शनिवार, 23 दिसंबर 2017

इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रग्स के साथ मिले बाल, DNA मैचिंग कर पंजाब से स्मगलर अरेस्ट

इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रग्स के साथ मिले बाल, DNA मैचिंग कर पंजाब से स्मगलर अरेस्ट

इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रग्स के साथ मिले बाल, DNA मैचिंग कर पंजाब से स्मगलर अरेस्ट
श्रीगंगानगर(राजस्थान).पाकिस्तान से सीमा पार करवाकर अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्करी के करीब 5 साल पुराने मामले में दोषी को 10 साल कठोर कारावास और एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। इसी मामले में पुलिस की ओर से मुल्जिम बनाए गए एक आरोपी को न्यायालय ने साक्ष्यों के अभाव में दोष मुक्त कर दिया। तीसरे आरोपी को पुलिस आज तक गिरफ्तार ही नहीं कर पाई है। यह निर्णय एनडीपीएस मामलों की विशिष्ट अदालत के न्यायाधीश हारुण ने शुक्रवार को सुनाया। आरोपी ने जुर्माना राशि जमा नहीं करवाई तो छह माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। दोषी पंजाब के गांव मल्लियां, जिला तरनतारन निवासी कुलदीप सिंह उर्फ कीपा पुत्र दर्शन सिंह जटसिख को सजा सुनाए जाने के बाद जेल भिजवा दिया। आरोपी गिरफ्तारी के बाद जमानत पर था।

तीन तस्कर थे, एक संदेह का लाभ देकर बरी, दूसरा पकड़ा ही नहीं गया, तीसरे को सजा

- एनडीपीएस मामलों की विशेष अदालत के विशिष्ट लोक अभियोजक केवलकुमार अग्रवाल ने बताया कि 23 फरवरी 2012 को रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर बीएसएफ के निगरानी दल ने हिंदुमलकोट अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पिलर संख्या 278/3 एस के पास भारतीय सीमा में हलचल देखकर फायरिंग की।

- तस्कर मौके पर ही दो बाइक, एक शॉल, जूते और अन्य सामान छोड़कर भाग गए। मौके से एक प्लास्टिक कैरी बैग में मादक पदार्थ हेरोइन के एक-एक किलो पैकिंग के 6 पैकेट बरामद किए गए।

- इस संबंध में बीएसएफ की आेर से अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया। हिंदुमलकोट पुलिस ने जांच में हेरोइन के पैकेट के साथ सामान में सिर के बाल भी बरामद किए।

- इसके अलावा पदचिन्हों के आधार पर माना कि तस्कर करीब तीन लोग थे। पुलिस ने मौके से बरामद किए गए सिर के बालों और अन्य सामान को वजह सबूत सील करवा डीएनए करवाया।

- जांच में पंजाब नंबर की बाइक, नए मोबाइल की लोकेशन सामान आदि की जांच में आरोपी कुलदीप उर्फ कीपा को गिरफ्तार किया। उसे गिरफ्तारी के बाद सिर के बाल को डीएनए जांच के लिए भिजवाया गया।

- जांच में डीएनए उसी का पाए जाने पर उसके खिलाफ अदालत में 3 मार्च 2013 को चालान पेश किया गया। इसी डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को हेरोइन तस्करी का दोषी मानते हुए सजा सुनाई है।

6 करोड़ थी तब हेरोइन की बाजार कीमत

मामले में आरोपी बलविंद्र सिंह उर्फ बिंदा पुत्र तारा सिंह निवासी थाना खालड़ा को कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। तीसरे आरोपी तरनतारन के भिखीविंड निवासी मानवीर सिंह को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उस वक्त पकड़ी गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 6 करोड़ रुपए थी।
श्रीगंगानगर(राजस्थान).पाकिस्तान से सीमा पार करवाकर अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्करी के करीब 5 साल पुराने मामले में दोषी को 10 साल कठोर कारावास और एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। इसी मामले में पुलिस की ओर से मुल्जिम बनाए गए एक आरोपी को न्यायालय ने साक्ष्यों के अभाव में दोष मुक्त कर दिया। तीसरे आरोपी को पुलिस आज तक गिरफ्तार ही नहीं कर पाई है। यह निर्णय एनडीपीएस मामलों की विशिष्ट अदालत के न्यायाधीश हारुण ने शुक्रवार को सुनाया। आरोपी ने जुर्माना राशि जमा नहीं करवाई तो छह माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। दोषी पंजाब के गांव मल्लियां, जिला तरनतारन निवासी कुलदीप सिंह उर्फ कीपा पुत्र दर्शन सिंह जटसिख को सजा सुनाए जाने के बाद जेल भिजवा दिया। आरोपी गिरफ्तारी के बाद जमानत पर था।
तीन तस्कर थे, एक संदेह का लाभ देकर बरी, दूसरा पकड़ा ही नहीं गया, तीसरे को सजा
- एनडीपीएस मामलों की विशेष अदालत के विशिष्ट लोक अभियोजक केवलकुमार अग्रवाल ने बताया कि 23 फरवरी 2012 को रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर बीएसएफ के निगरानी दल ने हिंदुमलकोट अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पिलर संख्या 278/3 एस के पास भारतीय सीमा में हलचल देखकर फायरिंग की।
- तस्कर मौके पर ही दो बाइक, एक शॉल, जूते और अन्य सामान छोड़कर भाग गए। मौके से एक प्लास्टिक कैरी बैग में मादक पदार्थ हेरोइन के एक-एक किलो पैकिंग के 6 पैकेट बरामद किए गए।
- इस संबंध में बीएसएफ की आेर से अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया। हिंदुमलकोट पुलिस ने जांच में हेरोइन के पैकेट के साथ सामान में सिर के बाल भी बरामद किए।
- इसके अलावा पदचिन्हों के आधार पर माना कि तस्कर करीब तीन लोग थे। पुलिस ने मौके से बरामद किए गए सिर के बालों और अन्य सामान को वजह सबूत सील करवा डीएनए करवाया।
- जांच में पंजाब नंबर की बाइक, नए मोबाइल की लोकेशन सामान आदि की जांच में आरोपी कुलदीप उर्फ कीपा को गिरफ्तार किया। उसे गिरफ्तारी के बाद सिर के बाल को डीएनए जांच के लिए भिजवाया गया।
- जांच में डीएनए उसी का पाए जाने पर उसके खिलाफ अदालत में 3 मार्च 2013 को चालान पेश किया गया। इसी डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को हेरोइन तस्करी का दोषी मानते हुए सजा सुनाई है।
6 करोड़ थी तब हेरोइन की बाजार कीमत
मामले में आरोपी बलविंद्र सिंह उर्फ बिंदा पुत्र तारा सिंह निवासी थाना खालड़ा को कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। तीसरे आरोपी तरनतारन के भिखीविंड निवासी मानवीर सिंह को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उस वक्त पकड़ी गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 6 करोड़ रुपए थी।

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