदरा से प्रभा सिंघवी ,महेश चौहान जैसलमेर से सांग सिंह भाटी को अभी भी टिकट मिलाने का भरोसा हें। टिकट नहीं मिलाने पर क्या रुख अपनाएंगे ये नेता पार्टी टोह ले रही हें। कांग्रेस में गुटबाज़ी उफान पर हें बाड़मेर से हेमाराम चौधरी के टिकट मांगने से जिले कि सभी सीटो पर समीकरण गड़बड़ा गए हें। पचपदरा में विधायक मदन प्रजापत का जोरदार विरोध हो रहा हें। तो चौहटन में नए दावेदार मानाराम गढवीर ,सिवाना से भंवर लाल देवासी ,गुड़ा से सोहन भाम्भू कि उम्मीदवारी के चर्चे सुर्खियो में आये जो गुटबाज़ी के संकेत हें। सिवाना में गत चुनावो में तीसरे स्थान पर रहे बालाराम टिकट कि जोरदार पैरवी कर रहे हें तो महेंद्र टाइगर भी पूरी कोशिश में हें। बायतु में कर्नल सोनाराम का रास्ता साफ़ हें शिव विधानसभा में अमिन खान के साथ एक बार पुनः चौहटन प्रधान शम्मा खान कि जीत कि संभावनाए तलाशी जा रही हें। शिव में कांग्रेस में किसी को टिकट मिले बगावत तय हें।

भाजपा की शुक्रवार को होने वाली केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक स्थगित हो गई है जबकि कांग्रेस की छानबीन समिति की शुक्रवार दिल्ली में होने वाली बैठक में उम्मीदवार चयन को लेकर फिर मशक्कत होगी।

सूत्रों ने बताया कि दोनों ही प्रमुख दल पूरे दो सौ सीटों पर अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाए तथा मौजूदा विधायकों को लेकर भी एक राय नहीं बन पा रही है। भाजपा में हालांकि मौजूदा विधायकों को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं है और पार्टी दस-बारह को छोड़कर सभी को फिर मौका देने की फिराक में है।

पिछली बार विधायकों के ज्यादा टिकट काटने से पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था जिससे सबक लेकर वह इस गलती को नहीं दोहराना चाहती है। टिकट की दावेदारी को लेकर गुटबाजी बनी हुई है तथा पार्टी आलाकमान को टिकट तय करने में काफी जोर आजमाइश करनी पड़ रही है।

कांग्रेस में सत्ता विरोधी लहर को कम करने के लिए मंत्री एवं विधायकों की छंटनी का मानस बन रहा है। विधायकों को इसका पता चलने पर उन्होंने भी दबाव बनाना शुरू कर दिया है। विधायकों के टिकट कटने की खबर से कई दावेदार बन गए है और उनका विधायकों से टकराव भी शुरू हो गया है।

  टिकट पर अंतिम फैसला नहीं होने से उम्मीदवार भरोसे में है और ज्यादातर सीटों पर शांति बनी हुई है लेकिन उम्मीदवारों की सूची आते ही जूतमपैजार शुरू हो सकती है। पार्टी आलाकमान भी इसे देखकर ही सूची जारी करने में देरी कर रहा है।

इधर भाजपा के 79 विधायकों में दस बारह को छोड़कर सभी को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी की जा रही है। पिछली बार कम मतों से हारे उम्मीदवारों को भी मौका देने पर सहमति बन चुकी है।

संभावित उम्मीदवारों को लेकर कार्यकर्ता भी नजर गड़ाए हुए हैं और एक सीट पर एक से ज्यादा की दावेदारी के कारण गुटबाजी बनी हुई है। टिकट वितरण के बाद इसमें और तेजी आ सकती है लिहाजा नामों की घोषणा में जल्दबाजी नहीं दिखाई जा रही है।

टिकट तय करने के बाद की प्रतिक्रिया का भी दोनों ही दल अध्ययन कर रहे है इसलिए एक दूसरे के संभावित प्रत्याशियों की टोह ली जा रही है। दोनों ही दल पहली सूची जारी करने में जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं और दीपावली से पहलेे कोर्ई सूची जारी भी हुर्ई तो उनमें उन्हीं उम्मीदवारों के नाम होंगे जिन पर दो राय नहीं है।


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रेगिस्तान में प्यासे मर गए 87 लोग

निआमी। अल्जीरिया की सीमा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर प्यास के कारण 87 विस्थापितों की मौत हो गई जिनके शव नाइजर उत्तरी रेगिस्तान में मिले।
एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि सात व्यक्ति, 32 महिला और 48 बच्चों के शव बरामद किए गए हैं।

इससे पहले महिलाओं और लड़कियों के पांच शव मिले थे।

सूत्रों ने बताया कि सितंबर के अंत में इन लोगों ने अल्जीरिया का रूख किया था, लेकिन मंजिल पर पहुंचने में असफल होने के बाद अक्टूबर के शुरू में इन सबकी मौत हो गई।

जानिए, मर्दानगी बढ़ाने का तरीका

न्यूयार्क। अमरीका की प्रसिद्ध हारवर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक पीले और नारंगी फल "मर्दानगी" बढ़ाने में मददगार होते हैं।
स्टडी के दौरान "मर्दानगी" पर गाजर खाने का असर सबसे ज्यादा होता है। वहीं शकरकंदी और तरबूज खाने पर भी आदमी की मर्दानगी में चार चांद लग जाते हैं।

मालूम रहे कि अभी तक गाजर को "विटामिन ए" होने के कारण आंखों से संबंधित बीमारियों के लिए बेहतरीन माना जाता था।

लाल फल और सब्जियां जैसे कि टमाटर जिसमें कि एण्टी कैंसर कैमिकल "लाइकोपिन" भी है, भी मर्दानगी को काफी प्रभावित करते हैं।

ऎसा सुनने में आ रहा है कि पश्चिमी जगत की भागदौड़ और तनाव से भरी जिंदगी ने पुरूषों के स्पर्म काउंट को आधा कर दिया है।

स्टडी में यह सामने आया कि इन फलों और सब्जियों की इस खासियत में "कैरोटीन" पिगमेंट का योगदान है जिसे हमारा शरीर "एण्टीऑक्सीडेंट" में बदल देता है।

ये "एण्टीऑक्सीडेंट" उन "फ्री-रेडिकल्स" को खत्म कर देते हैं जो कि शरीर के डीएनए की संरचना और सेल स्ट्रक्चर को ही नुकसान पहुंचाते हैं।

एक और बात यह भी साबित हुई कि जो मर्द "ओमेगा 3 फैट्टी एसिड" जैसे अच्छे फैट खाते हैं उनमें भी स्पर्म क्वालिटी और मर्दों से ज्यादा होती है।

राजस्थान बोर्ड: परीक्षाओं की तारीख घोषित

अजमेर। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान की वर्ष-2014 की मुख्य परीक्षाएं मार्च में होंगी।
सीनियर सैकंडरी की सालाना परीक्षाएं 6 मार्च तथा सैकंडरी की परीक्षाए 13 मार्च से प्रारंभ होंगी। परीक्षाएं 31 मार्च अथवा एक अप्रेल को संपन्न होगी।

बोर्ड की सीनियर सैकंडरी विज्ञान, वाणिज्य, कला वर्ग, सैकंडरी, वरिष्ठ उपाध्याय एवं प्रवेशिका परीक्षाओं में इस वष्ाü लगभग 19 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।

शिक्षा बोर्ड की सभी मुख्य परीक्षाएं गुरूवार से प्रारंभ करने की परम्परा रही है। इस साल बोर्ड राज्य में लगभग 5 हजार परीक्षा केन्द्र बनाएगा। वहीं, सीनियर सैकंडरी की प्रायोगिक परीक्षाएं जनवरी से प्रारंभ हो जाएंगी।

जसवंत ने फिर कहा, आडवाणी को थी कंधार जाने की जानकारी



भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के दावे का खंडन करते हुए पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने कहा है कि 1999 में इंडियन एयरलाइंस के हाइजैक किये गये विमान में बंधक यात्रियों को छोड़ने के बदले में रिहा किये गये तीन आतंकवादियों के साथ कंधार जाने के उनके विवादास्पद फैसले के बारे में तत्कालीन गृहमंत्री आडवाणी को जानकारी थी।
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हालांकि जसवंत ने कहा कि आडवाणी और अरुण शौरी, दोनों तत्कालीन मंत्रियों ने फैसले का विरोध किया था जो उन्होंने खुद लिया था और कैबिनेट को सूचित किया था।

जसवंत सिंह से जब पूछा गया कि क्या आडवाणी को निर्णय के बारे में जानकारी थी तो उन्होंने कहा कि वह कैबिनेट की बैठक में थे। तत्कालीन गृहमंत्री आडवाणी ने दावा किया है कि उन्हें जसवंत के आतंकवादियों के साथ जाने के फैसले के बारे में जानकारी नहीं थी।

जसवंत सिंह ने अपनी नयी पुस्तक इंडिया एट रिस्क में उक्त घटनाक्रम के बारे में विस्तार से लिखा है। उन्होंने कहा कि मैंने निर्णय लिया। मैंने कैबिनेट को सूचित किया कि मैं जा रहा हूं। कैबिनेट ने मुझसे कहा, इसलिए मैं गया।

हालांकि किताब में उन्होंने इस बारे में उल्लेख नहीं किया कि विवादास्पद फैसला कैसे लिया गया। जब जसवंत से पूछा गया कि क्या उन्हें अपने इस फैसले पर अफसोस है जिसकी काफी आलोचना हुई है, उन्होंने साफगोई से कहा कि नहीं, बिल्कुल नहीं।

धनतेरस की परम्परा आज भी है कायम



आधुनिक युग की तेजी से बदलती जीवन शैली में भी धनतेरस की परम्परा आज भी कायम है और समाज के सभी वर्गों के लोग कई महत्वपूर्ण चीजों की खरीदारी के लिए पूरे साल इस पर्व का बेसव्री से इंतजार करते हैं।
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पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धन्वतरि त्रयोदशी मनायी जाती है, जिसे आम बोलचाल में धनतेरस कहा जाता है। यह मूलत: धन्वन्तरि जयंती का पर्व है और आयुर्वेद के जनक धन्वन्तरि के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।



धनतेरस के दिन सोना, चांदी के अलावा बर्तन खरीदने की परम्परा है। इस पर्व पर बर्तन खरीदने की शुरुआत कब और कैसे हुई, इसका कोई निश्चित प्रमाण तो नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि जन्म के समय धन्वन्तरि के हाथों में अमृत कलश था। इस अमृत कलश को मंगल कलश भी कहते हैं और ऐसी मान्यता है कि देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा ने इसका निर्माण किया था। यही कारण है कि आम जन इस दिन बर्तन खरीदना शुभ मानते हैं।



आने वाली पीढ़ियां अपनी परम्परा को अच्छी तरह समझ सकें, इसके लिए भारतीय संस्कृति के हर पर्व से जुड़ी कोई न कोई लोक कथा अवश्य है। दीपावली से पहले मनाए जाने वाले धनतेरस पर्व से भी जुड़ी एक लोककथा है, जो कई युगों से कही सुनी जा रही है।



पौराणिक कथाओं में धन्वन्तरि के जन्म का वर्णन करते हुए बताया गया है कि देवता और असुरों के समुद्र मंथन से धन्वन्तरि का जन्म हुआ था। वह अपने हाथों में अमृत कलश लिए प्रकट हुए थे। इस कारण उनका नाम पीयूषपाणि धन्वन्तरि विख्यात हुआ। उन्हें विष्णु का अवतार भी माना जाता है।



परम्परा के अनुसार धनतेरस की संध्या को मृत्यु के देवता कहे जाने वाले यमराज के नाम का दीया घर की देहरी पर रखा जाता है और उनकी पूजा करके प्रार्थना की जाती है कि वह घर में प्रवेश नहीं करें और किसी को कष्ट नहीं पहुंचाएं। देखा जाए तो यह धार्मिक मान्यता मनुष्य के स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन से प्रेरित है।



यम के नाम से दीया निकालने के बारे में भी एक पौराणिक कथा है, एक बार राजा हिम ने अपने पुत्र की कुंडली बनवायी। इसमें यह बात सामने आयी कि शादी के ठीक चौथे दिन सांप के काटने से उसकी मौत हो जाएगी। हिम की पुत्रवधू को जब इस बात का पता चला तो उसने निश्चय किया कि वह हर हाल में अपने पति को यम के कोप से बचाएगी। शादी के चौथे दिन उसने पति के कमरे के बाहर घर के सभी जेवर और सोने, चांदी के सिककों का ढेर बनाकर उसे पहाड़ का रूप दे दिया और खुद रात भर बैठकर उसे गाना और कहानी सुनाने लगी ताकि उसे नींद नहीं आए।



रात के समय जब यम सांप के रूप में उसके पति को डंसने आए तो वह सांप आभूषणों के पहाड़ को पार नहीं कर सका और उसी ढेर पर बैठकर गाना सुनने लगा। इस तरह पूरी रात बीत गई और अगली सुबह सांप को लौटना पड़ा। इस तरह उसने अपने पति की जान बचा ली। माना जाता है कि तभी से लोग घर की सुख-समृद्धि के लिए धनतेरस के दिन अपने घर के बाहर यम के नाम का दीया निकालते हैं ताकि यम उनके परिवार को कोई नुकसान नहीं पहुंचाए।



भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य का स्थान धन से ऊपर माना जाता रहा है। यह कहावत आज भी प्रचलित है, पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया, इसलिए दीपावली में सबसे पहले धनतेरस को महत्व दिया जाता है, जो भारतीय संस्कृति के सर्वथा अनुकूल है।



धनतेरस के दिन सोने और चांदी के बर्तन, सिक्‍के तथा आभूषण खरीदने की परम्परा रही है। सोना सौंदर्य में वृद्धि तो करता ही है, मुश्किल घड़ी में संचित धन के रूप में भी काम आता है। कुछ लोग शगुन के रूप में सोने या चांदी के सिक्‍के भी खरीदते हैं।



बदलते दौर के साथ लोगों की पसंद और जरूरत भी बदली है, इसलिए इस दिन अब बर्तनों और आभूषणों के अलावा वाहन, मोबाइल आदि भी खरीदे जाने लगे हैं। वर्तमान समय में देखा जाए तो मध्यम वर्गीय परिवारों में धनतेरस के दिन वाहन खरीदने का फैशन सा बन गया है। इस दिन ये लोग गाड़ी खरीदना शुभ मानते हैं। कई लोग तो इस दिन कम्प्यूटर और बिजली के उपकरण भी खरीदते हैं।



रीति, रिवाजों से जुड़ा धनतेरस आज व्यक्ति की आर्थिक क्षमता का सूचक बन गया है। एक तरफ उच्च और मध्यम वर्ग के लोग धनतेरस के दिन विलासिता से भरपूर वस्तुएं खरीदते हैं तो दूसरी ओर निम्न वर्ग के लोग जरूरत की वस्तुएं खरीद कर धनतेरस का पर्व मनाते हैं। इसके बावजूद वैश्वीकरण के इस दौर में भी लोग अपनी परम्परा को नहीं भूले हैं और अपनी ताकत के अनुसार यह पर्व मनाते हैं।

पटना ब्लास्ट का संदिग्ध एनआईए की हिरासत से फरार

मुजफ्फरपुर (बिहार) : पटना श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट मामले में एक संदिग्ध मेहरार आलम राष्ट्रीय जांच एजेंसी :एनआईए: की हिरासत से फरार हो गया। पुलिस सूत्रों ने आज यह जानकारी दी है।पटना ब्लास्ट का संदिग्ध एनआईए की हिरासत से फरार
सूत्रों ने बताया कि आलम को एनआईए ने दरभंगा से हिरासत में लिया था और उसे कल एक अन्य संदिग्ध मोहम्मद अफताब के घर ले जाया गया था। विस्फोट का एक अन्य संदिग्ध उज्जैर अहमद का रिश्तेदार आफताब अपनी पत्नी को छोड़ने दिल्ली हवाई अड्डे पर गया हुआ था जहां सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ के लिए ले गए।

सू़त्रों ने कहा कि शहर के मोतीझील के गेस्ट हाउस में आलम से पूछताछ की जा रही थी, जहां से कल रात वह फरार हो गया।
उन्होंने कहा कि आलम के फरार होने के बाद एनआईए ने टाउन थाने में एक एफआईआर दर्ज किया है और उनकी तलाशी शुरू कर दी है।

कुछ लोगों ने मेरी सुपारी ले रखी है: मोदी

अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नर्मदा जिले के तट पर सरदार पटेल की मूर्ति की नींव रखी। इस मूर्ति की विशेषता यह है कि यह विश्व में सबसे ऊंची मूर्ति होगी। शिलान्यास के इस कार्यक्रम में मोदी के साथ मंच पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी मौजूद थे।
इस मौके पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति बनाए जाने का विरोध करने पर मोदी ने कहा कि उस वक्त जब मैंने महात्मा गांधी के नाम पर स्मारक बनाया था, तो किसी ने विरोध क्यों नहीं किया था।

उन्होंने कहा कि पटेल जैसे महान नेता के बारे में यह कहना कि वे कांग्रेसी थे इसलिए मैं उनकी प्रतिमा नहीं बनवा सकता बिलकुल गलत है।

मोदी ने कहा कि दल से देश बडा होता है। विरासत का बंटवारा नहीं किया जा सकता है। अंबेडकर दलितों के भगवान है, वे यह नहीं पूछते कि अंबेडकर किस दल के थे। मोदी ने कहा कि उन्होंने इस मूर्ति को स्थापित करने का सपना देखा था। शिलान्यास करने पहुंचे मोदी ने कहा कि आज एक नया इतिहास बन रहा है।

मोदी ने कहा कि सरदार सरोवर का सपना पटेल ने देखा था। देश के लिए मरने वालों का सम्मान होना चाहिए, हमें विरासतों को बांटना नहीं चाहिए और ऎसे कामों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने मुझे मारने की सुपारी ले रखी है। अपने भाषण में नरेंद्र मोदी ने पीएम पर जमकर हमला बोला। साथ ही उन्होंने अपने विरोधियों पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने मोदी को खत्म करने की सुपारी ली है।

मोदी ने ब्लॉग पर लिखा कि सरदार पटेल की जयंती और भी विशेष होगी। क्योंकि हम "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" की आधारशिला रखने जा रहे हैं। उन्होंने लिखा है 182 मीटर ऊंची स्टेचू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में शामिल होगी जिसके माध्यम से भारत के लौह पुरूष को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। यह साधु बेट में स्थित होगी जो सरदार सरोवर बांध के नजदीक है।

मोदी के ब्लॉग के अनुसार प्रतिमा का निर्माण आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए पीपीपी मॉडल से किया जा रहा है। कुछ महीने पहले मैंने भारत भर के मेरे किसान भाइयों और बहनों से अनुरोध किया था कि प्रतिमा के निर्माण के लिए अपनी खेती में इस्तेमाल होने वाले लोहे के उपकरणों को दान में दें। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ना केवल लौह पुरूष थे बल्कि एक किसान पुत्र भी थे। मैं एक बार फिर सभी से हमारे इस प्रयास में सहयोग की अपील करता हूं।

14 साल की उम्र में मां बनती हैं लड़कियां



जिनेवा। जो उम्र आमतौर पर गुड्डे गुडियों से खेलने और पढाई लिखाई की होती है, उस उम्र में विकासशील देशों की 14 से कम साल की 20 लाख बच्चियां हर साल मां बनती हैं।

संयुक्त राष्ट्र के ताजा आंकडे बताते हैं कि विकासशील देशों में 70 लाख से अधिक लड़कियां 18 साल से कम उम्र में गर्भवती होती हैं जिनमें से 20 लाख की उम्र 14 साल या उससे भी कम होती है। संयुकत राष्ट्र ने कल ही यह आंकडा जारी किया है जिसमें यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है।

वैश्विक स्तर पर महिलाओं की स्थिति सुधारने की लिए मुहिम चलाई जा रही है जिनमें उनके स्वास्थ्य का खास ख्याल रखा जा रहा है। दुनिया भर के विकासशील देशों में महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए तरह तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं और वैश्विक संगठनों इन कामों में देशों को सहायता प्रदान कर रहा है।

लेकिन जब बात किशोरियों के गर्भधारण की आती है तो सारी योजनाएं बेकार नजर आती हैं। किशोरियों के कम उम्र में गर्भधारण के कारण किसी भी देश के आर्थिक और सामाजिक ढांचे पर बुरा असर तो पड़ता ही है। साथ ही इससे उन गर्भवती किशेरियों के स्वास्थ्य पर भी गहरा संकट मंडराने लगता है। कम उम्र में मां बनने वाली इन लडकियों के बच्चे भी ज्यादातर स्वस्थ नहीं रहते हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने अपनी इस रिपोर्ट में 18 साल से कम उम्र में मां बनने वाली किशोरियों के आंकडे इकटा करने के अलावा उनके गर्भधारण की वजह और इस समस्या से छुटकारा पाने के उपायों पर चर्चा की है। रिपोर्ट के मुताबिक कम उम्र में गर्भवती बनने वाली इन बच्चियों और किशोरियाें को बाद के वर्षो में स्वास्थ्य संबंधी काफी परेशानियों का सामना करना पडता है।

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के कार्यकारी निदेशक डाबाबा टुंडे ओसोतिमेहिन ने इस रिपोर्ट को जारी करते हुए कहा कि वास्तविकता यह है कि किशोरियों और लडकियों के लिए गर्भ धारण हमेशा उनकी पसंद पर नहीं होता है बल्कि यह किसी प्रकार के विकल्प के अभाव का नतीजा है। यह उन परिस्थितियाें के कारण होता है जिस पर उस लड़की का कोई नियंत्रण नहीं होता है।

यह स्कूल,रोजगार, अच्छी सूचना और स्वास्थ्य सुविधा की कमी या उस तक उनकी पहुंच न हो पाने का नतीजा है। इस आंकडे से पता चलता है कि किनलाचारी भरी परिस्थितियाें के कारण किशोरियों में गर्भधारण के अधिक मामले सामने आते हैं। इससे उनकी शक्तिहीनता,गरीबी, पति या प्रेमी, बडों , परिवार और समुदाय के दबाव के बारे में पता चलता है। कई मामले यौन हिंसा से भी जुडे हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया भर के देशों से ये आंकड़े इकटा किए हैं जिनमें से 95 प्रतिशत मामले विकासशील देशाें के हैं। पश्चिम एशिया की 20 से 24 साल की महिलाओं में से दस प्रतिशत, दक्षिणी एशिया की 22 प्रतिशत और पश्चिमी तथा मध्य अफ्रीका की 28 प्रतिशत महिलाओं ने यह बताया है कि वह 18 साल की उम्र के पहले कम से कम एक बार मां जरूर बनी हैं।



 

विधायक के अहसानो तले विकास अधिकारी ने आचार संहिता कि बात गोल कि। ।मौके पर पुलिस पहुंची ,अब पुलिस कह रही हैम गए नहीं

विधायक के अहसानो तले विकास  अधिकारी ने आचार संहिता कि बात गोल कि। ।मौके पर पुलिस पहुंची ,अब पुलिस कह रही हैम गए नहीं 



बाड़मेर।विधानसभा चुनावों की हलचल तेज होते ही यहां मतदाताओं को रिझाने को दावतों का दौर शुरू हो गया है। पिछले सप्ताह से एक प्रत्याशी की ओर से विभिन्न जाति-बिरादरी के खास लोगों को भोज का सिलसिला जारी है। इस पर बुधवार को एक होटल में चल रही दावत पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत हुई। इस पर प्रशासन की ओर से भेजी गई टीम ने वीडियोग्राफी कर रिपोर्ट उपखण्ड अधिकारी को सौंपी है। रिपोर्ट में शिकायत को सही नहीं माना है।जांच में जांच अधिकारी विकास अधिकारी बाड़मेर विधायक कि डिज़ायर पर बाड़मेर आये हुए थे उन्होंने विधायक कि करतूत का पूरा बचाव किया। मतदाता जागरूकता को लेकर मौके पर विधायक का जाना विकास अधिकारी को आचार संहिता का उलंघन नहीं हें। जांच से पहले विकास अधिकारी का यह कहना कि आचार संहिता का उलंघन नहीं हें शंशय पैदा करता हें। विकास अधिकारी का विधायक के प्रति सॉफ्ट कार्नर साफ़ दिखता हें। 


अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं उपखण्ड अधिकारी को इस आशय की शिकायत हुई कि शहर के निकट एक होटल में दावत दी जा रही है। दावत एक प्रत्याशी की ओर से है। इस पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ने उपखण्डअधिकारी बाड़मेर को जांच के निर्देश दिए। उपखण्ड अधिकारी ने फ्लाइंग में नियुक्त विकास अधिकारी बाड़मेर को मौके पर भेजा। विकास अधिकारी ने वीडियोग्राफी करवाई। 

ऎसा कुछ नहीं


फ्लाइंग के लिहाज से मौके पर गया था। वहां मतदाता जागरूकता की बात हो रही थी। सौ के करीब युवा एकत्र थे। आचार संहिता उल्लंघन जैसा कुछ नहीं था। रिपोर्ट उपखण्ड अधिकारी को सौंप दी गई है।
- आईदानसिंह भाटी, 
विकास अधिकारी बाड़मेर
नहीं मिली रिपोर्ट 
विकास अधिकारी को भेजा था, उन्होंने अब तक रिपोर्ट नहीं दी है। रिपोर्ट मिलने पर ही कुछ कह सकता हूं।
- राकेश शर्मा, 
उपखण्ड अधिकारी
जांच करवाई 
शिकायत की जांच उपखण्डअधिकारी को सौंपी है। अभी तक रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।
- अरूण पुरोहित, 
अतिरिक्त जिला कलक्टर

विधायक के अहसानो तले विकास अधिकारी ने आचार संहिता कि बात गोल कि। ।मौके पर पुलिस पहुंची ,अब पुलिस कह रही हैम गए नहीं

विधायक के अहसानो तले विकास  अधिकारी ने आचार संहिता कि बात गोल कि। ।मौके पर पुलिस पहुंची ,अब पुलिस कह रही हैम गए नहीं 



बाड़मेर।विधानसभा चुनावों की हलचल तेज होते ही यहां मतदाताओं को रिझाने को दावतों का दौर शुरू हो गया है। पिछले सप्ताह से एक प्रत्याशी की ओर से विभिन्न जाति-बिरादरी के खास लोगों को भोज का सिलसिला जारी है। इस पर बुधवार को एक होटल में चल रही दावत पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत हुई। इस पर प्रशासन की ओर से भेजी गई टीम ने वीडियोग्राफी कर रिपोर्ट उपखण्ड अधिकारी को सौंपी है। रिपोर्ट में शिकायत को सही नहीं माना है।जांच में जांच अधिकारी विकास अधिकारी बाड़मेर विधायक कि डिज़ायर पर बाड़मेर आये हुए थे उन्होंने विधायक कि करतूत का पूरा बचाव किया। मतदाता जागरूकता को लेकर मौके पर विधायक का जाना विकास अधिकारी को आचार संहिता का उलंघन नहीं हें। जांच से पहले विकास अधिकारी का यह कहना कि आचार संहिता का उलंघन नहीं हें शंशय पैदा करता हें। विकास अधिकारी का विधायक के प्रति सॉफ्ट कार्नर साफ़ दिखता हें। 


अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं उपखण्ड अधिकारी को इस आशय की शिकायत हुई कि शहर के निकट एक होटल में दावत दी जा रही है। दावत एक प्रत्याशी की ओर से है। इस पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ने उपखण्डअधिकारी बाड़मेर को जांच के निर्देश दिए। उपखण्ड अधिकारी ने फ्लाइंग में नियुक्त विकास अधिकारी बाड़मेर को मौके पर भेजा। विकास अधिकारी ने वीडियोग्राफी करवाई।

ऎसा कुछ नहीं


फ्लाइंग के लिहाज से मौके पर गया था। वहां मतदाता जागरूकता की बात हो रही थी। सौ के करीब युवा एकत्र थे। आचार संहिता उल्लंघन जैसा कुछ नहीं था। रिपोर्ट उपखण्ड अधिकारी को सौंप दी गई है।
- आईदानसिंह भाटी,
विकास अधिकारी बाड़मेर
नहीं मिली रिपोर्ट
विकास अधिकारी को भेजा था, उन्होंने अब तक रिपोर्ट नहीं दी है। रिपोर्ट मिलने पर ही कुछ कह सकता हूं।
- राकेश शर्मा,
उपखण्ड अधिकारी
जांच करवाई
शिकायत की जांच उपखण्डअधिकारी को सौंपी है। अभी तक रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।
- अरूण पुरोहित,
अतिरिक्त जिला कलक्टर

सृष्टि बनीं मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड

सियोल। अपनी खूबसूरती और बुद्धिमानी से निर्णायक मंडल को सबसे अधिक प्रभावित करने वाली हरियाणा की सृष्टि राणा ने इस साल का मिस एशिया पैसिफिक का ताज जीत लिया है।

कोरिया में आयोजित इस प्रतियोगिता में सृष्टि की जीत के साथ मिस एशिया पैसिफिक का ताज एकबार फिर भारतीय सुंदरी के सिर पर सज गया। बता दें कि पिछले वर्ष यह ताज भारत की ही हिमांगिनी सिहं यादू ने हासिल किया था। ताज जीतने के बाद काफी खुश दिख रही सृष्टि ने कहा कि यह सपने के सच होने जैसा है। मुझे खुद पर गर्व महसूस हो रहा है।


जानकारी के अनुसार कोरिया में सम्पन्न मिस एशिया पैसिफिक-2013 में 30 अक्तूबर को हुए फाइनल मुकाबले में सृष्टि ने 49 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए यह प्रतियोगिता जीत ली। इस अवसर पर भारत की ही साल 2012 की मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड की विजेता हिमांगिनी सिंह यादू ने उन्हें ताज पहनाया।

पोज,खूबसूरती और बुद्धिमानी

सृष्टि ने प्रतियोगिता के दौरान अपने पोज, खूबसूरती और बुद्धिमानी से निर्णायक मंडल को सबसे अधिक प्रभावित किया। प्रतियोगिता के दौरान राष्ट्रीय पक्षी मोर से प्रेरित विशेष ड्रेस पहनने के लिए उन्हें नेशनल कास्ट्यूम अवॉर्ड से भी नवाजा गया।

ये भी रह चुकी है मिस एशिया पैसिफिक

इससे पहले दिया मिर्जा ने साल 2000 में यह अवॉर्ड जीता था। साथ ही जीनत अमान, तारा अन्ने फोंसेका भी यह सम्मान हासिल कर चुकी हैं।

कलेक्टर व एसपी ने मतदाताओं को भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील की


संवेदनशील मतदान केंद्रों का किया निरीक्षण

कलेक्टर व एसपी ने मतदाताओं को भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील की 


जैसलमेरआगामी विधानसभा चुनाव -2013 को ध्यान मे रखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर) एन.एल मीना एवं एसपी अधीक्षक हेमंत शर्मा ने बुधवार को जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र के संवेदनशील मतदान केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं को भी देखा। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) माना राम पटेल, एएसपी कृष्ण चन्द यादव, रिटर्निंग अधिकारी (एसडीएम) गजेंद्र सिंह चारण, तहसीलदार जैसलमेर पीतांबर राठी, शहर कोतवाल एवं उप अधीक्षक वेदप्रकाश भी साथ में थे। 

जिला निर्वाचन अधिकारी मीना एवं एसपी शर्मा ने अमर सागर संवेदनशील मतदान केंद्र, जैसलमेर शहर में स्थित बबर मगरा तथा इमानुअल मिशन विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने अमर सागर में लोगों से भय मुक्त होकर मतदान करने की अपील की। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि जबरदस्ती मतदान के लिए उन्हें कोई धमकाता है या डराता है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम 100 नंबर पर दें। वहीं जिला निर्वाचन विभाग के टोल-फ्री नंबर 180000-180-6028 पर दें ताकि ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जा सके।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोगों से कहा कि मतदान के लिए कोई भी पार्टी या अभ्यर्थी उन्हें पैसे का प्रलोभन या शराब आदि उपलब्ध कराए तो उसका वे विरोध करें इस प्रकार की कोई सूचना मिले तो पुलिस एवं जिला प्रशासन को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि मतदान प्रलोभन के लिए पैसा देने एवं लेने वाले दोनों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं एसपी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय बबर मगरा एवं सामुदायिक सभा भवन मतदान केंद्र पर व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। वहीं विद्यालय में पड़े पत्थर एवं अन्य सामग्री हटाने के निर्देश प्रधानाध्यापक एवं बूथ लेवल अधिकारी को दिए। एसपी हेमन्त शर्मा ने कहा कि उनके मतदान केंद्र पर किसी प्रकार की डराने व धमकाने की संभावना हो तो वे नि:संकोच पुलिस को सूचित करें ताकि ऐसे लोगों को समय रहते पाबंद किया जा सके। उन्होंने कहा कि चुनाव में मतदाता भयमुक्त होकर मतदान करे इसी उद्देश्य से वे भ्रमण पर आए हैं एवं यह बता रहे हैं कि सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए हैं।


एसडीएम व डिप्टी ने किया मतदान केंद्रों का निरीक्षण 
पोकरण (आंचलिक). क्षेत्र में मतदान जागरूकता अभियान के तहत शनिवार को एसडीएम व डिप्टी ने ग्रामीणों का दौरा कर मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 
एसडीएम सी.एम. वर्मा एवं डिप्टी विपिन शर्मा ने शनिवार को विधान सभा क्षेत्र के केलावा, नानणियाई, मोडरडी, रामपुरा, चौक, सनावड़ा, सांकड़ा, भैंसड़ा, लूणा, लूणा खुर्द, राजगढ़, बैतीणा, बोनाड़ा, ओला गांव के मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। इसके साथ ही गांवों के बीच में लोगों को लाउडस्पीकर से निर्भीक होकर मतदान करने और किसी प्रकार का दबाव में नहीं आने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। 
उन्होंने बीएलओ को मतदान केंद्रों पर बीएलओ का नाम, पता, मोबाइल नंबर लिखवाने के निर्देश दिए तथा चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए नारों का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। 

अब भागवत कथा कराएगा जहीर खान

शिवपुरी।"है जो अयात कुरान की, तू ही गीता का भी श्लोक है, तेरी बाइबिल में है जो लिखा वो ही वेदों की भी है जुबां..." किसी शायर की ये पंक्तियां बताती हैं कि धर्म का भेदभाव सिर्फ इंसान की उपज है भले ही जन्म के कारण मजहब जुदा हो सकते हैं पर इंसान और इंसानियत एक हैं।

इसी जज्बे को शिवपुरी के छोटे से कस्बे मगरौनी के निजामपुर में रहने वाले जहीर खान उर्फ कुट्टा बचपन से ही आत्मसात कर चुके हैं। जन्म मुस्लिम परिवार में हुआ लेकिन अधिकांश दोस्त हिन्दू परिवारों से हैं, सो कभी मजहब का भेद समझा ही नहीं। यही कारण रहा कि जहीर खान ने कभी मंदिर और मस्जिद में अंतर नहीं जाना।


अब तक 12 ज्योतिर्लिगों के दर्शन कर चुके जहीर चार बार बाबा बर्फानी यानी अमरनाथ की यात्रा भी कर चुके हैं। जहीर अब हिन्दू धर्म के सबसे बडे धार्मिक पाठ में गिने जाने वाले श्रीमद् भागवत सप्ताह का आयोजन करने जा रहे हैं इसके लिए उसके साथ सजातीय दोस्तोें के अलावा हिन्दू दोस्त भी तैयारियां में जुटे हैं।

मैं हिन्दुस्तानी हूं


जहीर भागवत सप्ताह के तहत आयोजित कलश यात्रा, गणेश पूजन, भागवत पूजन सहित हवन पूर्णाहुति व भंडारे को लेकर आमंत्रण के पर्चे आसपास के क्षेत्र में बांट रहा है।


पर्चे में जहीर ने उल्लेखित किया है कि मैं एक हिन्दुस्तानी नागरिक हूूं, मैं चाहता हूं कि देश व विश्व में हिन्दू तथा मुस्लिमों की एकता की एक मिसाल कायम हो। जहीर का मित्र कमलेश मिश्रा ने कहा कि जहीर और हम मित्र हैं बचपन से ही हमने सभी धर्मो का समान रूप से आदर किया है। उसने अब भागवत सप्ताह के आयोजन की इच्छा जाहिर की है। जिसमें सभी लोग सहयोग कर रहे हैं।

परिजनों का भी साथ


जहीर अमरनाथ से लेकर 12 ज्योतिर्लिगों के अलावा कई हिन्दू, सिख एवं अन्य धर्मो के धर्मिक स्थलों की यात्रा कर चुके हैं। भागवत कथा के आयोजन में भी परिजन पूरा सहयोग कर रहे हैं।


...ताकि कायम रहे अमन और भाईचारा


जहीर की मानें तो भागवत सप्ताह के आयोजन से समाज और देश का कल्याण होता है। वेदों में भी इसका उल्लेख है। यही कारण है कि उन्होने 17 नवंबर से 24 नवंबर तक मगरौनी के खेड़ापति माता मंदिर में भागवत कथा के आयोजन का मन बनाया है, जिसम


ें वृंदावन के आचार्य रविकृष्ण गौतम कथा का पाठ करेंगे।