शनिवार, 23 दिसंबर 2017

बाड़मेर राजस्व प्रकरणांे को प्राथमिकता से निपटाएंःनकाते

बाड़मेर राजस्व प्रकरणांे को प्राथमिकता से निपटाएंःनकाते
-जिला कलक्टर ने की राजस्व प्रकरणांे की प्रगति की समीक्षा


बाड़मेर, 23 दिसंबर। लंबित राजस्व प्रकरणांे को प्राथमिकता से निपटाएं। ताकि आमजन को समय पर राहत मिल सके। रिकार्ड मॉडर्नाइजेशन के कार्य को त्वरित गति से संपादित करने के लिए उपखंड अधिकारी प्रति दिन तहसील स्तर से संपादित होने वाले कार्य की समीक्षा करें। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राजस्व अधिकारियांे की बैठक के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि राजस्व अधिकारी जमाबंदी एवं तरमीम के प्रकरणांे को प्राथमिकता से चिन्हित करते हुए यथाशीघ्र निस्तारित करवाएं। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार पटटे जारी करने की कार्रवाई की जाए। उन्हांेने उपखंडवार रिकार्ड मॉडर्नाइजेशन की प्रगति की समीक्षा करते हुए टीम भावना से कार्य करते हुए एक जनवरी तक कम से कम तीस फीसदी कार्य करवाना सुनिश्चित करें। उन्हांेने कहा कि वंचित लोगांे के नाम मतदाता सूची मंे जोड़ने के साथ यह भी देखा जाए कि दोहरे नाम नहीं जुडे़। जिला कलक्टर नकाते ने राजस्व अधिकारियों को छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्र एवं शालाओं का निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रत्येक माह जिला कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिला कलक्टर नकाते ने खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े प्रकरणांे को भी प्राथमिकता से निपटाने के निर्देश दिए। राजस्व अधिकारियांे की बैठक के दौरान नेशनल लेंड रिकार्ड मॉडर्नाइजेशन, खरीफ संवत 2073 के आदान अनुदान वितरण, रास्ता अभियान, राजकीय विभागांे को भूमि आवंटन, खनन गतिविधियांे की रोकथाम समेत विभिन्न मुददांे पर विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने कहा कि मतदाता सूचियांे के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि 10 जनवरी तक मतदान सूचियांे के अपडेशन का कार्य चल रहा है। इसको पूर्ण करवाने के लिए बूथ लेवल तक नियमित रूप से पर्यवेक्षण किया जाए। भूमि अवाप्ति अधिकारी अशोक सांगवा ने राजसंपर्क पर बकाया प्रकरणांे की जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि संबंधित अधिकारी प्रकरणांे का निस्तारण करने के लिए अंतिम तिथि का निस्तारण नहीं करें। उन्हांेने प्रतिदिन प्रकरणांे का निस्तारण करने की बात कही, ताकि लंबित मामलांे की तादाद मंे इजाफा नहीं हो। जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन ने कहा कि सेग्रेशिएशन का डाटा सुरक्षित रखने की बात कही। ताकि आगामी समय में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। बैठक के दौरान उपखंड अधिकारी, तहसीलदार एवं राजस्व विभाग से जुड़े विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।

बाड़मेर। इन्हे समस्याओ से कोई सरोकार नहीं ,ये सब तो फोटो खिंचवाने आते है

बाड़मेर। इन्हे समस्याओ से कोई सरोकार नहीं ,ये सब तो फोटो खिंचवाने आते है 


रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 


बाड़मेर। शहीदो के परिवारों पर सरकार लाख वादे कर दे लेकिन आज भी शहीद परिवार मूलभूत सविधाओ के लिए ठोकेरे खाने को मजबूर है। शहीद के लिए झूठे आंसू और हमदर्दी जताने वाले जनप्रतिनिधियो और प्रशासनिक अधिकारियों के मुंह पर जोरदार तमाचा मारा शौर्य चक्र प्राप्त शहीद धर्माराम की विरांगना ने यह कह कर की ये सब फोटो खिंचवाने आते है बस कोई सुध नहीं पूछता है।



देश की सेवा में शहीद हुए ओर मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजे गए सैनिक धर्माराम जाट की मूर्ति का अनावरण 21 दिसम्बर को उनके पैतृक गांव बाड़मेर जिले के धर्मासर किया गया। देश के सेनाध्यक्ष विपिन रावत सहित कई नेता शहीद धर्माराम की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे। इस कार्यक्रम के बाद शहीद धर्माराम की विरांगना टीमो देवी ने सरकार के बड़े - बड़े वादों को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा हमारे किसी भी तरह की मदद नही की जा रही है। सरकार को हमारे दुख दर्द से कोई लेना देना नही। मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में कई नेता और प्रशासनिक अधिकारी आये पर किसी ने भी उनसे उनकी समस्याओं के बारे में नहीं पूछा. सब आए और फोटो लेकर चले गए। उन सुविधाओं से महरूम रहना पड़ रहा है जो सुविधाएं एक शहीद के परिवार को दी जाती है. वीरांगना टीमूदेवी ने कहा कि दो साल बीत गए हैं। मेरी योग्यता होने के बावजूद नौकरी नहीं मिल पाई है। बच्चे छोटे हैं। इन्हें पढ़ाना है, लेकिन गांव शहर से दूर है। यहां सड़क भी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार वादे करने की बजाय परिवार की मूलभूत सुविधाएं पूरा करें।
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जम्मू कश्मीर में दहशतगर्दो से मुकाबले में शहीद हुए धर्माराम का परिवार मूलभूत जरूरतों के लिए जद्दोजहद कर रहा है, सड़क, पेयजल आपूर्ति, शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। शहीद धर्माराम के परिवार की मांग है कि उनके घर का बिजली बिल माफ किया जाए, शहीद स्मारक पर पेयजल व्यवस्था करें, 7 किमी तक डामर सड़क का निर्माण करवाया जाए, शहीद के बच्चों की शिक्षण व्यवस्था सैन्य स्कूल में हो और प्रशासन प्रतिवर्ष शहीद स्मारक पर मेले का आयोजन हो।



सड़क बने तो स्कुल जा सके
बच्चो को अच्छे स्कुल में पढ़ना चाहती हु लेकिन गांव में अच्छा स्कुल नहीं है जिसकी वजह से शिक्षा से वंचित है अगर तारातरा के धर्मसार गांव में सड़क मार्ग का निर्माण करवाया जाए तो बच्चे शहर की अच्छी स्कुल में पढ़ने जा सकते है।


मुख्यमंत्री नहीं आई बहुत दुःख हुआ मुझे
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शहीद धर्माराम जाट की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में आना तय था लेकिन किन्ही कारणों की वजह से वो इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाई। इस को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे एक शहीद की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में नहीं आई जिसका मुझे बेहद दुःख हुआ। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे अगर कार्यक्रम पहुँचती तो उनसे हमारी समस्यो से जरूर अवगत करवाती वो भी एक महिला है तो शायद दर्द को समझ पाती लेकिन वो इस कार्यक्रम में नहीं आई जिसका बहुत दुःख हुआ मुझे। कहा कि सरकार शहीद परिवारों कि किसी तरह की मदद नहीं कर रही है

इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रग्स के साथ मिले बाल, DNA मैचिंग कर पंजाब से स्मगलर अरेस्ट

इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रग्स के साथ मिले बाल, DNA मैचिंग कर पंजाब से स्मगलर अरेस्ट

इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रग्स के साथ मिले बाल, DNA मैचिंग कर पंजाब से स्मगलर अरेस्ट
श्रीगंगानगर(राजस्थान).पाकिस्तान से सीमा पार करवाकर अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्करी के करीब 5 साल पुराने मामले में दोषी को 10 साल कठोर कारावास और एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। इसी मामले में पुलिस की ओर से मुल्जिम बनाए गए एक आरोपी को न्यायालय ने साक्ष्यों के अभाव में दोष मुक्त कर दिया। तीसरे आरोपी को पुलिस आज तक गिरफ्तार ही नहीं कर पाई है। यह निर्णय एनडीपीएस मामलों की विशिष्ट अदालत के न्यायाधीश हारुण ने शुक्रवार को सुनाया। आरोपी ने जुर्माना राशि जमा नहीं करवाई तो छह माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। दोषी पंजाब के गांव मल्लियां, जिला तरनतारन निवासी कुलदीप सिंह उर्फ कीपा पुत्र दर्शन सिंह जटसिख को सजा सुनाए जाने के बाद जेल भिजवा दिया। आरोपी गिरफ्तारी के बाद जमानत पर था।

तीन तस्कर थे, एक संदेह का लाभ देकर बरी, दूसरा पकड़ा ही नहीं गया, तीसरे को सजा

- एनडीपीएस मामलों की विशेष अदालत के विशिष्ट लोक अभियोजक केवलकुमार अग्रवाल ने बताया कि 23 फरवरी 2012 को रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर बीएसएफ के निगरानी दल ने हिंदुमलकोट अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पिलर संख्या 278/3 एस के पास भारतीय सीमा में हलचल देखकर फायरिंग की।

- तस्कर मौके पर ही दो बाइक, एक शॉल, जूते और अन्य सामान छोड़कर भाग गए। मौके से एक प्लास्टिक कैरी बैग में मादक पदार्थ हेरोइन के एक-एक किलो पैकिंग के 6 पैकेट बरामद किए गए।

- इस संबंध में बीएसएफ की आेर से अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया। हिंदुमलकोट पुलिस ने जांच में हेरोइन के पैकेट के साथ सामान में सिर के बाल भी बरामद किए।

- इसके अलावा पदचिन्हों के आधार पर माना कि तस्कर करीब तीन लोग थे। पुलिस ने मौके से बरामद किए गए सिर के बालों और अन्य सामान को वजह सबूत सील करवा डीएनए करवाया।

- जांच में पंजाब नंबर की बाइक, नए मोबाइल की लोकेशन सामान आदि की जांच में आरोपी कुलदीप उर्फ कीपा को गिरफ्तार किया। उसे गिरफ्तारी के बाद सिर के बाल को डीएनए जांच के लिए भिजवाया गया।

- जांच में डीएनए उसी का पाए जाने पर उसके खिलाफ अदालत में 3 मार्च 2013 को चालान पेश किया गया। इसी डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को हेरोइन तस्करी का दोषी मानते हुए सजा सुनाई है।

6 करोड़ थी तब हेरोइन की बाजार कीमत

मामले में आरोपी बलविंद्र सिंह उर्फ बिंदा पुत्र तारा सिंह निवासी थाना खालड़ा को कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। तीसरे आरोपी तरनतारन के भिखीविंड निवासी मानवीर सिंह को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उस वक्त पकड़ी गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 6 करोड़ रुपए थी।
श्रीगंगानगर(राजस्थान).पाकिस्तान से सीमा पार करवाकर अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्करी के करीब 5 साल पुराने मामले में दोषी को 10 साल कठोर कारावास और एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। इसी मामले में पुलिस की ओर से मुल्जिम बनाए गए एक आरोपी को न्यायालय ने साक्ष्यों के अभाव में दोष मुक्त कर दिया। तीसरे आरोपी को पुलिस आज तक गिरफ्तार ही नहीं कर पाई है। यह निर्णय एनडीपीएस मामलों की विशिष्ट अदालत के न्यायाधीश हारुण ने शुक्रवार को सुनाया। आरोपी ने जुर्माना राशि जमा नहीं करवाई तो छह माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। दोषी पंजाब के गांव मल्लियां, जिला तरनतारन निवासी कुलदीप सिंह उर्फ कीपा पुत्र दर्शन सिंह जटसिख को सजा सुनाए जाने के बाद जेल भिजवा दिया। आरोपी गिरफ्तारी के बाद जमानत पर था।
तीन तस्कर थे, एक संदेह का लाभ देकर बरी, दूसरा पकड़ा ही नहीं गया, तीसरे को सजा
- एनडीपीएस मामलों की विशेष अदालत के विशिष्ट लोक अभियोजक केवलकुमार अग्रवाल ने बताया कि 23 फरवरी 2012 को रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर बीएसएफ के निगरानी दल ने हिंदुमलकोट अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पिलर संख्या 278/3 एस के पास भारतीय सीमा में हलचल देखकर फायरिंग की।
- तस्कर मौके पर ही दो बाइक, एक शॉल, जूते और अन्य सामान छोड़कर भाग गए। मौके से एक प्लास्टिक कैरी बैग में मादक पदार्थ हेरोइन के एक-एक किलो पैकिंग के 6 पैकेट बरामद किए गए।
- इस संबंध में बीएसएफ की आेर से अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया। हिंदुमलकोट पुलिस ने जांच में हेरोइन के पैकेट के साथ सामान में सिर के बाल भी बरामद किए।
- इसके अलावा पदचिन्हों के आधार पर माना कि तस्कर करीब तीन लोग थे। पुलिस ने मौके से बरामद किए गए सिर के बालों और अन्य सामान को वजह सबूत सील करवा डीएनए करवाया।
- जांच में पंजाब नंबर की बाइक, नए मोबाइल की लोकेशन सामान आदि की जांच में आरोपी कुलदीप उर्फ कीपा को गिरफ्तार किया। उसे गिरफ्तारी के बाद सिर के बाल को डीएनए जांच के लिए भिजवाया गया।
- जांच में डीएनए उसी का पाए जाने पर उसके खिलाफ अदालत में 3 मार्च 2013 को चालान पेश किया गया। इसी डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को हेरोइन तस्करी का दोषी मानते हुए सजा सुनाई है।
6 करोड़ थी तब हेरोइन की बाजार कीमत
मामले में आरोपी बलविंद्र सिंह उर्फ बिंदा पुत्र तारा सिंह निवासी थाना खालड़ा को कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। तीसरे आरोपी तरनतारन के भिखीविंड निवासी मानवीर सिंह को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उस वक्त पकड़ी गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 6 करोड़ रुपए थी।

पाकिस्‍तान में धरे गए पांच नौकाओं समेत 28 भारतीय मछुआरे

पाकिस्‍तान में धरे गए पांच नौकाओं समेत 28 भारतीय मछुआरे
पाकिस्‍तान में धरे गए पांच नौकाओं समेत 28 भारतीय मछुआरे

इस्लामाबाद   पाकिस्‍तान ने अपने क्षेत्रीय जल सीमा में प्रवेश के आरोप में पांच नौकाओं समेत 28 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना शुक्रवार को हुआ जब एक दिन पहले ही उसने अगले कुछ सप्ताह में मानवीय आधार पर 291 भारतीय मछुआरों को रिहा करने की घोषणा की थी।




पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) के एक अधिकारी ने बताया कि देश की जल सीमा में अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में उन्होंने मछुआरों को गिरफ्तार किया है। अधिकारी के अनुसार, '28 मछुआरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्हें स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है।'




एक दिन पहले पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने कहा था कि 291 भारतीय मछुआरों को रिहा किया जाएगा। इन्हें दो चरणों (29 दिसंबर और आठ जनवरी, 2018) में वाघा बार्डर के रास्ते रिहा करने का फैसला किया गया है। पाकिस्तान ने इस साल अक्टूबर में 68 भारतीय मछुआरों को रिहा किया था।




पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस साल 400 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया गया है।

राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मेष राशि वालों के लिए साल

राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मेष राशि वालों के लिए साल

राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मेष राशि वालों के लिए साल
मेष राशि अक्षर

चू चे चो ला ली लू ले लो और अ से शुरू होने वाले नाम मेष राशि वालों को प्रस्‍तावित किए जाते हैं। साल 2018 में इनका जीवन कैसा होगा इस बारे में जानने के क्रम में आज जानेंगे मेष राशि वालों के बारे में। इस वर्ष इनको मानसिक और शारीरिक उलझनों से कुछ परेशानी रहेगी आर्थिक मामलों में अगर सतर्कता बरती जाय तो लाभ संभावित है। वर्ष के उत्तरार्ध में परेशानियों में कुछ इजाफा होगा जिसके कारण परिश्रम का अनुकूल परिणाम नहीं मिलेगा और खीझ पैदा होगी राजकीय पक्ष से भी कुछ परेशानी हो सकती है। अतः राजकीय मामलों में आपको चाहिए कि बहुत सतर्कता से काम लें। वर्ष के पूर्वार्ध में ग्रहों के अनुकूल प्रभाव से यह समय शुभप्रद है। प्रगति के अवसर मिलेंगे, विदेश यात्रा का योग है, यश प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा।

महीनों के हिसाब से राशि पर प्रभाव




मेष राशि वाले मई जून मास में थोड़ी सतर्कता बरतें कुछ कष्टजन्य स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। अप्रैल सितम्बर नवम्बर मास में उच्चपद की प्राप्ति, नवीन कार्य का शुभारम्भ, राजनैतिक पक्ष में प्रभावी होंगे, आर्थिक व्यापारिक क्षेत्र में संतुष्टि, उच्चवर्ग का सहयोग मिलेगा। प्रशासनिक सहयोग मिलेगा। वर्ष के पूर्वार्ध में सोची योजना को क्रियान्वित कर सकते हैं।

शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में असर




इस वर्ष परिश्रमी छात्रों को निश्चय सफलता मिलेगी अप्रैल सितम्बर नवम्बर मास में प्रवेश परीक्षा, साक्षात्कार व प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी। मई जून मास में आलस्य की स्थिति बनेगी जो हानिकारक हो सकती है। शैक्षिक क्षेत्र में अपने अध्ययन हेतु एक नियमावली बना लें और उसी के अनुरूप कार्य करें। अस्त व्यस्त रहना अहितकर है।









आर्थिक क्षेत्रों पर प्रभाव




उत्तम ग्रहचाल से यह वर्ष मेष राशि वालों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से सुदृढ़ रहेगा, परन्तु शनि के कारण धन के स्थायित्व में कमी आयेगी धन का संचय न हो पायेगा। भविष्य के प्रति व्यापारिक स्थितियों का ताना बाना तो बुनेंगे परन्तु उन पर जुट कर कार्य न कर पायेंगे जिसके कारण धन हानि संभव है। इस वर्ष किसी भी नये व्यापार को करने के पूर्व भली भांति उसकी एक योजना बना लें और उसे पूरी तौर पर पुनः आंकलन कर के ही आगे कार्य करें। यदि नौकरी में हैं तो अपने वरिष्ठ तथा कनिष्ठ लोगों से न उलझने में ही भलाई है। अप्रैल सितम्बर नवम्बर मास में पूंजी निवेश लाभप्रद रहेगा। इन शुभ माह में आकस्मिक धन प्राप्ति का योग भी है और फंसा हुआ धन वापस मिलेगा। मई जून मास में भूलकर भी आर्थिक लेन देन न करें अन्यथा हानि संभावित है। यदि शेयर का कारोबार करते हैं तो वर्ष के पूर्वार्ध में भूलकर भी केमिकल, लोहा, मशीनरी बनाने वाली कंपनियां, रबर, टायर और सिंथेटिक के शेयर्स में पैसा न लगायें। शनि की अशुभ स्थिति के कारण इनमें हानि की प्रबल संभावना है। राष्ट्रीय बचत पत्र, जमीन, और मकान आदि की खरीदारी कर सकते हैं, इनमें निवेश करने पर भविष्य में अच्छे लाभ की स्थिति बनेगी।

स्वास्थ्य एवं परिवार के क्षेत्र में




पारिवारिक माहौल अनुकूल रहेगा, दाम्पत्य जीवन में पत्नी से मीठी चुहल के साथ साथ कभी वाक्युद्ध की नौबत आ सकती है। परिवार के प्रति बहुत ज्यादा जिम्मेदारियां निभाना उन्हें नागवार गुजर सकता है अतः पत्नी और परिवार के बीच संतुलन कायम रखने के लिए बहुत सूझबूझ से काम लेना होगा। बच्चों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। वर्ष के पूर्वार्ध व उत्तरार्ध में धार्मिक मांगलिक कार्यों का सम्पादन करेंगे, भौतिक सुख साधनों में वृद्धि होगी। मई जून मास में रोग ग्रस्तता जैसे बुखार, चर्मरोग आदि से कष्ट रहेंगे। पड़ोसियों से वाद विवाद और व्यय की अधिकता रहेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा कायम रहेगी। नवम्बर अक्टूबर मास में पत्नी व संतान पक्ष से अधिक चिन्तित रहेंगे।









ये हैं शुभ तारीखें




जनवरी-3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 24, 25, 26, 27, 28, 29। फरवरी-1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 21, 22, 23, 24, 25, 26। मार्च-1, 2, 3, 4, 5, 6, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30, 31। अप्रैल-1, 2, 3, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 27, 28, 29, 30। मई-4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 14, 15, 16, 17, 22, 23, 24, 25, 26, 27। जून-1, 2, 3, 5, 6, 10, 11, 12, 13, 14, 18, 19, 20, 21, 22 23, 27, 28, 29। जुलाई-1, 2, 3, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 25, 26, 27, 28, 29, 30। अगस्त-1, 2, 3, 5, 6, 7, 8, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27। सितम्बर-1, 2, 3, 4, 5, 9, 10, 11, 12, 13, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 27, 28, 29, 30। अक्टूबर- 1, 2, 3, 6, 7, 8, 9, 10, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 23, 24, 25, 26, 27, 28, 29। नवम्बर-1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30। दिसम्बर-1, 2, 3, 4, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 27, 28, 29, 30, 31। उपरोक्त तारीखों के अलावा किसी भी दिन कोई भी नया कार्य, पैसे का लेन देन, शेयर, सट्टा, लाटरी अथवा कोई भी महत्वपूर्ण कार्य न करें

सवाईमाधोपुर* बस नदी में गिरी 24 यात्रियों की मौत*


**सवाईमाधोपुर* 
बस नदी में गिरी 24  यात्रियों की मौत*


*सवाईमाधोपुर* 

*यात्रीयो से भरी बस गिरी बनास नदी मे*

*लगभग दो दर्जन लोगो की हुई मौत*

*अब तक 15 लोगो को पहूचाया अस्पताल*

*सवाई माधोपुर से जा रही थी बस*

*प्रशासन पहूचा मौके पर*

*बस यात्रीयो से भरी थी ठसाठस*

*और विस्तृत जानकारी आना शेष

हिमाचल की छोटी एलोरा गुफा घूमकर जानें यहां के रहस्य, वीकेंड पर बना लें प्लान

हिमाचल की छोटी एलोरा गुफा घूमकर जानें यहां के रहस्य, वीकेंड पर बना लें प्लान

हिमाचल की छोटी एलोरा गुफा घूमकर जानें यहां के रहस्य, वीकेंड पर बना लें प्लान
इस मंदिर में पहाड़ को काटकर गर्भ गृह, मूर्तियां, सीढ़ियां और दरवाज़े बनाए गए हैं. मंदिर के बिल्कुल सामने ही स्थित मसरूर झील मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लगाती है.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अजंता और एलोरा की गुफाएं हैं. यहां घूमने के लिए आपको ज्यादा वक्त और बजट की जरुरत होगी. चलिए, हम आपको ऐसी गुफा के बारे में बताते हैं, जो अंजता और एलोरा की गुफाओं की तरह खूबसूरत है, जिन्हें छोटी एलोरा की गुफाएं भी कहा जाता है. हिमाचल प्रदेश में स्थित है मसरूर मंदिर, यह स्थान एक ही चट्टान को काट कर बनाया गया मंदिरों का समूह है. यह हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा घाटी में एक चट्टान के टीले पर बना हुआ है. यहां के लोग इसे हिमालय का पिरामिड भी कहकर पुकारते हैं. मंदिर का पूरा परिसर एक विशालकाय चट्टान को काट कर बनाया गया है. आप यहां आएंगे तो आपको इसे देखकर ऐसा लगेगा जैसे आप 6-8वीं शताब्दी में आ गए हो. पहले यहां एक शिव मंदिर था लेकिन अब इस शिव मंदिर के स्थान पर यहां राम, लक्ष्मण व सीता की मूर्तियां स्थापित की गई हैं. इस मंदिर की वास्तुकला बहुत ही अद्भुत है, इसे देखते ही आप हैरान हो जाओगे. इसमें कहीं कोई जोड़ नहीं है, न ही सीमेंट का प्रयोग किया गया है.

इस मंदिर में पहाड़ को काटकर गर्भ गृह, मूर्तियां, सीढ़ियां और दरवाज़े बनाए गए हैं. मंदिर के बिल्कुल सामने ही स्थित मसरूर झील मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लगाती है. झील में जब मंदिर की परछाई पड़ती है तो इसे देखना किसी जादू से कम नहीं होता है.

पचमठा मंदिर: यहां एक दिन में तीन रंगों में नजर आती है मां लक्ष्‍मी की मूर्ति

पचमठा मंदिर: यहां एक दिन में तीन रंगों में नजर आती है मां लक्ष्‍मी की मूर्ति

पचमठा मंदिर: यहां एक दिन में तीन रंगों में नजर आती है मां लक्ष्‍मी की मूर्ति
आज आपको बताते हैं मां लक्ष्‍मी के ऐसे मंदिर के बारे में जिसके बारे में प्रसिद्ध है कि ये दिन में तीन बार अपना रंग बदल लेती है।

रंग बदलती प्रतिमा का मंदिर




मध्‍यप्रदेश के जबलपुर में स्‍थित पचमठा मंदिर कई मायनों में अनोखा है। इस मंदिर में कई देवी देवताओं की प्रतिमा स्‍थापित है। यहां राधाकृष्‍ण का विशेष उत्‍सव भी होता है। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता है यहां स्थापित मां लक्ष्मी की प्राचीन प्रतिमा के बारे में एक विचित्र कथा प्रचलित हैं। इस मंदिर में आने वाले भक्‍तों और पुजारियों का कहना है कि यहां स्‍िथत प्रतिमा दिन में तीन बार रंग बदलती है। कुछ लोग केवल इसी का अनुभव करने के लिए ही पचमठा मंदिर आते हैं। दर्शनार्थियों के अनुसार प्रात: काल में प्रतिमा सफेद, दोपहर में पीली और शाम को नीली हो जाती है।मां लक्ष्मी का ये अद्भुत मंदिर गोंडवाना शासन में रानी दुर्गावती के विशेष सेवापति रहे दीवान अधार सिंह के नाम से बने अधारताल तालाब में करवाया गया था। इस मंदिर में अमावस की रात भक्तों का तांता लगता है। पचमठा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर एक जमाने में पूरे देश के तांत्रिकों के लिए साधना का विशेष केन्द्र हुआ करता था। कहा जाता है कि मंदिर के चारों तरफ श्रीयंत्र की विशेष रचना है।

1100 साल पहले बना था




मंदिर के पुजारियों का कहना है कि इसका निर्माण करीब 11 सौ साल पूर्व कराया गया था। मंदिर के अंदरूनी भाग में लगे श्रीयंत्र की अनूठी संरचना के बारे में भी हमेशा चर्चा की जाती है। साथ ही एक और खास बात इस मंदिर से जुड़ी है जिसके अनुसार आज भी सूर्य की पहली किरण मां लक्ष्मी की प्रतिमा के चरणों पर पड़ती है।









शुकवार का विशेष महत्‍व




मंदिर में हर शुक्रवार विशेष भीड़ रहती है। कहा जाता है कि सात शुकवार यहॉ पर आकर मां लक्ष्‍मी के दर्शन कर लिये जाएं तो हर मनोकामना पूरी हो जाती है। मंदिर के कपाट केवल रात को छोड़ कर हर समय खुले रहते हैं। सिर्फ दीपावली को ऐसा होता है जब पट रात में भी बंद नहीं होते।

कुछ ऐसे थे गणित सम्राट रामानुजन, विदेशी भी मानते हैं लोहा

कुछ ऐसे थे गणित सम्राट रामानुजन, विदेशी भी मानते हैं लोहा


नई दिल्ली   टीबी जैसी बीमारी का इलाज उन दिनों सही से नही हो पता था जिसके चलते रामानुजन का स्वास्थ्य दिन ब दिन गिरता जा रहा था।1919 में उन्हें भारत वापस लौटना पड़ा। अब रामानुजन वापस कुंभकोणम में थे। उनका अंतिम समय चारपाई पर ही बीता। इस दौरान भी वे पेट के बल लेटे-लेटे कागज पर तेजी से लिखते रहते थे। काफी उपचार के बावजूद उनके स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आती गई। 26 अप्रैल 1920 को महज 33 साल की उम्र में गणित की कुछ 600 परिणाम वाली नोटबुक के साथ रामानुजन ने सांसार में आखिरी सांस ली। जी हां इतनी कम उम्र में एक भारतीय मेधा ने दुनिया को अलविदा कह दिया। ये सच है कि आज वो हमारे बीच नहीं है लेकिन दुनिया के किसी भी कोने में जब गणितीय प्रमेयों का जिक्र होता है तो रामानुजन बरबस याद आते रहते हैं। रामानुजन तमिलनाडु के इरोड शहर के निवासी थे। अपनी प्रारंभिक शिक्षा के दौरान रामानुजन अपने मित्रों की गणित की उलझनों को चुटकी में समझा देते थे। सातवीं कक्षा में आते आते रामानुजन ग्रेजुएशन के छात्रो को गणित पढ़ाने लग गये थे। उनकी प्रतिभा से प्रभावित हो उनके विद्यालय के हेडमास्टर ने यह तक कह दिया की विद्यालय में होने वाली परीक्षाओं के पैमाने रामानुजन के लिए लागू नहीं होते थे।




1898 में रामानुजन ने जब हाईस्कूल में दाखिला लिया तब उन्हें गणितज्ञ जीएस कार की लिखी किताब ‘ए सिनोप्सिस आफ एलीमेंट्री रिजल्ट्स इन प्योर एंड एप्लाइड मैथमेटिक्स’ पढ़ने का मौका मिला, जिसमे पांच हजार फार्मूले दिए गये थे। रामानुजन को मिली ये किताब उनके लिए ऐसी थी जैसे हफ्तों से भूखें किसी इंसान को रोटी मिल गयी हो। उन्होंने जल्द से जल्द किताब में दिए हुए सारे फार्मूलों को हल कर दिया।रामानुजन की रुचि गणित में इतनी गहरी थी की वे रात-दिन सुबह शाम संख्याओं के गुणधर्मों के बारे में सोचते रहते थे। अपनी इस सोंच में आये नये सूत्रों को वो कागज में लिख लेते थे। उनका मानना था की गणित से ही ईश्वर का सही स्वरुप स्पष्ट हो सकता है। गणित में खोज करना उनके लिए ईश्वर की खोज करना है।




रामानुजन के दिमाग में गणित की ऐसी लत लग गयी थी की उनकी छात्रवृति बंद हो गयी जिसका कारण उनके बाकी विषयो में अच्छे अंक ना आना रहा।1905 में रामानुजन ने मद्रास विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए लेकिन गणित को छोड़कर बाकी विषयों में फेल हो गए।1906 और 1907 की प्रवेश परीक्षा का भी यही परिणाम रहा। लेकिन इसके बाद भी गणित के प्रति प्रेम में कमी नहीं आई।




1909 में रामानुजन की शादी हो गयी जिसकी वजह से घर चलाने का पूरा जिम्मा रामानुजन के ऊपर आ पड़ा और वे नौकरी ढूंढने लगे। इसी दौरान रामानुजन कई प्रभावशाली व्यक्तियों के सम्पर्क में आए।नेल्लोर के कलेक्टर और ‘इंडियन मैथमैटिकल सोसायटी’ के संस्थापकों में से एक रामचंद्र राव भी उनमें से एक थे। राव के साथ उन्होंने एक साल तक काम किया। इसके लिए उन्हें 25 रुपये महीना मिलता था। इस दौरान रामानुजन इयंगर ने ‘इंडियन मैथमैटिकल सोसायटी’ के जर्नल के लिए प्रश्न और उनके हल तैयार करने का काम किया। 1911 में बर्नोली संख्याओं पर प्रस्तुत शोधपत्र से उन्हें शोहरत मिली। 1912 में उन्हें मद्रास पोर्ट ट्रस्ट के लेखा विभाग में क्लर्क की नौकरी मिल गई।1913 में हार्डी के एक पत्र के आधार पर रामानुजन को मद्रास विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति मिलने लगी। अगले साल ही हार्डी ने रामानुजन के लिए कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज आने की व्यवस्था कर दी। रामानुजन ने गणित में जो कुछ भी किया था वह सब अपने बलबूते किया था। हार्डी ने रामानुजन को पढ़ाने का जिम्मा अपने सिर पर लिया। ये बात अलग थी कि बाद में हार्डी ने कहा कि उन्होंने रामानुजन को सिखाया, उससे कहीं ज्यादा रामानुजन ने उन्हें सिखाया। 1916 में रामानुजन ने कैम्ब्रिज से बीएससी की डिग्री ली। इसी दौरान रामानुजन और हार्डी का काम गणित की दुनिया की सुर्खियां बनने लगा था। रामानुजन के लेख मशहूर पत्रिकाओं में छपने लगे थे। 1918 में रामानुजन को कैम्ब्रिज फिलोसॉफिकल सोसायटी, रॉयल सोसायटी तथा ट्रिनिटी कॉलेज, तीनों का फेलो चुना गया।




ये हैं रामनुजन की कामायबी




लैंडा-रामानुजन स्थिरांक, रामानुजन्-सोल्डनर स्थिरांक, रामानुजन् थीटा फलन, रॉजर्स-रामानुजन् तत्समक, रामानुजन अभाज्य, कृत्रिम थीटा फलन, रामानुजन योग जैसी प्रमेय का प्रतिपादन रामानुजन ने किया। इंग्लैंड जाने से पहले भी 1903 से 1914 के बीच रामानुजन ने गणित के 3,542 प्रमेय लिख चुके थे। मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट आफ फंडामेंटल रिसर्च ने प्रकाशित किया।




इलिनॉय विश्वविद्यालय के गणितज्ञ प्रोफेसर ब्रूस सी ब्रेंड्ट ने 20 वर्षों तक शोध किया और अपने शोध पत्र को पांच खण्डों में प्रकाशित कराया। घर पर बीमार रहते हुए रामानुजन की लिखी गयी नोटबुक मद्रास विश्वविद्यालय में जमा हो गई थी। बाद में यह प्रोफेसर हार्डी के जरिए ट्रिनिटी कालेज के ग्रंथालय पहुंची। इस नोटबुक में रामानुजन ने जल्दी-जल्दी में लगभग 600 परिणाम प्रस्तुत किए थे लेकिन उनकी उपपत्ति नहीं दी थी।

पाक में नाबालिग हिंदू लड़की अलवा, जबरन धर्मांतरण फिर पढ़वाया निकाह

पाक में नाबालिग हिंदू लड़की अलवा, जबरन धर्मांतरण फिर पढ़वाया निकाह

पाक में नाबालिग हिंदू लड़की अलवा, जबरन धर्मांतरण फिर पढ़वाया निकाह
कराची । पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बर्बरता और अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हिंदुओं और सिखों का जबरन धर्मांतरण कराने के आरोपों के बीच पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक नाबालिग हिंदू लड़की को अगवा कर जबरन धर्म परिवर्तन और फिर शादी के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है। थार गांव में हुई इस वारदात को लेकर पिता ने हर जगह मदद के लिए दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। उसने पुलिस के पास भी शिकायत दर्ज कराई।




पिता हीरो मेघावर का कहना है कि पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है। लड़की का पता अभी तक नहीं लगाया जा सका है। पिता का कहना है कि शहर के कुलीन लोगों ने उसे बताया है कि नसीर लुंजो नाम के व्यक्ति ने धर्म परिवर्तन कराकर उसकी बेटी से निकाह कर लिया है। मेघावर का कहना है कि कुछ दिनों पहले उनके घर में कुछ लोग जबरन घुस आए। सारे परिवार को बंधक बनाकर लड़की को अगवा कर लिया गया।




पिता का कहना है कि आरोपियों के पास हथियार थे, इस वजह से वह चाहकर भी विरोध नहीं कर सके। उनका कहना है कि पुलिस को शिकायत घटना के तुरंत बाद ही दे दी गई, लेकिन अभी तक उसकी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला है। उधर, थार के पुलिस अधिकारी अमीर सौद का कहना है कि केस दर्ज कर तीन संदिग्ध लोगों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस को लड़की का धर्म परिवर्तन संबंधी दस्तावेज मिले हैं। जिसमें सिंध हाईकोर्ट में अगवा लड़की व उसके पति की तरफ से याचिका दायर कर सुरक्षा की गुहार लगाई गई है। अदालत 17 जनवरी को मामले की सुनवाई करेगी। अधिकारी का कहना है कि अगवा लड़की नाबालिग है, लिहाजा अदालत ही इसमें फैसला करेगी।

शुक्रवार, 22 दिसंबर 2017

अजमेर वर्तमान शासन के चार वर्ष -जिले को हरा भरा बनाने के प्रभावी प्रयास



अजमेर वर्तमान शासन के चार वर्ष -जिले को हरा भरा बनाने के प्रभावी प्रयास



अजमेर, 22 दिसम्बर। अजमेर जिले को हरा भरा बनाने के लिए प्रभावी प्रयास किये जा रहे है । जिले में जहां एक ओर वनौषधियों को बढ़ावा देने के लिए हर्बल गार्डन विकसित किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर वनों के विकास एवं हरा भरा करने के लिए नगर वन उद्यान बनाया जा रहा है।


मु ख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में गत चार वर्षो में जिले का चहुंमुखी विकास हुआ है। वन क्षेत्र में प्रभावी प्रयास कर योजनाओं की क्रियान्विति की गयी है। जिससे आने वाले समय में जिला और ज्यादा हरितिमा लिये होगा।




जिले में बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत् चार वर्षो में जिला स्तरीय 3245 है0 क्षैत्रफल (उप वन संरक्षक, अजमेर एवं उप वन संरक्षक, वन्य जीव राजसमन्द सहित) में 19 लाख 33 हजार 100 पौधों के रोपण के लक्ष्यों के विरूद्व वन, जन, एवं राजकीय भूमि पर 4062 हैक्टर में 23 लाख 99 हजार 300 पौधे वृक्षारोपण एवं बीजारोपण द्वारा लगाये गये। इसी प्रकार राजकीय /सार्वजनिक भूमि पर वृक्षारोपण के लिए पौध वितरण का कार्य भी किया गया। आरएफबीपी योजना, फार्म वन विद्या योजना एम.जे.एस.ए. योजना, नरेगा योजना एवं नाबार्ड योजना अन्तर्गत 14 लाख पौधों का वितरण किया गया है। वृक्षारोपण कार्य के तहत अजमेर वन मण्डल द्वारा चार वर्षो में कुल 3175.71 है0 क्षैत्रफल में विभागीय वृक्षारोपण का कार्य कर शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया गया।




मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2015-16 के तहत जयपुर-पुष्कर बाईपास मुख्य मार्ग पर 20 है0 क्षेत्र में हर्बल गार्डन का विकास करने के संबंध में माह मार्च 2016 तक अजमेर-पुष्कर बाईपास मार्ग चुंगी नाके के नजदीक वनखण्ड कानस-नेडलिया में 20 है0 भूमि पर हर्बल गार्डन विकसित किया गया। जिस पर कुल 62 लाख रूपये का व्यय किया गया है। वर्तमान में 50 विभिन्न औषधीय प्रजाति के पौधें लगाये गये है।




इसी प्रकार मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2016-17 में अजमेर लोहागल रोड के पास में महुआ बीड वनक्षेत्र में 75 है0 क्षेत्र में नगर वन उद्यान विकसित किया जा रहा है। जिसमें वर्ष 2017-18 में राशि 37.50 लाख रू. की वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। उक्त कार्यस्थल पर वर्तमान में 800 रनिंग मीटर पक्की दीवार निर्मित की जा चुकी है। पाथ-वे एवं नाडी निर्माण किया जा चुका है। टैंक निर्माण कार्य, वांकिग ट्रेल, लॉन इत्यादि कार्य प्रगतिरत है।




प्रत्येक कार्यो का वन विभाग द्वारा प्रभावी पर्यवेक्षण किया जा रहा है। आने वाले समय में जिला हरा भरा होगा। जिससे यहां पर्यावरण तो अच्छा होगा ही साथ ही वर्षा जल की भी कठिनाई दूर होगी।


अजमेर, 22 दिसम्र। राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री जसबीर सिंह 23 दिसम्बर शनिवार को प्रातः जयपुर से अजमेर पहुंचेंगे। वे यहां महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे तथा सांय 4.15 बजे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ वार्ता एवं बैठक करेंगे।

वंशावली संरक्षण एवं संवद्र्धन अकादमी के अध्यक्ष का यात्रा कार्यक्रम

अजमेर, 22 दिसम्बर। वंशावली संरक्षण एवं संवद्र्धन अकादमी के अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह राव शनिवार 23 दिसम्बर को दोपहर 2 बजे अजमेर पहुंचेंगे और वंशावली समाज के कार्यक्रमों में भाग लेने के उपरान्त रविवार को जयपुर के प्रस्थान कर जाएंगे।

राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष का यात्रा कार्यक्रम
अजमेर, 22 दिसम्बर। राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष श्री चन्द्र प्रकाश टायसन 23 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे अजमेर पहुंचेंगे। वे यहां वाल्मिकी समाज के व्यक्तियों से उनकी समस्याओं के बारे में चर्चा करेंगे तथा स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगे।
डीएलसीसी एवं डीएलआरसी समिति की बैठक
विभिन्न योजनाओं में निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करें - श्री सेंगवा

अजमेर, 22 दिसम्बर। अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री अरविंद सेंगवा ने कहा है कि बैंकर्स विभिन्न कल्याणकारी राजकीय योजनाओं में आवंटित लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करें ताकि आमजन को योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके।

अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय समीक्षा एवं समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष में अब समय काफी कम बचा है। ऎसे में बैंकर्स विशेष प्रयास कर योजनाओं में आवंटित लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करें। उन्होंने वर्ष 2017 - 18 की दूसरी तिमाही की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की तथा कहा कि बैंकर्स कमजोर तबके को ऋण वितरण में प्रगति लाए। साथ ही शाखा स्तर पर ऋण रजिस्टर भी बैंक में संधारित किया जाए।

उन्होंने कहा कि गत दिनों भामाशाह डिजीटल मेले का आयोजन किया गया था। जिसमें डिजीटल पैमेंट को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न तरीकों के माध्यम से आमजन को जानकारी देने तथा उनके माध्यम से इलेक्ट्रोनिक लेनदेन सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया। उन्होंने बैंकर्स को निर्देश दिए कि वे जनधन खाता के अन्तर्गत किए गए लेनेदेन की सूचना शीघ्र भिजवावें।

उन्होंने कहा कि विभिन्न बैंकों में आपसी समन्वय में तेजी लाने के लिए एक उपसमिति गठित की जाएगी। इसके द्वारा पाक्षिक स्तर पर बैंकों से जुड़े विभिन्न मुद्दो पर चर्चा कर बैंकिंग क्षेत्र विकास को गति प्रदान की जाएगी।

बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक श्री आर.सी.टेलर ने बताया कि जिले में कार्यरत वाणिज्यक बैंकों का ऋण जमा अनुपात जून 17 में 46.38 प्रतिशत था जो सितम्बर माह में बढ़कर 50.10 प्रतिशत हो गया है। यूनाईटेड बैंक ऑफ इण्डिया, बैंक ऑफ इण्डिया, विजया बैंक, इण्डियन ओवसीज बैंक, बंधन बैंक, बाम्बे मर्केन्टाइल कॉपरेटिव बैंक तथा इंटिग्रल अरबन कॉपरेटिव बैंक सहित विभिन्न बैंकों जिनकी ऋण जमा अनुपात कम है। उन्हें बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-81 की वार्षिक साख योजना में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों के लिए 5090.56 करोड़ के एवज में 1998.44 करोड़ की उपलब्धि रही है। जिसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

पीएलपी का किया विमोचन

बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री सेंगवा द्वारा संभाव्यतायुक्त ऋण योजना (पीएलपी) का वर्ष 2018-19 के लिए विमोचन किया। इसमें 5565 करोड़ 74 लाख की योजना बनायी गई है।

नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री बी.बी.खरबंदा ने बताया कि इसका उद्देश्य नियोजित विकास की संभावनाओं को रेखांकित करना है। प्राकृतिक संसाधनों के समुचित उपयोग से आधारभूत ढ़ोचे के विकास में वृद्धि होगी। यह योजना प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में संस्थागत ऋण प्रवाह को सुनिश्चित करेगी। सरकार की नितियों और प्राथमिकताओं एवं भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा समय - समय पर संस्थागत ऋणों के अभिमुखिकरण को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 की पीएलपी योजना जल संरक्षण- प्रति बूंद अधिक फसल की अवधारणा पर केन्दि्रत है। इस अवधारणा के अनुसार क्षेत्र विकास योजना पीसांगन ब्लॉक के लिए मुर्गी पालन एवं डेयरी विकास का भी समावेशन किया गया है। पीएलपी तैयार करने में विभागों, बैंकों एवं लाभार्थियों की आवश्कताओं को ध्यान में रखा गया है।

इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक के जिला अग्रणी जिला अधिकारी श्री जे.पी.जोईया, जिला अग्रणी प्रबंधक श्री आर.सी.टेलर, बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के मुख्य प्रबंधक श्री संजीव अग्रवाल, ओरीएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के मुख्य प्रबंधक श्री एल.आर.जाटव, सहित जिले के समस्त बैंकों के जिला समन्वय अधिकारी उपस्थित थे।

आरसेटी सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न
अजमेर, 22 दिसम्बर। बड़ौदा स्व रोजगार विकास संस्थान अजमेर की जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री अरविंद कुमार सेंगवा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर ने निर्देश दिए कि बेरोजगारों को स्व रोजगार एवं कौषल प्रशिक्षण के माध्यम से नियोजन दिलाने में बैंक अपनी महती भूमिका अदा करें।

बैठक में बड़ौदा स्व रोजगार विकास संस्थान की निदेशक श्रीमती सीमा खन्ना ने बताया कि बड़ौदा स्व रोजगार विकास संस्थान द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 के सितम्बर तिमाही तक 16 ट्रेनिंग प्रोग्राम का संचालन किया गया। जिसमें 269 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया। उद्यमिता विकास एवं कौशल प्रशिक्षण बैंकों द्वारा प्रत्येक जिले में संचालित ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान के साथ स्वायत शासन विभाग द्वारा अनुबंध किया गया है। जिससे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में गति आएगी तथा अधिक से अधिक प्रशिक्षणार्थियों को लाभ मिलेगा।

बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक श्री आर.सी.टेलर सहित समस्त बैंकर्स एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।



ई मित्र सोसायटी की बैठक सम्पन्न




अजमेर, 22 दिसम्बर। जिला स्तरीय ई मित्र सोसायटी की बैठक शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री कैलाश चंद शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने निर्देश दिए है कि आमजन को डिजीटल ट्रांजेक्शन के लिए ई मित्र संचालक अधिक से अधिक प्रेरित करें। साथ ही प्रत्येक कार्य के लिए निर्धारित शुल्क की सूची भी प्रदर्शित की जाए ताकि आमजन को इसकी जानकारी हो सके।

बैठक में सूचना प्रौद्योगिकी एव ंसंचार विभाग के एसीपी श्री भगवती प्रसाद ने सभी को ई मित्र क्यिोस्क के संबंध में सरकार द्वारा बनाए गए विभिन्न मापदण्डों की जानकारी दी तथा उनकी अनुपालना करने के निर्देश दिए।

बैठक में संबंधित अधिकारीगण एवं ई मित्र क्यिोस्क संचालक उपस्थित थे।

ई मित्र सेल्फ सर्विस कियोस्क होंगे स्थापित  अजमेर को चुना गया प्रथम चरण के लिए शुक्रवार को पाटन में हुआ शुभारम्भ

अजमेर, 22 दिसम्बर। अजमेर जिले को ई मित्र सेल्फ सर्विस कियोस्क स्थापित करने के लिए प्रथम चरण में चुना गया है। शुक्रवार को पाटन में शुभारम्भ कर कियोस्क स्थापित किए गए। स्थापित कियोस्क से तुरन्त ग्रामीणों ने लाभ लेना आरम्भ कर दिया।

सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग के उप निदेशक श्री भगवती प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अनुरूप राजस्थान के समस्त ग्राम पंचायतों के अटल सेवा केन्द्रों में सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग, राजकॉम इन्फॉ सर्विस लिमिटेड द्वारा ई-मित्र सेल्फ सर्विस कियोस्क लगाए जाएंगे। इसके माध्यम से ग्रामीण वर्तमान में ई मित्र द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का लाभ ई मित्र सेल्फ सर्विस कियोस्क से स्वयं ले सकेंगे। इस क्रम में शुक्रवार को किशनगढ़ पंचायत समिति की ग्राम पंचायत पाटन में ई मित्र सेल्फ सर्विस कियोस्क लगाकर पंचायत समिति प्रधान श्री हनुमान भादू द्वारा इस कियोस्क से सेवाओं का शुभारम्भ कर उद्घाटन किया गया।

उन्होंने बताया कि ई मित्र प्रोजेक्ट के बाद अब डिजीटल इण्डिया के तहत ई मित्र प्लस प्रोजेक्ट के द्वारा राज्य सरकार द्वारा सभी ग्राम पंचायतों पर ई मित्र सेवाओं तथा विडियो कॉन्फ्रेसिंग के लिए इस मशीन की स्थापना की जा रही है। इसमें 17 इंच की टच स्क्रीन, 32 इंच की एलईडी वीसी यूनिट, कैश एक्सेप्टर, कार्ड रीडर, प्रिंटर, बायोमेट्रिक डिवायस, वैब कैमरा आदि सुविधाएं होगी। जिसके माध्यम से 353 सरकारी सेवाओं का लाभ आमजन को मिलने लगेगा। इसी मशीन में आमजन सेवाओं का शुल्क कैश या कार्ड के माध्यम से जमा भी कर सकेंगे साथ ही इसमें लगे प्रिन्टर के माध्यम से विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र जैसे अपना खाता से भूमि रिकॉर्ड, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र भी प्रिन्ट कर सकेंगे। इसी वीसी यूनिट के माध्यम से उच्च अधिकारियों द्वारा की जाने वाली विडियो कॉन्फ्रेसिंग भी की जा सकेगी। ग्रामीणों को इसका उपयोग करने के लिए शुरूआत में प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही इसके माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं के बारे में बताया गया।

इस अवसर पर सरपंच श्री गणपत लाल यादव, विकास अधिकारी श्री रामाअवतार यादव, प्रोग्रामर श्री रघुवीर गुर्जर, सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग के सूचना सहायक श्री भरत कुमार पारीक, ग्राम सेवक, कनिष्ठ लिपिक, पटवारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

जैसलमेर जिले में कार्मिकों के जी.पी.एफ खातों को पूर्ण करने के लिए चलेगा अभियान

जैसलमेर जिले में कार्मिकों के जी.पी.एफ खातों को पूर्ण करने के लिए चलेगा अभियान
जैसलमेर ,22 दिसम्बर। करणसिंह चारण उप निदेषक,राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग जैसलमेर ने बताया कि विभाग इस जिले के सभी कार्मिको के जीपीएफ खातों को पूर्ण करने के लिए कृत संकल्प है। पदस्थापन से आदिनांक तक जीपीएफ अंषदान में गैप्स की पूर्ति कर आॅनलाईन किये जाने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है।


उपनिदेषक ने बताया कि प्रथम चरण में उन खातेदारों के जीपीएफ खातों को पूर्ण किया जाना है जिनकी सेवानिवृति आगामी 05 वर्षो में है। अतः ऐसे समस्त खातेदारों का आहवान किया जाकर अपील की जाती है कि प्रत्येक आहरण एवं वितरण अधिकारी व्यक्तिगत रूप से शीघ्रताषीघ्र इस विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए 31 मार्च ,2018 तक कार्मिको के खातों के गैप्स को पूर्ण करवाने में सहयोग करावें। इसके लिए कार्मिक के कार्यालय से वाछित दस्तावेज यथा कटौती पत्र जीए 55 ए एवं खातेदारों की विधिवत तैयार पासबुक इस कार्यालय को उपलब्ध करावें ताकि ऐसे कार्मिको को सेवानिवृत पर एक बार में ही सम्पूर्ण राषि का भुगतान किया जा सकें। उन्होंने पुनः आहरण एवं वितरण अधिकारियों से अपील की वे अपने कार्यालय में आगामी पांच वर्षो मे सेवानिवृत होने वाले कार्मिको के रेकार्ड उपलब्ध करावे ताकि इस अभियान को सफल बनाया जा सकें एवं कार्मिको को भी जीपीएफ योजना का पूर्ण लाभ प्राप्त हो सकें।


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भील बस्ती में किया गया विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन


जैसलमेर 22 दिसम्बर । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष मदनलाल भाटी के निर्देशानुसार आज जेठवाई रोड स्थित भील बस्ती राजकीय विद्यालय में बालकों के विधिक अधिकार एवं नालसा द्वारा आदिवासियों के अधिकारों के संरक्षण और प्रवर्तन के लिए विधिक सेवाएं योजना विषय पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।


शिविर में पीएलवी सज्जन कंवर भाटी तथा विमला लोहिया ने बालकों को विधिक साक्षरता के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि शिक्षा प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार है। बालकों को बाल श्रम नहीं करने तथा लगातार शिक्षा से जुड़े रहने हेतु पे्ररित किया गया। बालकों को नशे से दूर रहने तथा स्वस्थ समाज का स्वस्थ नागरिक बनने की बात कही गई तथा अपने विधिक अधिकारों के प्रति जागरूक रहने हेतु कहा गया। सज्जन कंवर ने बाल विवाह निषेध के बारे में सरल शब्दों में अपनी बात रखते हुए कहा कि कहीं भी यदि किसी को बाल विवाह होने की जानकारी होती है तो तुरंत 1098 नंबर पर संपर्क कर सूचना दी जा सकती है।


शिविर में विमला लोहिया ने बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी दी तथा किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ किसी भी प्रलोभन से न जाना तथा सुरक्षित एवं जागरूक रहने की बात की। विषय से संबधित पेम्पलेट एवं लीफलेट बांटकर विधिक प्रचार प्रसार किया गया।

जैसलमेर राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस जिले में समारोहपूर्वक गरिमामय ढंग से मनाया जायेगा



जैसलमेर राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस जिले में समारोहपूर्वक गरिमामय ढंग से मनाया जायेगा

जिला कलक्टर मीना ने समय रहते सभी आवष्यक तैयारियां पूर्ण करने के दिए निर्देष

26 जनवरी का होगे विविध कार्यक्रम

जैसलमेर, 22 दिसम्बर। जैसलमेर जिला मुख्यालय पर आगामी 26 जनवरी 2018 को राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस हर्षोउल्लास के साथ समारोहपूर्वक मनाया जायेगा। प्रातः कालीन मुख्य समारोह एवं सांयकालीन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में रखा गया है। गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर आयोजनीय विविध कार्यक्रमों की रूपरेखा पर बिन्दुवार विस्तार से विचार विमर्श किया गया एवं विभिन्न अधिकारियों को अलग - अलग उत्तरदायित्व सौपे गए।




समय रहते सभी आवष्यक तैयारियां पूर्ण कर लेवें




जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गंणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी एवं व्यवस्थाओं की बैठक आयोजित हुई जिसमे उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राष्ट्रीय पर्व के अनुरूप सभी तैयारियां गरिमामय ढंग से समय पर सुसम्पादित करना सुनिष्चित करावें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्हें सौपे गए दायित्वों का निर्वहन बेहतरीन ढंग से पूर्ण जिम्मेदारी व गंभीरता के साथ समय पर करंे। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी, उपखंड अधिकारी हंसमुख कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद अनुराग भार्गव ,आयुक्त नगरपरिषद झब्बरसिंह तथा उप अधीक्षक पुलिस मांगीलाल के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।




कार्यक्रम हो और अधिक रोचक




जिला कलक्टर मीना ने गणंतत्र दिवस के अवसर पर आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए की वे राष्ट्रीय पर्व को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यक्रमों को रोचकपूर्ण बनाए। उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदर्शित की जाने वाली झांकियों के लिए विशेष तैयारी करने एवं झाकी के विषय के चयन पर विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए।




समय पर करे कार्यक्रमों का चयन एवं रिहर्सल




बैठक में सामुहिक व्यायाम प्रदर्शन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के रिहर्सल पर विस्तार से चर्चा की गई एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विद्यालयों का चयन समय पर करे एवं निर्धारित समय पर ही रिहर्सल करना प्रारंभ कर दे। इसके साथ ही खेलकूद प्रतियोगिता के संबंध में भी चर्चा की एवं बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन एवं नगरपरिषद् के साथ बाॅलीबाल का मेच आयोजित होगा। इसके लिए खेल अधिकारी को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए।




प्रशंसा पत्रो का सही हो चयन




जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विशिष्ट सेवाओं के लिए जिन अधिकारियों,- कर्मचारियों को पुरूस्कृत करवाना चाहते है उसमें वास्तव में जिन्होंने विभाग में सराहनीय सेवाए दी हैं उनके नाम ही प्रस्तावित किए जावे एवं उपलब्धियों के संबंध में पूर्ण जानकारी सहित आवेदन पत्र 18 जनवरी को सायं 5 बजेः तक कार्यालय जिला कलक्टर जैसलमेर को आवश्यक रूप से प्रस्तुत किए जावे। उन्होंनें व्यवस्था समिति के संयोजकों को निर्देष दिए कि वे कार्यक्रम रिहर्सल के पूर्व अपने स्तर पर बैठक आयोजित कर कार्यक्रमों को अन्तिम रूप दें।




साफ सुथरा हो शहर




बैठक में जिला कलक्टर ने नगरपरिषद के अधिकारी को निर्देश दिए की वे राष्ट्रीय पर्व को ध्यान में रखते हुए षहीद पूनम सिहं स्टेडियम व पूरे षहर की समुचित ढंग से साफ सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दे एवं समारोह से पूर्व पूरे शहर को साफ सुथरा कर दे एवं राष्ट्रीय पर्व पर ऐतिहासिक स्मारको पर रोशनी की व्यवस्था समय पर करवान सुनिष्चित करेगें




ये होगे कार्यक्रम




अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ने बताया कि 26 जनवरी 2018 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रातः 7 बजे से 8 बजे तक की अवधि में जैसलमेर नगर में स्थित शिक्षण संस्थाओं में अध्यनरत छात्र-छात्राओं द्वारा प्रभात फेरी निकाली जायेगी और विद्यालयों से नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए विद्यार्थी शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में पहुचेगें। समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा प्रातः 9 बजे शहीद पूनम सिंह स्टेडियम ध्वजारोहण किया जायेगा , उसके बाद परेड निरीक्षण होगा। समारोह में अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वारा राज्यपाल का सन्देष पठन किया जाएगा। मुख्य समारोह में सामुहिक व्यायाम प्रदर्षन ,पिरामिड निर्माण , प्रषंसा-पत्र वितरण एवं सामुहिक सांस्कृतिक समूह नृत्य एवं सांस्कृतिक झांकियों की प्रस्तुती होगी। अपरान्ह 4 बजेः पुलिस लाईन मैदान में जिला प्रषासन बनाम नगरपरिषद के मध्य बालीबाॅल मैंच का आयोजन होगा तथा सायं 7 बजेः पूनम स्टेडियम में देष भक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा।




समितियों के गठन पर चर्चा




बैठक में अलग अलग कार्यक्रमों के लिए विभिन्न अधिकारियों को दायित्व सौपे गए। इसी प्रकार व्यवस्थाओं के लिए समितियों का गठन किया जाकर उनके सयोजक , उपसयोजक एवं सदस्यों का निर्धारण किया जाकर उन्हे दायित्व सौपे गए व कहा गया कि वे पूर्ण जिम्मेदारी से उनका निर्वहन करे।




बैठक में समारोह को और अधिक रोचक बनाने एवं नवीन कार्यक्रमों को समावेश करने के लिए अधिकारियों ने अपनी और से सारगर्भित सुझाव प्रस्तुत किए। इस बार विभिन्न विभागों द्वारा निकाली जाने वाली झांकियों के प्रदर्षन में नवाचार लाने पर विषेष बल दिया।




अंतिम पूर्वाभ्यास के समय सभी जिलाधिकारी मौजूद रहेगें




अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे 24 जनवरी को प्रातःकाल शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में होने अंतिम पूर्वाभ्यास के दौरान आवष्यक रुप से उपस्थित रहेगें। ---000---




विषेष योग्यजनो से मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल के लिए 15 जनवरी तक आवेदन-पत्र आमंत्रित



जैसलमेर, 22 दिसम्बर। विषेष योग्यजनो से मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल हेेतु सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा आवेदन आमंत्रित किये गये है। हिम्मत सिंह कविया सहायक निदेषक ने बताया कि राजकीय अथवा मान्यता प्राप्त विद्यालय या महाविद्यालय में नियमित अध्ययनरत चलन निःषक्तता वाले विषेष योग्यजन जो कि मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल चलाने में सक्षम हो को नियमित अध्ययन करने तथा षिक्षा के लिये सुलभ आवाजावी को बढावा देने के लिए विषेष योग्यजनों को माटराईज्ड ट्राईसाईकिल उपलब्ध कराने के लिए निर्धारित आवेदन में आवेदन पत्र 15 जनवरी, 2018 तक आमंत्रित किए गए है।




उन्होने बताया कि इस योजना के लाभ हेतु विषेष योग्यजन आवेदक की आयु 16 वर्ष से कम व 30 वर्ष से अधिक न हो तथा परिवार की वार्षिक आय 2.00 लाख रूपये से अधिक न हो व विषेष योग्यजन को चिकित्सा प्राधिकारी /चिकित्सा बोर्ड द्वारा जारी 40 प्रतिषत या उससे अधिक चलन निःषक्तता का प्रमाण पत्र हो, विद्यालय या महाविद्यालय में नियमित अध्ययनरत होने का प्रमाण पत्र, मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल/ बैटरी चालित वाहन पूर्व मे प्राप्त नही किए जाने के संबंध में शपथ पत्र, वाहन चलाने हेतु ड्राईविंग लाईसेंस, भामाषाह कार्ड, आधार कार्ड, स्वयं की चार फोटो, आवेदन में संलग्न करनी होगी।




उन्होने बताया कि चलन निःषक्तता वाले अभ्यर्थी के दोनो हाथ सही हो तथा मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल चलाने में सक्षम हो। अभ्यर्थी द्वारा न्यूनतम 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसके लिये 10 वीं की अंक तालिका संलग्न करनी होगी। इस बाबत इच्छुक विषेष योग्यजन कार्यालय से निःषुल्क आवेदन पत्र प्राप्त कर, जमा करवा सकते है।




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जिले में दस्तावेजों पर देय मुद्रांक कर पुनः निर्धारण के लिए

जिला स्तरीय समिति की बैठक में विस्तार से चर्चा एवं नवीन दरों का निर्धारण



जैसलमेर, 22 दिसम्बर। जिले में दस्तावेजों पर देय मुद्रांक कर पुनः निर्धारण के लिए गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में नगरपरिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री ,अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी , पंचायत समिति जैसलमेर प्रधान अमरदीन , उप महानिरीक्षक पंजीयन बाड़मेर जितेन्द्रंिसंह नरुका के साथ ही जिले के उप पंजीयक उपस्थित थे।

बैठक में जिला कलक्टर ने उप पंजीयक जैसलमेर ,पोकरण ,फतेहगढ़ , भणियांणा ,फलसूण्ड ,नोख ,रामगढ़ , सम तथा झिनझिनयाली द्वारा मुद्रांक कर दरों के पुनः निर्धारण के सम्बन्ध में प्रस्तुत प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की जाकर नवीन मुद्रांक कर दरों का निर्धारण किया गया एवं नवीन दरों को तुरंत प्रभाव से लागु करने के लिए अनुमोदन किया गया। बैठक में शहरी क्षेत्र की आवासीय एवं वाणिज्यिक भूमि के साथ ही कृषि व अकृषि भूमियों के नवीन मुद्रांक कर का निर्धारण किया गया।

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जैसलमेर आधार नामांकन/अपडेशन सेवाएं अब पोस्ट आॅफिस कार्यालय एवं एस.बी.आई. बैंक पर भी



जैसलमेर आधार नामांकन/अपडेशन सेवाएं अब पोस्ट आॅफिस कार्यालय एवं एस.बी.आई. बैंक पर भी
जैसलमेर। सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, जयपुर आधार नामांकन/अपडेशन सेवा जिले के मुख्य पोस्ट आॅफिस कार्यालय एवं एस.बी.आई. बैंक पर भी प्रारंभ करने जा रही है। इस सम्बंध में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, जैसलमेर के ए.सी.पी. (उपनिदेशक) श्री हरिशंकर अग्रवाल ने बताया कि विभाग के निर्देशानुसार पोस्ट आॅफिस कार्यालय, जैसलमेर को दो आधार मशीनें भी उपलब्ध करवा दी गयी है। साथ ही एस.बी.आई. बैंक पर भी आधार नामांकन सेवाएं प्रारंभ की जावेगी। इस हेतु विभाग द्वारा विडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से एस.बी.आई. बैंक और पोस्ट आॅफिस को आधार नामांकन हेतु प्रशिक्षण एवं दिशा निर्देश प्रदान किये गये।




ई-मित्र केन्द्र संचालकों की कम्प्यूटर दक्षता की आॅनलाईन परीक्षाएं सम्पन्न
जैसलमेर। सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, जयपुर द्वारा राज्य के समस्त ई-मित्र केन्द्र संचालकों/आॅपरेटरांे के कम्प्यूटर दक्षता की जांच हेतु ई-मित्र केन्द्र संचालकों/आॅपरेटरों हेतु आॅनलाईन परीक्षाएं करवायी गयी।

सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, जैसलमेर के ए.सी.पी. (उपनिदेशक) श्री हरिशंकर अग्रवाल ने बताया कि जैसलमेर जिले में कुल 318 ई-मित्र केन्द्र संचालकों ने परीक्षा हेतु आॅनलाईन आवेदन किया जिसमें से 309 ई-मित्र संचालक/आॅपरेटर आॅनलाईन परीक्षा में शामिल हुए तथा कुल 220 ई उत्तीर्ण हुए।

श्री अग्रवाल ने आगे बताया कि जैसलमेर जिले शहरी क्षेत्र से कुल 103 ई-मित्र केन्द्र संचालकों ने आवेदन किये जिसमें से 77 उत्तीर्ण हुए तथा ग्रामीण क्षेत्र से कुल 215 आवेदनों में से 143 उत्तीण हुए। इस प्रकार ग्रामीण क्षेत्र से कुल 68.75 प्रतिशत ई-मित्र केन्द्र संचालक उत्तीर्ण हुए।

बत्तीसा नाला परियोजना को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी दी जायें - सांसद देवजी पटेल



बत्तीसा नाला परियोजना को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी दी जायें - सांसद देवजी पटेल



नई दिल्ली। 22 दिसम्बर, 2017 शुक्रवार।

जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने शुक्रवार को केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ हर्षवर्धन से मुलाकात कर सिरोही जिले में पेयजल हेतु प्रस्तावित बत्तीसा नाला परियोजना को शुरू करने के लिए वन विभाग की मंजूरी देने की मांग की।

सांसद पटेल ने केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ हर्षवर्धन को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि सिरोही में प्रतिवर्ष वर्षा के घटते स्तर के कारण भूजल स्त्रोतों में कमी आ रही है। जिला मुख्यालय समेत गाॅवों के लोगों को पेयजल के लिए दूर-दूर भटकना पड़ रहा हैं। इसके अलावा पानी के अभाव में मवेषियों की हालत भी खास्ता होती जा रही हैं। सिरोही जिले की पेयजल के लिए बत्तीसा नाला परियोजना प्रस्तावित है। परियोजना का प्रारम्भिक सर्वे कार्य हो चुका हैं। राज्य सरकार से इस परियोजना को स्वीकृति मिल चुकी है तथा मुख्यमंत्री ने दिनांक 29.07.2016 को शिलान्यास भी किया गया हैं। जिसके तहत परियोजना हेतु लगभग 577.40 मि.घ.फु. पानी उपलब्ध है। जिसमे से करीबन 500.40 मि.घ.फु. पानी का उपयोग किया जा सकता है। किन्तु इस परियोजना के कुल डूब क्षैत्र 158.02 हैक्टर भूमि में से 91.202 हैक्टर भूमि वन विभाग के अधिपत्य की भूमि हैं। इस संबंध में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से अनापत्ति हेतु प्रस्ताव भेजा गया जोकि प्रक्रियाधीन हैं। इस प्रस्ताव को शीघ्र विभागीय मंजूरी दी जायें। केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ हर्षवर्धन ने सांसद पटेल को पूर्णतय आश्वस्त करते हुए कहा कि विभागीय कार्यवाही पूर्ण कर शीघ्र मंजूरी दी जायेंगी।