गुरुवार, 29 अगस्त 2013

बीकानेर में सड़क हादसे में कमाडेंट की मौत,पत्नी,बच्चा घायल



बीकानेर में बुधवार को एक कार और टैंकर में हुई टक्कर में सीमा सुरक्षा बल के कमाडेंट अनिल कुमार चौधरी की मौत हो गई.
बीकानेर में सड़क हादसे में कमाडेंट की मौत,पत्नी,बच्चा घायल
जबकि इस हादसे में उनकी पत्नी और बेटा घायल हो गए.

पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बीकानेर-जैसलमेर राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या 15 पर हुए हादसे में कमाडेंट ने मौके पर ही दम तोड दिया. कमाडेंट का शव कोलायत के सरकारी अस्पताल में रखा गया है.

सूत्रों के अनुसार मृतक की घायल पत्नी और बारह साल के पुत्र को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, चिकित्सकों के अनुसार दोनों की हालत खतरे से बाहर है. कार, बीकानेर से जैसलमेर की ओर जा रही थी.

पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच कर रही है.

भूमि अधिग्रहण विधेयक आज होगा लोकसभा में पेश



नई दिल्ली: यूपीए सरकार लोकसभा में आज महत्वपूर्ण भूमि अधिग्रहण विधेयक को चर्चा और पारित कराने के लिए पेश करेगी। फूड बिल के बाद सरकार की ओर से लाया जाने वाला यह दूसरे अहम बिल है।
भूमि अधिग्रहण विधेयक आज होगा लोकसभा में पेश
माना जा रहा है कि बहस के दौरान विपक्ष बिल में कई संशोधनों की मांग कर सकता है। हालांकि सरकार ने दावा किया है कि महत्वपूर्ण संशोधनों की संख्या दो दर्जन से अधिक नहीं है। विपक्ष को खुश करने के लिए सरकार ने उसके कुछ संशोधनों को माना तो है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह बिल वाकई भूस्वामियों की हितों को सुरक्षित करेगा।

इस विधेयक का उद्देश्य परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण से प्रभावित परिवारों को 'न्यायसंगत एवं उचित' मुआवजा दिलाना है। बहुचर्चित इस विधेयक में ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण होने पर प्रभावित परिवारों को भूमि के बाजार मूल्य का चार गुणा और शहरी क्षेत्रों में दो गुणा मूल्य देने का प्रस्ताव किया गया है।

ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश भूमि अधिग्रहण विधेयक को लोकसभा में पेश करेंगे। इसमें प्रस्ताव किया गया है कि प्रभावित लोगों को विकास में भागीदार बनाया जाए, ताकि उनकी जमीन के अधिग्रहण के बाद उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। रमेश ने कहा कि विधेयक का नाम 'भूमि अधिग्रहण, पुनरुद्धार एवं पुनर्वास में पारदर्शिता तथा उचित मुआवजे का अधिकार विधेयक, 2012' रखा गया है।

विधेयक भूमि अधिग्रहण मामलों में लोगों के साथ अब तक हो रहे अन्याय को दूर करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह विधेयक एक सदी से अधिक पुराने भूमि अधिग्रहण कानून, 1894 की जगह लेगा, जिसमें आज की जरूरतों की दृष्टि से अनेक कमियां हैं।

इसमें 'अति आवश्यकता अनुच्छेद' की स्थिति संबंधी एक उपबंध भी था। इसे कभी ठीक से परिभाषित नहीं किया जा सका कि वास्तव में 'अति आवश्यकता' क्या है, बल्कि इसे भूमि अधिग्रहीत करने वाले प्राधिकरण के विवेक पर छोड़ दिया गया। इसके लिए इसकी काफी आलोचना होती रही।

एक अनूठा अस्पताल : जहां 'गोपाल' और 'राधा' का इलाज हो रहा है

एक अनूठा अस्पताल : जहां 'गोपाल' और 'राधा' का इलाज हो रहा है 

सुनियोजित प्लान से पूर्ण होगा अस्पताल अस्पताल को समृद्धि से मिली समृद्धि 

कुछ तो सरकार भी करे गायों के बीच जन्माष्टमी 

बाड़मेर रावलियों की ढाणी में मिला इसलिए नाम पड़ा रावलसिंह। मुलायम और मखमली सी चमड़ी वाला रेशमसिंह। विशाल काया वाला दारासिंह और बलशाली शरीर वाला जय श्रीराम। शांत स्वभाव वाला गोपाल और मतवाली सी राधा। नैनों का भाने वाला सुखराम और इसका जैसा ही दूसरा सुखराम द्वितीय। अन्नपूर्णा, मनोरमा और समृद्धि। ये सब नाम उन गौवंश के हैं जख्मी और घायल अवस्था में सड़कों पर निरीह अवस्था में पड़े मिले, लेकिन अब श्री गोपाल गोवर्धन गोशाला, पथमेडा की स्थानीय शाखा की ओर से चलाए जा रहे अस्पताल में उपचाराधीन हैं। उपचार के बाद कई स्वस्थ हो चुके हैं और कुछ जल्द ही ठीक होने की ओर अग्रसर है। 

यह अस्पताल कीर्तिनगर लालोणियो की ढाणी में स्थित है। भवन फिलहाल निर्माणाधीन हैं, लेकिन बेसहारा गौवंश के खातिर एक विशाल वार्ड का निर्माण कर प्राथमिक काम शुरू कर दिया गया है। 26 अक्टूबर 2012 को शिलान्यास के बाद लगभग 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है और अगले छह महीनों में पूरा काम होने के बाद यह चिकित्सालय पथमेड़ा के बाद गौवंश के लिए दूसरा बड़ा अस्पताल होगा।

बुधवार को कुछ गौभक्तों ने गौवंश के साथ जन्माष्टमी मनाई। घायल गौवंशों को दुलारा, पुचकारा और उन्हें लापसी व अन्य आहार खिलाया। श्री गोपाल गोवर्धन गोशाला, पथमेडा के स्थानीय प्रमुख आलोक सिंहल गौवंशों के बीच बेहद उत्साहित थे। अस्पताल में भ्रमण करते हुए सिंहल  बताते हैं कि यह विशाल शरीर वाला नंदी दारासिंह है। इसकी काया देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि कम उम्र में कितना वजनी होगा। यह पचपदरा में नमक की खान में दब गया जिससे पूरा शरीर जख्मी हो गया। ऐसा ही हाल सुखराम का हुआ। इनका रोज मलहम लगाकर इलाज किया जा रहा है। रेशमसिंह को कसी वाहन ने टक्कर मार दी जिससे घायल हो गया। रावलसिंह का भी इसी कारण पैर टूट गया। आशापूर्णा भी जख्मी हो गई, लेकिन इलाज के बाद अब स्वस्थ है। सिंहल बताते हैं कि पिछले 14 महीनों में ही 550 बेसहारा गौवंशों को यहां लाया गया जिनमें कुछ को पथमेड़ा भेजा गया और कुछ का यहां इलाज किया गया। सिंहल कहते हैं यह तो कान्हा का अस्पताल है। उनकी प्रिय गाय को कैसे कष्ट हो सकता है। संस्था से जुड़े रणवीर भादु व करनाराम ने बताया कि नियोजित तरीके से अस्पताल की पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा है। पूरे जिले के लिए यह ऐसी पहल है जिससे आत्मिक शांति मिलती है। 


श्री गोपाल गोवर्धन गोशाला, पथमेडा की स्थानीय शाखा की ओर से तैयार हो रहा है गौवंश अस्पताल
करीब डेढ़ बीघा जमीन पर पांच भागों में अलग-अलग कैंपस बनाए जा रहे हैं। एक में गौमंदिर व नंदी प्रतिमा के साथ सत्संग भवन होगा। दूसरे भाग में वार्ड होगा जहां उपचार होगा। तीसरे भाग में ऑपरेशन थियेटर होगा जहां गंभीर गौवंश का इलाज होगा। यहां एक्सरे व सोनोग्राफी मशीन लगाना भी विचाराधीन है। चौथे भाग में पशु आहार रखने की जगह तैयार हो रही है और पांचवे भाग में गौवंश उत्पाद शॉप, भोजनालय, सफाई व्यवस्था व पेयजल व्यवस्था प्रस्तावित है। 

गौभक्तों के दम पर यह अस्पताल तैयार हो रहा है, लेकिन कुछ संसाधन के कारण थोड़ी दिक्कत हो रही है। गौभक्तों से प्राप्त चंदे से घायल गौवंश को लाने के लिए एक टेंपो खरीदा जा रहा है, लेकिन एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो पा रही। गौभक्तों के अनुसार सांसद फंड से इसकी स्वीकृति हो चुकी है, लेकिन सरकारी फाइलों में ही उलझी है। जिला परिषद को इसके लिए जल्द कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा केयर्न एवं राजवेस्ट जैसी कंपनियों को भी इस बारे में पहल करनी चाहिए। 

गौ अस्पताल में बने एक मंदिर की ओर इशारा करते हुए सिंहल ने बताया कि यह गौ माता का मंदिर है। दुर्घटना में घायल एक गर्भवती गाय को अस्पताल लाया गया। उसका नाम मनोरमा रखा गया। प्रसव के तीन दिन बाद उसकी मृत्यु हो गई और पांच दिन बाद बच्चे की भी। बच्चे का नाम समृद्धि रखा गया था। गौभक्तों ने सोचा समृद्धि को अस्पताल से बाहर कैसे ले जा सकते हैं इसलिए वहीं पर दफनाकर मंदिर बनाया गया। यहां रोज पूजा अर्चना होती है। वो ही समृद्धि अस्पताल को इतनी समृद्धि दे रहा है ताकि कोई गौवंश यहां आने के बाद दम नहीं तोड़े। 

पूर्व मंत्री मिर्धा ने किया प्रतिमा का अनावरण

पूर्व मंत्री मिर्धा ने किया प्रतिमा का अनावरण

 नागौर

पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरेंद्र मिर्धा ने बुधवार को मालगांव में बागा राम ढाका की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर महंत जानकी दास महाराज के सान्निध्य में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के बाद मिर्धा ने मालगांव में कांग्रेसियों से मुलाकात की। मिर्धा के साथ नागौर अरबन को ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष कृपाराम सोलंकी, ब्लॉक अध्यक्ष श्रीकृष्ण जोशी, भैराराम धुंधवाल, राधेश्याम सांगवा, कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक शमशेर खोखर, जिला सचिव शेर मोहम्मद कुरैशी, पूर्व जिलाध्यक्ष सुखबीर चौधरी आदि शामिल हुए। इससे पहले मिर्धा ने यहां सर्किट हाउस में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से मुलाकात की। मिर्धा अगले दो दिन नागौर में रहेंगे। सर्किट हाउस में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे।

पचपदरा में रिफाइनरी का शिलान्यास सितंबर में : मोइली

पचपदरा में रिफाइनरी का शिलान्यास सितंबर में : मोइली



बाड़मेर जिले के पचपदरा में 9 मिलियन टन क्षमता के रिफाइनरी एंड पेट्रो केमिकल्स कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास सितंबर माह में यूपीए चेयरमैन सोनिया गांधी करेंगी। केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री एम. वीरप्पा मोईली ने बुधवार को नई दिल्ली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मुलाकात के बाद यह जानकारी दी।

माना जा रहा है कि शिलान्यास सितंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में हो सकता है। मोइली से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने बाड़मेर में तेल रिफाइनरी के कार्य को अतिशीघ्र शुरू करवाने के लिए मंजूरी को गति दिलवाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उत्तर-पूर्वी आसाम राज्य में स्थापित रिफाइनरियों की तरह बाड़मेर रिफाइनरी को भी उत्पाद शुल्क में विशेष छूट देने की मांग की।

बुधवार, 28 अगस्त 2013

जैसलमेर गुस्साए ग्रामीणों ने फूंका ट्रक

पोकरण। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 पर क्षेत्र के लाठी थानांतर्गत चांधन गांव के पास बुधवार शाम करीब चार बजे गैस सिलेण्डर से भरे ट्रक एक ट्रक व ट्रैक्टर की टक्कर में ट्रैक्टर पर सवार करीब पांच जने घायल हो गए, जिनमें से गंभीर घायल तीन जनों को उपचार के लिए जैसलमेर ले जाया गया। वहीं दुर्घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने ट्रक को आग लगा दी तथा राजमार्ग पर यातायात जाम कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने फूंका ट्रक
घटना की जानकारी मिलने पर लाठी, पोकरण व जैसलमेर से पुलिस मौके पर पहुंची तथा करीब दो घंटे बाद भीड़ को हटाकर जाम खुलवाया तथा यातायात सुचारू किया। बुधवार शाम एक ट्रैक्टर चांधन से लाठी की तरफ आ रहा था। जिस पर चार-पांच लोग सवार थे।

इसी दौरान जैसलमेर की तरफ से आ रहे इण्डेन गैस के खाली सिलेण्डरों से भरे ट्रक ने ट्रैक्टर को पीछे से टक्कर मारी, जिससे उस पर सवार चालक तेजसिंह (35), प्रेमकंवर (18 ) व एक बालिका किरण घायल गए, जिन्हें आपातकालीन एम्बुलेंस से जिला मुख्यालय के जवाहिर चिकित्सालय लाया गया।

कुछ ही समय में यहां भारी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए तथा गुस्साए ग्रामीणों ने ट्रक में आग लगा दी। देखते ही देखते ट्रक धू-धू कर जलने लगा। घटना की सूचना मिलने पर लाठी थाना प्रभारी सहायक पुलिस उपनिरीक्षक प्रयाग भारती व मुख्य आरक्षी मानाराम, जैसलमेर सदर थाना प्रभारी नारायणलाल व पोकरण थानाधिकारी दिनेशकुमार मय पुलिस जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे।
गुस्साए ग्रामीणों ने फूंका ट्रक
सड़क के बीचोंबीच ट्रक में आग लगा दिए जाने व ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्र हो जाने के कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। गुस्साए ग्रामीणों ने यहां रोष प्रकट किया तथा नारेबाजी की।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक जैसलमेर थाऊलाल भी घटनास्थल पर पहुंचे तथा पुलिस बल के सहयोग से ग्रामीणों को समझाइश की तथा दमकल व ग्रामीणों के सहयोग से आग से धधकती ट्रक पर पानी व रेत डालकर आग पर काबू किया। घटना की जानकारी मिलते ही पोकरण प्रवास पर आए जिला कलक्टर एनएल मीणा व पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा भी मौके पर पहुंचे।

यह था मामला

इस घटना मे करमा की ढाणी निवासी तेजसिंह भाटी सहित तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। तेजसिह अपने परिवार के साथ चांधन आवश्यक कार्य के लिए आया हुआ था। कस्बे के बाजार मे आवश्यक खरीददारी करने आया यह परिवार काम निपटाने के बाद ट्रेक्टर पर ही वापस करमा की ढाणी जा रहा था।

एक्ट्रेस को गुंडों ने सरेराह पीटा, देखती रही पब्लिक

मुंबई। मुंबई में 23 साल की फोटो जर्नलिस्ट से गैंग रेप की वारदात को एक हफ्ता भी नहीं हुआ है कि मंगलवार को शहर में गुंडों ने एक अभिनेत्री की सरेराह पिटाई कर दी। सूत्रों के मुताबिक तीन गुंडों ने शहर के ओशिवारा जंक्शन पर टीवी एक्ट्रेस लवलीन कौर की पिटाई कर दी। चौंकानी वाली बात यह है कि जब गुंडे एक्ट्रेस को पीट रहे थे तब वहां मौजूद लोग चुपचाप तमाशा देख रहे थे। एक्ट्रेस को गुंडों ने सरेराह पीटा, देखती रही पब्लिक

सूत्रों के मुताबिक कौर अपनी सहेली के साथ ऑटो रिक्शा में जा रही थी तभी एक बदमाश उनका पर्स छीनकर भागने लगा। कौर और उसकी सहेली ने बदमाश का पीछा किया और उसे पकड़ लिया। इस बीच बदमाश के दो साथी वहां आ धमका। तीनों ने कौर उसकी सहेली की पिटाई कर दी। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों में से कोई बीच बचाव के लिए आगे नहीं आया और वे तमाशा देखते रहे।



जब एक्ट्रेस और उसकी सहेली मदद के लिए चिल्लाई तब पुलिस मौके पर पहुंची और उनको बदमाशों के चंगुल से छुड़ाया। पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ लिया जबकि तीसरा मौके से फरार हो गया। कौर को हल्की चोटें आई थी इसलिए उन्हें नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया। जहां उनका प्राथमिक उपचार हुआ।

फैशन डिजायनर की हत्या,ब्वॉयफ्रेंड फरार

नई दिल्ली। नोएडा के एक गेस्ट हाउस में बुधवार को 28 साल की फैशन डिजायनर का शव मिला। पुलिस का मानना है कि उसकी हत्या हुई है। हत्या का आरोप उसके ब्वॉयफ्रेंड शाहवाज पर पर लग रहा है। वह फरार चल रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है। फैशन डिजायनर की पहचान लुम्बा महमूद के रूप में हुई है।
फैशन डिजायनर की हत्या,ब्वॉयफ्रेंड फरार

उसके शव पर चोट के निशान नहीं थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को शाहवाज और उसकी गर्लफ्रेंड ने गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था। शाहवाज गर्लफ्रेंड के साथ कुछ घंटे कमरे में रूका। रात को शाहवाज वहां से चला गया। बुधवार सुबह जब गेस्ट हाउस के स्टॉफ ने कमरा खोला तो वहां लुम्बा का शव देखा। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।



पुलिस का मानना है कि लुम्बा को उसके ब्वॉयफ्रेंड ने जहर दिया था। पुलिस ने गेस्ट हाउस के कर्मचारियों से पूछताछ की है। लुम्बा कानपुर की रहने वाली थी। वह नोएडा में बतौर फैशन डिजायनर काम कर रही थी। पुलिस ने उसके परिजनों को दिल्ली बुलाया और उनसे पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि लुम्बा और शाहवाज जल्द ही शादी करने वाले थे। शाहवाज मुंबई का रहने वाला है।

सिवाना जन्माष्टमी पर समदर हिलोरने की परम्परा का किया निर्वाह..

जन्माष्टमी पर समदर हिलोरने की परम्परा का किया निर्वाह.. 

सिवाना से जितेन्द्र जांगिड की रिपोर्ट.... 


बाड़मेर सिवाना। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व क्षैत्रभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया।जन्माष्टमी के पर्व को लेकर भाई बहिनों ने तालाब हिलोरने की वर्षो से चली आ रही परम्परा के अनुसार बुधवार को तालाब पर जा कर उसकी विधि पूर्वक पूजा अर्चना की।खुमरलाई नाड़ी पर हर समाज वर्ग के लोगो ने तालाब पूजन किया व तालाब हिलोरने की रस्म पुरी की एवं सुख शांति की कामना की।भाई बहिन के पवित्र बंधन को बाधें इस पावन पर्व को सभी जगह मनाते है। सूर्य की पहली किरण के साथ ही लोगो में जोश व उल्लास था,जो धीरे धीरे लोग तालाब पर पहुचने शुरू हुए। वहां भाई बहिनों को पंडित ने तालाब की पूजा अर्चना करवायी फिर एक दुसरे को पानी पीलाकर तालाब हिलोरा। उसके बाद भाईयों ने अपनी बहिनों को कपडे दिये व चुनरी ओढाकर आर्शिवाद दिया। तालाब पर सैकडों लोगो की भारी भीड थी।हर जाति वर्ग के लोग मौजूद थे। जाति अनुसार सभी अलग अलग अपनी जगह पर बैठे लोग तालाब हिलोरने के रिति रिवाज को देखने को सभी उत्साहित थे। तालाब पर पहुची बहिनों के तालाब हिलोरने के लिए लाए गये मटके आकर्षण रहें ,मटकों पर उकेरी कलाकृति सबको लुभा रही थी।

मृतक की पहचान शैतान गवारिया निवासी गडरा रोड के रूप में हुई



मृतक की पहचान शैतान गवारिया निवासी गडरा रोड के रूप में हुई 

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के उत्तरलाई गाँव के समीप मिले एक अज्ञात युवक का शव की शिनाख्त शैतान राम गवारिया निवासी गडरा रोड के रूप में हुई हेन्य़ह अपने ससुराल उत्तरलाई के पास ढूंढा में रझता था। गंदे नाले में मिलने से सनसनी फेल गई। युवक को पहले तेज़ाब से जलाया गया हें फिर उसे पानी में डाल गंदे नाले में फेंक दिया। घटना की जानकारी मिलते ही लोगो का हुजूम घटनास्थल पर उमड़ पड़ा। के अनुसार बाड़मेर जोधपुर मार्ग पर स्थित उत्तरलाई गान के समीप बुधवार प्रातः दस बजे एक गंदे नाले में एक पचीस वर्षीय युवक का शव लोगो ने देखा। जिसकी सूचना सदर पुलिस को दी। पुलिस करीब घंटे भर बाद मौके पर पहुंची। युवाक को पहले तेज़ाब डाल कर बुरी तरह जलाया गया हें बाद में उस पर पानी डाला। युवक के मरने के बाद उसे गंदे नाले ने फेंक दिया। पुलिस दल मौके पर तफसीस कर रही हें ,युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने शव बाहर निकाल मुआयना कर रहे हें। मामला जघन्य हत्या का हें।युवक के शारीर पर चोटों के निशान पाए गए वही उसके हाथ में एक लोहे की क्लिप भी मिली। जिससे आपसी मारपीट के युवक की हत्या की आशंका पुलिस ने जताई। घटनास्थल पर पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली खान ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीना भी पहुंचे। शव को मोर्चरी में रखवाया गया हें 

कालगर्ल के साथ पकड़े गये नेता सहित तीन MLA सपा से निलंबित



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने विधायकों की संलिप्तता वाले आपराधिक मामलों को गम्भीरता से लेते हुए गोवा में कालगर्ल के साथ पकड़े गये विधायक महेन्द्र सिंह उर्फ झीन बाबू समेत तीन विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
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पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि क्षीन बाबू के अलावा जिन दो अन्य विधायकों को निलंबित किया गया है, उनमें सीतापुर के विधायक राधेश्याम जायसवाल और रायबरेली की बछरावां सीट से विधायक रामलाल अकेला शामिल हैं।

गोवा में कालगर्ल के साथ पकड़े जाने के बाद गिरफ्तार कर लिये गये पार्टी विधायक झीन बाबू को इससे पूर्व आज दिन में प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कारण बताओं नोटिस भी जारी किया था।
चौधरी ने बताया कि रायबरेली के बछरावां क्षेत्र से सपा के विधायक रामलाल अकेला के बेटे तथा लोहिया वाहिनी की रायबरेली इकाई के अध्यक्ष विक्रांत अकेला को तथा सीतापुर सदर से विधायक राधेश्याम जायसवाल के बेटे शैलेन्द्र जायसवाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सपा से निकाल दिया गया है।

विक्रांत पर रायबरेली में एक जमीन पर कब्जा करने के लिये उस पर निर्माणाधीन नर्सिग होम को जबरन ध्वस्त कराने जबकि शैलेन्द्र पर सीतापुर में जमीन पर कब्जे के विवाद को लेकर एक व्यक्ति को गोली मारकर घायल करने का आरोप है।

कार्यकर्ता संगठित होकर पार्टी को मजबूत बनाए : पुनिया

कार्यकर्ता संगठित होकर पार्टी को मजबूत बनाए : पुनिया

कांग्रेस के विधानसभा प्रभारी पुनिया ने बालोतरा में कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया
बाड़मेरा आगामी विधानसभा चुनावों को मदेनजर बाड़मेर के सातों विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रभारी वीरेन्‍द्र पुनिया अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को बालोतरा पहुंचे। पुनिया ने बालोतरा में पचपदरा और सिवाना विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और फीडबैक लिया। गुरूवार को पुनिया बाड़मेर जिले की शेष पांचों विधानसभा क्षेत्रों बाड़मेर, शिव, चौहटन, गुड़ामालाणी और बायतु विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेगें। बालोतरा में कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान पुनिया ने आपसी मतभेद भुलाकार एकजुट होकर कांग्रेस की सरकार सत्‍ता में लाने के लिए संकल्पित होने की बात कही। पुनिया ने कहा कि पार्टी का प्रदेश और राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व योग्‍य उम्‍मीदवार को ही टिकट देगा। ऐसे में चाहे जिसे भी टिकट मिले अनुशासित कार्यकर्ताओं की भांति सभी को साथ‍ मिलकर राजस्‍थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनानी है।

राजस्‍थान वरिष्‍ठ नागरिक आयोग के अध्‍यक्ष पुनिया ने बालोतरा में वरिष्‍ठ नागरिकों से भी मुलाकात की और उनकी समस्‍याओं के बारे में जानकारी ली। पुनिया ने वरिष्‍ठ नागरिकों को आश्‍वस्‍त किया कि वे व्‍यक्तिगत रूप से प्रत्‍येक समस्‍या की ओर सरकार का ध्‍यान आर्कषित करने की कोशिश करेगें और उसका निराकरण करानें का प्रयास करेगें।
कांग्रेस के जिला उपाध्‍यक्ष यज्ञदत्‍त जोशी ने बताया कि बुधवार को बालोतरा में पचपदरा और सिवाना विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद पुनिया गुरूवार को बाड़मेर मुख्‍यालय पर में शेष पांचों विधानसभा क्षेत्रों बाड़मेर, शिव, चौहटन, गुड़ामालाणी और बायतु विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेगें। जोशी ने कहा कि बीते पंचायत चुनावों के दौरान भी पार्टी ने पुनिया को बाड़मेर जिले का प्रभारी बनाया था। जिस दौरान पार्टी को बाड़मेर में अधिकांश पंचायत समिति क्षेत्रों में भारी जीत मिली थी। जोशी ने कहा कि पुनिया बाड़मेर जिले के राजनीतिक परिस्थितियों से भलीभांति वाकिफ है और उनकों आगामी विधानसभा चुनावों का प्रभारी बनाए जाने से पार्टी को लाभ मिलेगा। 

मृतक की शिनाख्त नहीं। ।मृतक के हाथ में मिली लोहे की क्लिप

मृतक की शिनाख्त नहीं। ।मृतक के हाथ में मिली लोहे की क्लिप 


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के उत्तरलाई गाँव के समीप एक अज्ञात युवक का शव गंदे नाले में मिलने से सनसनी फेल गई। युवक को पहले तेज़ाब से जलाया गया हें फिर उसे पानी में डाल गंदे नाले में फेंक दिया। घटना की जानकारी मिलते ही लोगो का हुजूम घटनास्थल पर उमड़ पड़ा। के अनुसार बाड़मेर जोधपुर मार्ग पर स्थित उत्तरलाई गान के समीप बुधवार प्रातः दस बजे एक गंदे नाले में एक पचीस वर्षीय युवक का शव लोगो ने देखा। जिसकी सूचना सदर पुलिस को दी। पुलिस करीब घंटे भर बाद मौके पर पहुंची। युवाक को पहले तेज़ाब डाल कर बुरी तरह जलाया गया हें बाद में उस पर पानी डाला। युवक के मरने के बाद उसे गंदे नाले ने फेंक दिया। पुलिस दल मौके पर तफसीस कर रही हें ,युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने शव बाहर निकाल मुआयना कर रहे हें। मामला जघन्य हत्या का हें।युवक के शारीर पर चोटों के निशान पाए गए वही उसके हाथ में एक लोहे की क्लिप भी मिली। जिससे आपसी मारपीट के युवक की हत्या की आशंका पुलिस ने जताई। घटनास्थल पर पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली खान ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीना भी पहुंचे। शव को मोर्चरी में रखवाया गया हें

जन्माष्टमी पर बना अद्भुत ग्रह योग---

जानिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को ...!!!
क्यों और केसे मनाये यह पावन श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार ...
*पंडित दयानन्द शास्त्री*

जन्माष्टमी पर बना अद्भुत ग्रह योग----

इस वर्ष जन्माष्टमी के दिन तिथि, नक्षत्र एवं वार का संयोग ऐसा बन रहा है जैसे भगवान श्री कृष्ण के जन्म के समय बना था। भगवान कृष्ण के जन्म के समय जितने योग थे वे सभी इस बार जन्माष्टमी (28 अगस्त,2013 ) पर बन रहे हैं। पंडितों के अनुसार भाद्रमास की कृष्णपक्ष अष्टमी तिथि, बुधवार, रोहिणी नक्षत्र, हर्षण योग, वृषभ लग्न और उच्च राशि का चंद्रमा, सिंह राशि का सूर्य इन सभी योग में श्रीकृष्ण प्राकट्य हुए थे। पंडित इसे अच्छा मान रहे हैं।
लेकिन कुण्डली में ग्रहों की स्थिति कृष्ण जन्म के समान नहीं है। फिर भी इस दिन जन्म लेने वाले बच्चे बुद्घिमान और ज्ञानी होंगे। आर्थिक मामलों में संपन्न एवं कूटनीतिक विषयों के जानकार रहेंगे। ज्योतिषीय गणना के अनुसार करीब 5057 साल बाद इस तरह का योग बना है।




जन्माष्टमी पर्व कृष्ण की उपासना का पर्व है। इस अवसर पर हम कृष्ण के बाल रूप की वंदना करते हुए उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। कृष्ण के बाल रूप से लेकर उनका पूरा जीवन कर्म की प्रधानता को ही लक्षित करता है। अपने मामा कंस का वध कर कृष्ण ने यह उदाहरण पेश किया कि रिश्तों से बड़ा कर्तव्य होता है। कर्तव्य परायणता की यही सीख कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को भी दी जो अपनों के निर्बाध वध से आहत होकर अपने कर्तव्य से विमुख हो चले थे। गीता आज भी हमारे धर्मग्रंथों में सर्वोत्तम ग्रंथ है जो जीवन के झंझावात में, आपके हर सवाल का जवाब देती है। कृष्ण हमारी तमाम अन्य धार्मिक उपासनाओं से इस प्रकार अलग हैं कि कृष्ण के उपदेश आज के व्यावहारिक जीवन के अनुरूप और व्यावहारिक लगते हैं।


जन्‍माष्‍टमी के त्‍यौहार में भगवान विष्‍णु की, श्री कृष्‍ण के रूप में, उनकी जयन्‍ती के अवसर पर प्रार्थना की जाती है. हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार कृष्‍ण का जन्‍म, मथुरा के असुर राजा कंस का अंत करने के लिए हुआ था. कृष्ण ने ही संसार को “गीता” का ज्ञान भी दिया जो हर इंसान को भय मुक्त रहने का मंत्र देती है. इस उत्सव में कृष्‍ण के जीवन की घटनाओं की याद को ताजा करने व राधा जी के साथ उनके प्रेम का स्‍मरण करने के लिए रास लीला की जाती है.


जब-जब असुरों के अत्याचार बढ़े हैं और धर्म का पतन हुआ है तब-तब भगवान ने पृथ्वी पर अवतार लेकर सत्य और धर्म की स्थापना की है। इसी कड़ी में भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि को अत्याचारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में भगवान कृष्ण ने अवतार लिया। चूँकि भगवान स्वयं इस दिन पृथ्वी पर अवतरित हुए थे इसलिए इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी अथवा जन्माष्टमी के रूप में मनाते हैं। इस दिन स्त्री-पुरुष रात्रि बारह बजे तक व्रत रखते हैं। इस दिन मंदिरों में झाँकियाँ सजाई जाती हैं और भगवान कृष्ण को झूला झुलाया जाता है।


जन्‍माष्‍टमी के अवसर पर पुरूष व औरतें उपवास व प्रार्थना करते हैं. मन्दिरों व घरों को सुन्‍दर ढंग से सजाया जाता है. इस दिन जगह-जगह आपको झांकियां और कृष्ण-लीलाएं देखने को मिलेंगी.


जन्माष्टमी का यह पावन पर्व/त्यौहार देश के विभिन्न हिस्सों में यह पर्व अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा नगरी भक्ति के रंगों से सराबोर हो उठती है. मथुरा, वृदांवन और यूपी में आपको इस दिन कृष्ण-लीलाएं और रास-लीलाएं देखने को मिलेंगी तो वहीं महाराष्ट्र में मटकी-फोड़ने का विधान है. कृष्ण को लीलाओं का सरताज माना जाता है, उनका पूरा बचपन विभिन्न लीलाओं से भरा हुआ है. इसीलिए इस दिन झांकियों के द्वारा लोग उनके बाल जीवन को प्रदर्शित करने की कोशिश करते हैं.

यह हें श्री कृष्ण की जन्मकुंडली और उसके योग----
श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र मास कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में महानिशीथ काल में वृषभ लगन में हुआ था। उस समय बृषभ लग्न की कुंडली में लगन में चन्द्र और केतु, चतुर्थ भाव में सूर्य, पंचम भाव में बुध एवं छठे भाव में शुक्र और शनि बैठे हैं।


जबकि सप्तम भाव में राहू, भाग्य स्थान में मंगल तथा ग्यारहवें यानी लाभ स्थान में गुरु बैठे हैं। कुंडली में राहु को छोड़ दें तो सभी ग्रह अपनी उच्च अवस्था में हैं। कुंडली देखने से ही लगता है कि यह किसी महामानव की कुंडली है।


कृष्ण नाम किसने दिया..????
महामुनि गर्ग ने इऩका यशोदा के लल्ला का नाम ‘कृष्ण’ रखा। और कहा कि इनकी जन्म कुंडली में चन्द्र, मंगल, बुध और शनि उच्च राशिगत हैं तथा सूर्य, गुरु एवं शुक्र अपनी-अपनी राशि में बैठे हैं। चंद्रमा के साथ केतु की युती से केतु पापरहित हो गया हैं, लेकिन राहू दोष युक्त होकर पत्नी स्थान में बैठे हैं। राहू सप्तम भाव में हो तो विवाहेतर संबंध की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।


सप्तम राहू के प्रभाव से उन पर हजारों स्त्रियों के पति होने के आरोप लगते रहे हैं। यह सत्य से परे है। इनकी कुंडली में लग्न में उच्च राशिगत चंद्र के द्ववारा ‘मृदंग योग’ बनने के फलस्वरूप ही कृष्ण कुशल शासक और जन-मानस प्रेमी बने। बृषभ लग्न हो और उसमे चन्द्रमा विराजमान हो तब व्यक्ति जनप्रिय नेता अथवा प्रशासक होता है।


कुंडली के सभी ग्रह ‘वीणा योग’ बना रहे हैं। कृष्ण गीत, नृत्य, संगीत में प्रवीण बने। कुंडली में ‘पर्वत योग’ इन्हें यशस्वी बना रहा है। बुध ने पंचम विद्या भाव में इन्हें कूटनीतिज्ञ विद्वान बनाया तो मकर राशिगत उच्च का मंगल ‘यशस्वी योग’ बनाकर इन्हें पूजनीय बनाया।


वहीं सूर्य से एकादश भाव में चंद्र होने से ‘भास्कर योग’ का निर्माण हो रहा है, यह योग किसी भी जातक को पराक्रमी, वेदांती, धीर और समर्थ बनाता है।
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत-पूजन कैसे करें..?????


श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी की मध्यरात्रि को रोहिणी नक्षत्र में देवकी व श्रीवसुदेव के पुत्ररूप में हुआ था. ऐसी मान्यता है कि जन्माष्टमी का सफल पूजन करने से मनुष्य का कल्याण होता ही है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अर्द्धरात्रि में हुआ था इसलिए इस दिन सुबह से लेकर रात्रि तक श्रीकृष्ण भक्ति में हर कोई डूब जाता है. इसी पवित्र तिथि पर बताई जा रही है भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित व्रत और पूजा की सरलतम विधि. आप भी भगवान की पूजा करें और ध्यान करें.


सबसे पहले सुबह स्नान करने के बाद सभी देवताओं को नमस्कार कर पूर्व या उत्तर में मुख कर श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत का संकल्प करें. फिर अक्षत यानी पूरे चावल के दाने पर कलश स्थापना कर माता देवकी और श्रीकृष्ण की सोने, चांदी, तांबा, पीतल, मिट्टी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें. इनकी यथा विधि से पूजा करें या योग्य ब्राह्मण से कराएं. पूजन में देवकी, वासुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और लक्ष्मी आदि के नाम उच्चारण करना चाहिए. अंत में माता देवकी को अर्ध्य दें, भगवान श्री कृष्ण को पुष्पांजलि अर्पित करें. रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रुप प्रतिमा की पूजा करें. रात में श्रीकृष्ण स्तोत्र, गीता का पाठ करें. दूसरे दिन स्नान कर जिस तिथि एवं नक्षत्र में व्रत किया हो, उसकी समाप्ति पर व्रत पूर्ण करें. इस दौरान आप इस मंत्र का जाप जब भी समय मिले करते रहें “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:’’.


उपवास की पूर्व रात्रि को हल्का भोजन करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। उपवास के दिन प्रातःकाल स्नानादि नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएँ। पश्चात सूर्य, सोम, यम, काल, संधि, भूत, पवन, दिक्‌पति, भूमि, आकाश, खेचर, अमर और ब्रह्मादि को नमस्कार कर पूर्व या उत्तर मुख बैठें। इसके बाद जल, फल, कुश और गंध लेकर संकल्प करें-


ममखिलपापप्रशमनपूर्वक सर्वाभीष्ट सिद्धये
श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रतमहं करिष्ये॥


अब मध्याह्न के समय काले तिलों के जल से स्नान कर देवकीजी के लिए 'सूतिकागृह' नियत करें। तत्पश्चात भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। मूर्ति में बालक श्रीकृष्ण को स्तनपान कराती हुई देवकी हों और लक्ष्मीजी उनके चरण स्पर्श किए हों अथवा ऐसे भाव हो। इसके बाद विधि-विधान से पूजन करें। पूजन में देवकी, वसुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और लक्ष्मी इन सबका नाम क्रमशः निर्दिष्ट करना चाहिए। फिर निम्न मंत्र से पुष्पांजलि अर्पण करें-


'प्रणमे देव जननी त्वया जातस्तु वामनः।
वसुदेवात तथा कृष्णो नमस्तुभ्यं नमो नमः।
सुपुत्रार्घ्यं प्रदत्तं में गृहाणेमं नमोऽस्तुते।'


अंत में प्रसाद वितरण कर भजन-कीर्तन करते हुए रतजगा करें।
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ये है दो मत, इसलिए अलग मनता है पर्व-----

स्मार्त मत------

अष्टमी तिथि मध्यरात्रि में होने से उत्सव मनाया जाता है। गोपाल मंदिर में इसी मत से जन्माष्टमी मनाई जाती है।


वैष्णव मत----

उदयकालीन तिथि अष्टमी होने पर जन्माष्टमी मनाई जाती है। शहर में ज्यादातर वैष्णव मतावलंबी हैं। खजूरी बाजार के यशोदा मंदिर सहित शहरभर में इसी मत से पर्व मनाया जाता है।
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श्रीकृष्ण के प्रभावी मंत्र दिलाते हैं सुख-सौभाग्य----


भगवन श्रीकृष्ण के अनेक मन्त्र aise हें jinke dvara sukh -वैभव-समृद्धि प्राप्त की जा सकती हैं। इन मंत्रों के जाप से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। शुभ प्रभाव बढ़ाने व सुख प्रदान करने में ये मंत्र अत्यन्त प्रभावी माने जाते हैं। आपकी सुविधा के लिए हमने मंत्र से संबंधित जानकारी भी यहां दी है।


भगवान श्रीकृष्ण का मूलमंत्र :


'कृं कृष्णाय नमः'


- यह श्रीकृष्ण का मूलमंत्र है। इस मूलमंत्र का जाप अपना सुख चाहने वाले प्रत्येक मनुष्य को प्रातःकाल नित्यक्रिया व स्नानादि के पश्चात एक सौ आठ बार करना चाहिए। ऐसा करने वाले मनुष्य सभी बाधाओं एवं कष्टों से सदैव मुक्त रहते हैं।
सप्तदशाक्षर श्रीकृष्णमहामंत्र :


'ऊ श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा'


यह श्रीकृष्ण का सप्तदशाक्षर महामंत्र है। इस मंत्र का पांच लाख जाप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। जप के समय हवन का दशांश अभिषेक का दशांश तर्पण तथा तर्पण का दशांश मार्जन करने का विधान शास्त्रों में वर्णित है। जिस व्यक्ति को यह मंत्र सिद्ध हो जाता है उसे सबकुछ प्राप्त हो जाता है।
सात अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'गोवल्लभाय स्वाहा'


इस सात (7) अक्षरों वाले श्रीकृष्ण मंत्र का जाप जो भी साधक करता है उसे संपूर्ण सिद्धियों की प्राप्ति होती है।
आठ अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'गोकुल नाथाय नमः'


इस आठ (8) अक्षरों वाले श्रीकृष्ण मंत्र का जो भी साधक जाप करता है उसकी सभी इच्छाएं व अभिलाषाएं पूर्ण होती हैं।
दशाक्षर श्रीकृष्ण मंत्र :


'क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नमः'


यह दशाक्षर (10) मंत्र श्रीकृष्ण का है। इसका जो भी साधक जाप करता है उसे संपूर्ण सिद्धियों की प्राप्ति होती है।
द्वादशाक्षर श्रीकृष्ण मंत्र :


'ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय'


इस कृष्ण द्वादशाक्षर (12) मंत्र का जो भी साधक जाप करता है, उसे सबकुछ प्राप्त हो जाता है।
बाईस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'ऐं क्लीं कृष्णाय ह्रीं गोविंदाय श्रीं गोपीजनवल्लभाय स्वाहा ह्‌सों।'


यह बाईस (22) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण का मंत्र है। जो भी साधक इस मंत्र का जाप करता है उसे वागीशत्व की प्राप्ति होती है।
तेईस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीकृष्णाय गोविंदाय गोपीजन वल्लभाय श्रीं श्रीं श्री'


यह तेईस (23) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण का मंत्र है। जो भी साधक इस मंत्र का जाप करता है उसकी सभी बाधाएं स्वतः समाप्त हो जाती हैं।
अट्ठाईस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'ॐ नमो भगवते नन्दपुत्राय आनन्दवपुषे गोपीजनवल्लभाय स्वाहा'


यह अट्ठाईस (28) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र है। जो भी साधक इस मंत्र का जाप करता है उसको समस्त अभिष्ट वस्तुएं प्राप्त होती हैं।
उन्तीस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'लीलादंड गोपीजनसंसक्तदोर्दण्ड बालरूप मेघश्याम भगवन विष्णो स्वाहा।'


यह उन्तीस (29) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र है। इस श्रीकृष्ण मंत्र का जो भी साधक एक लाख जप और घी, शकर तथा शहद में तिल व अक्षत को मिलाकर होम करते हैं, उन्हें स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
बत्तीस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'नन्दपुत्राय श्यामलांगाय बालवपुषे कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा।'


यह बत्तीस (32) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र है। इस श्रीकृष्ण मंत्र का जो भी साधक एक लाख बार जाप करता है तथा पायस, दुग्ध व शक्कर से निर्मित खीर द्वारा दशांश हवन करता है उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
तैंतीस अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र :


'ॐ कृष्ण कृष्ण महाकृष्ण सर्वज्ञ त्वं प्रसीद मे। रमारमण विद्येश विद्यामाशु प्रयच्छ मे॥'


यह तैंतीस (33) अक्षरों वाला श्रीकृष्ण मंत्र है। इस श्रीकृष्ण मंत्र का जो भी साधक जाप करता है उसे समस्त प्रकार की विद्याएं निःसंदेह प्राप्त होती हैं।

न्यू यॉर्क पुलिस ने मस्जिदों को 'आतंकी संगठन' घोषित किया



न्यू यॉर्क।। न्यू यॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट ने गुपचुप तरीके से सिटी की सभी मस्जिदों को आतंकवादी संगठन करार दिया है। इसके साथ ही पुलिस को मस्जिदों में होने वाले संबोधनों को रेकॉर्ड करने और नमाज पढ़ने वाले लोगों की जासूसी करने की छूट मिल जाएगी। 
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अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकवादी हमले के बाद से न्यू यॉर्क पुलिस ने आंतकवाद को लेकर करीब 11 मस्जिदों में जांच की है। न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक न्यू यॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट ने इस जांच को 'टेररिज़म इंटरप्राइजेज इन्वेस्टिगेशन' नाम दिया गया है।

किसी मस्जिद को आतंकी संगठन करार देने का मतलब है कि इसमें नमाज पढ़ने वाले किसी भी शख्स की जांच की जा सकती है और उस पर निगरानी रखी जा सकती है। न्यू यॉर्क पुलिस ने इस पूरे मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। गोपनीय ढंग से मस्जिदों को आतंकी संगठन करार देने से अब पुलिस को यह अधिकार मिल जाएगा कि वह मस्जिद में होने वाली तकरीरों को भी रेकॉर्ड कर सके। यह काम सबूतों के अभाव में भी किया जा सकेगा।