बाड़मेर विधानसभा चुनाव के दौरान विभिन्न कमेटियां करेगी व्यय की मोनेटरिंग
बाड़मेर, 06 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव के दौरान विभिन्न कमेटियां मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलांे एवं अभ्यर्थियांे की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के व्यय की निगरानी करेगी। इसके लिए विधानसभा क्षेत्रवार कमेटियां गठित करने के निर्देश दिए गए है।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि वीडियो सर्विलेंस टीम मंे कम से कम एक अधिकारी एक वीडियोग्राफर रहेगा। किसी जन सभा मंे एक से अधिक टीमांे की नियुक्ति की जा सकेगी। यह टीम राजनीतिक दल अथवा अभ्यर्थी की ओर से आयोजित जन सभा की वीडियोग्राफी करेगी। मीटिंग की वीडियोग्राफी की शुरूआत मंे संबंधित टीम को अपनी आवाज मंे टाईटल मंे समय,स्थान, पार्टी एवं अभ्यर्थी के नाम का ब्यौरा देना होगा। यह आयोजन से संबंधित वाहन, फर्नीचर, सिस्टम, बैनर एवं कटआउ आदि स्पष्ट रूप से दृष्टिगत हो सके। उन्हांेने बताया कि आयोजन के पुनः वोइंस मोड मंे वाहनांे की अनुमानित संख्या, कुर्सियां, फर्नीचर, मंच की अनुमानित साइज, बैनर्स, पोस्टर, कटआउट के बारे मंे जानकारी लेनी होगी। इसी तरह वीडियो व्यूइंग टीमंे विडियो सर्वलेंस टीम के जरिए दी जाने वाले सीडियो को चुनाव से संबंधित व्यय एवं एमसीएमसी से संबंधित कार्य संपादित करना होगा। एकाउंटिंग टीम एईओ के निर्देशन मंे कार्य करेगी। फ्लाइंग स्क्वायड कार्यपालक मजिस्ट्रेट,एक पुलिस अधिकारी एवं तीन से चार पुलिसकर्मी तथा 1 वीडियो ग्राफर तैनात रहेगा। यह टीम चुनाव घोषणा के साथ क्रियाशील हो जाएगी। उन्हांेने बताया कि स्टेटिक सर्विलेंस टीमें का गठन प्रत्येक पुलिस स्टेशन स्तर पर होगा। इसमंे दो से तीन पुलिसकर्मी, एक वीडियोग्राफर शामिल होगा। यह टीम मुख्य सड़कांे, नाकांे पर चेकपोस्ट स्थापित कर चुनाव व्यय से संबंधित अनियमित एवं संदिग्ध गतिविधियांे पर नजर रखेगी।
बाड़मेर, 06 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव के दौरान विभिन्न कमेटियां मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलांे एवं अभ्यर्थियांे की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के व्यय की निगरानी करेगी। इसके लिए विधानसभा क्षेत्रवार कमेटियां गठित करने के निर्देश दिए गए है।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि वीडियो सर्विलेंस टीम मंे कम से कम एक अधिकारी एक वीडियोग्राफर रहेगा। किसी जन सभा मंे एक से अधिक टीमांे की नियुक्ति की जा सकेगी। यह टीम राजनीतिक दल अथवा अभ्यर्थी की ओर से आयोजित जन सभा की वीडियोग्राफी करेगी। मीटिंग की वीडियोग्राफी की शुरूआत मंे संबंधित टीम को अपनी आवाज मंे टाईटल मंे समय,स्थान, पार्टी एवं अभ्यर्थी के नाम का ब्यौरा देना होगा। यह आयोजन से संबंधित वाहन, फर्नीचर, सिस्टम, बैनर एवं कटआउ आदि स्पष्ट रूप से दृष्टिगत हो सके। उन्हांेने बताया कि आयोजन के पुनः वोइंस मोड मंे वाहनांे की अनुमानित संख्या, कुर्सियां, फर्नीचर, मंच की अनुमानित साइज, बैनर्स, पोस्टर, कटआउट के बारे मंे जानकारी लेनी होगी। इसी तरह वीडियो व्यूइंग टीमंे विडियो सर्वलेंस टीम के जरिए दी जाने वाले सीडियो को चुनाव से संबंधित व्यय एवं एमसीएमसी से संबंधित कार्य संपादित करना होगा। एकाउंटिंग टीम एईओ के निर्देशन मंे कार्य करेगी। फ्लाइंग स्क्वायड कार्यपालक मजिस्ट्रेट,एक पुलिस अधिकारी एवं तीन से चार पुलिसकर्मी तथा 1 वीडियो ग्राफर तैनात रहेगा। यह टीम चुनाव घोषणा के साथ क्रियाशील हो जाएगी। उन्हांेने बताया कि स्टेटिक सर्विलेंस टीमें का गठन प्रत्येक पुलिस स्टेशन स्तर पर होगा। इसमंे दो से तीन पुलिसकर्मी, एक वीडियोग्राफर शामिल होगा। यह टीम मुख्य सड़कांे, नाकांे पर चेकपोस्ट स्थापित कर चुनाव व्यय से संबंधित अनियमित एवं संदिग्ध गतिविधियांे पर नजर रखेगी।