सोमवार, 7 नवंबर 2016

बाड़मेर। ये पाँच बेटिया जो है बॉल बैटमिंटन के दंगल की सुल्तान

बाड़मेर। ये पाँच बेटिया जो है बॉल बैटमिंटन के दंगल की सुल्तान 


बाड़मेर। आदर्श स्टेडियम में चल रहे बॉल बैटमिंटन के राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में 400 खिलाड़ी सिरमौर बनने के लिए अपना हुनर दिखा रहे है, लेकिन इन सबके बीच 5 खिलाडी सभी से जुदा है । यह 5 वह बेटियां है जो बॉल बैटमिंटन के दंगल की सुल्तान कहि जाती है। अब तक कई मर्तबा राजस्थान का नाम राष्ट्रिय स्तर पर कर चुकी यह खिलाड़ी अगले कोमन्थवेल खेल में अपना दावा करने जा रही है। जयपुर की खुशबू यादव तीन मर्तबा राष्ट्रिय स्तर पर खेल चुकी है। वेस्ट जॉन में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर चुकी खुशबू अब कोमन्थवेल में अपना दावा करने जा रही है। खुशबू के मुताबित इस खेल के जितने खिलाडी कम है उतने ही कम मैदान है। कई इलाके आज भी ऐसे है जिन्हें इस खेल का नाम तक नहीं पता ऐसे में खुद प्रदर्शन को बरकरार रखने के साथ साथ इस खेल को लोगों की पसन्द बनाना भी बड़ी चुनोती है। अजमेर की यामिनी मालावत 2015 में पटना में अपने खेल का जौहर दिखा चुकी है तो जयपुर की कल्पना यादव 2013 में हैदराबाद,2015 में तेलंगाना में राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में खेल चुकी है
Sultan of Cirque ball badminton - News in Hindi
आम तौर पर प्रचलन और लाइम लाइट से दूर बॉल बैटमिंटन का इतिहास भले ही बेहद पुराना है लेकिन आज भी इसके खिलाडिय़ों की तादात बेहद कम है ऐसे में इन बेटियों का अब तक का शानदार प्रदर्शन इस और साफ इशारा करता है की वह वक्त दूर नहीं जब राजस्थान के अलग अलग जिलों से ताल्लुक रखने वाली यह बेटियां देश का नाम सात समंदर पार करती नजर आएगी।
6 अर्जुन एवॉर्ड, फिर भी चर्चा से दूर
बॉल बैटमिंटन का खेल दुनिया की चकाचोंध से कोसो दूर है जबकि खेल की दुनिया के सबसे बड़े पुरस्कार अर्जुन एवॉर्ड से इस खेल के 6 खिलाड़ी नवाजे जा चुके है। भारत में जन्मे इस खेल ने ना केवल विदेशो में अपनी धाक जमाई है साथ ही यह खेल ओलम्पिक संघ की तरफ से रजिस्टर्ड भी है बावजूद इसके आज भी इस खेल के आयोजन के लिए प्रायजको का टोटा रहता है।

बाड़मेर। तो इसलिए बोलते-बोलते रो पड़ीं कांग्रेस की कद्दावर नेता

बाड़मेर। तो इसलिए बोलते-बोलते रो पड़ीं कांग्रेस की कद्दावर नेता


बाड़मेर। कांग्रेस राज्य इकाई की सचिव और पूर्व प्रधान शमां खान एक आयोजन में खुद के आंसू रोक नहीं पाईं। यहां आयोजित एक कार्यक्रम में उद्बोधन के लिए वह मंच पर आईं, माइक संभाला लेकिन, काफी देर तक कुछ बोल नहीं पाईं। उनके शब्दों से ज्यादा उनके भरे गले ने हर किसी का ध्यान खींच लिया। दरअसल, यह आयोजन सात बार विधायक रहे मरहूम अब्दुल हादी की पुण्यतिथि पर किया गया था। हादी शमां खान के ससुर थे। जानकारी के मुताबित हादी की छठी पुण्यतिथि पर सैंकड़ों लोग यहां इकट्ठा हुए। कई बड़े नेताओं ने उनके बारे में विचार व्यक्त किए। जब हादी की पुत्रवधु और पीसीसी सचिव शमां खान ने विचार रखने के लिए माइक हाथ में लिया तो, उनकी आखों में आंसू आ गए। जिसकी वजह से वे कुछ भी बोल नही पाईं। यह देखकर वहां बैठे लोगों की आंखें भी भर आईं। लोगों के पुन: आग्रह करने पर शमा खान ने हिम्मत दिखाते हुए शानदार विचार रखे। जिस पर सभी ने तालियां बजा कर कहा कि हर किसी को शमा खान सरीखी बेटी मिले।

रविवार, 6 नवंबर 2016

बाड़मेर से जकात के लिए विदेश जाने वालों का डाटा नही है सुरक्षा एजेंसियों के पास।।



बाड़मेर से जकात के लिए विदेश जाने वालों का डाटा नही है सुरक्षा एजेंसियों के पास।।



बाड़मेर भारत पाक सरहद पर बसे बाड़मेर जिले के सीमावर्ती गाँवो में करीब सवा दो सो मदरसे संचालित हो रहे हैं। इन मदरसों का रिकार्ड न तो जिला प्रशासन के पास हे न ही सुरक्षा एजेंसियों के पास।इन मदरसों का संचालन जकात से होता हैं।यानी डोनेशन से।यह डोनेशन कहाँ से कैसे आता हैं। गत दिनों दिल्ली में पकडे गए पाक एजेंट बाड़मेर जिले से संबद्ध रखता हैं।।बाड़मेर में सेकड़ो की तादाद में मौलवी निवास कर रहे हैं। जिनका रिकार्ड व्यक्तिगत एजेंसियों के पास नही हैं जिनके मूलनिवास का सत्यापन करने के साथ इनकी गतिविधियों पे नजर रखना भी जरुरी हैं।जब मामला देश की सुरक्षा का हो तो एजेंसियों को कोई समझौता नही करना चाहिए ।।इन मदरसों के संचालन के लिए दर्जनों मदरसा संचालक रमज़ान महीने से पहले विदेश दौरे पे जाते हैं। जिसका कारन होता है कि रमजान माह में जकात (दान) खुलेदिल से दिया जाता हैं। बाड़मेर से प्रतिवर्ष मदरसा संचालक विदेश जाते हैं। जिसका कोई अधिकृत ब्यूरा प्रशासन के पास नही हैं।जिनको मिलने वाले डोनेशन की जानकारी नही हैं।।बाड़मेर की सरहद पर मुस्लिम संस्कृति में आये क्रन्तिकारी बदलाव और कट्टरता के पीछे सोची समझी साजिश होने से इंकार नही किया जा सकता। मदरसा संचालको को भी इस वक़्त राष्ट्रहित में पुलिस और सुरक्षा एजेंसितो को सहयोग कर जानकारी उपलब्ध करानी चाहिए ।ताकि सरहदी क्षेत्रो के मदरसों पर उंग्लिया न उठे।।




विदेश दौरे के अलावा बाड़मेर जैसलमेर के कई मौलवी देश भर में होने वाली जमातों में शामिल होते हैं।।पोकरण और चुरू जिसका मुख्य केंद्र हैं।।जमात में जाने वालो का भी ब्यूरा प्रशासन और सरकारी एजेंसियों के पास होना चाहिए।।कई मदरसे सरहदी गाँवो में ऐसे हे जिनमे नामांकन नाममात्र होने के बावजूद संचालित हो रहे।एक ही गांव में तीन चार मदरसे संचालन का औचित्य भी नही।।खैर बात विदेशी सहायता प्राप्त करने वाले मदरसों की हैं।।इन मदरसों की गतिविधियों की जानकारी जिला प्रशासन को होनी चाहिए।।

प्रेगनेंसी के दौरान पत्नी संबंध बनाने से मना करे तो इसमें कुछ गलत नहीं: कोर्ट

प्रेगनेंसी के दौरान पत्नी संबंध बनाने से मना करे तो इसमें कुछ गलत नहीं: कोर्ट

प्रेगनेंसी के दौरान पत्नी संबंध बनाने से मना करे तो इसमें कुछ गलत नहीं: कोर्ट
नई दिल्ली: गर्भावस्था के दौरान पत्नी द्वारा संबंध बनाने से मना करना पति पर क्रूरता नहीं है। दिल्ली की एक अदालत ने कहा कि इस आधार पर तलाक नहीं दिया जा सकता। अदालत ने यह भी कहा कि यदि पत्नी सुबह देर से सोकर उठती है और बिस्तर पर चाय की फरमाइश करती है तो स्पष्ट है कि वह आलसी है और ‘आलसी होना’ निर्दयी अथवा क्रूर होना नहीं है। दिल्ली की परिवार अदालत ने क्रूरता के आधार पर एक व्यक्ति की तलाक याचिका ठुकराते हुए यह टिप्पणी की। अदालत ने कहा , ‘‘यह कहना कि पत्नी ने अगस्त 2012 के बाद संबंध बनाने से इंकार कर दिया और यदि यह सही भी है तो उसे इस बात से समझना होगा कि मई 2012 के तीसरे सप्ताह में वह गर्भवती थी।’’




न्यायाधीश प्रदीप नंदराजोग और प्रतिभा रानी की पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा, ‘‘गर्भ में बच्चा होने के समय जाहिर है कि उसके लिए संबंध बनाना असुविधाजनक रहा होगा और यदि यह मान लिया जाए कि गर्भावस्था का समय बढऩे के साथ साथ उसने अपने पति के साथ पूरी तरह संबंध बनाना छोड़ दिया तो इससे उसकी क्रूरता साबित नहीं होती है।’’ अदालत ने कहा, ‘‘माना लिया जाए कि उसकी पत्नी देर से सोकर उठती है और चाहती है कि उसे बिस्तर पर ही चाय दी जाए, तो यह उसके आलसी होने का प्रमाण है और आलसी होना ‘क्रूरता करना’ नहीं है।’’ परिवार अदालत ने कहा कि याचिका में पति द्वारा लगाये गये आरोप ‘‘बेमतलब’’ और ‘अस्पष्ट’ हैं। उच्च न्यायालय ने निचली अदालत की इस बात पर अपनी सहमति जाहिर की कि उसने अपनी याचिका में अपनी पत्नी पर लगाये आरोपों के स्पष्ट ब्यौरे नहीं दिए हैं।

प्रदेश में नहीं थम रहे Acid अटैक, 3 बहनों पर बाइक सवारों ने फेंका तेजाब (Pics)

प्रदेश में नहीं थम रहे Acid अटैक, 3 बहनों पर बाइक सवारों ने फेंका तेजाब (Pics)
प्रदेश में नहीं थम रहे Acid अटैक, 3 बहनों पर बाइक सवारों ने फेंका तेजाब (Pics)

इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में घर बाहर निकली 3 बहनों पर बाइक सवार बदमाशों ने तेजाब फेंक दिया। तेजाब के इस हमले में एक युवती का चेहरा तो बाकी 2 युवतियों का शरीर बुरी तरह से झुलस गया। तेजाब के हमले में घायल युवतियों को इलाज के लिए एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस ने इस मामले में एकतरफा प्‍यार की आशंका जताई है।




क्या था पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार घायल तीनों युवतियों में 2 सगी बहनें हैं और एक चचेरी बहन है। सगी बहनों में से एक बहन शादीशुदा है और वह इन दिनों अपने मायके आई हुई थी। पीड़ित युवतियों के पिता का कहना है कि रात करीब 10 बजे मेरी बेटी सीता (23) और उसकी छोटी बहन उर्मिला अपनी चचेरी बहन पुष्‍पा (21) (तीनों बदला हुआ नाम) के साथ शौच के लिए पड़ोस के खेतों में गई थीं। उन्होंने बताया कि तीनों जब वापस घर लौट रही थीं, तभी एक काली बाइक पर सवार 2 बदमाश उनके करीब आए और उन पर तेजाब फेंककर फरार हो गए।




क्या कहती है पुलिस?

घटना की सूचना मिलने पर आईजी, डीआईजी, एसएसपी सहित सारे पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी तक बदमाशों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। पुलिस द्वारा इस मामले एक तरफा मामले की अशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

पढ़ें ये दर्दनाक कहानी, Facebook फ्रेंड से मिलने आई लड़की को खाई में फेंका

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धारः मध्यप्रदेश के इंदौर के एक युवक ने महाराष्ट्र के पुणे की रहने वाली अपनी फेसबुक दोस्त को घूमने के बहाने इंदौर बुलाकर धार जिले के मांडू की गहरी खाई में फेंक दिया। दोनों की साल 2011 से फेसबुक से दोस्ती थी। युवती पुणे से अकेले ही इंदौर आई थी। धार के अस्पताल में भर्ती युवती अपने परिजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रही है।




2011 से हुई थी दोस्ती

मांडू थाना प्रभारी एचएस रावत के मुताबिक कल शाम पुलिस को एक युवती के घायल अवस्था में खाई में पड़े होने की सूचना मिली। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर जाकर घायल युवती को बाहर निकाला। युवती ने अपनी पहचान पुणे निवासी मीना खंडारे के तौर पर बताई। रावत ने युवती के हवाले से बताया कि इंदौर के शाहिद खान से वर्ष 2011 से उसकी फेसबुक पर दोस्ती थी। शाहिद ने उसे पिछले दिनों इंदौर घूमने बुलाया था। दोस्त के बुलावे पर युवती चार अक्टूबर को इंदौर पहुंची, जहां से दोनों देवास और बाद में घूमने के लिए मांडू आए।




लाेगाें ने सुनी युवती की चीखें

यहां दोनों के बीच किसी बात पर विवाद होने के चलते आरोपी युवक ने युवती के साथ मारपीट कर उसे खाई में फेंक दिया। युवती की चीखें सुनकर वहां मवेशी चराने आए कुछ लोगों ने डायल 100 को इस बारे में सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। रावत ने बताया कि युवती के पास से एक पैन कार्ड बरामद हुआ है, जिससे उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। युवती के अपने परिजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं देने के कारण अब तक उसके परिजनों से भी संपर्क नहीं हो सका है। पुलिस को युवती के पास से एक मोबाइल मिला है, जिसमें दर्ज नंबरों के आधार पर आगे की पड़ताल की जा रही है। आरोपी युवक घटना के बाद से फरार है।

होटल में मना रहे थे रंगरलियां, पल भर में कमरे का हुआ ऐसा हाल, देखें तस्वीरें

होटल में मना रहे थे रंगरलियां, पल भर में कमरे का हुआ ऐसा हाल,  

होटल में मना रहे थे रंगरलियां, पल भर में कमरे का हुआ ऐसा हाल, देखें तस्वीरें
बरेली: जक्शन रोड़ स्थित सपा नेता के होटल ऑकेजन टॉवर के कमरा नंबर 107 में जिस्मफरोशी के धंधे का उस समय खुलासा हुआ जब एक युवती ने शराब के नशे में हंगामा काटना शुरू कर दिया। दरअसल होटल में 4 लड़के और 1 लड़की रंगरेलियां मनाने आए हुए थे। इसी बीच पैसों को लेकर लड़की का लड़कों के साथ विवाद शुरू हो गया। लड़के उसे छोड़कर भाग गए और शराब के नशे में लड़की ने होटल में जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। पल भर में कमरे में लगा हुआ सामान बिखर गया।




लड़की के द्वारा हंगामा शुरू करते देख होटल के मैनेजर ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और पुलिस को बुलाया। मौके पर पहुंची पुलिस के सामने युवती घंटे भर तक ड्रामा करती रही। जिस कमरे में युवती चीखपुकार और हंगामा कर रही थी उसमें शराब की बोतल के साथ कंडोम और कई आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद की गई हैं। पुलिस ने लड़की और चार लड़कों में से भागे एक लड़के को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान व्हाट्सऐप के द्वारा जिस्मफरोशी के धंधे का खुलासा हुआ।




पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी मुनीश पाठक का आरोप है कि युवती कॉलगर्ल है। उसे 900 रुपए में तय करके लाया गया था। मुनीश ने बताया कि होटल के कमरे में बाद में तीन लड़के पहुंचे थे, जिसके बाद युवती नशे की हालत में हम लोगों को धमकाने लगी और हमसे 50 हजार रुपए की मांग करने लगी। जब हमने 50 हजार रुपए देने से इंकार किया तो युवती चीखने-चील्लाने लगी और कमरे में तोडफ़ोड़ शुरू कर दिया।

सन्तान प्राप्ति के सरल और सहज उपाय--

सन्तान प्राप्ति के सरल और सहज उपाय--


यदि किसी व्यक्ति को संतान प्राप्ति में

समस्या आ रही हो, तो ऐसे व्यक्ति पण्डित "विशाल" दयानन्द शास्त्री द्वारा सुझाये गये इन सरल उपायों को अपना कर संतान की प्राप्ति अति ही सहजता के साथ कर

सकते हैं। किंतु उपायों को अति सावधानी से व

श्रद्धा के साथ करना अति आवश्यक होता

है। उपाय निम्न लिखित हैं:---




1. संतान प्राप्ति के लिए पति-पत्नी दोनों को

रामेश्वरम् की यात्रा करनी चाहिए तथा वहां

सर्प-पूजन करवाना चाहिए। इस कार्य को

करने से संतान-दोष समाप्त होता है।

2. स्त्री में कमी के कारण संतान होने में बाधा

आ रही हो, तो लाल गाय व बछड़े की सेवा

करनी चाहिए। लाल या भूरा कुत्ता पालना भी

शुभ रहता है।

3. यदि विवाह के दस या बारह वर्ष बाद भी

संतान न हो, तो मदार की जड़ को शुक्रवार को

उखाड़ लें। उसे कमर में बांधने से स्त्री

अवश्य ही गर्भवती हो जाएगी।

4. जब गर्भ धारण हो गया हो, तो चांदी की

एक बांसुरी बनाकर राधा-कृष्ण के मंदिर में

पति-पत्नी दोनों गुरुवार के दिन चढ़ायें तो

गर्भपात का भय/खतरा नहीं होता।

5. यदि बार-बार गर्भपात होता है, तो

शुक्रवार के दिन एक गोमती चक्र लाल

वस्त्र में सिलकर गर्भवती महिला के कमर

पर बांध दें। गर्भपात नहीं होगा।

6. जिन स्त्रियों के सिर्फ कन्या ही होती है,

उन्हें शुक्र मुक्ता पहना दी जाये, तो एक वर्ष

के अंदर ही पुत्र-रत्न की प्राप्ति होगी।

7. यदि बच्चे न होते हों या होते ही मर जाते

हों, तो मंगलवार के दिन मिट्टी की हांडी में

शहद भरकर श्मशान में दबायें।

8. पीपल की जटा शुक्रवार को काट कर सुखा

लें, सूखने के बाद चूर्ण बना लें। उसको प्रदर

रोग वाली स्त्री प्रतिदिन एक चम्मच दही के

साथ सेवन करें। सातवें दिन तक मासिक धर्म,

श्वेत प्रदर तथा कमर दर्द ठीक हो जाएगा।




9. संतान प्राप्ति के लिए उपरोक्त में से किसी भी एक मन्त्र का नियमित रूप से एक माला प्रतिदिन पाठ करें ---

1. ओऽम् नमो भगवते जगत्प्रसूतये

नमः।

2. ओऽम क्लीं गोपाल वेषघाटाय

वासुदेवाय हूं फट् स्वाहा।

3. ओऽम नमः शक्तिरूपाय मम् गृहे

पुत्रं कुरू कुरू स्वाहा।

4. ओऽम् हीं श्रीं क्लीं ग्लौं।

5. देवकी सुत गोविन्द वासुदेवाय

जगत्पते। देहिं ये तनयं कृबज त्यामहं

शरणंगत।




इनमें से आप जिस मंत्र का भी चयन करें उस

पर पूर्ण श्रद्धा व आस्था रखें।




विश्वासपूर्वक किये गये कार्यों से सफलता

शीघ्र मिलती है। मंत्र पाठ नियमित रूप से

करें।

कृष्ण के बाल रूप का चित्र अपने शयन कक्ष में लगाएं।

लड्डू गोपाल का चित्र या मूर्ति लगाना लाभदायक होता है। क्रम संख्या 4 व 5 पर दिए गये मंत्र शीघ्र फलदायक हैं। इन्हें संतान गोपाल मंत्र भी कहा जाता है।

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संतान रक्षा हेतु मंत्र-तंत्र-यंत्र एवं उपासना --

1. यदि पंचम भाव में सूर्य स्थित हो

तो:--

कभी झूठ मत बोलो और दूसरों के प्रति

दुर्भावना कभी नहीं रखें।

यदि आप किसी को केाई वचन दें तो उसे

हर हाल में पूरा करें।

प्राचीन परंपराओं व रस्म रिवाजों की

कभी अवहेलना न करें।

दामाद, नाती (नातियों) तथा साले के प्रति

कभी विमुख न हों न ही उनके प्रति

दुर्भावना रखें।

पक्षी, मुर्गा और शिशुओं के पालन-

पोषण का हमेशा ध्यान रखें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

2. यदि पंचम भाव में चंद्र हो तो:---

कभी लोभ की भावना मत रखें तथा संग्रह

करने की मनोवृत्ति मत रखें।

धर्म का पालन करें, दूसरों की पीड़ा

निवारणार्थ प्रयास करते रहें और अपने

कुटुंब के प्रति ध्यान रखें।

चंद्र संबंधी कोई भी अनुष्ठान करने से

पूर्व कुछ मीठा रखकर, पानी पीकर घर

से बाहर जाएं।

सोमवार को श्वेत वस्त्र में चावल-मिश्री

बांध कर बहते जल में प्रवाहित करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

3. यदि पंचम भाव में मंगल बैठा हो

तो:--

रात में लोटे में जल को सिरहाने रखकर

सोएं।

परायी स्त्री से घनिष्ठ संबंध न रखें तथा

अपना चरित्र संयमित रखें।

अपने बड़े-बूढ़ों का सम्मान करें और

यथासंभव उनकी सेवा करें तथा सुख

सुविधा का ध्यान रखें।

अपने मृत बुजुर्गों इत्यादि का पूर्ण विधि-

विधान से श्राद्ध करें। यदि आपका सुहृद

संतान मर गया हो तो उसका भी श्राद्ध

करें।

नीम का वृक्ष लगाएं तथा मंगलवार को थोड़ा

सा दूध दान करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

4. यदि पंचम भाव में बुध हो तो:---

गले में तांबे का पैसा धारण करें।

यदि गो-पालन किया जाए तो संतान, स्त्री

और भाग्य का पूर्ण सुख प्राप्त होगा। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

5. यदि पंचम भाव में बृहस्पति

विराजमान हो तो:---

सिर पर चोटी रखें और जनेऊ धारण करें।

आपने यदि धर्म के नाम पर धन संग्रह

किया या दान लिया तो संतान को निश्चित

कष्ट होगा। धर्म का कार्य यदि आप

निःस्वार्थ भाव से करेंगे तो संतान काफी

सुखी-संपन्न रहेगी।

केतु के भी उपाय निरंतर करते रहें।

मांस, मदिरा तथा परस्त्री गमन से दूर

रहें।

संत, महात्मा तथा संन्यासियों की सेवा

करें तथा मंदिर की कम से कम महीने में

एक बार सफाई अवश्य करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

6. यदि पंचम भाव में शुक्र स्थित

हो तो:---

गोमाता तथा श्रीमाता जी की पूर्ण निष्ठा

के साथ सेवा करें।

किसी के लिए हृदय मंे दुर्भावना न रखें

तथा शत्रुओं के प्रति भी शत्रुता की

भावना न रखें।

चांदी के बर्तन में रात में शुद्ध दूध पिया

करें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

7. यदि पंचम भाव में शनि स्थित

हो तो:---

(क) पैतृक भवन की अंधेरी कोठरी में सूर्य

संबंधी वस्तुएं जैसे गुड़-तांबा, मंगल

संबंधी वस्तुएं जैसे सौफ, खांड,शहद तथा

लाल मूंगे व हथियार, चंद्र संबंधी वस्तुएं

जैसे चावल, चांदी तथा दूब स्थापित करें।

अपने भार के दशांश के तुल्य बादाम बहते

हुए पानी में डालें और उनके आधे घर में

लाकर रखें लेकिन खाएं नहीं।

यदि संतान का जन्म हो तो मिठाई न बांट

कर नमकीन बांटें। यदि मिठाई बांटना

जरूरी हो, तो अंशमात्र नमक का भी

समावेश कर दें।

काला कुत्ता पालें और उसे नित्य एक

चुपड़ी रोटी दें।

बुध संबंधी उपाय करते रहे 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

8. यदि पंचम भाव में राहु

उपस्थित हो तो:---

अपनी पत्नी के साथ दुबारा फेरे लेने से

राहु की अशुभता समाप्त हो जाती है।

एक छोटा सा चांदी का हाथी निर्मित करा

कर घर के पूजा स्थल में रखें।

मांस, मदिरा व परस्त्री गमन से दूर रहें।

जातक की पत्नी अपने सिरहाने पांच

मूलियां रखकर सोएं और अगले दिन

प्रातः उन्हें किसी मंदिर में दान कर दें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

घर के प्रवेश द्वार की दहलीज के नीचे

चांदी की एक छोटी सी चादर/पत्तर

दबाएं।

9. यदि केतु पंचम भाव में

उपस्थित हो तो:--

चंद्र व मंगल की वस्तुएं दूध-खांड

इत्यादि का दान करें।

बृहस्पति संबंधी सारे उपाय करें।

घर में यदि कोई शनि संबंधी वस्तु (काली

वस्तुएं) हो तो उसे ताले में ही रखें। 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷




 पण्डित "विशाल" दयानन्द शास्त्री,

उज्जैन (मध्यप्रदेश)

अजमेर,शहर की तीस स्कूलें बनेगी स्मार्ट, होगी हाईटेक साधनों से पढ़ाई



अजमेर,शहर की तीस स्कूलें बनेगी स्मार्ट, होगी हाईटेक साधनों से पढ़ाई

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने की स्मार्ट क्लास योजना की समीक्षा, शीघ्र शुरू होगी कक्षाएं

नियमित पढ़ाई के साथ-साथ विशेषज्ञ भी देंगे गेस्ट लेक्चर, विद्यार्थियों को मिलेगा अनुभव का ज्ञान

अजमेर, 06 नवम्बर। स्मार्ट सिटी बनने जा रहे अजमेर में शिक्षा के क्षेत्रा में शीघ्र ही एक नया आयाम जुड़ जाएगा। अजमेर के 30 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा इस महिने के अंत तक शुरू हो जाएगी। इन स्कूलों में एयर कन्डीशन कक्ष में स्मार्ट क्लास लगेगी जहां हाईटेक साधनों से विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों की पढ़ाई करायी जाएंगी। नियमित पढ़ाई के साथ साथ यहां विशेषज्ञों को भी बुलाकर गेस्ट लेक्चर दिए जा सकंेगे।

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज शिक्षा विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेकर स्मार्ट क्लास योजना की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा डिजीटल इंडिया के स्वप्न को साकार करने के लिए स्मार्ट क्लास योजना शुरू की गई है। स्टेट बैंक आॅफ बीकानेर एण्ड जयपुर के सहयोग से इन स्कूलों को स्मार्ट स्कूल के रूप में तैयार किया जा रहा है। शहर की तीस स्कूलों को योजना के तहत चयनित किया गया है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम तैयार किए जा रहे हैं। स्मार्ट क्लास रूम पूरी तरह एयरकंडीशनर सुविधा से युक्त होंगे। इन कक्षाओं में नई साज-सज्जा एवं फर्नीचर भी उपलब्ध कराएं जाएंगे।

उन्होंने बताया कि स्मार्ट क्लास में प्रोजेक्टर के माध्यम से तो विद्यार्थियों को पढ़ाया ही जाएगा। समय समय पर इन्टरनेट के माध्यम से विषय विशेषज्ञ भी गेस्ट लेक्चर देकर विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करेंगे। राज्य सरकार का प्रयास है कि विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में बेहतरीन शिक्षकांे से भी पढ़ने का अवसर मिले। स्मार्ट कक्षाएं आगामी दिनों में स्मार्ट सिटी अजमेर के शिक्षा इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी। यह एक ऐसा नवाचार है जो सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को भी निजी स्कूलों से प्रतिस्पद्र्धा मंे आगे ले जाएंगा।

इन स्कूलों में बनेगे स्मार्ट क्लास रूम

सावित्राी रा.बा.उ.मा.विद्यालय, राजकीय केन्द्रीय बा.उ.मा.वि., राजकीय माॅडल बा.उ.मा.वि., राजकीय उ.मा.वि. पुलिस लाईन, रा.उ.मा.वि. मोईनियां इस्लामियां, राजकीय उ.मा.वि. माकड़वाली, राजकीय जवाहर उ.मा.वि., रा.उ.मा.वि. ओसवाल, राजकीय उ.मा.वि. फाॅयसागर, रा.उ.मा.वि. सिन्धी देहलीगेट, रा.उ.मा.वि.सिन्धी खारीकुई, रा. उ.मा.वि. रामनगर, रा.उ.मा.वि. वैशाली नगर, रा.उ.मा.वि.हाथीखेडा, रा.उ.मा.वि. अजयसर, रा.बा.उ.मा.वि.कृष्णगंज, रा.उ.मा.वि.सोमलपुर, रा.उ.मा.वि. सराधना, रा.बा.उ.मा. वि.आदर्श नगर, रा.उ.मा.वि.गुलाबबाड़ी, रा. उ.मा.वि. लोहाखान, रा.मा.वि. मीरशाहअली, रा. उ.मा.वि.चैरसियावास, रा.मा.वि.कोटड़ा, रा.मा.वि.गंज, रा.मा.वि.दातानगर, रा.मा.वि.बौराज, रा.उ.मा.वि.खरेकड़ी, रा.उ.प्रा.वि.पंचशील, राजकीय माध्यमिक विद्यालय लोहागल अजमेर

बाड़मेर जयपुर और अजमेर ने मारी बाज़ी राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन प्रतियोगिता सम्पन्न



बाड़मेर जयपुर और अजमेर ने मारी बाज़ी
राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन प्रतियोगिता सम्पन्न



बाड़मेर
स्थानीय आदर्श स्टेडियम में तीन दिनों से चल रही राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन प्रतियोगिता के रोमांचक फाइनल मुकाबले में छात्रा वर्ग में अजमेर और छात्र वर्ग में जयपुर ने बाजी मारी। विजेताओं को समापन समारोह में पुरुस्कारों से नवाजा गया। आयोजन के प्रवक्ता अशोक राजपुरोहित ने बताया कि रविवार को फाइनल में पहुची छात्रा वर्ग में जयपुर का अजमेर से कड़ा मुकाबला हुआ जिसे अजमेर ने 30-35, 36-34, 25-35 से जीत लिया वही छात्र वर्ग के रोमांचक फाइनल मुकाबले में जयपुर ने भीलवाड़ा को 36-21, 35-24 से जीत लिया। फाइनल मुकाबलो के बाद आयोजित समापन समारोह में यूआईटी चेयरमैन प्रियंका चौधरी, राजवेस्ट के विनोद विठ्ठल, केयर्न इंडिया के डॉक्टर उमा बिहारी ,समाज सेवी अक्षय दान ,उधमी दुर्जन सिंह, दरबार सिंह,रमेश कड़वासरा और अमित बोहरा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। अतिथियों ने खिलाड़ियों को खेल को खेल भावना से खेलने की नशीहत भी दी।

जिला कलक्टर पहुचे खिलाड़ियों के बीच
स्थानीय आदर्श स्टेडियम में चल रही राज्यस्तरीय बॉल बैटमिंटन के ओपन मुकाबलों में खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिये बाड़मेर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा पहुँचे। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों आयोजन किया जा रहा है। दो दिन से चल रही प्रतियोगिता में राज्य भर से आये खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा पहुचे । उन्होंने खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने को कहा। उन्होंने जीत की तरफ बढ़ रही टीमो को शुभकामनाये दी साथ ही जो टीमें हार चुके है उन्हें अगली बार और मेहनत से मैदान में उतरने की बात कही।

टीसा भटनागर और मोहम्मद इनायत प्लेयर ऑफ़ टूनामेंट बने
राज्य स्तरीय बॉल बैटमिंटन के तीन दिवशीय प्रतियोगिता के समापन समारोह में टीसा भटनागर और मोहम्मद इनायत प्लेयर ऑफ़ टूनामेंट घोषित किया गया। टीसा भटनागर अजमेर टीम की कप्तान है वही मोहम्मद इनायत जयपुर टीम के कप्तान है इन दोनों का प्रदर्शन पुरे आयोजन में सबसे उम्दा रहा। जिसके चलते इन्हें प्लेयर ऑफ़ टूनामेंट घोषित किया गया।

जैसलमेर सर्तकता सप्ताह के दौरान विविध कार्यक्रम

     

जैसलमेर सर्तकता सप्ताह के दौरान विविध कार्यक्रम


जैसलमेर 6 नवम्बर। नेहरू युवा केन्द्र एव सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय जैसलमेर के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामीण युवाओं को ग्राम विकास में जागरूकता एवम् जनचेतना सर्तकता बरतने के लिये 31 अक्टुम्बर से 5 नवम्बर तक सर्तकता सप्ताह के अन्तर्गत रविवार को युवा मंडल म्याजलार में सर्तकता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया तथा उपस्थित युवाओ को सर्तकता की शपथ मंडल अध्यक्ष भीख ंिसह ने दिलाई।

इसी प्रकार दव में युवाओ द्वारा संगोष्ठी का आयोजन कर युवाओ को भ्रष्टाचार से मुक्त समाज की स्थापना करने की अपील सामाजिक कार्यकत्र्ता लीलाराम ने की। इस अवसर पर युवाओ में मौखिक प्रश्नोतरी का आयोजन भी किया गया।

नेहरू युवा केन्द्र के द्वारा बईया,काठोड़ी,खुहड़ी, थाट, सम गांवो में भी सर्तकता सप्ताह के तहत भाषण प्रतियोगिता,चित्रकला प्रतियोगिता, जन जागरूकता रैली,युवा संकल्प आदि विविध गतिविधियो का आयोजन स्थानीय युवा मंडलो द्वारा किया गया तथा प्रधानमंत्री के न खाउगा और न खाने दूगा सिद्वान्त पर युवाओ से चलने का आह्वान किया इसी के साथ स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत युवाओ को स्वच्छता की प्रतिज्ञा दिलाई गई।

बीज मंत्र है राम नाम - मुरारी बापू राजस्थान ताकत उत्साह एवं उमंग की भूमि है पूर्णता में अहंकार का धब्बा लग जाता है



बीज मंत्र है राम नाम - मुरारी बापू

राजस्थान ताकत उत्साह एवं उमंग की भूमि है

पूर्णता में अहंकार का धब्बा लग जाता है

रामदेवरा, 6 नवम्बर।

एक ओर बाबा रामदेव की मौजूदगी और दूसरी ओर नटराज हनुमान और परम गुरू से साक्षात्कार में धर्म चर्चा। रामदेवरा संत कृपा सनातन संस्थान की ओर से आयोजित रामकथा कार्यक्रम की आनंद त्रिवेणी में दूर दूर से आये भक्तगण रामकथा के आनंद में सरोबार है। वे लौकिक जीवन के सूक्ष्म, चमत्कारी षब्द - भावों से रूबरू हो रहे है। वही व्यासपीठ की षरण में खुद को समर्पित कर आल्हादित है। बापू के प्रति अनंत श्रद्धा भाव, हजारों अनुयायियों की उपस्थिति महाकुम्भ सा नजारा साकार करती है। क्या अमीर..., क्या गरीब..., क्या संत..., क्या फकीर..., हरेक यहां षिश्य भाव से हरिकथा को सुनकर स्वयं को धन्य महसूस कर रहे है। कुछ ऐंसा ही नजारा बन रहा है रामदेवरा में।

कथा के दूसरे दिन रविवार को व्यासपीठ से हजारों जनमेदिनी को संबोधित करते हुए बापू ने कहा कि भगवान की कथा से कुछ ना कुछ अवष्य मिलता है। उन्हांेने कहा कि हमें हर हाल में अन्तःकरण से राजी होना चाहिए। यदि हम किसी की चर्चा या निन्दा नहीं करेंगे तो जगत में हमें किसी साधना को करने की जरूरत ही नही पडेगी। बापू ने कहा कि रामदेव पीर की परम्परा के बारें में मेरी जिम्मेदारी से कुछ कहने का मेरा वर्शो का मनोरथ था और आज वह मनोरथ पूरा हुआ। सनातन धर्म कृश्ण, राम या रामदेव पीर के बारें में यह नही कहता कि यह हमारें है बल्कि ये संपूर्ण विष्व के है। बाबा रामदेव जी की परम्परा में बीज पंथ या बीज मार्ग, महाधर्म, निजिया एवं निजार षब्द का उल्लेख मिलता है।

वायु की तरह हनुमान सबके है

मुरारी बापू ने कहा कि हनुमानजी धीर, वीर और पीर भी है। सभी को अपने धर्म और ईश्ट देवों में श्रद्धा रखनी चाहिए लेकिन यदि हनुमानजी का आश्रय करोगे तो ईश्ट भक्ति को और बल मिलेगा। हनुमानजी चारों युग में विद्यमान है, सतयुग में षिव के रूप में, त्रेता युग में हनुमान, द्वापर में अर्जुन की ध्वजा में बैठकर और कलयुग में हनुमान जी रामकथा को श्रवण करने के लिए मौजूद है। हनुमानजी ने प्रभु राम को वचन दिया था कि जब तक रामकथा गाई जायेगी तब तक वे धरती पर रहेंगे और उनका केवल हरि नाम में ही विष्वास है। हनुमानजी वायु की ही तरह सबके है। वे पवन रूप में हमारें पीछे रहेंगे तो हमारें ईश्ट एवं भजन को बल मिलता है। बापू ने धर्मावलम्बियों से कहा कि सभी सांसारिक उत्तरदायित्व निभाओं लेकिन जब भी समय मिले हनुमानजी को राम नाम अवष्य सुनायें। हनुमानजी को धरती पर रोकने के लिए रामकथा का होना आवष्यक है।

बीज मंत्र है राम नाम

साहित्यिक षब्दकोश में राम के कई अर्थ बतायें गये है। राम ने करूणा के कारण आखरी व्यक्ति को भी गले लगाया है। षब्दकोश में प्रेमी को, आत्मा को, जीव को, बल या ताकत, साहस, उमंग, घोडा, हिरण एवं अषोक वृक्ष को राम कहा गया है। तथाकथित लेवल के द्वारा किसी का षोशण ना हो यही महाधर्म है। रामदेव पीर ने भी यही किया इसलिए वे निश्कलंक कहलायें। उनको बीज का धणी भी मानते है। छोटे से छोटे आदमी ने भी रामदेव पीर की परम्परा को समझा है।

बीज का अर्थ निरन्तर विकसित होना है। संसार में जितने धर्म, नियम व व्रत है उन सब का बीज रामचरित मानस है। बीज मंत्र को तुलसी महामंत्र भी कहा गया है। गोस्वामी तुलसीदासजी ने भी रामचरित मानस को बीज कहा है। जो रोज विकसित होती है उसी का नाम बीज है। खेत में बोया बीज भी रोज बढ़ता है और वह वट वृक्ष का रूप लेता है। मानस में षिव ने राम नाम को ही बीज मंत्र माना है। बीज तो 24 हुए है लेकिन निश्कलंक परंपरा ने प्रकाषवान एवं ज्योतिवान बीज को ही पूजा है। योग, युक्ति, मंत्र एवं साधना को जब छिपायें रखेंगे तभी वह पलित होगी। पूर्णिमा का चांद अच्छी बात है और इसकी बडी महिमा भी होती है। पूर्णता में अहंकार का काला धब्बा लग जाता है और पूर्णिमा के चांद में भी धब्बा नजर आता है लेकिन बीज का चांद निश्कलंक होता है और इसलिए इसका विषेश महत्व होता है।

राजस्थान से अभिभूत बापू बोले - धरती धोरा री

मुरारी बापू ने राजस्थानी कवि कन्हैयालाल सेठिया के गीत ‘‘धरती धोरां री’’ पंक्तियों को उद्धत करते हुए कहा है कि राजस्थान में महाराणा प्रताप का चेतक, रामदेव पीर का घोडा तथा मीरा का मनरूपी घोडा हुआ है। राजस्थान में जमीन का सूखा है लेकिन मन हरा भरा है और यह भूमि ताकत, उत्साह एवं उमंग की भूमि है। भाला महाराणा प्रताप के हाथ में भी है तो बाबा रामदेव के हाथों में भी है इसलिए यह धरती वीरों, पीरों एवं मीरा री है। मीरा का जहर पीने के लिए स्वयं कृश्ण इस धरती पर आयें है।

दुखः के आगे सुख है

मुरारी बापू ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक आईन्सटीन के काल साक्षेप सिद्धांत के संदर्भ में कहा कि हम सिर्फ दुख को ही देखते है जबकि इसके पीछे खडे सुख को हम देख नही पाते है। सुख दुख, रात दिन, प्यास व तृप्ति, जन्म व मरण, अंधेरा व उजाला साक्षेप षब्द है। षालीन एवं विवेकी सुख हमारे अवकार की प्रतिक्षा में खडा है और हम उसका अवकार करेंगे तो ही वह आयेगा। कभी आगाज के डर से तो कभी अंजाम के डर से सुख तो दरवाजा अवष्य खटखटाता है। दुख जल्दी आ जाते है और उसी में हम डूब जाते है जबकि सुख भी दरवाजे पर खडा रहता है। राम रूप में सुख को अपनायेंगे तो दुख हमें सतायेगा ही नही। रामकथा ने हमेषा प्रेम का पाठ दिया है इसलिए कथा एक यज्ञ भी है।

नाम से बड़ा कोई भजन नही

मेरे पास राम नाम है जो बीज मंत्र ही है। राम के नाम से बडा कोई भजन नही है। आप जो कथा सुनते है वह जप, यज्ञ है और जप से बडा भजन कोई भी नही है। गोस्वामी तुलसीजी की पूरी साधना हरि नाम पर आधारित है। राम तो नाम का, रूप कृश्ण का, लीला बुद्ध पुरूश की और धाम कैलाष का श्रेश्ठ है। गणेष ने राम का आश्रय लिया तो वह प्रथम पूज्य बन गये। प्रभु का नाम जाप करने से ध्यान, यज्ञ, पूजा और अर्चना हो जाती है।

विविध संस्कृतियों का संगम

मुरारी बापू की रामकथा में राजस्थान सहित गुजरात, महाराश्ट्र, मध्यप्रदेष सहित देष के अन्य षहरों, हिस्सों से आये श्रद्धालु यहां आनंद रस लूट रहे है। वही जिले के देहात से आता जन सैलाब भी कथा सागर में समाकर संस्कृतियों का मेल करा रहा है। कही ठेट देहात की बोली कानों मे गूंज रही है तो कही गुजराती, मराठी व मेवाती प्रभु प्रसंगों की चर्चा का जरिया बनी हुई है।

संत कृपा सनातन संस्थान की ओर से आयोजित रामकथा के दूसरे दिन सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने व्यासपीठ की आरती उतारी। कथा में राजस्थान सरकार के मंत्री अर्जुन गर्ग, जोधपुर सांसद गजेन्द्रसिंह, कथा संयोजक मदन पालीवाल, प्रकाष पुरोहित, रविन्द्र जोषी, रूपेष व्यास, विकास पुरोहित सहित कई गणमान्य अतिथियों ने व्यासपीठ पर पुश्प अर्पित किये तथा कथा श्रवण का लाभ लिया।

चारो ओर राम का रेला

मुरारी बापू की रामकथा के दूसरे दिन रविवार को श्रोताओं की आस्था में ओर प्रगाढता दिखी। पाण्डाल, भोजनषाला, सडके एवं चहुं ओर राम राम जपते श्रोताओं की टोलियां आ जा रही थी। कही विश्राम, कही भोजन तो कही कीर्तन में डूबे श्रोता आनंदोत्सव का आभास करा रहे हैे। आस पास के गांव में भी राम का रेला दिखाई देने लगा है। कथा से पूर्व गांव गांव से लोगों के पहुंचने को लेकर अच्छा खासा उत्साह देखा जा रहा है। दूर दराज से भी लोग हजारों की संख्या में कथा स्थल पहुंच रहे है।

कवि सम्मेलन आज

रामदेवरा में आयोजित मुरारी बापू की रामकथा के आयोजन की श्रृंखला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत सोमवार षाम को कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। इसमें देष के सुप्रसिद्ध हास्य कवि डाॅ. सुरेन्द्र षर्मा, प्रसिद्ध गीतकार दुर्गादानसिंह गौड, अरूण जैमिनी, भगवान मकरन्द, महेन्द्र अजनबी, बुद्धिप्रकाष दाधीच सहित कई कविगण हिस्सा लेंगे।

बाड़मेर मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा हैः- प्रशांतगुणाश्री

बाड़मेर मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा हैः- प्रशांतगुणाश्री

नेकी की दीवार का हुआ उद्घाटन,

जरूरतमंदों को मुफ्त मिल सकेंगें कपड़े


बाड़मेर । 06.11.2016 । इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर एवं मिशन चिल्ड्रन वेलफेयर, बाड़मेर की ओर से जूना किराडू मार्ग स्थित चिन्दरियों की जाळ के पास रविवार को जरूरतमंद, गरीब व वंचित वर्ग के लोगों को निःस्वार्थ भाव से मुफ्त कपड़े उपलब्ध करवाने की मुहिम को लेकर परम् पूज्य साध्वीश्री प्रशान्तगुणाश्री जी म.सा., महावीर जिनालय अध्यक्ष प्रकाशचन्द सेठिया और संयोजक मुकेश बोहरा अमन ने नेकी की दीवार का पर्दा हटा शुभारम्भ किया ।

इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर के संयोजक मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर एवं मिशन चिल्ड्रन वेलफेयर, बाड़मेर के तत्वावधान में नेकी की दीवार का उद्घाटन परम् पूज्य साध्वीश्री प्रशान्तगुणाश्री जी म.सा. ने मंगलाचरण व दीवार का पर्दा हटा कर किया । इस अवसर पर परम् पूज्य साध्वीश्री प्रशान्तगुणाश्री जी म.सा. ने कहा कि इस आयोजन से जरूरतमंद, गरीब व वंचित वर्ग के लोगों की निःस्वार्थ भाव से सेवा हो सकेगी । वहीं जरूरतमंद लोगों को मुफ्त कपड़े बिना किसी व्यवधान के मिल सकेगें । साध्वी ने कहा कि मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है । महावीर जिनालय अध्यक्ष प्रकाशचन्द सेठिया ने नेकी की दीवार को अनुकरणीय व लाजवाब पहल बताया । उद्घाटन अवसर पर आमजन ने अधिक हो तो रख जायें, जरूरत हो तो ले जायें की थीम पर नेकी की दीवार पर कपड़े लगाएं वहीं जरूरतमंद लोगों ने अपनी जरूरत के हिसाब से मुफ्त कपड़े प्राप्त किये । जन सहभागिता पर आधारित नेकी की दीवार से जरूरतमंद लोगों को कपड़े, वस्त्रों जैसी जीवन की आधारभूत आवश्यकता की पूर्ति हो सकेगी ।

इंड़िया अगेंस्ट वाॅयलेंस, बाड़मेर के प्रवक्ता चन्द्रप्रकाश छाजेड़ ने बताया कि वहीं इससे पूर्व जिले में प्रथम बार नेकी की दीवार की अनूठी पहल दीपावली पर्व से पूर्व संयोजक मुकेश बोहरा अमन के नेतृत्व में इंड़िया अगेंस्ट वॉयलेंस, बाड़मेर एवं मिशन चिल्ड्रन वेलफेयर, बाड़मेर की ओर से शिवनगर स्थित कलाम छात्रावास की दीवार पर की चुकी है । जहां जरूरतमंद लोगों को मुक्त कपड़ें मुहैया हो रहे है । रविवार को हुए नेकी की दीवार के उद्घाटन कार्यक्रम में बाबुलाल बोथरा, प्रकाश मिस्त्री, भरत वड़ेरा, पंकज वड़ेरा, चन्द्रप्रकाश छाजेड़, नारायण खत्री, कैलाश बोहरा, नेमीचन्द छाजेड़, रमेश संखलेचा, बाबुलाल धारीवाल, सवाईसिंह, कन्हैयालाल, गोविन्द शर्मा, नरेश छाजेड़, दिनेश बोहरा, मनोज छाजेड़, मुकेश जैन, कुस्टमल जैन, मुकेश सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्तागण एवं मोहल्लेवासी उपस्थित रहे ।

जैसलमेर में विधिक सेवा सप्ताह का विधिवत् शुभारम्भ

जैसलमेर में विधिक सेवा सप्ताह का विधिवत् शुभारम्भ

आमजन को विधिक एवं कानूनी जानकारी से अवगत करावें- जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री शर्मा

सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का पात्र व्यक्ति को लाभ पहंुचावें- अतिरिक्त कलेक्टर श्री स्वामी


जैसलमेर 06 नवम्बर। जैसलमेर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में विधिक सेवा सप्ताह का विधिवत् शुभारम्भ जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री गजानन्द शर्मा के मुख्य आतिथ्य एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री के.एल. स्वामी की अध्यक्षता में जिलापरिषद् के अटल सेवा केन्द्र में हुआ। शुभारम्भ समारोह में पूर्णकालिक सचिव (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायिक मजिस्टेªट, डाॅ. महेन्द्र कुमार गोयल, उपखण्ड अधिकारी कैलाशचन्द्र शर्मा, उपाधीक्षक एससी/एसटी सेल वीरेन्द्रसिंह के साथ ही अधिवक्तागण, अधिकारी, समाजसेवी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारी, पैरा लीगल वाॅलेन्टीयर्स उपस्थित थे।




जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री शर्मा ने संभागीयों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों में जागरूकता की कमी होने के कारण वे विधिक एवं कानूनी जानकारी नहीं रखते हैं जिसके कारण वे उसका पूरा लाभ नहीं ले पाते हैं। उन्होंने कहा कि इस विधिक सप्ताह के दौरान हमें आमजन को विधिक एवं कानूनी जानकारी प्रदान कर उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति सजग करना हैं। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण एवं सरकार द्वारा गरीब व्यक्तियों के उत्थान के लिए अनेकों योजनाओं चलाई जा रही है लेकिन जानकारी के अभाव में उन लोगों तक योजना का लाभ नहीं पहंुच पाता है इसलिए हम सभी को पूरा सहयोग प्रदान कर पात्र लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करना हैं।




उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि हमें इन योजनाओं को भी पात्र लोगों तक जानकारी प्रदान करनी है एवं उनको योजनाओं से लाभान्वित भी करना हैं। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा द्वारा लोक अदालतों का आयोजन किया जाकर आपसी समझाईश से मामलों का निस्तारण करवाया जाता हैं जिससे टूटे हुए रिश्ते भी पुनः मजबूत होते हैं। उन्होंने विभिन्न कानूनी प्रावधानों की भी विस्तार से जानकारी प्रदान की।




अतिरिक्त जिला कलेक्टर स्वामी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए ढे़रों योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसका प्रचार-प्रसार करके पात्र व्यक्ति को लाभान्वित करना हैं। उन्होंने कहा कि महा नरेगा में भी कानूनी प्रावधान किया जाकर श्रमिकों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है इसके साथ ही शिक्षा के अधिकार को भी कानूनी प्रावधान दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि विधिक सप्ताह में प्रशासन द्वारा भी पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।




पूर्णकालिक सचिव एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पूर्णिमा गौड़ ने बताया कि राष्ट्रीय एवं राज्य प्राधिकरण के निर्देशों की पालना में जिले में 06 नवम्बर से 11 नवम्बर तक विधिक सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जिसका आज विधिवत शुभारम्भ हुआ हैं। उन्होंने सप्ताह के दौरान किए जाने वाले कार्यो एवं उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने पैनल अधिवक्ताओं एवं पैरा लीगल वाॅलेन्टीयर्स को कहा कि वे सप्ताह के दौरान नालसा की 7 जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में शिविर लगाकर इस सप्ताह को सफल बनावें एवं लोगों को विधिक सेवा जानकारी प्रदान करें।




न्यायिक मजिस्ट्रेट, डाॅ. गोयल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विधिक सेवा सप्ताह की विस्तार से जानकारी प्रदान की एवं कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा में विधिक शिक्षा को शामिल करने के संबंध में सुझाव भी प्रदान किया।




इस दौरान सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिम्मतसिंह कविया ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से संभागीयों को जानकारी प्रदान की। श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने श्रम कल्याण विभाग द्वारा श्रमिकों के कल्याण एवं उत्थान के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान की।




समारोह में जैसलमेर जिला बार संघ उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता चन्दनाराम चैधरी, अधिवक्ता जहांगीर मलिक, गिरीराज गज्जा, अरविन्द कुमार गोपा, हेमसिंह राठौड़, प्रतापपुरी स्वामी, विपिन व्यास समाजसेवी राणजी चैधरी, शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। अंत में पैरा लीगल वाॅलेन्टीयर्स नवदीप भाटिया ने सप्ताह के दौरान पूर्ण उत्साह के साथ सहयोग करने का विश्वास दिलाया।


नालसा की कल्याणकारी योजनाओं के पेम्पलेट का विमोचन

समारोह के दौरान जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री शर्मा के साथ ही अन्य अतिथियों ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की जन कल्याणकारी योजनाओं में पीड़ितों के पुनर्वास के लिए नवीन योजनाओं से संबंधित पेम्पलेट का विमोचन किया।

इस पेम्पलेट में नालसा की नवीन योजना तस्करी एवं वाणिज्यिक यौन शोषण पीड़ितों के लिए, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए, बच्चों के मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं और उनके संरक्षण के लिए, मानसिक रूप से बीमार और मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए, गरीबी उन्मूलन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए, आदिवासियों के अधिकारों के संरक्षण और प्रवर्तन के लिए, नशा पीड़ितों को विधिक सेवा एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवा योजना 2015 की जानकारी प्रदान की गई है।


विधिक चेतना रैली को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना


जैसलमेर, 06 नवम्बर। विधिक सप्ताह के शुभारम्भ के अवसर पर अटल सेवा केन्द्र से विद्यार्थियों की विधिक चेतना रैली आयोजित की गई। इस रैली को जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री गजानन्द शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर के.एल. स्वामी ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पूर्णकालिक सचिव पूर्णिमा गौड़, न्यायिक मजिस्ट्रेट, डाॅ. महेन्द्र कुमार गोयल, उपखण्ड अधिकारी कैलाशचन्द्र शर्मा के साथ ही अधिवक्तागण एवं अधिकारी उपस्थित थे।

यह रैली अटल सेवा केन्द्र से होती हुई मुख्य बाजार से गुजरी एवं संभागीयों के हाथों में विधिक चेतना से संबंधित नारे लिखे हुए की तख्तियां थी एवं वे नारों का उद्घोष करते हुए विधिक चेतना का संदेश दिया।




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जयपुर.ब्लैकमेलिंग में फंसे युवक का कुचला सिर रोड़ पर मिला, 40 लाख वसूलने के मामले में हो चुका था गिरफ्तार



जयपुर.ब्लैकमेलिंग में फंसे युवक का कुचला सिर रोड़ पर मिला, 40 लाख वसूलने के मामले में हो चुका था गिरफ्तार

ब्लैकमेलिंग में फंसे युवक का कुचला सिर रोड़ पर मिला, 40 लाख वसूलने के मामले में हो चुका था गिरफ्तार
राजस्थान में भांकरोटा स्थित एक कॉलेज संचालक की कथित सीडी बना ब्लैकमेलिंग कर 40 लाख रुपए वसूलने के मामले में गिरफ्तार एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। दुर्घटना थाना पुलिस ने मामला सड़क हादसे का मानकर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।




वहीं, मृतक के परिजनों ने मामले में हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को शिकायत दी है। संदिग्ध हालात में मौत का शिकार बना संदीप चौधरी (४१) हवा सड़क स्थित नंदपुरी निवासी था। वर्ष २०१४ में दिल्ली पुलिस ने कॉलेज संचालक की रिपोर्ट पर संदीप की पत्नी और बिचौलिए को जयपुर में ४० लाख रुपए वसूली करते गिरफ्तार किया था।




आरोप लगाया था कि १५ लाख पहले ले चुके और २ करोड़ ५ लाख रुपए में कथित सीडी का सौदा कॉलेज संचालक से किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मामले में दिल्ली पुलिस ने पत्नी के साथ कॉलेज संचालक को फंसाने की साजिश रचने में गिरफ्तार किया था। करीब डेढ़ वर्ष पहले ही वह दिल्ली जेल से छूटकर आया था। शुक्रवार रात को संदीप भांकरोटा से बाइक पर घर लौट रहा था।




दो सौ फीट एक्सप्रेस हाईवे चौराहा के पास उसका शव पड़ा मिला। पुलिस ने आशंका जताई है कि किसी वाहन से टकराकर सड़क पर गिर गया और पीछे से आ रहे किसी वाहन का टायर उसके सिर को कुचलता हुआ निकल गया। हालांकि घटना का चश्मद्दीद गवाह कोई नहीं मिला।