सोमवार, 1 अक्तूबर 2012

SDM ने महिला पटवारी से कहा पैसे नहीं हैं कोई बात नहीं मेरे साथ गुजारो रात



देवास। एक महिला पटवारी ने सोनकच्छ एसडीएम पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है। मामले को लेकर 25 से अधिक पटवारी कलेक्टोरेट पहुंचे और एसडीएम के निलंबन व एफआईआर की मांग को लेकर कलेक्टर से चर्चा की। देवास निवासी महिला पटवारी ने बताया गुरुवार रात एसडीएम के.एस. सोलंकी ने बस्ता जांच के लिए उन्हें बुलाया।
जांच के नाम पर 15 हजार रुपए की मांग की। रुपए नहीं होने की बात पर बोले रात यहीं रुक जाओ। पीडि़ता ने कहा यदि एसडीएम की हरकत को अभी भी उजागर नहीं किया गया तो कल को वह किसी और के साथ ऐसा कर सकते हैं। उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए।
सोनकच्छ तहसील के पटवारी संजय व्यास ने कहा है एसडीएम श्री सोलंकी का आचरण यहां पदस्थ होने के समय से ही खराब रहा है। अकसर रात में पटवारियों की मीटिंग रखते हैं। बस्ता जांच व निलंबन की धमकी देकर रुपयों की मांग की जाती है। ऐसे अफसर को शासकीय सेवा में नहीं रखा जाना चाहिए।
इधर एसडीएम केएस सोलंकी के खिलाफ पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया है। एसडीएम पर बस्ता जांच के नाम पर महिला पटवारी को रात में कार्यालय बुलाने, उनसे रुपए मांगने और नहीं मिलने पर रात में वहीं रुकने का कहने के आरोप हैं। चौबाराजागीर की पटवारी ने 27 सितंबर को थाने पर इस संबंध में आवेदन दिया था। आवेदन में लिखा था कि एसडीएम ने उन्हें शाम 5 से 6 बजे के बीच कार्यालय बुलाया और कक्ष में उनके साथ छेड़छाड़ की। सोनकच्छ टीआई केसी मालवीय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में एसडीएम दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ धारा 354 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।

निलंबन आदेश वापस नहीं लिया इसलिए लगाया आरोप

कई बार लिखित सूचना देने के बाद भी पटवारी जांच के लिए रिकॉर्ड नहीं ला रही थी। आरआई को भी भेजा फिर भी आदेश नहीं माना। इसके बाद उसका निलंबन आदेश जारी कर दिया गया। गुरुवार शाम को साढ़े पांच बजे वह ऑफिस आई और आदेश निरस्त करने का कहा। नहीं मानने पर बोली सर एक बार सोच लीजिए। इस दौरान पूरा स्टाफ उपस्थित था। किसी तरह का अभद्र व्यवहार या बात नहीं हुई। कलेक्टर महोदय के निर्देश पर रोस्टर के हिसाब से बस्तों की जांच चल रही है। आरआई, नायब तहसीलदार, तहसीलदार भी जांच कर रहे हैं।
के.एस. सोलंकी, एसडीएम सोनकच्छ

नगरपरिषद की नयी कोलोनी का इंतज़ार ख़त्म/




नगरपरिषद की नयी कोलोनी का इंतज़ार ख़त्म/ 

विवरणिका का हुआ विमोचन/ कल से मिलने लगेंगे फॉर्म
नगरपरिषद जैसलमेर की प्रस्तावित जवाहर लाल नेहरु कोलोनी देदानसर मार्ग की विवरणिका का विमोचन आज नगरपरिषद में हुआ, इस अवसर पर मुख्य अतिथि पोकरण विधायक सालेह मोहम्मद , पूर्व विधायक गोरद्धन कल्ला, एवं मुल्तानाराम बारुपाल, नगर परिषद् सभापति अशोक सिंह तंवर , जिला प्रमुख अब्दुल्ला फ़कीर , उप सभापति जगदीश चूरा ने इस नयी कोलोनी की विवरणिका का विमोचन किया , इस अवसर पर नगरपरिषद में आयुक्त रामकिशोर महेश्वरी केसाथ कई वार्ड पार्षद और कई गणमान्य लोग उपस्थित थे ,
गौर तलब है की इस कोलोनी का जैसलमेर के बाशिंदों को कई समय से इंतज़ार था और आज इसकी विवरणिका का उद्घ्तातन किया गया है कल से इसके फॉर्म मिलने शुरू हो जायेंगे और 30 नवम्बर तक इसके फॉर्म लिए जायेंगे उसके बाद फार्मों की छटनी होगी और बाद में कोलोनी को लाटरी सिस्टम से काटा जाएगा , इस कोलोनी के फार्म की फीस 300 रूपये रखी गयी है, और इसके फार्मों को जमा करवाने के लिए जिले की 5 बैंकों को अधिकृत किया गया है जिसमे इस कोलोनी के फ़ार्म उपलब्ध होंगे, इस जवाहर लाल आवासीय कोलोनी में छोटे बड़े कुल 1097 आवासीय भूखंड है जिनको लाटरी के माध्यम से प्रस्तावित किया गया है,

जैसलमेर देखिये तस्वीरे कैसे चोरो ने बेंक तक बनाई सुरंग










जैसलमेर देखिये तस्वीरे कैसे चोरो ने बेंक तक बनाई सुरंग

एस.बी.आई.बैंक में चोरों की सेंधमारी/ लम्बी सुरंग बना घुसे बैंक में/ स्ट्रोंग रूम में तक बनाई सुरंग/ बड़ी चोरी की आशंका/ पोलिस पहुंची मौके पर / चोरों की तलाश/
जैसलमेर में आज गडिसर रोड स्थित एस.बी.आई. बैंक में चोरो ने सेंध मारी करी, उन्होंने एक लम्बी सुरंग के माध्यम से बैंक के स्ट्रोंग रूम में प्रवेश कर एक बड़ी चोरी की है, घटना की तत्काल जानकारी मिलते ही पोलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है , पैसा कितन गया ही इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिली है पोलिस ने तत्काल ऍफ़.एस.एल वालों को घटना स्थल पर बुला लिया है तथा फिंगर प्रिंट्स की जांच की जा रही है
गौर तलब है की एस.बी.आई बैंक के पीछे ही भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिकारियों का आवासीय क्वार्टर है ,जिसके बगीचे की एक जगह से चोरों ने सुरंग खोदी है जो की सीधी बैंक के स्ट्रोंग रूम में जाकर खुली , और स्ट्रोंग में काफी तादाद में केश रखा हुआ था , पोलिस और बैंक के अधिकारी इस की जांच कर रहे हैं की कितना पैसा गया है, अब चूँकि बैंक में गार्ड भी रहता है और पीछे आवासीय परिसर होने के बावजूद भी चोरों ने तकरीबन 15 से 20 फुट के करीब सुरंग खोदी है जो किसी एक जन का काम नहीं लगता है और इतनी लम्बी सुरंग भी काफी समय से खोदी जा रही होगी ,जिसकी जानकारी किसी को भी नहीं लगना अपने आप में संदेह पैदा करता है , जैसलमेर में इस वक़्त चोरों के हौसले बहुत बुलंद है वैसे भी गत दिनों जैसलमेर की कलेक्ट्रेट परिसर की 21लाख की चोरी का राज़ अभी तक नहीं खुला है और अब ये चोरी जैसलमेर पोलिस की नाकामी जाहिर करती है ..

अर्जुनसिंह ‘सील ऑफ मेरिट’ से सम्मानित



अर्जुनसिंह ‘सील ऑफ मेरिट’ से सम्मानित

अमेरिका में जैसलमेर के अर्जुन का सम्मान
जैसलमेर, 1 अक्टूबर/ अमेरिकन रेडियो पर दीर्घकालीन उत्कृष्ट सेवाओं एवं भारत अमेरिका केमध्य अपने रेडियो कार्यक्रमों से सांस्कृतिक संबंधांे को और अधिक प्रगाढ़ करने पर संयुक्त राज्य अमेरिकाके कनेटीकट राज्य के ’’जस्टिस ऑफ पीस ’’ द्वारा जैसलमेर के बहुआयामी व्यंिक्तत्व अर्जुन सिंह भाटी को ’’सील ऑफ मेरिट’’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

भाटी विगत तीन वर्षों से अमेरीकन रेडियो पर अपने कार्यक्रम ’’अराउण्ड द वर्ल्ड विद अर्जुन सिंह’’के माध्यम से भारतीय संस्कृति की जानकारी अमेरिका सहित विश्व के अनेक देशों के श्रोताओं के समक्षप्रस्तुत कर रहे हैं।

भाटी द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम के अब तक एक सौ चौरासी एपीसोड प्रसारित किये जा चुके हैं। इनकेद्वारा प्रस्तुत किये गये समस्त एपीसोड्स को इन्टरनेट रेडियो के माध्यम से विश्व के समस्त देशों में सुना जासकता है।

अमेरिका के प्रमुख समाचार पत्र द् न्यूयॉर्क टाईम्स ने अर्जुनसिंह भाटी द्वारा प्रस्तुत किये जा रहेरेडियों शॉ को विशेष महत्व देते हुए ’’ मोस्ट इन्सपायर्ड शॉ ’’ का दर्जा दिया। इनके द्वारा प्रस्तुत रेडियो शॉ केमाध्यम से भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के साक्षात दर्शन से भारतीय सभ्यता में विश्वास रखने वाले विदेशीनागरिक अत्यधिक प्रभावित हुए जिसके फलस्वरूप अमेरीकन राज्य केनेटीकट के जस्टिस ऑफ पीस द्वाराइन्हें भारत के जैसलमेर शहर से केनेटीकट आमंत्रित कर ‘सील ऑफ मेरिट’ अवार्ड से नवाजा गया।

यह पुरस्कार संयुक्त राज्य अमेरिका के द्वारा अपने क्षेत्र में अत्यधिक श्रेष्ठता प्रदर्शित करने वालेव्यक्तियों को स्वर्ण मुद्रा अंकित कर प्रदान किया जाता है।

जैसलमेर ने पाया है गौरव

अर्जुनसिंह द्वारा पुरस्कार प्राप्त करने पर जैसलमेर के जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, अध्यक्ष नगरसुधार न्यास उम्मेद सिंह तंवर तथा अध्यक्ष नगर परिषद अशोक तंवर द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानितकिये जाने तथा भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति से अमेरीका जैसे समृ़द्ध राष्ट्र में प्रसार कर ख्याति प्राप्त करनेपर हार्दिक बधाई दी है और कहा है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से स्वर्ण नगरी की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एकअलग पहचान बनी है जो विकसित देशों के पर्यटको को निश्चित तौर पर भारत भ्रमण हेतु आकर्षित करेगी।

भारतीय संस्कृति जगत की सेवा का इतिहास

जैसलमेर के प्रबुद्ध नागरिकों ने अर्जुनसिंह भाटी द्वारा दी जा रही वैश्विक सेवाओं पर प्रसन्नताजाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी है और कहा है कि जैसलमेर जैसे छोटे से शहर की शख़्सियत द्वारा अमेरीकनरेडियो के माध्यम से अपने कार्यक्रमों का प्रसारण करवाते हुए भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति से विश्व को पुनःपरिचित करवाने का जो प्रयास किया जा रहा है वह भारत की अन्यतम एवं समर्पित सेवा है।

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कलक्टर गौरव गोयल ने कहा, पहले सड़कें दुरूस्त करवाऊंगा


जोधपुर। कार्यभार ग्रहण करने के बाद जिला कलक्टर गौरव गोयल ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में टूटी सड़कों की दशा सुधारने पर सबसे ज्यादा जोर दिया और कहा कि वे पहले सड़कों की मरम्मत पर ध्यान देंगे। उन्होंने विभिन्न विभागाधिकारियों की बैठक में जिले में संचालित योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने नियंत्रण कक्ष में पीएचसी पर नियुक्त चिकित्सकों से फोन पर बात कर चिकित्सकों की कार्यस्थल पर उपस्थित सुनिश्चित करने, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सभी अस्पतालों में नेशनल हैल्थ इंश्योरेंस योजना लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। वर्षा से टूटी हुई सड़कों की मरम्मत को पहली प्राथमिकता बताया और सम्बन्घित अधिकारियों को अविलम्ब मरम्मत शुरू करने के निर्देश दिए।

बूथों का भौतिक सत्यापन होगा
शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित सरस बूथों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने नगर निगम सीईओ को इसके लिए टीमें बनाकर सोमवार से अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। गोयल ने बताया कि सरस बूथों पर डेयरी से संबंधित व्यवसाय के अलावा भी कई गतिविधियां संचालित होने की शिकायतें मिली हैं। कार्यभार ग्रहण करने के बाद शनिवार शाम पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कई बूथों पर शराब तक बिकने की शिकायतें हैं। सोमवार से नगर निगम, डेयरी, बिजली और प्रशासन मिलकर सभी बूथों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।

गोयल ने कहा कि शहर में अतिक्रमण नासूर बनते जा रहे हैं। अतिक्रमण को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने राज्य के दूसरे सबसे बड़े शहर का जिला कलक्टर बनने को एक चुनौती बताया और कहा कि वे जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।

कलक्टर ने गिनाई प्राथमिकताएं
- सड़कों की मरम्मत के साथ शहर का सौदर्यीकरण और पर्यटन विकास।
- सीवरेज और सफाई व्यवस्था।
- माचिया पार्क का कार्य पूरा करवाना।
- मुख्यमंत्री की घोषणाओं को क्रियान्वित करना।
- ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार।
- समस्याओं के समाधान के लिए कॉमन कंट्रोल रूम बनाने पर विचार।


मरांडी की पार्टी ने छोड़ा यूपीए का साथ



यूपीए को तीन झटके

नई दिल्ली/रांची/चेन्नई। रिटेल में एफडीआई का फैसला यूपीए के गले की फांस बनता जा रहा है। एक ओर जहां उसे विपक्ष के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं एक एक कर सहयोगी भी उससे छिटकते जा रहे हैं। सोमवार को झारखण्ड विकास मोर्चा (पी) ने भी यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया।

उधर तृणमूल कांग्रेस ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही है। वहीं डीएमके ने एफडीआई के खिलाफ प्रस्ताव का समर्थन करने की बात कहकर सरकार को और मुश्किल में डाल दिया है। उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस पहले ही यूपीए से समर्थन वापस ले चुकी है।

मरांडी की पार्टी ने छोड़ा यूपीए का साथ

तृणमूल कांग्रेस के बाद झारखण्ड विकास मोर्चा(पी) ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। पार्टी ने यूपीए सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में समर्थन वापस लिया है। पार्टी के महासचिव प्रदीप यादव और लोकसभा सांसद अजय कुमार ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में यूपीए से समर्थन वापस लेने की घोषणा की। कुमार के अलावा पार्टी अध्यक्ष और झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पार्टी से सांसद हैं।

कुमार और यादव ने कहा कि हम यूपीए सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं। हम जल्द ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे और उन्हें समर्थन वापसी का पत्र सौंप देंगे। हमारी पार्टी रिटेल में एफडीआई,डीजल के दाम में बढ़ोतरी और रसोई गैस के सिलेण्डरों पर दी जा रही सब्सिडी में कटौती के खिलाफ है।


डीएमके करेगी प्रस्ताव का समर्थन





रिटेल में एफडीआई को लेकर डीएमके ने भी सरकार को आंख दिखानी शुरू कर दी है। डीएमके ने कहा है कि अगर रिटेल में एफडीआई के खिलाफ संसद में कोई प्रस्ताव आता है तो पार्टी उसका समर्थन करेगी। चेन्नई में पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया।


तृणमूल कांग्रेस ने सरकार को मुश्किल में डालने के लिए नया दाव चला है। अगर यह दाव चल गया तो यूपीए का जहाज डूब भी सकता है। तृणमूल कांग्रेस ने संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही है। तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर समाजवादी पार्टी समर्थन करें तो वह संसद में अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। समाजवादी पार्टी पहले ही कह चुकी है कि वह संसद में अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी। ऎसे में ममता का दाव सरकार पर भारी पड़ता दिख रहा है।

foto...इस लेडी दबंग से थर्राते हैं अपराधी, ये है गरीबों की मसीहा!


PIX: इस लेडी दबंग से थर्राते हैं अपराधी, ये है गरीबों की मसीहा!  PIX: इस लेडी दबंग से थर्राते हैं अपराधी, ये है गरीबों की मसीहा!  PIX: इस लेडी दबंग से थर्राते हैं अपराधी, ये है गरीबों की मसीहा!  PIX: इस लेडी दबंग से थर्राते हैं अपराधी, ये है गरीबों की मसीहा!  PIX: इस लेडी दबंग से थर्राते हैं अपराधी, ये है गरीबों की मसीहा! 
यूपी में बड़े-बड़े खूंखार डाकू गैंगों के लिए मशहूर बुंदेलखंड के बांदा जिले में दस साल पहले एक ग्रामीण महिला ने गुलाबी गैंग बनाकर सब को चौंका दिया था। अपनी आक्रामक कार्यशैली के चलते बहुत जल्दी ही गुलाबी गैंग मशहूर हो गया।


सम्पत पाल देवी बांदा जनपद के कैरी गांव की निवासी हैं। इनके पति बदौसा कस्बे में फुटपाथ पर चाय की एक छोटी सी दुकान चलाया करते थे। गुलाबी गैंग की मुखिया के तौर पर सम्पत की पहचान भारत के अनेक हिस्सों के साथ कई दूसरे देशों में भी है। गैंग के नामकरण की भी अजीब कहानी है। सम्पत साड़ी लाकर बेचती थी। एक बार गुलाबी साड़ी आई जिसे उन्होंने 125 रुपये प्रति साड़ी के हिसाब से सदस्यों को दिया, और जब उन साड़ियों को पहनकर महिलाएं समूह में निकलीं तो उन्हें गुलाबी गैंग का नाम मिल गया।यह गैंग तब सुर्खियों में आया जब सम्पत की एक सहयोगी महिला के पति को अतर्रा थाने की पुलिस ने बेवजह पकड़ लिया। इसकी जानकारी मिलने पर गुलाबी गैंग की सदस्य थाना परिसर में पहुंच गईं। विवाद बढ़ा तो गुलाबी गैंग ने थानेदार को पेड़ से बांध दिया। लोगों की समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरना व अफसरों की खैर लेना गुलाबी गैंग की कार्यप्रणाली का हिस्सा बन गया।सम्पत को कई बार जेल तक जाना पड़ा है। वह पढ़ी तो पांचवीं तक हैं, मगर उनकी समझ अच्छे-अच्छों को मात देने वाली है। बांदा के शीलू उत्पीड़न प्रकरण को उठाकर उत्तर प्रदेश सरकार की नींद उड़ाने का काम भी गुलाबी गैंग ने किया था, इसी के चलते एक विधायक को जेल जाना पड़ा था।गुलाबी गैंग का काम करने का अपना तरीका रहा है, जब लोगों को राशन नहीं मिलता, कोटवार नहीं आता तो वे अपनी शिकायत लेकर सम्पत के पास पहुंचते हैं। सम्पत और उनका गैंग है कि हर समस्या का निदान करने की दम रखता है।

: चलती ट्रेन में IAS अफसर ने लड़की से की रेप की कोशिश

PIX: चलती ट्रेन में IAS अफसर ने लड़की से की रेप की कोशिश 

लखनऊ. यूपी की महिलाएं अब हर जगह असुरक्षित हैं। अपराधी ही नहीं अधि‍कारी भी उनके साथ रेप करने को उतारू हैं। ताजा मामला दिल्ली से लखनऊ आ रही वीआईपी ट्रेन लखनऊ मेल का है। ट्रेन के एसी बोगी में अपनी मां के साथ सफ़र कर रही युवती ने एक आईएएस अधिकारी पर रेप की कोशिश करने का आरोप लगाया है। वह उसके सामने वाले बर्थ बैठे हुए थे।रेलवे पुलिस ने जांच मे दोषी पाए जाने पर इस आईएएस अधिकारी को आईपीसी की धारा 376/511 के तहत मामला दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। वहीं राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है। लखनऊ रेलवे स्टेशन के जीआरपी प्रभारी अनिल राय को भी हटा दिया गया है। 
 

आईएएस अधि‍कारी पर आरोप लगाने वाली महिला ने छेड़खानी के खिलाफ लखनऊ जीआरपी में तहरीर दी थी। उस तहरीर पर कार्रवाई करते हुए जीआरपी ने 294,354 की धाराओं में मुकदमा लिख कर आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। फि‍लहाल आरोपी आईएएस शशि‍ भूषण लाल प्रवि‍धि‍क शि‍क्षा वि‍भाग में वि‍शेष सचि‍व हैं और गाज़ियाबाद और बुलंदशहर में डीएम के पद पर भी तैनात रह चुके हैं। हालांकि‍ शशि‍ भूषण ने खुद को र्नि‍दोष बताते हुए उक्‍त महि‍ला पर जाति‍ सूचक शब्‍दों के इस्‍तेमाल का आरोप लगाया है।

सहगोत्र विवाह पर पंचायत का तालिबानी फरमान, हुक्का पानी बंद

 

कुंड।गांव धवाना के सहगोत्र विवाद को लेकर रविवार को हुई 21 गांवों की महापंचायत ने तुगलकी फरमान में प्रेमी जोड़े व उसके परिजनों का गांव में हुक्का-पानी बंद करने के साथ ही उन्हें समाज के किसी भी समारोह में बुलाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

गांव धवाना में सहगोत्र विवाह विवाद को लेकर रविवार को हुई महापंचायत की पहले से ही सूचना मिलने पर पुलिस खासी सक्रिय नजर आई। रविवार को महापंचायत से पहले ही गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।

पंचायत में लड़का पक्ष की ओर से उसके दादा सेवानिवृत्त कप्तान बनवारी लाल व लड़की के पिता करण सिंह पेश हुए। दोनों पक्षों ने कहा कि वे अपने बच्चों के एक ही गोत्र में विवाह को लेकर खिलाफ थे। उन्होंने इसका विरोध भी किया था। उनके बच्चों ने जब से विवाह रचाया है तभी से वे लोग उनसे अपना संबंध समाप्त कर चुके हैं। दोनों पक्षों ने कहा कि पंचायत जो भी निर्णय लेगी, उन्हें वह स्वीकार्य होगा। दोनों पक्षों की बातचीत सुनने के बाद पंचायत में सर्वसम्मति से 18 सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया गया। एक घंटे तक चर्चा करने के बाद कमेटी ने निर्णय सुनाया। जिसमें सहगोत्र विवाह रचाने वाले युवक-युवती के अतिरिक्त उनके परिजनों का गांव व समाज से बहिष्कार करने तथा इनका हुक्का-पानी भी बंद करने का निर्णय लिया। जो भी ग्रामीण इस परिवार के साथ अपना संबंध रखेगा, उसका भी सामाजिक बहिष्कार कर दिया जाएगा। पंचायत में निर्णय लिया गया कि प्रेमी युगल व उनके परिवार के लोगों पर गांव में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने पर भी पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।

सहगोत्र विवाह रचाने वाले एडवोकेट भागीरथ व उनकी पत्नी सुनीता ने फोन पर भास्कर से बातचीत में कहा कि पंचायती फरमान उन्हें किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं है। कोई भी पंचायत उन्हें गांव में प्रवेश करने से अथवा कार्यक्रम में शामिल होने से रोक नहीं सकती। अगर उन पर व परिवार के अन्य किसी सदस्य पर पंचायत द्वारा ज्याददती की गई तो कानून का सहारा लिया जाएगा।

गांव धवाना निवासी बनवारी लाल व करण सिंह का परिवार लगभग दो दशक से रेवाड़ी में ही रह रहा है। दोनों परिवार एक गांव के होने के साथ ही सुनारिया गोत्र के ही हैं। बनवारी लाल के पोते एडवोकेट भागीरथ व करण सिंह की बेटी सुनीता ने लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व आपस में सहगोत्र प्रेम विवाह रचा लिया था। हाल ही में प्रेमी युगल के घर एक कन्या का जन्म हुआ है। कन्या जन्म से पूर्व ग्रामीणों को इस सहगोत्र विवाह की जानकारी नहीं थी, लेकिन अब जब यह मामला ग्रामीणों के संज्ञान में आया तो गांव में इस सहगोत्र विवाह को लेकर रोष पैदा होता चला गया। २२ सितंबर को इस बाबत गांव धवाना में एक पंचायत आयोजित की गई थी। उस पंचायत के बाद ही इस महापंचायत का निर्णय लिया गया था। इस मामले में विवाह रचाने वाले युगल की ओर से उच्च न्यायालय में सुरक्षा को लेकर एक याचिका भी दायर की गई है।