शुक्रवार, 22 जून 2018

*आखिर क्या हो रहा है बाड़मेर में।।।क्या ये वही बाड़मेर है?*

*आखिर क्या हो रहा है बाड़मेर में।।।क्या ये वही बाड़मेर है?*




*बाड़मेर भारत पाक सीमा पर  बसा साम्प्रदायिक सद्भाव और अमनप्रिय बाड़मेर जिले में अशांति और आपराधिक प्रवृत्ति लगातार बढ़ती जा रही।भाई चारा, और मानवता खत्म सी हो गई।।पिछले दो महीनों के घटनाक्रम देखे तो लगता ही नही हम उसी अमनप्रिय बाड़मेर में है।।मानवता को शर्मशार करने वाली घटनाए तेजी से बढ़ रही।।कल और आज की घटनाओं ने तो विचलित कर दिया।।एक सात साल की मासूम के साथ फुशकर्म करने वाले का कलेजा नही कंपा।।उसको कही कानून का ख़ौफ़ तनिक भी नही रहा होगा।।कानून और कानून के रखवालो को कोसने की बजाय अपनी अंतरात्मा में झांको।।एक मासूम पर कैसे किसी की नीयत बुरी हो सकती है।क्या उसको उसमे अपनी बहन बेटी का चेहरा नही दिखा।।ऐसे लोगो से तो घर की बेटियां भी कैसे सुरक्षित रही होगी।।अपराधी की कोई जाति धर्म नही होता।।अगर ऐसा है तो अपराधी के जाति के लोगो को कड़ा निर्णय लेना होगा।।उसके खिलाफ।।ऐसे लोगो को न समाज मे रहने का अधिकार है न जीने का।।कानून और कानून के रखवालो की बात करना  बेमानी होगी।।कानून अपराधियो  और अपराध की प्रवृति को नही  भांप सकते।।अपराध होने के बाद इनका काम शुरू होता हैं। मगर हमने अपनी संस्कृति और परंपराओं का त्याग कर बहुत बड़े अपराध को पनपने की छूट दे दी।।आज हमने अपना भाईचारा ही नही खोया अपणायत भी खो दी।।आज जो अपराध हो रहे उसका कारण भी हम खुद हैं। हमने अपने बच्चों को संस्कार ही नही दिए। पास पड़ौसियों का महत्व ही नही बताया।।हमने अपने बच्चों को समाज की मुख्यधारा से नही जोड़ा।।रिश्तों में दूरियां बढ़ा दी।।जिसके चलते आपराधिक प्रवृतियां बढ़ रही है। कल की घटना ही लो।।एक बेटी का दो किलोमीटर तक कुसंस्कारी मनचले पीछा कर रहे थे ।वो भी ऐसे इलाके से जंहा दिन भर चहल पहल रहती है।।बीच मे पुलिस चौकी भी आती है।।शायद ये इन युवकों को उनके परिवार से मिले कुसंस्कार ही थे।आखिर इतनी भीड़ भाड़ वाले इलाके में ऐसा दुस्साहस करने की हिम्मत कैसे हो जाती है।।मतलब साफ है उन्हें कोई कानून का ख़ौफ़ नही था।उन्हें अपने अभिभावकों की पहुंच का घमंड था।।सबसे बड़ी बात लानत उस व्यक्ति को जिसने इन युवकों को बचाने और समझौता करने के लिए पैरवी की। ऐसे लोग कानून के रखवालो के आसपास मंडराते है। यही घटनाक्रम पैरवी करने वाले कि बहन बेटी के साथ होता तो क्या इसी तरह पैरवी करता।।डूब के मर जाना चाहिए। सारे राह जब आरोपियों को दबोच लिया।।फिर सिफारिस करने की हिम्मत।।राजकीय कार्य मे बाधा का मुकदमा ठोक देते।।यही नही आत्महत्याओं का नया प्रचलन जो सामने आया वो और भी खतरनाक हैं।इन घटनाओं में हमारे सामाजिक ताने बाने को तार तार कर दिया। प्यार मोहब्बत ।।साथ मे आत्महत्या। क्या मायने इसके। ये परवरिस में कमी के नतीजे है।।घर मे बच्चो को संस्कार और अपनापन नही देंगे हालात इससे बदतर होंगे।।क्या परिवार के सदस्यों का कोई दायित्व नही की वो अपने बच्चों की गतिविधियों पे निगरानी रखे।।हम यहां कानून और कानून वालो को भी दो चार बाते सुना सकते थे मगर अपराध कारित करने में उनका क्या दोष। उन्हें कोसने की बजाय हम अपने अंदर झांक कर देखे। हम अपने बच्चों को क्या दे रहे। बच्चे घर मे जो देखते है वो ही सीखते है उसी को अंजाम देते है। आज की घटना ने तो हिला के रख दिया।। क्या बाड़मेर ऐसे ही नए नए अपराधों के साये में रहेगा। कानून और उनके रखवालो का ख़ौफ़ भी जरूरी है।उन्हें भी आत्मचिंतन करना होगा।।बाड़मेर कोई मेट्रो सिटी नही है।।बाहर के लीग भी नही जो अपराध को बढ़ावा दे रहे हो। ये सामाजिक अपराध है जो संस्कारो की कमी के कारण हो रहे।।*

*।।बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*।।

गुरुवार, 21 जून 2018

बाड़मेर आज़ाद प्रकरण को लेकर ग्रुप फ़ॉर पीपल ने राष्ट्रपति के नाम वैधानिक ज्ञापन जिला पुलिस अधीक्षक को सुपुर्द किया



बाड़मेर आज़ाद प्रकरण को लेकर ग्रुप फ़ॉर पीपल ने राष्ट्रपति के नाम वैधानिक ज्ञापन जिला पुलिस अधीक्षक को सुपुर्द किया


बाड़मेर ग्रुप फ़ॉर पीपल के अध्यक्ष और आर सी ए कोषाध्यक्ष युवा उद्यमी आज़ाद सिंह राठौड़ के खिलाफ जिला प्रशासन की दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में आज ग्रुप फ़ॉर पीपल द्वारा राष्ट्रपति के नाम वैधानिक ज्ञापन जिला पुलिस अधीक्षक डॉ गगनदीप सिंगला को सुपुर्द किया।।ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी,शंकर लाल गोली,माधो सिंह दांता, एडवोकेट खुमान सिंह सोढा,महेंद्र सिंह भाटी तेजमालता,दुर्जन सिंह गड़ीसर,नरेंद्र खत्री,जय परमार,प्रेम सिंह निर्मोही,राजेन्द्र लहुआ ,जसपाल सिंह डाभी,सहित कई लोग शामिल थे।।ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि ग्रुप अध्यक्ष के साथ जिला प्रशासन की।दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में जिला कलेक्टर के खिलाफ 14 वैधानिक बिंदुओं का ज्ञापन पुलिस अधीक्षक को पेश किया जिस पर जिलापुलिस अधीक्षक के साथ कई बिंदुओं पे चर्चा हुई।

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा राजनीतिक दबाव के चलते संविधान और कानून विरुद्ध कार्यवाही द्वेषपूर्ण भावना से की गई।।उन्होंने बताया की    बाड़मेर  कलेक्टर  द्वारा राजनैतिक विद्वेष के चलते राजनेताओ के दबाव के कारण बुजुर्ग एवं सम्मानित नागरिकों के अधिकारो का हनन किया जा रहा है। 
पदेन जिला कलेक्टर एवं पदेन पुलिस अधीक्षक जिले की बाड़मेर खेलकूद एवं सांस्कृतिक संस्थान के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष होते है तथा ये अध्यक्ष की जिम्मेदारी है बाड़मेर खेलकूद एवं सांस्कृतिक संस्थान की सालाना बैठक अनिवार्य रूप से आहूत करें तथा संस्थान वार्षिक लेखे एवं सूचनाए रजिस्ट्रार कार्यालय में प्रस्तुत करें ।
वर्तमान एवं पूर्व में रहे पदेन जिला कलेक्टर द्वारा इस सालाना प्रक्रिया को नजरंदाज किया गया तथा इस जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया गया । 2012 के पश्चात इस संस्थान का कोई चुनाव जिला कलेक्टर द्वारा नहीं करवाया गया तथा 2012 की कार्यकारिणी ही इससंस्थान को चलाती रही। खेल संघ के सचिव द्वारा संस्थान की आय हेतु संस्थान के जर्जर भवन को किराए पर दिया गया जिसके लिए संस्थान के सचिव ने विधान के अनुरूप इसे एक उद्यमी को कानूनन किराएनामे के जरिए किराए पर दिया तथा किराया चेक द्वारा खेलसंस्थान को मिलने लगा।
उक्त उद्यमी वर्तमान राजस्थान सरकार के विपक्षी दल से सम्बंध रखता है इसलिए राजनैतिक दबाव के चलते 15 06 2018 की रात 3रू18 बजे कलेक्टर के कहने पर पूर्व में इसी मामले में हुई पुलिस रिपोर्ट संख्या 19ध्2017 में निर्दोष साबित होने के बावजूद फिर से नया मुक़द्दमा रात्रि 3रू18 बजे दर्ज किया गया तथा सुबह 6रू00 बुजुर्ग सचिव राजू  सिंह जी चैधरी को हिरासत में लेलिया गया। उद्यमी आजाद सिंह राठौड़ के क़ानूनन किराए के भवन को रात में ही जबरन ख़ाली करवाया गया तथा सामान भी जब्त कर अज्ञात जगह भेज दिया गया । 

निम्न लिखित 14 बिन्दुओ की सिलसिलेवार उच्च स्तरीय जाँच कराई जाये ,

1.कथित धोखाधड़ी के मामले में छह माह पूर्व दर्ज हुए प्रकरण की जांच के बाद एफ आर लगाई गई तो फिर अचानक आजाद सिंह दोषी कैसे
2.बाड़मेर क्लब को संघ को किसने हेंड ओवर किया,कार्यसमिति का अध्यक्ष खुद कलेक्टर है तो नियमानुसार साल में एक बैठक क्यों आहूत नही की।।ये लापरवही और कर्तव्य पालना में कमी किसकी।।
3.संघ सचिव का कार्यकाल 2012 में समाप्त हो गया तो चुनाव कराने की जिम्मेदारी किसकी।।अध्यक्ष की।अध्यक्ष कौन।।खुद जिला कलेक्टर।।मतलब कर्तव्य का निर्वहन नही किया गया
3.जिस संस्था के चुनाव नही होते संवैधानिक तौर पर पदाशिन लोग ही कार्यवाहक के रूप में चुनाव होने तक कार्य करते है।तो सचिव अवैध कैसे
4.आजाद सिंह की कम्पनी को भवन किराये पे दिया,सचिव को अधिकार दिए गए है कानूनी दस्तावेजों पे हस्ताक्षर करने के ,सचिव ने तत्कालीन जिला कलेक्टर को नॉलेज में डालके लीजनडीड पे हस्ताक्षर किए,पंजीयन कार्यालय में पंजीबद्ध किया,इसमे क्या गलत हुआ,आज भी कई सरकारी भवन नाममात्र किराये पे दे रखे है उनके खिलाफ भी ऐसी कार्यवाही होगी
5.आजाद सिंह की आफिस का किराया चेक से संघ के खाते में अध्यक्ष के नाम से जमा हो रहा था,अध्यक्ष कौन।।फिर यह धोखाधड़ी और गबन कैसे

6.प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सीज करने का पावर जिला कलेक्टर के पास है क्या।।यह पावर त्ठप् को भी नही।फिर भी सीज से पहले नोटिस देने की प्रक्रिया की पालना क्यों नही की गई।।
7.जिस संघ में गबन का मामला दर्ज करवाया उसके अध्यक्ष जिला कलेक्टर है। मामला दर्ज कराने का दायित्व अध्यक्ष का था फिर केंद्र सरकार के कार्मिक के कंधे पे बन्दूक क्यों रखी गई
8.नेहरू युवा केन्द्र समन्वयक को मानद सचिव मौखिक तोर पे बना उनसे एफ आई आर दर्ज करवा ली,दो दिन बाद एस डी एम को सचिव बनाया।।जिससे एफ आई आर करवाई वो न्यायालय में बिना दस्तावेजो के मुकदमा फेस करेगा।उसे मानद सचिव का आदेश क्यों नही दिया
9.युवा समन्वयक आपके सामने गिड़गिड़ाता रहा कि उसे क्यों मामले में घसीट रहे ,उसका कोई लेना देना नही।आपने उस पर घर जाने की अघोषित रोक नही लगा रखी थी। वह अपनी बहन की बीमारी का बार बार हवाला दे रहा था,आपका दिल नही पसीजा
10’तीन दिन का नोटिस आजाद सिंह को देने के लिए तैयार करवाया उसे तमिल क्यों नही करवाया,अचानक सीज की कार्यवाही क्यों कि गई

11. सीजर टीम को हिदायत दी गई थी कि कोई फोटोग्राफी वीडियोग्राफी नही हो,फिर कार्यवाही सार्वजनिक कैसे हो गई।आपके द्वारा की कहा गत की कार्यवाही बीच मे रोक दी तो बेइज्जती हो जाएगी।उप खण्ड अधिकारी ने आपको सलाह भी दी नही मानी

बाड़मेर क्लब के दस्तावेजो में कांटछांट की बात कर रहे है इसकी फोरेंसिक जांच करवा लें कितनी पुरानी कांटछांट है। जो नए पेरेग्राफ जोड़े गए उसकी हेंड राइटिंग सारे मामले का पर्दाफास कर देगी।’

हितकारी स्वराज के कम किराये को गबन माना, मनोरंजन केंद्र मात्र एक रुपये के मासिक किराये पे दे रखा था,करिए वसूली और तत्कालीन जिला कलेक्टर संजय दीक्षित के खिलाफ कराए मुकदमा दर्ज।।कई सरकारी बिल्डिंगे कम दर पर दी हुई है फिर सबकी जांच हो

बाड़मेर क्लब और संघ के मेटर में विधान ,पंजीयन जिन तत्कालीन कलेक्टरों की देखरेख में बना उनके खिलाफ भी कार्यवाही अमल में लाये
 उक्त प्रकरण में भारत के इज्जतदार नागरिकों के मान का हनन आप द्वारा नियुक्त भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों द्वारा किया गया है अतः आपसे निवेदन एवं आशा है की आप इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँचकरवाएँगे तथा भारत के नागरिकों के मान सम्मान का हनन करने वाले अधिकारियों को उचित दंड की व्यवस्था करेंगे ।


बाड़मेर आज़ाद सिंह को माननीय राजस्थान हाई कोर्ट से मिली 15 दिन की अंतरिम जमानत ,

बाड़मेर आज़ाद सिंह को माननीय राजस्थान हाई कोर्ट से मिली 15 दिन की अंतरिम जमानत , 

बाड़मेर आज़ाद सिंह को माननीय राजस्थान हाई कोर्ट से मिली 15 दिन की अंतरिम जमानत ,
हाई कोर्ट ने लिबर्टी के साथ किया आदेश ज़ारी ।
बाड़मेर में श्रीमान ADJ कोर्ट में जो सुनवाई आज हुई उसका निर्णय कल तक सुरक्षित

मंगलवार, 19 जून 2018

बाड़मेर चवा प्रकरण : पुलिस प्रशासन के खिलाफ दर्जी समाज आज उतरेगा सड़कों पर




बाड़मेर चवा प्रकरण : पुलिस प्रशासन के खिलाफ दर्जी समाज आज उतरेगा सड़कों पर

-चवा पुलिस चौकी प्रभारी पर धमकाने का आरोप

बाड़मेर- जिले के बायतू क्षेत्र के चवा गांव में नाबालिग का शव टांके में

मिला। जिसके बाद नाबालिग के परिजनों ने नाबालिग का दुष्कर्म कर टांके में

डालकर हत्या काने का आरोप लगाते हुए आरोपियों को नामजद कर बायतू पुलिस

थाना में मामला दर्ज करवाया। नाबालिग मृतका के पोस्टमार्टम करवाने के

उपरांत शव उठाने से पूर्व पुलिस प्रशासन, मृतका के परिजनों व समाज के

मौजिज लोगों के मध्य जो वार्ता हुई उसमें बाड़मेर पुलिस ने अन्य तीन

आरोपियों को 3 दिन में गिरफ्तार करने की बात कही थी। लेकिन, पुलिस ने

नाममात्र का आश्वासन देकर समाज को केवल भ्रम में ही रखा और शेष आरोपियों

को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया जिससे दर्जी समाज मे पुलिस के प्रति

रोष व्याप्त है। वहीं दर्जी समाज के लोगों ने चवा चौकी प्रभारी खेताराम

पर आरोप लगते हुए कहा कि चवा चौकी प्रभारी द्वारा नाबालिग मृतका के

परिजनों को डराया-धमकाया जा रहा है और राजीनामे का दबाव बनाकर मामले को

कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे जिला प्रशासन व पुलिस

प्रशासन के प्रति समाज मे रोष व्यापत है।

बाड़मेर - पेड़ पर रस्सी के फंदे से लटकते मिले शव, चौहटन थाना क्षेत्र के ईटादा गांव की घटना

बाड़मेर  - पेड़ पर रस्सी के फंदे से लटकते मिले शव, चौहटन थाना क्षेत्र के ईटादा गांव की घटना

बाड़मेर. सीमावर्ती जिले के चौहटन थाना क्षेत्र के ईटादा गांव में मंगलवार सुबह प्रेम प्रसंग के चलते नाबालिग के साथ युवक के आत्महत्या करने का मामला सामने आया। नाबालिग के साथ युवक ने सोमवार देररात गांव के समीप सूनसान जगह पर रस्सी से पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर चौहटन थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी ली
चौहटन थाना पुलिस के अनुसार नाबालिग किशोरी व एक युवक ने एक साथ पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या की है। पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर चौहटन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए। घटना की गंभीरता को देखते हुए डिप्टी सुरेन्द्र प्रजापत घटनास्थल पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। पुलिस परिजनों की रिपोर्ट व ग्रामीणों से पूछताछ के आधार पर जांच कर रही है। सूचना के बाद चौहटन थानाधिकारी मनोहर विश्रोई मय जाब्ता मौके पर पहुंची। जानकारी के बाद ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए।

लड़की की उम्र 16 साल
ईटादा गांव की सरहद में एक साथ पेड़ से लटकते हुए शव नजर आए। ग्रामीण शव लटकते देख दंग रह गए। पुलिस जांच में सामने आया है कि लड़की की उम्र 16 साल है। युवक की उम्र 25 साल बताई जा रही है। पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू की। बताया जा रहा है कि दोनो के बीच लम्बे समय से प्रेम-प्रसंग था। सूचना के बाद चौहटन थानाधिकारी मनोहर विश्रोई मय जाब्ता मौके पर पहुंची।

पहले भी हुई हैं घटनाएं
सरहदी इलाके में प्रेमी युगल के आत्महत्या करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व बिजराड के सरुपे तले गांव में एक साथ तीन नाबालिग के आत्महत्या करने का मामला सामने आया था। वहीं चौहटन के वेरथान मार्ग, गांगाला में पेड़ से एवं गौहड़ का तला में एक सरकारी स्कूल परिसर में प्रेमी युगल के फंदा लगा आत्महत्या की घटनाएं हो चुकी हैं।

बाड़मेर 10.05 ग्राम अवैध स्मैक बरामद करने में सफलता एक मुलजिम गिरफ्तार


बाड़मेर 10.05 ग्राम अवैध स्मैक बरामद करने में सफलता एक मुलजिम गिरफ्तार
डाॅ. गगनदीप सिंगला पुलिस अधीक्षक बाडमेर द्वारा लोकल एवं स्पेषल एक्ट की कार्यवाही हेतु चलाये जा रहे विषेश अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा श्री कैलाष दान रतनु, वृताधिकारी गुडामालानी श्री रामनिवास सुण्डा के निर्देषन में श्री हरचन्दराम उनि थानाधिकारी पुलिस थाना रागैष्वरी मय पुलिस पार्टी द्वारा मेधा हाईवे पर सरहद नया नगर के पास नाकाबंदी कर दौराने नाकाबंदी संदिग्ध सुरेष कुमार पुत्र धुमालाराम जाति विष्नोई निवासी नया नगर को दस्तयाब कर उसके कब्जा से 10.05 ग्राम अवैध स्मैक बरामद कर मुलजिम को गिरफ्तार किया जाकर एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण पंजीबद्व किया गया। मुलजिम सुरेष कुमार द्वारा टोल प्लाजा पर पिछले करीबन तीन साल से मजदूरी करने की आड़ में अवैध स्मैक बेचने का कारोबार चलाना पाया गया तथा बरामद स्मैक आरोपी लाधुराम पुत्र श्री हरीकिषन जाति विष्नोई निवासी जोगाउ पुलिस थाना झाब जिला जालोर द्वारा सप्लाई करना पाया गया है। जो पूर्व में भी प्रकरण संख्या 21/2018 धारा 8/21 एनडीपीएस एक्ट पुलिस थाना रागैष्वरी में गिरफ्तार हो चुका है। मुलजिम सुरेष से पुछताछ जारी है।




जैसलमेर ’’ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ’’ महिलाओं की अधिकाधिक भागीदारी सुनिष्चित हो:- जिला कलक्टर जोरवाल

 जैसलमेर ’’ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ’’

महिलाओं की अधिकाधिक भागीदारी सुनिष्चित हो:- जिला कलक्टर जोरवाल

    जैसलमेर ,19 जून। जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए नियमित योग नितांत जरुरी है। ’’ करो हमेषा योग रहो निरोग ’’ उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में स्वर्ण नगरी जैसलमेर स्थित शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में प्रातः 6ः30 बजेः से आयोजित होने वाले जिला स्तरीय समारोह में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिष्चित हो। उन्होंने यह भी सीख दी कि सभी महिलाएॅं अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य की योग दिवस पर उपस्थिति सुनिष्चित करावें।
     जिला कलक्टर जोरवाल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में योग दिवस के सफल आयोजन एवं चेतना के लिए आयोजित सक्रिय महिलाओं की संगोष्ठी में यह उद्गार व्यक्त किये। इस अवसर पर आयुर्वेद चिकित्सक डाॅ.हेमतोष पुरोहित ,पंतजलि के योग प्रषिक्षक चुनीलाल पंवार ,जैसलमेर विकास समिति के सचिव ,चन्द्रप्रकाष व्यास , पूर्व उप जिला प्रमुख गंगादेवी व्यास ,पूर्व प्रधान करुणा कंवर ,पूर्व पार्षद प्रेमलता भाटिया के साथ ही योग से जुड़ी महिला प्रतिनिधि उपस्थित थी।
     जिला कलक्टर ने कहा कि आज की जीवन शैली में महिलाओं को योग से जुड़ने की महत्ती आवष्यकता है वहीं मानसिक के साथ शारीरिक स्वस्थ्य जीवन के लिए भी योग बहुत ही जरुरी है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे सदैव प्रसन्नचित और स्वस्थ रहने एवं बेहतरीन जीवन जीने के लिये नियमित योगाभ्यास अवष्य ही करावें। जिला कलक्टर जोरवाल ने इस अवसर पर विद्यालयी बालक-बालिकाओं की भी योग दिवस के मौके पर सक्रिय रुप से अधिकाधिक भागीदारी बढ़ाने पर विषेष जोर दिया।
      उन्होंने विषेष रुप से अन्तर्राष्ट्रीय दिवस योग दिवस को यादगार बनाने के लिए महिलाओं से आह्वान किया कि उस दिवस पुरुषों से भी अधिक संख्या में महिलाएॅं उपस्थित होवें। उन्होंने कहा कि योग से निरोग रहे ताकि उन्हें बीमारी पर किसी प्रकार का कोई खर्च नहीं करना पड़े।
       जिला कलक्टर ने मातृ शक्ति से कहा कि वे अपने परिवार के साथ ही आस-पड़ौस में योग दिवस में उपस्थित होने के लिए निमंत्रण दें और उनको योगाभ्यास के सुअवसर का लाभ प्रदान करावें। उन्होंने आषा जताई कि इस महिला संगोष्ठी से महिलाओं की भागीदारी योग दिवस के दौरान अवष्य ही बढ़ेगी। महिला जनप्रतिनिधियों के साथ ही योग से जुड़ी कई महिलाओं ने भी जिला कलक्टर को विष्वास दिलाया कि वे अधिकाधिक महिलाओं को योग दिवस पर लाएगी। वहीं योग के लाभों के बारे में भी अन्य महिलाओं को बताएगें।
     उल्लेखनीय है कि  अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस -21 जून के सफलतापूर्वक आयोजन के उपलक्ष में बुधवार , 20 जून को प्रातः 6ः30 बजे जिला मुख्यालय पर शहीद पूनमंिसंह स्टेडियम में योग पूर्वाभ्यास का आयोजन रखा गया है। इस योग पूर्वाभ्यास में योग साधकों को योग के विभिन्न आसन एवं प्राणायाम के गुर सिखाए जाएगें। जिला कलक्टर द्वारा पूर्वाभ्यास के दौरान भी सभी महिला प्रतिनिधियों को अधिकाधिक सम्मिलित होने के लिए विषेष आग्रह किया गया है।
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राजस्व लोक अदालत अभियान-न्याय आपके द्वार बुधवार को

आज ग्रामपंचायत काणौद ,रामगढ़ एवं रामदेवरा में लगेंगे षिविर

 जैसलमेर, 19 जून। राजस्व लोक अदालत अभियान-न्याय आपके द्वार षिविर 2018 अभियान के लिए जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार आज बुधवार को 20 जून को ग्रामपंचायत मुख्यालय काणौद , रामगढ़ तथा रामदेवरा में न्याय आपके द्वार षिविर का आयोजन रखा गया है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ने बताया कि इसी प्रकार 21 जून गुुरुवार को ग्रामपंचायत मुख्यालय पूनमनगर ,रायमला , मूलाना , शक्तिनगर और सुभाषनगर व धोेलासर  में राजस्व लोक अदालत अभियान-न्याय आपके द्वार षिविर का कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने संबंधित पंचायतों के ग्रामीणजनों से आह्वान किया कि वे षिविर में अधिकाधिक संख्या में पहंुचकर अपनी समस्याआंे का समाधान करावें।
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जैसलमेरराजस्व लोक अदालत षिविरो के अन्तर्गत को 135 नामान्तरकरण खोलें गए



जैसलमेरराजस्व लोक अदालत षिविरो के अन्तर्गत को 135 नामान्तरकरण खोलें गए
ग्रामीणों को पहुंची राहत 41 खातों का हुआ खाता दुरुस्तीकरण



जैसलमेर, 19 जून। राज्य सरकार द्वारा चलाएं जा रहें राजस्व लोक अदालत-न्याय आपके द्वार षिविर 2018 जैसलमेर जिले के लिए उपयोगी साबित हो रहे है। राजस्व षिविरों के माध्यम से जहां लोगों को बहुत बड़ी राहत पहुंच रही है।

जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल ने बताया कि जिले में 19 जून ,मंगलवार को न्याय आपके द्वार षिविर की कड़ी ग्रामपंचायत मुख्यालय तेजरावा , सौढ़ाकोर ,टावरीवाला और स्वामीजी की ढांणी में राजस्व षिविरों का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इसमें उपखण्ड जैसलमेर , फतेहगढ़ , पोकरण तथा भणियांणा की पंचायतों में षिविरों के माध्यम से लोगों को लाभान्वित किया गया है। इन षिविरों के अन्तर्गत चार तहसीलों के तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों द्वारा धारा 135 के तहत कुल 135 नामान्तरकरण खोलें जाकर राजस्व रिकाॅर्ड में दर्ज किए गए है। इसी प्रकार धारा 53 के तहत 09 खातों का विभाजन कर बंटवारें के प्रकरण निस्तारित किए जाकर लोगों को बहुत बडी राहत प्रदान की गई है। इन खातों के विभाजन होने से सैंकडों लोग जहां लाभान्वित हुए वहीं उन्हें अपनी-अपनी भूमि का असली हकदार प्रदान किया गया।

उन्होंनें बताया कि षिविरों के अन्तर्गत तहसीलदारों द्वारा 41 मामलों में खाता दुरस्ती के प्रकरण निस्तारित किए गए वही षिविरों में 01 सीमाज्ञान के आवेदन-पत्र प्राप्त किए जाकर 01 प्रकरण सीमाज्ञान का निस्तारित किया गया। वहीं 191 लोगों को राजस्व की नकलें प्रदान की गई एवं 464 अन्य प्रकरण निस्तारित किए गए। उन्होंनंे बताया कि इस प्रकार तहसीलदारों द्वारा इन षिविरों के माध्यम से 842 प्रकरण निस्तारित किए गए।

जिला कलक्टर जोरवाल ने बताया कि इन षिविरों में उपखण्ड अधिकारियों द्वारा धारा 136 के तहत 11 खातों का दुरस्तीकरण किया जाकर संबंधित लोगों को राहत प्रदान की गई। षिविर के दौरान खातेदारी घौषणा धारा 88 के तहत 01 व पत्थरीगढ़ीका एक एवं आर.टी.एक्ट का 01 मामला और पुराने 04 वादों का निष्पादित हुआ। इस तरह से इन षिविरों के माध्यम से तहत कुल 14 प्रकरण निस्तारित किए गए। इस प्रकार से आज के ये राजस्व कैम्प जरुरतमंद लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हुए।

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राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय बाड़मेर मंे प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ



राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय बाड़मेर मंे प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ
बाड़मेर, 19 जून। राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय बाड़मेर में इंजीनियरिंग मंे प्रवेश के लिए प्रक्रिया चल रही है, जिसमें विद्यार्थी रीप की वेबसाईट पर जाकर 29 जून तक रजिस्ट्रेशन एवं ऑप्शन फार्म भर सकेगें।

राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय बाड़मेर के प्राचार्य डॉ. संदीप रांकावत ने बताया कि राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय बाड़मेर में इस वर्ष से प्रवेश शुरू हो गया है। उनके मुताबिक बाडमेर, जैसलमेर एवं जालोर जिले एनर्जी हब बन चुके है, यहॉ पेट्रोलियम, पवन उर्जा, सौर उर्जा, नाभिकीय एवं तापीय उर्जा के उचित स्त्रोत उपलबध है, जो न केवल पश्चिमी राजस्थान बल्कि पूरे देश की उर्जा खपत को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि बाडमेर का अभियांत्रिकी महाविद्यालय बाड़मेर, जैसलमेर एवं जालोर जिले का इस क्षेत्र का प्रथम उच्च अध्ययन एवं तकनीकी संस्थान हैं। महाविद्यालय में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रत्येक ब्रांच की 60-60 सीटें हैं। इसके अतिरिक्त अल्प आय वर्ग के लिए 5 प्रतिशत टीएफडब्ल्यूएस की सीटे हैं जिसमें कम फीस लगेगी।

उन्हांेने बताया कि महाविद्यालय में प्रवेश के लिए राज्य सरकार की राजस्थान केन्द्रीयकृत इंजीनियरिंग प्रवेश प्रक्रिया रीप-2018 के माध्यम से 29 जून तक 700 रूपए की फीस जमा करवा कर प्रवेश प्रक्रिया में भाग लिया जा सकता हैं। विद्यार्थी रीप की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट रीपराज डॉट कॉम पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। प्रवेश के लिए कक्षा-12 में फिजिक्स, केमेस्ट्री व गणित विषय के साथ उत्तीर्ण विद्यार्थी योग्य हैं। सम्पूर्ण राजस्थान की रीप-2018 की वरीयता सूची जी-मेन्स एवं 12वीं प्राप्तांकों के आधार पर बनाई जाएगी। जिन विद्यार्थियों ने जी-मेन्स नहीं दिया हैं या चयन नहीं हुआ हैं वे भी 12वीं के प्राप्तांकों के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। राज्य सरकार के नियमानुसार आरक्षण देय होगा। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी प्रवेश संबंधित सहायता के लिए महाविद्यालय के हेल्प डेस्क दूरभाष 9119268187, 9460394649 से सम्पर्क कर सकते है।

बाड़मेर केस डायरी पेश नही करने पर न्यायाधीश हुई नाराज,पुलिस को किया पाबन्द*

बाड़मेर केस डायरी पेश नही करने पर न्यायाधीश हुई नाराज,पुलिस को किया पाबन्द*

*बाड़मेर बाड़मेर क्लब प्रकरण में आज आज़ाद सिंह राठौड़ की जमानत अर्जी की सुनवाई होनी थी मगर सिटी कोतवाली द्वारा केस डायरी प्रस्तुत नही करने पर सुनवाई कल तक टालनी पड़ी।जिसके चलते न्यायाधीश वनिता सिंह पुलिस की इस गैर जिम्मेदार हरकत से काफी नाराज हुई।उन्होंने पुलिस को फटकार भी लगाई।बाद में आदेश जारी कर बुधवार को नो बजे तक केस डायरी न्यायालय में पेश करने के लिए पाबन्द किया।उन्होंने यह भी कहा कि यदि पुलिस केस डायरी नही आई तो न्यायालय अपने स्तर पर कार्यवाही अमल में लाएगा।*

*बाड़मेर आज़ाद प्रकरण में कुछ सवाल जिला कलेक्टर से जो सर्व समाज की बैठक में सामने आए*मुख्यमंत्री जी को गुमराह किया

*बाड़मेर आज़ाद प्रकरण में कुछ सवाल मुख्यमंत्री  से जो सर्व समाज की बैठक में सामने आए*मुख्यमंत्री जी को गुमराह किया 

*जिला प्रशासन से मांगा जवाब,जवाब नही तो करेंगे कानूनी कार्यवाही*
एडवोकेट महेंद्र सिंह भाटी तेजमालता की फेसबुक वाल से 
*1.कथित धोखाधड़ी के मामले में छह माह पूर्व दर्ज हुए प्रकरण की जांच के बाद एफ आर लगाई गई तो फिर अचानक आज़ाद सिंह दोषी कैसे*


*2.बाड़मेर क्लब को संघ को किसने हेंड ओवर किया,कार्यसमिति का अध्यक्ष खुद कलेक्टर है तो नियमानुसार साल में एक बैठक क्यों आहूत नही की।।ये लापरवही और कर्तव्य पालना में कमी किसकी।।*


*3.संघ सचिव का कार्यकाल 2012 में समाप्त हो गया तो चुनाव कराने की जिम्मेदारी किसकी।।अध्यक्ष की।अध्यक्ष कौन।।खुद जिला कलेक्टर।।मतलब कर्तव्य का निर्वहन नही किया गया*


*3.जिस संस्था के चुनाव नही होते संवैधानिक तौर पर पदाशिन लोग ही कार्यवाहक के रूप में चुनाव होने तक कार्य करते है।तो सचिव अवैध कैसे*


*4.आज़ाद सिंह की कम्पनी को भवन किराये पे दिया,सचिव को अधिकार दिए गए है कानूनी दस्तावेजों पे हस्ताक्षर करने के ,सचिव ने तत्कालीन जिला कलेक्टर को नॉलेज में डालके लीजनडीड पे हस्ताक्षर किए,पंजीयन कार्यालय में पंजीबद्ध किया,इसमे क्या गलत हुआ,आज भी कई सरकारी भवन नाममात्र किराये पे दे रखे है उनके खिलाफ भी ऐसी कार्यवाही होगी*


*5.आज़ाद सिंह की आफिस का किराया चेक से संघ के खाते में अध्यक्ष के नाम से जमा हो रहा था,अध्यक्ष कौन।।फिर यह धोखाधड़ी और गबन कैसे*


*6.प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सीज करने का पावर जिला कलेक्टर के पास है क्या।।यह पावर RBI को भी नही।फिर भी सीज से पहले नोटिस देने की प्रक्रिया की पालना क्यों नही की गई।।*


*7.जिस संघ में गबन का मामला दर्ज करवाया उसके अध्यक्ष जिला कलेक्टर है। मामला दर्ज कराने का दायित्व अध्यक्ष का था फिर केंद्र सरकार के कार्मिक के कंधे पे बन्दूक क्यों रखी गई*


*8.नेहरू युवा केन्द्र समन्वयक को मानद सचिव मौखिक तोर पे बना उनसे एफ आई आर दर्ज करवा ली,दो दिन बाद एस डी एम को सचिव बनाया।।जिससे एफ आई आर करवाई वो न्यायालय में बिना दस्तावेजो के मुकदमा फेस करेगा।उसे मानद सचिव का आदेश क्यों नही दिया*


*9.युवा समन्वयक आपके सामने गिड़गिड़ाता रहा कि उसे क्यों मामले में घसीट रहे ,उसका कोई लेना देना नही।आपने उस पर घर जाने की अघोषित रोक नही लगा रखी थी। वह अपनी बहन की बीमारी का बार बार हवाला दे रहा था,आपका दिल नही पसीजा*


*10*तीन दिन का नोटिस आज़ाद सिंह को देने के लिए तैयार करवाया उसे तमिल क्यों नही करवाया,अचानक सीज की कार्यवाही क्यों कि गई*


*11.आप द्वारा सीजर टीम को हिदायत दी गई थी कि कोई फोटोग्राफी वीडियोग्राफी नही हो,फिर कार्यवाही सार्वजनिक कैसे हो गई।आपके द्वारा की कहा गत की कार्यवाही बीच मे रोक दी तो बेइज्जती हो जाएगी।उप खण्ड अधिकारी ने आपको सलाह भी दी नही मानी*


*बाड़मेर क्लब के दस्तावेजो में कांटछांट की बात कर रहे है इसकी फोरेंसिक जांच करवा लें कितनी पुरानी कांटछांट है। जो नए पेरेग्राफ जोड़े गए उसकी हेंड राइटिंग सारे मामले का पर्दाफास कर देगी।*


*हितकारी स्वराज के कम किराये को गबन माना, मनोरंजन केंद्र मात्र एक रुपये के मासिक किराये पे दे रखा था,करिए वसूली और तत्कालीन जिला कलेक्टर संजय दीक्षित के खिलाफ कराए मुकदमा दर्ज।।कई सरकारी बिल्डिंगे कम दर पर दी हुई है फिर सबकी जांच हो*


*बाड़मेर क्लब और संघ के मेटर में विधान ,पंजीयन जिन तत्कालीन कलेक्टरों की देखरेख में बना उनके खिलाफ भी कार्यवाही अमल में लाये*


*ये प्रश्न आज सर्व समाज की बैठक में जिला कलेक्टर की भूमिका को लेकर उठे।।इन प्रश्नों के जिम्मेदार कौन है।*

बाड़मेर जिला प्रशासन की आज़ाद सिंह के खिलाफ कार्यवाही प्रकरण,भाजपा चारो खाने चित*




बाड़मेर जिला प्रशासन की आज़ाद सिंह के खिलाफ कार्यवाही प्रकरण,भाजपा चारो खाने चित*



*बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष बनाने के बाद पहली बार बाड़मेर पहुंचे आज़ाद सिंह राठौड़ के खिलाफ नियमो के विरुद्ध कार्यवाही का डंडा चला कर जिला प्रशासन ने चुनावी साल में काँग्रेस को जोरदार सहयोग कर भाजपा को चारों खाने चित कर दिया।।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा के स्थानीय नेताओं की राजपूतो को भाजपा में वायस लेन के जो प्रयास किये जा रहे थे उस पर प्रशासन ने पानी फेर रही सही उम्मीद भी खत्म कर दी। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही से भाजपा से पहले ही नाराज चल रहे राजपूत समाज मे और आक्रोश फैल गया।।बाड़मेर जैसालमेर की आठ विधानसभा सीट के अलावा जोधपुर जालोर में इस प्रकरण का असर दिखेगा।जोधपुर में मारवाड़ प्रांतीय राजपूत सभा ने आज़ाद सिंह के खिलाफ हुई द्वेषपूर्ण कार्यवाही के विरोध में आंदोलन का बगल बजा दिया। आज जोधपुर में राजपूत समाज ज्ञापन दे रहा। जैसलमेर,जालोर ,पाली में भी समाज के लीग आज़ाद के साथ आ गए।।जिला प्रशासन के इस रवैये से भाजपा की थोड़ी बहुत उम्मीदों पर पानी फिर गया।।राजपूत समाज के अलावा भी सर समाज मे भी इस कार्यवाही की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही ने भाजपा के उन राजपूत नेताओ के माथे पे बल डाल दिये जो कल तक दावा कर रहे थे कि राजपूत भाजपा के साथ आ जाएंगे मगर पिछले चार दिनों के घटनाक्रम ने भाजपा नेताओं के चेहरों की हवाईयां उड़ा दी। राजपूत नेताओ और मंत्रियों के फोन भी जिला प्रशासन के पास आये मगर प्रशासन ने ऊपर का हवाला देकर चुप करवा दिया। आनंदपाल सिंह और चुतर सिंह प्रकरणों के बाद भाजपा से नाराज चल रहे राजपूत समाज के भाजपा में वापसी की उम्मीदों पर जिला प्रशासन ने अंतिम कील ठोक दी।संघ के सचिव राजू सिंह जी चोधरी पर अनैतिक कार्यवाही कर जिला प्रशासन ने प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जाटो से भी नाराजगी मोल लेली।।राजू सिंह लेगा जाट समाज के ही नही सभी समाजो के लिए प्रतिष्ठित व्यक्ति है। उनके खिलाफ आक्रामक कार्यवाही कर कही न कही जाटो की नाराजगी मोल ले ली।।जिसका सर विधानसभा चुनावों में दिखेगा।।जिला प्रशासन कहाँ तो काँग्रेस को नुकसान पहुंचाने निकला था उल्टे अपने हाथ जला बैठा।।भाजपा को रसातल में डाल दिया।।अब आज़ाद सिंह के समर्थन में कई समाज आगे आ रहे है प्रतिदिन कलेक्टर के पास राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देंगे।।विभिन समाजो ने इस कार्यवाही को काली सूची में डाल दिया है। जिला प्रशासन ने जिस शख्स से कथित मुकदमा दर्ज कराया वो भाजपा परिवार का हिस्सा है उनके भाई बिशाला के भाजपा ब्लॉक अध्यक्ष है।।तो राजू सिंह लेगा परिवार भी भाजपा से है।उनके पुत्र स्व देवेंद्र लेगा युवा मोर्चा के लोकप्रिय जिला अध्यक्ष रहे।।।आज देवेंद्र लेगा संसार मे नही है ।।तो जिला प्रशासन की इस कार्यवाही का असर तो पड़ना तय हैं।।जिला प्रशासन की इस कार्यवाही के चलते ऊर्जा मंत्री पुष्पेंद्र सिंह को अपना बाड़मेर दौरा निरस्त करना पड़ा।।राज्य सरकार की गुड बुक से बाहर आ चुके जिला कलेक्टर काँग्रेज़ नेताओ के खिलाफ कार्यवाही कर नम्बर बढ़ाने के प्रयास में थे मगर जाने अनजाने भाजपा की बलि दे दी।।।*

सोमवार, 18 जून 2018

बाड़मेर।आज़ाद प्रकरण में बोले पूर्व सांसद हरीश चौधरी,बदले की भावना से की गई कार्यवाही*राजनीती से ऊपर उठ के विरोध करना चाहिए



बाड़मेर।आज़ाद प्रकरण में बोले पूर्व सांसद हरीश चौधरी,बदले की भावना से की गई कार्यवाही*राजनीती से ऊपर उठ के  विरोध करना चाहिए 



एआईसीसी सचिव एवं पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार के दबाव में आरसीए कोषाध्यक्ष युवा आजादसिंह राठौड़ के बाड़मेर में कई वर्षों से संचालित कार्यालय को आनन फानन में ताला तोड़कर सीज करवाने की कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा की है। पूर्व सासंद ने कहा कि बाड़मेर में नेताओं के बीच राजनीतिक विरोधाभाष वैचारिक विरोधाभाष रहे होंगे लेकिन ऐसी बदले की कार्रवाई करने की परम्परा कभी नहीं रही है।

मुख्य मंत्री वसुन्धरा राजे ने अपने राजनीतिक द्वेष के कारण प्रेम सौहार्द वाले इस क्षेत्र में दमनकारी नीति अपनाकर जिले के सभी अधिकारियों और पुलिस के साये में प्रशासन द्वारा लीज के आधार पर दिये हुए भवन को खाली करने के लिए भय का माहौल पैदा कर नई परम्परा शुरू की है। पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि जिले में और भी कई सरकारी सम्पतियां किराये पर दी हुई हैं, उनके विरूद्ध सरकार और प्रशासन उनके लिए क्यों चुप है। राज्य में वसुन्धरा राजे को मुख्यमंत्री बने साढ़े चार वर्ष हुए हैं लेकिन अब अचानक इस तरह की कार्रवाई क्यों की गई।




पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि जीवन पर्यन्त भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे भाजपा जिला युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष स्व0 देवेन्द्र लेघा के बुजुर्ग पिता श्री राजूसिंह चौधरी को भी मुख्यमंत्री ने अपने स्वार्थ सिद्धी में हथियार बनाकर गिरफ्तार करवाया। पूर्व सांसद चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की इस तरह की कार्रवाई निन्दनीय है और सभी को राजनीति से उपर उठकर इसका विरोध करना चाहिए।

बाड़मेर आज़ाद के समर्थन में आया सर्व समाज,कानूनी भाषा मे बात करेंगे प्रशासन से*



बाड़मेर आज़ाद के समर्थन में आया सर्व समाज,कानूनी भाषा मे बात करेंगे प्रशासन से*



बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद सिंह राठौड़ और खेल संघ के सचिव राजू सिंह लेगा के खिलाफ जिला प्रशासन ने एक किराये के मामले में रात को तीन बजकर अठारह मिनट पे मुकदमा दर्ज कराया।।पूरे राजस्थान ही नही भारत वर्ष में कभी ऐसा नही हुआ। यह बात यशवर्धन सिंह ने आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद सिंह के खिलाफ राज्य सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन द्वारा की गई दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में राणी रूपादे संस्थान में आज़ाद के समर्थन में आयोजित सर्व समाज की बैठक में कही।।उन्होंने कहा कि जिस संघ में जिला कलेक्टर सचिव को अवैध बात रहे है उस संघ के अध्यक्ष जिला कलेक्टर खुद है। सहकारी समितियों के नियमानुसार संघ अध्यक्ष को साल में एक बैठक अनिवार्य आहूत करनी होती है।इतने साल तक जिला कलेक्टर ने अपने कर्तव्य का निर्वहन नही किया।।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने संविधान,नियम,कानून को ताक में रख द्वेषपूर्ण भावना स्व आज़ाद सिंह के खिलाफ सरकार के इशारे पर की।।उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यवाही बड़े अपराधियो के खिलाफ भी नही होती। कानून के रखवाले दबाव में नियम और कानून को तक मे रख कार्यवाही करने लग जाये तो आम आदमी किसपे भरोसा करें। सर्व समाज की बैठक को संबोधित करते हुए भँवर लाल जेलिया ने कहा कि प्रशासन ने एक सफल व्यवसायी की साख को धूमिल करने का षड्यंत्र रचा और उसे अमली जामा पहनाया।।प्रशासन को जवाब देना पड़ेगा। कमल सिंह चुली ने कहा कि एक युवा अपने दम पर आगे बढ़ रहा है उसके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा उसे बदनाम किया जा रहा।प्रशासन के इस कदम को कोई सहन नही करेगा। पृथ्वी सिंह रामदेरिया ने कहा कि ऊपर के इशारे से की गई बर्बरतापूर्ण कार्यवाही का सर्व समाज विरोध करता है। युवा की राजनीति को खत्म करने का षड्यंत्र भले रच हो सफल होने नही देंगे।।उन्होंने कहा कि समाज को इस प्रकरण के बाद लामबंद होकर सरकार और प्रशासन से जवाब मांगना चाहिए।आज आज़ाद के साथ हुआ कल आपके साथ होगा।।

सभा को यूसुफ खान,संग सिंह लुणु ,हुकम सिंह अजित,नारायण सिंह कपूरड़ी,खुमान सिंह सोढा,कमल सिंह रानीगांव ,पूर्व पार्षद शांति गहलोत,पार्षद किशोर शर्मा,गिरधर सिंह कोटड़ा,सहित कई वक्ताओं ने संबोधित कर राज्य सरकार के दबाव में आज़ाद सिंह के खिलाफ की गई अनैतिक ,नियम विरुद्ध कार्यवाही की कड़े शब्दों में भत्सर्ना की गई। कार्यक्रम में सभी ने सर्व सम्मति से तय किया कि इस लड़ाई को कानूनी रूप से लड़ा जाए।जिला प्रशासन ने द्वेषपूर्ण कार्यवाही की है उसकी शिकायत महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को की जाए।इसके लिए एक डेलिगेशन दिल्ली जाएगा। सभा को संबोधित करते हुए हरीश धनदे ने कहा कि जिला कलेक्टर सहित षड्यंत्र में धमिल लोगो के खिलाफ न्यायालय के जरिये मुकदमे किये जायें।प्रशासन ने दमन की नीति अपना संविधान नियम कानून की धज्जियां उड़ा दी।उन्होंने कहा कि एक लिमिटेड कंपनी को जिला प्रशासन कैसे खुर्द बुर्द कर सकता है। जिला प्रशासन ने नेहरू युवा केन्द्र के समन्वयक को बलि का बकरा बना दिया।।सभा में हीर सिंह भाटी,किशोर सिंह कानोड़,दुर्जन सिंह गड़ीसर,रिड़मल सिंह दांता, महेंद्र सिंह तेजमालता,महेंद्र सिंह तारातरा,मान सिंह भाटी,नेपाल सिंह,भीम सिंह सोढा ,नरेंद्र खत्री,मोहम्मद सादिक,चन्दन सिंह भाटी,सहित सेकड़ो की तादाद में सर्व समाज के लीग उपस्थित थे।।बैठक में निर्णय कीट गया कि जिला कलेक्टर दमन और कानून विरोधी विचारधारा के है उन्हें ज्ञापन नही देंगे।।सर्वसम्मति से बड़े आंदोलन की भूमिका ओर भी चर्चा की गई।।कार्यक्रम का संचालन के डी चारण ने किया।।सर्व समाज को पूरे प्रकरण की सच्चाई बताई गई।।

बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद के खिलाफ ललित मोदी के इशारे पर भाजपा सरकार का कहर ,फिर राजपूत निशाने पे

बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद के खिलाफ  ललित मोदी  के इशारे पर भाजपा सरकार का कहर ,फिर राजपूत निशाने पे 



श्रवण सिंह राठाैड़ @ नई दिल्ली। 
बाड़मेर के युवा व्यवसायी आजाद  सिंह राठौड़ को आरसीए के  चुनावों में ललित मोदी के समर्थकों से उलझना भारी पड़ गया। वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने आधी रात को बाडमेर कलेक्टर से पुलिस थाने में एक पुराने प्रकरण में मुकदमा दर्ज करा दिया। युवा लेखक और व्यवसायी आजाद सिंह को सरकार के इशारे पर पुलिस ने गिरफ्तार करने की तैयारी कर ली है। दरअसल आर्बिट्रेशन के फैसले पर आजाद सिंह राठौड़ के आरसीए का कोषाध्यक्ष बनना सरकार और ललित मोदी को नागवार गुजरा। सरकार ने अपने पूरे  प्रशासन को आजाद सिंह की जन्म पत्री तैयार करने में लगा दिया गया। फ़ाइलें खंगाली गई। थानों में आपराधिक रिकॉर्ड ढूंढा गया, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। तब सीएमओ के निर्देश पर वहां कलेक्टर आफिस के पास बाड़मेर क्लब ने  9 साल की लीज पर आजाद सिंह को कुछ वर्षों पूर्व किराए पर दी गई ज़मीन को लेकर कलेक्टर ने मुकदमा दर्ज कराया। सब जानते है कि सरकार की निगाह टेढ़ी होने पर मीनमेख निकाल कर कैसे  सलटाया जाता हैं। ये मामला भी प्रथम दृष्टया ऐसा ही नजर आ रहा है। जिस क्लब को लेकर ये मामला बनाया गया है, उस 
बाड़मेर क्लब के अध्यक्ष खुद वहां के कलेक्टर ही है। अचानक कार्यवाही क्यों ?  वजह सब समझते हैं। लीज वाली जमीन एसपी और कलेक्टर आफिस से लगती हुई है। आजाद सिंह ने वहां अपना आफिस बना रखा है। सभी आला अफसरों का वहां लगातार उठना बैठना रहा है। आजाद सिंह राठौड़ पर पहले का कोई मुकदमा नहीं है। साफ सुथरा व्यवसाय है। अब प्रशासन ने अचानक से बिना नोटिस जारी किए आजाद सिंह का आफिस सीज कर दिया है।
जिस कलेक्टर के कार्यकाल में ये लीज हुई, क्या राज्य सरकार उन अफसरों के खिलाफ भी लेक आफ सुपरविजन के तहत मुकदमा दर्ज कर ऐसे ही कार्रवाई करेगी? असल में आधी रात को दर्ज मुकदमे से सरकार की नियत में खोट नजर आ रही है। बाड़मेर में जाति विशेष के व्यक्ति को फंसाने का ये पहला मामला नहीं है। लोगों की मानें तो पिछले लोकसभा चुनावों से ही इस पटकथा की शुरुआत हो चुकी थी। जब बाड़मेर में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जी जसोल ने वसुंधरा राजे जी के द्वारा भाजपा का टिकट काटे जाने पर उनके निर्दलीय चुनाव लडने के बाद से लगातार वहां मौजिज लोगों को निशाना बनाकर दुर्भावना पूर्ण कार्यवाही की जा रही है। पिछले दिनों केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह जी शेखावत के खिलाफ भी ऐसे ही जोधपुर में जमीन के एक पुराने मामले में प्रकरण बनाया गया है। एक एक करके सबको जलील किया जा रहा है। 
राजपूत भाजपा में रहकर राजनीति करें, तब आपको (वसुंधरा राजे जी) को तकलीफ़। भाजपा के अध्यक्ष के लिए जब गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम चलें, तब आप दलील देती हो कि राजपूत को अध्यक्ष बनाया गया तो जाट नाराज हो जाएंगे। जब आजाद सिंह राठौड़ जैसा नौजवान कांग्रेस से जुड़कर जाट नेता हेमाराम जी और हरीश चौधरी जी के टीम में काम करते हुए आरसीए चुनाव लड़कर कोर्ट के आदेश से कोषाध्यक्ष बन जाता है तब भी आपको तकलीफ़। सामाजिक समरसता भी आपको मंजूर नहीं। 
मतलब भाजपा में रहने पर दिक्कत, कांग्रेस से राजनीति करने पर दिक्कत ?  जाट से दूर रहें तो बहाना, साथ रहे तो उलाहना! 
राजस्थान सदैव ही सामाजिक समरसता वाला प्रदेश रहा है। यहां कभी भी छोटे मन के लोग नहीं रहे हैं। वसुंधरा राजे सरकार सारी परंपराओं को तोडकर राजस्थान में जो जाति विशेष के खिलाफ दुर्भावना से प्रेरित होकर  बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है, उसका नतीजा गंभीर होगा। न खाऊंगा और न खाने दूंगा, के जुमले बोलने वाले नरेंद्र मोदी जी आंखें मूंद कर सब खामोशी से देख रहे हैं। वो भी इस अपराध के लिए उतने ही दोषी है। वसुंधरा राजे जी पानी सर से निकल रहा है। आजाद सिंह हो या फिर गजेन्द्र सिंह जी। जो दोषी हो, उसे आप भले ही फांसी पर लटका दो, लेकिन पहले आप खुद का दामन तो साफ हो।‌
मोहतरमा एक तरफ तो आप की नाक के नीचे बिना लिए दिए कुछ भी काम नहीं हो रहा है, दूसरी तरफ आप गडे मुर्दे उखाड़ कर राजनीति करना चाह रहीं हों, यह मंजूर नहीं है। लाते सहन करने और  अत्याचार देख रहे लोगों को भी समझना होगा, कि ऐसे आंखें बंद करने से कुछ होगा। क्या पता अगला नंबर आपका हो ? फैसला करना सीखों। लोकतंत्र में वोट की चोट ही सबसे बड़ा हथियार है। मन में ठान लो। स्वाभिमान से बढ़कर कुछ नहीं है। दल विशेष की गुलामी छोड़ो। झटका देना सीखों, वरना गुमनामी के अंधेरे में धकेल दिए जाओगे। 
( श्रवण सिंह राठाैड़। )
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