गुरुवार, 31 मई 2012

आडवाणी ने बीजेपी को लिया निशाने पर

नई दिल्ली.बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी ही पार्टी की आलोचना की है। आडवाणी ने कहा है कि पार्टी में उत्साह नहीं है और पार्टी को अपने भीतर झांकना होगा। आडवाणी ने पार्टी को यह सलाह अपने ब्लॉग पर ताज़ा पोस्ट में दी है। ब्लॉग में आडवाणी ने कहा है, पार्टी में आजकल जीत का मूड नहीं है। उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजे, मायावती द्वारा हटाए गए मंत्री को पार्टी में लिए जाने, झारखंड और कर्नाटक के मामले में पार्टी के रवैये के चलते पार्टी के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को धक्का लगा है।
 

इन मुद्दों पर आडवाणी और पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है। माना जा रहा है कि आडवाणी से नाराज हैं। आडवाणी नितिन गडकरी को अध्यक्ष के तौर पर दोबारा कार्यकाल दिए जाने के पक्ष में नहीं है। नरेंद्र मोदी द्वारा दबाव बनाकर मुंबई में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान संजय जोशी का इस्तीफा दिलवाए जाने पर भी आडवाणी गडकरी से नाराज बताए जा रहे हैं। कांग्रेस ने आडवाणी के ब्लॉग पर चुटकी ली है। पार्टी की नेता और केंद्र में मंत्री अंबिका सोनी ने इस मुद्दे पर कहा, 'हम लोग तो पहले से ही कह रहे हैं कि बीजेपी को पहले अपना घर दुरुस्त करना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि बीजेपी आडवाणी की बात सुनेगी।'

रिश्वत लेते पुलिस उप निरीक्षक अरेस्ट

रिश्वत लेते पुलिस उप निरीक्षक अरेस्ट

बीकानेर। राजस्थान पुलिस के भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो ने गंगानगर में एक पुलिस उपनिरीक्षक को पांच हजार रूपए की रिश्वत लेते गुरूवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

ब्यूरो सूत्रों ने बताया कि एक होटल संचालक के पुत्र मनीष ने 29 मई को ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी कि गत 21 मई को सदर थाने की रीको पुलिस चौकी क्षेत्र में उसका रेहडी वाले अमित से झगड़ा हो गया था जिस पर अमित ने उसके और दो तीन अन्य लोगों के खिलाफ मारपीट और रूपए छीनने के तहत धारा 382 का मामला दर्ज करा दिया था।

इस धारा को बदलवाने की एवज में रीको चौकी का प्रभारी सुगन सिंह कडवासरा उससे दस हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा था। सूत्रों के मुताबिक ब्यूरो की गंगानगर चौकी के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भवानी शंकर मीणा ने उसी दिन शिकायत का सत्यापन कराया तो उसमें सुगन सिंह के साथ सिपाही भजनलाल द्वारा पांच हजार रूपए की रिश्वत लेने संबंधी बातचीत की पुष्टि हो गई। तब ब्यूरो ने गुरूवार को जाल बिछाते हुए रीको औद्योगिक क्षेत्र में स्थित चौकी में मनीष को पांच हजार रूपए देकर भेजा जहां मनीष ने सुगन सिंह को उक्त रूपए दे दिए।

उसी समय ब्यूरो के दल ने दबिश देकर उक्त रूपए सुगन सिंह की टेबल से बरामद कर लिए। ब्यूरो सूत्रों ने बताया कि सुगन सिंह के चूरू जिले के सरदारशहर थाना क्षेत्र के बलरासर गांव में स्थित पैतृक मकान की भी तलाशी ली जा रही है। हालांकि कार्रवाई के दौरान सिपाही भजनलाल मौजूद नहीं था लेकिन टेप में दर्ज बातचीत के आधार पर उसे भी मुल्जिम बनाया गया है।

 जयपुर सहित प्रदेश में बंद का व्यापक असर

  जयपुर  सहित प्रदेश में बंद का व्यापक असर
PHOTOS-VIDEO : भारत बंद के नाम पर हुड़दंग, जनता हुई तंग 
जयपुर। पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के भारत बंद के आह्वान पर राजस्थान में बंद का मिला जुला असर रहा। राजधानी जयपुर में भाजपा कार्यकर्ता टोलियां बनाकर सुबह से ही सड़कों पर निकल पडे तथा दुकानें नहीं खुलने दी।

चारदीवारी में बंद का ज्यादा असर रहा। हालांकि मिनी बसें, लो फ्लोर बसें, रिक्शा आदि चलते रहे। बाहरी क्षेत्रों में दोपहर तक बंद का असर नहीं था, लेकिन बाद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जबरन दुकानें बंद कराई। जगह-जगह तैनात पुलिस के जवान मूक दर्शक बने रहे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऊंट गाड़ी एवं साईकिलों पर बैठकर पेट्रोल में वृद्धि के असर को प्रदर्शित करने का प्रयास किया। गर्मी की छुटि्यां होने के कारण शैक्षणिक संस्थान पहले से ही बंद है।

जयपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने एमआई रोड पर पांच बत्ती से साईकिल यात्रा का नेतृत्व किया। सीकर में भी पूर्व सांसद सुभाष महरिया साईकिल पर शहर में घूमते हुए पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी पर आक्रोश जताया। छोटी चौपड़ पर भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकारी बसों के संचालन का विरोध किया। बंद को जयपुर व्यापार महासंघ के अलावा फोर्टी और दूसरे व्यापारिक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है। ट्रांसपोर्टर्स, इंडस्ट्री, श्ौक्षणिक संस्थान, बस-ऑटो ऑपरेटर्स, पेट्रोल पंप एसोसिएशन, सिनेमाघर संचालकों की ओर से बंद को समर्थन दिया जा रहा है।

अनाज मंडिया भी बंद से प्रभावित
बंद का असर प्रदेश की मंडियों पर भी नजर आया। जयपुर की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी मुहाना में आज फल-सब्जियों की आवक तो हुई लेकिन खरीदार नदारद रहे। सूरजपोल, चांदपोल अनाज मंडी में कारोबार पूरी तरह से बंद रहा।

अजमेर में नहीं रखा बंद

भारतीय जनता पार्टी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के उर्स के अवसर पर आए जायरीन की रवानगी की सुविधा के लिए अजमेर को बंद से अलग रखा। इसके अलावा कोटा में भाजपा नेता ओम बिरला के नेतृत्व में कार्यकर्ता बंद में जुटे रहे। इसी दौरान एक आरएएस अधिकारी को महिला कार्यकर्ता के थपप्पड़ जड़ने से माहौल गर्मा गया। बाद में पुलिस ने महिला कार्यकर्ता को हिरासत में ले लिया। इससे आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर में भी बंद का असर रहा।

दारिया एनकाउंटर: पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ दोषमुक्त, जेल से रिहा

 

जयपुर। बहुचर्चित दारिया मुठभेड़ प्रकरण में पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक राजेन्द्र राठौड़ को बड़ी राहत मिली है। जयपुर के जिला एवं सत्र न्यायालय ने गुरुवार को राजेंद्र राठौड़ को आरोप साबित नहीं होने पर दोष मुक्त कर दिया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीसी जैन ने चार्ज बहस के बाद अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने सीबीआई की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया। राठौड़ को आरोप मुक्त किए जाने से भाजपा को भी बड़ी राहत मिली है। राठौड़ और भाजपा ने अदालत के फैसले पर खुशी जताई है। गौरतलब है कि राठौड़ खुद अदालत में कह चुके हैं कि उन्हें फंसाया गया है। उन्होंने एक प्रार्थना पत्र देकर कहा था कि सीबीआई के पास उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है।

सीबीआई ने 5 अप्रैल को राठौड़ को गिरफ्तार किया था। ब्यूरो ने राठौड़ को आपराधिक षडयंत्र रचने के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया था। जिस पर अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एसके सिंघल ने संज्ञान लेते हुए मामले को सत्र न्यायालय के सुपुर्द कर दिया था। फैसला आने के बाद जयपुर सेंट्रल जेल के बाहर राठौड़ समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गई। दोपहर एक बजे राजेंद्र राठौड़ जेल से बाहर आए और अपने समर्थकों के साथ मोती डूंगरी गणेशजी मंदिर के लिए रवाना हुए।

दो अन्य आरोपियों को मिली जमानत
इससे पहले हाइकोर्ट ने मामले के दो आरोपियों को जमानत दे दी। जस्टिस आरएस राठौड़ ने थानेदार सुरेंद्र सिंह और सरदार सिंह को जमानत पर छोड़ने के आदेश दिए। दोनों आरोपी करीब सवा साल से न्यायिक हिरासत में चल रहे थे।

देखिए तस्वीरे  रेगिस्तान की रेत में सफारी

























रेगिस्तान की रेत में सफारी


मौसम गर्म हो रहा है। गर्म हो रही है थार के रेगिस्तान की रेत भी। लेकिन थार के पर्यटन वातावरण में गरमी हाल ही में एक और घटना से आई- और वह थी पहली डेजर्ट सफारी का उद्घाटन। यह हुआ जैसलमेर से 30 किलोमीटर दूर सम में। राजस्थान सरकार और राजस्थान पर्यटन की मदद से दुबई के लामा ग्रुप ने इस डेजर्ट सफारी की शुरुआत की है।

जैसलमेर रेगिस्तान तो है लेकिन शहर के आसपास आपको रेत के टीले उस तरह से नहीं मिलेंगे, जैसे आप फोटो या फिल्मों में देखते हैं। रेत का वह समुद्र देखने के लिए आपको जैसलमेर से 42 किलोमीटर दूर सम जाना पडेगा। सम सैंड ड्यून्स के लिए मशहूर हैं। यहां का अनुभव वाकई बिरला होता है। वैसा ही जैसे कोई दार्जीलिंग जाकर अलस्सुबह सूर्योदय देखने के लिए टाइगर हिल की ओर दौड पडता है या कन्याकुमारी में समुद्र में डूबते सूरज देखने को देखने के लिए जनसमुद्र उमड पडता है। सम सैलानी रेत में पिघलते सूरज को देखने के लिए जाते हैं। रेत का यही आकर्षण है कि अब कई होटल व रिजॉर्ट सम के आसपास बन गए हैं। लामा टूर्स एंड क्रूज प्राइवेट लिमिटेड की डेजर्ट सफारी ऐसे ही सम पर होती है। जैसलमेर से रवाना होकर सफारी सम के रेत टीलों के ठीक मुहाने पर पहुंचकर विराम लेती है- जीपों के टायरों की हवा कम करने के लिए।

सफारी का असली अनुभव यहीं से शुरू होता है जब सम के सुनहरे टीलों पर आपकी जीप चढाइयां चढती और उतरती है। इसी सफर के बाद आप टीलों के बीचों-बीच स्थित लामा हैरिटेज विलेज में पहुंचते हैं। यहां बीचों-बीच का आशय रेगिस्तान के बीचों-बीच से कतई नहीं है क्योंकि सम से तो दरअसल थार के रेगिस्तान का अनंत विस्तार शुरू होता है। हां, लामा हैरिटेज विलेज उसका अहसास जरूर देता है क्योंकि वहां जहां भी आप नजर दौडाएं, रेत ही रेत नजर आती है। यह अनुभव वाकई अद्भुत होता है। उस पर अगर शाम को चांदनी छाई हो तो उसका सुरूर ही अलग होता है। वैसे लामा हैरिटेज विलेज में पहुंचने के बाद ऊंट की सवारी कर सकते हैं (रेगिस्तान में आकर उसका अनुभव न किया तो कोई फायदा नहीं), हुक्का आजमा सकते हैं या केवल राजस्थानी पोशाकें पहनकर फोटो खिंचा सकते हैं। अंधेरा गहराने लगे तो रावणहत्था की मदमस्त तानों और कालबेलिया नाच के बीच खालिस राजस्थानी खाने के स्वाद.. वाह, क्या बात है।

एमबीबीएस छात्रा की आपत्तिजनक फोटो पोर्न साइट पर डाली



गुड़गांव.महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही छात्रा की संदिग्ध जानकारी किसी ने पोर्न साइट पर डाली है। छात्रा राजेंद्रा पार्क इलाके की रहने वाली है। छात्रा के पिता के बयान पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।
 


राजेंद्रा पार्क इलाके की रहने वाली छात्रा एमडी यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही है। छात्रा ने अपने पिता के साथ राजेंद्रा पार्क थाने पहुंचकर एक लिखित शिकायत दी है। थाना प्रभारी बिजेंद्र हुड्डा के अनुसार छात्रा का सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक पर अकाउंट है। किसी प्रकार से छात्रा का संदिग्ध फोटो बनाकर पोर्न साइट पर डाला गया है।



जिसके बाद छात्रा ने अपने पिता के साथ थाने आकर मामले की लिखित शिकायत दी है। छात्रा के पिता के बयान पर अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67, 67 ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आला-अधिकारियों के निर्देशानुसार मामले की जांच साइबर सैल के इंचार्ज सुरेश कुमार को सौंपी गई है।



आईओ सुरेश कुमार के अनुसार युवती की फोटो से छेड़खानी करते हुए उसे संदिग्ध अवस्था में बनाया गया है। संदिग्ध अवस्था में बनाई गई फोटो को किसी ने पोर्न साइट पर डाल दिया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। अभी तक किसी की भी इस मामले में गिरफ्तारी नहीं हुई है।

विधवा को दोस्‍त बनाया और वैष्‍णो दर्शन के नाम पर रेप कर बनाया एमएमएस

नई दिल्ली. कोटला मुबारकपुर थाना पुलिस ने एक युवक को विधवा को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने व उसका एमएमएस बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम रोहन है, जो मूलरूप से यूपी का रहने वाला है। पीडि़त महिला लाजपत नगर स्थित एक शोरूम में बतौर काम करती थी। वहां पर रोहन अक्सर खरीददारी के लिए आता था। दोनों के बीच दोस्ती हुई और एक दूसरे के मोबाइल नंबर ले लिए। 


रोहन महिला को बहाने से वैष्णो देवी ले गया, जहां उसने एक होटल में न सिर्फ महिला को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया, बल्कि उसकी वीडियो क्लिपिंग भी बनाई। इस दौरान युवक ने महिला को कुछ नशीला पदार्थ भी पिलाया था। दिल्ली आने के बाद युवक ने वीडियो क्लिपिंग महिला को दिखाई और फिर उसे ब्लैकमेल कर न सिर्फ उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, बल्कि उससे एक लाख 70 हजार रुपए भी ऐंठ लिए।



युवक की धमकियों से तंग आकर महिला ने मामले की शिकायत कोटला मुबारकपुर थाने में की। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर रोहन को गिरफ्तार कर लिया है।

ड्राइवर को सौंपी 12 हजार करोड़ की विरासत, तिवारी ने की बगावत


मथुरा. बाबा जयगुरुदेव धर्म प्रचार संस्था ने बाबा के ड्राइवर पंकज यादव को उनकी 12 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति की विरासत संभालने की जिम्‍मेदारी सौंपी है। जय गुरुदेव के फैसले का हवाला देते हुए उन्‍हें ट्रस्ट का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है, लेकिन इस फैसले से नामदान देने वाले उत्तराधिकारी उमेश तिवारी का गुट बगावती तेवर दिखा रहा है। स्वयं उमेश तिवारी भूमिगत हो गए हैं।
 


पंकज यादव ने बाबा को मुखाग्नि दी थी। बुधवार को बाबा की तेरहवीं थी। बाबा के भक्त फूल सिंह ने सार्वजनिक रूप से एक पत्र पढ़कर सुनाया, जो बाबा द्वारा लिखा बताया गया। पत्र के अनुसार 20 जुलाई 2010 को बाबा ने इटावा की सिविल अदालत में लिखित में दिया था कि उनके बाद पंकज को उत्तराधिकारी बनाया जाए। फूल सिंह ने ट्रस्ट प्रबंधक संतराम चौधरी, रामकृष्ण यादव दददू, चरन सिंह एडवोकेट सहित तमाम पदाधिकारियों की मौजूदगी में यह पत्र पढ़ा। इसके कुछ ही देर बाद माहौल बदलने लगा।



पंकज यादव के नाम की घोषणा होने से पहले मंदिर के ही एक ट्रस्टी के.बी. चौधरी ने मीडिया को बताया कि वर्ष 2007 में बाबा जयगुरुदेव ने उन्नाव के सत्संग में उमाकांत तिवारी को नामदान, यानी गुरुमंत्र देने के लिए अधिकृत किया था। ऐसे में पंकज का नाम बतौर उत्‍तराधिकारी घोषित होने के बाद तिवारी समर्थक लामबंद होने लगे। खुद तिवारी ने मंच से घोषणा कर दी कि वह खुद को अभी नामदान देने लायक नहीं मानते। उनका कहना था कि वह अभी ध्यान लगाएंगे और खुद को इस लायक बनायेंगे। इसके बाद से उनका कोई पता नहीं है।



पंकज को जिस तरह और जिन परिस्थितियों में उत्‍तराधिकारी घोषित किया गया, वह भी विवादित लग रहा है। चरन सिंह के मुताकि फूल सिंह जिस पत्र में पंकज को बाबा द्वारा उत्तराधिकारी घोषित करने की बात कह रहे हैं, वह इस तरह घोषणा के लिए नहीं है। उनके मुताबिक कोर्ट में विचाराधीन एक मामले के सिलसिले में बाबा ने यह जिक्र किया था।
उनके नाम की घोषणा से पहले संस्था ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यही कहा था कि शीघ्र ही प्रबंधन समिति की बैठक बुलायी गयी है, उसी में अहम निर्णय होंगे। ऐसे में यह चर्चा भी हो रही है कि पंकज को एक खेमा मोहरे के रूप में इस्‍तेमाल कर रहा है, ताकि फिलहाल तिवारी गुट को उग्र होने से बचाया जा सके और विरासत पर उसका दबदबा बना रहे।



सूत्र यह भी बता रहे हैं कि पंकज को उत्‍तराधिकारी बनाए जाने को लेकर ट्रस्‍ट प्रबंध समिति के केवल तीन पदाधिकारी ही सहमत हैं। इनमें रामकृष्ण यादव दद्दू, चरण सिंह व संतराम चौधरी के नाम बताए जा रहे हैं। ऐसे में अभी बाबा की विरासत को लेकर खींचतान जारी रहने की आशंका है।

शाहरुख खान की केकेआर का खिलाड़ी और ‘इस्‍लामी आतंकवाद’ का कनेक्‍शन


 
नयी दिल्‍ली. सुपरस्‍टार शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के एक खिलाड़ी के परिवार की पाकिस्‍तान में आतंकवादी गतिविधियां चला रहे लोगों से संपर्क की बात सामने आयी है।


यह खिलाड़ी है तेज गेंदबाज उमर गुल। इस खिलाड़ी ने आईपीएल का पहला संस्‍करण शाहरुख खान की टीम की तरफ से खेला था और केकेआर के लिए छह मैच में 12 विकेट हासिल किये थे। साल 2008 के मुंबई हमले के बाद पाकिस्‍तान के क्रिकेटरों के भारत आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस वजह से उमर गुल आईपीएल के बाकी संस्‍करणों में नहीं खेल सके। केकेआर ने इस साल यह टूर्नामेंट जीत लिया है। उन्‍होंने फाइनल मैच में चेन्‍नई सुपर किंग्‍स को पांच विकेट से शिकस्‍त दी।


पाकिस्तानी सेना के कमांडो ने गुल के पेशावर स्थित मकान पर छापा मारकर उसके भाई मेराज और अन्‍य लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर वांटेड आतंकवादी अंकल हाजी देली को पनाह देने का आरोप है। देली खूंखार आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम का सक्रिय सदस्य है।
स्‍थानीय मीडिया में आई खबरों में बताया गया है कि हाजी देली खैबर के कबाइली इलाके में सेना के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया था। इसके बाद वह पेशावर में कई दिन मेराज के साथ रहा था।


गुल के परिवार ने इस मामले पर टिप्पणी से इनकार किया है। हालांकि उमर गुल के एक चचेरे भाई ने छापेमारी और तीन लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।

विदेशी कॉलगर्ल के साथ हाथ लगी 'वीआईपी' ग्राहकों की लिस्ट



नई दिल्ली.क्राइम ब्रांच ने विदेशी महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल रैकेट का भंडाफोड़ कर महिला दलाल समेत छह महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
 

ये सभी उज्बेकिस्तान की रहने वाली हैं, जिनकी उम्र 27 से 33 वर्ष के बीच है। यह गिरोह दक्षिणी दिल्ली के हाईप्रोफाइल इलाके में रह कर अपना धंधा चला रहा था। इन सभी के पास से लैपटॉप के साथ-साथ 'वीआईपी' ग्राहकों की एक लिस्ट भी बरामद की गई है।


गिरोह ग्राहकों की अय्याशी के लिए बेली डांस से लेकर अन्य पार्टी का आयोजन भी करता था। इस काम के लिए गिरोह की महिलाएं दिल्ली के अलावा शिमला, जयपुर, गोवा तक भी जाती थीं। गिरोह एक रात के लिए 25 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक वसूलता था।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार जैन ने बताया कि इंस्पेक्टर आरती शर्मा की टीम में शामिल हवलदार अमित तोमर को सूचना मिली कि छतरपुर एक्सटेंशन से कुछ उज्बेकिस्तान की महिलाएं कॉल गर्ल रैकेट चला रही हैं।

सूचना के आधार पर नकली ग्राहक के तौर पर पुलिस टीम के ही एक सदस्य को भेजा गया। इसके बाद 29 मई को छतरपुर फार्म हाउस के पास से छह उज्बेकिस्तानी महिलाओं को गिरफ्तार किया।


इस गिरोह की सरगना की पहचान गुलनाज (33) के रूप में की गई। उसने पुलिस को बताया कि वह पिछले तीन वर्षो से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में देह व्यापार का धंधा चला रही है।

उसने यह भी खुलासा किया कि उसने छतरपुर एक्सटेंशन में 14 हजार रुपए प्रति माह पर एक मकान किराए पर ले रखा है। वहां वह अपने साथ कुछ लड़कियों को रखती है तथा कुछ को वसंत विहार में किराए का फ्लैट दिलाया हुआ है।


वह अपने गिरोह की लड़कियों को क्लाइंट से मिलाने से लेकर उसके पास ले जाने-लाने का पूरा इंतजाम करती थी। गिरोह अपने उसूल के हिसाब से अपने पुराने क्लाइंट के रेफरेंस पर ही नए क्लाइंट को सेवा मुहैया कराता था।

एक रात के लिए एक लड़की की एवज में 20 से 25 हजार रुपए तक चार्ज किए जाते थे, इसके अलावा यदि बात बेली डांस या फिर वीकेंड पार्टी की होती तो उसके लिए एक रात के लिए एक लाख रुपए तक वसूला जाता था।

इस गिरोह से जुड़ी उज्बेकिस्तानी महिलाएं/युवतियां तीन से छह महीने के वीजा पर भारत आती थीं। इन लड़कियों को एक मुश्त रकम अदा की जाती थी, जो लाखों में होती थी। इनमें से एक महिला ऐसी है, जो यहां काफी जानी जाती है।

इस महिला की शादी एक भारतीय युवक से करा दी गई थी, जिससे उसे वीजा मिलने में आसानी रहे। दिल्ली पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े एक भारतीय दलाल की भी पहचान कर ली है, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने इन महिलाओं से जुड़ी जानकारी उज्बेकिस्तान के दूतावास को दे दी है।

सीकर व चुरु के युवकों ने लूटा था शराब का ठेका


सीकर व चुरु के युवकों ने लूटा था शराब का ठेका

पाली  रास गांव में बीते दिनों शराब के ठेके में लूट की वारदात सीकर व चुरु के युवकों ने की थी। आरोपियों ने गत 25 मई को तड़के 3 बजे शराब के ठेके के सेल्समैन को बंधक बनाकर जंगल में छोड़ दिया और बाद में करीब चार लाख की शराब व नकदी लेकर फरार हो गए थे। सीकर पुलिस की मदद से पाली से गई टीम ने बुधवार को इस मामले में सीकर में पांच युवकों को पकड़ा है, जिन्हें लेकर संभवत: देर रात तक दल लौट आएगा। पकड़े गए आरोपियों में से एक पुलिसकर्मी का पुत्र भी शामिल है, जिसका पूरा ब्योरा दल के लौटने के बाद ही मिलेगा।

सीकर के पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में दो नेछवा तथा एक सालासर इलाके का रहने वाला है तथा एक आरोपी फिलहाल सीकर में जयपुर रोड पर रह रहा है, जिसे भी पुलिस ने पकड़ लिया है। वारदात में आधा दर्जन से अधिक आरोपियों की भूमिका सामने आई है। पाली एसपी केबी वंदना के निर्देश पर रास थाने से गई टीम ने बुधवार को सीकर पुलिस की मदद से नेछवा हाल जयपुर रोड सीकर निवासी गौरीशंकर पुत्र रघुनाथसिंह, चहरिया (सालासर) निवासी भवानीसिंह को पकड़ लिया है, वहीं मेड़तिया की ढाणी निवासी बच्चिया उर्फ रामकुमार मौके से फरार हो गया। वारदात में इस्तेमाल वाहन भी आरोपी गौरीशंकर के पास होने की बात सामने आई, लेकिन पुलिस को वाहन नहीं मिला है। सीकर में दबिश के दौरान सदर थाना पुलिस भी साथ रही।

यह है पूरा मामला

जिले के रास गांव के निकट बाबरा-ब्यावर मार्ग पर देसी-अंग्रेजी शराब के ठेके पर रोहिसा (जोधपुर) गांव का भंवरसिंह राजपूत बतौर सेल्समैन काम करता है। 25 मई को तड़के 3 बजे जीप में आधा दर्जन से अधिक युवक पहुंचे और मारपीट कर उसे बंधक बना दिया। सेल्समैन को जीप में डालकर आरोपी दो-ढाई किलोमीटर दूर धुलेट गांव के जंगल में ले गए। वहां भी आरोपियों ने उससे मारपीट की व उसका मोबाइल व पर्स छिन लिया, जबकि उसकी जेब से शराब के ठेके की चाबियां निकाल लीं। बाद में आरोपियों ने दुकान से देसी मदिरा के 250 तथा अंग्रेजी शराब के 100 कार्टन निकाल कर ले गए। आरोपी दुकान के गले में रखे करीब 13 हजार रुपए भी ले गए थे।

बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट में कई घायल

बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट में कई घायल

बाड़मेर  तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में बाड़मेर जिले में ज्यादा पद होने से कई जिलों के अभ्यर्थियों ने बाड़मेर को परीक्षा के लिए चयन किया है। दो जून को होने वाली परीक्षा को लेकर बुधवार से ही अन्य जिलों के अभ्यर्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को शहर में कुछ धर्मशालाओं व सार्वजनिक स्थानों पर बाहरी जिलों के अभ्यर्थियों के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। जिससे इन अभ्यर्थियों में भय का माहौल व्याप्त हो गया और वापस अपने जिलों की ओर जाने का निर्णय ले रहे हैं।

अज्ञात युवकों ने की मारपीट: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्थानीय सेवा सदन धर्मशाला के आगे मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए करीब एक दर्जन युवकों ने बाहर से आए परीक्षार्थियों पर लाठियों व सरियों से हमला बोल दिया। हड़बड़ाहट में कुछ रेलवे की ओर भागे तो कुछ कहीं ओर, इन सबको दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। वहीं कुछ अन्य स्थानों पर भी बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट करने के मामले सामने आए हैं। घटना के बाद सभी अभ्यर्थी वापिस अपने जिलों की ओर जाने लगे।

श्रीगंगानगर के थे अभ्यर्थी: शाम को कालका एक्सप्रेस से श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों के कई अभ्यर्थी बाड़मेर पहुंचे, इसके बाद इन्होंने ठहरने के लिए शहर में होटल व धर्मशालाओं की ओर रूख किया। जानकारी के मुताबिक कृष्णलाल पुत्र हनुमान विश्नोई निवासी 65 एनपी (रायसिंहनगर) व नरेश कुमार पुत्र हरिसिंह निवासी हनुमानगढ़ को ज्यादा चोटें आई है। वहीं पूरणराम पुत्र किशनलाल निवासी सूरतगढ़, रविंद्र व जितेंद्र पुत्र ओमप्रकाश निवासी रायसिंहनगर, योगराज पुत्र मदनगोपाल निवासी 10 एनपी (रायसिंहनगर) को भी चोटें आई।

वर्ष 1998 में भी हुई थी मारपीट: उल्लेखनीय है कि वर्ष 1998 में हुई जिला परिषद के माध्यम से होने वाली परीक्षा में भी बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों के साथ मारपीट के मामले घटित हुए थे। तब बड़ी तादाद में बाहरी अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित रह गए थे। इस बार भी बड़ी संख्या में बाहरी जिलों के बेरोजगारों ने शिक्षक बनने के लिए बाड़मेर का चयन किया है। द्वितीय स्तर के लिए राज्य में सर्वाधिक 58,028 आवेदन बाड़मेर में आए, इनमें से बाड़मेर के अभ्यर्थी मात्र पांच हजार ही है।


घटना के बाद पुलिस ने की धर्मशालाओं की जांच

मारपीट की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को राजकीय अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद शहर कोतवाल लूण सिंह भाटी ने मय पुलिस जाब्ता शहर के होटल, ढाबों व धर्मशालाओं की जांच कर किसी भी मामले की जानकारी तुरंत पुलिस को देने के निर्देश संचालकों को दिए। वहीं एहतियातन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।

हमारे साथ गलत हुआ, हम यहां नहीं रहेंगे

'बाड़मेर अच्छा एरिया है, यह समझकर हिंदी विषय में आवेदन किया। लेकिन जब यहां आए तो हमारे साथ गलत हुआ। मुझे व मेरे भाई को दौड़ाकर पीटा।'

-रविंद्र

'ज्यादा पद होने के कारण मैंने सामाजिक ज्ञान विषय में आवेदन किया था। लेकिन यहां बाहरी अभ्यर्थियों की सुरक्षा को लेकर इंतजाम नहीं किए गए हैं।'

-योगराज

'सभी को किसी भी जिले से परीक्षा देने का अधिकार है। मैंने बाड़मेर को चुना, लेकिन रेल से उतरते ही मेरे साथ मारपीट हो गई। अब वापस जा रहे हैं।'

-पूरणराम

परीक्षार्थियों के इतना जल्दी आने का अंदेशा नहीं था परीक्षाओ के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था पूर्ण चाक चौबंद की जायेगी 
राहुल बारहट पुलिस  अधीक्षक बाड़मेर 
'सेवा सदन के पास कुछ बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया था। घटना के बाद सभी होटल व ढाबा संचालकों को पाबंद कर दिया है। वहीं शरारती तत्वों को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है।'

-लूण सिंह भाटी, शहर कोतवाल, बाड़मेर

सीमा पर रेत में दबे कारतूस मिले

सीमा पर रेत में दबे कारतूस मिले

जैसलमेर सीमावर्ती क्षेत्र घंटियाली से दो किलोमीटर आगे रेत में दबे कारतूस बुधवार को बीएसएफ को मिले। जानकारी के अनुसार एक चरवाहे ने रेत में दबा एक बॉक्स देखा, इस पर उसने बीएसएफ को सूचना दी। बीएसएफ के जवानों ने मौके पर पहुंच बॉक्स को रेत से बाहर निकाला तो बॉक्स में एमएम जी गन के 289 कारतूस, यूएमजी मशीन गन के 26 व 9 एमएम पिस्टल के 8 कारतूस के साथ टैंक के गोले का खोल भी मिला। सूत्रों के अनुसार इन कारतूसों पर 1963 से 1965 का मार्का लगा हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि 1965 व 71 के युद्ध के दौरान यह बॉक्स में रेत में दब गया होगा।

राजपूत छात्रावास में तोडफ़ोड़ पर गुस्साए समाज के लोग


राजपूत छात्रावास में तोडफ़ोड़ पर गुस्साए समाज के लोग

समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन


पोकरण  राजपूत छात्रावास में मंगलवार की शाम वर्ग विशेष के लोगों की ओर से तोडफ़ोड़ करने के विरोध में राजपूत समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर उपखंड अधिकारी तथा वृत्ताधिकारी को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। मंगलवार की शाम राजपूत छात्रावास में वर्ग के विशेष के कुछ लोगों ने उत्पात मचाया। इस संबंध में मालमसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि मंगलवार की शाम को सभी बच्चे छात्रावास के कमरों में बैठे थे तभी 25 से 30 व्यक्ति एक राय होकर छात्रावास में घुसे तथा बच्चों के साथ मारपीट करने लगे। वहीं खाना पका रही महिलाओं के साथ भी इन व्यक्तियों ने गाली गलोच की तथा रोकने पर मारपीट पर उतारु हो गए। उन्होंने बताया कि इन व्यक्तियों में से मात्र तीन व्यक्ति को ही पहचानता हूं। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि जब महिलाएं और वह पुलिस थाना आ रहे थे तो कुछ टैक्सी ड्राइवर ने रास्ता रोक महिलाओं को उनके पतियों को मारने की धमकियां दी। इस संबंध में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर धारा 323, 341, 452 आईपीसी के तहत जांच शुरू की।

अब गुजरात में भी नहीं हो सकेगा भ्रूण परीक्षण,डीएम ने भेजी चिट्ठी 


अब गुजरात में भी नहीं हो सकेगा भ्रूण परीक्षण,डीएम ने भेजी चिट्ठी 

कलेक्टर ने अहमदाबाद व बनासकांठा कलेक्टर को भेजा पत्र

बाड़मेर  बाड़मेर जिले से लगते गुजरात के कई तालुको में चल रहे अस्पताल  बाजारों में खुले आम कन्या भ्रूण लिंग जांच को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए गुजरात के कई ताल्लुको के जिला कलेक्टरों को पत्र लिख कर इन पर अंकुश लगा कर सहयोग की मांग की हें उलेखनीय हें की बाड़मेर जिले के पचास फीसदी से अधिक मरीजो का उपचार  डीसा धानेरा पालनपुर आदि स्थानों पर होता हें लिंगानुपात में लगातार गिरावट व सोनोग्राफी सेंटरों पर बरती जाने वाली अनियमितता सामने आने पर प्रशासन ने सख्त रूख अख्तियार किया है।जिले में भ्रूण परीक्षण को लेकर लागू किए गए कड़े नियमों से बचने के लिए लोग पड़ोसी राज्य के जिलों में लिंग परीक्षण करवाने जाते हैं। इसकी भनक पडऩे पर कलेक्टर ने बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजकर आगाह किया है कि भ्रूण परीक्षण का मामला सामने आने पर तुरंत सूचना दे ताकि कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

पड़ोसी राज्य गुजरात के धनेरा, डीसा, पालनपुर व अहमदाबाद में भ्रूण परीक्षण करवाने की शिकायतें सामने आने पर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए वहां के सोनोग्राफी सेंटर संचालकों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने हाल ही में बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को भेजे पत्र में बताया कि बाड़मेर जिले से भ्रूण परीक्षण के केस उनके क्षेत्र के हॉस्पिटलों में आए तो उसकी तुरंत सूचना दें ताकि भ्रूण परीक्षण पर रोक लगाने के साथ दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके । पत्र में लिखा है कि राजस्थान में भ्रूण परीक्षण पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है। यह संवेदनशील मुद्दा है। ऐसे में सभी का सहयोग अपेक्षित है।

॥भ्रूण परीक्षण की रोकथाम को लेकर बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजे हैं। उन्हें आगाह किया गया है कि उनके क्षेत्र के हॉस्पिटल में बाड़मेर जिले का भ्रूण परीक्षण केस सामने आने पर तत्काल सूचना दें। जिसके आधार पर कार्रवाई की जा सके।

डॉ. वीणा प्रधान कलेक्टर बाड़मेर।

सरहदी रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में सूर्य देवता आग बरसा रहे हें

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४५ डिग्री चढ़ा पारा तवे सी तपने लगी सड़कें


बाड़मेर सरहदी रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में सूर्य देवता आग बरसा रहे हें तापमान पेंतालिस डिग्री के पार जाने के बाद थार का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हें भीषण गर्मी के चलते लोग दिनों में घरो में ही कूलर ऐसी के सामने दुबके रहते हें पिछले एक सप्ताह से तापमान में उतार-चढ़ाव के बाद बुधवार को एकबार फिर तापमान 45 डिग्री पहुंच गया। सूर्योदय के साथ ही शहर दिनभर भट्टी की तरह तपने लगा, गर्म हवा चलने से लोग बेहाल रहे। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा जिससे कफ्र्यू सा माहौल दिखाई दिया। चिलचिलाती धूप के चलते लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सुबह से ही धूप तेज होने से सड़कें तवे की भांति तपने लगी,दोपहर में तो आलम यह रहा मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हो।

बिजली कटौती से परेशानी

जहां एक ओर सूर्यदेव के तीखे तेवर के चलते गर्मी ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए। वहीं दूसरी ओर बिजली कटौती ने आग में घी का काम किया। एकबारगी बाहर निकले लोग फटाफट अपना काम निपटा घर की तरफ लौटते नजर आए। लेकिन बिजली कटौती के चलते उन्हें घर में भी भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली। कूलर व पंखों की हवा बेअसर साबित हो रही थी। बर्तनों में भरा पानी गर्म होकर उबलने लगा था।

करने लगे जतन : गर्मी और लू के थपेड़ों से बचने के लिए घरों में इमली पानी और छाछ का सेवन बढ़ गया हैं। भोजन में भी कच्चे प्याज और टमाटर व तरबूज के सलाद को प्राथमिकता दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी गर्मी में खूब पानी पीएं। दिन में कम से कम चार-पांच बार नींबू पानी व ग्लूकोज का सेवन जरूर करें।

हीरा की ढाणी. भीषण गर्मी के चलते इन दिनों आमजन के साथ पशुधन का भी हाल बेहाल है। लू से बचने के लिए वाहन चालक सहित आमजन सावधानी बरत रहे हैं। पीएचसी के डॉ.मदनलाल माली ने बताया कि गर्मी व लू से बचने के लिए बार-बार पानी पीए। घर में इमली व छाछ का सेवन करें। ज्यादा तकलीफ होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। सिर पर टोपी व आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे का उपयोग करें। दिन में एक दो बार शिकंजी व फलों का सेवन करें।

परिवार नियोजन के एक दर्जन ओप्रेसन असफल मुआवजे की मांग 

 ..बाड़मेर  जिले में परिवार नियोजन शिविरों मेंऔपरेसन करने वाली महिलाओ के ओप्रेसन असफल होने के बाद लगभग एक दर्जन महिलाओ ने मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष पेश हो कर मुआवजे की मांग की सरकारी योजना में इतनी बड़ी गफलत की जांच की मांग भी की गबढ़ती जनसंख्या पर ब्रेक लगाने के लिए परिवार नियोजन अपनाने वाली महिलाएं ऑपरेशन फेल होने की वजह से फिर से गर्भवती हो गई। सुंदर पत्नी जोगनाथ निवासी माजीवाड़ा ने एक साल पहले ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन फेल होने पर उसे गर्भ ठहर गया। दो माह पहले उसने एक बच्ची को जन्म दिया। एक साथ करीब आधा दर्जन नसबंदी ऑपरेशन फेल होने से स्वास्थ्य विभाग की भूमिका संदेह के दायरे में आ गई है। पीडि़त महिलाओं ने बताया कि ये सभी ऑपरेशन एक ही महिला चिकित्सक ने किए थे। नाहटा हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर अंजली अग्रवाल ने पिछले तीन साल के दौरान अलग -अलग समय में महिलाओं के ऑपरेशन किए। बुधवार को इन महिलाओं ने सीएमएचओ से बच्चों को पालने या फिर हर्जाना दिलवाने की मांग की। शेष  
नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा में नसबंदी ऑपरेशन करवाने वाली आधा दर्जन महिलाओं के ऑपरेशन फेल होने का गंभीर मामला सामने आया है। जब महिलाओं को पता चला कि उनका ऑपरेशन फेल हो गया है तो वे नाहटा हॉस्पिटल पहुंची ओर अपनी दास्तां बया करते हुए हर्जाने की मांग की, मगर वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस पर पीडि़त महिलाएं बुधवार को बाड़मेर सीएमएचओ कार्यालय में आकर अपनी व्यथा प्रकट की।

क्या है हर्जाने का प्रावधान.

महिलाओं की ओर से जमा किए गए दस्तावेजों की रिपोर्ट क्वालिटी इंश्योरेंस कमेटी के पास भेजी जाती है। जहां कमेटी में सर्जन, गायनिक व निश्चेतन विशेषज्ञ शामिल होते हैं। ये संबंधित महिलाओं की जांच करते हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट भेजना प्रस्तावित है। सीएमएचओ के हस्ताक्षर होने के बाद रिपोर्ट आईसीआई लोम्बार्ड कंपनी को भेजने पर महिलाओं को 30 हजार रुपए का चेक देने का प्रावधान है।

बच्चों को पालो या दे दो हर्जाना.

नसबंदी ऑपरेशन फेल होने के बाद नाहटा हॉस्पिटल व ब्लॉक सीएमएचओ बालोतरा से कई बार मिलने के बाद जब महिलाओं को संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वे बुधवार को अपने परिजनों के साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पास पहुंची। जहां महिलाओं ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए ऑपरेशन करवाए थे। डॉक्टर की लापरवाही से ऑपरेशन फेल हो गए। अब गर्भ में पल रहे बच्चों का पालन पोषण कौन करेगा। यह जिम्मेदारी नहीं ले सकते तो हमें हर्जाना दे दो।

इन महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन हुए फेल

1. बुडि़वाड़ा (पचपदरा) निवासी जेठी पत्नी पूनमाराम ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से नसबंदी ऑपरेशन करवाया।

2. समदड़ी (सिवाना) निवासी गंगाकंवर पत्नी जगपाल ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

3. जाखड़ा (बायतु) निवासी पेपों देवी पत्नी सुखदेव ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गिड़ा में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

4. सराना (पचपदरा) निवासी भंव री पत्नी भूरा राम ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

5. भीमरलाई (पचपदरा) निवासी चुनी देवी पत्नी मांगाराम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचपदरा में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

6. हाउसिंग बोर्ड (बालोतरा) निवासी सुंदर पत्नी जोग नाथ ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

मैं अभी ऑपरेशन थिएटर में हूं। कुछ देर बाद बता पाऊंगी।

-डॉ.अंजली अग्रवाल चिकित्सक नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा।

॥ नसबंदी ऑपरेशन फेल होने का मामला सामने आया है। महिलाएं एसीएमएचओ से मिली थी। इसकी जांच करवाई जाएगी। कमेटी में सर्जन, गायनिक व निश्चेतन विशेषज्ञ शामिल होंगे। एक ही डॉक्टर के ऑपरेशन फेल हुए है तो जांच रिपोर्ट के बाद डॉक्टर के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि डॉक्टर अंजली अग्रवाल के खिलाफ पहले भी जांच चल रही है।

डॉ. अजमल हुसैन सीएमएचओ बाड़मेर

बुधवार, 30 मई 2012

जून में अशोक गहलोत का जाना तय ?

 जून  में अशोक गहलोत का जाना तय ?

असंतुष्टो का दावा बड़ा बदलाव संभव कर्नल का कद बढेगा 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले से राजनीती आंधी जून माह में उड़ेगी जो राज्य की राजनीती की दिशा और दशा दोनों बदल देगी .बाड़मेर जिले के बायतु विधानसभा क्षेत्र से विधायक कर्नल सोनाराम जो अशोक गहलोत के घुर विरोधी और असंतुष्ट नेताओं के अगुआ माने जा रहे हें ने अशोक गहलोत के खिलाफ पूरा मोर्चा खोल उनके मुख्यमंत्री रहने के मार्ग पर कांटे बिछा दिए हें मंगलवार को जयपुर में सरकार में मंत्री अशोक बेरवा के यंहा जुटे असंतुष्टो ने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा पूरी तरह खोल दिया हें कर्नल सोनाराम अपनी राजनीती ताकत बद्शाने के साथ अशोक गहलोत के लिए चुनौती बन कर उभर रहे हें सोनाराम का दावा हें की जून माह में अशोक गहलोत की विदाई तय हें गहलोत सरकार के खिलाफ चालीस विधायक जुटे हें जिनकी तादाद और अधिक बढ़ेगी पहले तो सिर्फ विधायक खिलाफ थे अब सरकार में मंत्री भी खुल कर सामने आ रहे हें .राजनीती हलको में माना जा रहा हें असंतुष्ट गतिविधियों का सञ्चालन कर रहे कर्नल को केंद्र से सरपरस्ती मिली हें जिसके कारण वे खुलकर गहलोत की खिलाफत कर रहे हें कर्नल ने कहा हें की कोंग्रेस की राजनीती में जून माह में भूचाल आयेगा .चार जून को राजस्थान से जुड़े असंतुष्ट मामलो को लेकर कोंग्रेस हाई कमान ने दिल्ली में अहम् बैठक राखी हें जिसमे ख़ास फेसला होने की संभावना हें इसी दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राजनीती भविष्य तय होगा

गुजरात: मोदी के खिलाफ बगावत, दो फाड़ होगी भाजपा?

अहमदाबाद.राजस्थान, कर्नाटक के बाद अब भाजपा में बगावत की आग गुजरात भी पहुंच गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने भाजपा से बगावत के संकेत दिए हैं।
 
संजय जोशी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर मोदी ने भले ही बढ़त हासिल कर ली हो लेकिन राज्य में उनकी मुश्किल कम होने वाली नहीं हैं। केशुभाई और मोदी के मनमुटाव काफी पुराने हैं।
केशुभाई पटेल को पूर्व मंत्री और महागुजरात जनता पार्टी के नेता गोर्धन जडाफिया के घर पर देखा गया है। दोनों के साथ काशी राम रामा भी मौजूद थे।
गोर्धन 2007 तक गुजरात के गृह मंत्री थे लेकिन इसके बाद भाजपा से अलग होकर उन्होंने खुद की पार्टी बना ली।
विवाद की मुख्‍य वजह उम्‍मीदवारों के चयन को माना जा रहा है। अगले साल गुजरात में विधानसभा चुनाव है। लेकिन पूरी प्रक्रिया में केशुभाई पटेल को कोई नहीं पूछ रहा है। जिसके कारण वे पार्टी से खफा बताए जा रहे हैं।
सूत्रों की माने तो केशुभाई पटेल और काशीराम रामा भाजपा छोड़कर महागुजरात जनता पार्टी में जा सकते हैं।

टॉप 40 अमीरों की सूची से जुकरबर्ग बाहर

टॉप 40 अमीरों की सूची से जुकरबर्ग बाहर

वाशिंगटन। आठ साल पुरानी सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग दुनिया के 40 धनी लोगों की सूची से बाहर हो गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक फेसबुक के शेयरों के भाव 9.6 फीसदी घटकर 28.84 डॉलर पर आने के कारण जुकरबर्ग 40 रईस लोगों की सूची से बाहर हुए हैं।

दौलत घटकर हुई 14.7 अरब डॉलर
उनकी जगह ली है मैक्सिको के अरबपति लुईस कार्लोस सैरिमेंटो ने। ब्लूमबर्ग के मुताबिक जुकरबर्ग की दौलत 16.2 अरब डॉलर से घटकर 14.7 अरब डॉलर पर आ गई है। फेसबुक का शेयर गत 18 मई को 38.23 डॉलर पर बंद हुआ था। पहले दिन से जब इसकी ट्रेंडिग शुरू हुई तो इसकी वजह से जुकरबर्ग की कुल संपत्ति 19.4 अरब डॉलर पहुंच गई थी।


29 डॉलर से नीचे आया शेयर
बुधवार को फेसबुक के शेयर के भाव प्रति शेयर 29 डॉलर से नीचे चले गए हैं। अपनी कीमत 104 अरब डॉलर आंकने वाली फेसबुक की हालत को देखते हुए फिलहाल रूस के सबसे बड़े सोशल नेटवर्क श्वीकोनताक्तश ने अपने शेयर बाजार में उतारने की योजना फिलहाल टाल दी है।

श्वीकोनताक्तश के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पावेल दुरोव ने टि्वटर पर लिखा है कि फेसबुक के पब्लिक ऑफर ने सोशल नेटवर्क में निजी निवेशकों के भरोसे को खत्म कर दिया है, फेसबुक के शेयरों में नौ फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है।

विश्लेषकों के अनुसार फेसुबक ने अपने शेयर बाजार में सही समय पर नहीं उतारे। कंपनी कुल शेयरों में से केवल 20 प्रतिशत यानी 42.1 करोड़ को ही बाजार में दे रही है जिससे वे लगभग 18 अरब डॉलर अर्जित कर पाएगी।