गुरुवार, 23 फ़रवरी 2012

राजे का आगमन परिवर्तन की भाुरूआत : बृजवाल


राजे का आगमन परिवर्तन की भाुरूआत : बृजवाल 
23 फरवरी सणाउ 
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वशुंधरा राजे सिंधिया अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के आधार पर जैसे ही राजे का काफिला सणाउ पहूंचा तो सारा माहौल राजे के जयजयकारों से गुंज उठा़! इस अवसर पर भाजपा नेत्री विमलो बृजवाल ने हजारों ग्रामीणों के साथ राजे का भव्य स्वागत किया! बृजवाल नें इस अवसर पर राजे को फूलों का गुलदस्ता भेंट करते हुए चुनरी ओाई और राजे को भावी मुख्यमत्री बनकर राज्य के बिगड.े हालात को सुधारकर प्रदो की आवाम को राहत प्रदान करने का अनुरोध किया! बृजवाल की जनहित से जुडी भावनाओं को देखते हुए हसते हुए कहा कि यह तो प्रदो की आवाम चाहेगी तो जरूर होगा! इसी अवसर पर राजे से मिलने आई ग्रामीण महिलाओं ने भी राजे से कहा कि आप मुख्यमंत्री बनकर आओ और हमारी विमलो को एमएलए बना दो हमारे सारे कश्ट हसते हसते कट जाएगें! सणाउ पहूंचते ही राजे की एक झलक देखने के लिए पहले से राजे का बेसब्री से इंतजार कर रही महिलाओं ने राजे को देखते ही घूंघट उठाकर राजे को निहारने लगी! 
राजे के इस स्वागत के दौरान पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा ! इस अवसर पर विमलो बृजवाल के साथ तनसिंह सणाउ, डॉ मोहन डोसी, हिंगोलसिंह, आमीरखां गोलियार, कमरूदीन, उमर खान, सरपंच हिन्दुसिंह राठोड, बलवंतसिंह, सवाईसिंह सहित भाजपा के कई प्रतिनिधी व सैकड.ों की तादात में ग्रामीण मौजूद रहे! 

इंद्रा विश्नोई की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक

इंद्रा विश्नोई की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक

जोधपुर। जोधपुर हाईकोर्ट ने गुरूवार को एएनएम भंवरी देवी मामले में आरोपी इंद्रा विश्नोई को राहत देते हुए उसकी गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक लगा दी। कोर्ट ने इंद्रा विश्नोई को पांच मार्च से पहले पेश होने को कहा है। बुधवार को कोर्ट मेे सुनवाई के दौरान इंद्रा के वकील ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की थी। इंद्रा के वकील ने कहा था कि उनकी मुवक्किल सीबीआई से सहयोग करने को तैयार है।

सीबीआई के बुलावे पर वह पहले भी पूछताछ के लिए पेश हो चुकी हैं लेकिन उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करना गलत है। इस पर कोर्ट ने कहा था कि वह अपने मुवक्किल को बता दें कि कब हाजिर हो सकती है। गौरतलब है कि सीबीआई भंवरी मामले में इंद्रा विश्नोई से छह बार पूछताछ कर चुकी है लेकिन बाद में गिरफ्तारी के डर से वह फरार हो गई थी।

लाठीचार्ज का आदेश नहीं दिया था: पुलिस कमिश्नर

नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस कमिश्नर बी. के. गुप्ता ने बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर लाठीचार्ज के मामले में सफाई देते हुए कहा, ' पुलिस को लाठीचार्ज का आदेश नहीं दिया गया था। दो-तीन पुलिस वालों ने लाठीचार्ज किया था। हम जांच करेंगे और रिपोर्ट पेश करेंगे। ' उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हम लोग कोर्ट के फैसले का अध्ययन कर रहे हैं।
पिछले साल रामलीला मैदान में हुए लाठीचार्ज के मामले में सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार के फैसले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बाबा रामदेव ने कहा है कि सरकार कदम-कदम पर संविधान और कानून का उल्लंघन कर रही है। हर रोज सरकार लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है।
 
प्रेस कांफ्रेस में बाबा रामदेव के साथ ही मौजूद भारत स्वाभिमान ट्रस्ट की ओर से सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पैरवी करने वाले वकील राम जेठमलानी ने पी. चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं जानना चाहता हूं कि इस नासमझ (स्टूपिड) गृह मंत्री को किसने यह अधिकार दे दिया कि वह तय करें कौन विरोध कर सकता है और कौन नहीं।' जेठमलानी ने कहा, 'मेरा सवाल यही है कि उस रात बवाल किसने शुरू किया था? तथ्य यही है कि 4 जून की उस रात जनता रामलीला मैदान में सो रही थी। जब उन पर हमला हुआ। मुझे आज इस बात की चिंता है कि इस मामले में गृह मंत्री की इस मामले में क्या भूमिका थी?'

देश के जाने माने वकील जेठमलानी ने तल्‍ख तेवर अपनाते हुए कहा, ‘स्‍टूपिड होम मिनिस्‍टर’ को यह ‘पॉवर’ किसने दिया कि रामदेव को प्रदर्शन और आमरण अनशन की इजाजत नहीं है और यदि वह ऐसा करते हैं तो उन्‍हें दिल्‍ली के बाहर उठा कर फेंक दिया जाए। देश का गृह मंत्री ही संविधान का दुश्मन है।’
जेठमलानी ने कहा, 'हम सुप्रीम कोर्ट नहीं गए थे। हमने देश की जनता के सामने अपनी बात रखी थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी तरफ से नोटिस जारी किया था। मेरे हिसाब से बाबा रामदेव ने मुकदमा जीता है।'

जेठमलानी ने आगे कहा, 'सब लोग जानते हैं कि बाबा रामदेव काले धन के खिलाफ आवाज़ उठा रहे थे। सरकार और सीबीआई ने काले धन के मुद्दे पर कुछ नहीं किया। स्विस पत्रिका ने उन लोगों के नाम छापे थे, जिन पर काले धन रखने का आरोप है। मुझे इस बात पर शर्म आती है कि उसमें राजीव गांधी का भी नाम था। लेकिन कांग्रेस ने इस पत्रिका को चुनौती नहीं दी?' जेठमलानी ने कहा कि वे काले धन की लड़ाई में बाबा रामदेव का साथ देते रहेंगे।

सोते हुए लोगों पर क्रूरता

बाबा रामेदव ने अपनी तरफ से सफाई देते हुए कहा, 'केंद्र के आदेश पर सोते हुए लोगों पर क्रूरता की गई थी। ताकत का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया। मैंने शांति की अपील की थी।'

रामदेव ने कहा, ‘केंद्र के कहने पर पुलिस ने क्रूरता की। राजबाला की मौत पर सरकार के संवेदना के एक शब्‍द भी नहीं कहे। यदि आंदोलन या विरोध प्रदर्शन करना अपराध है तो गांधी, जेपी ने भी अपराध किया। उस वक्‍त कई लोग मारे गए लेकिन सरकार ने गांधी या जेपी को जिम्‍मेदार नहीं ठहराया गया। यह (मौजूदा केंद्र) सरकार तो ब्रिटिश सरकार से भी क्रूर है।

रामदेव ने केंद्र सरकार पर रामलीला मैदान की घटना की वीडियो फुटेज कांट छांट कर अदालत में पेश करने का आरोप लगाया। योग गुरु ने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के हलफनामे का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार हिंदुओं को आतंकवादी और मुसलमानों को राष्‍ट्रविरोधी मानती है। काले धन के खिलाफ दिल्‍ली में फिर से प्रदर्शन होगा। अगले आंदोलन की घोषणा जल्‍द होगी और इस बार आर पार की लड़ाई होगी।
राजबाला की पुत्रवधु की प्रतिक्रिया

रामलीला मैदान में पुलिसिया कार्रवाई के दौरान घायल होकर दम तोड़ने वाली राजबाला की पुत्रवधु भी रामदेव के साथ प्रेस काफ्रेंस में मौजूद थीं। उन्‍होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम सम्‍मान करते हैं। उन्‍होंने कहा, ‘हम मुआवजा के लिए सुप्रीम कोर्ट नहीं गए थे। हमारी मांग है कि एक निष्‍पक्ष जांच कमेटी बनाई जाए जो रामलीला मैदान में हुई घटना का सच सामने आए। दोषी को सजा दी जाए। स्‍वामी जी का निजी आंदोलन नहीं था बल्कि देश की जनता के लिए था।’

सरहद पर दिखा वसुंधरा का जादू


सरहद पर दिखा वसुंधरा का जादू
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बाड़मेर/चौहटन। सीमावर्ती बाड़मेर जिले के चौहटन कस्बे में आयोजित जनसभा में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जादु सिर चढ़कर बोला। पन्द्रह से बीस हजार लोगों की भारी भीड़ से खचाखच भरे मैदान में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने गहलोत सरकार को जमकर आड़े हाथो लिया। बिजली और बेराजगारी के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए वसुंधरा ने कांग्रेस पर सीबीआई के दुरूपयोग का आरोप लगाया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीबीआई सरकार के इशारों पर लोगों को धमकाने का काम कर रही है।

वसुंधरा ने कहा कि लोग कांग्रेस सरकार का असली चेहरा पहचान चुके है और अब सरकार कर उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। गहलोत की सरकार को उखाड़ फैकने के लिए आम जनता से कमर कसकर तैयार रहने का आव्हान करते हुए राजे ने कहा कि उनके कार्यकाल से पूर्व गहलोत सरकार ने राज्य का खजाना खाली होने का रोना रोया, लेकिन पिछली भाजपा सरकार के राज में हमने खजाने को भरकर बीमारू राजस्थान को विकास के पथ पर दौड़ा दिया, लेकिन आज वही हालात है। पिछले तीन सालो में इस गहलोत ने राज्य्ा को फिर से गहरी खाई में धकेल दिया है। किसान बिजली और पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे है। 

पूर्व मुख्य्ामंत्री ने कहा कि गहलोत ने जिस दिन कुर्सी संभाली, उसी दिन से राज्य्ा से बिजली गायब सी हो गई। किसानो को चार घंटे से भी कम बिजली मिल रही है और वह भी रात को। इतना ही नही सरकार लोगों को बिजली के दाम बढ़ाकर और झटके देने जा रही है। रात की सर्दी में कंपकपाते किसानों जो फसल तैयार की वह शीत-लहर की भेंट चढ गई। शीत लहर ने किसानो को बर्बाद कर दिया, लेकिन सरकार उनकी पीडा को समझ नही रही है, आपदा में शीत लहर का नाम नही होने का बहाना बना रही, अगर नाम नही है तो जोड दिया जाए लेकिन किसानों को मुआवजा मिले यह जरूरी है। हमारी सरकार ने शीतलहर के समय 126 करोड रूपये किसानों का राहत पैकेज में दिए थे। बाढ़ के समय हमारा पूरा मंत्रीमंडल बाड़मेर में डेरा डाले बैठा रहा लेकिन इस सरकार के मंत्री जयपुर से बाहर ही निकलना नही चाहते।
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राजे ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाएं बंद कर दी गयी है या उन्हे अधुरा छोड़ दिया गया है। सरकार जनता को राहत देने के बजाया हिन्दू-मुस्लिम को बांटने, जातियों और वोटों की राजनीति करने में लगी हुई है। इसी सरकार की देन गोपालगढ़ काण्ड को कोई भुला नहीं सकता।
राजे ने कहा कि बाड़मेर जिले में पानी की तंगी को देखते हुए हमने लिफ्ट केनाल, नर्मदा नहर से पानी के लिए बडे स्तर पर काम शुरू किए थे, लेकिन इस सरकार के आते ही सारे का ठप्प हो गए। 
बाड़मेर में बड़े घोटाले 
राजे ने कहा कि कांग्रेस के राज में पूरे देश में भ्रष्टाचार चरम पर है, मंत्री, नेता और अफसर खजाना लूटने में लगे है। 



राजधर्म का पालन करे गहलोत सरकार: जसवंत
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बाड़मेर। राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले के चौहटन कस्बे में आयोजित एक सभा में पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंतसिंह ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजधर्म का पालन करने का मशविरा दिया। जसवंतसिंह ने कहा कि किसानों ने बड़ी मेहनत से फसले उगाई थी, लेकिन शीललहर के कारण उनकी फसले तबाह हो गयी है। सरकार को किसानों की पीड़ा समझनी चाहिए। पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि किसानों की पीड़ा समझना किसी भी सरकार के लिए राजधर्म निभाने से कम नहीं है। जसवंतसिंह ने गहलोत सरकार से पाला प्रभावित क्षेत्रों के किसानो के लिए तत्काल प्रभाव से राहत पैकेज घोषित करने की मांग की।

वांकल माता का प्रसिद्ध धाम वीरातरा जन-जन की आस्था का केन्द्र

जन-जन की आस्था का केन्द्र चौहटन

चौहटन। वांकल माता का प्रसिद्ध धाम वीरातरा जन-जन की आस्था का केन्द्र है। वंाकल धाम वीरातरा में वर्ष में तीन बार मेले सजते हैं तथा नवरात्री एवं तेरस और चौहदस के दिन मेले सा माहौल रहता है। वांकल धाम पर लाखो की तादाद में श्रद्धालू अपने सुखद भविष्य की मन्नते मांगने आते हैं तथा देवी के चरणों में धोक लगाकर पूजा अर्चना करते हैं। वीरातरा धाम को लेकर कई मान्यताएं है, जिनके कारण यह स्थन जग प्रसिद्ध एवं श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है। वांकल वीरातरा का अब काफी विस्तार होने के कारण अब इसे ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है तथा देव स्थान विभाग में पंजीकृत किया गया है।

हिरण भाखरी पर था मंदिर
वांकल माता वीरातरा का मंदिर दर्जनों वर्षो पहले वीरातरा की हिरण्य भाखरी की चोटी पर बना हुआ था। पहाड़ी के बीच विकट कठिन ऊंचाई पर चढ़ कर श्रद्धालू धोक लगाने जाते थे। बताया जाता है कि एक वृद्ध महिला पहाड़ी की ऊंचाई पर चढ़ते-चढ़ते थक गई। उसके पांवों ने जवाब दे दिया अैर वह हिम्मत हार गई। उस वृद्धा ने वांकल माता से पुकार की कि हे मां मै सच्चे मन से तुम्हारे दर्शन करने के लिए आई हंू, लेकिन मेरा यह वृद्ध शरीर ऊंची पहाड़ी के मंदिर तक नहीं जा पा रहा है, हे मां मुझे दर्शन दो।

वृद्धा की पुकार सुनकर वांकल माता उसकी भक्ति और आस्था पर प्रसन्न हुई और जोरदार कम्पन के साथ एक बड़ा पत्थर जमीन पर आ पहुंचा। यह पत्थर नीचे आते ही बीच में से फटा जहां से वांकल माता की प्रतिमा प्रकट हो गई। यह वृद्धा वांकल माता के दर्शन कर खुश हुई तथा हमेश के लिए एवं कठिन पहाड़ी पर नहीं चढ़ पाने वाले श्रद्धालूओं के लिए यहीं मंदिर बनाया गया।

धीरे-धीरे यह स्थान विस्तार करता रहा आज यहां संगमरमर के सुंदर पत्थरों बना मंदिर है। तीन साल पहले इस नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, जिसका तीसरा पाटोत्सव 23 फरवरी को मनाया जा रहा है। मंदिर का शिलान्यास राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री व देश के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत द्वारा किया गया था। तीसरे पाटोत्सव में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रतिपक्ष की नेता वसंुंधराराजे मुख्य अतिथ के रूप में आज यहां शिकरत करेंगी।

यह है मान्यता
मान्यता हे कि उज्ौन नगरी के राजा वीर विक्रमादित्य द्वारा हिंगलाज धाम पाक से हिंगलाज माता के मंदिर में तप-तपस्या, यज्ञ व पूजा अर्चना कर माता को प्रसन्न किया गया। वीर विक्रमादित्य की भक्ति एवं आस्था से प्रसन्न होकर मन्नत मांगने को कहा। वीर ने और कुछ भी नहीं मांगकर माता को अपने साथ उज्ौन चलने का निवेदन किया। हिंगलाज माता ने साथ चलने की हां कर दी, साथ उसे पीछे मुड़कर नहीं देखेन की हिदायत दी।

हिंगलाज धाम से माताजी को साथ लेकर वीर विक्रमादित्य हिरण्य भाखरी पर पहुंचे तथा यहां रात्रि लेकर विश्राम किया। रात्रि के अंधेरे में दिशा भ्रम होने से वीर का मुख्य पश्चिम की तरफ हो गया। उसी समय आकाशवाणी हुई कि हे वीर तेरा मुख पश्चिम की ओर हो गया है, अब इससे आगे तेरे साथ नहीं चल सकती। तुम्हें यहीं मंदिर बनाना होगा। वीर विक्रमादित्य ने हिंगलाज माता के आदेश से यही मंदिर बनवाया जिसे वांकल माता के मंदिर के रूप नामकरण हुआ साथ ही वीर के माताजी के साथ यहां रात्री विश्राम करने के कारण वीरातरा नाम दिया गया।

जैसलमेर...आज की ताजा खबर. २३े फरवरी, 2012


पुलिस ने चोरी के १५ आरोपियों को पकड़ा

जैसलमेर जिले में बढ़ती चोरियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गत दिनों हुई चोरियों के राज खोले है। पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई ने बताया कि चोरी को रोकने एवं चोरों को पक डऩे के लिए पुलिस ने कई टीमों का गठन कर जैसलमेर सहित अन्य जिलों एवं राज्यों में जाकर चोरों की छानबीन की गई तथा कई चोरियों के राज खोलने में सफलता प्राप्त की है।

कइयों को किया गिरफ्तार

पुलिस थाना रामगढ के हल्का क्षेत्र में हुई दो चोरियां जिसमें चोर कंपनी के तार एवं अन्य सामान चुराकर ले गए थे, जिसमें पुलिस थाना रामगढ ने 3 चोरों को गिरफ्तार किया तथा उनके कब्जे से चोरी किया गया सामान बरामद किया। इसी प्रकार मंदिर से पैसे चुराने के मामले में भी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिसमें से एक महिला भी थी। पुलिस थाना सांगड़ में बिजली की तार चोरी करने के आरोप में तीन चोरोंं को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से माल बरामद किया गया। पुलिस थाना झिझनियाली के हल्का क्षेत्र में खेत से 10 बोरी ग्वार चुराकर ले जाने तीन चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ग्वार की बोरियां बरामद गई है।

जैसलमेर शहर में होने वाली चोरियों का खुलासा करते हुए 2 चोरो को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से माल बरामद किया गया।

पुलिस के प्रयास जारी

इस प्रकार अन्य चोरियों के राज खोलने के भी पुलिस ने प्रयास तेज कर दिए है। जिसके लिए अलग-अलग वृत स्तर एवं थाना स्तरों में टीमों का गठन किया गया है। टीमों को जिले के अंदर एवं अन्य जिलों तथा राज्यों में चोरों को पकडऩे के लिए भिजवाया गया है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में पुलिस और अधिक चोरों को पकडऩे में सफलता प्राप्त करेगी।


विधानसभा अध्यक्ष ने बाबा की समाधि के दर्शन किए



जैसलमेर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत ने अपनी दो दिवसीय जैसलमेर यात्रा के दौरान बुधवार को मध्यकालीन लोक देवता बाबा रामदेव की कर्मस्थली रामदेवरा में बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन कर पूजा-अर्चना की तथा देश एवं प्रदेश के लिए अमनचैन की कामना की। पुजारी कमल छंगाणी ने शेखावत को विधिवत पूजा-अर्चना करवाई एवं उन्हें बाबा की तस्वीर भेंट की । छंगाणी ने शेखावत का माल्यार्पण कर स्वागत भी किया। शेखावत ने पवित्र झारी के जल का आचमन किया एवं बाबा की समाधि पर प्रसाद चढ़ाया। इस अवसर पर राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेगवाल ने भी शेखावत का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। रामदेवरा पहुंचने पर ग्रामपंचायत रामदेवरा के सरपंच भोमाराम मेगवाल , गोमट सरपंच इस्माइलखां मेहर, पंचायत समिति सदस्य जुगताराम तथा जगदीशराज पुरोहित ,शिक्षक संघ नेता बेणीदान चारण , समाजसेवी चण्डीदान रतनू ने विधानसभा अध्यक्ष अभिनंदन किया।

विधानसभा अध्यक्ष शेखावत के जिले की सीमा में प्रविष्ट होने के अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जे.एन.मथूरिया , पोकरण के उपखण्ड अधिकारी अशोक चौधरी , पंचायत समिति सांकड़ा प्रधान वहीदुल्ला मेहर ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षण फलोदी केशरसिंह ने उनकी अगुवानी की तथा प्रधान मेहर ने माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया।

नौ साल की बच्ची को पहले पिलाई शराब, फिर किया 'महापाप'!



जोधपुर.लोर्डिया तालाब की पाल पर खानाबदोश परिवार की नौ साल की बालिका को जबरदस्ती शराब पिलाने के बाद दुष्कर्म का मामला सामने आया है।

 



पाली में मेडिकल करने वाले डॉक्टरों ने बच्ची के साथ अनहोनी की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इस तरह की आशंका का पता लगाने के जोधपुर में दुबारा मेडिकल कराया गया है। वहां से मेडिकल रिपोर्ट तो देर रात तक नहीं मिल पाई, लेकिन एसआई की ओर से राधा सांसी नाम की महिला तथा राजू, कालू भील व सुनील नाम के युवक के खिलाफ बालिका को जबरदस्ती शराब पिलाने व उससे ज्यादती के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है।



देर रात को पुलिस ने नया गांव सांसी बस्ती निवासी राधा नाम की आरोपी महिला व कालू भील पुत्र मांगीलाल निवासी भीलों का बास को हिरासत में लिया है, जिनसे कड़ाई से पूछताछ की जा रही है।



ऐसे हुआ मामले का खुलासा



पुलिस के अनुसार मंथन सिनेमा से लोर्डिया तालाब मार्ग पर खानाबदोश लोग डेरा डाल कर रहते है। बुधवार को दिन में इन लोगों के बीच झगड़ा होने की सूचना पर औद्योगिक क्षेत्र थाने से उप निरीक्षक शंकरलाल दल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान तालाब की पाल के पास एक युवक व महिला अपनी नौ साल की बच्ची तथा दो अन्य बच्चों के साथ बदहवास हालत में थी।



पुलिस ने छानबीन की तो पता लगा कि युवक व महिला शराब पीए हुए थे, जबकि नौ साल की बच्ची के मुहं से भी शराब की बदबू आ रही थी। पुलिस ने पूछताछ की तो बालिका ने बताया कि उसे एक युवक ने जबरदस्ती शराब पिलाई और उससे ज्यादती की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पीड़िता को बांगड़ अस्पताल पहुंचाया।



प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा



बालिका से दुष्कर्म की सूचना पर कलेक्टर नीरज के पवन, एसपी अजयपाल लांबा, एएसपी प्रसन्न कुमार खमेसरा, एसडीएम खान मोहम्मद खान, सीओ सिटी सरिता शत्रुघ्न, सीओ ग्रामीण चिरंजीलाल मीणा, तहसीलदार जितेंद्र पांडे समेत कई अफसर अस्पताल पहुंचे। कुछ देर बाद ही विधायक ज्ञानचंद पारख, बीसूका उपाध्यक्ष अजीज दर्द, भाजपा जिलाध्यक्ष महेंद्र बोहरा, उपसभापति शमीम मोतीवाला, प्रतिपक्ष नेता राकेश भाटी, मूलसिंह भाटी, पार्षद हकीम भाई, मेहबूब टी, भंवर राव समेत कई जनप्रतिनिधि भी अस्पताल पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली।

'माता' ने मांगी नरबलि, तांत्रिक ने बच्‍चे के कर दिए टुकड़े

रायगढ़.घरघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम बरपाली निवासी सोमनाथ राठिया का 10 वर्षीय बेटा प्रवीण राठिया 5 फरवरी से लापता था। 20 फरवरी को उसकी सिरकटी लाश पूंजीपथरा के छर्राटांगर के जंगल में मिली थी। छात्र के परिजनों ने उसकी बलि देने की आशंका जताई थी।
 



इसके लिए गांव के एक तांत्रिक पर आरोप लगाया था, जो जांच में सही निकला। पुलिस ने भी लाश मिलने के दो दिन बाद प्रवीण की बलि देने की पुष्टि कर दी है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर गांव के ही तांत्रिक दिलीप राठिया पर संदेह जताते हुए उसे शव मिलने वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया था।





पूछताछ में उसने नरबलि देने की बातस्वीकार कर ली। उसके घर से एक तलवार, 2 त्रिशूल व एक सब्बल बरामद किया गया है। इसका उपयोग तांत्रिक ने प्रवीण की बलि देने में किया था।





देवी ने मांगी थी बलि





तांत्रिक दिलीप राठिया ने बताया कि सपने में एक दिन माता प्रकट हुई और सिद्धि के लिए नरबलि मांगी। इसपर उसने सरस्वती पूजा के दिन को चुना। इस दिन गांव में मेला लगता है। उसने 5 फरवरी की देर रात मेला देखने आए प्रवीण को इशारा कर बुलाया। उसे अपने साथ घर ले गया और देवी स्थल पर रखे तलवार से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया।

सेना में हड़कंप: एचआईवी पॉजिटिव सिपाही ने की खुदकुशी

अम्बाला.मंगलवार को तोपखाना क्षेत्र स्थित एडी रेजीमेंट के सुसाइड करने वाले सिपाही प्रशांत को एड्स था। बुधवार को यह जानकारी सामने आते ही सेना प्रशासन में खलबली मच गई। आनन फानन में जांच के लिए सेना ने कोर्ट आफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए।
 
मंगलवार को खुदकुशी करने वाले प्रशांत की मौत के कारणों की जांच के दौरान पता चला कि सुसाइड करने से पहले प्रशांत ने केरल स्थित अपने परिवार को एसएमएस के जरिए खुद के एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी। अब सेना ये पता लगाने में जुटी है कि क्या प्रशांत ने अम्बाला में किसी महिला से यौन संबंध बनाए? या फिर यहां पोस्टिंग से पहले किसी अन्य जगह पर उसके संबंध थे? या किसी अन्य कारण से वह इस रोग की चपेट में आया ? और क्या कोई अन्य सैनिक भी इस लाइलाज रोग से ग्रस्त है? ये ऐसे अन्य सवाल हैं जिन्हें लेकर सेना चिंतित है। अफसरों की खास टीम अब यूनिट में जाकर इसकी जांच-पड़ताल करेगी।

मंगलवार सुबह कर लिया था सुसाइड

मूलरूप से केरल का रहने वाला प्रशांत अविवाहित था। उसने मंगलवार सुबह एडी यूनिट में ही ‘थ्री टन’ ट्रक के एंगल पर फंदा लगा लिया था। वह यूनिट में ड्राइवर था। जांच के बाद पोस्टमार्टम करवाकर उसका शव विमान से केरल में उसके परिवार तक भिजवा दिया गया। जांच में पता चला कि प्रशांत की शादी तय हो चुकी थी और खुद के एचआईवी पॉजिटिव होने से वह तनाव में था। अनुमान है कि संभवत: इसी वजह से उसने सुसाइड किया। जांच में पता चला कि सुसाइड से पहले प्रशांत ने परिवार को एसएमएस करके अपने एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी। ये एसएमएस मामले की जांच कर रही पुलिस को प्रशांत के मोबाइल से ही मिला।

क्या सेना को नहीं था पता

प्रशांत के एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी यूनिट के अधिकारियों को थी या नहीं? ये जांच का अहम पहलू है। सैनिकों का रुटीन चेकअप समय-समय पर होता है। एसएमएस से साफ है कि प्रशांत ने पहले कहीं चेकअप कराया था मगर उसने ये बात किसे बताई, ये पता लगना जरूरी है। यदि समय रहते उसके तनावग्रस्त होने का पता चल जाता तो शायद वह आज जिंदा होता।

संजीदा सेना के लिए सिरदर्द

किसी सैन्यकर्मी का एचआईवी पॉजिटिव होने का अम्बाला में ये पहला मामला सामने आया है। असुरक्षित यौन संबंध को लेकर सेना काफी संजीदा रहती है और यौन संबंधी जानकारियां देने के लिए बाकायदा मेडिकल सेमीनार तक लगाए जाते हैं। फौजियों को बीमारी के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है, मगर इस मामले ने सेना का सिरदर्द बढ़ा दिया है।