शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2011

गंभीर ने नताशा संग लिए सात फेरे

गंभीर ने नताशा संग लिए सात फेरे

गुडगांव। टीम इंडिया के धुरंधर ओपनर गौतम गंभीर शुक्रवार को गुडगांव के एक व्यवसायी परिवार की नताशा जैन के साथ विवाह बंधन में बंध गए।

गंभीर की नताशा के साथ सगाई इस साल के शुरू में हो गई थी और शुक्रवार को उन्होंने नताशा के संग सात फेरे ले लिए। भारत के स्टार क्रिकेटर की शादी में गंभीर के परिवार के नजदीकी लोगों को आमंत्रित किया गया था।

बालीवुड के बादशाह शाहरूख खान भी इस मौके पर विशिष्ट अतिथियों में शामिल थे। गंभीर शाहरूख की आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान हैं। गंभीर और नताशा ने मीडिया से तो कोई बात नहीं की लेकिन फोटोग्राफरों को तस्वीरें खींचने का पूरा मौका दिया।

जेल की दीवार फांद कर 3 कैदी फरार

लखनऊ।। उत्तर प्रदेश के संत रविदास नगर (भदोही) जिले में ज्ञानपुर स्थित डिस्ट्रिक्ट जेल से शुक्रवार सुबह तीन कैदी दीवार फांद कर फरार हो गए। राज्य पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता ने बताया कि ज्ञानपुर स्थित रविदास नगर डिस्ट्रिक्ट जेल से 3 बजे राजू उर्फ गोडे, नन्हे मुसहर और अमावस नाम के तीन विचाराधीन कैदी दीवार फांदकर फरार हो गए हैं।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में कोतवाली ज्ञानपुर पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है और फरार कैदियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना के बाद प्रदेश सरकार ने डिस्ट्रिक्ट जेल के जेलर सहित पांच कर्मियों को सस्पेंड कर दिया। घटना और उसके बाद की गई कार्रवाई का ब्यौरा देते हुए जेल उप महानिरीक्षक वी. के. जैन ने बताया कि जेलर पी. वी. अस्थाना को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा लापरवाही के लिए चार जेल कर्मियों को सस्पेंड किया गया है।

कश्मीर में गरमाया धर्म परिवर्तन का मसला

श्रीनगर ।। आतंकवाद और अलगाववाद से जूझते राज्य जम्मू कश्मीर में अचानक धर्म परिवर्तन का मसला गरमा गया है। प्रदेश के मुफ्ती आजम मुफ्ती बशीरुद्दीन ने क्रिस्चन प्रीस्ट सी एम खन्ना को तलब किया है। उनसे कहा गया है कि खुद कोर्ट में पेश होकर धर्म परिवर्तन से जुड़ी शिकायतों पर अपना पक्ष सामने रखें। हालांकि प्रीस्ट खन्ना के मुताबिक मसला धर्म परिवर्तन का नहीं बल्कि स्कूल में एडमिशन का है और उन्हें जान बूझ कर इस फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश हो रही है।

मुफ्ती आजम ने इस संवाददाता से बातचीत में कहा, हमारी शरीअत कोर्ट ने क्रिस्चन प्रीस्ट खन्ना को शुक्रवार 11 बजे हाजिर होने को कहा था। वह हाजिर नहीं हुए। अब उन्हें नया समन देकर 12 नवंबर को हाजिर होने के लिए कहा गया है।

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में 1960 की शुरुआत से ही शरीअत कोर्ट है। मुफ्ती बशीरुद्दीन इसके जज हैं और उनके खिलाफ अपील सुनने का अधिकार सिविल कोर्ट को है। मुफ्ती बशीर के मुताबिक चूंकि जम्मू कश्मीर मुस्लिम बहुल राज्य है इसलिए यहां कोर्ट को राज्य सरकार की मान्यता प्राप्त है। हालांकि शरीअत कोर्ट के पास अपने फैसलों को बाध्यकारी बनाने के लिए पुलिस जैसी कोई एजेंसी नहीं है।

मुफ्ती बशीर कहते हैं,'मुझे शिकायतें मिली हैं कि प्रीस्ट खन्ना मुस्लिम युवक-युवतियों को ईसाई धर्म में दीक्षित कराने की मुहिम में शामिल हैं। इस्लामिक कानून के मुताबिक यह गलत है। इसलिए हमने उन्हें समन भेजा है कि वह कोर्ट के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखें।

बाड़मेर में ए एन एम के साथ बलात्कार और अश्लील सीडी बनाने का मामला


बाड़मेर में ए एन एम के साथ बलात्कार और


 अश्लील सीडी बनाने का मामला 

बाड़मेर में निजी चिकित्सालय संचालक पर सनसनीखेज मामला दर्ज़ हुआ हैं इस महिला नर्स ने संचालक प्रकाश दर्जी पर जबरन बलात्कार , अश्लील सी डी बनाने और उसको सार्वजनिक करके कई अन्य लोगो के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया हैं ! मामला बाड़मेर के जीवन ज्योत हॉस्पिटल का हैं ! वही मामला दर्ज़ होने के बाद आरोपी होस्पिटल संचालक भाग गया हैं ! 


राजस्थान में इन दिनों ए एन एम से सम्बंधित मामले ज्यादा प्रकाश में आ रहे हैं ! बाड़मेर के एक निजी चिकित्सालय जीवन ज्योत हॉस्पिटल में कार्यरत ए एन एम ने होस्पिटल के संचालक प्रकाश दर्जी पर बलात्कार , यौन शोषण , मोबाइल से अश्लील क्लिप बनाने और उसको ब्लेकमेल करके कई अन्य लोगो के साथ हमबिस्तर करने का मामला कोतवाली थाने में दर्ज़ करवाया हैं ! इस महिला ने पुलिस को सार्वजनिक हो चुकी मोबाइल क्लिप बतौर सबूत प्रदान की हैं  वही पुलिस थाने में मामला दर्ज़ होने के बाद आरोपी प्रकाश दर्जी गायब हैं  ! 
    पुलिस थाना कोतवाली के थानाधिकारी लूण सिंह के अनुसार महिला की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने धारा 376 के तहत बलात्कार और अन्य धाराओं में महिला अशिष्ट रूपेण अधिनियम , सुचना एवं प्रोद्योगिकी एक्ट के तहत आईटी एक्ट का मामला दर्ज़ कर जांच शुरू कर दी हैं  ! 

आखिर किसने लेडी गागा को भारत आने पर मजबूर कर दिया



इंटरनेशनल पॉप आइकॉन लेडी गागा शुक्रवार को दिल्‍ली पहुंची। दिल्‍ली पहुंचते ही उन्‍होंने अपने भारतीय फैंस को नमस्‍ते कहा।

यूं तो वह यहां फर्मूला एफ 1 में परफॉर्म करने आई हैं लेकिन कुछ और कार्यक्रम में हिस्‍सा ले सकती हैं।

भारत आते ही लेडी गागा ने कहा कि फाइनली मेरा भारत आने का सपना पूरा हो गया।

प्रेस कॉफ्रेंस में जब लोगों ने उनसे उनके सेंस ऑफ स्‍टाइल के बारे में पूछा तो लेडी गागा ने कहा कि उनका फैशन एक्‍सपेरिमेंटल होता है। वह स्‍टाइल के मामलों में किसी को फॉलो नहीं करती बल्कि अपना स्‍टाइल खुद बनाती हैं।

यही फर्मूला वह अपने गानों में भी अपनाती हैं। उनके गाने भी एक्‍सपेरिमेंटल होते हैं।

उन्‍होंने कहा कि वह ओशो की फॉलोवर हैं। शायद इसलिए भारत की धरती उन्‍हें खिंचती हैं।

लोगों ने जब उनसे पूछा को संडे को स्‍टेज पर परफॉमेंस के दौरान वह क्‍या पहनेंगी तो लेडी गागा ने कहा कि यह टॉप सीक्रेट है। इसे अभी मैं राज ही रखना पसंद करूंगी।

25 वर्षीय गागा होटल ताज में ठहरी हुई हैं। इस होटल में उनके सुख सुविधाओं का पूरा ख्‍याल रखा गया है। वह दिल्‍ली में 4 दिनों तक रहेंगी।

तालिबान की 'हैवानियत' विरोध किया तो सिर कलम कर दिया !

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में एक तालिबान विरोधी कबायली का सिर कलम कर दिया गया।समाचार पत्र 'डॉन' के मुताबिक बाड़ा क्षेत्र में गुरुवार को सिर कटा शव बरामद किया गया।

संघ प्रशासित कबाइली क्षेत्र (एफएटीए) के अक्काखेल में एक कबायली लश्कर से हुई झड़प में बुधवार को दो आतंकवादी मारे गए थे।अधिकारियों ने कहा कि तालिबानी विरोधी कार्यकर्ताओं का इस तरह सिर कलम किया जाना बुधवार को हुई झड़प का परिणाम हो सकता है।

 
 

पाकिस्‍तान ने किया परमाणु से लैस मिसाइल का परीक्षण, जद में आया भारत

इस्‍लामाबाद. पाकिस्‍तान ने परमाणु क्षमता से लैस क्रूज मिसाइल हत्‍फ-7 का आज सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल की मारक क्षमता 700 किलोमीटर है और यह भारत स्थित अपने निशाने को आसानी से भेद सकती है।

पाकिस्‍तानी सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्‍वदेश निर्मित इस मल्‍टीट्यूब मिसाइल सिस्‍टम का परीक्षण सफल रहा है। पाकिस्‍तानी सेना के ज्‍वाइंट चीफ ऑफ स्‍टाफ कमेटी के चेयरमैन खालिद शमीम इस परीक्षण के गवाह बने।

सेना ने कहा है कि हत्‍फ-7 या बाबर मिसाइल रडार की पकड़ में नहीं आते हैं और ये परमाणु के साथ साथ परंपरागत हथियार भी ले जा सकते हैं।

राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

जयपुर के किले और महलों को देख अभिभूत हुए भूटान नरेश


जयपुर। भूटान नरेश जिम्मे खेसर नामग्याल वांगचुक अपनी पत्नी जेटसन पेमा वांगचुक के साथ दो दिवसीय भ्रमण के लिए गुरुवार दोपहर जयपुर पहुंचे। गुरुवार दोपहर साढ़े तीन बजे विशेष रेल से नवविवाहित शाही दंपती गांधीनगर रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां पर उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक और मेयर ज्योति खंडेलवाल ने शाही दंपती का स्वागत किया। शाही दंपती रेलवे स्टेशन से सीधे होटल रामबाग पैलेस पहुंचे। शुक्रवार को शाही दंपती अपने तय समय सुबह 9 बजे से आधे घंटे देरी से सिटी पैलेस के दीवान ए खास गेट पर पहुंचे। यहां पर शाही दंपती का पूर्व राजकुमारी दिया, कुंवर नरेंद्र सिंह और पदमनाभ सिंह ने स्वागत किया।
इसके बाद दंपती ने सिटी पैलेस में वस्त्रागार, शस्त्रागार, सूरज निवास, चंद्र महल का भ्रमण किया। झरोखे से गोविंददेवजी के दर्शन किए। सिटी पैलेस भ्रमण के दौरान भूटान नरेश जयपुर राजपरिवार के शस्त्र देख अभिभूत हो गए। यहां पर उन्होंने एक मिनट का मौन रख महाराजा भवानी सिंह को श्रृंद्धाजलि दी।
इसके पश्चात शाही दंपती जंतर मंतर पहुंचे, जिन्हें वल्र्ड हेरिटेज गाइड यूनियन के अध्यक्ष बृजमोहन खत्री ने लघु सम्राट यंत्र (धूप घड़ी), ध्रुव दर्शक पट्टिका और उत्तरी गोलार्ध और दक्षिण गोलार्ध के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुराने समय में यंत्रों का अभाव होने पर समय की गणना और रात को ध्रुव तारा देखने के लिए इन यंत्रों को काम लिया जाता था। इससे भूटान दंपती बड़े प्रभावित हुए।

जंतर मंतर के बाद शाही दंपती आमेर महल पहुंचे। यहां उन्होंने शीश महल और शिलामाता के दर्शन किए। शीश महल का लाइव डेमो दिया गया, जिसमें उन्हें बताया गया कि सर्दियों में महाराजा रात्रि विश्राम शीश महल में करते थे, क्योंकि यह कांच का बना हुआ है। इससे यह जल्दी गर्म हो जाता है। इससे सर्दी नहीं लगती। शाही दंपती के लिए हाथी सवारी की व्यवस्था भी की गई, लेकिन दंपती ने सवारी करने से मना कर दिया।

शाही दपंती के साथ कुल 23 लोग इस यात्रा में शामिल हैं। इसमें उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और रिश्तेदार शामिल थे। इसके बाद भूटान नरेश विशेष रेल से दोपहर 2 बजे जोधपुर के लिए रवाना हो गए

एसीबी ने पोकरण तहसीलदार को लाखों के साथ पकड़ा

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पोकरण के तहसीलदार बंशीधर सिंह को 1.80 लाख रुपए के साथ पकड़ा है। तहसीलदार यह राशि लेकर पोकरण से झुंझुनूं जा रहा था, मगर बीकानेर में तलाशी लेकर यह राशि जब्त कर ली है। ब्यूरो टीम उससे गहन पूछताछ कर रही है।



ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि मुख्यालय से निर्देश थे कि दीपावली के बाद घर जा रहे अफसरों पर नजर रखी जाए। इस पर उन्होंने रेंज की सभी चौकियों को अलर्ट कर रखा था। शुक्रवार सुबह सूचना मिली कि पोकरण तहसीलदार बंशीधर सिंह काफी रुपया लेकर एक निजी बोलेरो से जयपुर अथवा झुंझुनूं जा रहा है।



डीआईजी ने बंशीधर सिंह को पकडऩे के लिए पोकरण से बीकानेर, जोधपुर व नागौर जाने वाले रास्तों पर नाकाबंदी कराई। करीब तीन बजे यह बोलेरो बीकानेर के दीनदयाल सर्किल पर पकड़ी गई। ब्यूरो के एएसपी रवि गौड़ ने बोलेरो में सवार तहसीलदार का बैग चैक किया तो उसमें 1.80 लाख रुपए बरामद हो गए। इन रुपयों के बारे में तहसीलदार के पास कोई जवाब नहीं था। ब्यूरो की पूछताछ और कार्रवाई अभी जारी है।

युवक की हत्या कर कचरे के ढरे में फेंका शव

युवक की हत्या कर कचरे के ढरे में फेंका शव
जयपुर। गुरूवार सुबह गलता इलाके में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक युवक की लाश मिली। दरअसल युवक को इतनी बेदर्दी से मारा गया था कि देखने वाले भी दहल गए। युवक की पहचान न हो पाए इसके लिए हत्यारों ने उसका चेहरा बिगाड़ने के साथ गुप्तांग और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें की थी। पुलिस ने लाश बरामद कर ली है। उसका कहना है कि मौका ए वारदात का निरीक्षण करने के बाद ऎसा आभास होता है कि युवक की हत्या कहीं और की गई है और लाश को यहां लाकर फेंक दिया गया है ताकि शिनाख्त में भी दिक्कत पेश आए।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गुरूवार सुबह दस बजे सुबह थाने को यह सूचना मिली कि इलाके में एक लाश पड़ी है। मौके पर पहंुची पुलिस ने देखा कि हत्यारों ने उसकी लाश कचरे के ढेर में फेंक दी थी। गलता गेट थानाधिकारी दिनेश कुमार के अनुसार लाश कचरा डिपो दिल्ली रोड के पास से बरामद की गई है। मरने वाले के सिर और गुप्तांग पर चोट के गहरे निशान हैं। पुलिस का मानना है कि युवक की हत्या कहीं और की गई है और उसके बाद लाश को गलता गेट इलाके में फेंका गया है। युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई है।

गुजरात में सड़क हादसा, 21 की मौत

गुजरात में सड़क हादसा, 21 की मौत

गोधरा। गुजरात में पंचमहल जिले के वागनपुर गांव में गुरूवार देर रात एक ट्रैक्टर-ट्राली और एक ट्रक के बीच सीधी टक्कर से ट्रैक्टर-ट्राली में सवार 21 आदिवासी श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 45 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने शुक्रवार को यहां बताया कि यह घटना गोधरा से 15 किलोमीटर दूर वागनपुर गांव में गोधरा-अहमदाबाद राजमार्ग पर हुई।

मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। ट्रैक्टर-ट्राली पर 65 से ज्यादा लोग श्रद्धालु सवार थे जो फागवेल इलाके में एक मंदिर में दर्शन करने के बाद अपने गांव खांटू लौट रहे थे। इस घटना में 19 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया।

सभी पीडित एक ही आदिवासी समुदाय के थे। पुलिस ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। इस बीच मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रूपए अनुग्रह राशि और घायलों को सरकारी अस्पताल में मुफ्त उपचार या निजी अस्पताल में इलाज के लिए 50 हजार रूपए तक सहायता देने की घोषणा की है।

गुरुवार, 27 अक्तूबर 2011

थार की लोक संस्कृति का बखान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर


थार की लोक संस्कृति का बखान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 






बाड़मेर। राजस्थान के मरुधरा के गौरव बाड़मेर जिले की समृद्ध कला, लोकगीत, संगीत और लोक संस्कृति का बखान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है। यहां के लोक कलाकार झोपड़ों से निकल कर अलबर्ट हॉल तक जा पहुंचे हैं। जिले की लोकगीत गायन की अपनी विशिष्ट शैली ने मांगणियार लोक कलाकारों को एक नई पहचान दी है। सामाजिक, पारिवारिक और लौकिक जीवन का यहां कोई एक पहलू नहीं हैं, जो लोक गीतों की स्वर लहरियों से अछूता रह हो गया। जीवन का आनंद, उत्साह और मानवीय सम्बन्धों का अपना प्रवाह इन लोकगीतों में मुखर हुआ है। प्रकृति और मनुष्य के संबंधों में हास्य और रूदन की भावपूर्ण अभिव्यक्ति से लोक जीवन के सभी रंगों और रसों को लोकगीतों में पाया जाता है। नारी पुरूष के कोमल कंठों से निकले मरूधरा के लोकगीत श्रोताओं को अभिभूत कर देते हैं। व्यंग्य और जीवन के आदेश भी लोकगीतों में मिल जाते हैं।

प्रकृति के विभिन्न उपादानों को इन गीतों में बड़ी करूण अभिव्यक्ति मिली है। चमेली, मोगरा, हंजारा, रोहिडा के फूल भी और कुरजा, कोआ, हंस, मोर (मोरिया), (तोता) सुवटिया, सोन चिड़िया, चकवा-चकवी जैसी प्रेमी-प्रेमिका प्रियतमाओं, विरही-विरहणियों आदि के सुख-दुख की स्थितियों में संदेश वाहक बने हैं। विश्व भर में अपनी जादुई आवाज़, खड़ताल वादन के माध्यम से अपनी धाक जमाने वाले कलाकारों ने थार नगरी का नाम दुनिया में ऊंचा किया है। बाड़मेर जिले के कण-कण में लोकगीत रचे बसे हैं।

माटी की सोंधी महक इन लोकगीतों के स्वर को नई ऊंचाईयां प्रदान करती है। फागोत्सव के दौरान फाग गाने की अनूठी परम्परा, बालकों के जन्म के अवसर पर हालरिया, विरह गीत, मोरूबाई, दमा दम मस्त कलन्दर, निम्बुड़ा-निम्बुड़ा,खडी नीम के नीचे .मोरिया आछो बोल्यो ,जब देखू बन्ने ऋ लाल पिली अंखिया ,पधारो म्हारे देश , बींटी महारी, सुवटिया,धरती धोरो री ,उड़े बाई री माखी आन्गानिये जाये बेठी ,इंजन री सीटी में मारो मन डोले, बन्ना गीत, अम्मादे गाड़ी रो भाड़ो, कोका को बन्नी फुलका पो सहित सैंकडों लोकगीत राजस्थान की समृद्धशाली परम्पराओं का निर्वाह कर रहे हैं। 

भंवरी मामले की गुत्थी सुलझने के आसार

भंवरी मामले की गुत्थी सुलझने के आसार

जयपुर। एएनएम भंवरी देवी के अपहरण की गुत्थी सुलझने के आसार हैं। एक निजी चैनल की खबर के मुताबिक मामले की जांच कर रही सीबीआई को अहम जानकारियां मिली है। चैनल के मुताबिक सीबीआई को इस बात की जानकारी मिली है कि भंवरी देवी कथित अश्लील सीडी के जरिए एक राजनेता को ब्लैकमेल कर रही थी।

इसी के चलते एक नेता ने भंवरी देवी को मैनेज करने के लिए सहीराम को पचास लाख रूपए दिए थे। नेता की पत्नी ने भी सहीराम को पचास लाख रूपए दिए थे। हालांकि पूरी राशि भंवरी देवी तक नहीं पहुंची। राशि दिए जाने के बाद से ही भंवरी देवी और सहीराम गायब हैं। सहीराम की गिरफ्तारी से भंवरी देवी मामले की गुत्थी सुलझ सकती है।

गोवर्द्धन पूजा और अन्नकूट की धूम

गोवर्द्धन पूजा और अन्नकूट की धूम

जयपुर। दीपावली के दूसरे दिन मनाया जाने वाला गोवर्द्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव गुरूवार को पूरे राजस्थान में परम्परागत श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राज्य में विशेषरूप सेकृष्ण के मंदिरों एवं भगवान श्रीकृष्ण के उपासकों ने गाय के गोबर से गोवर्द्धन बना कर पूजा अर्चना की। मंदिरों में अन्नकूट का आयोजन किया गया।

प्रदेश के राजसमंद जिले के नाथद्वारा में स्थित वल्लभ संप्रदाय की प्रधानपीठ श्रीनाथ जी के मंदिर में अन्नकूट एवं गोवर्द्धनपूजा की खासी धूम रही। यहां गुजरात एवं मुंबई से भगवान श्रीनाथजी के दर्शनार्थ आए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। कोटा, भरतपुर, जोधपुर बीकानेर, अजमेर, उदयपुर और जयपुर में कृष्ण तथा पुष्टिमार्गिय उपासकों ने इस पर्व को श्रद्धा के साथ मनाया। पुराणों के अनुसार द्वापर युग में श्रीकृष्ण के कहने पर ब्रजवासियों ने गोवर्द्धन पूजा शुरू करने की स्मृति में अन्नकूट का भव्य महोत्सव शुरू किया था।

इन इमारतों में होती है प्रेम की इबादत

भारत-पाकिस्तान सीमा से कुछ ही दूर स्थित गांव कोठा। सुबह के छह बजे होंगे। सूर्याेदय की लालिमा में एक मस्जिद नजर आ रही है। जरा नजदीक गए तो ‘वाहेगुरु-वाहेगुरु’ का जाप सुनाई दिया। एक मस्जिद से अजान की बजाय गुरबाणी सुनकर कदम और आगे बढ़े। मस्जिद की इमारत में श्रीगुरु ग्रंथ साहिब का दरबार सजा था। कोठा गांव का यह धार्मिक स्थल बरसों से सांप्रदायिक सौहाद्र्र का प्रतीक बना है।


खास बात यह है कि मुस्लिमों ने इस मस्जिद का निर्माण करवाया और एक सिख कारीगर ने इसकी दीवारों पर नक्काशी की। यही नहीं, एक हिंदू कम्युनिटी ने मिलकर इस इमारत में गुरुद्वारा स्थापित किया। भारत-पाक विभाजन के समय की इस अद्भुत मिसाल को देखकर हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी का सिर श्रद्धा से झुक जाता है।

किसी को एतराज नहीं

गांव के पूर्व सरपंच सुरेशकुमार बताते हैं कि सरहदी इलाका होने के कारण सुरक्षा बल कई बार सवाल करते हैं कि इस स्थान से किसी को एतराज तो नहीं? हम जानते हैं कि ऊपर वाले के इस घर से किसी को एतराज नहीं। मुसलमान चाहते थे कि मस्जिद के लिए बनी इमारत का सम्मान हो तो उनकी बात पूरी हुई। यहां की छत का लेंटर खोलते वक्त इस भवन को तैयार करने वाले कारीगर सुच्चासिंह को मुक्तसर (पंजाब) से बुलाया गया। इमरजेंसी के दौरान भी कई बार सरकारी नुमाइंदों ने अनहोनी की आशंका में यहां चक्कर लगाए। यहां सब कुशल-मंगल है। मुस्लिम खुश हैं कि खुदा को याद करने के लिए बनाई जगह पर रब का वास हो गया है।

लगता है माघी मेला

यहां हर साल माघ के महीने में मेला लगता है। श्रीअखंड साहब के पाठ होते हैं। पूरे भवन को सजाया जाता है और गांव वालों के सहयोग से अटूट लंगर लगता है। माघ मेले की रौनक देखने लायक होती है। दूर-दूर से लोग मेला देखने आते हैं। गांव की श्रीअरोड़वंश ट्रस्ट के अध्यक्ष शगनलाल मक्कड़ पुराने दिनों को याद करते हैं। गुरुद्वारे का नाम अरोड़वंश गुरुद्वारा रखा गया। कुछ समय पहले यहां दीवारों में दरारें आईं तो पूरे गांव ने मिलकर इस पवित्र इमारत को संवारा। सुबह-शाम इस गुरुद्वारे में ‘नितनेम’ होता है। हैड ग्रंथी इकबालसिंह के अनुसार, संगतों का विश्वास है कि यहां माथा टेकने से मन्नतें पूरी होती हैं।


सरहदें बंटी, प्यार नहीं

आजादी से पहले कोठा गांव में मुस्लिम आबादी ज्यादा थी। यहां खूबसूरत मस्जिद का निर्माण अंतिम चरण में था। छत का लेंटर पड़ चुका था। इस बीच, भारत-पाक विभाजन हुआ और मुसलमान पाकिस्तान चले गए। सरहद की ये लकीर दिलों को नहीं बांट पाई। मुसलमान जाते हुए अपने हिंदू भाइयों से कह गए कि जैसे भी हो, मस्जिद की इस पवित्र जगह का सम्मान हो। हिंदू कम्यूनिटी अरोड़वंश ट्रस्ट ने छत का लेंटर खुलवाया और एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। मुस्लिमों की ओर से बनाई इस खूबसूरत इमारत में हिंदुओं ने मंदिर न बनाकर श्री गुरुग्रंथ साहिब की स्थापना की।



गीदड़ांवाली का मस्जिद वाला गुरुद्वारा

गीदड़ांवाली की यह जगह मस्जिद वाला गुरुद्वारा नाम से जानी जाती है। यहां एक बूढ़ा पीपल है, जो विभाजन का साक्षी है और चश्मदीद गवाह है हिंदू-मुस्लिम प्रेम का। इस गुरुद्वारे के ग्रंथी कुलदीपसिंह के अनुसार, 1953 में उनके पिता बलवंतसिंह ने यहां पाठी की गद्दी संभाली थी। बकौल कुलदीपसिंह, पिताजी बताते थे कि 1947 के बाद ही यहां श्री गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश हुआ था। करीब दस साल पहले तक इस जगह पर सजदा करने मुस्लिम भी आते थे।

मुस्लिम भी आते हैं धरोहर देखने

दीवानखेड़ा की यह मस्जिद भी गुरु का घर है। गांव की श्रीगुरुद्वारा वेलफेयर सोसायटी इसकी देखभाल कर रही है। भाई रामलुभाया ने बताया कि विभाजन के बाद हिंदू मालाराम ने यहां श्री गुरुग्रंथ साहिब विराजमान करवाया था। 1947 में खंडहर हो चुकी इस मस्जिद का पुनरुद्धार गांव के लोगों ने करवाया। अभी कुछ समय पहले ही यहां रंग-रोगन करवाकर इसे नया रूप भले ही दे दिया हो लेकिन इसके मूल स्वरूप से छेड़छाड़ नहीं की गई। आज भी कई मुस्लिम परिवार अपनी इस धरोहर को देखने आते हैं।