मंगलवार, 29 नवंबर 2011

भंवरी प्रकरण: शक की सुई बड़े राजनेता पर


सीबीआई ने रेहाना और भंवरी के पति से की पूछताछ, निलंबित थानेदार लाखाराम व सहीराम के रिश्तेदारों को भी किया तलब।


जोधपुर। भंवरी अपहरण में सीबीआई ने मंगलवार को भंवरी के पति अमरचंद और शहाबुद्दीन की दोस्त शिक्षिका रेहाना को पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके अलावा फरार आरोपी सहीराम के दो रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है।

सीबीआई के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं जिनके आधार पर अब उसकी मौत और अपहरण की साजिश में शामिल राजनेता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। बोलेरो की जांच में बाल मिल गए और आबूरोड में शहाबुद्दीन ने सोने की दो चेन बेची थी, वह भी मिल गई है। इन सबूतों के बावजूद अब तक उसकी मौत के साक्ष्य नहीं मिल पाए हैं।

सीबीआई का शक है कि शहाबुद्दीन और सोहनलाल ने ही उसकी हत्या कर दी थी, इसलिए इन सबूतों को तस्दीक करने के लिए रेहाना से पूछताछ की गई, फिर निलंबित थानेदार लाखाराम को भी बुलाया। सीबीआई सोमवार को भंवरी के घर गई थी, उसका पति अमरचंद जयपुर में था इसलिए वह नहीं मिला। मंगलवार को अमरचंद को भी सर्किट हाउस बुलाकर पूछताछ की जा रही है।

भंवरी मामले में अब धौलपुर गैंग का नाम

भंवरी मामले में अब धौलपुर गैंग का नाम

जोधपुर। एएनएम भंवरी देवी के अपहरण मामले में अब एक नई गैंग का सामने आया है। मामले में आरोपी शहाबुद्दीन और उसकी कथित प्रेमिका रेहाना के बीच बातचीत के ऑडियो टेप से इसका खुलासा हुआ है। एक निजी चैनल ने इस टेप को प्रसारित किया है। हालांकि टेप की विश्वसनीयता को लेकर चैनल ने कोई दावा नहीं किया है। टेप में शहाबुद्दीन ने भंवरी के अपहरण के लिए प्रदीप गोदारा गैंग के साथ साथ धौलपुर की एक गैंग का जिक्र किया है। हालांकि शहाबुद्दीन ने गैंग के बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी है।

शहाबुद्दीन ने इस बात को कबूल किया है कि मामले में आरोपी सहीराम और सोहनलाल के बीच पैसों की डील हुई थी। सहीराम के पास कुछ सीडी थी जो उसने लूणी विधायक मलखान सिंह विश्नोई की बहन इंद्रा विश्नोई को सौंपी थी। सारे मामले में शहाबुद्दीन खुद को निर्दोष बता रहा है। रेहाना शहाबुद्दीन से सच्चाई बताने को कह रही है। इस पर शहाबुद्दीन कहता है कि सीबीआई जो भी उसे कहने को कहेगी वह कहने को तैयार है।

पाकिस्तान में यात्री वैन में विस्फोट, 14 मरे

पाकिस्तान में यात्री वैन में विस्फोट, 14 मरे
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के तक्षशिला कस्बे में मंगलवार को एक यात्री वैन में विस्फोट से बच्चों और महिलाओं सहित 14 लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक तक्षशिला कस्बे में एक पर्यटन स्थल पर एक यात्री वैन में सीएनजी सिलेंडर के विस्फोट हो जाने से आग लग गई जिसमें बच्चों तथा महिलाओं सहित कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई।

इश्क की गिरफ्त में आए गुरुजी, छात्रा ने उतारा नशा!



शिमला.सरकाघाट.सीनियर सेकंडरी स्कूल नवाही की छात्रा के साथ उसी स्कूल के एक शिक्षक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। छात्रा के आरोप के बाद लोगों ने शिक्षक की पिटाई कर दी। छात्रा के अनुसार शिक्षक उसे कई दिन से को तंग कर रहा था।

छात्रा का आरोप है कि जब प्रिंसिपल छुट्टी पर जाता था तो अध्यापक उसे कार्यालय में बुला कर अभद्र व्यवहार करता था। 26 नवंबर को अध्यापक ने छात्रा के बैग में मेहंदी का पैकेट और एक पत्र डाल दिया। सामवार को जैसे ही शिक्षक स्कूल पहुंचा तो किसी लड़के के माध्यम से उसे बाहर बुलाया गया जहां लोगों ने उसकी पिटाई कर दी।

स्कूल के किसी कर्मचारी ने इस बारे में पुलिस को सूचित किया। बाद में लड़की के अभिभावक भी डीएसपी कार्यालय पहुंचे और आरोपी की हरकतों के बारे में ज्ञापन दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है। उधर आरोपी ने भी मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इस बारे में आरोपी प्रवक्ता विजय गुलेरिया ने खुद को बेकसूर बताते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया है और ड्यूटी के दौरान मारपीट करने पर चार लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है।

मैं आज अवकाश पर हूं। अगर ऐसी घटना हुई है तो शर्मनाक बात है। स्कूल पहुंचने पर इसकी जांच होगी।

आरसी वर्मा, प्रिंसिपल नवाही

यदि ऐसी घटना घटी है तो विभाग के नाम पर कलंक है। छानबीन होगी। दोषी पाए जाने पर दंडित किया जाएगा।

-अनीता धीमान, उपशिक्षा निदेशक उच्च शिक्षा

शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी शिक्षक ने ड्यूटी के दौरान चार लोगों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज करवाया है।

- केडी शर्मा, डीएसपी सरकाघाट

भरतपुर में मादक पदार्थ के साथ 3 गिरफ्तार

भरतपुर में मादक पदार्थ के साथ 3 गिरफ्तार

भरतपुर। भरतपुर के सेवर थाना पुलिस ने मादक पदार्थ ले जाते तीन लोगों को गिरफ्तार किया। कार्रवाई सीओ ग्रामीण मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में की गई। पुलिस को सूचना मिली थी कि तीन लोग बाइक पर हेरोईन ले जा रहे हैं। पुलिस ने जाल बिछाकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। बरामद हेरोईन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार तीन लोगों में से दो अलवर के कचुमर के रहने वाले हैं जबकि एक अन्य भरतपुर के खानवा का रहने वाला है।

चीन-पाक से निपटने की भारत की बड़ी तैयारी? 4 साल में खरीदे सबसे ज़्यादा हथियार



नई दिल्ली. पाकिस्तान से दशकों पुराने तनाव, चीन के आक्रामक रवैये और नक्सली समस्या को ध्यान में रखते हुए भारत अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है। चीन और उसके सहयोगी पाकिस्तान की तरफ से बढ़ती खतरे की आशंकाओं के मद्देनज़र भारत ने तेजी से अपनी ताकत बढ़ानी शुरू कर दी है। जानकारों का मानना है कि भारत अपने पड़ोसियों (खासकर चीन) के साथ हथियारों की होड़ में न सिर्फ चुनौती दे रहा है बल्कि कई रणनीतिक मामलों में वह उन पर भारी भी पड़ रहा है।

समुद्र के सामरिक महत्व और चीन के दक्षिण पूर्व एशिया के समुद्री इलाकों में बढ़ते असर को देखते हुए भारत ने समंदर में अपनी ताकत बढ़ाने का फैसला किया है। इसी साल अगस्त में चीन के जहाज ने भारत के जहाज को वियतनाम के पास दक्षिण चीन सागर में मौजूदगी की वजह पूछी थी। जानकारों के मुताबिक यह घटना दक्षिण एशिया में भारत और चीन जैसे देशों के बीच होड़ को समझने के लिए काफी है। दुनिया में असरदार देश बनने की ओर बढ़ रहे दक्षिण पूर्व एशिया के देश पहले क्षेत्रीय स्तर पर बड़ी ताकत बनना चाहते हैं।

भारत इस समय हथियार आयात करने के मामले में दुनिया का अव्वल देश है। हथियारों की खरीदफरोख्त पर नज़र रखने वाले संगठन सिपरी की 2011 की रिपोर्ट के मुताबिक 2006 और 2010 के बीच दुनिया में हुई हथियारों की खरीद का 9 फीसदी हिस्सा अकेले भारत के हिस्से में है। सिपरी के मुताबिक भारत ने अपने ज़्यादातर हथियार रूस से खरीदे हैं।

वॉशिंगटन स्थित सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के आकलन के मुताबिक भारत ने अपनी सेनाओं के आधुनिकीकरण पर 2015 तक 80 अरब डॉलर (करीब 40 खरब रुपये) खर्च करने की योजना बनाई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत अपनी समुद्री ताकत को बढ़ाने पर खासा जोर दे रहा है। मैरीटाइम एनालिसिस फर्म एएमआई इंटरनेशनल के एक आकलन के मुताबिक अगले 20 सालों में भारत 103 नए जंगी जहाजों (इसमें परमाणु हथियारों से लैस पनडुब्बियां भी शामिल) पर 45 अरब डॉलर का खर्च करेगा। वहीं, इस दौरान चीन 135 जंगी जहाजों पर महज 25 अरब डॉलर (करीब 12 खरब रुपये) खर्च करेगा।

जानकार यह भी मानते हैं कि भारत के लिए राहत की बात यह है कि अमेरिका भारत की बढ़ती सामरिक ताकत से ज़्यादा चिंतित नहीं है। अमेरिका के लिए ज़्यादा चिंता की बात चीन की सामरिक शक्ति है। इस तथ्य के बावजूद कि भारत सबसे ज़्यादा हथियार रूस से खरीदता है, अमेरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटागन की 2010 डिफेंस रिव्यू में हिंद महासागर के अलावा अंतरराष्ट्रीय मामलों में भारत की बढ़ती भूमिका का स्वागत किया था। सिर्फ समंदर ही नहीं, आसमान और जमीन पर भी नज़र
भारत सिर्फ अपनी नौसेना को ही आधुनिक नहीं बना रहा है। बल्कि उसकी नज़र आसमान पर भी है। यही वजह है कि भारत ने अपनी वायुसेना को भी आधुनिक बनाने की महत्वाकांक्षी योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है।

126 आधुनिक जंगी विमान
भारत करीब 126 आधुनिक जंगी विमान खरीदने की योजना बना रहा है। भारतीय वायुसेना ने इस खरीदारी के लिए दो विमानों को विचार के लिए चुना है। इनमें रफाल और टायफून विमान शामिल हैं। दोनों विमान अमेरिका के एफ-16 विमानों को टक्कर दे सकते हैं। अमेरिका ने एफ-16 विमान पाकिस्तान को भी दिए हैं। जानकारों का मानना है कि भारतीय वायुसेना इनमें से किसी का भी चुना करे, दोनों भारतीय सैन्य क्षमताओं को नई ऊंचाई देंगे और भारत दुनिया के उन देशों की कतार में खड़ा हो जाएगा जो आधुनिक जंगी विमानों से लैस हैं। द रफाल को फ्रांस की दसाल्ट एविएशन ने बनाया है। जबकि यूरो फाइटर टायफून को यूरोप के चार देशों (ब्रिटेन, इटली, जर्मनी और स्पेन) की एक संयुक्त कंपनी यूरो फाइट ने तैयार किया है।
लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर
लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) दुनिया के आधुनिकतम लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में से एक है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने विकसित किया है। 2013 तक यह हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के जंगी बेडे़ में शामिल हो जाएगा। एलसीएच के पास दुश्मन का मुकाबला करने के लिए जबर्दस्त क्षमताएं हैं। इसमें स्टेल्थ विमानों के भी गुण हैं, जिसका मतलब है कि इसकी उड़ान को रडार के जरिए भांपा नहीं जा सकता है। इस हेलीकॉप्टर का वजन 5800 किलो है। यह हेलीकॉप्टर 268 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा में उड़ सकता है। इसमें 20 मिमी की टरेट गन है, जो दुश्मन के ठिकाने को भेद सकता है। यह हेलीकॉप्टर दायें, बायें, नीचे और सबसे अहम पीछे की तरफ उड़ सकता है। जानकार मानते हैं कि इस हेलीकॉप्टर की खूबियां दुनिया में सबसे आधुनिक और उन्नत माने जा रहे अमेरिका के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को टक्कर दे सकती हैं। कुछ मायनों में जानकार इसे ब्लैक हॉक से भी बेहतर बता रहे हैं। गौरतलब है कि अमेरिका ने ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल इसी साल मई में ओसामा बिन लादेन को मारने में किया था।
मिग 29 के
मिग 29 के लड़ाकू विमान नौसेना के पास होगा। एडमिरल गोर्शकोव को आधुनिक आईएनएस विक्रमादित्य के तौर विकसित किया जा रहा है। 2012 के अंत या 2013 की शुरुआत तक विक्रमादित्य के नौसेना में शामिल होने पर मिग 29 के को आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात कर दिया जाएगा। मिग-29 के, पुराने मिग-29 से 30 फीसदी ज़्यादा भारी है। मिग-29 के एंटी एयरक्राफ्ट बीयॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल, स्मार्ट गाइडेड बम और रॉकेट से लैस है। इस लड़ाकू विमान के पंखों को फोल्ड किया जा सकता है। नेवी के आईएनएस विक्रमादित्य जहाज पर इसकी तैनाती के लिहाज से यह अहम खासियत साबित हो सकती है। मिग-29 के सिंगल सीट वाला लडा़कू विमान है। यह विमान फरवरी, 2010 में नौसेना के बेड़े में शामिल हो चुका है।
आधुनिक जंगी टैंक अर्जुन मार्क 2
अगली पीढ़ी का आधुनिक जंगी टैंक। भारत में डीआरडीओ ने इसे विकसित किया है। इसका ट्रायल चल रहा है। सेना उम्मीद जता रही है कि जून, 2012 तक यह टैंक उनके बेडे़ में शामिल होगा। इसे बनाने के लिए अर्जुन के पहले संस्करण में कई बदलाव किए गए हैं। पुराने अर्जुन टैंक में पहले नाइट विज़न नहीं था। डिजीटल कंट्रोल है। टैंक के कमांडर को बड़े 90 बदलाव किेए गए हैं। रूस के टी-90 को कड़ी टक्कर दे सकता है। अर्जुन मार्क 2 को रूस के टी-90 टैंक से बेहतर माना जा रहा है।

पांच आरोपी सैन्यकर्मी वन विभाग के समक्ष पेश नहीं हुए

बाड़मेर में तीन चिंकारों के शिकार के बाद पकडे गए पांच आरोपी सैन्यकर्मी मंगलवार को भी वन विभाग के समक्ष पेश नहीं हुए। उपवन संरक्षक बी आर भादू ने लेफ्टिनेंट कर्नल बी एस चंदेल को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 50 के तहत समन जारी कर मंगलवार सुबह 10 बजे तक आरोपियों को पेश करने के लिए कहा था।

उधर सेना ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के तहत दूसरी बार भी भादू को समन भेजकर शिकार मामले में एकत्रित सभी साक्ष्य, प्रपत्र, प्रथम सूचना रिपोर्ट, एफएसएल रिपोर्ट, सीजर मेमो तथा मौका पंचनामा मांगा है। लिखित जवाब में उपवन संरक्षक ने कहा है कि शिकार प्रकरण की जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सीधे न्यायालय में पेश कर दी जाएगी।

सर क्रीक सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए सरकार आधा दर्जन तैरते हुए बार्डर आउट पोस्ट की स्थापना करेगी

बाड़मेर पाकिस्तान से लगी सर क्रीक सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए सरकार आधा दर्जन तैरते हुए बार्डर आउट पोस्ट की स्थापना करेगी। अभी यहां निगरानी बोट से बार्डर की निगरानी का काम किया जा रहा है। इन्हें अब बार्डर आउट पोस्ट यानी सीमा निगरानी पोस्ट के तौर पर अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया है। अब इनको अतिरिक्त संचार प्रणाली, हथियार और निगरानी साजो-सामान से लैस किया जाएगा।
रक्षा सूत्रों ने बताया कीसर क्रीक 96 किमी का पानी का वह क्षेत्र है जहां गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र की सीमा है। दलदली क्षेत्र होने की वजह से यहां बार्डर की सुरक्षा के काम में दिक्कतें आती हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय पर गठित संसद की एक समिति को सरकार ने सर क्रीक क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा है कि यहां 6 तैरते हुए बार्डर आउट पोस्ट को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। समिति ने अपनी 153वीं रपट में आशंका जताते हुए कहा है कि बार्डर को घुसपैठियों-आतंकवादियों और देश विरोधी तत्व एक अवसर की तरह उपयोग में ला सकते हैं। समिति ने सरकार को सलाह दी कि वह यहां पर निगरानी बढ़ाए।

इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने समिति को बताया कि वह खतरों से वाकिफ है इसलिए अन्य निगरानी माध्यमों के साथ ही तैरते हुए बार्डर आउट पोस्ट भी स्थापित किए जा रहे हैं। ये फ्लोटिंग बार्डर आउट पोस्ट सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कमांड में होंगे। संसदीय समिति ने सर क्रीक सीमा की महत्ता का हवाला देते हुए सरकार से कहा है कि यहां मानव रहित विमान से टोह लेने के अवसरों की संख्या बढ़ाई जाए।

सोनिया के पति के शरीर पर मिले ‘लव बाइट्स’ के निशान!

अहमदाबाद। शहर की प्रसिद्ध किन्नर इमरान उर्फ सोनिया दे की बीते गुरुवार हुई हत्या का मामला पुलिस के लिए पेचीदा होता जा रहा है। हत्या का कारण करोड़ों की मिल्कियत थी या गैंगवार, पुलिस अभी तक इस गुत्थी को सुलझा नहीं सकी है। गुरुवार की रात रूपाली सिनेमा के पास पानीपुरी खाते समय कुछ अज्ञात हमलावरों ने उसे गोलियों से भून दिया था। मौके पर ही सोनिया की मौत हो गई थी।

उल्लेखनीय है कि सोनिया दे ने 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ गांधीनगर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। इसी के बाद से उसका नाम प्रसिद्ध लोगों में शुमार हो गया था। इसके अलावा सोनिया दे करोड़ों की मिल्कियत की माल्किन भी थी।


पुलिस जांच में पता चला है कि सोनिया अपनी सुरक्षा के लिए प्वाइंट 7.65 एम.एम की पिस्तौल भी रखा करती थी। लेकिन उसकी हत्या के बाद से यह पिस्तौल और 36 जिंदा कारतूस गायब हैं।


दूसरी तरफ सोनिया के भाई कय्यूम अजमेरी ने पुलिस को बताया है कि सोनिया ने माउंट आबू के एक पॉश इलाके में पति युसुफ के नाम पर दो करोड़ का बंगला खरीदा था। जबकि बाद में सोनिया ने युसुफ पर उस बंगले को वापस उसके नाम पर करने के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया था। लेकिन युसुफ ने ऐसा करने से उसे साफ मना कर दिया था, बल्कि वह तो एलिसब्रिज इलाके में स्थित 7 प्वाइंट होटल भी अपने नाम पर कर देने के लिए सोनिया पर दबाव डाल रहा था। मिल्कियत के इन्हीं मुद्दों को लेकर दोनों में कई बार विवाद हो चुका था।


इसके चलते पुलिस ने सोनिया के पति युसुफ को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। सोनिया की हत्या के दो दिन बाद ही जब पुलिस ने युसुफ को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था, तो उसके गले पर निशान देखकर पुलिस को उस पर शक हुआ था। इस बारे में युसुफ का कहना था कि जिस दिन सोनिया की हत्या हुई उसी दिन इनके बीच प्रेममिलाप हुआ था। इसी के चलते उसके गले पर यह ‘लव बाइट्स’ का निशान रह गया। युसुफ का कहना है कि सोनिया उसे इसी तरह प्यार किया करती थी। पुलिस ने युसुफ की बात सुनकर उसके पूरे शरीर का चैकअप किया तो शरीर के कई हिस्सांे पर इस तरह के निशान दिखाई दिए।


सोनिया युसुफ पर किस तरह फिदा थी, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लगभग दस दिन पहले ही युसुफ ने उससे कार की मांग की थी। युसुफ का इतना कहना ही हुआ कि सोनिया ने एक दिन बाद ही उसे 23 लाख रुपए की फॉच्यरुनर कार दिलवा दी थी। कार की बाकी किस्तें भी सोनिया के नाम पर थीं।

महिला इंस्पेक्टर का किसी ने खींचा दुपट्टा तो किसी ने उड़ाए पर्स

अमृतसर. मजीठा रोड गुरु नानक देव अस्पताल के सामने कैमिस्टों की इंस्पेक्शन के लिए पहुंची सेल्स टैक्स विभाग की टीम को लेकर दुकानदारों ने खूब हंगामा किया। अधिकारियों के पहुंचते ही दुकानदार एकत्र हो गए। विभागीय कार्रवाई को रोकने के लिए हलका विधायक का दबाव डलवाने का भी प्रयास किया। इस दौरान वहां दुकानदारों ने विभागीय अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की तक कर डाली।


सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारी जब मामला थाना लेकर गए तो दुकानदारों, भाजपा नेताओं और वर्करों ने थाने के बाहर ही नारेबाजी शुरू कर दी। थाना पहुंचे विधायक अनिल जोशी ने अधिकारियों को भ्रष्ट कहते हुए खरी-खोटी सुनाई। जाते हुए विधायक कारोबारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक कर भविष्य के लिए रणनीति तैयार करने की सलाह भी दे गए। दूसरी तरफ एक्साइज टेक्सेशन विभाग के अतिरिक्त कमिश्नर (पंजाब) ने देर शाम विभागीय अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार दुकानदारों और वर्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं।

जानकारी के मुताबिक एक्साइज टेक्सेशन के सहायक कमिश्नर पी कुमार की हिदायतों पर चार ईटीओ के नेतृत्व में चार टीमों को मजीठा रोड पर दवा दुकानों की इंस्पेक्शन के लिए भेजा। जैसी ही इंस्पेक्शन की बात कहते हुए दुकानदारों से स्टॉक और सेल-परचेज बिल मांगे गए उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान वहां खड़े लोगों में से किसी ने विभाग की महिला इंस्पेक्टर का दुपट्टा खींच लिया और किसी ने उसके पर्स ही गायब कर दिया।

बात पुलिस में पहुंचने पर भाजपा नेता और वर्कर इकट्ठा हो गए और थाने के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच सहायक एक्साइज टेक्सेशन कमिश्नर-2 (एईटीसी) पी कुमार और एईटीसी-1 बीके विरदी घटनास्थल पर पहुंच गए। विधायक अनिल जोशी भी वहां पहुंचे और सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों को भ्रष्ट कहते हुए खरी-खोटी सुनाई। इसके साथ ही विधायक ने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह विभागीय अधिकारियों की भी जांच करवाएंगे। इस बीच महिला अधिकारी का पर्स पुलिस के पास पहुंच गया, जिसमें से नकदी और दो एटीएम गायब पाए गए।

दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज कराने के निर्देश

शाम को घटना की जानकारी उनके पास पहुंची। इस संबंध में एक्साइज टैक्सेशन कमिश्नर पंजाब वेणु गोपाल, जो दिल्ली में हैं, को सूचना दे दी गई है। विभाग के अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की करने, सरकारी दस्तावेजों को फाड़ने और ड्यूटी में रुकावट करने के आरोप में जिम्मेदार दुकानदारों/लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाने संबंधी अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं।

मनस्वी कुमार, अतिरिक्त एक्साइज टैक्सेशन कमिश्नर पंजाब।

दोपहर को मजीठा रोड पर दुकानदारों के साथ सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों के हंगामे की उन्हें सूचना आई थी। जो शिकायत उनके पास आती है उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अब तक उनके पास शिकायत मिलने की कोई पुख्ता सूचना नहीं है।
आरपी मित्तल,पुलिस कमिश्नर

सरकार व्यापारियों के सिर से चलती है, क्योंकि वे लोग उनके वोटर हैं तो वह उनके साथ धक्का नहीं होने देंगे। अगर जरूरत पड़ी तो सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों की संपत्ति की भी जांच करवाएंगे।

अनिल जोशी, विधायक हलका दक्षिण, अमृतसर

बरामद नमूने जांच को एफएसएल भेजे

बरामद नमूने जांच को एफएसएल भेजे

बाड़मेर के निम्बला साजीतड़ा में तीन चिंकारों के शिकार के बाद मांस पकाते पकड़े गए पांच आरोपी सैन्यकर्मी दूसरे दिन सोमवार को भी वन विभाग में पेश नहीं किए जा सके। क्षेत्र के उपवन संरक्षक बीआर भादू ने लेफ्टिनेंट कर्नल बीएस चंदेल को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा-50 के तहत समन जारी कर मंगलवार सुबह 10 बजे तक आरोपियों को पेश करने के लिए पाबंद किया है।

उधर सेना ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वारी के तहत दूसरी बार उपवन संरक्षक भादू को समन भेजकर शिकार मामले में एकत्रित सभी साक्ष्य, प्रपत्र, प्रथम सूचना रिपोर्ट, एफएसएल रिपोर्ट, सीजर मेमो तथा मौका पंचनामा मांगा है। लिखित जवाब में उपवन संरक्षक ने कहा कि शिकार प्रकरण की जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सीधे न्यायालय में पेश कर दी जाएगी। इस बीच सोमवार शाम 4 बजे सेना अधिकारी अतुल्य बामजाई बिग्रेडियर के साथ उपवन संरक्षक कार्यालय पहुंचे। सैन्य अधिकारियों ने वन विभाग की जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।

वनविभाग ने 25 नवम्बर को सैन्य युद्धभ्यास के दौरान इलेक्ट्रिकल मेकेनिकल इंजीनियरिंग विंग के 88 आम्र्ड आर्टलरी वर्कशाप यूनिट में बरामद तीन चिंकारों के सिरों के एकत्रित अलग-अलग विसरा, मामले में प्रयुक्त जिप्सी से मिला खून, बाल, मांस रखने के लिए प्रयुक्त रक्त से सने हुए पात्रों के सैम्पल मंडोर स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिए हैं।

आर्मी एक्ट में सख्त सजा का प्रावधान
इस बारे में सेना प्रवक्ता एस.डी. गोस्वामी का कहना है कि आर्मी एक्ट के तहत दोषी पाए जाने पर सात साल से भी कड़ी सजा का प्रावधान है। आर्मी एक्ट की धारा 69 के तहत हत्या व बलात्कार जैसे संगीन अपराध को छोड़ किसी भी प्रकरण को टेक ओवर कर सकती है। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी डीएफओ के बयान के अभाव में अटकी हुई है। इसमें दोषी पाए जाने पर सेना तुरन्त ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

आरोपी मिलिट्री कस्टडी में
संभागीय आयुक्त रमेश कुमार जैन की अध्यक्षता में उनके कक्ष में सोमवार को जोधपुर में थल सेना एवं वन विभाग के उच्च अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें सैन्य अधिकारियों ने बताया कि घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की जा रही है। आरोपियों को कस्टडी में ले लिया है। इधर, वन अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने भी आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई है। बैठक में सेना के उच्चाधिकारियों के अलावा मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) सहित सेना के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।


चालीस लाख की अवैध शराब बरामद

चालीस लाख की अवैध शराब बरामद

बालोतरा। पचपदरा पुलिस ने मेगा स्टेट हाइवे पर सोमवार शाम नाकाबंदी के दौरान एक ट्रक में परिवहन कर ले जाए जा रहे अवैध अंग्रेजी शराब के एक हजार कार्टन बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हरियाणा निर्मित इस शराब की बाजार कीमत 40 लाख रूपए आंकी गई है।

पुलिस अधीक्षक संतोष्ा चालके के निर्देशानुसार पचपदरा थानाधिकारी उगमराज सोनी के नेतृत्व में एएसआई हरलालसिंह, रेवंतसिंह रड़वा व लादूराम, पचपदरा चौकी प्रभारी भाखरसिंह कोटडिया मय जाप्ता ने सोमवार शाम मेगा स्टेट हाइवे के मूंगड़ा चौराहे पर नाकाबंदी की।

इस दौरान पचपदरा की ओर से आ रहे ट्रक को रूकवाया गया। ट्रक के केबिन में बैठे चालक व एक अन्य से पूछताछ करने पर वे संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। तिरपाल हटाकर तलाशी लेने पर ट्रक में हरियाणा निर्मित विभिन्न ब्रांडों की अवैध अंग्रेजी शराब के एक हजार कार्टन लदे पाए गए। पुलिस ने आरोपी वकील खां पुत्र जंगबाज खां निवासी बर खेड़ा, छोटी सादड़ी प्रतापगढ़ तथा चालक इसाक खां पुत्र मुंशी खां निवासी सादलखेड़ा चितौड़गढ़ को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया। गौरतलब रहे कि पचपदरा पुलिस ने बीते दो वर्षो में अवैध शराब की धरपकड़ में बड़ी कामयाबी हासिल की है।

गुजरात पहुंचाई जा रही थी खेप
हरियाणा से भरी गई शराब की यह खेप गुजरात की तरफ ले जाई जा रही थी। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि मेगा स्टेट हाइवे के रास्ते से होकर सांचौर होते हुए उन्हें गुजरात की तरफ जाना था।

दुष्कर्म पीडिताओं की पीड़ा हरेगी सरकार

दुष्कर्म पीडिताओं की पीड़ा हरेगी सरकार

बाड़मेर। दुष्कर्म पीडित महिलाओं की सहायता के लिए राज्य सरकार ने जिला स्तर पर बोर्ड गठित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य में पहली बार जिला स्तर पर बोर्ड का गठन होगा, जिसके अध्यक्ष जिला कलक्टर होंगे। पुलिस अधीक्षक सहित सात अन्य इस बोर्ड के सदस्य होंगे। बोर्ड द्वारा पीडिताओं को आर्थिक सहायता एवं संरक्षण देने संबंधी निर्णय किए जाएंगे।

बलात्कार पीडित महिलाओं को वित्तीय सहायता एवं सहायक सेवाएं योजना भारत सरकार की एक योजना है, जिसमें दुष्कर्म पीडित महिलाओं को वित्तीय सहायता एवं संरक्षण का प्रावधान है। राज्य सरकार ने इस योजना का अनुसरण करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत प्रत्येक जिले में जिला आपराधिक क्षतिपूर्ति एवं पुनस्üथापन बोर्ड गठित करने की स्वीकृति राज्यपाल द्वारा दी जा चुकी है। राज्यपाल से स्वीकृति मिलने के बाद राज्य सरकार के प्रशासनिक सुधार विभाग ने सभी जिला कलक्टर को बोर्ड गठित करने के आदेश दिए हैं।

शक्तिशाली होगा जिला बोर्ड
दुष्कर्म पीडित महिलाओं को जिला बोर्ड द्वारा पूर्ण सहयोग व संरक्षण प्रदान किया जाएगा। पीडिताओं को बोर्ड के समक्ष अपना दावा प्रस्तुत करना होगा। बोर्ड द्वारा दावे का निस्तारण किया जाएगा। बोर्ड के पास वित्तीय सहायता एवं प्रभावित महिला के शारीरिक क्षति, मानसिक आघात एवं संरक्षण की दृष्टि से आवश्यक सेवाएं प्रदान किए जाने के आदेश देने की शक्ति होगी। वित्तीय सहायता भी जिला बोर्ड ही तय करेगा। दो माह में कम से कम एक बार बोर्ड की बैठक होगी। आवश्यकता होने पर इससे पहले भी बैठक बुलाई जा सकेगी।

राज्य स्तर पर भी होगा बोर्ड
राज्य स्तर पर राज्य आपराधिक क्षतिपूर्ति एवं पुनस्üथापना बोर्ड होगा। जिला बोर्ड अपने सुझाव राज्य बोर्ड को दे सकेंगे। जिला बोर्ड द्वारा प्रतिवर्ष इस योजना के अंतर्गत प्रतिवेदन राज्य बोर्ड को भिजवाना होगा। जिला व राज्य बोर्ड स्थाई प्रकृति के होंगे। उपरोक्त बोर्ड का प्रशासनिक विभाग महिला अधिकारिता विभाग होगा।

ये होंगे जिला बोर्ड के सदस्य
जिला आपराधिक क्षतिपूर्ति एवं पुनस्üथापन बोर्ड में जिला पुलिस अधीक्षक (जयपुर एवं जोधपुर जिलों में संबंधित पुलिस कमिश्नर द्वारा मनोनीत पुलिस अधिकारी, जो पुलिस अधीक्षक स्तर से कम न हो), मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नामांकित प्रतिनिधि (यथासंभव महिला प्रतिनिधि), जिला बोर्ड अध्यक्ष द्वारा मनोनीत जानी पहचानी महिला प्रतिनिधि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का जिलाधिकारी, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग सदस्य होंगे। उपनिदेशक सदस्य सचिव होंगे। सदस्यों का कार्यकाल तीन
वर्ष का होगा।

दिशा निर्देश मिले हैं:बलात्कार पीडित महिलाओं को वित्तीय सहायता एवं संरक्षण के लिए जिला बोर्ड के गठन संबंधी दिशा निर्देश मिले हैं। इस योजना से पीडिताओं को राहत मिलेगी।
संतोष चालके, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

घाणियों में तैयार होने लगा सर्दी का ‘मारवाड़ी मेवा’


घाणियों में तैयार होने लगा सर्दी का ‘मारवाड़ी मेवा’

बाड़मेर सहित आसपास के गांवों में बैलों से चलाई जाने वाली घाणियों में तिल्ली की सेली बनाने का कार्य शुरू




बाड़मेर सर्दी की दस्तक के साथ ही शहर सहित क्षेत्र के कुछ गांवों में वर्षों पुरानी परंपरा के चलते बैलों से चलाई जाने वाली घाणियां शुरू हो गई हैं। हल्की सर्दी के प्रारंभ होते ही इन घाणियों में तिल्ली की पिसाई कर उसका तेल निकालने के साथ (मारवाड़ी मेवा) सेली तैयार की जाती है। वैसे पहले के मुकाबले अब इन घाणियों का चलन काफी कम हुआ है, लेकिन शुद्धता व जायकेदार स्वाद को लेकर आज भी इसमें पीसी जाने वाली तिल्ली की सेली को ही अधिकांश लोग पसंद करते हैं। बैलों से चलने वाली घाणियों का क्रेज कम होने की वजह यह बताई जा रही है कि उसमें तिलों की पिसाई धीमी गति से होने पर समय अधिक व्यतीत होता है। इलेक्ट्रिक मोटर व डीजल इंजन से संचालित घाणियों में इसके लिए बहुत कम समय लगता है। इसके बावजूद सर्दी के मौसम में अधिकांश लोग आधुनिक घाणियों के बजाय बैल की घाणी से पीसी जाने वाले तिल्ली तेल व उसकी सेली को ही पसंद करते हैं। इन दिनों शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में सेली की मांग बढ़ी हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए घाणी संचालक इस कार्य को अंजाम देने में जुटे हुए हैं।

सेली का निर्यात गुजरात व महाराष्ट्र में भी
शहर एवं आसपास के गांवों में तिल्ली से बनी हुई खाद्य सामग्रियों में सेली का उपयोग ही अधिक हो रहा है। मारवाड़ क्षेत्र में यह सर्वाधिक प्रचलित है। घाणी से निर्मित फीकी सेली 160 रुपए तथा मीठी सेली 140 रुपए के भाव से बिक रही है। यहां निर्मित होने वाली सेली पड़ोसी राज्य गुजरात व महाराष्ट्र के मुंबई पुना सहित विभिन्न शहरों में खरीद कर लोग ले जाते है। तिल्ली की इस सेली को सर्दी का मारवाड़ी मेवा भी कहते हैं। यहां परंपरागत तरीकों से सेली बनाने वाले व्यक्तियों की संख्या पूर्व में एक दर्जन के करीब थी, लेकिन घाणियां बंद हो जाने से इस समय इसकी संख्या घट कर अब एक-दो ही रह गई है।

कम हो रही संख्या

सर्दी के दौरान कई लोग तो बाजरा व मक्की की रोटियां भी तिल्ली के तेल के साथ चूरमा बनाकर खाते थे, लेकिन धीरे-धीरे आधुनिक मशीनों की चलन बढऩे से इन घाणियों की संख्या घटती गई और वर्तमान में तो इक्का-दुक्का ही यह घाणियां रह गई हैं। घाणियों से निकाले जाने वाले तिल्ली के तेल व सेली के बारे में बाड़मेर निवासी सफी तेली ने बताया कि बैलों से चलाई जाने वाली सभी घाणियां लकड़े से बनी हुई होती हैं, साथ ही इसमें तिल्ली की पिसाई के समय भी पूरा ध्यान रखा जाता है ताकि शुद्ध तेल व सेली तैयार हो सके। ऐसे तैयार की जाती है सेली
बैल की घाणी में पिसाई होने से बनने वाली तिल्ली सेली पौष्टिक होती है। इसे बनाने के लिए पहले तिल्ली की सफाई की जाती है, इसके बाद उसे घाणी में पिसाई के लिए डाला जाता है तथा जरूरत अनुसार उसमें गर्म पानी मिलाया जाता है ताकि उसकी पिसाई पूरी तरह से हो सके। घाणी से तेल को अलग कर शेष रहने वाले अवशेष को ही सेली कहते हैं। हालांकि सेली से पूरा तेल नहीं लिया जाता है, ताकि खाने में स्वादिष्ट और लजीज हो सके। सेली में गुड़ व शक्कर मिलाकर उसे मीठा किया जाता है। इसके तेल की बिक्री प्रति किलो की दर 240 रुपए वर्तमान में चल रही है। शहर में तेलियो का वास पर सफी तेली

की घाणी तो पिछले लंबे समय से अपनी अलग ही पहचान बनाए हुए है।

माउंट में बादल छाए, ठंड का असर बरकरार


माउंट में बादल छाए, ठंड का असर बरकरार

दो डिग्री सेल्सियस तापमान में बढ़ोतरी के बावजूद हिल स्टेशन पर ठंड का असर

पिछले एक सप्ताह से न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक थमा, अलाव जले

माउंट आबू हिल स्टेशन पर सोमवार को सूर्य उदय के साथ ही शुरू हुआ सर्द हवाओं का दौर दिनभर जारी रहा। इससे सर्दी का असर तेज हो गया। अल सुबह माउंट की वादियां धुंध की आगोश में लिपटी रही। सुबह के समय सड़क के किनारे लोग सर्दी से बचाव को लेकर अलाव तापते नजर आए। वहीं स्कूल जाने वाले बच्चे गर्म लबादों से ढके रहे।

पारे में दो डिग्री उछाल

आसमान में बादल छाए रहने से हिल स्टेशन के तापमान में दो डिग्री सेल्सियस का उछाल दर्ज किया गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री एवं न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि रविवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री व न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस था। पारे में एकाएक गिरावट होने के बावजूद माउंट आबू में ठंड का असर बरकरार रहा। ठंड से बचने के लिए लोगों ने सुबह-शाम अलाव का सहारा लिया।

दिनचर्या में बदलाव

सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही लोगों की दिनचर्या भी बदलने लगी है। सर्दी का असर तेज होने से देर सुबह तक लोग रजाइयों में दुबके रहे। रात को बाजार में दुकानें जल्दी बंद हो जाने से सन्नाटा पसर जाता है। शाम के समय गर्म पकौड़ों व पकवान की दुकानों पर भीड़ नजर आई। पर्यटन स्थल पर घूमने आए सैलानी भी मौसम में बदलाव के साथ गर्म लबादे पहनकर ही बाहर निकले।