गुरुवार, 31 मई 2012

 जयपुर सहित प्रदेश में बंद का व्यापक असर

  जयपुर  सहित प्रदेश में बंद का व्यापक असर
PHOTOS-VIDEO : भारत बंद के नाम पर हुड़दंग, जनता हुई तंग 
जयपुर। पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के भारत बंद के आह्वान पर राजस्थान में बंद का मिला जुला असर रहा। राजधानी जयपुर में भाजपा कार्यकर्ता टोलियां बनाकर सुबह से ही सड़कों पर निकल पडे तथा दुकानें नहीं खुलने दी।

चारदीवारी में बंद का ज्यादा असर रहा। हालांकि मिनी बसें, लो फ्लोर बसें, रिक्शा आदि चलते रहे। बाहरी क्षेत्रों में दोपहर तक बंद का असर नहीं था, लेकिन बाद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जबरन दुकानें बंद कराई। जगह-जगह तैनात पुलिस के जवान मूक दर्शक बने रहे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऊंट गाड़ी एवं साईकिलों पर बैठकर पेट्रोल में वृद्धि के असर को प्रदर्शित करने का प्रयास किया। गर्मी की छुटि्यां होने के कारण शैक्षणिक संस्थान पहले से ही बंद है।

जयपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने एमआई रोड पर पांच बत्ती से साईकिल यात्रा का नेतृत्व किया। सीकर में भी पूर्व सांसद सुभाष महरिया साईकिल पर शहर में घूमते हुए पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी पर आक्रोश जताया। छोटी चौपड़ पर भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकारी बसों के संचालन का विरोध किया। बंद को जयपुर व्यापार महासंघ के अलावा फोर्टी और दूसरे व्यापारिक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है। ट्रांसपोर्टर्स, इंडस्ट्री, श्ौक्षणिक संस्थान, बस-ऑटो ऑपरेटर्स, पेट्रोल पंप एसोसिएशन, सिनेमाघर संचालकों की ओर से बंद को समर्थन दिया जा रहा है।

अनाज मंडिया भी बंद से प्रभावित
बंद का असर प्रदेश की मंडियों पर भी नजर आया। जयपुर की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी मुहाना में आज फल-सब्जियों की आवक तो हुई लेकिन खरीदार नदारद रहे। सूरजपोल, चांदपोल अनाज मंडी में कारोबार पूरी तरह से बंद रहा।

अजमेर में नहीं रखा बंद

भारतीय जनता पार्टी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के उर्स के अवसर पर आए जायरीन की रवानगी की सुविधा के लिए अजमेर को बंद से अलग रखा। इसके अलावा कोटा में भाजपा नेता ओम बिरला के नेतृत्व में कार्यकर्ता बंद में जुटे रहे। इसी दौरान एक आरएएस अधिकारी को महिला कार्यकर्ता के थपप्पड़ जड़ने से माहौल गर्मा गया। बाद में पुलिस ने महिला कार्यकर्ता को हिरासत में ले लिया। इससे आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर में भी बंद का असर रहा।

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