मंगलवार, 4 जून 2019

बाड़मेर जल माफियाओ के खिलाफ जलदाय विभाग की कार्यवाही

                                          बाड़मेर जल माफियाओ के खिलाफ जलदाय विभाग की कार्यवाही

                                                              -एक दर्जन कनेक्शन काटे , पानी की मोटरें जब्त

भीषण गर्मी के बीच आम जनता को समुचित पेयजल मुहैया करवाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में विशेष अभियान चलाकर आम जनता तक पेयजल की निर्बाध आपूर्ति करवाई जा रही है। शहर के कई इलाको में बढ़ रहे जल माफियाओ के खिलाफ जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की कार्यवाहीं का दौर जारी है।जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नगर खण्ड के अधिशासी अभियंता हजारी राम बालवा ने बताया कि जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देशानुसार जिले भर में विभाग अलग अलग अभियान चला रहा है। बीते सप्ताह शहर में कई मोहल्लों में अवैध जल कनेक्शनों को काटा गया। मंगलवार की रोज राम नगर क्षेत्र में जलदाय विभाग के अमले ने मंगलवार को 12  अवैध नल कनेक्शन काटे गए।जल कनेक्शन काटने के साथ साथ तीन बूस्टर भी जब्त किये गए। कार्यवाही  के दौरान विभाग की टीम को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। बाड़मेर शहर में अब तक करीब 50 के करीब अवैध नल कनेक्शन काटे जा चुके हैं। अवैध जल कनेक्शनों के साथ साथ उन जल माफियाओ के खिलाफ भी कार्यवाही की गई जो घरेलू पानी को एकत्रित कर महंगे दामों में पानी बेचते है।  विभाग इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाने की कारवाही को अंजाम देगा। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नगर खंड के अधिशाषी अभियंता हजारी राम बालवा ने बताया कि लोगो की शिकायत और विजलेंस में दर्ज शिकायतों पर कार्यवाही को अंजाम दिया गया।  बालवा ने जनता से किसी भी अवैध कनेक्शनों और जल माफियाओ की शिकायत विभाग से करने की अपील की है। जलदाय विभाग की कार्यवाही से जहां राम नगर इलाके में जल माफियाओ में हड़कंप मच गया वही अब इन पर क़ानूनी तलवार के जल्द ही लटकने से इनको इनके जुर्म की सजा भी मिलेगी। जलदाय विभाग की कार्यवाही का दौर आगे भी जारी रहेगा।  ।जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के आईईसी कंस्लन्टेन्ट अशोक सिंह के मुताबित शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में कार्य के प्रति जवाबदेही और दूरस्थ इलाको तक पेयजलापूर्ति में शुरू किये गए इस अभियान से लोगो को काफी राहत मिल रही है। । वही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो में निर्बाध पेयजल आपूर्ति को लेकर चल रहे अलग अलग अभियानों लेकर जनजागरण भी किया जा रहा है। 

सोमवार, 3 जून 2019

जैसलमेर क्वीन हरीश पंचतत्व में विलीन, हज़ारो लोगो ने नम आंखों से दी विदाई

जैसलमेर क्वीन हरीश पंचतत्व में विलीन, हज़ारो लोगो ने नम आंखों से दी विदाई




*डांस गुरु क्वीन हरीश की शव यात्रा में शहरवासी उमड़े,अपने कलाकार को नम आंखों से दी श्रद्धांजलि,अन्तेयष्ठी में विधायक रूपाराम धनदे,जिला कलेक्टर नमित मेहता,पुलिस अधीक्षक डॉ किरण केंग ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।।हज़ारो की तादाद में शहर वासियों ने भीगी पलकों से अपने प्रिय कलाकार को अंतिम विदाई दी।।उल्लेखनीय है कल प्रातः जयपुर जाते वक्त बिलाड़ा के पास हुए हादसे में क्वीन हरीश सहित चार लोक कलाकारों की मौत हो गई।।एक घायल मांगे खान गडरा निवासी ने आज प्रातः उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।।*

रविवार, 2 जून 2019

जेसलमेर *तो कौन आगे आएगा पर्यावरण सरंक्षण के लिए,दस हजार पौधों की हत्या असहनीय* *पालिका का बुलडोजर पौधों पर नही,उन युवाओ के सीने पे चला जिन्होंने भरी गर्मी में इन्हें लगाया

जेसलमेर *तो कौन आगे आएगा पर्यावरण सरंक्षण के लिए,दस हजार पौधों की हत्या असहनीय*

*पालिका का बुलडोजर पौधों पर नही,उन युवाओ के सीने पे चला जिन्होंने भरी गर्मी में इन्हें लगाया*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी*


*जेसलमेर जेसलमेर में आज प्रशासन ने दस हजार मासूमो की हत्या कर दी।।इन मासूमो को शहर के युवाओ ने दिल लगाकरबड़ी मेहनत के साथ दो साल पूर्व जिला प्रशासन के अनुनय विनय के बाद लगाया था कि हमारा जेसलमेर सुंदर लगे लोगो को शुद्ध पर्यावरण मिले।।मगर जिस तरह दो साल के मासूमो पे नगर परिषद ने बुलडोजर चला उनकी हत्या की भविष्य में कोई क्यों पौधे लगाएगा।।सुना था पेड़ो को भी दर्द होता है।।नगर परिषद की आज की कार्यवाही से जेसलमेर के उन सेकड़ो युवाओ को दर्द हो रहा है जिन्होंने सामूहिक रूप से इन पौधों को बड़े नाज़ के साथ न केवल रोपित किया बल्कि समय समय पर देख रेख कर इन्हें विकसित भी किया।आज चार से पांच फीट के पौधों को जिस तरह कुचला और रौंदा गया वह न केवल निंदनीय है बल्कि कुत्सित कृत्य है।।आखिर क्या था इस जमीन पर ।।जिसके कारण हज़ारो पौधे नष्ट कर दिए।एक पौधा तैयार करने में कितना पसीना बहाना पड़ता है यह आयुक्त को समझ नही आएगा क्योंकि इस व्यक्ति ने कभी एक पौधा अपने हाथ से नही लगाया होगा दावे के साथ कहता हूं।वरना इन पौधों को इस तरह नही कुचला जाता।परिषद की इस कार्यवाही की जितनी निंदा की जाए कम है।।पर्यावरण सरंक्षण और जागरूकता के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर नागरिकों को एक एक पौधा लगाने के लिए जागरूक करते है।तत्कालीन जिला कलेक्टर के सी मीणा ने बड़े नाज़ के साथ जेसलमेर में पर्यावरण सरंक्षित रखने का प्लान बनाया।।अनुनय विनय कर लोगो को साथ जोड़ा।।यह पौधे भी जिला प्रशासन के प्लान के तहत शहर के युवाओ ने लगाए थे।।इसके लिए कड़ी मेहनत की।।आज जब पौधे विकसित हुए उन्हें बेरहमी से उखाड़ फेंका।।एक पौधा बारह संतान के बराबर सुख देता है।।यह बात पुराणों में लिखी है।।इस हिसाब से आयुक्त ने कितने संतानों की हत्या की।।इन्हें हटाना जरूरी था तो इतनी ही संख्य में दूसरे स्थान पर पौधे लगते।।जजेसलमेर के युवाओ को वन एवं पर्यावरण सरंक्षण अधिनियम के तहत आयुक्त के खिलाफ सामूहिक मुकदमे दर्ज कराने चाहिए।।क्योंकि खेजड़ली की अमृता विश्नोई से ली प्रेरणा के फिर क्या मायने।।किसी को तो आगे आना होगा।

जेसलमेर *हरीश का न होना कितना दुखद जेसलमेर के पर्यटन के लिए* *पर्यटकों की ही नही स्थानीय लोगो की पहली पसंद हरीश रहे*

जेसलमेर *हरीश का न होना कितना दुखद जेसलमेर के पर्यटन के लिए*

*पर्यटकों की ही नही स्थानीय लोगो की पहली पसंद हरीश रहे*

*खास श्रद्धांजलि बाडमेर न्यूज़ ट्रैक की और से*

*जेसलमेर टूरिज्म को नई पहचान लोक नृत्य में देने वाले क्वीन हरीश के असामयिक निधन पर पूरा जेसलमेर स्तब्ध है।हर आंख में आंसू है।।जेसलमेर पर्यटन में यह दूसरी शख्सियत है जिनके जाने से जेसलमेर का पर्यटन उद्योग खाली खाली सा लगेगा।।इनसे पहले जेसलमेर पर्यटन को नई पहचान दिलाने वाले पहले और स्थाई मिस्टर डेजर्ट लक्ष्मीनारायण बिस्सा थे।।बिस्सा का टूरिज्म विकास में योगदान आज भी याद किया जाता है।।जजेसलमेर के टूरिज्म को शिशुकाल से विकसित कर युवा अवस्था मे लाने में बिस्सा का शानदार योगदान रहा। ऐसे ही क्वीन हरीश ने थार के लोक नृत्य घूमर,चकरी,अग्नि नृत्य,भवाई,सहित को देश विदेश में न केवल नई पहचान दिलाई अपितु देश विदेश के सेकड़ो सैलानियों को राजस्थान की नृत्य कला में प्रशिक्षण देकर पारंगत किया।हरीश लोक नृत्य की कई कलाएं जानते थे।।उनका भवाई नृत्य और अग्नि नृत्य खासे लोकप्रिय है।।जेसलमेर आने वाला हर देश विदेशी पर्यटक हरीश के नृत्य का न केवल आनंद लेता बल्कि खुद भी हरीश के साथ नृत्य कर खुद को आनंदित महसूस करते।।पिछले दो सालों में तो हरीश ने लोकप्रियता में नई ऊंचाइयां छुई।।उन्हें प्रकाश झा जैसे मंझे हुए निर्देशक ने अपनी फिल्म जै गंगाजल में मौका दिया।।जिसे हरीश ने बखूबी निभा तालियां बटोरी।।स्थानीय रिसोर्ट सहित विभिन कार्यक्रमो में हरीश की मांग सर्वाधिक थी।।हरीश का नृत्य दिल और सांस थाम के देखना पड़ता।।हरीश ने स्थानीय लोक गीत संगीत के साथ नृत्य को नई पहचान दी।।उनकी प्रतिभा का ही कमाल था कि विदेशों से उनके पास नृत्य सीखने हर साल युवतियां आती थी।।इस बार भी वो ग्रीष्म कालीन प्रशिक्षण चला रहे थे।।स्थानिय बच्चे नृत्य की बारीकियां सिख रहे थे।।हरीश के जाने से जेसलमेर के टूरिज्म में एक खालीपन आ ज
गया जिसे लक्ष्मीनारायण बिस्सा की तरह कोई भर नहीं पायेगा।।हँसमुख, मिलनसार हरीश को कभी भुलाया  नही जा सकता।।जेसलमेर के लिए अपूरणीय क्षति है।।

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक परिवार की और से क्वीन हरीश को सादर श्रद्धांजलि।*

जैसलमेर डांस गुरु क्वीन हरीश। अदभुत बेमिसाल लोक नृतक सहित की सड़क हादसे में चार की मौत मौत




जैसलमेर डांस गुरु क्वीन हरीश। अदभुत बेमिसाल लोक नृतक सहित की सड़क हादसे में  चार की मौत मौत 


जैसाणे री बात ही अनोखी थी


अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने हुनर का जल्वा बिखेरते हुवे लाखों प्रषंसकों के दिलों में राज करने वाले जैसलमेर के विख्यात अन्तर्राष्ट्रीय डांस गुरू क्वीन हरिष की आज अलसुबह एक सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई ,हरीश एक कार्यक्रम में भाग लेने अपनी टीम के साथ जा रहे थे,जोधपुर के बिलाड़ा के समीप ट्रैक के साथ इनकी गाड़ी इनोवा की भिड़ंत में हरीश सहित चार लोक कलाकारों की मौत हो गई ,हरिस की मौत की खबर से जेसलमेरवासी स्तब्ध हे ,हरीश ने लोक नृत्य , संस्कृति को देश विदेश में नए आयाम दिलाये ,

  जैसलमेर में राजस्थानी लोक संगीत नृत्य का यह एक ऐसा कोरियोग्राफर लोक गुरू हैं जिसके अकेले जापान में 2000 से ज्यादा शार्गिद हैं और हर वर्ष इसमें लगातार वृद्धि हो रही है हरीश नाम का ये लोक गुरू मात्र 38  वर्ष का है जापानी युवक युवतियों में इस लोक गुरू से राजस्थानी लोक संगीत नृत्य सीखने में दीवानगी का ये आलम था कि हर वर्ष दर्जनों युवतियां राजस्थानी लोक संगीत व नृत्य सीखने जैसलमेर आती थी और तो और हरीश स्वयं साल में एक बार जापान के अलग अलग शहरों में जाकर राजस्थानी नृत्य सीखने की वहां कक्षाएं आयोजित कर इन जापानी को नृत्य का प्रशिक्षण देताथा ।

हरीष द्वारा अब तक विभिन्न कक्षाओं के करीब 5000  से ज्यादा कलाकारो को राजस्थानी लोक संगीत व भारतीय लोकनृत्य में प्रषिक्षित किया   हैं। राजस्थानी नृत्य जिसमें घुटना, चकरी, भवाई, तराजू, तेरह ताली, घूमर, चरी, कालबेलिया प्रमुख हैं जिसमें हरीष विशेष रुप से पारंगत थे  के इन नृत्यों का जादू वह करीब 60 देषों में फैला चुका हैं। इसके लिए इन्हें कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जा चुका हैं।

गौरतलब हैं कि हरीष एंड पार्टी द्वारा पेरिस में 1999 में आयोजित वल्र्ड फुटबाल कप, यू.एस.ए में सी.ए.टल चिल्डरन फेस्टीवल, बेल्जियम में कूल कैफे फेस्टीवल, षिकागो में वल्र्ड म्यूजिक फेस्टीवल, न्यूयार्क में सेंट्रल पार्क संमर स्टेज फेस्टीवल, स्कॉटलैंड में एडिनब्रा फेस्टीवल, लंदन में क्वीन एलिजाबेथ व हाल ही के डेजर्ट फेस्टीवल में अपनी कला का प्रदर्षन कर चुके हैं। इसके अलावा हरीष राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में भी अभियान कर अपना लोहा मनवा चुके हैं।प्रकाश झा की फिल्मो में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हे,अभी जैसलमेर में ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण चला रहे थे जिसमे देश विदेश के कई छात्र छात्राए लोक नृत्य के गुर हरीश से सिख रहे थे 

गुरुवार, 30 मई 2019

बाड़मेर मेडिकल कॉलेज को अनुमति मिली,100 सीटों पर मिलेगा दाखिला

बाड़मेर मेडिकल कॉलेज को अनुमति मिली,100 सीटों पर  मिलेगा दाखिला
- मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने बाड़मेर के मेडिकल काॅलेज के लिए लेटर ऑफ परमिशन (एलआेपी) जारी की।


बाड़मेर, 30 मई। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडियन ने बाड़मेर के मेडिकल काॅलेज के लिए लेटर ऑफ परमिशन (एलआेपी) जारी कर दी है। इससे बाड़मेर के मेडिकल कालेज में 100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिल गई है।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि एमसीआई की अनुमति मिलने से अब इसी सत्र 2019- 20 से बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज में 35 फीसदी सीटें सबके लिए खुली अर्थात ओपन, 35 फीसदी निर्धारित राशि प्रति सीट 7.5 लाख एवं 15 सीटें  एनआईआर तथा 15 फीसदी आल इंडिया कोटे से भरी जाएगी। इन सब सीटों पर प्रवेश नीट मेरिट के आधार पर होगा। उनके मुताबिक एनआईआर कोटे के लिए बाड़मेर जिले में रहने वाले उनके रिश्तेदार विद्यार्थी पंजीकरण करवाते समय बाड़मेर मेडिकल कालेज का इंद्राज कर सकते है।
ताकि उनको बाड़मेर कालेज
आवंटित हो सके। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज शुरू होने से बाड़मेर एवं जैसलमेर समेत अन्य आसपास के जिलों के लोगों को इसका फायदा मिलेगा। उल्लेखनीय है बाड़मेर मेडिकल कॉलेज को प्रारम्भ करवाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एन.डी.सोनी , प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव मित्तल, पूर्व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं प्रोफेसर डॉ बी.एल. मंसूरिया, डॉ अनूप सिंह गुर्जर के साथ अन्य कालेज स्टाफ तथा विभिन्न विभागीय अधिकारियों की ओर से लगातार विशेष प्रयास किए गए। पूरे देश के मेडिकल कॉलेजों में चलने वाले पाठ्यक्रमों को मंजूरी देने वाली कार्यदायी संस्था भारतीय चिकित्सा परिषद (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) के सदस्यीय पैनल ने कुछ समय पूर्व
बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था। इस दौरान पैनल ने पूरे मेडिकल कॉलेज का बेहद गहनता से निरीक्षण करने के पश्चात रिकॉर्ड चेक करने के साथ प्रस्तावित एमबीबीएस सत्र से
जुड़े हर पहलू को बारीकी से देखा था। इसका सुखद परिणाम मेडिकल कालेज की अनुमति के रूप में प्राप्त हुआ ।
मेडिकल कालेज का भवन तैयार: बाड़मेर
मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग तैयार है। फिनीशिंग का काम अंतिम दौर में है। छात्र-छात्राओं को रहने के लिए हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल और स्टाफ क्वाटर भी बनाए गए हैं। इसके अलावा जिला मुख्यालय पर राजकीय चिकित्सालय में 300 बेड का अस्पताल सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है।
अनुमति मिलने पर स्वागत जताया: जिला एवं मेडिकल
 कॉलेज प्रशासन ने एमसीआई की अनुमति मिलने का स्वागत करते हुए इसे मेडिकल की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के भविष्य के अच्छा कदम बताया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एन.डी.सोनी ने बताया कि एमसीआई की ओर से बाडमेर कॉलेज में एमबीबीएस का प्रथम सत्र संचालित करने के लिए अधिकृत आदेश प्राप्त हो गया है। इससे अब बाडमेर में एमबीबीएस का प्रथम सत्र शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बाड़मेर में 100 सीटों को नीट मेरिट के आधार पर भरा जाना है।

*बाडमेर अधेड़ सहित दो ने आत्महत्या की,चोहटन की घटनाएं*

*बाडमेर अधेड़ सहित दो ने आत्महत्या की,चोहटन की घटनाएं*

बाडमेर जिले के सरहदी क्षेत्रो में आज एक अधेड़ सहित दो जनों ने फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली।।आत्महत्या के कारणों का खुलासा नही हुआ।।सुबह रेल से कटकर भी एक अन्य युवक ने आत्महत्या की थी।।जानकारी के अनुसार अधेड़ ने फंदा लगाकर की आत्महत्या
खेजड़ी के पेड़ पर रस्सी से फंदा लगाकर दे दी जान
देर रात बाद अपने घर से निकलकर लगा दिया फंदा
मृतक गोमाराम पुत्र भारूराम जाट रामदेरिया इसरोल का है निवासी
घर के निकट के खेजड़ी के पेड़ पर लगाया फंदा
मृतक के भतीज घमण्डाराम ने पुलिस को दी रिपोर्ट
मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या करने की जानकारी
परिजनों को शव सौपकर अनुसंधान किया शुरू
चौहटन थाना के रामदेरिया इशरोल में आत्महत्या का मामला।।इसी तरह युवक ने पेड़ पर फंदा लगाकर दी जान
नीम के पेड़ पर रस्सी से फंदा लगाकर कर आत्महत्या
देर रात को घर से निकलकर पास ही पेड़ पर लगाया फंदा
हीराराम पुत्र गेनाराम मेघवाल ने दी आत्महत्या
मृतक के पिता ने मानसिक संतुलन के चलते आत्महत्या का बताया कारण
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू किया अनुसंधान
चौहटन थाना क्षेत्र के जाटो की ढाणी केरनाड़ा सरहद की घटना

बाडमेर सांसद कैलाश चौधरी होंगे मोदी मंत्रिमंडल में शामिल

बाडमेर सांसद कैलाश चौधरी होंगे मोदी मंत्रिमंडल में शामिल


बाडमेर बाडमेर से नव निर्वाचित सांसद कैलाश चौधरी को  नरेंद्र मोदी की नई सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा।।इसके लिए उनके पास पी एम ओ से फोन कॉल भी आ चुका।।कैलाश बायतु से एक बार विधायक रह चुके है द।इस बार सांसद चुने गए।।बाडमेर जिले से पहली बार कोई सांसद मंत्री बनेगा।हालांकि कल्याण सिंह कालवी यहां सांसद रहते हुए मंत्री बने थे।।

रविवार, 26 मई 2019

*मेट की मजदूरी दर 213 रुपए प्रति दिवस तय, एक अप्रैल से लागू*

*मेट की मजदूरी दर 213 रुपए प्रति दिवस तय, एक अप्रैल से लागू*

*बाड़मेर, 26 मई।* ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की अधिसूचना 26 मार्च 2019 के जरिए महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए मेट की मजदूरी दर प्रति दिवस तय की गई है। जिला कार्यक्रम समन्यवक एवं जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि परियोजना निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव ईजीएस  राजेन्द्र सिंह केन ने समस्त जिला कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक महात्मा गांधी नरेगा को पत्र प्रेषित कर संशोधित मजदूरी दर से मेट को भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत नियोजित अकुशल श्रमिकों की मजदूरी दर एक अप्रैल 2019 से दरों में परिवर्तन कर 199 रुपए प्रति दिवस की गई है। साथ ही नियोजित मेट की मजदूरी दर संशोधित कर 213 रुपए प्रति दिवस की मजदूरी दर से भुगतान किया जाएगा। पूर्व में जिन मेटों को भुगतान किया जा चुका है उन्हें किसी प्रकार ऎरियर देय नहीं होगा। संशोधित मजदूरी दर के आदेश वित्त विभाग से प्राप्त सहमति के आधार पर जारी किए गए है।

बाडमेर *जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने दिया मानवता का परिचय*

बाडमेर *जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने दिया मानवता का परिचय*

*बाडमेर के युवा जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने शनिवार रात मानवता का परिचय देते हुए सड़क पर हादसे में घायल दो महिलाओं को अपनी निजी कार में डाल कर अस्पताल उपचार के लिए भर्ती कराया।।मामला नेहरू नगर स्थित सीमा सुरक्षा बल के मुख्य द्वार के आसपास का है।।सड़को पर अत्यधिक गड्ढ़ों के कारण टेम्पो का संतुलन बिगड़ने से पलटी खा गया।टेम्पई में सवार दो महिलाएं सड़क पर घायल अवस्था मे पड़ी थी।पीछे से जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता अपने वाहन में आ रहे थे।महिलाओ को सड़क पर देख गाड़ी से उतरे अपने कार्मिकों के सहयोग से महिलाओ को गाड़ी में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया।।जिला कलेक्टर की मानवीय संवेदनाओं को सलाम।।प्रत्यक्षदर्शी नरेश कुमार माली ने घटना की जानकारी दी।।*

जोधपुर *कलेक्टर कार्यालय में महिला ने महिला को मारा चाकू- मचा हड़कंप

जोधपुर *कलेक्टर कार्यालय में महिला ने महिला को मारा चाकू- मचा हड़कंप*



जोधपुर/ पहली पत्नी के होते दो शादियां करने को लेकर चल रहे विवाद में रविवार दोपहर जिला कलक्टर कार्यालय परिसर में कार्यपालक मजिस्ट्रेट कोर्ट के बाहर पहली पत्नी ने पति की दूसरी पत्नी के सीने में चाकू मार दिया। घायल महिला को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उदयमंदिर थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मण्डोर थानान्तर्गत लालसागर में बाबू कॉलोनी निवासी मुकेश वाल्मीकि ने दो शादियां कर रखी हैं। दोनों पत्नियां एक ही घर में रहती हैं।
शनिवार रात घर में झगड़ा होने पर मंडोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी और मुकेश को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया। जिसे रविवार दोपहर कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के लिए लाया गया। इस दौरान जमानत देने के लिए दूसरी पत्नी संतोष पुत्र के साथ कोर्ट पहुंची। इसका पता लगने पर पहली पत्नी रेखा भी कोर्ट पहुंच गई। कोर्ट के बाहर संतोष को खड़ा देख पहली पत्नी रेखा आवेश में आ गई। उसने जमानत न करवाने का दबाव डाला लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया। इस बात पर दोनों झगड़े पर उतारू हो गईं। आरोप है कि रेखा ने नारियल काटने में प्रयुक्त होने वाले चाकू से संतोष के सीने में वार कर दिया। वह घायल हो गई और खून बहने लगा। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को महात्मा गांधी अस्पताल की आपातकालीन इकाई में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। घायल के पर्चा बयान के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है आरोपी महिला मौके से भाग गई।

भाजपा कार्यकर्ता की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं स्मृति ईरानी, अर्थी को दिया कंधा

*भाजपा कार्यकर्ता की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं स्मृति ईरानी, अर्थी को दिया कंधा*           


                        
अमेठी/ अमेठी के गौरीगंज इलाके के बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. सुरेंद्र स्मृति ईरानी के करीबी माने जाते थे. उन्होंने स्मृति की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. घटना की सूचना मिलने के बाद स्मृति दिल्ली से अमेठी पहुंचीं. उन्होंने मृतक के परिजन से मुलाकात की और सुरेंद्र के शव को कंधा भी दिया. सुरेंद्र के बेटे ने इस मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर शक जताया है।सुरेंद्र सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए गांव में लोगों की भीड़ उमड़ी थी. वहीं, गांव में तनाव को देखते हुए मौके पर फोर्स को तैनात किया गया है. पीएसी के अलावा बड़ी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहले से ही मौजूद हैं।स्मृति ईरानी के करीबी नेता के हत्या के मामले में 7 लोग हिरासत में छापे
बता दें कि रविवार सुबह इस मामले में मृतक सुरेंद्र सिंह के बेटे अभय ने कांग्रेस समर्थकों पर पिता की हत्या का शक जताया था. अभय ने कहा, 'मेरे पिता स्मृति ईरानी के प्रचार में चौबीसों घंटे लगे रहते थे. स्मृति ईरानी की जीत के बाद विजय यात्रा निकाली जा रही थी. ये बात कांग्रेस समर्थकों को अच्छी नहीं लगी, शायद इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई. हमें कुछ लोगों पर संदेह है.'
हालांकि, पुलिस को इस  वारदात के पीछे परिवारिक रंजिश होने का शक है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हमें उम्मीद है कि केस 12 घंटे में सुलझा लिया जाएगा.

*जेसलमेर जनता के पास सीधे पहुंच समस्याएं जानकर समाधान करने का युवा कलेक्टर का सराहनीय प्रयास*

*जेसलमेर जनता के पास सीधे पहुंच समस्याएं जानकर समाधान करने का युवा कलेक्टर का सराहनीय प्रयास*

*लोगो के बीच जाने से समस्याओं की वास्तविकता का पता चलता है;मेहता*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक की खास रिपोर्ट*

जैसलमेर पश्चिमी सरहद  के जेसलमेर जिले में युवा और ऊर्जावान जिला कलेक्टर नमित मेहता ने ग्रामीणों के बीच जाकर उनकी समस्याएं जानने का सराहनीय अभियान चला रखा है।।दिखने में यह साधारण कार्य लगता है जिला कलेक्टर ने जो विजन बताया वह इन दौरों को खास बना देता है। जिले में जनता पर दोहरी प्राकृतिक मार इस वक्क्त पड़ रही है।। अकाल की स्थति और पेयजल समस्या इस वक्क्त जेसलमेर की प्रमुख समस्या है।।ग्रामीण क्षेत्रो में पशुधन के लिए चारा  डिपो और पशु शिविर खोलने की मांगें लगातार प्रशासन के पास आती रहती है तो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या बराबर मुंह फाड़े है।।ग्रामीण क्षेत्रो में स्थति बदतर है।।पेयजल लोगो की प्रमुख आवश्यकता है।।लोगो की मांग भी यही है कि दिन निकले इतना पानी तो उन्हें मिलना ही चाहिए।।अकाल की स्थति बने कोई दो से तीन माह हो गए । जिला प्रशासन ने कठिन आपदा नियमो के बावजूद करीब ढाई सौ स्व अधिक पशु शिविर खोल दिये। पशु शिविरों के मामले में पिछली सरकार ने इतने कड़े नियम बना लिए थे जिससे शिविर खुलना असम्भव सा था। ग्राम पंचायतों ,सहकारी सनीतियो को इनके संचालन की जिम्मेदारी दी गई।।ग्राम पंचायतें और सहकारी समितियां शुद्ध व्यापारिक संस्थाए है।जंहा लाभ दिखेगा वही काम करेंगे।पशु शिविर संचालित करने के लिए प्रति माह तीनसे चार लाख रुपयों की जरूरत रहती है। इतना पैसा ये संस्थाएं नही लगाना चाहती मगर जिला प्रशासन के हसक्षेप के चलते शिविर शुरू तो हो गए।पशु शिविरों का पैसा भुगतान  से पहले निरीक्षण रिपोर्ट, ,ग्राम सेवक ,पटवारी ,सरपंच से अधि प्रमाणित बिल ही प्रस्तुत होता है यदि निरीक्षण में पशु कम पाए गए तो पखवाड़े का पूरा पैसा कम पाए गए पशुओं की संख्या के आधार पर कट जाता है जिसके डर की बजह से सरकारी एजेंसियां पैसा नही लगती ।शिविरों के भुगतान नियमानुसार एक पखवाड़े के खत्म होने पर बिल पेश करते एक सप्ताह में करना होता है।मगर पशु शिविरों के संचालन में कई दिक्कतें है।स्वीकृति अधिकतम  दो सौ पशुओं के लिए  होती है मगर गांव में पशुधन अत्यधिक होने से संचालन करता एजेंसी के सामने चुनोती पूर्ण है।।इसी तरह जिला प्रशासन ने कमीशन्ड और नॉन कमीशन्ड गांवो में आपदा प्रबंध के तहत पेयजल टेंनकर शुरू किए है।।इन टेंकरो की प्रभावशाली  लोगों के टांकों में खाली होने की अक्सर शिकायते आती रहती है।।उसी मद्देनजर जिला कलेक्टर ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू होने का अभियान चलाया ताकि पशुओं को चारा वक़्त पर और सही मात्रा में मिले और टेंनकर सार्वजनिक  टैंकों या पशु खेलियो मे ही खाली हो इसकी मोनिटरिंग की जा सके।।जिला कलेक्टर के ग्रामीणों के बीच पहुंचने से मिलनेववाली शिकायतों में अतिरेक्त न होकर वास्तविक समस्याएं मिलती है ।ये समस्याएं जिला कलेक्टर की नजर में रहती है अन्यथा शिकायते ग्रामीण अपनी आपसी   गुटबाज़ी के कारण कर प्रशासन के लिए सरदर्द पैदा कर देती है।जिला कलेक्टर के ग्रामीण क्षेत्रो में पहुंचने से उनके सामने पुख्ता समस्याएं आती है जिसका निवारण खुद की देखरेख में करवाते है।।
भीषण गर्मी और आंधियों की।परवाह किये बिना ग्रामीणों के बीच पहुंचना कलेक्टर की प्रतिबद्धता दर्शाता है।

*जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि ग्रामीणों के समक्ष जाना सामान्य प्रक्रिया है।इसके बावजूद लोगो के बीच जाने से समस्याओ के धरातल तक पहुंचने में मदद मिलती है वास्तविकता सामने आती है।।प्रशासन ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए कटिबद्ध है।।पशुओं के लिए पर्याप्त संख्या में शिविर और चारा डिपो खोले है।इनमें जरूरत के हिसाब से चारा आपूर्ति हो इसकी व्यवस्था की गई है।ताकि पशुधन सरंक्षित रहे।।इसी तरह कमीशन्ड सुर नॉन कमीशन्ड गांव सुचिब्द कर पेयजल टैंकर भेजे जा रहे।।सभी क्षेत्रों के ग्रामीणों से रूबरू होने का अभियान है जारी रहेगा।।*

बाडमेर*अंतर्ध्यान हुई महिला के प्रति उमड़ा आस्था का ज्वार,मौके पर लोगो का तांता लगा,पूजा पाठ शुरू*

बाडमेर*अंतर्ध्यान हुई महिला के प्रति उमड़ा आस्था का ज्वार,मौके पर लोगो का तांता लगा,पूजा पाठ शुरू*


*बाडमेर पश्चिमी सरहदी जिले बाडमेर के एक गांव में शनिवार को एक महिला भगवान की आराधना करते करते अचानक विलुप्त हो गई।।घर वालो ने इसे अंतर्ध्यान होने बताया।महिला जिस जगह से गायब हुई वहाँ राख का ढेर मिला था।।रविवार को मौके पर बड़ी तादाद में साधु संत और ग्रामीण पहुंच रहे है।।आस्था का नया केंद्र बन गया है यह गांव।।जिस स्थान पर महिला अंतर्ध्यान हुई उस स्थान पर धुणा रोपा गया है तथा पूजा पाठ जाती है।।

उल्लेखनीय है कि बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी के रतनपुरा गाँव में 5 साल की भगवान की भक्ति के बाद लीला नाम की महिला के  आज सुबह अचानक अलोप हो जाने का चोकाने वाला मामला सामने आया है परिजन व ग्रामीण इसे देवीय चमत्कार मान रहे हैं सुबह से यह समाचार आग की तरह फैल गया जिस किसी को लीला के अलोप होने के चमत्कार का समाचार मिल रहा है बड़ी संख्या में लोग लीला के घर पहुँच रहे हैं लिला के भाई उदाराम से हुई बातचीत में बताया कि लिला पिछले 5 साल से भगवान की भक्ति कर रही थी लोगों को कई चमत्कार भी दिए हैं उदाराम नेे बताया 15 दिन पहले लीला ने कहा था अब मैंने 5 साल की भक्ति कर ली मुझे भगवान लेने आएंगे मैं उनके साथ जाना चाहती हूं लीला एक बंद कमरे में भक्ति में दिन रात लीन रहती थी आज सुबह करीब 4:00 बजे खड़ी होकर परिवार वालों को जगाया और कमरे में जाकर अपना ध्यान लगाकर भक्ति करने लग गई लेकिन काफी देर बाद जब देखा तो लीला अलोप हो चुकी थी कमरे में ज्योति जल रही थी ओर एक त्रिशूल व माला उस ज्योति में पाए गए जिसके अनुसार परिवार के सदस्य व ग्रामीण भी इसे एक चमत्कार मान रहे हैं इस चमत्कार को देखने के लिए दूर-दूर से ग्रामीणों के आने का तांता लगा हुआ है साधुसन्त भी इसे कल युग में इस घटना को चमत्कार मान रहे हैं सुचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुचीं तथा घटना की जानकारी ली।

*जैसलमेर रेतीले धोरे में दबे पुरानी बी एस एफ पोस्ट में कंप्यूटर ट्रेनिंग एंड रिकरूपमेंट केंद्र खोल सरहदी छात्रों को दिया तोहफा*

*जैसलमेर रेतीले धोरे में दबे पुरानी बी एस एफ पोस्ट में कंप्यूटर ट्रेनिंग एंड रिकरूपमेंट केंद्र खोल सरहदी छात्रों को दिया तोहफा*

*देश मे सरहद एरिया में बी एस एफ द्वारा स्थापित पहला कंप्यूटर सेंटर*

*जेसलमेर गर हो हौसला बुलंद तो पहाड़ों से भी रास्ते निकाले जा सकते है।मगर रेगिस्तानी धोरों में कभी भारत पाक युद्ध की  साक्षी बनी सीमा सुरक्षा बल के रेगिस्तान में दबी पुरानी पोस्ट आधुनिक कंप्यूटर लेब में तब्दील हो जाये तो यह दुनिया का नोवा आश्चर्य है।इस आश्चर्य को स्थापित करने में सीमा सुरक्षा बल की 56 bn बटालियन ने कड़ी मशक्कत के बाद मूर्तरूप देकर शनिवार को सरहदी पोछिना गांव के ग्रामीणों को सुपुर्द की ताकि गांव के बच्चे को कंप्यूटर सीखने शहर न जाना पड़े।अब सरहदी छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा उनके अपने गांव में मिलेगी।।इस ख्वाब को हकीकत में बदला बटालियन के कमांडेंट एस एस मांड ने।।शनिवार को इस लेब का उद्घाटन सेकड़ो ग्रामीणों और जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक राजेश कुमार ने किया।।

जिस स्थान पर सुनिल दत्त के क्लासिक फ़िल्म रेशमा और शेरा फिल्माई यह वही स्थान है।जजेसलमेर जिले का रेगिस्तानी गांव पोछिना। लम्बे समय से सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट एस एस मंद  स्टेट ऑफ आर्ट के तहत ग्रामीणों की मांग पर गांव में कंप्यूटर ट्रेनिंग और रिकरूपमेंट सेंटर स्थापित करने की योजना पर विचार कर रहे थे।इसी कड़ी में उन्होंने भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की गवाह बनी पुरानी पोस्ट (बंकर) जो रेगिस्तानी धोरों में दब चुकी थी।इसे ऐतिहासि रूप देने के लिए पोस्ट के ऊपर  आये रेगिस्तानी टीले को हटाने का कार्य शुरू किया करीब दस माह का समय इसमे लग गया।।आसपास के टीलों को भी हटाकर इस सेंटर का पुननिर्माण करवाया।।पोस्ट के आसपास रेत के टीलों को हटाकर इसे खेल मैदान के रूप में तब्दील कर दिया।।भारत वर्ष में सीमा सुरक्षा बल का सरहदी क्षेत्र में छात्रों के लिए यह पहला कंप्यूटर ट्रेनिंग और रिकरूपमेंट सेंटर है।।सीमा सुरक्षा बल के सामाजिक सरोकार को सरहदी ग्रामीणों ने जमकर सराहा।इस नवाचार से करीब पन्द्रह सौ की आबादी वाले इस गांव के छात्र छात्राएं लाभान्वित होंगे।अब उन्हें कम्प्यूटर शिक्षा के लिए शहर तक का सफर नहीं करना पड़ेगा।शनिवार को भव्य समारोह में सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक राजेश कुमार ने सेकड़ो ग्रामीणों,जन प्रतिनिधियों और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो और जवानों की उपस्थिति में लोगो को समर्पित किया। इस सेंटर की खूबसूरती में दो साइड में आये रेगिस्तानी टीले चार चांद लगा रहे।।